अपोलो टायर्स की डीलरशिप कैसे ले? | लागत, मुनाफा, निवेश व प्रक्रिया Apollo Tyres Franchise in Hindi

Apollo Tyres Franchise in Hind:- क्या आप टायर का बिज़नेस करने को इच्छुक हैं और इसके लिए बड़े ब्रांड की डीलरशिप लेना चाहते हैं। तो आज हम आपके साथ इसी विषय पर ही चर्चा करने वाले हैं। दरअसल जब कभी भी टायर के बिज़नेस की बात आती हैं तो उसमे अपोलो टायर्स कंपनी का नाम प्रमुख तौर पर लिया जाता हैं। वह इसलिए क्योंकि यह कंपनी पिछले कई वर्षों से भारतीय बाजार (Apollo Tyres dealership details in Hindi) में छाई हुई हैं। इसकी प्रसिद्धि का प्रमुख कारण इसके द्वारा बनाए जाने वाले इच्छ गुणवत्ता वाले टायर होते हैं।

यही कारण हैं कि हर कोई अपोलो टायर्स की डीलरशिप लेकर बिज़नेस शुरू करना चाहता (Apollo Tyres franchise kaise le) हैं। हालाँकि यह हर किसी को मिल नही पाती हैं क्योंकि उनके द्वारा इनके बनाए गए दिशा निर्देशों का पालन नही किया जाता हैं। तो ऐसे ने यदि आप अपोलो टायर्स की डीलरशिप लेना चाहते हैं और उसके लिए ऊपर ढूँढ रहे हैं तो फिर आज हम आपको इसके बारे में विस्तार से समझाएंगे। आइए जाने अपोलो टायर्स की डीलरशिप लेने के लिए (Apollo Tyres franchise in India in Hindi) आपको क्या क्या जानना चाहिए।

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अपोलो टायर्स की डीलरशिप कैसे ले? (Apollo Tyres Franchise in Hindi)

अपोलो टायर्स की डीलरशिप लेने के लिए आपको अपोलो टायर्स कंपनी के बारे में जान लेना चाहिए। वह इसलिए क्योंकि इसमें आपको अनेक चीज़ों को देखना और जानना पड़ेगा और इनके बिज़नेस मॉडल को भी समझना होगा। तभी आप अपोलो टायर्स की फ्रैंचाइज़ी लेकर काम शुरू कर पाएंगे। अपोलो टायर्स एक बहुत ही बड़ी कंपनी हैं जो आज से लगभग 50 वर्ष पहले ही शुरू हो गयी थी और तब से लेकर आज तक इसने बहुत नाम कमाया हैं।

ऐसे में अपोलो टायर्स की डीलरशिप लेने के लिए आपको सब तैयारियां करके रखनी होगी और जो जो चीज़े चाहिए उसकी व्यवस्था बनानी होगी तभी आपको अपोलो टायर्स की डीलरशिप मिल पायेगी। तो ऐसे में आपको क्या क्या चीज़े करने और जानने की आवश्यकता हैं, इसके बारे में अब हम आपको बताने जा रहे हैं। आइए जाने अपोलो टायर्स की डीलरशिप लेने के लिए आपको क्या कुछ करना होगा।

Apollo Tyres Franchise in Hindi

अपोलो टायर्स कंपनी क्या है? (Apollo Tyres company information in Hindi)

सबसे पहले बात करते हैं अपोलो टायर्स कंपनी के बारे में। तो यह कंपनी आज से लगभग 50 वर्ष पहले सन 1972 में शुरू हुई थी। इसका हेड ऑफिस हरियाणा राज्य के गुरुग्राम शहर में स्थित हैं। यह मुख्य रूप से टायर बनाने की कंपनी हैं जहाँ हर तरह के वाहन के कई तरह के मॉडल के अलग अलग वैराइटी वाले टायर बनाए और बेचे जाते हैं।

ओंकार कँवर इसके चेयरमैन व एमडी है जबकि नीराज कँवर इसके वाईस चेयरमैन व एमडी है। इस कंपनी का कुल रेवेन्यु 18 हज़ार करोड़ रुपए के आसपास हैं। आप इसी से ही अनुमान लगा सकते हैं कि यह कंपनी कितनी बड़ी और प्रसिद्ध हैं। साथ ही इनके साथ बिज़नेस करना आपके लिए कितना लाभदायक हो सकता हैं।

अपोलो टायर्स कंपनी के प्रोडक्ट्स (Apollo Tyres company products list in Hindi)

अब यदि आप अपोलो टायर्स कंपनी के द्वारा बनाए जाने वाले प्रोडक्ट्स या टायर की वैराइटी के बारे में बात करना चाहते हैं तो उसके बारे में भी हम आपको बता देते हैं। यदि आप इसके बारे में जान लेंगे तभी तो आपको पता चलेगा कि इनके साथ काम करने में आपको क्या कुछ बेचना होगा। तो अपोलो टायर्स कंपनी के द्वारा इन इन वाहनों के टायर का निर्माण कार्य किया जाता हैं।

  • कार
  • SUV
  • वैन
  • बाइक
  • स्कूटर
  • खेती के वाहन
  • ट्रक
  • बस
  • इंडस्ट्रियल
  • Earthmover

अपोलो टायर्स की डीलरशिप ही क्यों ले? (Apollo Tyres franchise kyu le)

अपोलो टायर्स की डीलरशिप लेने से पहले आपको यह भी जानना चाहिए कि आखिरकार क्यों आपको अपोलो टायर्स की डीलरशिप ही चुननी चाहिए या फिर इससे आपको क्या फायदा देखने को मिल सकता हैं। तो जैसा कि हमने आपको अपोलो टायर्स कंपनी के रेवेन्यु के बारे में बताया तो यह कोई ऐसे ही नही बन जाता हैं। साथ ही यह केवल टायर की ही कंपनी हैं और इनके द्वारा किसी अन्य क्षेत्र के प्रोडक्ट्स का निर्माण कार्य नही किया जाता हैं। तो इसका अर्थ यह हुआ कि इनका कुल रेवेन्यु केवल और केवल टायर को बनाकर और उसको बेच कर कमाया जाता हैं।

तो यदि आप इस स्थिति में अपोलो टायर्स कंपनी के साथ काम करने को इच्छुक हैं और अपने शहर में उसकी डीलरशिप लेकर काम शुरू करना चाहते हैं तो यकीन मानिये आप बहुत ही ज्यादा फायदे में रहने वाले हैं। इसके बाद आपको कभी पीछे मुड़कर नही देखना होगा क्योंकि आपकी बिक्री कभी भी कम नही होगी। ऐसे में यदि आप अपोलो टायर्स की डीलरशिप लेने जा रहे हैं तो आपका यह विचार बहुत ही सही रहेगा।

अपोलो टायर्स की डीलरशिप लेने से पहले प्लानिंग करना (Apollo Tyres franchise planning)

आपको अपोलो टायर्स की डीलरशिप लेनी हैं तो उसके लिए कब क्या करना होगा और किस तरीके से आगे बढ़ना होगा, आपकी राह में क्या क्या समस्याएं या चुनौतियाँ आ सकती हैं और आप उनका सामना किस तरह से करेंगे इत्यादि चीज़ों की प्लानिंग करनी होगी। यदि आप पहले से ही सब सोच समझ कर आगे बढ़ेंगे तो अवश्य ही आगे की राह आसान हो जाएगी और आपको ज्यादा दिक्कतों का सामना नही करना पड़ेगा।

ऐसे में आप इन सभी प्रश्नों को स्वयं से पूछिए और देखिये कि आपको उनके क्या उत्तर मिलते हैं। साथ ही इन्हें केवल हवा हवा में ही मत रहने दीजिए, बल्कि इसके लिए एक रिपोर्ट या फाइल तैयार करे। उसमे आप सभी चीज़ों को विस्तार से लिखे और उसे एक मूर्त रूप दे। इसके बाद ही आप अपोलो टायर्स की डीलरशिप लेने का विचार करें और उस दिशा में आगे बढ़े।

अपोलो टायर्स की फ्रैंचाइज़ी लेने से पहले मार्किट रिसर्च (Apollo Tyres dealership market research)

यदि आपको अपोलो टायर्स की फ्रैंचाइज़ी लेनी हैं तो आपको उससे पहले अपने शहर की जानकारी लेनी होगी और टायर के बिज़नेस का आंकलन करना होगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आपको अपने शहर में टायर का शोरूम खोलना हैं तो उससे पहले आप यह पता लगाइए कि आपके यहाँ टायर का बिज़नेस किस तरह का हैं और इसमें कितनी बिक्री हैं।

आप चाहे तो अन्य टायर कंपनियों की जो फ्रैंचाइज़ी आपके शहर में खुली हुई हैं, उनका आंकलन कर सकते हैं। इसी के साथ जो छोटे मोटे डीलर व रिटेलर हैं, उनसे संपर्क कर इसके बारे में पता लगा सकते हैं। साथ ही यह भी देखे कि क्या आपके शहर में अपोलो टायर्स की मांग हैं भी या नही। बाजार की सही सही स्थिति का पता लगाने के बाद ही आप अपोलो टायर्स की डीलरशिप लेने का सोचे।

अपोलो टायर्स की डीलरशिप लेने के लिए जमीन (Apollo Tyres franchise location)

अब आप अपोलो टायर्स की डीलरशिप का काम करेंगे तो आपको उसके लिए एक ऑफिस और गोदाम की व्यवस्था तो करनी ही होगी। बिना इसके आप अपना बिज़नेस कहां ही कर पाएंगे। तो अब जब आप अपोलो टायर्स की डीलरशिप का काम लेने जा रहे हैं तो उसके लिए एक ऑफिस की जरुरत पड़ेगी और साथ के साथ एक बड़े से गोदाम की भी जहाँ पर आप अपोलो टायर्स का सब सामान रख सके।

तो इसके लिए आप अपने शहर में कोई भी जगह चुनकर वहां एक गोदाम की व्यवस्था करे। इसका आकार लगभग 1500 वर्ग फुट का होना चाहिए क्योंकि आपको अपोलो टायर्स का बहुत सारा सामान यहाँ रखना होगा ताकि आप समय पर अपने शहर के अन्य छोटे डीलर को उनकी आपूर्ति उपलब्ध करवा सके। इसी के साथ आपको एक ऑफिस की व्यवस्था भी करनी होगी जहाँ पर अपोलो टायर्स से जुड़ी डील हुआ करेंगी और ऑफिस स जुड़ा अन्य काम हुआ करेगा।

अपोलो टायर्स की डीलरशिप लेने में आने वाली लागत (Apollo Tyres dealership cost)

अब यदि बात अपोलो टायर्स की डीलरशिप लेने में लगने वाले खर्चे या निवेश या लागत की बात की जाए तो वह भी लाखों में होगा। वह इसलिए क्योंकि आपको इनके द्वारा बनाए जाने वाले हर तरह के टायर और उनकी वैराइटी को मंगवा कर अपने यहाँ रखना होगा। यदि आपके पास ही सभी टायर नही होंगे तो फिर आप कैसे ही इसे दूसरों को बेचने का काम करेंगे। तो आप मोटा खर्चा करने के लिए तैयार रहे।

इसी के साथ आपको अपने यहाँ कई कर्मचारी रखने होंगे जो आपका काम संभालेंगे। ऑफिस का इंटीरियर सेट करवाना होगा और बाकि सब छोटे मोटे काम भी करने होंगे। तो एक अनुमान के अनुसार यदि आप अपोलो टायर्स की डीलरशिप लेने जा रहे हैं तो इसमें आपका आराम से 30 से 40 लाख रुपए का खर्चा हो ही जाएगा।

अपोलो टायर्स की डीलरशिप लेने के लिए लाइसेंस व रजिस्ट्रेशन (Apollo Tyres franchise licence and registration)

अब यदि आपको इतने बड़े ब्रांड के अंतर्गत काम करना हैं तो आपको कई तरह के लाइसेंस की जरुरत होगी। साथ ही आपको अपने बिज़नेस को रजिस्टर भी करवाना होगा। हालाँकि इन सभी काम में अपोलो टायर्स कंपनी भी आपकी सहायता करेगी लेकिन आपको भी अपनी ओर से पूरी तैयारी पहले से ही करके रख लेनी चाहिए ताकि अंत समय में कोई दुविधा ना आने पाए।

इसके लिए आपको बिज़नेस लाइसेंस, नाम का रजिस्ट्रेशन, GST नंबर, MSME लाइसेंस इत्यादि कई तरह के लाइसेंस की व्यवस्था करके रखनी होगी। साथ ही जिन जिन चीज़ों के पंजीकरण की जरुरत हैं, वह भी करके रख लेंगे तो बेहतर रहेगा।

अपोलो टायर्स की डीलरशिप लेने के लिए डाक्यूमेंट्स (Apollo Tyres franchise documents)

आपको अपोलो टायर्स कंपनी को अपने कुछ जरुरी कागजात भी सौंपने होंगे ताकि वह आपकी पहचान को सत्यापित कर सके और उसके बाद अपोलो टायर्स की डीलरशिप देने की प्रक्रिया को आगे बढ़ा सके। कोई भी कंपनी सामने वाली व्यक्ति की पहचान को सत्यापित किये बिना उसे अपना डीलर नही बनाएगी। तो वही नियम यहाँ भी लागू होता हैं जहाँ आपको अपनी पहचान के सभी डाक्यूमेंट्स को उनके यहाँ जमा करवाना होगा।

इसी के साथ आप जहाँ भी अपोलो टायर्स का शोरूम व गोदाम खोलने जा रहे हैं, उस जगह के कागजात भी आपको उन्हें दिखाने होंगे। यदि आपने उस जगह को किसी से किराये पर या लीज पर लिया हुआ हैं तो आपको उसके कागजात भी उन्हें दिखाने होंगे। इस तरह से अपोलो टायर्स कंपनी के द्वारा आपसे जो जो डाक्यूमेंट्स मांगे जा रहे हैं, आप उन्हें वह सब सौंप दे।

अपोलो टायर्स की डीलरशिप लेने के लिए आवेदन कैसे करे? (Apollo Tyres franchise application process)

अपोलो टायर्स कंपनी ने अपनी डीलरशिप देने के लिए कोई सीधी प्रक्रिया नही बताई हुई हैं और ना ही इसके लिए कोई ऑनलाइन फॉर्म उपलब्ध करवाया हुआ हैं। ऐसे में यदि आप अपोलो टायर्स की डीलरशिप लेने के लिए आवेदन करना ही चाहते हैं तो आपको इनकी वेबसाइट पर जाकर संपर्क करना होगा। अब यदि हम अपोलो टायर्स की वेबसाइट की बात (Apollo Tyres dealership application process) करे तो उसका लिंक https://www.apollotyres.com/en-in/ हैं।

यहाँ पर आपको कांटेक्ट अस का विकल्प मिल जाएगा जहाँ पर इन्होने खुद से संपर्क करने के 2 से 3 माध्यम दिए हुए हैं। आप उन्हें पाने भी कर सकते हैं या फिर ईमेल भी कर सकते हैं। इस बात का ध्यान रखे कि जब भी आपकी उनसे बात होए तो आप उन्हें सब जानकारी दे दे और बताये कि आप आप अपने शहर में उनके लिए काम करने को इच्छुक हैं।

अब यदि आप अपोलो टायर्स की डीलरशिप लेने के लिए उनसे संपर्क करना चाहते हैं तो उनका फोन नंबर 18002127070 हैं और उनकी मेल आईडी apollodirect@aapollotyres.com हैं। दोनों ही तरीकों से संपर्क किये जाने पर आपको उचित समय पर जानकारी दे दी जाएगी और प्रक्रिया को आगे बढ़ा दिया जाएगा। इसके बाद अपोलो टायर्स की फ्रैंचाइज़ी टीम आपसे अपने आप ही संपर्क कर लेगी और आगे की प्रक्रिया के बारे में बता देगी। यदि बात बन जाती हैं तो आपको अपोलो टायर्स की डीलरशिप दे दी जाएगी।

अपोलो टायर्स की डीलरशिप लेने के क्या फायदे मिलते हैं? (Apollo Tyres franchise benefits in Hindi)

अपोलो टायर्स की डीलरशिप लेने पर या उनके साथ काम करने पर आपको कई तरह के फायदे देखने को मिलेंगे। उदाहरण के तौर पर यदि अपोलो टायर्स कंपनी आपको अपना डीलर चुन लेती हैं तो उसके बाद आपको हर तरह से सहायता की जाएगी। जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि इसके लिए आपको कई तरह की व्यवस्था करके रखनी होगी तो उसमे लाइसेंस लेना, पंजीकरण करवाना, कर्मचारी ढूँढना, उन्हें ट्रेन करना, डीलर्स के साथ सम्पर्क करना, अपने बिज़नेस की मार्केटिंग करना, इत्यादि हर चीज़ में आपकी अपोलो टायर्स कंपनी के द्वारा सहायता की जाएगी।

एक तरह से यदि आप डीलर चुन लिए जाते हैं तो उसके बाद आपको चिंता करने की कोई जरुरत नही हैं क्योंकि हर मोड़ पर कंपनी आपकी सहायता करने के लिए तैयार बैठी होगी। इसी के साथ कंपनी के द्वारा आपको एक सेल्स एग्जीक्यूटिव भी दिया जाएगा जो आपको समय समय पर मार्गदर्शन दिया करेगा ताकि आप अपना काम सुचारू रूप से कर सके। सौ बात की एक बात, आप अपोलो टायर्स की डीलरशिप लेकर बहुत ही फायदे का सौदा करने जा रहे हैं और आप आगे चलकर लाभ ही लाभ में रहेंगे।

अपोलो टायर्स की डीलरशिप में कितना मार्जिन मिलेगा? (Apollo Tyres dealership margin)

कोई भी व्यापारी सबसे पहले जो बात जानना चाहेगा वह यह कि यदि वह किसी कंपनी या ब्रांड के अंतर्गत काम करने जा रहा हैं तो उसमे उसका कितना मार्जिन होगा। तो यदि आप अपोलो टायर्स की डीलरशिप लेने जा रहे हैं तो आपको इसमें मिलने वाले मार्जिन के बारे में भी जानना चाहिए। तो आपने यह तो जान लिया कि अपोलो टायर्स कंपनी अपने डीलर्स का बहुत ध्यान रखती हैं और उनकी हर मोड़ पर सहायता करती हैं तो आप इसी से ही अनुमान लगा लीजिए कि वे अपने डीलर्स को कितना मार्जिन देती होगी।

ऐसे में यदि आप अपोलो टायर्स कंपनी के साथ काम करने जा रहे हैं तो आपको मिलने वाला मार्जिन भी अन्य टायर कंपनियों की तुलना में अधिक होगा। यहाँ पर आपको अलग अलग टायर पर अलग अलग मार्जिन तो मिलेगा लेकिन इसमें आपका न्यूनतम मार्जिन 8 प्रतिशत होगा और अधिकतम आप 20 प्रतिशत तक का मार्जिन ले सकते हैं। इस तरह से आप हर टायर पर बहुत लाभ कमाने वाले हैं। साथ ही अधिक बिक्री करने पर कंपनी की ओर से आपको समय समय पर प्रोत्साहन राशि उपहार में दी जाएगी।

अपोलो टायर्स की डीलरशिप कैसे ले – Related FAQs

प्रश्न: अपोलो टायर की रेट कितनी है?

उत्तर: अपोलो टायर का रेट एक हज़ार रूपये से शुरू हो जाता हैं जो 10 हज़ार रुपए तक भी जा सकता हैं।

प्रश्न: अपोलो टायर का मालिक कौन है?

उत्तार: आनंद गोपाल महिंद्रा जी अपोलो टायर्स कंपनी के मालिक हैं।

प्रश्न: अपोलो टायर्स क्या करते हैं?

उत्तर: अपोलो टायर्स कंपनी के द्वारा सभी तरह के वाहनों के लिए टायर का निर्माण किया जाता है।

प्रश्न: अपोलो टायर्स के उत्पाद बताइए?

उत्तर: अपोलो टायर्स के द्वारा कार, बाइक, स्कूटर, ट्रक, बस इत्यादि सभी वाहनों के लिए टायर बनाए जाते हैं।

तो आज के इस लेख में आपने जाना कि अपोलो टायर्स की डीलरशिप लेने के लिए आपको कितनी जमीन, पैसों, डाक्यूमेंट्स, लाइसेंस इत्यादि की आवश्यकता पड़ती हैं। इसी के साथ आपने यह भी जान लिया की अपोलो टायर्स की फ्रैंचाइज़ी लेने पर आपको किस किस तरह के फायदे और सहयोग देखने को मिलेगा। तो अब आप अपोलो टायर्स की डीलरशिप लेने को पूरी तरह से तैयार हो चुके हैं।

शेफाली बंसल
शेफाली बंसल
इनको लिखने में काफी रूचि है। इन्होने महिलाओं की सोशल मीडिया ऐप व वेबसाइट आधारित कंपनी शिरोस में कार्य किया। अभी वह स्वतंत्र रूप में लेखन कार्य कर रहीं हैं। इनके लेख कई दैनिक अख़बार और पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं।
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