Inverter battery me pani kaise dale: गर्मियों के मौसम में तो इन्वर्टर की बहुत ज्यादा जरुरत पड़ती है। गर्मियां शुरू होती नहीं है कि बिजली जाने का सिलसिला भी शुरू हो जाता है। गर्मियों में कुछ देर के लिए भी यदि बिजली का कट लग जाता है तो हमारा जीवन मुश्किल हो जाता है। ऐसे में आज के समय में लगभग हर घर में बिजली के बैकअप के लिए इन्वर्टर रखा हुआ होता है। आपके घर में भी इन्वर्टर होगा ही जो बिजली जाने पर अपना असर दिखाना शुरू करता (How to fill battery water in home inverter in Hindi) है।
जैसे हम सभी को ही समय समय पर केयर की जरुरत पड़ती है, ठीक उसी तरह से इस इन्वर्टर को भी जरुरत होती है। यह केयर मुख्य तौर पर इन्वर्टर को नही बल्कि उसकी बैटरी को पड़ती है। ऐसे में इन्वर्टर बैटरी का ध्यान रखा जाना बहुत ही ज्यादा जरुरी होता है। इसके लिए नियमित तौर पर इसके बारे में जांच पड़ताल करते रहना चाहिए। इन्वर्टर बैटरी को जिस चीज़ की सबसे ज्यादा जरुरत होती है, वह है (How to fill water in battery in Hindi) पानी।
ऐसे में आपको भी यह जान लेना चाहिए कि इन्वर्टर बैटरी में पानी डालने का क्या तरीका है। साथ ही इसमें कितने दिनों में पानी डालना चाहिए और कौन सा पानी डालना चाहिए, इसके बारे में भी संपूर्ण जानकारी होनी आवश्यक है। आप अपने इन्वर्टर की बैटरी में कोई भी पानी नहीं डाल सकते हैं क्योंकि इससे आपके इन्वर्टर को नुकसान हो सकता है। तो आइये जाने इन्वर्टर बैटरी में पानी डालने का तरीका और अन्य (How to fill distilled water in inverter battery in Hindi) जानकारी।
इन्वर्टर बैटरी में पानी कैसे डालें? (Inverter battery me pani kaise dale)
इन्वर्टर बैटरी में पानी डालना कोई बहुत मुश्किल काम नहीं है, बस इसके लिए जरुरत है सही जानकारी होने की। हालाँकि यदि आप सावधानी नहीं रखते हैं तो इससे ना केवल आपके इन्वर्टर को नुकसान हो सकता है बल्कि आपके जीवन पर भी संकट आ सकता है। वह इसलिए क्योंकि यह बिजली से जुड़ा काम है और आप इसे असावधानी के साथ या अधूरी जानकारी के साथ करते हैं तो यह बहुत जोखिमभरा हो सकता (Battery me paani kaise daalein) है।
इसलिए आपको यह जान लेना चाहिए कि इन्वर्टर बैटरी में पानी को कैसे डाला जाता है और इसका क्या कुछ तरीका होता है। तो इन्वर्टर बैटरी में पानी डालने से पहले आपको इसके बारे में कुछ अन्य जानकारी जाननी होगी, जैसे कि इन्वर्टर बैटरी में कब पानी डालना चाहिए, कितना पानी डालना चाहिए, कौन सा पानी डालना चाहिए इत्यादि। ऐसे में पहले इन सभी बातों के बारे में जान लेते हैं और उसके बाद बात करेंगे इन्वर्टर बैटरी में पानी डालने के तरीके के बारे (How to fill inverter battery water at home in Hindi) में।
इन्वर्टर बैटरी में कितने दिन में पानी डालना चाहिए? (Inverter battery me pani kitne din me dale)
सबसे पहले तो आप यह जान लें कि आपको अपने घर पर रखे इन्वर्टर की बैटरी में कितने दिनों में पानी को डालने की आवश्यकता होती है। अब यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपके यहाँ इन्वर्टर का कितना उपयोग हो रहा है और आपके इलाके में बिजली का कट कितने समय के लिए और कितने गैप में लगता है। यदि वह हर दिन दो घंटे के आसपास लग रहा है या उससे ज्यादा तो आपको 45 दिनों के अंदर अपने इन्वर्टर बैटरी को चेक करना (Inverter battery me pani kab dale) चाहिए।
वहीं यदि यह सामान्य कट लगता है, जैसे कि एक सप्ताह में 3 से 4 घंटे या उससे भी कम तो आपको 3 से 4 महीने के अंदर इन्वर्टर बैटरी में पानी डालने की जरुरत होगी। ऐसे में सामान्य तौर पर यह अवधि 45 दिन की होती है तो वहीं अधिकतम इसे 5 महीने लिया जा सकता है। आपको भी समय समय पर इन्वर्टर बैटरी को चेक करते रहना (Inverter battery me water kaise dale) चाहिए।
इन्वर्टर बैटरी में पानी लेवल कैसे चेक करें?
ऊपर आपने पढ़ा कि आपको कितने दिनों के अंतराल में इन्वर्टर बैटरी में पानी डालना चाहिए लेकिन अब यह पानी का लेवल कैसे चेक करें। इसके लिए अलग अलग इन्वर्टर के हिसाब से कई तरीके होते हैं। नए व आधुनिक इन्वर्टर में तो पानी का स्तर जांचने के लिए एक निशान दिया होता है या रंग के माध्यम से उसे दिखाया जाता है। यदि पानी का स्तर ठीक है तो रंग हरा रहता है और यदि वह कम है तो उसे लाल निशान से दिखाया जाता है।
अगर आपके इन्वर्टर में यह सिस्टम नहीं है तो आप लकड़ी का एक पतला डंडा ले सकते हैं या फिर मूजबानी उसे देख सकते हैं। इसके लिए पहले तो इन्वर्टर बैटरी को बंद कर दें और फिर वहां के ढक्कन को एक एक करके खोलें। अब उसमें अंदर झाँक कर अच्छे से देखें लेकिन ध्यान रहे कि आप उसे छुए नहीं। आप चाहें तो लकड़ी का डंडा उसमे डुबोकर भी देख सकते हैं और पानी का स्तर जांच सकते हैं।
इन्वर्टर बैटरी में कितना पानी डालना चाहिए? (Inverter battery me kitna pani dalna chahiye)
बहुत लोग इस शंका में भी रहते हैं कि इन्वर्टर बैटरी में कितना पानी डालना चाहिए और उसका सही स्तर क्या होता है। ऐसे में हम आपको बता दें कि जब आप पानी डालते हैं तो इसका स्तर एकदम ऊपर तक नहीं आना चाहिए। वह इसलिए क्योंकि आपको इसका ढक्कन बंद करना होता है और ऐसे में पानी बाहर गिर जाएगा।
इसलिए आप एकदम ऊपर तक पानी को भरने की बजाये, उसे थोड़ा सा खाली रखें। हालाँकि कुछ लोग इसे ऊपर तक भी भर देते हैं जो कि गलत भी नहीं है। किन्तु हम आपको यही कहेंगे कि आप इसको 95 प्रतिशत तक भर सकते हैं। इतने में यह ठीक रहता है और सही से काम करता है।
इन्वर्टर बैटरी में कौन सा पानी डालना चाहिए? (Inverter battery me konsa pani dale)
अब बात करते हैं इन्वर्टर बैटरी में कौन सा पानी डाला जाना चाहिए, इसके बारे में। यह इस लेख का बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है क्योंकि सारा का सारा माजरा ही यही होता है। लोग सोचते हैं कि वे किसी भी तरह का पानी इन्वर्टर बैटरी में डाल सकते हैं जो कि गलत है। आप सोच रहे हैं कि यह तो इन्वर्टर बैटरी ही है और उसमें आप सीधे तौर पर नल का पानी डाल सकते हैं तो ऐसा मत कीजियेगा। यदि आप इन्वर्टर बैटरी में नल का पानी सीधा डाल देंगे तो आपका इन्वर्टर ख़राब हो सकता है और बैटरी भी जल्दी ही जवाब दे जाएगी।
वह इसलिए क्योंकि नल के पानी में बहुत गन्दगी होती है जो इन्वर्टर को अंदर ही अंदर ख़राब कर देती है। इसके लिए केवल और केवल डिस्टिल्ड वाटर का ही उपयोग किया जाना चाहिए। अब आप सोच रहे होंगे कि यह डिस्टिल्ड वाटर क्या होता है। तो डिस्टिल्ड वाटर उस पानी को कहते हैं जो एकदम साफ होता है और उसमें किसी तरह की गंदगी नहीं होती है। इसके लिए आप फिल्टर किये हुए पानी या एक्वागार्ड के पानी का उपयोग कर सकते हैं।
यदि आपके घर में इसकी सुविधा नहीं है तो चिंता मत कीजिये। आप पीने के पानी को उबाल लें। जब यह उबल जाए तो उसकी भाप से पानी बनाकर उसे भी इन्वर्टर बैटरी के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। हालाँकि यह पेचीदा प्रोसेस है। इससे बचने के लिए आप बाजार से पानी की बोतल भी खरीद सकते हैं और उसे सीधा इन्वर्टर बैटरी में डाल सकते हैं।
इन्वर्टर बैटरी में पानी डालने के लिए जरुरी चीजें
इन्वर्टर बैटरी में पानी को डालने के लिए यदि आप अपने साथ कुछ अन्य जरुरी समान भी रख लेंगे तो और भी ज्यादा बढ़िया होगा। यह आपको सावधानीपूर्वक इन्वर्टर बैटरी में पाने डालने के ऊपर सहयोग करेगा। तो इसके लिए आपको मुख्य तौर पर इन चीज़ों की जरुरत पड़ सकती है।
- पाने डालने के लिए प्लास्टिक, मिट्टी या लकड़ी का बर्तन
- इन्वर्टर का ढक्कन खोलने के लिए एक साफ कपड़ा
- सुरक्षा की दृष्टि से सुरक्षा दस्ताने
- डिस्टिल्ड वाटर या बोतलबंद पानी
- लकड़ी का डंडा
तो यह सब चीजें इन्वर्टर बैटरी में पानी डालने के लिए जरुरी होती है। इसलिए आप इन सभी का इंतेज़ाम पहले ही कर लेंगे तो बहुत सही रहेगा। आइये अब इन्वर्टर बैटरी में पानी डालने का क्या तरीका होता है, इसके बारे में जान लेते हैं।
इन्वर्टर बैटरी में पानी डालने का तरीका (Inverter battery mein pani kaise dalte hain)
अभी तक आपने इन्वर्टर बैटरी में पानी डालने के ऊपर बहुत कुछ जान लिया है, तो अब बारी आती है उसमें पानी को डाले जाने की। इसके लिए एक निर्धारित प्रक्रिया का पालन करते हुए ही पानी डालना होता है। ऐसे में हम आपको चरण दर चरण इन्वर्टर बैटरी में पानी डालने की पूरी प्रक्रिया समझायेंगे। यदि आपने किसी भी चीज़ को अनदेखा किया तो यह आपके लिए बहुत बड़ा संकट उत्पन्न कर सकता है। ऐसे में आइये जाने इसके लिए आपको क्या कुछ करना होगा।
- इसके लिए सबसे पहले तो आपको इन्वर्टर के स्विच को बंद कर देना चाहिए ताकि करंट ना लगे। केवल स्विच को ही बंद ना करें बल्कि इन्वर्टर का प्लग भी स्विच बोर्ड से बाहर निकाल दें।
- इसके बाद आपको सुरक्षा दस्ताने पहन लेने चाहिए। यह कपड़े के बने हो सकते हैं या सुरक्षित धातु के लेकिन इसमें चमड़ा नहीं होना चाहिए।
- यदि दस्ताने नहीं है तो आप किसी कपड़े का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि आप सीधे ही अपने हाथों से इन्वर्टर बैटरी को ना छुएं।
- अब आपको इन्वर्टर बैटरी के सभी ढक्कन को एक एक करके खोलना है और उन्हें चेक करना है। इस बात का ध्यान रखें कि उन्हें एक साथ ना खोलें बल्कि एक एक करके अलग अलग खोलें।
- आपको डिस्टिल्ड वाटर लेना है और उसे स्टील या किसी ऐसी धातु में नहीं डालना है जहाँ करंट लगने की संभावना होती है। इसके लिए आप प्लास्टिक का मग, प्लास्टिक बोतल, लड़की या मिट्टी का बर्तन इत्यादि का उपयोग कर सकते हैं।
- अब आपको इन्वर्टर बैटरी का एक ढक्कन खोलना है और लकड़ी के डंडे से उसमें पानी के स्तर को जांचना है। यह आप उसे ध्यान से देखकर भी पता लगा सकते हैं।
- यदि उसमें पानी कम है तो आपको बर्तन की सहायता से धीरे धीरे और बिना इन्वर्टर बैटरी को छुए हुए ऊपर से ही उसमें पानी को डालना है।
- इसी तरह आपको इन्वर्टर बैटरी के हरेक ढक्कन को खोलकर उसमें पानी के स्तर को चेक करना है और फिर उसमें पानी को भर देना है।
- जब पानी भरने का काम पूरा हो जाए तो आपको साफ कपड़े से उसे पूँछ देना है लेकिन बहुत ही सावधानी के साथ।
- इसके बाद आपको इन्वर्टर बैटरी के प्लग को फिर से स्विच बोर्ड में लगाकर उसके बटन को शुरू कर देना है।
तो इस तरह से आप अपने इन्वर्टर बैटरी में पानी को भर सकते हैं और उसे सुरक्षित व लंबे समय तक चलने वाली बैटरी बना सकते हैं। इस बात का ध्यान रखें कि आप एक समय के बाद खुद से इन्वर्टर बैटरी में पानी के स्तर को चेक करते रहें ताकि बाद में चलकर किसी तरह की परेशानी ना होने पाए।
इन्वर्टर बैटरी में पानी डालते समय सावधानी
इस समय आपको कुछ बातों का ध्यान रखने की जरुरत है। इन्हें हम इन्वर्टर बैटरी में पानी डालते समय की सावधानियां भी कह सकते हैं। आइये इनके बारे में जान लेते हैं।
- इसके लिए हमेशा ही डिस्टिल्ड वाटर का ही उपयोग करें क्योंकि अन्य किसी भी तरह का पानी इन्वर्टर बैटरी को ख़राब कर सकता है।
- स्टील या लोहे के बर्तन का उपयोग करके इन्वर्टर बैटरी में पानी ना डालें क्योंकि इससे आपको करंट लग सकता है।
- इन्वर्टर बैटरी में पानी डालते समय हमेशा बैटरी को बंद कर उसका प्लग भी निकाल लें ताकि करंट लगने की कोई संभावना ना रहने पाए।
- पानी डालते समय यह ध्यान रखें कि इन्वर्टर बैटरी का प्लग भी गीला ना हो जाए अन्यथा उसे वापस लगाते समय करंट लग सकता है।
- इन्वर्टर बैटरी में तेजाब भी बना हुआ होता है, ऐसे में पानी डालते समय ध्यान रखें कि आप उस तेजाब के संपर्क में ना आने पाएं अन्यथा यह आपको नुकसान पहुंचा सकता है।
यदि आप फिर भी इन्वर्टर बैटरी में पानी डालने को लेकर असुरक्षा की भावना से घिरे हुए हैं तो आपको किसी भी मामले में ख़तरा लेने से बचना चाहिए। आप अपने घर पर किसी बिजली वाले को बुला सकते हैं और उसे ऐसा करने को कह सकते हैं।
इन्वर्टर बैटरी में पानी कैसे डालें – Related FAQs
प्रश्न: इन्वर्टर में पानी कैसे डालें?
उत्तर: इन्वर्टर में पानी डालने की संपूर्ण प्रक्रिया को हमने इस लेख में बहुत ही विस्तार से बताया है। साथ ही उस दौरान किन किन सुरक्षा मापदंडों का पालन करना चाहिए, उसके बारे में भी बताया गया है।
प्रश्न: बैटरी में पानी का लेवल कितना होना चाहिए?
उत्तर: बैटरी में पानी का लेवल पूरा ऊपर तक नहीं होना चाहिए यह 95 प्रतिशत तक भरी हुई होनी चाहिए ताकि जब आप ढक्कन को बंद करें तो वह पानी बाहर ना गिरे।
प्रश्न: बैटरी के अंदर कौन सा पानी डालें?
उत्तर: बैटरी के अंदर आपको फिल्टर किया हुआ पानी ही डालना चाहिए। आम तौर पर इसे डिस्टिल्ड वाटर (Distilled Water) भी कह दिया जाता है जो बैटरी को सुरक्षित रखता है।
प्रश्न: मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरी इन्वर्टर बैटरी को पानी की जरूरत है?
उत्तर: इसके लिए आपको हर दो महीने के अंतराल में इन्वर्टर की बैटरी को चेक करते रहना चाहिए। ताकि आपको पता चल जाए कि उसे पानी की जरुरत है या नहीं।
तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने जाना कि इन्वर्टर बैटरी में पानी कैसे डाला जाता है। साथ ही हमने आपको इन्वर्टर बैटरी में पानी डालने से संबंधित अन्य जानकारी भी दी है जैसे कि इन्वर्टर बैटरी में कितने दिन में, कितना पानी, कौन सा पानी और किस तरीके से डालना चाहिए इत्यादि। आशा है कि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई होगी। यदि ऐसा है तो नीचे कॉमेंट करके हमें अवश्य बताइएगा।