हमारे देश का रेल नेटवर्क सबसे बड़ा और बेहतर माना जाता है। ऐसा शायद ही कोई व्यक्ति हो, जिसने अपने जीवन में कभी रेल यानी ट्रेन की यात्रा न की हो। ट्रेन में चढ़ते ही मुसाफिरों का अक्सर टीटीई से सामना हो जाता है, जो कि उनकी टिकट चेक करता है। कोई उसे टीटी कहकर पुकारता है तो कोई टीसी। अधिकतर लोगों को टीटीई और टीसी में अंतर भी नहीं पता होता।
यदि आप भी ऐसे ही लोगों में है तो चिंता न करें। आज इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि टीटीई की फुल फॉर्म क्या होती है? टीटीई और टीसी में क्या अंतर होता है? उम्मीद है कि यह पोस्ट आपकी जानकारी में बढ़ोतरी करेगी। आइए, शुरू करते हैं-
भारतीय रेलवे नेटवर्क कितना बड़ा है? (How much large is Indian railways network?)
दोस्तों, सबसे पहले यह जान लेते हैं कि भारत का रेलवे नेटवर्क कितना बड़ा है। आपको बता दें कि भारत में कुल 68,103 किलोमीटर का रेलवे नेटवर्क है। यह दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश रेलवे नेटवर्क के मामले में अभी भारत से पीछे हैं। दोस्तों, यदि दुनिया के सबसे बड़े रेलवे नेटवर्क की बात करें तो वह अमेरिका का है। उसकी कुल लंबाई 2,50,000 किलोमीटर है। इसमें से 35,000 किलोमीटर हिस्सा यात्रियों के लिए है, बाकी करीब 80 प्रतिशत हिस्सा फ्रेट लाइनों का है।
टीटीई की फुलफॉर्म क्या होती है? (What is the full form of TTE?)
दोस्तों, आपको बता दें कि TTE की फुलफॉर्म ट्रेवलिंग टिकट एग्जामिनर (traveling ticket examiner) होती है। एक टीटीई का मुख्य कार्य ट्रेनों में टिकट चेक करना होता है। एक टीटीई की ड्यूटी में ट्रेन का सफर करने वाले यात्रियों की पहचान करना, उनके टिकट (ticket), आईडी (ID) एवं सीट (seat) से जुड़ी सारी जानकारी चेक करना शामिल होता है।
टीसी की फुल फॉर्म क्या होती है? (What is the full form of TC?)
दोस्तों, अभी हमने आपको टीटीई की फुल फॉर्म और उसके काम के बारे में जानकारी दी। अब जान लेते हैं की टीसी की फुल फॉर्म क्या होती है? आपको बता दें कि टीसी की फुल फॉर्म टिकट कलेक्टर (ticket collector) होती है। रेलवे में टीटीई की तरह ही टीसी का पद भी बहुत महत्वपूर्ण होता है। रेलवे द्वारा निकाली गई भर्तियों में टीटीई (TTE) और टीसी (TC) बनने के लिए युवाओं द्वारा बड़े पैमाने पर आवेदन (apply) किया जाता है।
टीटीई और टीसी में क्या अंतर है? (What is the difference between TTE and TC?)
दोस्तों, यह तो आप भी जानते हैं कि आम तौर पर लोग टीटीई और टीसी के बीच अंतर (difference between TTE and TC) नहीं जानते। वे दोनों ही टर्म्स को एक ही समझते हैं। जबकि आपको बता दें दोस्तों कि टीटीई और टीसी, इन दोनों का काम अलग-अलग होता है। यदि काम के आधार पर अंतर की बात करें तो टीटीई ट्रेनों में टिकट चेक करता है, जबकि टीसी रेलवे स्टेशनों पर टिकट चेक करता है।
जैसे कि आपने देखा होगा कि इनके द्वारा अक्सर प्लेटफार्म पर यह स्टेशन के गेट आदि पर टिकट चेक किया जाता है। इसके अलावा एक अंतर उनकी पोशाक में भी होता है। ट्रेन के अंदर टिकटों की जांच करने वाला टीटीई अधिकतर काला कोट पहने नजर आता है। इस कोट पर एक बैज लगा होता है, जिस पर साफ-साफ टीटीई लिखा वहीं, रेलवे स्टेशन परिसर (railway station campus) में प्लेटफॉर्म अथवा स्टेशन के गेट (platform/station gate) पर तैनात टीसी आम तौर पर सफेद कमीज व काली पैंट पहने नजर आते हैं।
टीटीई कैसे बना जा सकता है? (How one can become a TTE?)
दोस्तों, आइए अब आपको यह बता दें कि TTE कैसे बना जा सकता है? मित्रों, टीटीई बनने के लिए आवेदक का भारतीय नागरिक (Indian citizen) होना आवश्यक है। आवेदन के समय उसकी आयु न्यूनतम 18 एवं अधिकतम 30 वर्ष होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त संबंधित आवेदक ने 12वीं की परीक्षा किस मान्यता प्राप्त बोर्ड अथवा संस्थान (recognised board or institution) से न्यूनतम 50 फीसदी अंकों के साथ उत्तीर्ण की हो।
वहीं, आरक्षित वर्ग (reserve category) के आवेदकों के लिए अधिकतम उम्र सीमा (maximum age limit) में नियमानुसार छूट का भी प्रावधान किया गया है। TTE बनने के लिए एक लिखित परीक्षा (written test) से गुजरना पड़ता है। इस परीक्षा में सामान्य ज्ञान (general knowledge), रीजनिंग (regioning) एवं गणित (mathematics) आदि के कुल 150 सवाल पूछे जाते हैं।
ये बहु विकल्पीय प्रश्न (multiple choice questions) यानी एमसीक्यू (MCQ) होते हैं। दोस्तों, लिखित परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों को रेलवे की ओर से कराया जाने वाला फिजिकल फिटनेस टेस्ट (physical fitness test) पास करना होता है। इसके साथ ही दस्तावेजों का सत्यापन (documents verification) किया जाता है। इस टेस्ट में पास अभ्यर्थियों को रेलवे द्वारा ट्रेनिंग दी जाती है तथा इसे पूरा कर लेने पर संबंधित स्थान पर नियुक्त कर दिया जाता है।
एक टीटीई को कितनी तनख्वाह मिलती है? (How much salary a TTE get?)
दोस्तों, आपको बता दें कि रेलवे (railways) में एक टीटीई का शुरुआती वेतन टीटीई 9,400 से लेकर 35,000 रुपए तक होता है। इसके अतिरिक्त उसे 1900 रुपये ग्रेड पे (grade pay), डीए (DA), एचआरए (HRA) तथा अन्य भत्तों यानी अलाउंस (allowance) का लाभ भी मिलता है। दोस्तों, अच्छी बात यह है कि टीटीई के परिवार के सदस्य रेलवे की मुफ्त यात्रा (free travelling) की सुविधा भी प्राप्त करते हैं।
टीटीई के लिए भर्ती प्रक्रिया किसके द्वारा अंजाम दी जाती है? (By whom the recruitment process is done for TTE?)
दोस्तों, आपको बता दें कि टीटीई के लिए भर्ती आरआरबी (RRB) यानी रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड (Railway recruitment board) द्वारा की जाती है। इसके द्वारा सबसे पहले आवश्यकता के आधार पर संबंधित भर्ती का विज्ञापन (advertisement) निकाला जाता है तथा ऑनलाइन आवेदन (online application) आमंत्रित किए जाते हैं।
आवेदनों की स्क्रूटनी (scrutiny) के पश्चात आवेदकों को लिखित परीक्षा के लिए बुलावा भेजा जाता है। दोस्तों, आपको बताते हैं कि भारतीय रेलवे (Indian railways) में कुल 19 जोन (zones) हैं और प्रत्येक जोन के लिए आरआरबी द्वारा अलग-अलग भर्ती (recruitment) को अंजाम दिया जाता है।
ट्रेन में टीटीई कहां बैठता है? (Where does a TTE sit in the train?)
दोस्तों, क्या आप जानते हैं कि टीटीई ट्रेन में कहां बैठता है? नहीं पता तो दोस्तों चिंता न करें, हम आपको बता देते हैं। जान लीजिए कि विभिन्न कैटेगरी (category) की ट्रेनों में टीटीई की बर्थ और सीट संख्या (berth and seat number) स्थायी तौर पर तय रहती है। आपको बता दें कि राजधानी (Rajdhani), शताब्दी एक्सप्रेस (Shatabdi express) के साथ ही अन्य एक्सप्रेस एवं मेल ट्रेनों में भी टीटीई के लिए एक बर्थ रिजर्व रहती है।
स्लीपर कोच (sleeper coach) में जहां 7 नंबर की सीट ट्रेनों के टीटीई के नाम तय रहती है, वहीं इंटरसिटी ट्रेन (intercity train) में हर वैकल्पिक कोच (Alternate Coach) की पहली सीट टीटीई के लिए तय होती है। आप डी1, डी3 एवं डी5 में जाकर टीटीई से मुलाकात कर सकते हैं। दोस्तों, यदि आप चेयर कार (chair car) में सफर कर रहे हैं, तो आप वैकल्पिक (optional) डिब्बों में सीट 7 (जी1, जी, 3, जी5 एवं जी7) पर जाकर टीटीई से रूबरू हो सकते हैं।
मित्रों, यदि आप चेयर कार की इकोनॉमी कोच (economy coach) में सफर कर रहे हैं तो यहां आप कोच बी1 और बीई1 की सीट नंबर 7 पर जाकर टीटीई से मुलाकात कर सकते हैं। दोस्तों, अब यदि सुपरफास्ट ट्रेनों (superfast trains) की बात कर लेते हैं। इन ट्रेनों में टीटीई ए1 कोच की बर्थ नंबर 5 में मिल सकेंगे। आपको बता दें कि सभी सुपरफास्ट श्रेणी (superfast category) की ट्रेनों में टीटीई ए1 कोच में ही मिलते हैं।
How much large is Indian railways network FaQ
टीटीई की फुल फॉर्म क्या होती है टीटीई की फुल फॉर्म ट्रेवलिंग टिकट एग्जामिनर होती है।
टीसी की फुल फॉर्म क्या होती है टीसी की फुल फॉर्म टिकट कलेक्टर होती है।
टीटीई एवं टीसी में मूल अंतर क्या होता है?
एक टीटीई पर ट्रेन के अंदर टिकट चेक करने एवं इससे संबंधित ट्रांजेक्शन की जिम्मेदारी होती है, जबकि टीसी रेलवे स्टेशन परिसर पर प्लेटफॉर्म या उसके गेट पर टिकट चेक करता है।
टीटीई बनने के लिए आयु संबंधी क्या योग्यता निर्धारित की गई है?
टीटीई बनने के लिए आवेदक की न्यूनतम आयु 18 वर्ष तथा अधिकतम उम्र 30 वर्ष निर्धारित की गई है।
क्या रिजर्व कैटेगरी के उम्मीदवारों को उम्र में छूट भी मिलती है?
जी हां, रिजर्व कैटेगरी के उम्मीदवारों को उम्र में छूट का भी प्रावधान किया गया है।
रेलवे में टीटीई की भर्ती किसके द्वारा की जाती है?
रेलवे में टीटीई की भर्ती रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड यानी आरआरबी द्वारा की जाती है।
क्या ट्रेनों में टीटीई की सीट तय होती है?
जी हां। विभिन्न ट्रेनों में टीटीई की सीट तय होती है।
किस ट्रेन में टीटीई किस सीट पर मिलते हैं?
इस संबंध में पूरी जानकारी हमने आपको ऊपर पोस्ट में विस्तार से दी है। आप वहां से देख सकते हैं।
दोस्तों, इस पोस्ट (post) में हमने आपको जानकारी दी कि टीटीई की फुल फॉर्म क्या है? टीटीई और टीसी में क्या अंतर होता है? उम्मीद करते हैं कि इस पोस्ट से आपकी जानकारी में इजाफा हुआ होगा। दोस्तों, इसी प्रकार की और भी जानकारी से परिपूर्ण एवं रोचक पोस्ट पाने के लिए आप हमें नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स (comment box) में कमेंट (comment) करके बता सकते हैं। ।।धन्यवाद।।