मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना | पात्रता, आवश्यक दस्तावेज व पंजीकरण प्रक्रिया

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना क्या है? | योजना के लिए पात्रता, आवश्यक दस्तावेज | mukhyamantri seekho kamao yojana kya hai? | Eligibility for this scheme, required documents | मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के तहत चयनित युवाओं को कितना स्टाइपेंड मिलेगा? ||

हमारे देश में बेरोजगारों की संख्या कम नहीं है। इससे भी बड़ी दिक्कत यह है कि औपचारिक शिक्षा प्राप्त युवाओं को भी आवश्यक स्किल ना होने की वजह से रोजगार प्राप्त नहीं हो पाता। ऐसे ही युवाओं को रोजगार देने के लिए मध्य प्रदेश सरकार एक नई योजना लेकर हाजिर हुई है, जिसे मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना का नाम दिया गया है.

आज इस पोस्ट में हम आपको इसी योजना के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे, जैसे मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना क्या है ? इस योजना का क्या उद्देश्य है? इसका हिस्सा बनने के लिए क्या पात्रता निर्धारित की गई है? इसके अंतर्गत प्रशिक्षणार्थियों को कितना स्टाइपेंड मिलेगा? योजना के अंतर्गत आवेदन की प्रक्रिया क्या है? आदि। आइए, शुरू करते हैं-

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मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना क्या है? (what is mukhymantri seekho- kamao Yojana?)

दोस्तों, आपको बता दें कि मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना मध्य प्रदेश की भाजपा नीत शिवराज सिंह चौहान सरकार द्वारा लाई गई है। इस योजना के अंतर्गत औपचारिक शिक्षा प्राप्त युवाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें कुशल यानी स्किल्ड (skilled) बनाया जाएगा व रोजगार के लिए तैयार किया जाएगा।

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना पात्रता, आवश्यक दस्तावेज व पंजीकरण प्रक्रिया

इसके लिए उन्हें ट्रेनिंग के पश्चात मध्य प्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड (Madhya Pradesh State skill development and employment generation board) यानी एमपीएसएसडीईजीबी (MPSSDEGB) द्वारा State Council for Vocational Training (SCVT) का प्रमाण पत्र (certificate) भी प्रदान किया जाएगा। युवाओं पर कोई वित्तीय बोझ न पड़े, इसके लिए ट्रेनिंग के दौरान युवाओं को स्टाइपेंड भी प्रदान किया जाएगा। प्रशिक्षण की अवधि के दौरान इन युवाओं को छात्र प्रशिक्षणार्थी (student trainee) पुकारा जाएगा।

इस योजना के अंतर्गत छात्रों को कितने सेक्टर के कोर्सेज में प्रशिक्षण मिलेगा? (How many students will get training in how much courses of different sectors under this scheme?)

मित्रों, मध्य प्रदेश सरकार द्वारा युवाओं को इस योजना के अंतर्गत उनकी शिक्षा एवं अभिरुचि के अनुसार लगभग 46 क्षेत्रों (sectors) एवं 700 से भी अधिक पाठ्यक्रमों (courses) में प्रशिक्षण प्राप्त करने का अवसर दिया जाएगा। इसमें एविएशन (aviation), ब्यूटी एंड वेलनेस (beauty and parlour), ऑटोमोबाइल (automobile), ऑटोमोटिव (automotive), एग्रो (agro) आदि विभिन्न क्षेत्रों के विभिन्न कोर्स शामिल हैं। रजिस्ट्रेशन (registration) के वक्त छात्र को पोर्टल (portal) पर संबंधित सेक्टर एवं कोर्स (sector and course) का चुनाव करना होगा।

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण के लिए क्या पात्रता निर्धारित की गई है? (What is the eligibility for training under mukhymantri seekho-kamao Yojana?)

दोस्तों, ऐसा नहीं है कि कोई भी और कैसी भी योग्यता प्राप्त युवा इस मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना का हिस्सा बन सकता है। इसके लिए मध्य प्रदेश सरकार द्वारा कुछ पात्रता निर्धारित की गई है, जो कि इस प्रकार से है-

  • आवेदक मध्य प्रदेश का स्थानीय निवासी (local resident) हो।
  • आवेदक की आयु 18 वर्ष से लेकर 29 वर्ष के बीच हो | (उम्र की गणना एक जुलाई, 2024 के आधार पर होगी।)
  • आवेदक द्वारा समग्र पोर्टल (samagra portal) पर आधार ई-केवाईसी (e-kyc) किया गया हो।
  • आवेदक 12वीं/आईटीआई/डिप्लोमा होल्डर हो।
  • ग्रेजुएट (graduate) अथवा उच्च शिक्षा (higher education) प्राप्त युवा भी योजना के तहत आवेदन के पात्र होंगे।
  • आवेदक का बैंक खाता (bank account) उसके आधार कार्ड से लिंक (aadhar link) हो एवं डीबीटी active हो।

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के तहत आवेदन के लिए किन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी?(What documents will be required to apply for mukhyamantri Seekho kamao Yojana?)

मित्रों, आइए अब एक नजर उन दस्तावेजों पर डाल लेते हैं, जो कि आपको मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन करने को आवश्यक होंगे-

  • आवेदक की समग्र आईडी (Samagra ID)।
  • आवेदक का आधार कार्ड (aadhar card)।
  • आवेदक का सत्यापित व एक्टिव मोबाइल नंबर तथा ईमेल आईडी (mobile number and e-mail id)।
  • आवेदक की बैंक पासबुक Bank passbook।
  • आवेदक का जन्म तिथि प्रमाण-जैसे हाईस्कूल की मार्कशीट (highschool marksheet)।
  • आवेदक की शैक्षणिक योग्यता का प्रमाण (educational qualification certificate)।

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के तहत चयनित युवाओं को कितना स्टाइपेंड मिलेगा? (How much stipend selected youth will get Under mukhymantri seekho-kamao yojana?)

साथियों, मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण करने वाले युवाओं पर कोई आर्थिक बोझ ना पड़े, इसके लिए मध्य प्रदेश सरकार (Madhya Pradesh government) द्वारा प्रशिक्षण के अवधि में प्रशिक्षणार्थियों को स्टाइपेंड दिया जाएगा। दोस्तों, आपको बता दें कि इस स्टाइपेंड का निर्धारण कोर्स के लिए निर्धारित शैक्षणिक योग्यता के आधार पर किया जाएगा, जो कि इस प्रकार से होगा-

शैक्षणिक योग्यता स्टाइपेंड
12वीं उत्तीर्ण ₹ 8,000
आईटीआई उत्तीर्ण₹ 8,500
डिप्लोमा उत्तीर्ण₹ 9,000
स्नातक/उच्च शिक्षा उत्तीर्ण ₹ 10,000

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के लिए युवा कब से आवेदन कर सकेंगे? (From when youth can apply for mukhymantri seekho-kamao Yojana?)

मित्रों, आपको जानकारी दे दें कि 04 जुलाई, 2024 से इस योजना के लिए युवाओं का आवेदन आरंभ हो चुका है। 7 जून से प्रशिक्षण के इच्छुक प्रतिष्ठान अपना रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं। यह सारी प्रक्रिया 31 जुलाई तक पूर्ण हो जाएगी। 25 जुलाई, 2024 से सभी प्रतिष्ठान अप यहां रिक्तियों का ब्योरा योजना के पोर्टल पर प्रकाशित करेगे। इसके बाद 31 जुलाई तक राज्य सरकार, प्रतिष्ठानों व युवाओं के बीच समझौता हस्ताक्षर की कार्रवाई को पूरा किया जाएगा।

एक अगस्त से युवा आवेदन कर सकेंगे तथा एक सितंबर, 2024 से राज्य सरकार द्वारा युवाओं को स्टाइपेंड की मासिक राशि भेजी जानी शुरू हो जाएगी। दोस्तों, यह आपको यह भी बता दे कि इस स्टाइपेंड (stipend) की 75% राशि राज्य सरकार (State government) की तरफ से प्रदान की जाएगी, जबकि इसका 25% भार उन्हें प्रशिक्षण देने वाले औद्योगिक एवं व्यावसायिक संस्थान वहन करेंगे। यदि ये संस्थान चाहे तो 25% से अधिक राशि भी प्रशिक्षणार्थियों को प्रदान कर सकते हैं।

योजना के अंतर्गत युवाओं का प्रशिक्षण कब से प्रारंभ होगा? (When will the training of youth begin under this scheme?)

मित्रों, आपको जानकारी दे दें कि प्रशिक्षण के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वाले युवाओं को मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के विभिन्न संस्थानों (organisations) में ट्रेनिंग दी जाएगी। यह ट्रेनिंग (training) 01 अगस्त, 2024 से प्रारंभ होगी। प्रशिक्षण की यह अवधि (term) कोर्स के अनुसार कुल एक वर्ष की रहेगी। कुछ कोर्स छह व नौ माह के भी होंगे। मध्य प्रदेश राज्य सरकार अधिक से अधिक युवाओं को प्रशिक्षण के लिए आकर्षित करने को इस योजना का व्यापक पैमाने पर प्रचार-प्रसार कर रही है।

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के लिए कैसे आवेदन करें? (How to apply for mukhymantri seekho-kamao Yojana?)

दोस्तों, अब आपको सबसे महत्वपूर्ण जानकारी देंगे और आपको बताएंगे कि आप इस योजना के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे कर सकते हैं। इसकी प्रक्रिया (process) इस प्रकार से है-

समग्र आईडी की ई-केवाईसी कैसे कराएं? (How to do e-KYC of samgra ID?)

दोस्तों, जैसा कि हमने बताया कि मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना में रजिस्ट्रेशन के लिए अभ्यर्थी की समग्र आईडी और उसका ई-केवाईसी जरूरी है। यानी कि समग्र पोर्टल पर आधार डाटा का ओटीपी या बायोमेट्रिक (OTP or biometric) के माध्यम से मिलान (matching) जरुरी है। ऐसे में समग्र आईडी की ई-केवाईसी कैसे कराएं, यह जानना बेहद आवश्यक है। इसकी प्रक्रिया इस प्रकार से है-

मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना पात्रता आवश्यक दस्तावेज व पंजीकरण प्रक्रिया
  • इस पर क्लिक करके आपको ई-केवाईसी से पहले अपने मोबाइल नंबर को एक ओटीपी (OTP) के माध्यम से वेरिफाई (verify) करना होगा। क्योंकि ई-केवाईसी के लिए समग्र आईडी में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर एवं ई-मेल (registered mobile number and email id) का एक्टिव (active) होना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना  पात्रता, आवश्यक दस्तावेज व पंजीकरण प्रक्रिया
  • अब आपको सामने दिख रहे बॉक्स में जिस सदस्य की समग्र आईडी की ई-केवाईसी होनी है उसका नाम डालकर कर कैप्चा कोड (captcha code) दर्ज करना होगा।
  • ओटीपी के मोबाइल पर आने के बाद आपको इसे दर्ज करना होगा।
  • यूजर वेरिफिकेशन (user verification) के बाद अब आप आपके मोबाइल नंबर पर भेजी गई यूजर आईडी (user ID) व पासवर्ड (password) से लॉगिन (login) कर अपनी प्रोफाइल (profile) पूरी करें।
  • योजना के अंतर्गत अपनी पात्रता (eligibility) जांचने के लिए शैक्षणिक योग्यता educational (qualification) की जानकारी दर्ज करें।
  • इसके लिए आपको संबंधित मार्कशीट (marksheet) की सॉफ्ट कॉपी अपलोड (soft copy upload) करनी होगी। याद रहे कि इसका साइज (size) 500KB से अधिक न हो। साथ ही यह पीडीएफ फॉर्मेट (PDF format) में हो।
  • ई-केवाईसी के पश्चात स्टेटस अपडेट (status update) होने में सामान्य रूप से 24 घंटे लगेंगे।

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना का क्या उद्देश्य है? (What is the objective behind mukhyamantri seekho-kamao Yojana?)

दोस्तों, इस मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना को लाए जाने के पीछे सरकार का उद्देश्य बहुत अच्छा है। यह योजना मध्य प्रदेश के युवाओं को उनके पैरों पर खड़ा करने यानी आत्मनिर्भर बनाने के लिए लांच (launch) की गई है। मित्रों यह तो आप जानते ही हैं कि प्रदेश में बहुत से युवा ऐसे हैं, जो औपचारिक शिक्षा (formal education) के बाद भी औद्योगिक एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में रोजगार प्राप्त करने के लिए पर्याप्त कुशल (skilled) नहीं होते।

ऐसे में राज्य सरकार की कोशिश है कि ऐसे युवाओं के लिए पंजीकृत औद्योगिक एवं व्यावसायिक संस्थानों (industrial and vocational institutes) में ऑन द जॉब ट्रेनिंग (On-the-Job-Training) की व्यवस्था की जाए, ताकि वे अपने स्किल (skill) के सहारे आराम से रोजगार (employment) प्राप्त कर सकें।

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के तहत कैसे आवेदन किया जा सकता है? (How one can apply for mukhymantri-seekho kamao yojana?)

दोस्तों, अब हम आपको बताएंगे कि आप मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन कैसे कर सकते हैं। इसकी मध्य प्रदेश सरकार (Madhya Pradesh government) द्वारा एक प्रक्रिया (process) निर्धारित की गई है, जो कि इस प्रकार से है-

  • सबसे पहले योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://mmsky.mp.gov.in/ पर जाएं।
  • अब candidate registration के option पर क्लिक करें।
  • इसके पश्चात आवश्यक निर्देश एवं पात्रता (instructions and eligibility) से सबंधित दस्तावेजों (documents) को ध्यान से पढ़ें।
  • यदि आप पात्र अभ्यर्थी (eligible candidate) हैं तो अपनी समग्र आईडी (Samagra ID) दर्ज करे। (पात्रता की जांच का तरीका हम आपको पहले ही बता चुके हैं।)
  • इसके पश्चात समग्र आईडी में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेजे गए OTP से मोबाइल नंबर वेरिफिकेशन करें।
  • इसके पश्चात आपकी सारी जानकारी स्क्रीन पर आ जाएगी।
  • यहां आपके द्वारा application submit करते ही SMS के जरिए आपके मोबाइल नंबर पर username व password प्राप्त होगा, जिससे आप स्वतः Login कर सकेंगे।
  • इसके पश्चात अपनी शैक्षणिक योग्यता (educational qualification) दर्ज करें तथा एवं संबंधित दस्तावेज अपलोड करें।
  • अब आपके सामने आपकी शैक्षणिक योग्यता के अनुसार कोर्स प्रदर्शित होंगे, जिनमें से आपको अपने पसंदीदा कोर्स का चुनाव करना होगा।
  • इसके साथ ही जहां आप ट्रेनिंग करना चाहते हैं, उस स्थान का चुनाव कर सकते हैं।
  • अब submit के option पर क्लिक कर दें।
  • आपको संबंधित कोर्स की ट्रेनिंग से संबंधित कांट्रेक्ट लेटर (contract Letter) आपकी ईमेल आईडी पर भेजा जाएगा।

मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना में कौन-कौन से सेक्टर व सर्विस शामिल हैं?(which sectors and courses are included in mukhyamantri Seekho kamao Yojana?)

दोस्तों, मध्य प्रदेश के युवाओं को मुख्यमंत्री शिवकुमार योजना के अंतर्गत अपने लिए कोर्स चुनने में आसानी रहे, इसके लिए हम आपको उन सेक्टरों की सूची मुहैया करा रहे हैं, जिनमें वे कोर्स कर सकते हैं। ये इस प्रकार से हैं-

  • होटल मैनेजमेंट
  • ट्रैवल/टूरिज्म
  • रिपेयरिंग
  • इंजीनियरिंग
  • इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स
  • मैकेनिकल
  • सिविल
  • मैनेजमेंट
  • सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट
  • मैकेनिक (रेडियो एंड टीवी)
  • मार्केटिंग
  • मशीन शेड
  • अस्‍पताल
  • रेलवे
  • बैंकिंग
  • बीमा
  • एकाउंटेंसी
  • वित्तीय सेवाएं
  • ग्लास फॉर्मर एंड प्रोसेसर
  • गैस कटर मैकेनिक
  • घड़ी मैकेनिक
  • मैकेनिक (टेलीविजन)
  • फरनेंस ऑपरेटर (स्टील इंडस्ट्री)
  • फ्रूट एंड वेजिटेबल प्रोसेसिंग
  • फ्लोरिस्ट एंड लैंडस्केपर
  • मेडिकल लैबोरेटरी टेक्नीशियन
  • फिजियोथैरेपिस्ट
  • मोनो कास्टर ऑपरेटर
  • मोनो कीबोर्ड ऑपरेटर
  • ओल्ड ऐज केयर टेकर
  • एनिमल ग्रेजर
  • ऑपरेटर कम मैकेनिक (पावर प्लांट)
  • इलेक्ट्रीशियन (एअरक्राफ्ट) ऑपरेटर (पीएलसी सिस्टम)
  • डेंटल लैबोरेट्री टेक्नीशियन
  • फोटोग्राफर
  • पीएलसी ऑपरेटर
  • कम्प्यूटर एडेड पैटर्न मेकर
  • सैनेट्री हार्डवेयर फिटर
  • स्क्रीन प्रिंटिंग
  • स्पोर्ट्स गुड्स मेकर (वुड)
  • केबल टेलेविजन ऑपरेटर
  • स्पोर्ट्स गुड मेकर (लेदर)
  • स्टील मेल्टिंग हैंड
  • स्टॉकमैन (डेयरी)
  • वुड हैंडीक्राफ्ट
  • ब्यूटीशियन
  • फैशन डिजाइनर आदि।

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना से प्रति वर्ष कितने युवाओं को लाभ होगा? (How many youth will get advantage of this Mukhyamantri Yojana every year?)

दोस्तों, मध्य प्रदेश सरकार का लक्ष्य मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के तहत प्रतिवर्ष एक लाख युवाओं को लाभ पहुंचाना है। इस लक्ष्य में आवश्यकतानुसार वृद्धि भी की जा सकती है। फिलहाल राज्य सरकार का ध्यान इस योजना का लाभ मध्य प्रदेश के अधिक से अधिक औपचारिक शिक्षा प्राप्त युवाओं तक पहुंचना है।

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के तहत एक औद्योगिक एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठान कितने युवाओं को प्रशिक्षण दे सकेगा? (Under mukhymantri seekho kamao yojana how many trainees can be trained by an industrial and vocational institute?)

मित्रों, आपको जानकारी दे दें कि कोई भी औद्योगिक एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठान अपने कुल कार्यबल (workforce) के 15% की संख्या तक छात्र-प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण दे सकते हैं। याद रखें कि इस वर्क फोर्स में नियमित व संविदा (regular and contract) दोनों तरह के कर्मचारी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त यह आवश्यक नहीं कि संबंधित संस्थान मध्य प्रदेश का ही हो। वह भारत में किसी भी जगह स्थित हो सकता है।

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना से औद्योगिक एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को क्या लाभ होगा? (What advantages will industrial and vocational institute get through mukhyamantri Seekho kamao Yojana?)

दोस्तों, मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना का लाभ केवल छात्र प्रशिक्षणार्थियों को ही नहीं होगा, बल्कि प्रतिष्ठानों को भी इससे लाभ होगा, जो कि इस प्रकार से है-

  • * छात्र प्रशिक्षणार्थी ट्रेनिंग के दौरान उत्पादन में हिस्सेदारी करेंगे।
  • * उनके रूप में प्रतिष्ठान को भविष्य के कुशल कारीगर (skill labour) प्राप्त होंगे।
  • * छात्र प्रशिक्षणार्थियों (student trainees) के रूप में संस्थानों को सस्ता कार्यबल (workforce) मिलेगा। क्योंकि स्टाइपेंड का 75% राज्य द्वारा छात्र के खाते में DBT के माध्यम से भेजा जाएगा।
  • * संबंधित प्रतिष्ठान की छात्र प्रशिक्षणार्थियों पर प्रतिमाह ₹ 90,000/- तक की बचत होगी।
  • * छात्र प्रशिक्षणार्थियों को EPF, Bonus आदि नहीं देना पड़ेगा। उन पर औद्योगिक विवाद अधिनियम (Industrial Dispute Act) लागू नहीं होगा।
  • छात्र प्रशिक्षणार्थी राजनीति से दूर रहेंगे, क्योंकि वे श्रमिक संघ की गतिविधियों (Labour Union Activities) में भाग नहीं ले सकेंगे।

इस योजना के अंतर्गत किस प्रकार के प्रतिष्ठान छात्र प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण दे सकेंगे? (Which type of institutes will able to give training under this scheme?)

मित्रों, आइए अब यह भी जान लेते हैं कि मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के अंतर्गत किस प्रकार के प्रतिष्ठान छात्र प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण दे सकेंगे। आपको बता दें दोस्तों कि देश/प्रदेश के ऐसे औद्योगिक एवं निजी व्यावसायिक प्रतिष्ठान, जिनके पास PAN एवं GST पंजीयन है और जहां कार्यबल की न्यूनतम संख्या 4 है, छात्र प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण दे सकेंगे। इनमें प्रोपराइटरशिप (propritership), एचयूएफ (HUF), कंपनी (company), पार्टनरशिप (partnership), ट्रस्ट (trust), समिति (comittee) आदि सभी शामिल किए गए हैं।

क्या औद्योगिक प्रतिष्ठानों को भी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के लिए किसी दस्तावेज की आवश्यकता होगी? (Will industrial institutes need any document to get registered on portal?)

जी हां दोस्तों। विभिन्न औद्योगिक प्रतिष्ठानों को अपनी पात्रता साबित करने वाले दस्तावेज (documents) अपने रजिस्ट्रेशन (registration) के समय अपलोड (upload) करने आवश्यक होंगे, जो कि इस प्रकार से हैं-

  • संबंधित औद्योगिक एवं व्यवसायिक प्रशिक्षण प्रतिष्ठान का GSTIN।
  • संबंधित प्रतिष्ठान का कार्यबल यदि कार्यबल 20 या 20 से अधिक हो तो उसका EPFO रजिस्ट्रेशन।

औद्योगिक प्रतिष्ठानों द्वारा इस योजना का हिस्सा बनने के लिए कैसे रजिस्ट्रेशन करना होगा? (How industrial institutes can get registered to be a part of this yojana?)

साथियों, अब आप यह जरूर सोच रहे होंगे कि जो औद्योगिक प्रतिष्ठान इस योजना का हिस्सा बनना चाहते हैं, वह स्वयं का रजिस्ट्रेशन कैसे करा सकते हैं? तो अब हम आपको इसकी कदमवार प्रक्रिया (step-by-step process) बताएंगे जो कि इस प्रकार से है-

  • सबसे पहले प्रतिष्ठान स्वामी को MMSKY पोर्टल https://mmsky.mp.gov.in/ पर organisation registration के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
  • इसके पश्चात अधिकृत व्यक्ति को व्यक्तिगत जानकारी जैसे -नाम, पता, मोबाइल नंबर आदि दर्ज करनी होगी ।
  • अब स्व घोषणा (self declaration) के पश्चात GSTIN दर्ज करना होगा।
  • इसके बाद संस्था से जुड़ी अन्य मांगी गई जानकारी दर्ज करें ।
  • अब एप्लीकेशन सबमिट कर दें।
  • इसके पश्चात आपकी यूजर आईडी एवं पासवर्ड (user ID and password) आपके द्वारा दर्ज किए गए रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर प्राप्त होगा ।
  • इस यूजर आईडी एवं पासवर्ड की मदद से संस्था लॉग-इन कर सकेगी।
  • लॉग-इन के बाद संस्था की बेसिक जानकारी दर्ज करें ।
  • इसके पश्चात ईपीएफ नंबर (EPF Number) यदि हो, तो दर्ज करें।
  • कुल कर्मचारियों की संख्या का ब्योरा दें।
  • इसके बाद Subcontractor (यदि लागू हो तो) की जानकारी दर्ज करें।
  • मांगे गए दस्तावेज अपलोड (documents upload) करें और सबमिट (submit) के ऑप्शन (option) पर क्लिक कर दें।

क्या प्रशिक्षण के पश्चात औद्योगिक प्रतिष्ठानों को छात्र प्रशिक्षणार्थियों को अपने यहां जॉब देना अनिवार्य होगा? (Will it be necessary for industrial institutes to give job to student trainees after training?)

मित्रों, जैसा कि हम आपको पहले भी बता चुके हैं कि इस योजना का उद्देश्य युवाओं को स्किल्ड बनाना है, ताकि उन्हें रोजगार मिल सके। लेकिन जिन प्रतिष्ठानों में उन्हें प्रशिक्षण दिलवाया जाएगा, यह आवश्यक नहीं कि उन्हें उसे संस्थान में सेवायोजन मिले। औद्योगिक प्रतिष्ठान इसके लिए बाध्य नहीं होंगे। यद्यपि यदि वे अपनी मर्जी से उन्हें सेवायोजित करना चाहेंगे तो वे इसके लिए स्वतंत्र होंगे।

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के बारे में अधिक जानकारी कहां से प्राप्त की जा सकती है? (Where one can get more information about mukhymantri seekho-kamao Yojana?)

यदि आप युवा हैं, मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं, औपचारिक शिक्षा (formal education) प्राप्त है और इस योजना के तहत प्रशिक्षण (training) हासिल करना चाहते हैं तो यह आपके लिए एक अच्छा अवसर है। यदि चाहें तो मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के संबंध में और अधिक जानकारी आप योजना के आधिकारिक पोर्टल (official portal) https://mmsky.mp.gov.in/ पर जाकर प्राप्त कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना की सरकार द्वारा लाई गई है?

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना मध्य प्रदेश की भाजपा नीत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सरकार द्वारा लाई गई है।

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना क्या है?

इस योजना के अंतर्गत मध्य प्रदेश सरकार प्रदेश के औपचारिक शिक्षा प्राप्त युवाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें स्किल बनाएगी ताकि वह रोजगार के लिए तैयार हो सकें।

इस योजना के लिए कितनी उम्र तक के अभ्यर्थी आवेदन के पात्र हैं?

इस योजना के लिए 18 वर्ष से लेकर 29 वर्ष तक के अभ्यर्थी आवेदन के पात्र हैं।

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के तहत लाभार्थियों को क्या कहकर पुकारा जाएगा?

इस योजना के तहत लाभार्थियों को छात्र प्रशिक्षणार्थी कहकर पुकारा जाएगा।

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के तहत आवेदन के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता क्या रखी गई है?

इस योजना के अंतर्गत 12वीं, आईटीआई, डिप्लोमा होल्डर एवं ग्रेजुएशन/पीजी उत्तीर्ण छात्र विभिन्न कोर्सेज के लिए आवेदन कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के लिए कौन से दस्तावेज चाहिए?

इन दस्तावेजों की सूची हमने आपको ऊपर दी है। आप वहां से देख सकते हैं।

क्या योजना के तहत अप्लाई करने के लिए आवेदक को समग्र आईडी की आवश्यकता होगी?

जी हां, इसके लिए आवेदक को समग्र आईडी की आवश्यकता होगी।

क्या योजना के तहत आवेदन करने के लिए आवेदक की समग्र आईडी का ई-केवाईसी आवश्यक किया गया है?

जी हां, आवेदन करने के लिए आवेदक को समग्र आईडी का ई-केवाईसी आवश्यक रूप से करना होगा।

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के लिए आवेदन कैसे किया जा सकता है?

हमने आपको योजना के लिए आवेदन करने की स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस ऊपर पोस्ट में बताई है। आप वहां से देख सकते हैं।

मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना के अंतर्गत कितना स्टाइपेंड निर्धारित किया गया है?

इस योजना के अंतर्गत 12वीं उत्तीर्ण को ₹ 8,000, आईटीआई पास को ₹ 8,500, डिप्लोमा उत्तीर्ण को ₹ 9,000, जबकि स्नातक/उच्च शिक्षा उत्तीर्ण को ₹ 10,000 स्टाइपेंड मिलेगा।

क्या अन्य प्रदेश के अभ्यर्थी भी मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना का लाभ उठा सकेंगे?

जी नहीं, यह योजना केवल मध्य प्रदेश के युवाओं के लिए ही लॉन्च की गई है।

जिन औद्योगिक प्रतिष्ठानों में युवाओं की ट्रेनिंग होगी क्या उनका मध्य प्रदेश में होना जरूरी है?

जी नहीं, यह संस्थान भारत भर में कहीं भी हो सकते हैं।

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के लिए रजिस्ट्रेशन/आवेदन को आधिकारिक पोर्टल क्या है?

इसके लिए आधिकारिक पोर्टल https://mmsky.mp.gov.in/है।

मुख्यमंत्री सीखो-कमाऊ योजना के अंतर्गत युवाओं की ट्रेनिंग कब से शुरू होगी?

इस योजना के अंतर्गत युवाओं की ट्रेनिंग 1 अगस्त, 2024 से शुरू होगी।

योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण अवधि कितनी होगी?

यह अवधि सामान्य तौर पर 1 वर्ष होगी। कुछ कोर्स के लिए यह अवधि 6 और 9 माह की भी निर्धारित की गई है।

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के तहत स्टाइपेंड की राशि कब से मिलेगी?

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के तहत स्टाइपेंड की राशि 1 सितंबर, 2024 से मिलने शुरू हो जाएगी।

मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना के अंतर्गत प्रशिक्षणार्थी किन प्रतिष्ठानों में प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे?

PAN व GSTIN प्राप्त जिन औद्योगिक एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में कार्यबल की न्यूनतम संख्या 4 है, वे छात्र प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण दे सकेंगे।

क्या योजना के तहत दिए जाने वाले स्टाइपेंड की सारी राशि मध्य प्रदेश सरकार द्वारा वहन की जाएगी?

जी नहीं, इसकी 75% राशि मध्य प्रदेश सरकार द्वारा एवं 25% संबंधित औद्योगिक प्रतिष्ठान द्वारा वहन की जाएगी।

क्या प्रशिक्षण के पश्चात औद्योगिक प्रतिष्ठानों को छात्र प्रशिक्षणार्थियों को अपने यहां जॉब देना अनिवार्य होगा?

जी नहीं, उनके लिए ऐसा करना अनिवार्य नहीं होगा।

दोस्तों, हमने आपको इस पोस्ट (post) में मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के बारे में जानकारी दी। यदि आप युवा हैं और मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं तो इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। अन्य युवाओं की बेहतरी के लिए इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर करें। आपका कोई भी सवाल अथवा सुझाव आप हमें नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स (comment box) में कमेंट (comment) करके भेज सकते हैं। ।।धन्यवाद।।

प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
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