|| आसमान नीला क्यों होता है? | Why sky is blue in Hindi | Aasman neela kyon dikhai deta hai | ury ka rang kaun sa hai | Aasman neela kyon hai | आकाश का रंग नीला क्यों होता है? | Why sky red in evening in Hindi ||
Why sky is blue in Hindi :- जब भी हम दिन में आकाश को देखते हैं तो पाते हैं कि उसका रंग हमेशा ही नीला बना हुआ रहता है जबकि रात में काला। अब रात में तो सूरज छिप जाता है तो उसका काला रंग होना स्वाभाविक है। वह इसलिए क्योंकि उस समय कोई रोशनी नहीं होती है और जब कोई रोशनी नहीं होती है तो वहां पर अँधेरा ही छा जाता है। इस स्थिति में काला रंग ही अँधेरे का प्रतीक माना जाता है। किन्तु क्या आपने कभी सोचा है कि आसमान का रंग दिन में नीला ही क्यों होता (Why sky is blue in colour in Hindi) है।
हम जब भी आकाश में देखते हैं तो उसका रंग सामान्य तौर पर नीला ही रहता है। हालाँकि सूर्योदय व सूर्यास्त के समय में यह लाल या पीले रंग का अवश्य हो जाता है किन्तु केवल उसी दिशा में जहाँ पर सूर्य डूब रहा होता है या उग रहा होता है। बाकि आसमान का रंग उस समय में भी नीला ही बना रहता है लेकिन ऐसा किस परिस्थिति के कारण संभव हो पाता (Why sky is seen blue in Hindi) है।
आज के इस लेख में हम आपके सामने इसी रहस्य से ही पर्दा उठाने जा रहे हैं जिसे जानकर आपको हैरानी भी होगी और ज्ञान भी मिलेगा। आज के इस लेख को पढ़ कर आप यह जान पाने में सक्षम होंगे कि आख़िरकार ऐसा क्यों होता है कि आसमान का रंग नीला ही रहता है और यह हरा, बैंगनी, संतरी, गुलाबी क्यों नहीं होता है। तो आइये जाने कि आसमान नीला क्यों होता (Why sky is blue in day and black at night in Hindi) है।
आसमान नीला क्यों होता है? (Why sky is blue in Hindi)
आप अपने बचपन से ही आसमान को देखते आये होंगे और जब भी आपने नज़र उठा कर आसमान की ओर देखा होगा तो आपको इसका रंग हमेशा ही नीला ही दिखाई दिया होगा। हालाँकि आपने कभी इस विषय में सोचा नहीं होगा कि यह नीला क्यों है क्योंकि आपने यह मान ही लिया होगा कि आसमान नीले रंग का ही होता होगा। अब जिस तरह से आपको चाँद सफ़ेद रंग का और सूर्य पीले रंग का दिखाई देता है ठीक उसी तरह आपने आसमान को भी नीले रंग का सोच लिया (Aasman neela kyon dikhai deta hai) होगा।
किन्तु हर किसी के पीछे एक रहस्य होता है। जो आसमान नीले रंग का होता है, वही सूर्य के छिपते ही एकदम से काले रंग में क्यों बदल जाता है। अब जिसका रंग ही नीला है, वह काले रंग का क्यों हो जायेगा। साथ ही जब सूर्योदय व सूर्यास्त हो रहा होता है तब वह उस दिशा में नारंगी या पीले रंग का क्यों हो जाता है, यह भी तो गौर की जाने वाली बात है। तो इस बात के पीछे और कुछ नहीं बल्कि सूर्य की किरणों का ही खेल है जो हमारे वातावरण से प्रभावित होती (Aasman ka rang neela kyon dikhai deta hai) है।
इस बात को या रहस्य को बेहतर तरीके से समझने के लिए हम यहाँ आपको सरल व आसान शब्दों में अपनी बात को समझाने जा रहे हैं। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि यदि आपको यह जानना है कि आख़िरकार क्यों आसमान का रंग हमेशा ही नीले रंग का होता है तो उसके लिए आपको हमारे द्वारा लिखा गया यह लेख बहुत ही ध्यान से और अंत तक पढ़ना होगा। तभी जाकर आपको इस रहस्य का पता लग (Aasman neela kyon hai) पायेगा।
सूर्य होता है सफेद रंग का (Surya ka rang kaisa hota hai)
अब आपको यह जान कर बहुत ही आश्चर्य होगा कि सूर्य का असली रंग सफेद है। आपने कभी भी सूर्य को सफेद रंग में नहीं देखा होगा और ना ही कभी सोचा होगा। आपने हमेशा ही उसे लाल, पीले, नारंगी, संतरी, गुलाबी प्रकार के रंगों में देखा होगा। इसमें मुख्यतया हमें उसका रंग लाल या पीला ही दिखाई देता है जबकि सफेद रंग में सूर्य कभी नहीं दिखता (Sury ka rang kaun sa hai) है।
अब यदि आप यह जान कर हैरान हो गए हैं तो कोई बात नहीं लेकिन यही सच्चाई है। सूर्य का वास्तविक रंग सफेद ही है लेकिन उसकी तरंगों के हमारे वातावरण में प्रवेश करने पर बनने वाली स्थिति के कारण वह हमें लाल या पीले रंग का प्रतीत होता है। इसलिए अब यदि आगे से कोई आपसे पूछे की सूर्य का असली रंग क्या है तो आप उसे सफेद रंग का ही (Surya ka rang kya hai) बताएँगे।
सूर्य की किरणों का रंग (Surya ki kirno ka rang kaisa hota hai)
अब आपको तो यह अच्छे से पता ही होगा कि सूर्य जब उगता है तो उसकी किरणे सूर्य से निकल कर हमारे वातावरण में प्रवेश करती है। अब सूर्य से जो किरण निकल रही होती है वह भी सफेद रंग की ही होती है। अब सूर्य ही सफेद रंग का है तो उससे निकलने वाली किरणे भी तो सफेद रंग की ही होगी। तो आपने यह जान लिया है कि सूर्य सफेद रंग का है और उसके द्वारा जो किरण निकल रही है वह भी सफेद रंग की ही होती है।
हालाँकि इन्हीं सफेद रंग की किरणों में ही तरह तरह के रंग छुपे हुए होते हैं जो अपने साथ कई तरह के रंग लेकर चल रहे होते हैं। इन रंगों को सात रंगों में शामिल किया जा सकता है जिसे हम इंद्र धनुष के रूप में भी देखते हैं। यह अक्सर बारिश के बाद दिखाई देता है क्योंकि उस समय सूर्य की किरणे वातावरण के प्रभाव के कारण छन जाती है। तो मूल रूप से सूर्य की किरणों का रंग सफेद होता है जिसमे सात अन्य रंग समाये हुए होते हैं।
सूर्य की किरणों का हमारे वायुमंडल में प्रवेश
अब सूर्य की किरणे लंबी यात्रा करते हुए पृथ्वी के वातावरण में प्रवेश लेकर वायुमंडल से टकराती है। अब यह तो सभी जानते हैं कि इस पृथ्वी पर कई तरह की वायु उपलब्ध है जिसमे से एक प्राणदायक वायु ऑक्सीजन भी है। इसी ऑक्सीजन की सहायता से ही मनुष्य व अन्य प्रजातियाँ जीवित हैं अन्यथा सभी की मृत्यु हो चुकी होती। तो ऑक्सीजन के साथ ही हमारे वायुमंडल में कई अन्य तरह की वायु भी उपलब्ध हैं।
तो जैसे ही सूर्य की किरणे हमारे वातावरण में प्रवेश करती है तो उसका टकराव हमारे वायुमंडल में स्थित तरह तरह की वायु की परतों से होता है। इनसे टकराव के कारण सूर्य की किरणों का कई अन्य रंगों में बिखराव हो जाता है और वे आपस में फैल जाती है। अब सूर्य तो बहुत ज्यादा बड़ा है और उसके द्वारा पृथ्वी का जो हिस्सा सूर्य की रोशनी के सामने है, वहां पर अपनी किरणे भेजी जाती है। तो वायुमंडल के संपर्क में आने पर उनमे बिखराव उत्पन्न होता है।
नीला रंग फैलता है सबसे ज्यादा
अब हमने आपको ऊपर बताया कि सूर्य की किरणों के द्वारा जब हमारे वायुमंडल में टकराव उत्पन्न होता है तो वह किरणे कई रंगों में टूट कर इधर उधार बिखर जाती है। अब इसमें सात तरह के रंग होते हैं लेकिन नीला रंग सबसे शक्तिशाली होता है। वह सबसे दूरी तक यात्रा करता है और हमारे वायुमंडल की सबसे निचली सतह तक पहुँच जाता है।
कहने का अर्थ यह हुआ कि बाकि रंग या तो समाप्त हो जाते हैं या वायुमंडल में अवशोषित कर लिए जाते हैं या फिर ऊपरी सतह पर ही रह जाते हैं जबकि नीला रंग सबसे लंबी दूरी तय करते हुए नीचे तक पहुँच पाता है। अब नीला रंग ही सबसे नीचे पहुँचता है तो उसी कारण हमें आकाश का रंग नीला दिखाई पड़ता है। इस तरह से आपने यह जाना कि क्यों आकाश का रंग नीला दिखाई पड़ता है और इसमें सूर्य की किरणों का क्या महत्व है।
आसमान लाल या पीला क्यों दिखाई देता है? (Why sky red during sunset in Hindi)
अब आपने कभी ध्यान दिया हो तो जब सूर्योदय हो रहा होता है तो जहाँ से सूरज उग रहा होता है वहां का रंग लाल या पीला हो जाता है और जब सूर्यास्त हो रहा होता है तो जहाँ से सूरज डूब रहा होता है वहां का रंग भी लाल या पीला दिखाई दे रहा होता है। तो ऐसा होने का भी एक अलग कारण है। दरअसल जब सूर्योदय या सूर्यास्त हो रहा होता है तो उस समय सूर्य पृथ्वी की निचली या ऊपरी सतह पर अपनी रोशनी भेज रहा होता (Why sky red in evening in Hindi) है।
ऐसी स्थिति में सूर्य का प्रकाश धरती की सतह से टकरा कर फिर उस पर आता है और फिर वापस वायुमंडल में प्रवेश करता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि उस समय सूर्य का प्रकाश धुंधला सा हो जाता है और उस स्थिति में लाल रंग तय पीला रंग अपनी शक्ति बिखेरता है व नीले रंग को विलुप्त कर देता (Why sky turns yellow in Hindi) है। यही कारण है कि पूर्व दिशा में सूर्योदय के समय और पश्चिम दिशा में सूर्यास्त के समय आकाश का रंग लाल या नीला दिखाई देता (Aasman lal kyo hota hai) है।
रात में आकाश काला क्यों दिखाई देता है? (Aasman kala kyon dikhai deta hai)
अब हम इस प्रश्न का भी उत्तर दे देते हैं ताकि आपकी आसमान के हर तरह के रंग को लेकर शंकाएं दूर हो जाए। अब दिन में तो आपको आसमान का रंग नीला दिखाई देता है लेकिन जैसे ही सूरज छिप जाता है तो आकाश का रंग एकदम से काला हो जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आकाश में हर जगह अँधेरा है और यह अन्तरिक्ष का एक सत्य है। हमें जो कुछ भी दिखाई देता है वह केवल और केवल सूर्य की रोशनी के कारण दिखाई देता (Aakash kala kyon dikhai deta hai) है।
अब दिन में पृथ्वी का जो हिस्सा सूर्य के सामने होता है, उस भूभाग पर हमें आकाश नीला दिखाई देता है और हम अपनी आँखों से देख पाते हैं लेकिन रात के समय में हमारा वह भूभाग पीछे की ओर चला जाता है और सूर्य से छिप जाता है। इस कारण पृथ्वी के उस हिस्से पर सूर्य का प्रकाश नहीं पहुँचता है जिस कारण वहां अंधकार छा जाता है। अब अंधकार का अर्थ ही काला रंग होता है और यही जीवन का सत्य है।
आसमान नीला क्यों होता है – Related FAQs
प्रश्न: आसमान का असली रंग क्या है?
उतर: आसमान का असली रंग काला है।
प्रश्न: आसमान का रंग नीला दिखने का कारण क्या है?
उतर: आसमान का रंग नीला दिखने के पीछे क्या कारण है इसके बारे में संपूर्ण जानकारी को हमने आपको इस लेख में बताया है जिसे आपको पढ़ना चाहिए।
प्रश्न: आकाश का रंग नीला क्यों होता है कक्षा 10?
उतर: आकाश का रंग नीला होता है क्योंकि सूर्य की किरणों के बाकि रंग हमारी पृथ्वी तक कम पहुंचते हैं या पहुंच ही नहीं पाते हैं।
प्रश्न: सूर्य का असली रंग क्या है?
उतर: सूर्य का असली रंग सफेद है।
तो इस तरह से आपने इस लेख के माध्यम से जाना कि आसमान नीला क्यों है यह कभी कभी पीला या लाल क्यों दिखाई देता है और रात में आकाश काला क्यों दिखाई देता है। साथ ही आपने जाना कि सूर्य कौन से रंग का है और सूर्य की किरणे कौन से रंग की है। आशा है कि जो जानकारी लेने आप इस लेख पर आए थे वह आपको मिल गई होगी।