एसीपी ऑफिसर कैसे बने? | योग्यता, कोर्स, फुल फॉर्म व सैलरी | ACP officer kaise bane

|| एसीपी ऑफिसर कैसे बने? | ACP officer kaise bane | ACP banne ke liye kya kare | ACP banne ke bare mein jankari | ACP kon hota hai | ACP officer physical ability details in Hindi | ACP officer work list in Hindi | ACP officer ki salary kitni hoti hai ||

ACP officer kaise bane :- भारत में हर राज्य की पुलिस अलग अलग होती है और उनमे कई तरह के पद होते हैं। अब किसी भी राज्य की पुलिस हो लेकिन उसमे पद एक ही जैसे होते हैं जो केंद्र सरकार के द्वारा निर्धारित किये जाते (ACP banne ke liye kya kare) हैं। अब जो निम्न स्तर के पुलिस वाले होते हैं उन्हें राज्य सरकार के द्वारा चयनित किया जाता है जिसमे SI तक के अधिकारी आते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि किसी भी राज्य में SI या उससे नीचे आने वाले पुलिस वालों को वहां की राज्य सरकार के द्वारा ही भर्ती किया जाता है।

अब उस राज्य में या किसी भी राज्य में जो भी पुलिस ऑफिसर ASP रैंक तक पहुँच जाता है या उससे ऊपर होता है तो वह केंद्र सरकार के द्वारा नियुक्त किया जाता (ACP banne ke bare mein jankari) है। इन्हें पुलिस में आईपीएस अधिकारी कहा जाता है जो केंद्र सरकार के अधीन रह कर राज्य सरकार का काम कर रहे होते हैं। तो एसीपी ऑफिसर भी इन्हीं आईपीएस ऑफिस की श्रेणी में आता है जो उसमे एक बहुत बड़ा पद माना जाता है।

ऐसे में यदि आपको एसीपी ऑफिसर बनना है तो उसके लिए बनाए गए सभी मापदंडों का पालन करते हुए ही आगे बढ़ना (ACP kaise bante hai in Hindi) होगा। यह हम आपको पहले ही बता दें कि एसीपी ऑफिसर बनना कोई आसान काम नहीं होता है और इसके लिए सभी नियमों का पालन करते हुए ही आगे बढ़ना होता है। ऐसे में आइए जाने एसीपी ऑफिसर बनने के लिया क्या कुछ प्रक्रिया होती है और आपको उसके लिए क्या करना होगा।

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एसीपी ऑफिसर कौन होता है? (ACP officer kaun hota hai)

भारत के हर राज्य में पुलिस के पद को सूचीबद्ध किया हुआ होता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि हर राज्य में पुलिस को उसके पद के अनुसार परिभाषित किया जाता है। यह पद सभी राज्यों में समान रूप से लागू होते (ACP kon hota hai) हैं। तो इसमें कुछ पद ऐसे होते हैं जो वहां होते ही होते हैं जबकि कुछ जगहों पर वहां के नियमों के अनुसार अन्य पद बनाए जाते हैं। तो उसी में ही यह एसीपी ऑफिसर आते हैं। यह जरुरी नहीं कि हर जिले या शहर में एसीपी ऑफिसर का पद हो ही लेकिन मेट्रो शहरों में यह होते ही है।

एसीपी ऑफिसर कैसे बने योग्यता कोर्स फुल फॉर्म व सैलरी ACP officer kaise bane

अब मेट्रो शहरों में ज्यादा काम होता है और उनको निपटाने के लिए पुलिस को ज्यादा परिश्रम करना होता है। ऐसे में उनके ऊपर अधिकारियों की संख्या भी ज्यादा चाहिए होती है जो सभी गतिविधियों को मैनेज करने का काम कर सके। साथ ही उन शहरों में राजनीतिक यात्राएँ, गतिविधियाँ, धार्मिक समागम इत्यादि होते हैं तो उन्हें संभालने के लिए भी एसीपी ऑफिसर को नियुक्त किया जाता है।

एसीपी ऑफिसर की फुल फॉर्म क्या है? (ACP full form in Hindi)

अब यदि आप एसीपी ऑफिसर बनने जा रहे हैं तो अवश्य ही आपको इसकी फुल फॉर्म भी जाननी होगी। तो यहाँ हम आपको एसीपी ऑफिसर की फुल फॉर्म भी बता देते (ACP ki full form kya hai) हैं। दरअसल एसीपी ऑफिसर अंग्रेजी भाषा का शब्द होता है जिसकी फुल फॉर्म असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ़ पुलिस (Assistant Commissioner of Police) होती है। चूँकि यह नाम बहुत बड़ा होता है, इसलिए इसे शोर्ट फॉर्म में एसीपी ऑफिसर कह दिया जाता है।

अब यदि हम एसीपी ऑफिसर के हिंदी नाम की बात करें तो उसे सहायक पुलिस आयुक्त के नाम से जाना जाता है। यह पुलिस आयुक्त के अंतर्गत काम करता है जिसे हम उस जिले का CP भी कह देते हैं। हालाँकि सीधे तौर पर यह CP को रिपोर्ट ना करके DCP को रिपोर्ट करता है।

एसीपी ऑफिसर बनने के लिए योग्यता (ACP officer eligibility in Hindi)

अब यदि आप अपने राज्य में या अन्य किसी राज्य में एसीपी ऑफिसर बनने को इच्छुक हैं तो उसके लिए आपको केंद्र सरकार के द्वारा बनाई गई योग्यता को पूरा करना होगा। उसे पूरा करने के बाद ही आप एसीपी ऑफिसर बन पाएंगे। तो यह योग्यता भिन्न भिन्न क्षेत्रों के लिए भिन्न होती है। कहने का अर्थ यह हुआ कि उसमें लंबाई को लेकर अलग योग्यता होती है तो आयु को लेकर और अन्य चीज़ों को लेकर अलग। तो आइए जाने एसीपी ऑफिसर बनने के लिए आपको क्या कुछ करना होगा।

एसीपी ऑफिसर बनने के लिए आयु सीमा (ACP officer age limit)

अब यदि आप भारत देश में किसी भी राज्य में एसीपी ऑफिसर बनना चाहते हैं तो उसके लिए आपका न्यूनतम 21 वर्ष का होना आवश्यक है। आप 21 वर्ष की आयु से पहले एसीपी ऑफिसर नहीं बन सकते हैं। वहीं इसके लिए अधिकतम आयु सीमा अलग अलग वर्ग के छात्रों के लिए अलग अलग होती (ACP officer banne ke liye kitni age honi chahiye) है। यदि आप सामान्य वर्ग से आते हैं तो आपके लिए एसीपी ऑफिसर बनने की अधिकतम आयु सीमा 32 वर्ष होगी तो वहीं ओबीसी के लिए 35 वर्ष और एससी व एसटी समुदाय के लिए 37 वर्ष है।

एसीपी ऑफिसर बनने के लिए शैक्षणिक योग्यता (ACP officer qualifications in Hindi)

एसीपी ऑफिसर बनने के लिए आपको किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से अपनी बारहवीं कक्षा को न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ पास करना होगा। इसके बाद आपको किसी भी क्षेत्र में ग्रेजुएशन की डिग्री लेनी होगी। इसको लेकर ही आप एसीपी ऑफिसर बनने की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। यह ग्रेजुएशन की डिग्री भी किसी मान्यता प्राप्त विश्व विद्यालय से ली हुई होनी चाहिए।

एसीपी ऑफिसर बनने के लिए शारीरिक योग्यता (ACP officer physical ability details in Hindi)

अब यदि आप एसीपी ऑफिसर बनने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं तो आपको शारीरिक रूप से कोई बीमारी नहीं होनी चाहिए और आपकी शारीरिक क्षमता भी एकदम बढ़िया होनी (ACP officer banne ke liye physical ability) चाहिए। इसी के साथ यदि आप पुरुष है तो आपकी न्यूनतम लंबाई 165 सेंटीमीटर होनी चाहिए और वहीं आपकी छाती 80 सेंटीमीटर चौड़ी होनी चाहिए। और यदि आप महिला है तो आपकी न्यूनतम लंबाई 150 सेंटीमीटर होनी चाहिए।

एसीपी ऑफिसर बनने के लिए मानसिक योग्यता (ACP officer mental ability details in Hindi)

एसीपी ऑफिसर बनने के लिए मानसिक रूप से भी आपका योग्य होना आवश्यक होता है। यदि आपको मानसिक रूप से कोई बीमारी है या किसी क्षेत्र में दिक्कत है तो फिर आपको आगे चल कर एसीपी ऑफिसर बनने की प्रक्रिया से बाहर कर दिया जाएगा। एक एसीपी ऑफिसर को तेज तर्रार व जल्द से जल्द निर्णय लेने वाला होना चाहिए। एसीपी ऑफिसर को बड़े बड़े केस पर भी काम करना होता है तो उसके लिए मानसिक रूप से विकलांग व्यक्ति का चयन नहीं किया जा सकता है।

एसीपी ऑफिसर बनने के लिए अन्य पात्रता

अब यदि आप भारत देश में किसी भी डिफेन्स के क्षेत्र में चले जाएं फिर चाहे वह सेना हो या BSF या अधिकारी या पुलिस, उसमे पूर्ण रूप से विदेशी नागरिकों की पाबंदी होती है। देश की कार्यपालिका व न्यायपालिका में केवल और केवल देश के नागरिक ही भर्ती हो सकते हैं। यही बात देश की विधायिका में भी लागू होती है। तो यदि आप भारत के नागरिक हैं और यहाँ के स्थायी निवासी है तभी आप एसीपी ऑफिसर बनने की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।

एसीपी ऑफिसर कैसे बने? (ACP officer kaise bane)

अब जब आप एसीपी ऑफिसर बनने की दिशा में लगभग सब जानकारी हासिल कर चुके हैं तो अब बारी आती है एसीपी ऑफिसर बनने की प्रक्रिया को जानने (ACP officer banne ke liye kya kare) की। तो यहाँ हम आपको एक बात पहले ही बता दें कि एसीपी ऑफिसर का चयन राज्य सरकार के द्वारा नहीं किया जाता है और इसमें उनकी कोई भूमिका नहीं होती है। यह पूर्ण रूप से केंद्र सरकार का ही विषय होता है क्योंकि सभी एसीपी ऑफिसर आईपीएस ऑफिसर में आ जाते हैं। किंतु फिर भी आप राज्य सरकार की पुलिस भर्ती प्रक्रिया के तहत लंबी प्रक्रिया का पालन करते हुए भविष्य में जाकर एसीपी ऑफिसर बन सकते हैं।

हम आपको दोनों ही प्रक्रियाओं के बारे में बताने वाले हैं। पहले हम आपको एसीपी ऑफिसर बनने की सीधी प्रक्रिया के बारे में बताने वाले हैं जिसके तहत देशभर में एसीपी ऑफिसर का चयन किया जाता (ACP officer banne ka tarika) है। तो इसके लिए केंद्र सरकार के द्वारा संघ लोक सेवा आयोग UPSC की परीक्षा आयोजित करवाई जाती है। UPSC के द्वारा ही देश के अन्य बड़े पदों जैसे कि आईएस, आईएफएस इत्यादि का चयन करवाया जाता है। तो आइए जाने एसीपी ऑफिसर बनने की प्रक्रिया के बारे में।

UPSC एसीपी ऑफिसर का फॉर्म भरें (UPSC ACP officer form ke liye apply kaise kare)

एसीपी ऑफिसर बनने के लिए UPSC का एसीपी ऑफिसर का फॉर्म भरने से पहले आपको अपनी ग्रेजुएशन पूरी करनी होगी। इसी के साथ साथ ऊपर जो जो पात्रता मापदंड बताये हैं उनका पालन करना होगा। यदि आप उन्हें पूरा कर लेते हैं तभी आप एसीपी ऑफिसर का फॉर्म भरने के लिए पात्र माने जाएंगे अन्यथा आप अपना और UPSC दोनों का ही समय नष्ट करेंगे। वह इसलिए क्योंकि आप चाहे फॉर्म भर लेंगे और पेपर भी दे देंगे लेकिन अंत में आपको बाहर कर दिया जाएगा।

इसलिये एसीपी ऑफिसर बनने से पहले अपनी पात्रता को अच्छे से जांच लेंगे तो बेहतर रहेगा। इसके बाद UPSC के द्वारा समय समय पर एसीपी ऑफिसर की चयन प्रक्रिया के लिए अपनी वेबसाइट व अन्य माध्यमों से अधिसूचना जारी की जाती है। तो जैसे ही एसीपी ऑफिसर भर्ती के लिए अधिसूचना जारी हो और उसके लिए आवेदन मांगे जाएं तो आप उस फॉर्म को पूरे ध्यान के साथ भर दें।

एसीपी ऑफिसर की प्रीलिम्स परीक्षा दें (ACP officer prelims exam details in Hindi)

अब जब आप UPSC के तहत एसीपी ऑफिसर की परीक्षा का फॉर्म भर देंगे तो उसके बाद निर्धारित समय पर सभी आवेदकों की प्रीलिम्स परीक्षा का आयोजन करवाया जाता है। यह देश की सबसे बड़ी परीक्षाओं में से एक परीक्षा मानी जाती है जो आईएस व आईएफएस के बाद तीसरे स्थान पर आती है। तो इसके लिए प्रीलिम्स पास करना भी मुश्किल होता है और आधे से ज्यादा लोग तो इसी में ही बाहर हो जाते हैं।

तो यदि आप सच में एसीपी ऑफिसर बनने को लेकर सीरियस है तो आपको पूरी तैयारी के साथ ही एसीपी ऑफिसर की प्रीलिम्स परीक्षा में बैठना चाहिए। इसके लिए आपको बहुत पहले से ही तैयारी शुरू कर देनी होगी क्योंकि हर वर्ष लाखों छात्र एसीपी ऑफिसर की प्रीलिम्स परीक्षा में बैठते हैं और उसमें से कुछ हज़ार बच्चे ही इसे पास कर पाते हैं। इस परीक्षा में आपसे सामान्य ज्ञान, गणित, रीजनिंग व अंग्रेजी विषयों पर प्रश्न पूछे जाएंगे।

एसीपी ऑफिसर की मुख्य परीक्षा दें (ACP officer mains exam details in Hindi)

अब जब आप UPSC के तहत एसीपी ऑफिसर की प्रीलिम्स परीक्षा को पास कर लेंगे तो उसके बाद बारी आती है एसीपी ऑफिसर के तहत होने वाली मुख्य परीक्षा की जिसे मैन्स परीक्षा भी कह देते हैं। तो यदि आप सोच रहे हैं कि यह परीक्षा एक चरण में ही आयोजित करवाई जाएगी और उसमे विकल्प वाले प्रश्न पूछे जाएंगे तो आप गलत है। दरअसल यही तो एसीपी ऑफिसर बनने की दिशा में सबसे मुख्य परीक्षा होती है जिसको कई चरणों में आयोजित करवाया जाता है।

इसमें आपसे कई तरह के प्रश्न पूछे जायेंगे और उसमे आपको निबंध रूप में या स्टेटमेंट के रूप में अपने उत्तरों को लिख कर देना होगा। इसमें आपसे कई तरह के केस को सुलझाने या उस पर आगे की कार्यवाही को करने के बारे में पूछा जाएगा। देश के संविधान में एसीपी ऑफिसर का पद बहुत ही बड़ा होता है और उस पर किसी व्यक्ति को यूँ ही नहीं बिठाया जा सकता है। इसलिए अलग अलग विषयों पर अलग अलग प्रशों के द्वारा उसकी राय जानी जाती है और उसके बाद ही उसका चयन किया जाता है।

एसीपी ऑफिसर का इंटरव्यू दें 

अब जब आप UPSC के तहत एसीपी ऑफिसर की मुख्य परीक्षा को भी पास कर लेते हैं तो बारी आती है एसीपी ऑफिसर के तहत इंटरव्यू को देने की। तो यदि आप इस भ्रम में हैं कि आपने इतनी कठिन परीक्षा यानि कि मुख्य परीक्षा को पास कर लिया तो इंटरव्यू भी पास कर लेंगे तो अभी के अभी इस गलतफहमी को अपने मन से निकाल बाहर कर दें। ऐसा इसलिए क्योंकि बहुत से परीक्षार्थी मुख्य परीक्षा को भी पास कर लेते हैं लेकिन इंटरव्यू को 2 से 3 बार में पास कर पाते हैं।

इसलिए यदि आपको वाकई में आगे चल कर एसीपी ऑफिसर बनना है तो उसके लिए इंटरव्यू की तैयारी को मजबूत रखें। इसमें आपसे किसी भी विषय पर प्रश्न पूछे जा सकते हैं और उसे आपको पूरी तरह से सोच समझ कर ही देना होगा। इसी के साथ उसमें आपके व्यवहार, चरित्र इत्यादि का भी आंकलन किया जाएगा और उसके बाद ही आपको एसीपी ऑफिसर की पोस्ट पर नियुक्त किया जाएगा।

एसीपी ऑफिसर के रूप में ज्वाइन करें

अब यदि आप एसीपी ऑफिसर के इंटरव्यू में भी पास हो जाते हैं तो इसका अर्थ यह नहीं कि आपकी एसीपी ऑफिसर के रूप में नियुक्ति हो जाएगी। इसके लिए आपकी मुख्य परीक्षा व इंटरव्यू के अंकों को जोड़ा जाएगा और उसके बाद जो परीक्षार्थी दोनों में संयुक्त रूप से पास कर लेते हैं उन्हें एसीपी ऑफिसर के पद पर नियुक्त करने का पत्र जारी कर दिया जाता है। इसके बाद बस उन्हें अपना शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य का टेस्ट करवाना होता है जो हमने आपको ऊपर बताया है।

साथ ही आपको अपने से संबंधित हर तरह के दस्तावेज भी उन्हें सौंपने होंगे। इससे यह जानने में मदद मिलेगी कि क्या आप एसीपी ऑफिसर बनने के हर तरह के मापदंडों को पूरा करते हैं या नहीं। यह सब प्रक्रिया के पूरी हो जाने के बाद आपको एसीपी ऑफिसर का जॉइनिंग लेटर आ जाएगा। उसके बाद लगभग एक वर्ष तक आपकी एसीपी ऑफिसर के रूप में ट्रेनिंग की जाएगी और अन्ततः आपको एसीपी ऑफिसर के रूप में नियुक्त कर दिया जाएगा।

SI से एसीपी ऑफिसर कैसे बने? (SI se ACP officer kaise bane)

अब जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बता दिया था कि एसीपी ऑफिसर बनने की दो तरह की प्रक्रिया होती है। पहली तो वही जिसमे आपको UPSC के तहत एसीपी ऑफिसर की परीक्षा को देना होगा और उसे पास कर देने के बाद आपको सीधे एसीपी ऑफिसर बना दिया जाएगा। दूसरी प्रक्रिया आपके राज्य के पुलिस के एग्जाम से होकर गुजरती है। इसके तहत हर राज्य की राज्य सरकार के द्वारा SI का पेपर लिया जाता है। इसके तहत अलग प्रक्रिया होती है जिसमे प्रीलिम्स परीक्षा, फिर एक ही मुख्य परीक्षा और उसके बाद इंटरव्यू होता है।

इन तीनो चरणों को पास करने के बाद उस व्यक्ति को उसी राज्य में SI का पद दे दिया जाता है जिसकी फुल फॉर्म सब इंस्पेक्टर होती है। तो अब जो व्यक्ति अपने राज्य में सब इंस्पेक्टर बना हुआ है, वह यदि अच्छे से काम करता है और कम से कम 5 वर्ष का अनुभव ले लेता है तो फिर उसे आगे चल कर एसीपी ऑफिसर बनाया जा सकता है। हालाँकि यह जरुरी नहीं कि उसे पांच वर्ष में ही एसीपी ऑफिसर का पद मिल जाए। यह तो SI से एसीपी ऑफिसर बनने के लिए न्यूनतम अवधि होती है। 

एसीपी ऑफिसर के कार्य (ACP officer work list in Hindi)

अब आपको यह भी जान लेना चाहिए कि यदि आप एसीपी ऑफिसर बन जाते हैं तो आपको क्या कुछ कार्य करने होते (ACP officer ka kaam kya hota hai) हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि किसी भी राज्य में एसीपी ऑफिसर का क्या कुछ कार्य होता है और किस तरह से वह अन्य पुलिस वालों से अलग होता है। आइए जाने एसीपी ऑफिसर के क्या क्या कार्य हो सकते हैं।

  • यह आईपीएस में सबसे पहला पद होता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि देश में आईपीएस में जितने भी पद होते हैं उसमे सबसे पहले एसीपी ऑफिसर ही बना जाता है और उसके बाद अनुभव के आधार पर आगे के पद ग्रहण किये जाते हैं।
  • तो ऐसे में जो भी एसीपी ऑफिसर होता है उसे अपने से नीचे आने वाले राज्य पुलिस के अधिकारियों को प्रबंधित करना होता है और उन्हें जरुरी दिशा निर्देश देने होते हैं। इसमें उसके नीचे SI, ASI, हेड कांस्टेबल, पुलिस नायक व कांस्टेबल होते हैं।
  • एसीपी ऑफिसर के ऊपर जो आईपीएस ऑफिसर का रैंक होता है उसे DCP कहा जाता है जिसकी फुल फॉर्म डिप्टी कमिश्नर ऑफ़ पुलिस होती है। तो उसे अपने यहाँ के DCP को पूरी रिपोर्ट तैयार करके देनी होती है जो इसे आगे CP को देता है।
  • अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले सभी पुलिस थानों के बीच में सामंजस्य बिठाना और वहां के थानेदारों को निर्देशित करने का अधिकार व दायित्व भी एसीपी ऑफिसर का ही होता है।
  • एक एसीपी ऑफिसर को अपने यहाँ के सभी भीषण, राजनीतिक, गंभीर, हाईलाइट वाले केस को संभालना होता है और उनका जल्द से जल्द निपटारा करना होता है।
  • यदि भारतीय न्यायिक व्यवस्था के द्वारा एसीपी ऑफिसर से कोई रिपोर्ट मांगी जा रही है या उसे बुलाया जा रहा है तो उसे बिना कुछ सोचे समझे वहां उपस्थित होना होता है। भारतीय न्यायिक व्यवस्था इतनी शक्तिशाली होती है कि वह एसीपी ऑफिसर तो क्या उस राज्य के पुलिस के सबसे बड़े रैंक वाले आईपीएस अधिकारी को भी समन जारी कर सकती है।
  • उसके अधिकार क्षेत्र में यदि देश की शीर्ष जांच एजेंसी सीबीआई किसी केस को लेकर काम कर रही है तो उनका पूरा सहयोग करना और केस के बारे में उन्हें सब कुछ बताने का दायित्व भी एसीपी ऑफिसर का ही होता है।
  • यदि उसके क्षेत्र में कोई बड़ी घटना, आयोजन या उत्सव होने वाला है तो उसकी कमान भी एसीपी ऑफिसर को स्वयं ही संभालनी होती है और उसके सफल आयोजन का जिम्मा लेना होता है।
  • वहां यदि देश के बड़े राजनेताओं का दौरा हो रहा है तो देश की शीर्ष संस्थाएं सबसे पहले वहां के एसीपी ऑफिसर को ही हाजिर होने को कहती है और उसी को ही सब दिशा निर्देश देती है।
  • वहां के शीर्ष आईएस अधिकारी अर्थात कलेक्टर के द्वारा जो भी निर्देश दिए गए हैं या जिले में कानून व्यवस्था के लिए भी नियम बनाए गए हैं, उनका पालन करवाना भी एसीपी ऑफिसर का ही कार्य होता है।
  • तो एक तरह से आप यह समझ लें कि किसी भी क्षेत्र में यदि शीर्ष संस्थाएं या अधिकारी पुलिस से सवाल जवाब करेंगे तो उसके लिए सबसे पहले एसीपी ऑफिसर को ही बुलाया जाएगा। इसलिए एसीपी ऑफिसर को अपने से नीचे के अधिकारियों से सब रिपोर्ट लेकर उन्हें दिखानी होती है।

एसीपी ऑफिसर की सैलरी (ACP officer ki salary kitni hoti hai)

आपने एसीपी ऑफिसर के काम तो जान लिए लेकिन आपको यह भी जानना होगा की आखिरकार उसकी सैलरी कितनी तक होती है। इसके बारे में आपको चिंता करने की कोई जरुरत नहीं है क्योंकि भारत सरकार सहित राज्य सरकार अपने अंतर्गत काम कर रहे आईपीएस ऑफिसर का पूरा पूरा ध्यान रखती है। सामान्य तौर पर एक एसीपी ऑफिसर को शुरूआती तौर पर एक लाख रुपए का मासिक वेतन दिया जाता (ACP officer ki salary kitni hai) है। यह तो शुरूआती वेतन है और वो भी सब सुख सुविधाओं को छोड़कर।

इसके अलावा उसे एक गाड़ी, ड्राईवर, पेट्रोल, टेलीफोन बिल, बिजली बिल, आवास, अन्य सभी सुख सुविधाएँ भी दी जाती है। कहने का अर्थ यह हुआ कि खाने पीने के अलावा उसे जो कुछ चाहिए होता है वह सब उसे सरकार उपलब्ध करवा देती (ACP officer salary in Hindi) है। तो उसकी जो सैलरी आती है वह पूर्ण रूप से उसकी शुद्ध कमाई ही होती है। साथ ही यह वेतन भी समय के साथ साथ बढ़ता चला जाता है।

एसीपी ऑफिसर कैसे बने – Related FAQs

प्रश्न: एसीपी की सैलरी कितनी होती है?

उत्तर: एसीपी की सैलरी एक लाख के आस पास होती है।

प्रश्न: एसीपी बनने के लिए कितनी पढ़ाई चाहिए?

उत्तर: एसीपी बनने के लिए आपको किसी भी मान्यता प्राप्त विश्व विद्यालय से स्नातक पास होना जरुरी होता है।

प्रश्न: एसीपी या डीएसपी में कौन बड़ा है?

उत्तर: एसीपी या डीएसपी में डीएसपी बड़ा होता है।

प्रश्न: भारत में एक एसीपी कितना कमाता है?

उत्तर: भारत में एक एसीपी वर्ष का 12 से 20 लाख रुपए कमा लेता है।

तो इस तरह से आज के इस लेख के माध्यम से आपने एसीपी ऑफिसर बनने के ऊपर पूरी जानकारी ले ली है। तो क्या अब आप एसीपी ऑफिसर बनने के लिए तैयार हैं या आप किसी अन्य पोस्ट की तैयारी करने का सोच रहे हैं। आपके मन में जो भी हैं वह नीचे कमेंट करके हमें अवश्य बताइयेगा।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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