एगमार्क की फुल फॉर्म क्या है? | Agmark full form in Hindi

|| एगमार्क की फुल फॉर्म क्या है? | Agmark full form in Hindi | एगमार्क कौन जारी करता है? | एगमार्क की वेबसाइट क्या है? | एगमार्क कौन जारी करता है? | Agmark kya hai | (What is Agmark in Hindi ||

Agmark full form in Hindi :- भारत देश में चाहे किसी भी वस्तु का व्यापार होता हो लेकिन यदि वह पैकेट बंद में बिक रही है या जिसे लाइसेंस मिला हुआ है तो उसकी विश्वनीयता लोगों में बढ़ जाती है। अब इस विश्वनीयता का मुख्य कारण होता है उसको (What is Agmark in Hindi) मिला लाइसेंस या उसको मिला सर्टिफिकेशन मार्क। आप किसी भी मॉल या मार्ट में जाकर कोई भी चीज़ खरीद लें, उसकी पैकिंग पर कोई ना कोई मार्क बना ही होगा जो उसको सर्टिफिकेट मिलने का प्रमाण होता है।

तो यह सर्टिफिकेट देने का काम कौन करता है? तो यह काम होता है भारत सरकार के द्वारा बनाए गए विभिन्न मंत्रालयों के तहत काम कर रही संस्थाओं (Agmark kya hai) का। यदि कोई कंपनी बिना सर्टिफिकेट के कार्य कर रही है और अपनी वस्तु बेच रही है तो उस पर भारतीय दंड सहिंता के तहत कार्यवाही हो सकती है। भारत सरकार ने इसके लिए कई संस्थाएं बनाई है जिनमें किसी पर सरकार का नियंत्रण है तो कोई अर्ध सरकारी या निजी है। इसमें सबसे बड़ी संस्था को हम FSSAI के नाम से जानते हैं जो कई तरह के प्रोडक्ट्स को सर्टिफिकेट देने का काम करती है।

अब इसी में एक नाम आता है एगमार्क का जिसके बारे में बहुत लोगों ने सुन भी रखा होगा। वह इसलिए क्योंकि हम अपने दैनिक जीवन में जिन वस्तुओं का इस्तेमाल करते हैं या जिन्हें हम खाने पीने में उपयोग में लाते हैं, उनमें से अधिकांश वस्तुओं या उत्पादों (Agmark kya hota h) पर एगमार्क का ही साईन या सर्टिफिकेट का लोगो लगा होता है। अब इस लोगो को देख कर या इसका साईन देख कर बहुत लोगों के मन में प्रश्न उठता होगा कि आखिरकार यह एगमार्क है क्या चीज़ और यह कैसे काम करती है इत्यादि। तो इन्हीं सब प्रश्नों का उत्तर हम आपको इस लेख के माध्यम से देने वाले हैं।

एगमार्क क्या है? (What is Agmark in Hindi)

अब यह एगमार्क है क्या चीज़ और इसका क्या मतलब होता है, जैसे कई प्रश्न आपके दिमाग में दौड़ रहे होंगे। तो यहाँ हम आपको बता दें कि यह भारत सरकार के द्वारा बनाई गयी एक ऐसी संस्था है जो भारत में कृषि के द्वारा उत्पादित होने वाली हर तरह (Agmark kaisa hota hai) की वस्तु व उत्पादों को बाजार में बेचे जाने से पूर्ण उन्हें प्रमाणित करती है। उदाहरण के तौर पर यदि आप बाजार में घी या तेल या कोई अन्य कृषि आधारित वस्तु खरीद कर लेकर आते हैं तो उससे पहले एगमार्क का सर्टिफिकेट लेना जरुरी होता है और यह उसके पैकेट पर दिखाई देता है।

एगमार्क की फुल फॉर्म क्या है Agmark full form in Hindi

तो कोई भी व्यक्ति, कंपनी, संस्था या अन्य कोई उद्योग यदि कृषि आधारित वस्तु या उत्पाद का व्यापार कर रहा है और उसे लोगों को उपलब्ध करवा रहा है तो उसे पहले भारत सरकार के एगमार्क के द्वारा प्रमाण पत्र लेना होगा और उसके बाद ही वह इसे बाजार में बेच सकता है। यदि उसके प्रोडक्ट पर इसका सिंबल नहीं होता है तो समझ जाइए कि उसे एगमार्क के द्वारा प्रमाणित नहीं किया गया है और भारत सरकार उसकी कोई गारंटी नहीं लेती है।

एगमार्क की फुल फॉर्म क्या है? (Agmark full form in Hindi)

बहुत लोग यह भी जानना चाहते हैं की आखिरकार इस एगमार्क की फुल फॉर्म क्या है जिससे की उन्हें इसका सही शब्दों में मतलब समझ में आ सके। तो यहाँ हम आपको बता दें की यह एगमार्क शब्द दो शब्दों के मेल से बना है जिसमें एक शोर्ट फॉर्म है तो दूसरा फुल फॉर्म। अब यदि हम एगमार्क शब्द को तोड़ें तो यह Ag व Mark बनता है जिसमें Ag का मतलब होता है एग्रीकल्चर अर्थात कृषि तथा Mark का मतलब होता है निशान, चिन्ह, सिंबल या प्रमाण इत्यादि।

इस तरह इसके नाम से ही पता चलता है कि कृषि के जिन (Agmark meaning in Hindi) उत्पादों को प्रमाणित किया जा रहा है उसे ही हम शोर्ट फॉर्म में एगमार्क कहते हैं अर्थात कृषि का चिन्ह। हर जगह इसकी यही शोर्ट फॉर्म ही चलन में है और इसे ही भारत सरकार के द्वारा मान्यता दी गयी है। इसलिए आपको कृषि से जनित किसी भी उत्पाद पर यही एगमार्क सिंबल ही लिखा हुआ मिलेगा।

एगमार्क किसे मिलता है? (Agmark products list in Hindi)

आपने यह तो जान लिया की एगमार्क कृषि आधारित वस्तुओं को दिया जाता है लेकिन आपके मन में यह शंका अवश्य होगी कि क्या इसे किसी अन्य वस्तु को भी दिया जा सकता है या ऐसा भी कोई प्रावधान है जिसके अंतर्गत यह किसी अन्य तरह की वस्तु पर भी लागू हो। तो यहाँ हम आपको बता दें कि भारतीय कानून व संविधान के अनुसार एगमार्क केवल और केवल कृषि आधारित वस्तु या उससे निर्मित होने वाले उत्पादों को ही दिया जा सकता है, अन्य किसी वस्तु या उत्पाद पर एगमार्क का सिंबल नहीं हो सकता है।

अब यह कृषि आधारित उत्पाद भी तो कई तरह के हो सकते हैं और उनमें से किस किसको यह सिंबल या प्रमाण दिया जाता है, यह जानने की जिज्ञासा भी आपके मन में उठ रही होगी। ऐसे में इसमें बहुत सारे उत्पाद आते हैं जिनमें से कुछ के नाम हम आपको बता देते हैं ताकि आपको आईडिया हो सके कि एगमार्क किस किस वस्तु को मिल सकता है।

  • अजवायन
  • बाजरा
  • फल
  • सब्जियां
  • गुड़
  • तेल
  • घी
  • खोया
  • मैदा
  • आटा
  • लकड़ी
  • चाय
  • चीनी
  • केसर
  • चावल इत्यादि।

एगमार्क की वेबसाइट क्या है? (Agmark official website)

ऊपर हमने आपको यह बताया की एगमार्क का सिंबल किस किस तरह के उत्पादों को मिल सकता है लेकिन इसकी सूची बहुत ही लंबी होती है जो एक लेख में समाहित करनी असंभव होती है। ऐसे में आपको एगमार्क की वेबसाइट पर जाकर इसके बारे में पता करना चाहिए और साथ ही आपको इनकी वेबसाइट पर कई अन्य तरह की जानकारी और मिलेगी।

अब यदि आप एगमार्क की वेबसाइट को देखना चाहते हैं तो उसका लिंक https://Agmarknet.gov.in/ है। यहाँ पर आपको एगमार्क कंपनी या संस्था और उसके द्वारा किस किस प्रोडक्ट को एगमार्क दिया जाता है, के बारे में समूची जानकारी प्राप्त हो जाएगी। इसमें आपको वस्तु वाले कॉलम में ही यह सब देखने को मिलेगा और उसके आधार पर आप वस्तु या उसकी कंपनी को खोज भी सकते हैं।

एगमार्क कौन जारी करता है? (Agmark authority)

आपने यह तो जान लिया कि एगमार्क को भारत सरकार के द्वारा बनाया गया है लेकिन उसे भारत सरकार का कौन सा मंत्रालय देखता है या उसे निर्देशित करता है, इसके बारे में जानना अभी बाकि रह गया है। तो यहाँ हम आपको बता दें कि भारत देश में जिस भी वस्तु को एगमार्क दिया जा रहा है या उससे संबंधित कोई काम हो रहा है तो उसे भारत सरकार के विपणन व निरिक्षण निदेशालय (Directorate of Marketing and Inspection) के द्वारा ही देखा जाता है।

ऐसे में एगमार्क के अधिकारियों या कर्मचारियों को इसी मंत्रालय को ही रिपोर्ट करना होता है और अपनी सब जानकारी देनी होती है। यह एक स्वतंत्र संस्था नहीं है और इस पर पूर्ण रूप से भारत सरकार का ही नियंत्रण रहता है जिसे भारत के कृषि मंत्री देखते हैं।

एगमार्क क्यों शुरू किया गया था? (Agmark importance in Hindi)

एगमार्क की शुरुआत भारत में स्वतंत्रता के पहले से ही हो गयी थी और इसे शुरू करने का कुछ उद्देश्य भी था। दरअसल एगमार्क के द्वारा जिस भी वस्तु या उत्पाद को प्रमाणित किया जाता है उसका हर व्यक्ति के जीवन में अहम स्थान होता है और इससे उसका स्वास्थ्य प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित होता है। यदि यह एगमार्क नहीं हो तो कोई भी व्यक्ति किसी भी चीज़ को बना कर उसे बेच सकता है और उससे लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा पैदा हो सकता है।

इसी को ही ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने सभी कृषि आधारित वस्तुओं व उत्पादों पर नियंत्रण रखने और उनकी गुणवत्ता की जांच करने के लिए एक संस्था की स्थापना की और उस पर एक मंत्रालय बिठाया। अब यदि बाजार में कोई भी नयी कंपनी आती है या कोई भी नया उत्पाद लॉन्च होता है तो उसे अपने लॉन्च से पहले इसी एगमार्क संस्थान से प्रमाण पत्र लेना होता है।

इसके द्वारा एगमार्क संस्थान उस उत्पाद की गुणवत्ता की जांच करता है और उसका हमारे स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ सकता है, इसका सत्यापन करता है। यदि वह मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं है तो वह उसे प्रमाण पत्र जारी कर देता है। एगमार्क के द्वारा उसको प्रमाण पत्र जारी होने के बाद वह कंपनी अपने उस प्रोडक्ट पर एगमार्क का लोगो लगाती है जिससे कि लोगों को पता चल सके कि इसे भारत सरकार की एगमार्क संस्था के द्वारा प्रमाणित किया जा चुका है।

एगमार्क के क्या फायदे हैं? (Agmark benefits in Hindi)

अब साथ के साथ आप यह भी जान लें कि इस एगमार्क सिंबल के क्या कुछ फायदे देखने को मिल सकते हैं या इससे आप किस तरह से फायदे में रह सकते हैं। अब आप और हम तो अनजान लोग होते हैं और बाजार में जाकर किसी भी कंपनी के खाने पीने की आइटम को खरीद सकते हैं। साथ ही बाजार में प्रतिस्पर्धा का दौर इतना ज्यादा है कि हर दिन कोई ना कोई नयी कंपनी या प्रोडक्ट लॉन्च हो जाता है और हम उसके उत्पाद देखते भी हैं।

ऐसे में हमें यह किस तरह से पता चल पाएगा कि वह उत्पाद हमारे स्वास्थ्य के लिए सही है भी या नहीं। तो यदि वह उत्पाद कृषि से जुड़ा हुआ है तो आपको उस पर एगमार्क लोगो की जांच अवश्य करनी चाहिए। यदि उस पर एगमार्क का लोगो है तो वह उत्पाद हमारे लिए सही है लेकिन यदि उस पर एगमार्क का लोगो नहीं लगा हुआ है तो इसका अर्थ हुआ इसे भारत सरकार की एगमार्क संस्था के द्वारा प्रमाणित नहीं किया गया है और उसका इस्तेमाल करना हमारे लिए हानिकारक सिद्ध हो सकता है।

हालाँकि आप उस पर किसी अन्य नियामक संस्था का लोगो भी देख सकते हैं जैसे कि FSSAI, BIS इत्यादि। इसमें हर संस्था के उत्पाद अलग अलग होते हैं लेकिन इसमें सबसे बड़ी FSSAI होती है। तो यदि एगमार्क का सिंबल नहीं भी है तो घबराने की बजाये उस पर किसी अन्य संस्था का सिंबल देख लें। यदि वह सिंबल है तो बहुत अच्छी बात है अन्यथा आपको वह उत्पाद खरीदने की कोई आवश्यकता नहीं है।

एगमार्क की फुल फॉर्म क्या है – Related FAQs

प्रश्न: एगमार्क के क्या कार्य हैं?

उत्तर: एगमार्क कृषि आधारित वस्तुओं को प्रमाण पत्र जारी करता है और उनकी गुणवत्ता की जांच करता है।

प्रश्न: एगमार्क का पूरा नाम क्या है?

उत्तर: एगमार्क का पूरा नाम एग्रीकल्चर मार्क है।

प्रश्न: एगमार्क की स्थापना कब हुई थी?

उत्तर: एगमार्क की स्थापना 1937 में ही हो गयी थी लेकिन फिर इसमें सुधार वर्ष 1986 में किया गया था।

प्रश्न: एगमार्क का मुख्यालय कहाँ है?

उत्तर: एगमार्क का मुख्यालय नागपुर, महाराष्ट्र में है।

इस तरह से आज के इस लेख के माध्यम से आपने एगमार्क के बारे में संपूर्ण जानकारी जुटा ली है। आपने यह जाना कि यदि किसी उत्पाद पर एगमार्क साईन लगा हुआ है तो उसका क्या अर्थ होता है और साथ ही इस एगमार्क सिंबल की फुल फॉर्म क्या होती है और इसका क्या कुछ मतलब है इत्यादि।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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