AIMIM का पूरा नाम क्या है? | AIMIM पार्टी की स्थापना किसने की थी? व इसका अध्यक्ष कौन है?

|| AIMIM फुल फॉर्म इन हिंदी | AIMIM full form in Hindi | AIMIM का पहले का नाम | AIMIM पार्टी की स्थापना किसने की थी? | AIMIM पार्टी की स्थापना किसने की थी? | AIMIM पार्टी का चुनाव चिन्ह | ओवैसी की पत्नी कौन है? | AIMIM का पूरा नाम क्या है? ||

AIMIM full form in Hindi :- भारत एक ऐसा देश है जहाँ कोई भी व्यक्ति अपनी राजनीतिक पार्टी बना सकता है और चुनाव लड़ सकता है। यदि उसकी कोई राजनीतिक पार्टी नहीं है या फिर उसे किसी राजनीतिक पार्टी से समर्थन या टिकट नहीं मिलता है तो वह अपने दम पर निर्दलीय चुनाव लड़ने में भी सक्षम होता है। किंतु उसके लिए चुनाव आयोग के द्वारा कुछ (AIMIM ka full form kya hai) नियम व दिशा निर्देश बनाए गए हैं जिनका पालन करना हर राजनीतिक पार्टी व व्यक्ति विशेष के लिए आवश्यक होता है।

तो आज हम ऐसी ही एक कट्टर राजनीतिक पार्टी AIMIM की बात करने जा रहे हैं। यह वह पार्टी है जो हमेशा ही अपनी कट्टर विचारधारा और देश में मुस्लिम ध्रुवीकरण के लिए जानी जाती है। इसके प्रमुख नेता तथा पार्टी अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भी हमेशा ही विवादों में ही रहते है। साथ ही उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी का भी हमेशा ही विवादों से नाता रहा है और एक समय पहले तो उसने हिंदू धर्म के देवी देवताओं पर इतनी अभद्र टिप्पणियां की थी जिसके बारे में लिख कर हम अपने लेख व वेबसाइट को दूषित नहीं करना चाहते हैं।

तो आज के इस लेख में आपको इसी कट्टर व मजहबी पार्टी AIMIM के बारे में और उसके इतिहास के बारे में संपूर्ण जानकारी जानने को (AIMIM ka full form in Hindi) मिलेगी। AIMIM पार्टी का इतिहास, इसकी फुल फॉर्म तथा अन्य जानकारी जानने के लिए आपको (AIMIM ka meaning) यह लेख पूरा पढ़ना होगा। आइए जाने AIMIM की फुल फॉर्म व अन्य महत्वपूर्ण जानकारी।

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AIMIM फुल फॉर्म इन हिंदी (AIMIM full form in Hindi)

तो सबसे पहले बात करते है इस बड़े से नाम वाली AIMIM पार्टी की फुल फॉर्म की। यह तो हमने आपको पहले ही बता दिया है कि यह एक कट्टर मुस्लिम विचारधारा वाली पार्टी है जिसका गुप्त लक्ष्य भारत देश में मुस्लिम शासन लाना व शरिया कानून लागू करना है। तो यही बात इस AIMIM पार्टी की फुल फॉर्म से भी सिद्ध होती है। ऐसे में AIMIM की फुल फॉर्म ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन है और इसमें साफ साफ पता चलता है कि इसकी विचारधारा किस तरह की होगी।

AIMIM का पूरा नाम क्या है AIMIM पार्टी की स्थापना किसने की थी व इसका अध्यक्ष कौन है

कहने का अर्थ यह हुआ कि जब किसी पार्टी के नाम में ही उसके कट्टरवाद का संकेत मिल जाता है तो फिर आप यह भलीभांति अनुमान लगा सकते हैं कि उस पार्टी के नेता, पदाधिकारी, समर्थक व उसको वोट देने वाले लोग किस तरह की मानसिकता वाले होंगे। पहले इसका नाम अलग था जिसे बाद में बदल कर AIMIM कर दिया गया। तो आइए उसके बारे में भी जान लेते हैं।

AIMIM का पहले का नाम (AIMIM real name in Hindi)

AIMIM पार्टी का पहले का नाम MIM था। अब हमने आपको AIMIM की जो फुल फॉर्म बताई है वह है ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन तो यदि आप इसमें से आल इंडिया हटा देंगे तो बाकि बचा नाम ही इस पार्टी का पहले का नाम था। तभी इसे शोर्ट फॉर्म में MIM कहा जाता था जिसे यदि हम हिंदी में मीम लिख देंगे तो कोई आतिशयोक्ति नही होगी।

AIMIM की स्थापना कब हुई थी? (AIMIM party kab bani thi)

अब यदि हम AIMIM पार्टी के स्थापना वर्ष की बात करे तो यह भारत की आजादी के कुछ वर्षों के बाद ही हो गयी थी। कहने का अर्थ यह हुआ कि एक जिन्ना ने देश के टुकड़े करके भारत से पाकिस्तान व बांग्लादेश को अलग कर दिया था तो उसके कुछ वर्षों में ही देश में एक और नया जिन्ना पैदा हो चुका था। तो उस जिन्ना का नाम था अब्दुल वाहेद ओवैसी।

तो अब्दुल वाहेद ओवैसी ने ही AIMIM पार्टी की स्थापना की थी जिसका पहले नाम मीम रखा गया था लेकिन बाद में इसे बदल कर AIMIM कर दिया गया था। तो AIMIM पार्टी की स्थापना आज से लगभग 64 वर्ष पहले 2 मार्च 1958 को हुई थी और उसके बाद से यह पार्टी लगातार भारत की राजनीति में सक्रिय होती चली गयी। वर्तमान में AIMIM पार्टी के द्वारा देश के लगभग हर उस राज्य या जिले में चुनाव लड़ा जाता है जहाँ मुस्लिम आबादी ज्यादा है या निर्णायक भूमिका में रहती है।

AIMIM पार्टी की स्थापना किसने की थी? (AIMIM party founder name in Hindi)

AIMIM पार्टी को शुरू करने वाले या उसकी नींव रखने वाले व्यक्ति का नाम अब्दुल वाहेद ओवैसी था जिसने आज से 64 वर्ष पहले ही AIMIM पार्टी को शुरू कर दिया था और देश की राजनीति में पैठ बनानी शुरू कर दी थी। उसने अपनी पार्टी की शुरुआत हैदराबाद शहर से की थी जो पहले आंध्र प्रदेश राज्य में था और वर्तमान में यह तेलंगाना राज्य की राजधानी है। आंध्र प्रदेश से अलग होकर जब तेलंगाना राज्य बनाया गया तब हैदराबाद भी उसी में ही चला गया।

AIMIM पार्टी का अध्यक्ष कौन है? (AIMIM party president in Hindi)

रही बात AIMIM पार्टी के अध्यक्ष की तो उसका नाम तो आप भलीभांति ही जानते होंगे क्योंकि अपने कडवे व राष्ट्र विरोधी बयानों के कारण वह हमेशा ही चर्चा में रहता है। साथ ही हिंदू धर्म के विरुद्ध बोलने में तो उसका नाम हमेशा ही प्रथम पंक्ति में बना रहता है। यदि आप उसका कोई भाषण सुन लेंगे तो जान पाएंगे कि उसके द्वारा अपनी रैलियों में कितना जहर उगला जाता है और लोगों को आपस में बांटने का कार्य होता है।

तो AIMIM पार्टी के अध्यक्ष का नाम असदुद्दीन ओवैसी है और यह नाम सुनते ही आपके मन में घृणा आ गयी होगी। ऐसा इसलिए क्योंकि जो सच्चा देशभक्त है या अपने देश की संस्कृति व सभ्यता से प्रेम करता है वह कभी भी इस दुष्ट का हितैषी नहीं हो सकता है। साथ ही यह असदुद्दीन ओवैसी AIMIM पार्टी का मुख्य लीडर व संसंदिया चेयरपर्सन भी है।

AIMIM पार्टी का सेक्रेटरी कौन है? (AIMIM party leader in Hindi)

तो अब बात करते है AIMIM पार्टी के जनरल सेक्रेटरी की। अब AIMIM पार्टी में हर पद बेचारे असदुद्दीन ओवैसी भी तो नहीं संभाल सकते ना तो उसके लिए उन्हें और व्यक्ति भी रखने होंगे। तो AIMIM पार्टी के जनरल सेक्रेटरी का नाम स्येद अहमद पाशा कादरी है। उसी के द्वारा पार्टी के संचालन का कार्य किया जाता है तथा पार्टी कब कहां क्या करेगी, यह निर्णय लिए जाते हैं।

AIMIM का मुख्यालय कहां है? (AIMIM party office in Hindi)

जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि AIMIM पार्टी की शुरुआअत आंध्र प्रदेश के हैदराबाद जिले से हुई थी तो इसका मुख्यालय भी उसी शहर में ही स्थित है। वैसे तो पार्टी के कई जगह कार्यालय खुल चुके हैं लेकिन उसे मुख्य रूप से हैदराबाद शहर से ही संचालित करने का कार्य किया जाता है। ऐसे में यदि हम AIMIM पार्टी के मुख्यालय के संपूर्ण पते को आपके साथ साँझा करने चाहे तो वह है:

5-5-59, दारुस्सलाम सड़क, दारुस सलाम, गोशा महल उत्तर, नामपल्ली, हैदराबाद, भारत, 500001

AIMIM पार्टी के कुल सदस्य (AIMIM party seats in India in Hindi)

अब भारत की हर राजनीतिक पार्टी अपने सदस्यों की संख्या को बढ़ा चढ़ा कर बताती है और यह उन्हें राजनीतिक रूप से करना भी चाहिए क्योंकि यह उन्हें देश की राजनीति में आगे ले जाने का ही काम करती है। तो यदि हम AIMIM पार्टी के कुल सदस्यों की संख्या की बात करे तो वह एक करोड़ से अधिक बताये गए हैं। हालाँकि इसका कोई आधिकारिक आंकड़ा नहीं है लेकिन AIMIM पार्टी अपने एक करोड़ से अधिक सदस्य होने का दावा अवश्य करती है।

AIMIM पार्टी का रंग (AIMIM party colour in Hindi)

AIMIM पार्टी का रंग क्या हो सकता है या फिर उन्हें किस तरह का रंग प्रिय होगा, इसका अनुमान आप आसानी से लगा सकते हैं। तो क्या अनुमान लगाया आपने? हरा!! बिल्कुल सही जवाब। AIMIM पार्टी का प्रमुख रंग हरा ही है और इनके द्वारा अपने पार्टी के झंडे में भी हरे रंग को ही प्राथमिकता दी गयी है। आप जहाँ भी AIMIM पार्टी का चुनाव प्रचार देखेंगे तो वहां आपको हरा रंग ही प्रमुख तौर पर दिखाई देगा।

AIMIM पार्टी का चुनाव चिन्ह (AIMIM party election symbol in Hindi)

अब यदि हम AIMIM पार्टी के चुनाव चिन्ह की बात करें तो वह भी बहुत ही मजेदार है क्योंकि इनका चुनाव चिन्ह पतंग है। अब यह एक ऐसी पतंग है जो केवल हवा में ही उड़ने का काम करती है और उड़ कर किसी भी राज्य में पहुँच जाती है। फिर वहां के राज्य के लोग उस पतंग को काट कर फिर से अपने शहर हैदराबाद में भेज देते हैं।

AIMIM की वेबसाइट (AIMIM party website details in Hindi)

तो क्या आप AIMIM पार्टी की वेबसाइट को देखना चाहते हैं। जी हां, आज के आधुनिक समय में असदुद्दीन ओवैसी ने भी सोचा कि क्यों ना अपनी एक वेबसाइट भी बनाई जाए और ऑनलाइन मजहबी कट्टरता को फैलाने का कार्य किया जाए। तो यदि आप AIMIM की वेबसाइट को देखना चाहेंगे तो उसका लिंक www.AIMIM.org है।

जैसे ही आप इसकी वेबसाइट खोलेंगे तो आपको इस पार्टी की विचारधारा, उद्देश्यों, लक्षित बातों इत्यादि के बारे में अच्छे से जानकारी हो जाएगी। इसी से आप अनुमान लगा सकते हैं कि यह पार्टी कैसी होगी और इसके समर्थक किस तरह के लोग होंगे।

AIMIM पार्टी की लोकसभा में सीट (AIMIM party Loksabha members in Hindi)

तो अब यदि हम AIMIM पार्टी की लोकसभा अर्थात देश की संसद में प्रतिनिधित्व की बात करे तो इनके पास लोक सभा में कुल 2 सीट है। यह सीट है तेलंगाना के हैदराबाद की लोक सभा सीट और महाराष्ट्र के औरंगाबाद की लोकसभा सीट। तो हैदराबाद की लोकसभा सीट तो AIMIM पार्टी के पास सन 1984 से ही है और ओवैसी परिवार इस पर तभी से जीतता आ रहा है। वही पिछली बार जब लोकसभा के चुनाव हुए तो उसमे AIMIM पार्टी ने महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर में एक लोकसभा सीट हासिल की थी जहाँ से चुने हुए सांसद का नाम इम्तियाज जलील है।

AIMIM पार्टी के तेलंगाना विधानसभा में कितने विधायक है?

चूँकि इस पार्टी की जड़ें हैदराबाद में है तो इसका हैदराबाद व उसके आस पास के कुछ क्षत्रों में अत्यधिक प्रभाव देखने को मिलता है। यदि कारण है कि इसके सबसे ज्यादा विधायक तेलंगाना विधानसभा में ही है। तो यदि हम तेलंगाना विधान सभा में AIMIM पार्टी के विधायको की संख्या की बात करे तो वे कुल 7 है। तेलंगाना विधानसभा में कुल विधायकों की संख्या 119 है जिसमे से AIMIM पार्टी के 7 विधायक है।

इसके साथ ही तेलंगाना की विधान परिषद में भी इसके सदस्य है। तेलंगाना की विधान परिषद में कुल 40 सीट है और उसमे AIMIM पार्टी के कुल सदस्यों की संख्या 2 है। इस तरह से AIMIM पार्टी तेलंगाना विधानसभा व विधान परिषद दोनों में ही प्रतिनिधितव करती है।

AIMIM पार्टी की अन्य राज्यों में स्थिति

अब यदि हम तेलंगाना या हैदराबाद से बाहर निकलेंगे तो AIMIM पार्टी का भारत के कुछ अन्य राज्यों में भी प्रभाव देखने को मिल जाता है। वैसे तो इसके सदस्य भारत के हर उस राज्य, जिले या शहर में चुनाव लड़ने कूद जाते हैं जहाँ मुस्लिम आबादी अन्य जनसंख्या की तुलना में ज्यादा है या फिर चुनाव जीतने में मुख्य भूमिका निभाती है। फिर भी उसकी तुलना में इस पार्टी के विधायको की संख्या बहुत कम है।

तो इस पार्टी के महारष्ट्र राज्य की विधानसभा में कुल 2 विधायक है तो बिहार राज्य की विधानसभा में एक विधायक है। इस तरह से इसने तेलंगाना के बाद महाराष्ट्र व बिहार विधानसभा में अपने विधायकों को चुनाव जिताया है। तो देश में AIMIM पार्टी के कुल विधायको की संख्या 10 हो जाती है।

AIMIM फुल फॉर्म इन हिंदी – Related FAQs

प्रश्न: ओवैसी की पत्नी कौन है?

उत्तर: ओवैसी की पत्नी का नाम फरहीन ओवैसी है।

प्रश्न: अकबरुद्दीन ओवैसी के कितने बच्चे हैं?

उत्तर: अकबरुद्दीन ओवैसी के 6 बच्चे हैं जिनमे एक बेटा और 5 बेटियां है।

प्रश्न: ओवैसी के भाई कितने हैं?

उत्तर: ओवैसी का एक भाई है जिसका नाम अकबरुद्दीन ओवैसी है।

प्रश्न: ओवैसी के पिता का क्या नाम है?

उत्तर: ओवैसी के पिता का सलाहुद्दीन ओवैसी नाम है।

तो इस तरह से आज के इस लेख में आपने AIMIM पार्टी के बारे में बहुत कुछ जान लिया है। आपने यह जाना कि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन पार्टी किस तरह की विचारधारा की है और उसके द्वारा किस तरह के कार्य किये जाते हैं। एक सच्चे देशवासी होने के नाते हमें इस पार्टी का और इसके नेताओं का कभी भी साथ नहीं देना चाहिए और यदि आदर्श मानना ही है तो स्वर्गीय श्री अब्दुल कलाम जी को मानना चाहिए।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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