Ankho ki roshni kaise badhaye: – आँखों की रोशनी कम होना आजकल बहुत बड़ी समस्या बन गया हैं। एक समय था जब किसी की भी आँखें कमजोर नही हुआ करती थी क्योंकि उस समय का खानपान ही ऐसा था और लोगों की जीवनशैली ही (Eyesight improvement tips in Hindi) इतनी उत्तम हुआ करती थी कि आँखों की रोशनी कम होने का प्रश्न ही नही उठता था। किंतु बदलते परिवेश में आँखों की रोशनी कम होना एक बहुत बड़ी चुनौती बन चुका हैं। आजकल तो बड़े क्या छोटे छोटे बच्चों की आँखों पर भी चश्मा लग चुका हैं।
ऐसे में यदि आपकी आँखों की रोशनी भी कम हैं और आप इसके लिए घरेलू उपचार ढूँढ रहे हैं तो आज हम आपके साथ वही साँझा कर वाले (Aankhon ki roshni badhane ke liye kya karen) हैं। आज के इस लेख में आपको आँखों की रोशनी कम होने कारण सहित उसे बढ़ाने के उपाय भी मिलेंगे। तो आइए जाने कि आखिरकार आप आँखों की रोशनी को बढ़ाने के लिए क्या क्या उपाय कर सकते हैं।
आँखों की रोशनी कम होना (Aankho ka kamjor hona)
सबसे पहले तो यह बात करते हैं कि आखिरकार आँखों की रोशनी कम होना कहते किसे हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि हम आपको आँखों की रोशनी कम होना कह तो रहे हैं लेकिन यह होता क्या हैं। दरअसल भगवान के द्वारा हमें प्राकृतिक रूप से आँखें और उन आँखों के द्वारा जो देखने की शक्ति दी होती हैं, उसके विकार उत्पन्न होने को आँखों की रोशनी कम होने के नाम से जाना जाता है।
सामान्य तौर पर इस अवस्था में व्यक्ति को दूर का या पास का या फिर दोनों का धुंधला दिखाई देने लगता हैं या फिर साफ दिखाई नही देता हैं। अब यह कितना धुंधला दिखाई देता हैं यह व्यक्ति की आँख की रोशनी कितनी कम हो चुकी हैं, उस पर निर्भर करता हैं। इसी को ध्यान में रखकर ही डॉक्टर हमें आँख के चश्मे का नंबर बताते हैं जो किसी के प्लस में होता हैं तो किसी के माइनस में।
अब आप यह सोच रहे होंगे कि चश्मे के नंबर में माइनस या प्लस होने का क्या मतलब होता हैं। तो यह व्यक्ति को कहां का दिखना बंद हो रहा हैं या धुंधलापन आ रहा हैं उस पर निर्भर करता हैं। किसी को दूर का दिखना बंद हो जाता है या कम हो जाता है तो किसी को पास का दिखना। तो उसी के आधार पर ही आँख के चश्मे का नंबर निर्धारित किया जाता है। आइए इसके बारे में भी जाने।
- चश्मे का नंबर माइनस में होना
जब हम डॉक्टर के पास अपनी आँख की जांच करवाने जाते हैं तो वह हमें जो भी नंबर का चश्मा suggest करते हैं उसका नंबर या तो प्लस में या माइनस में होता है। तो यदि आपके चश्मे का नंबर माइनस में हैं तो इसका मतलब हुआ कि आपको दूर का लिखा हुआ साफ दिखाई नही देता हैं। तो ऐसी स्थिति में जिस व्यक्ति को दूर का धुंधला दिखाई देता हो उसे माइनस का चश्मा दिया जाता है। अब इस चश्मे का नंबर कितने माइनस में होगा यह उनकी आँख की रोशनी कितनी कमजोर हो चुकी हैं उस पर निर्भर करता हैं।
- चश्मे का नंबर प्लस में होना
माइनस से विपरीत प्लस में चश्मा उन व्यक्तियों को दिया जाता हैं जिन्हें दूर का तो सही दिखाई देता हैं लेकिन पास का देखने या पढ़ने में दिक्कत होती हैं। यह समस्या ज्यादातर बुजुर्ग लोगों में ज्यादा देखने को मिलती हैं क्योंकि युवा लोग तो पास का लिखा हुआ आसानी से पढ़ लेते हैं। तो यदि आपकी पास की नजर कमजोर हो चुकी हैं तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर के द्वारा आपको प्लस नंबर का चश्मा suggest किया जाएगा।
- चश्मे का नंबर प्लस माइनस दोनों में होना
अब जब आप यह समझ चुके हैं कि माइनस नंबर का चश्मा कब दिया जाता हैं और प्लस नंबर का कब तो अवश्य ही आप यह भी समझ जाएंगे कि जब चश्मे का नंबर प्लस और माइनस दोनों हो तो उस व्यक्ति की आँखों का क्या हाल होता हैं। ऐसे व्यक्ति को ना तो दूर का साफ दिखाई देता हैं और ना ही पास का। तब उसका चश्मा इस प्रकार से बनाया जाता हैं कि वह दूर और पास दोनों का हो। इसमें चाश्मे के ऊपर का कांच प्लस और और नीचे का कांच माइनस में रखा जाता है।
आँख की रोशनी कमजोर होने के कारण (aankho ki kamjori ke karan)
अब जब आप यह जान चुके हैं कि आँखों की रोशनी कमजोर होना किसे कहते हैं तो आपको यह भी जानना चाहिए कि आँखों की रोशनी कम होने के क्या क्या कारण हो सकते हैं। यदि आपको इसके सही कारणों का ही नही पता होगा तो फिर आप इसके लिए उपाय कैसे ही कर पाएंगे। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि आँखों की रोशनी को बढ़ाने के उपाय करने से पहले आपको यह अवश्य ही जान लेना चाहिए कि इसके कम होने के क्या क्या कारण हो सकते हैं।
साथ ही आपको यह इसलिए भी जानना चाहिए क्योंकि यदि आप उपाय भी करते रहेंगे लेकिन साथ के साथ इसके लिए जो उत्तरदायी कारण हैं, उनको करना बंद नही करेंगे तो फिर क्या ही लाभ मिलेगा। तो आइए जाने आँखों की रोशनी कम होने के क्या क्या कारण हो सकते हैं।
- ज्यादा स्क्रीन टाइम का होना
आँखों की रोशनी कम होने का सबसे प्रमुख कारण आज की तकनीक और आधुनिकीकरण हैं। एक समय में इस दुनिया में बिजली तक नही हुआ करती थी। किंतु देखते ही देखते बिजली भी आई और अपने साथ कई तरह के आधुनिक उपकरण भी लेकर आई। आज जिसके पास देखो उसके हाथ में मोबाइल और घर में टीवी, कंप्यूटर, लैपटॉप इत्यादि पता नही क्या क्या इलेक्ट्रॉनिक उपकरण हैं।
अब यही कारण हैं कि बच्चों से लेकर बूढ़े तक उस पर आश्रित हो चले हैं। साथ ही इन पर मनोरंजन के असीमित साधन होने के कारण हम अपना ज्यादातर समय इन्हीं उपकरणों पर बिताने लगे हैं। ऐसे में ज्यादा स्क्रीन टाइम होने के कारण आँखों की रोशनी का स्तर कम होता जा रहा हैं क्योंकि उनसे निकली हानिकारक तरंगे हमारी आँखों की रोशनी पर बुरा प्रभाव डालती हैं।
- बढ़ता प्रदूषण
आज जहाँ देखो वहां प्रदूषण इतना अधिक बढ़ चुका हैं। इस प्रदूषण में जो हमारे जीवन स्तर को बुरी तरह प्रभावित कर रहा है वह है वायु प्रदूषण। हमें जीवित रहने के लिए हर पल सांस लेनी होती हैं और हम सांस लेना कभी बंद नही कर सकते। ऐसे में जरा सोचिये आप हर पल जो सांस ले रहे हैं उसके माध्यम से आपके शरीर में असंख्य विषैले कण प्रवेश कर रहे हैं तो यह कितनी भयावह स्थिति उत्पन्न करता हैं।
अब यही विषैले कण हमारे आँखों में भी प्रवेश करते हैं और वहां की परत को बहुत नुकसान पहुंचाते हैं। तो एक तरह से वायु प्रदूषण भी हमारी आँखों की रोशनी को कम करने का एक बहुत बड़ा कारण हो सकता हैं।
- अनैतिक दिनचर्या
आजकल की हमारी दिनचर्या भी ऐसी हो चली हैं कि पूछिए मत। पहले के समय में हम एक सही दिनचर्या का पालन करते थे जिसमें सुबह जल्दी उठाना, सही समय पर शौच जाना और बाकि के काम निपटाना शामिल होता था। किंतु आज की बदलती दिनचर्या ने हर किसी को अपनी चपेट में ले लिया हैं। तो आप और हम कैसे पीछे रह सकते हैं।
अब लोगों की दिनचर्या इतनी बदल चुकी हैं कि वे सूर्य उगने पर उठते नही बल्कि सोते हैं। खाना खाने का समय तो निर्धारित ही नही हैं। जब भी समय मिला या मन किया, उस समय कहा लिया, फिर चाहे रात का एक बजे हो या शाम के 5। ऐसे में यह अनैतिक दिनचर्या हमारी आँखों पर भी नकारात्मक प्रभाव डालती हैं।
- कम नींद लेना
अब जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि आजकल हम अनैतिक दिनचर्या का पालन कर रहे हैं जो हमारी आँखों की रोशनी को कम कर रहा हैं। तो उसी में एक प्रमुख कारण हैं हमारा कम नींद को लेना। आजकल हमारे पास काम इतना अधिक हो गया हैं कि हम अपने आप को बहुत कम समय देने लगे हैं। ओरो से आगे निकालने के उद्देश्य से हम अपने जीवन को बोझिल बनाने में लगे हुए हैं। इसके लिए हम सोचते हैं कि हमें लगातार कार्य करते रहने की आवश्यकता हैं।
यही कारण हैं कि हमने अपनी नींद में भी कमी कर दी हैं। अब कम नींद लेने के कारण हमारी आँखें भी थकी हुई महसूस करती हैं। इसका गलत प्रभाव उस पर प्रत्यक्ष रूप से पड़ता हैं और वे कमजोर होने लगती हैं।
- पोषक तत्वों की कमी
अब अनैतिक दिनचर्या की बात करे तो उसमे हमारा खानपान भी आता है। हम आज के समय में घर का बना पौष्टिक आहार कम लेने लगे हैं और बाहर का फ़ास्ट फ़ूड ज्यादा खाने लगे हैं। यही कारण हैं कि अमेरिकन कंपनियां अपनी फ्रैंचाइज़ी हर भारतीय शहर में तेजी के साथ खोल रही हैं जहाँ पर पिज्जा, बर्गर इत्यादि बहुतायत में मिलते हैं।
अब यदि आप भी इनका नियमित रूप से सेवन करते हैं और घर का बना आहार कम खाते हैं तो आप भूल जाइये कि कुछ भी करके आपकी आँखों की रोशनी बढ़ जाएगी। यह आपकी आँखों की रोशनी को और कम करने का ही प्रयास करेगा।
- धुम्रपान
धुम्रपान का चलन भी हमारे देश में बहुत तेजी के साथ बढ़ा हैं। आज के समय में आपको हर गली मोहल्ले में सिगरेट की दुकान आसानी से मिल जाएगी। हर एक किलोमीटर में आपको एक सिगरेट की दुकान तो मिल ही जाएगी। सिगरेट पीने का आलम तो यह हैं कि अब तो हर किराने वाला भी सिगरेट को अपने यहाँ रखने लगा हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि इस सिगरेट को पीने से कैसे आपकी आँखों की रोशनी कम हो रही हैं तो आइए उसके बारे में भी जान ले।
दरअसल हम जो सिगरेट पीते हैं उसका धुआं हम सीधे पाताल लोक तो पहुंचा नही देते होंगे। वह हमारे मुहं के रास्ते ही बाहर निकलता होगा। तो अब वह धुआंहमारी आँखों के संपर्क में भी आता है। तो आप तो यह भलीभांति जानते होंगे कि सिगरेट में कितने विषैले तत्व मिले होते हैं जो हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे में इसका धुआं जब हमारी आँखों के संपर्क में आएगा तो वह भी उसे नुकसान ही पहुंचाएगा।
- शरीर में पानी की कमी
आँखों में रोशनी कैसे सही रहती हैं? आप ही सोचिये!! क्या आपने ध्यान दिया हैं कि आपकी आँखें हमेशा गीली रहती हैं या उसमे पानी की परत जमा रहती हैं। तो वह पानी कहां से आता है? वह अपने आप तो प्रकट होगा नही। आप जो पानी पिएंगे वह उसी में से तो आएगा। तो यदि अब आप ही पानी कम पिएंगे तो आपके शरीर में पानी की कमी हो जाएगी।
ऐसे में किसी भी व्यक्ति के शरीर में पानी की कमी उसकी आँखों को भी बहुत नुकसान पहुंचा सकती हैं। इससे उनकी आँखें रुखी हुई बन सकती हैं। इस कारण आँखों की रोशनी का स्तर भी कम होने लगता हैं। तो एक तरह से आँखों की रोशनी कम हो जाने का एक कारण शरीर में पानी की कमी होना भी हो सकता हैं।
तो यह थे कुछ कारण जिसके कारण आपकी आँखों की रोशनी कम हो सकती हैं। इसके लिए आपको सही कारण का पता लगाना होगा और उसे दूर करने के उपाय करने होंगे। यदि आप आज से ही इस पर ध्यान देना शुरू कर देंगे तो यह आपके लिए बहुत सही रहेगा। आइए अब जाने आप आँखों की रोशनी को बढ़ाने के लिए क्या क्या उपाय कर सकते हैं।
आँखों की रोशनी बढ़ाने के उपाय (Ankho ki roshni kaise badhaye)
अब जब आप आँखों की रोशनी कम होने के सभी कारणों के बारे में जान चुके हैं तो अवश्य ही आपके मन में यह जिज्ञासा उठ रही होगी कि आखिर आप ऐसा क्या कर सकते हैं जिसकी वजह से आपकी आँखों की रोशनी बढ़ जाए। तो आज हम आपके साथ वही साँझा (Ankho ki roshni badhane ke liye kya kare) करने वाले हैं।
आज के इस लेख में आपको आँखों की रोशनी बढ़ाने के एक या दो बल्कि कुल 20 ऐसे उपाय मिलेंगे जिनकी सहायता से आप अपनी आँखों की रोशनी को मात्र (Ankho ki roshni badhane ke liye exercise) कुछ ही सप्ताह में बढ़ता हुआ देख सकते हैं। आइए जाने आँखों की रोशनी को बढ़ाने के कुछ चमत्कारिक उपायों के बारे में विस्तार से।
#1. हरी और ताज़ी घास पर चलना
यह उपाय तो अक्सर ज्यादातर लोग जानते तो होंगे लेकिन करते नही होंगे। अब इस उपाय को करने के लिए सुबह सुबह जल्दी उठाना जो पड़ता हैं ना। यहाँ हमारा तात्पर्य केवल हरी और ताज़ी घास से नही हैं बल्कि यह ठंडी भी हो जो कि सुबह के समय होती हैं। आप सोचते हैं कि आप किसी भी समय पार्क में जाकर घास पर चल लेंगे तो उससे आपको लाभ मिल जाएगा। हालाँकि इससे आपको लाभ तो मिलेगा लेकिन पूर्ण रूप से नही।
यदि आप चाहते हैं कि आपकी आँखों की रोशनी बढ़ जाए और जल्दी बढ़ जाए तो इसके लिए आप सुबह जल्दी उठने का नियम बना ले। उसके बाद आप सीधे पार्क में जाए और वहां जाकर हरी और ठंडी घास पर नंगे पैर चले। ऐसा आप प्रतिदिन आधे घंटे के लिए भी करेंगे तो आपकी आँखों की रोशनी अप्रत्याशित रूप से बढ़ने लगेगी। एक बार आप इस उपाय को अपना कर देखिये और फिर देखिए कि आपके अंदर क्या बदलाव देखने को मिलता हैं।
#2. आंवला का सेवन
आयुर्वेद में आंवला को प्रमुख स्थान दिया गया हैं और इसके बहुत सारे उपयोग बताये गए हैं। दरअसल आंवला हमारे शरीर के लिए बहुत ज्यादा गुणकारी माना गया हैं। यहीं कारण हैं कि हमें सर्दी हो या गर्मी आंवले की किसी ना किसी चीज़ का सेवन करते ही रहना चाहिए। इससे हमारा स्वास्थ्य अच्छा बना रहता हैं और हम पहले की अपेक्षा ज्यादा तरोताजा महसूस करते हैं।
तो यदि आप अपनी आँखों की रोशनी को बढ़ाना चाहते हैं तो आप आज से ही कम से कम दो आंवला खाए। इसके लिए आप बाजार से आंवला का मुरब्बा ला सकते हैं और प्रतिदिन उसमे से दो आंवला को निकाल कर उन्हें अच्छे से धोकर खा सकते हैं। इससे आपकी आँखों की रोशनी में वृद्धि देखने को मिलेगी और आपका स्वास्थ्य भी बेहतर रहा करेगा।
#3. अंकुरित मोठ का सेवन
एक समय था जब हर किसी के घर में हर दूसरे या तीसरे दिन अंकुरित मोठ का सेवन प्रमुखता के साथ किया जाता था किंतु समय के साथ साथ इनका सेवन भी कम हो चला हैं। ऐसे में यदि आपके घर में आज भी अंकुरित मोठ का सेवन किया जाता हैं तो बहुत बढ़िया बात हैं लेकिन इसकी अवधि को कम कर दीजिए। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि यदि आपके घर में अंकुरित मोठ दो सप्ताह में एक बार बनते हैं तो इन्हें सप्ताह में दो बार कर दीजिए।
साथ ही आप अंकुरित मोठ का सेवन सुबह के समय में नाश्ते में करेंगे तो यह आपके लिए ज्यादा लाभदायक रहेगा। आप चाहे तो इसे सलाद के रूप में खा सकते हैं या इसका चाट बना सकते हैं या फिर इसकी सब्जी बनाकर भी खाई जा सकती हैं। आपको बस अंकुरित मोठ का सेवन सप्ताह में दो बार आवश्यक रूप से करना चाहिए ताकि आपकी आँखों की रोशनी में वृद्धि हो सके।
#4. भीगे हुए चने
अब जैसे अंकुरित मोठ आपकी आँखों की रोशनी को बढ़ाने का काम करते हैं ठीक उसी तरह भीगे हुए चने भी आँखों की रोशनी को बढ़ाने में सहायक होते हैं। आपने अक्सर व्यायाम करने वाले या जिम जाने वाले लोगों को सुबह के समय भीगे हुए चने खाते हुए देखा होगा। तो आपको लगता होगा कि यह हमारा शरीर बलवान बनाने के लिए आवश्यक होता हैं तो आप सही समझे।
दरअसल यदि आप प्रतिदिन सुबह के समय भीगे हुए चनो का सेवन करेंगे तो आपका शरीर तो बलवान बनेगा ही बल्कि साथ के साथ आपकी आँखों की रोशनी में भी वृद्धि देखने को मिलेगी। इसलिए आपको आज से ही यह नियम बना लेना चाहिए कि अब से आप हर रोज कम से कम एक मुट्ठी भीगे हुए चनो का सेवन करेंगे।
#5. भीगे हुए बादाम
बादाम के लाभ तो आपने इतने जानो के मुहं से सुने होंगे कि पूछिए मत। बादाम खाने को तो आपको हर कोई कहता होगा खासकर आपकी माता जी। आपकी जब कोई परीक्षा आ रही हो या आप किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हो या फिर कही नौकरी भी करते हो, आपकी माता जी आपको हमेशा बादाम खाने का परामर्श देती होगी। उनके अनुसार बादाम खाने से आपकी मानसिक शक्ति में वृद्धि होती हैं जो कि सही भी हैं। कोई भी माता अपनी संतान के लिए गलत नही हो सकती हैं।
किंतु आज उसी में एक लाभ हम और जोड़ देते हैं और वह हैं आपकी आँखों की रोशनी का बढ़ना। जी हां, सही सुना आपने। यदि आप नियमित रूप से 5 से 10 भीगे हुए बादाम का सेवन करेंगे तो इससे आपकी आँखों की रोशनी में बहुत वृद्धि देखने को मिलेगी। इसलिए आज से ही भीगे हुए बादाम खाने का नियम बना लेंगे तो बहुत ही सही रहेगा।
#6. आँखों को साफ और ठंडे पानी से धोना
यह एक बहुत ही सामान्य उपाय हैं जिसका जानना भी आपके लिए आवश्यक हैं। दरअसल हम आपकी आँखों की रोशनी को बढ़ाने में कोई भी छोटा या बड़ा उपाय वंचित नही रखना चाहते हैं। इसलिए यहाँ हम आपको एक एक करके सभी उपयोगी उपायों के बारे में बता रहे हैं जो आपको अवश्य ही मानने चाहिए। अब जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि किस तरह से आज के समय में वायु प्रदूषण इतना अधिक बढ़ गया हैं जो अप्रत्यक्ष रूप से आपकी आँखों की रोशनी को नुकसान पहुंचा रहा हैं।
तो ऐसे में आप इसके लिए क्या कर सकते हैं? तो इसके लिए सबसे सही उपाय हैं अपनी आँखों को दिन में कई बार साफ और ठंडे पानी से धोते रहना ताकि यदि उसमे किसी प्रकार की धूल, विषैले कण या अवांछित कण हो तो वह पानी के साथ बहकर निकल जाए। आप दिन में कम से कम 5 से 6 बार अपनी आँखों को साफ और ठंडे पानी से धोने का नियम बना लेंगे तो यह आपके लिए सर्वोत्तम रहेगा।
#7. गुलाबजल का इस्तेमाल
अब आप अपनी आँखों को ठन्डे पानी से तो धो रहे होंगे लेकिन इसके साथ साथ यदि आप गुलाबजल का भी इस्तेमाल कर लेंगे तो यह आपके लिए और भी ज्यादा लाभदायक रहेगा। आजकल बाजार में आपको तरह तरह के गुलाबजल मिल जाएंगे और वो भी अलग अलग कंपनियों के। ऐसे में आप यह सोचकर भी भ्रमित हो जाएंगे कि आखिरकार किस कंपनी का गुलाबजल आपके लिए सही रहेगा। तो आज हम आपको बता दे कि आप किसी भी कंपनी का गुलाबजल ले आये लेकिन उसमे कुछ और ना मिला हो।
उदाहरण के तौर पर आजकल बाजार में मिलने वाले गुलाबजल में किसी में ग्लिसरीन तो किसी में नींबू इत्यादि मिला होता हैं जो त्वचा पर लगाने के उद्देश्य से बनाया जाता हैं। ऐसे में आप केवल वही गुलाबजल लेकर आये जो शुद्ध रूप से गुलाबजल ही हो। फिर आप इस गुलाबजल की दो दो बूंदे सुबह व शाम अपनी आँखों में डाले। इससे आपकी आँखें भी अच्छे से साफ हो जाया करेगी और उनकी रोशनी भी बढ़ेगी।
#8. किशमिश वाला दूध
अब आपने यह तो जान लिया कि यदि आप भीगे हुए बादाम का सेवन करेंगे तो यह आपकी आँखों के लिए बहुत लाभदायक होता हैं लेकिन अब यदि हम आपको कहे कि आप किशमिश वला दूध लेने का भी नियम बना लेंगे तो यह आपकी रोशनी को और ज्यादा बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता हैं। किशमिश वाला दूध का अर्थ यह नही हुआ कि आपको किशमिश का चुरा करके या मिक्सी में घुमाकर पीना हैं।
इसके लिए आप बस दूध पीने से आधे घंटे पहले उस दूध में 5 से 10 किशमिश डालकर रख दे। आधे घंटे में यह किशमिश दूध में रहकर थोड़ी फूल जाएगी। अब आप इस दूध को पिए और साथ के साथ किशमिश को भी खा ले। यह किशमिश वाला दूध आपकी आँखों की रोशनी को बढ़ाने में बहुत सहायता कर सकता हैं।
#9. बार बार पलके झपकाना
यह आँखों की रोशनी को बढ़ाने वाला एक अच्छा व्यायाम हैं और इसके लिए आपको ज्यादा कुछ नही करना होता हैं। दरअसल ईश्वर के द्वारा हमारी आँखों की रक्षा करने के लिए पलके दी हुई होती हैं। इन्हीं पलकों की सहायता से आप अपनी आँखों की रोशनी को बढ़ा भी सकते हैं। इसके लिए आपको ज्यादा कुछ नही करना हैं बस अपनी पलकों को कुछ समय के लिए लगातार झपकाना हैं। यह काम तो आप किसी भी समय और कहीं भी बहुत ही आसानी से कर सकते हैं।
इससे होता क्या हैं कि लगातार खुले रहने से हमारी आँखों में रूखापन आ जाता हैं और वे थक भी जाती हैं। यही कारण हैं कि उनकी रोशनी भी कम होने लगती हैं। तो यदि आप चाहते हैं कि आपको आँखों की रोशनी बढ़ जाए तो उसके लिए आपको दिन में सुबह व शाम 10-10 मिनट के लिए पलकों को झपकाने का व्यायाम आवश्यक रूप से करना चाहिए।
#10. त्राटक योगासन
योग में मनुष्य को हर तरह से स्वस्थ बनाने की क्षमता होती हैं। इसकी सहायता से आप अपने संपूर्ण शरीर को और साथ के साथ मन को भी स्वस्थ और तंदरुस्त बना सकते हैं। तो यदि आप चाहते हैं कि आपकी आँखों की रोशनी बढ़ जाए तो उसके लिए आप प्रसिद्ध त्राटक योगासन को कर सकते हैं। यह योगासन मुख्य रूप से आँखों की रोशनी को बढ़ाने के उद्देश्य से ही किया जाता हैं। इसके लिए आपको अपनी आँखों की सीध में दिए की रोशनी को देखना होता हैं।
कहने का तात्पर्य यह हुआ कि सबसे पहले तो आप एक दिया जला ले। अब उसे अपनी आँखें की सीध में और बीच में रखे। आप जिस भी स्थिति में हैं वह दिया उसकी सीध में हो, ना तो उससे नीचे या ना ऊपर हो। साथ ही इसकी लौं आपकी आँखों के बीच में हो और आपसे कुछ दूरी पर हो। अब आप 10 से 15 मिनट तक इस दिए की लौं को एकटक देखते रहे। ऐसा आप प्रतिदिन करेंगे तो आपको कुछ और करना ही नही पड़ेगा।
#11. देसी घी से मालिश
भारत एक ऐसा देश हैं जहाँ पर स्वास्थ्य को उत्तम बनाने वाली हर चीज़ हमारी रसोई में ही पायी जाती हैं। इसी में एक चीज़ है देसी घी। आज के समय में शुद्ध देसी घी मिलना बहुत कम हो गया हैं लेकिन फिर भी आपके घर में जो देसी घी का इस्तेमाल किया जाता हैं उसकी सहायता से आप अपनी आँखों की रोशनी को बढ़ा सकते हैं। इसके लिए आप सबसे पहले तो देसी घी को लेकर थोड़ा गर्म कर ले। ध्यान रखे कि इसे बस हल्का सा गरम करना हैं ज्यादा नही अन्यथा आपकी पलके जल सकती हैं।
अब आप इस गर्म घी को अपनी उँगलियों पर लेकर आँखों की पलकों के ऊपर से मालिश करे। यह आप बिल्कुल ही हलके हाथों से करे क्योंकि आँखें शरीर का सबसे कोमल अंग होती हैं। मालिश करते समय आप इस बात का ध्यान रखे कि आप अपनी आँखों को खोले नही। यदि आपसे यह मालिश नही होती हैं तो आप घर में किसी अन्य की सहायता से यह करवा सकते हैं। इस उपाय को करने से भी आपको आखों की रोशनी बढ़ जाएगी।
#12. आँखों को इधर उधर घूमाना
अब आपने आँखों को पलके झपकाने वाली एक्सरसाइज तो जान ली लेकिन इसके अलावा एक एक्सरसाइज और हैं जिसे आप आँखों की रोशनी को बढ़ाने के लिए कर सकते हैं। यह एक्सरसाइज हैं आँखों की पुतली को इधर उधर घूमाना और उसकी एक्सरसाइज करवाना। दरअसल बहुत समय तक एक ही जगह देखते रहने से हमारी आँखों की कोर्निया बहुत थक जाती हैं। ऐसे में उसकी हर दिशा में एक्सरसाइज करवाना बहुत ही आवश्यक हो जाता हैं।
इसके लिए आप दिन में बस 10 से 15 मिनट का समय भी निकाल लेंगे तो वह बहुत रहेगा। अब आप अपनी आँखों की पुतली को दाएं से बाएं फिर बाएं से दाएं, फिर ऊपर से नीचे और नीचे से ऊपर घुमाए। ऐसा आप दिन में दो बार कर लेंगे तो आपकी आँखों की रोशनी बढ़ती चली जाएगी। यह आँखों की रोशनी को बढ़ाने की एक बहुत बढ़िया एक्सरसाइज मानी जाती हैं।
#13. पैरों के तलवो पर सरसों के तेल की मालिश
हमारे शरीर के सभी अंगों का आपस में संबंध होता है। फिर चाहे वह पैर हो या आँखें या कोई अन्य अंग। तो आपके पैर की पगथलियों का आपकी आँखों से गहता नाता होता हैं। तो यदि आप उनका ध्यान रखेंगे तो आपकी आँखें भी स्वस्थ रहेंगी। इसके लिए आपको ज्यादा कुछ नही करना हैं बस आपको अपनी पैरों की पगथलियों की अच्छे से सेवा करनी होगी।
इसके लिए सरसों के तेल को सबसे उपयुक्त माना जाता हैं। सबसे पहले तो आप सरसों के तेल को गर्म कर लीजिए। जब यह गर्म हो जाए तो आप अपने पैरों की पगथलियों की सरसों के तेल से मालिश करे। ऐसा आप दिन में 15 से 20 मिनट के लिए करे। यदि आप एक महीना भी यह कर लेंगे तो आपकी आँखों की रोशनी भी बढ़ने लग जाएगी।
#14. बादाम, सौंफ व मिश्री का सेवन
आपने बादाम का सेवन करना तो जान लिया और यह भी जान लिया कि यदि बादाम को भिगोकर खाया जाए तो इससे आंखों की रोशनी बढ़ने में बहुत मदद मिलती हैं। तो आज आप यह भी जान ले कि बादाम का अन्य चीजों के साथ इस्तेमाल करके भी आँखों की रोशनी को बढ़ाया जा सकता हैं। इसके लिए आपको बादाम, सौंफ व मिश्री का सेवन करना होगा।
अब हर भारतीय घर में यह तीन चीज़े तो पायी ही जाती हैं लेकिन यदि आपके घर में इन तीन चीजों में से कोई भी नही हैं तो सबसे पहले बाजार जाकर उसे लेकर आये। अब जब आप यह तीनो ले आये तब इन तीनो को बराबर मात्रा में लेकर अच्छे से पीस ले। इसे पीसकर इसका मिश्रण तैयार कर ले। अब इस मिश्रण की एक चम्मच सुबह और एक चम्मच शाम के समय पानी के साथ ले लेंगे तो आपकी आँखों की रोशनी बहुत बढ़ जाएगी।
#15. त्रिफला का सेवन
त्रिफला का चूर्ण भी आँखों की रोशनी को बढ़ाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता हैं। इसके लिए आपको बाजार जाकर किसी भी ब्रांड का त्रिफला का चूर्ण लेकर आना होगा। वैसे यदि आप पतंजलि का त्रिफला चूर्ण ले आएंगे तो इससे भी आपको बहुत लाभ होगा। पतंजलि का त्रिफला चूर्ण मुख्यतया आँखों की रोशनी को बढ़ाने के लिए ही बनाया जाता हैं।
तो सबसे पहले तो आप बाजार से पतंजलि का या किसी अन्य ब्रांड का त्रिफला का चूर्ण ले आये। अब आप इस चूर्ण की एक चम्मच सुबह व शाम लेंने का नियम बना ले। यदि आप यह दो सप्ताह भी कर लेंगे तो आप स्वयं पाएंगे कि आपको आँखों की रोशनी पहले की अपेक्षा में बहुत बढ़ चुकी हैं।
#16. चुकंदर का रस
अक्सर आपने सुना होगा कि चुकंदर का रस तब पिया जाता है जब आपको अपने शरीर में रक्त की मात्रा बढ़ानी हो। किंतु आज हम आपको कहे कि यदि आप इसके सेवन से अपनी आँखों की रोशनी को भी बढ़ा सकते हैं तो आपको कैसा लगेगा। जी हां, सही सुना अपने। चुकंदर के अंदर ना केवल आपको रक्त को बढ़ाने की शक्ति होती हैं बल्कि इसकी सहायता से आप अपनी आँखों की रोशनी को भी बढ़ा सकते हैं।
तो आज से ही आप आधा गिलास चुकंदर के रस का सेवन करें। इस बात का ध्यान रखे कि चुकंदर के रस में बहुत ज्यादा पोषक तत्व पाए जाते हैं। ऐसे में यदि आप इसका आवश्यकता से अधिक सेवन करेंगे तो यह आपके शरीर के लिए हानिकारक भी सिद्ध हो सकता हैं। ऐसे में आप चुकंदर का प्रतिदिन आधे गिलास सेवन करने का ही नियम बनाए।
#17. गाजर का रस
अब गाजर का रस भी खून को बढ़ाने में सहायक माना जाता हैं किंतु इसी के साथ यह आँखों की रोशनी को बढ़ाने का काम भी करता हैं। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि यदि आपके शरीर में रक्त की कमी होगी तो अवश्य ही आपकी ऑंखें भी कमजोर हो जाएँगी क्योंकि उस जगह रक्त पर्याप्त मात्रा में नही पहुँच पाएगा। वही यदि रक्त सही रहेगा और शुद्ध भी रहेगा तो आँखों तक भी स्वच्छ रक्त पहुंचेगा जो उसकी रोशनी को बढ़ाने का ही काम करेगा।
तो आँखों की रोशनी को बढ़ाने के लिए आप गाजर के रस का भी सेवन कर सकते हैं। गाजर का रस तो आप दिन में चाहे दो गिलास पिए या चार। यह आपके लिए लाभदायक ही रहने वाला हैं। इसलिए गाजर का रस पीने में किसी तरह की कंजूसी ना करे।
#18. शहद का रस
शहद में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो आपकी आँखों की रोशनी को बढ़ाने का काम करते हैं। आप चाहे तो शहद को सीधे ले सकते हैं या फिर पानी में मिलाकर भी। शहद किसी भी रूप में लेना आपकी आँखों के लिए लाभदायक ही रहेगा। शहद के गुण आपको आँखों को प्राकृतिक रूप से शुद्ध कर उसकी रोशनी को बढ़ाने का ही काम करेंगे।
इसके लिए यदि आप सुबह के समय खाली पेट शहद की एक चम्मच को पानी में मिलाकर पी लेंगे तो यह आपकी आँखों को चमत्कारिक रूप से लाभ पहुंचाएगा। इसलिए प्रतिदिन सुबह के समय एक चम्मच शहद को एक गिलास पानी के साथ लेने का नियम बना ले। फिर देखिये आपकी आँखों की रोशनी मात्रा एक माह में ही कितनी बढ़ जाती हैं।
#19. हथेलियों को आपस में रगड़ना
जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि हमारे शरीर का हर एक अंग आपस में जुड़ा हुआ होता हैं। फिर चाहे वह पैर हो या आँख या फिर आपकी हाथों की हथेलियाँ। अब हमारे शरीर में कई ऐसे दबाव बिंदु पाए जाते हैं जिनके दबने ने हमारी आँखों की रोशनी बढ़ जाती हैं। तो यदि आप चाहते हैं कि आपकी आँखों की रोशनी भी बढ़ जाए तो उसके लिए अपने हाथों का इस्तेमाल करना ना भूले।
यह उपाय आप सर्दियों में सामान्य तौर पर करते होंगे। जैसे कि आपको जब ज्यादा सर्दी लग रही होती हैं तब आप अपनी दोनों हथेलियों को आपस में रगड़ते होंगे। तो आपको बस यही करना हैं। आपको कई देर तक अपनी हथेलियों को आपस में रगड़ना हैं और फिर जब वह गर्म हो जाए तो उन्हें आँखों पर रखना हैं। इससे क्या होता हैं कि उन हथेलियों के घर्षण से पैदा हुई ऊर्जा सीधे आपकी आँखों को मिलती हैं और उन्हें बल मिलता हैं।
#20. सूरज की रोशनी
सूर्य को हिंदू धर्म में देवता का सम्मान दिया गया हैं। यहाँ तक कि पृथ्वी लोक के लिए सूर्य देव को सबसे प्रमुख देवता माना गया हैं। यही कारण हैं कि भगवान विष्णु के मानव अवतार भी सूर्य देव के उपासक रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि पृथ्वी समेत हमें भी सभी तरह की ऊर्जा सूर्य देव से ही मिलती हैं। यदि सूर्य देव ही ना हो तो इन आँखों का भी कोई अर्थ नही हैं।
तो ऐसे में यदि आप सुबह के समय जल्दी उठकर सूर्य देव को सीधी आँखों से देखेंगे तो इससे आपकी आँखों की रोशनी में चमत्कारिक रूप से वृद्धि देखने को मिलेगी। अब आप सोचेंगे कि सुबह के समय ही आप सूर्य देव को क्यों देखे। तो हम आपसे पूछ लेते हैं कि क्या आप दिन के किसी और समय में सूर्य देव को देख भी सकते हैं? तो आप या तो सूर्योदय के समय या सूर्यास्त के समय सूर्य देव को देखे। सूर्योदय के समय सूर्य देव को देखना सबसे ज्यादा लाभदायक माना जाता हैं।
आँखों की रोशनी कैसे बढ़ाएं – Related FAQs
प्रश्न: आंखों की कमजोरी दूर करने के लिए क्या खाना चाहिए?
उत्तर: आंखों की कमजोरी दूर करने के लिए आंवला, भीगे हुए बादाम, किशमिश वाला दूध, चने इत्यादि खाने चाहिए।
प्रश्न: आंख की रोशनी बढ़ाने के लिए हमें क्या क्या खाना चाहिए?
उत्तर: आंख की रोशनी बढ़ाने के लिए आपको अंकुरित चने, भीगे हुए बादाम व चने, आंवला का मुरब्बा इत्यादि खाना चाहिए।
प्रश्न: 7 दिनों में दृष्टि में सुधार कैसे करें?
उत्तर: 7 दिनों में दृष्टि में सुधार लाने के लिए आपको प्रतिदिन 10 से 15 मिनट के लिए त्राटक योगासन करना चाहिए।
प्रश्न: आंखों की रोशनी कम होने का क्या कारण है?
उत्तर: आंखों की रोशनी कम होने का मुख्य कारण टीवी, लैपटॉप, मोबाइल इत्यादि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर समय व्यतीत करना और कम नींद लेना है।
प्रश्न: कौन सा फल खाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है?
उत्तर: गाजर, चुकंदर, टमाटर इत्यादि फल खाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है।
तो यह थे कुछ उपाय जिनकी सहायता से अप अपनी आँखों की रोशनी को बढ़ा सकते हैं। इस बात का ध्यान रखे कि आपका चाहे कितने भी नंबर का चश्मा हो (Aankhon ki roshni kaise badhaye) लेकिन यदि आपने हमारे बताये गए उपायों को सीरियस होकर कर लिया तो यकीन मानिये ज्यादा से ज्यादा छह माह में आपका चश्मा पूरी तरह से उतर जाएगा। इसके लिए आपको किसी डॉक्टर के पास जाने की आवश्यकता नही होगी और ना ही किसी तरह का ऑपरेशन करवाना होगा।
आपकी इस पोस्ट से आँखों की रोशनी बढ़ाने के घरेलू उपाय से मुजे बहोत ज्यादा मदद मिली है आपका बहोत ही ज्यादा धन्यवाद