आर्मी में डाक्टर कैसे बनें? योग्यता, कोर्स, जॉब, सैलरी, करियर | How To Become a Doctor In The Army?

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डाक्टरी के पेशे को मानवता से जुड़ा पेशा माना जाता है। एक डाक्टर किसी की जान बचाता है। लोग इस वजह से एक डाक्टर को भगवान का दर्जा देने से भी नहीं चूकते। बहुत से युवा आर्मी में बतौर डाक्टर भर्ती होने का सपना देखते हैं, ताकि वे मानवता की सेवा के साथ ही देश सेवा भी कर सकें।

अपने उन जवानों, अफसरों का इलाज कर सकें, जो मां भारती की सेवा में जानोतन से लगे हैं। यदि आप भी आर्मी में डाक्टर (doctor in army) बनना चाहते हैं तो यह पोस्ट आपके लिए ही है। इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि आर्मी में डाक्टर कैसे बन सकते हैं? (How to become a doctor in army?) इसकी क्या प्रक्रिया है? इसके लिए क्या योग्यता चाहिए? आदि-आदि। आइए, शुरू करते हैं –

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आर्मी में डाक्टरों की भर्ती किस कोर में होती है? (In which core doctor is posted in army)

आर्मी में डाक्टरों की आर्मी मेडिकल कोर (army medical core) में होती है। इसे शार्ट में एएमसी (AMC) भी कहा जाता है। यह देश सेवा के लिए एक बेहतर रास्ता है। जो फ्रंटियर पर सैनिक बनकर अपने देश की सेवा नहीं कर सकता, वह डाक्टर बनकर कर सकता है।

आर्मी में डाक्टर कैसे बनें? How To Become a Doctor In The Army?

आर्मी में डाक्टर बनने के लिए क्या आवश्यक योग्यता है? (What is the pre requisite to become a doctor in army?)

  • 1. आवेदक भारत का नागरिक (citizen of India) हो।
  • 2. आवेदक अविवाहित (unmarried) हो।
  • 3. आवेदक के पास एएफएमसी, पुणे (AFMC, Pune) से एमबीबीएस (MBBS) डिग्री हो।
  • अथवा
  • 4. आवेदक के पास मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया (medical council of India) द्वारा मान्यता प्राप्त किसी विश्वविद्यालय अथवा संस्थान से ली एमबीबीएस की डिग्री हो तो वह एसएससी के जरिए भर्ती हो सकता है।

आर्मी में डाक्टर बनने के लिए आपको कौन सी परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी? (Which exam one should clear to become a doctor in army?)

दोस्तों, सबसे पहले आपको बताते हैं कि आपको आर्मी में भर्ती के लिए कौन सी परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। दरअसल, इसके लिए एक युवा को एएफएमसी, पुणे से एमबीबीएस की परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है। एएफएमसी (AFMC) को यानी आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कालेज (armed forces medical College) पुकारा जाता है। यह पुणे में स्थित है।

आर्मी में डाक्टरों की भर्ती का क्या तरीका है? (What is the system of appointment of doctors in army?)

साथियों, आपको जानकारी दे दें कि आर्मी में डाक्टरों की भर्ती परमानेंट कमीशन (permanent commission) यानी पीसी (PC) एवं शार्ट सर्विस कमीशन (short service commission) एसएससी (SSC) के जरिए होती है। एएफएमसी पुणे से पासआउट (passout) होने वाले 50 प्रतिशत मेडिकल ग्रेजुएट्स (medical graduates) को सीधे आर्मी में परमानेंट कमीशन मिल जाता है। बाकियों को एसएससी में लिया जाता है।

यहां आपको एक बात स्पष्ट कर दें और वो ये कि –

  • * सिविल मेडिकल कालेजों से पास आउट डाक्टरों को सिर्फ एसएससी के जरिए मौका मिलता है।
  • * इनका कार्यकाल केवल पांच वर्ष का होता है। इसे पहली बार में पांच साल एवं दूसरी बार में चार साल और बढ़ाकर अधिकतम 14 साल किया जा सकता है।
  • * एएफएमसी से पास आउट ग्रेजुएट्स को एसएससी में न्यूनतम 7 साल तक सेवा की पेशकश की जाती है। इसके पश्चात इस कार्यकाल को 7 वर्ष और बढ़ाया जा सकता है।

पीसी व एसएससी में क्या अंतर है? (What is the difference between pc and SSC?)

आइए, अब परमानेंट कमीशन एवं एसएससी के बारे में जान लेते हैं।

परमानेंट कमीशन (permanent commission):

इसे हिंदी में स्थाई कमीशन भी पुकारा जाता है। आपको बता दें दोस्तों कि एएफएमसी पुणे से मेडिकल डिग्री हासिल चिकित्सकों को ही सेना में परमानेंट कमीशन मिलता है।

एसएससी (SSC):

इसे शार्ट सर्विस कमीशन भी पुकारा जाता है। आपको बता दें कि आर्मी मेडिकल कोर यानी एएमसी प्रत्येक वर्ष अथवा वर्ष में दो बार सेना में डाक्टर बनने के लिए पुरुष एवं महिला अभ्यर्थियों से आवेदन आमंत्रित करता है। उनकी भर्ती एसएससी मेडिकल आफिसर के रूप में की जाती है। यह कमीशन जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, अल्प समय के लिए होता है।

एसएससी से डाक्टर भर्ती की पात्रता एवं तरीका क्या है? (What is the ssc doctor’s appointment eligibility and system?)

एसएससी से डाक्टर भर्ती की पात्रता एवं तरीका इस प्रकार से है-

  • एसएससी से भर्ती को आवेदन के लिए अधिकतम उम्र 45 वर्ष निर्धारित की गई है।
  • इसके लिए न केवल मेडिकल ग्रेजुएट यानी एमबीबीएस, बल्कि पीजी यानी एमडी, एमएस, एमसीएच, डीएम अभ्यर्थी भी आवेदन कर सकते हैं।
  • अभ्यर्थियों की योग्यता जांचने एवं मूल्यांकन के लिए उन्हें एक इंटरव्यू (interview) को नई दिल्ली बुलाया जाता है।
  • इंटरव्यू में प्रदर्शन के आधार पर चुने गए उम्मीदवारों को आर्म्ड फोर्सेज अस्पताल में मेडिकल टेस्ट (medical test) के लिए बुलाया जाता है।
  • मेडिकली फिट उम्मीदवारों के प्रमाण पत्रों की जांच एवं वेरिफिकेशन (certificate verification) किया जाता है।
  • इसमें खरे उतरने वाले उम्मीदवारों को सेना में शार्ट सर्विस कमीशन दे दिया जाता है।

एएफएमसी पुणे में एमबीबीएस प्रवेश की क्या प्रक्रिया है? (What is the process of admission in MBBS in AFMC, Pune?)

मित्रों, अब हम आपको जानकारी देंगे कि एएफएमसी में प्रवेश यानी एडमिशन की क्या प्रक्रिया है? दरअसल, एएफएमसी पुणे के एमबीबीएस कोर्स में दाखिला नीट-यूजी (NEET-UG) के माध्यम से होता है। इस टेस्ट का आयोजन एनटीए (NTA) यानी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (national testing agency) करती है।

कालेज में एमबीबीएस की कुल 180 सीटें हैं, जिनें से 115 सीटें पुरुष एवं 30 सीटें महिला अभ्यर्थियों के लिए हैं। 5 सीटें सरकार द्वारा प्रायोजित अभ्यर्थियों के लिए रिजर्व करती हैं। ये अभ्यर्थी मित्र राष्ट्रों के होते हैं। नीट यूजी का स्कोर ही सबसे ज्यादा मायने रखता है।

यहां एमबीबीएस का कोर्स साढ़े चार साल का होता है। इसके अतिरिक्त अभ्यर्थियों को मेडिकल कौंसिल आफ इंडिया द्वारा मान्यता प्राप्त चुनिंदा अस्पतालों में एक साल की रोटेटिंग इंटर्नशिप ट्रेनिंग (rotating internship training) भी पूरी करनी होती है।

नीट यूजी में बैठने के लिए आवश्यक योग्यता क्या है? (What is the eligibility to take NEET-UG?)

मित्रों, अब आपको जानकारी दे दें कि नीट-यूजी (NEET-UG) में बैठने के लिए आवश्यक योग्यता क्या है। इसके लिए अभ्यर्थी ने-

  • 10+2 की परीक्षा फिजिक्स केमिस्ट्री एवं बायोलाजी (physics, chemistry and biology) विषय के साथ उत्तीर्ण की हो।
  • इन तीनों विषयों में उसके 60 प्रतिशत अंकों से कम न हों।
  • इंगलिश एवं साइंस (English and science) के अन्य विषयों में भी अभ्यर्थी के 50 प्रतिशत से कम अंक न हों।
  • अभ्यर्थी ने क्वालिफाइंग परीक्षा (qualifying exam) रेगुलर अभ्यर्थी (regular candidate) के तौर पर पहले प्रयास में उत्तीर्ण की हो।
  • अभ्यर्थी ने 10वीं परीक्षा मैथ्स (maths) के साथ उत्तीर्ण की हो।
  • अभ्यर्थी की उम्र न्यूनतम 17 वर्ष से लेकर अधिकतम 24 वर्ष तक हो।

नीट-यूजी के लिए आवेदन कैसे करें? (How to apply for NEET-UG?)

नीट यूजी (NEET-UG) के लिए आवेदन (apply) कैसे किया जा सकता है दोस्तों, अब हम आपको इस संबंध में जानकारी उपलब्ध कराएंगे। एक अभ्यर्थी को नीट यूजी आवेदन को यह steps follow करने होंगे-

  • इसके लिए नेशनल बोर्ड आफ एजुकेशन यानी एनबीई की वेबसाइट https://nbe.edu.in/ पर जाएं।
  • यहां अपनी वैध ईमेल आईडी एवं मोबाइल नंबर (email id and mobile number) के जरिए रजिस्टर (registration) करें।
  • रजिस्ट्रेशन के बाद आपकी लागिन आईडी एवं पासवर्ड (login id and password) जनरेट हो जाएगा।
  • अब आवेदन फार्म (application form) भरें।
  • सिग्नेचर एवं फोटोग्राफ (signature and photograph) के साथ ही आवश्यक दस्तावेज अपलोड (documents upload) करें।
  • अपने परीक्षा केंद्र (examination centre) का चुनाव करें।
  • इसके पश्चात परीक्षा के लिए निर्धारित फीस 1400 रूपए का भुगतान (payment) क्रेडिट कार्ड/डेबिट कार्ड (credit card/debit card) अथवा नेटबैंकिंग (net banking) के माध्यम से करें।
  • आवेदन के बाद भविष्य के संदर्भ (future reference) के लिए इसका प्रिंट आउट (print out) लेकर सुरक्षित रख लें।

नीट यूजी के बाद एएफएमसी में एमबीबीएस में प्रवेश कैसे मिलेगा? (How one can get admission in AFMC after NEET-UG?)

  • नीट यूजी के जरिए चुनकर आए अभ्यर्थियों की स्क्रीनिंग (screening) की जाएगी। इसमें टीओईएलआर (TOELR), पीएटी (PAT), पर्सनल इंटरव्यू (personal interview) आदि होता है।
  • इसके बाद फाइनल मेरिट (final merit) तैयार की जाएी। है। यइ अभ्यर्थी के लिखित एग्जाम (written exam) यानी नीट-यूजी स्कोर+टीओईएलआर स्कोर एवं इंटरव्यू के आधार पर तैयार की जाती है।

आपको बता दें दोस्तों कि पैट (PAT) केल एक क्वालीफाइंग एग्जाम होता है, इसे फाइनल मेरिट लिस्ट तैयार करते हुए ध्यान में नहीं रखा जाता। मेरिट में चयनित अभ्यर्थियों को मेडिकल काउंसिलिंग कमेटी (medical counseling committee) यानी एमसीसी (MCC) के बिहाफ (behalf) पर डीजीएचएस (DGHS) द्वारा संचालित सेंट्रल काउंसिलिंग (Central counseling) में शिरकत करनी होगी। इस प्रकार छात्र का चयन एएफएमसी पुणे के लिए हो जाएगा।

एएफएमसी में प्रवेश के समय कौन कौन से दस्तावेज जमा करने होंगे? (What documents are to be submitted at the Time of admission in AFMC?)

एएफएमसी में एमबीबीएस में प्रवेश के समय एक अभ्यर्थी को यह दस्तावेज जमा करने होंगे-

  • 10वीं एवं 12वीं पास की मार्कशीट (marksheet)।
  • नीट यूजी का एडमिट कार्ड (admit card)।
  • नीट यूजी का स्कोर कार्ड (score card)।
  • एमबीबीएस कोर्स में एडमिशन का सेलेक्शन लेटर (selection letter)।
  • टीसी/स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट (TC)
  • कैरेक्टर सर्टिफिकेट (character certificate)।
  • कलर फोटोग्राफ व्हाइट बैकग्राउंड के साथ।
  • एनसीसी सर्टिफिकेट (NCC certificate) यदि हो।
  • वैलिड जाति प्रमाण पत्र (valid caste certificate) (यदि लागू हो)।

एएफएमसी से कौन कौन से कोर्स किए जा सकते हैं? (Which courses can be done through AFMC?)

दोस्तों, आपको जानकारी दे दें कि मेडिकल पीजी कोर्सेज में दाखिले के लिए अभ्यर्थी को नीट-पीजी (NEET-PG) क्लियर करना होता है। यूजी लेवल पर एएफएमसी पुणे से यह कोर्स किए जा सकते हैं-

  • एमबीबीएस (MBBS)
  • बीएससी नर्सिंग (BSc nursing)
  • पोस्ट बेसिक नर्सिंग (Post basic nursing)
  • एमडी (MD)
  • एमएस (MS)
  • एमएससी इन आटोनामी (MSc in autonomy)

इसके अतिरिक्त विभिन्न डिप्लोमा (Diploma) एवं सुपर स्पेशियलिटी कोर्स (super speciality course) भी एएफएमसी पुणे द्वारा कराए जाते हैं।

आर्मी में डाक्टर कैसे बन सकते हैं?

आर्मी में डाक्टर बनने के लिए अभ्यर्थी के पास एएफएमसी की एमबीबीएस की डिग्री होनी चाहिए।

क्या सिविल कालेज से एमबीबीएस करने वाले भी आर्मी में डाक्टर बन सकते हैं?

जी हां, दोस्तों सिविल कालेज से एमबीबीएस वाले भी एसएससी के जरिए आर्मी में डाक्टर बन सकते हैं।

एएफएमसी की फुल फार्म क्या है?

एएफएमसी की फुल फार्म आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कालेज है।

एएफएमसी पुणे से एमबीबीएस में प्रवेश के लिए कौन सी परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है?

इसके लिए आवेदक को नीट यूजी क्लियर करना होता है।

एएफएमसी पुणे से एमबीबीएस कितने साल का कोर्स है?

एएफएमसी पुणे से एमबीबीएस साढ़े चार साल का कोर्स होता है। इसके पश्चात एक साल की रोटेटिंग इंटर्नशिप ट्रेनिंग भी होती है।

दोस्तों, हमने आपको इस पोस्ट (post) में आर्मी में डाक्टर कैसे बनें? विषय पर महत्वपूर्ण जानकारी दी। उम्मीद है कि यह पोस्ट आपके लिए उपयोगी साबित होगी। यदि आप इसी प्रकार की जानकारीपरक पोस्ट हमसे चाहते हैं तो इसके लिए हमें नीचे दिए गए कमेंट बाक्स (comment box) में कमेंट (comment) करके बता सकते हैं। आपकी प्रतिक्रियाओं एवं सुझावों का हमेशा की तरह स्वागत है। ।।धन्यवाद।।

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प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
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