Arrange marriage fayde or nuksan, हम चाहे कितनी भी आनाकानी करे लेकिन एक समय के बाद हमें अपने घरवालो के आगे झुककर शादी करनी (Pros and cons of arranged marriage in Hindi) ही होती है। अब चाहे हमें अरेंज मैरिज करनी पड़े या फिर लव मैरिज लेकिन वह करनी ही पड़ेगी यह पक्का है। ऐसी स्थिति में (Arranged marriage ke side effects) भारत जैसे देश में आज के समय में भी अरेंज मैरिज का प्रचलन ज्यादा है।
ऐसे में यदि आप भी अरेंज मैरिज करने को लेकर उलझन की स्थिति में हैं और इसके बारे में विस्तार से जानना चाह रहे हैं तो आज हम (Arrange marriage ke fayde) आपका यह सब भ्रम दूर कर देने वाले हैं। दरअसल हर तरह की मैरिज के अपने अलग अलग फायदे व नुकसान होते है फिर चाहे वह लव हो या अरेंज।
ऐसी स्थिति में यदि आप अरेंज मैरिज करने जा रहे हैं तो अवश्य ही आपको अरेंज मैरिज के फायदे और नुकसान जानने (Arrange marriage ke nuksan) की इच्छा होगी।
इसलिए आज के इस लेख में हम आपको बताएँगे कि आखिरकार अरेंज मैरिज का अर्थ क्या होता है, अरेंज मैरिज के फायदे क्या है और अरेंज मैरिज के नुकसान भी। ताकि यह सब पढ़कर आप अपने अनुसार (Advantages and disadvantages of arranged marriage in India) एक सही निर्णय ले सके।
अरेंज मैरिज के फायदे और नुकसान (Arrange marriage fayde or nuksan)
यदि आप अरेंज मैरिज करने जा रहे हैं तो थोड़ा रुकिए और दो पल ठहरिये। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि यह आपके जीवनभर का निर्णय होगा और इसी निर्णय पर आपकी आगे की जिंदगी निर्भर करेगी। ऐसे में एक भी गलत निर्णय या बिना सोचे समझे लिया गया फैसला आपके जीवन को बर्बाद कर देगा। इसलिए सबसे पहले आपका अरेंज मैरिज के हर पहलू के बारे में सही से जानना आवश्यक हैं। आइए जाने अरेंज मैरिज के बारे में सबकुछ।
अरेंज मैरिज क्या है (Arranged marriage in Hindi)
अरेंज मैरिज को हिंदू धर्म के अनुसार ब्रह्म विवाह की संज्ञा दी गयी हैं। दरअसल हिंदू धर्म के अनुसार विवाह के कुल आठ प्रकार बताये गए हैं। इसमें अरेंज मैरिज को ब्रह्म विवाह की संज्ञा दी जाती हैं जो सभी विवाह में सर्वश्रेष्ठ होता है। हालाँकि यदि अरेंज मैरिज में लड़की के माता-पिता अपनी कन्या के अलावा किसी अन्य चीज़ का भी दान करते हैं तो वह ब्रह्म विवाह (Arrange marriage ka matlab) नही रहता हैं।
ब्रह्म विवाह के अनुसार जब किसी विवाह को लड़का लड़की के अलावा उनके माता पिता की भी स्वीकृति प्राप्त हो और उसमे किसी चीज़ का आदान प्रदान ना होकर केवल लड़की के माता पिता के द्वारा कन्या का दान किया जाए तो उसे ब्रह्म विवाह कहा जाता हैं।
हालाँकि यदि अरेंज मैरिज को आज के समय के अनुसार देखा जाए तो इसमें यह सब चीज़े तो आएँगी ही आएँगी लेकिन इसमें (Arrange marriage kya hota hai) किसी वस्तु का आदान प्रदान, कोई शर्त, कोई दुखदायी घटना, स्थिति इत्यादि कई करक भी जुड़े हुए हो सकते हैं। इसलिए अरेंज मैरिज को पूर्ण रूप से ब्रह्म विवाह की संज्ञा नही दी जा सकती हैं।
एक तरह से अरेंज मैरिज का अर्थ हुआ अपने माता पिता या परिवार के द्वारा चुने गए लड़का या लड़की को देखकर उनसे विवाह करना। यह आवश्यक नही कि इसमें आपके साथ कोई जोर जबरदस्ती की जाए, बल्कि इसमें बस आप लड़का या लड़की अपने आप नही ढूंढते, उसे ढूंढने में आपके घरवाले या माता पिता आपकी सहायता करते हैं। तब ऐसी स्थिति में हुए विवाह को अरेंज मैरिज की संज्ञा दी जाती हैं।
आशा हैं अब आपको अरेंज मैरिज का अर्थ समझ में आ गया होगा। साथ ही इसमें आपको क्या क्या चीज़े देखनी पड़ेगी या क्या क्या चीज़े आपके लिए सही रहेगी और क्या नही, यह सब भी आज हम आपको बताएँगे। सबसे पहले हम अरेंज मैरिज के फायदे जानेंगे। तत्पश्चात अरेंज मैरिज के नुकसान भी आपको बताये जाएंगे।
अरेंज मैरिज के फायदे (Arrange marriage ke fayde)
किसी भी चीज़ के नुकसान जानने से पहले उसके बारे में सही से पता अवश्य होना चाहिए। कहने का अर्थ यह हुआ कि किसी भी चीज़ के नकारात्मक पहलू को देखने से पहले उसके सकारात्मक पहलू को देखना उचित रहता है। यदि आप केवल एक पहलू को (Arranged marriage benefits in Hindi) देखकर ही निर्णय कर लेंगे तो यह ना केवल आपके लिए उचित रहेगा और ना ही सामने वाले के लिए।
ऐसी स्थिति में यदि आप अरेंज मैरिज के फायदों या अरेंज मैरिज से मिलने वाले लाभ के बारे में विस्तार से जानना छह रहे हैं तो आज हम आपको अरेंज मैरिज से मिलने वाले संपूर्ण लाभ के बारे में विस्तार (Arrange marriage ke labh) से बताएँगे। इससे आपको अरेंज मैरिज के बारे में सभी तरह की शंकाएं दूर हो जाएगी। आइए जाने अरेंज मैरिज के लाभ।
#1. परिवार का साथ
अरेंज मैरिज का सबसे बड़ा और सबसे सही फायदा यह मिलता हैं कि इसमें आपका संपूर्ण परिवार आपके साथ कंधे से कन्धा मिलाकर खड़ा होता है। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि यदि आप किसी से लव मैरिज करेंगे तो इसकी बहुत कम संभावना है कि शादी के बाद भी परिवार आपके साथ रहे। वह साथ रहे या ना रहे यह तो दूर की बात है बल्कि वे आपके शत्रु भी बन सकते हैं।
ऐसे में अरेंज मैरिज में आपको अपनर परिवार का भरपूर साथ मिलेगा। आपको कोई समस्या होगी तो आप उनके साथ शेयर भी कर सकते हैं। घर के बड़े बुजुर्ग आपको सही सलाह भी देंगे।
#2. माता पिता की खुशी
जिन माता पिता ने आपको बचपन से पाला और आपको हर चीज़ में सक्षम बनाया, फिर चाहे वह आपको संभालना हो, चलना सीखाना हो या हाथ पकड़ कर स्कूल ले जाना हो। इसके बाद आपके स्कूल या कॉलेज की फीस, आपके लिए खाना बनाना, दिन रात आपका ध्यान रखना, आपकी सुरक्षा करना इत्यादि।
अब यदि आप इस मोड़ पर आकर अपने माता पिता की बात को अनदेखा करके किसी और से विवाह कर लेंगे तो सोचिये आप उनके दिल को कितना दुःख (Advantages of arranged marriage in Hindi) पहुचाएंगे।
ऐसे में अआप उनके सामने कभी फिर से वैसे नज़रे नही मिला पाएंगे और ना ही वे आपके वैसे अपने रह पाएंगे। ऐसे में अरेंज मैरिज करके आपको दूसरा जो सबसे बड़ा लाभ मिलेगा वह हैं आपके माता पिता की खुशी।
#3. दो परिवारों का बंधन
आप क्या सोचते हैं कि अरेंज मैरिज में केवल आप दोनों की शादी होती हैं? यदि आप ऐसा सोचते हैं तो आप बिल्कुल गलत है। दरअसल अरेंज मैरिज में दो लोगों की शादी नही होती बल्कि दो परिवार एक अटूट बंधन में बंध जाते हैं। इसी बंधन के कारण ही शादियाँ टिक पाती हैं।
ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि नव विवाहित जोड़ों के बीच कई बातों को लेकर मन मुटाव होना लाजमी हैं। ऐसे में आपने कई रिलेशन, लिव इन इत्यादि टूटते हुए देखे होंगे और वो भी बस छोटी छोटी बात पर। ऐसे में अरेंज मैरिज इसलिए नही टूटी क्योंकि उनके ऊपर दो परिवारों का भी दबाव होता हैं।
कहने का तात्पर्य यह हुआ कि शुरुआत में छोटी मोटी बातें होती रहती हैं। ऐसे में यह बाते परिवार के बंधन के कारण ज्यादा बढ़ नही पाती हैं और शादी बनी रहती (Arranged marriage positive points in Hindi) हैं। एक तरह से अरेंज मैरिज में परिवार के दबाव व बंधन के कारण स्थिरता बनी रहती हैं।
#4. बहुत से विकल्प
अब समय पहले जैसा तो रहा नही कि आपके माता पिता ने आपसे बिना पूछे ही आपका रिश्ता पक्का कर दिया और हो गयी आपकी शादी। ऐसा हमारे दादा दादी या शायद तक मम्मी पापा के साथ हुआ हो। पहले तो लड़का व लड़की को आपस में दिखाया ही नही जाता था और जवाब दे दी जाती थी।
इसके अलावा धीरे धीरे समय बदला और उन्हें आपस में मिल गया लेकिन तब उन्हें विकल्प कम दिए जाते थे और उन पर किसी विशेष व्यक्ति को पसंद करने का दबाव होता था।
किंतु आज के समय में परिस्थितियां बिल्कुल बदल चुकी हैं। आज के समय में परिवार वाले अवश्य ही आपको अपनी जाति व धर्म से संबंधित लड़का या लड़की से विवाह करने का प्रस्ताव रखेंगे लेकिन वे आपको इसमें कई तरह के विकल्प देंगे। कहने का अर्थ यह हुआ कि अब आपकी जाति या धर्म में लडको या लड़की की कमी तो हैं नही।
ऐसी स्थिति में आपको कई लडको व लड़की की फोटो व पोर्टफोलियो भेजकर आपको दिखाया जाएगा और जिसमें आपकी स्वीकृति होगी उसी के साथ बात को आगे बढ़ाया जाएगा। इसलिए आज के समय में अरेंज मैरिज एक बहुत ही सुलभ और सही मैरिज बन चुकी है जहाँ लड़का व लड़की की भावनाओं का भी पूरा पूरा सम्मान रखा जाता हैं।
#5. अपने आप से कुछ नही करने का दबाव
अब जरा आप ही सोचिये कि यदि आप लव मैरिज करेंगे या अपने परिवार के विरुद्ध जाकर शादी करेंगे तो आपको क्या क्या देखना पड़ेगा। इसमें आपको अपने परिवार वालो को मनाना पड़ेगा और यदि वे नही माने तो उनके विरुद्ध जाकर शादी करनी पड़ेगी।
फिर आपको शादी की सब तैयारियां इत्यादि खुद करनी पड़ेगी। जैसे कि शादी कहा की जाए, कैसे की जाए, पंडित मानेगा या नही, उसके बाद क्या करना होगा इत्यादि इत्यादि 10 तरह की चीज़े।
वही अरेंज मैरिज में तो आपको बस शादी के लिए हां करनी हैं और लड़का या लड़की चुननी हैं। इसके बाद सारा काम घरवाले ही देख लेंगे। बल्कि इसमें तो आपसे आपकी पसंद ना पसंद पूछी जाएगी। इस तरह से अरेंज मैरिज करके अपनी शादी के समय का आराम से आनंद उठा पाएंगे।
#6. जीवनसाथी को ढूँढना नही पड़ता
बहुत से लोग होते हैं जो बहुत ही आसानी से रिलेशन में आ जाते हैं जबकि बहुत लोग इस मामले में कच्चे होते है। साथ ही किसी रिलेशन को कैसे हैंडल किया जाए या एक सच्चा जीवनसाथी कैसे ढूंढा जाए, यह बहुत ही मुश्किल काम होता है। इसके साथ ही यदि कोई मिलता (Arrange marriage ke benefits) भी हैं तो वह किसी कारण चला जाता हैं या उनके साथ सही से बन नही पाती।
ऐसी स्थिति में आप इस काम में अकेले पड़ने की बजाए इसमें अपने घरवालो को भी मिला ले तो कैसा लगेगा। बस इसी का नाम तो है अरेंज मैरिज। अभी तक जो काम अकेले ही कर रहे थे अब उसमे आपका पूरा खानदान लग जाएगा और आपका जीवनसाथी ढूंढने में मदद करेगा। क्यों हो गया ना आपका काम आसान।
#7. सामने वाले भरोसेमंद परिवार
लव मैरिज में आप केवल लड़का या लड़की के बारे में ही जानते हैं जबकि उसके परिवार के बारे में आपको इतना पता नही होता। क्या पता उसके परिवार कैसा हो और शादी के बाद क्या हो जाए। जबकि अरेंज मैरिज में ऐसा नही होता। ऐसा इसलिए क्योंकि अरेंज मैरिज में हमेशा अपने जानने वाले का परिवार ही ढूंढा जाता है।
जब आपके अरेंज मैरिज की बात हो रही होती हैं तब आपके घरवाले आपके पूरे परिवार व अपने दोस्तों को इस बारे में बता देते हैं। ऐसी स्थिति में आपके सभी रिश्तेदार या पापा मम्मी के दोस्त अपनी जान पहचान के लड़का या लड़की का रिश्ता आपके लिए लेकर आते हैं।
ऐसी स्थिति में आपके जानने वालों में ही कोई ना कोई उस रिश्ते को करवाने के लिए मध्यस्थ बन जाता हैं जिसे कभी कभार बिचौलिया भी कहा जाता हैं। भारत में होने वाले लगभग हर रिश्ते में बिचौलियों की भूमिका बहुत अहम् होती हैं क्योंकि यही बिचौलिए दोनों के परिवार को जानते हैं और उन्हें आपस में एक डोर में बांधने का कार्य करते हैं।
#8. समाज के द्वारा अपनाया जाना
भारत में समाज की भूमिका बहुत मायने रखती है। सोशल मीडिया या दोस्तों के सामने तो हम समाज को बहुत कुछ बोल देते हैं और आसानी से कह देते हैं कि हमें समाज की सोच से अंतर नही पड़ता लेकिन अंत में आपको इसी समाज के बीच में रहना होता है। इसलिए समाज ही आप है और समाज भी आपसे है।
यदि आप लव मैरिज करेंगे तो समाज के अधिकांश लोगों के द्वारा भी उसे स्वीकृति नही मिलेगी और आप दोनों को घृणा की नज़र से देखा जाएगा। ऐसे में आ जहाँ भी (Arrange marriage ke pros in Hindi) जाएंगे वहां आपका जीवन दुश्वार हो जाएगा। जबकि अरेंज मैरिज में सभी आपसे घृणा करना तो दूर बल्कि आपको बधाई देने और आपके लिए उपहार लेकर आपके घर तक आएंगे।
#9. आर्थिक रूप से सहायता
एक ओर लव मैरिज में ना केवल आपको अपने घरवालो से दूर होना पड़ेगा बल्कि आपको आर्थिक रूप से भी बहुत नुकसान झेलना पड़ेगा। कई बार तो आपको अपने पिता के द्वारा संपत्ति से बेदखल भी कर दिया जाएगा। ऐसी स्थिति में अपने लिए नया घर देखना, सब कुछ एडजस्ट करना इत्यादि एक बहुत बड़ी चुनौती बन जाती हैं।
तो वही अरेंज मैरिज में इसकी कोई चिंता करने की आवश्यकता नही पड़ती हैं। इसमें तो आपके घरवालों के द्वारा आपकी सहयता की जाती हैं। जो घरवाले हमेशा आपको ताना मारते रहते थे कि फ्री क्यों बैठा हुआ हैं, कुछ काम कर ले या नौकरी कर इत्यादि इत्यादि। अब वही घरवाले आपको कहेंगे कि जा अपने पार्टनर के साथ कही घूम आ।
#10. बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद
हम चाहे कितने ही बड़े क्यों ना हो जाए लेकिन हमें हमेशा आगे बढ़ते रहने और बेहतर भविष्य के लिए अपने से बड़ों की सलाह की आवश्यकता होती हैं। यह नियम शादी के बाद भी लागू होता हैं। दरअसल शादी के बाद नव विवाहित दंपत्ति के जीवन में कई तरह के बदलाव आते हैं और इसके लिए वे पूरी तरह से तैयार भी नही होते हैं। साथ ही वे इन सभी अनुभव को अपने जीवन में पहली (Why arrange marriage is better) बार देख रहे होते हैं या जी रहे होते हैं।
ऐसी स्थिति में यदि उन्हें बड़ो का सही मार्गदर्शन ना मिल पाए तो शायद यह रिश्ता सही से ना चल पाए और इसमें कई तरह की समस्याएं आने लग जाए। ऐसे में यदि आप चाहते हैं कि आप दोनों के ऊपर अपने बड़े बुजुर्गों का आशुर्वाद बना रहे और वे समय समय पर आप दोनों का उचित मार्गदर्शन करते रहे तो आपको अरेंज मैरिज ही करनी पड़ेगी।
तो यह थे कुछ फायदे जो आपको अरेंज मैरिज करके ही मिल सकते हैं। जबकि यदि आप लव मैरिज करेंगे तो आपको यही फाये नुकसान के रूप में झेलने पड़ सकते हैं (Arranged marriage ka funda)। इसलिए अरेंज मैरिज के इन फायदों को ध्यान से पढ़िए और यदि समझ में ना आये तो इसे फिर से एक बार पढ़ ले ताकि आपकी सभी तरह की शंकाएं दूर हो जाए।
अरेंज मैरिज के नुकसान (Arranged marriage ke nuksan)
अभी तक आपने जाना कि अरेंज मैरिज के आपको क्या क्या फायदे मिल सकते हैं लेकिन यदि आप बस अरेंज मैरिज के फायदे जानकर ही उसका निर्णय ले लेंगे तो यह सरासर गलत होगा। जैसा कि हमने आपको ऊपर ही सचेत किया कि यदि हमें किसी (Arranged marriage ke side effects) चीज़ के बारे में निर्णय लेना हो तो उसका सकारात्मक व नकारात्मक दोनों तरह के पहलू देखने चाहिए और फिर उस पर अपनी स्थिति व समझ के अनुसार निर्णय लेना चाहिए।
इसलिए यदि आप अरेंज मैरिज के फायदे जानने के साथ साथ ही उसके नुकसान भी जान ले ताकि आपकी जानकारी संपूर्ण हो जाए। अब हम आपको अरेंज मैरिज से होने वाले नुकसान के बारे में बताएँगे। आइए जाने।
#1. परिवार का दबाव
यह आवश्यक नही कि हमेशा अरेंज मैरिज में हमें कई सारे विकल्प मिले। कई बार परिवार वाले किसी विशेष लड़का या लड़की से शादी करने का दबाव बनाते हैं। वह भी बस इसलिए कि सामने वाला ज्यादा पैसे कमाता है या अच्छे परिवार से हैं या कोई अन्य कारण। हालाँकि इसके कई कारण हो सकते हैं लेकिन इसका अर्थ यह नही कि आपको वह लड़का या लड़की पसंद ही आ जाए।
वैसे यह आजकल बहुत कम हो गया हैं क्योंकि लड़का या लड़की दोनों ही इसके लिए जल्दी से तैयार नही होते हैं। फिर भी यह आज के समय में कम नही हुआ हैं। आज भी परिवार वाले अपने घर की संतान पर अपने मनचाहे लड़का या लड़की से शादी करने का बहुत दबाव बनाते हैं।
#2. अपने धर्म या जाति में शादी करने का दबाव
कई बार ऐसा देखने को मिलता हैं कि लड़के के माता पिता इस बात को पूरी तरह अनदेखा कर देते हैं कि जिस लड़का या लड़की को उनकी संतान पसंद करती हैं वह कितने अच्छे परिवार से हैं या वह व्यवहार में कितना अच्छा हैं। उनका ध्यान केवल और केवल उसकी जाति या धर्म पर होता है।
साथ ही जिनसे वे अपनी संतान की शादी करवाना चाहते हैं वह लड़का या लड़की पहले वाले से कितना ही निकम्मा क्यों ना हो लेकिन (Arrange marriage ke nuksan) बस उसका धर्म या जाति सामान हैं तो उससे ही शादी करव दी जाये, यही उनके मन में होता है। इस तरह का दबाव भी अरेंज मैरिज का एक बहुत बड़ा नुकसान है।
#3. लड़का या लड़की को सही से नही जान पाना
अरेंज मैरिज का यह दूसरा सबसे बड़ा नुकसान हो सकता हैं। हालाँकि पहले दो नुकसान शायद आपको ना झेलने पड़े और परिवार वाले आपको लडको या लड़की में कई विकल्प देकर आपकी स्वीकृति से ही उसके लिए हामी भरे लेकिन फिर भी हमें समय कम ही मिल पाता हैं।
ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि आपके परिवार वाले केवल आपको उसकी फोटो व पोर्टफोलियो के आधार पर ही उसको चुनने को कहेंगे। उसके बाद एक दो मीटिंग में आपसे उसका उत्तर माँगा जाएगा। कई बार तो यह मीटिंग एक बार ही होती हैं जब हम कहते हैं कि आज उसको देखने लड़के वाले आ रहे हैं या लड़की वाले आ रहे हैं।
ऐसी स्थिति में आपको उनके साथ बस कुल पल ही बिताने को मिलेंगे और फिर आपके ऊपर हां या ना कहने का दबाव होगा। ऐसे में आप अपने मन से हां या ना तो कह पाएंगे लेकिन आपको सामने वाले को जानने का इतना अवसर नही मिल पाएगा और रिश्ता पक्का हो जाएगा।
#4. दहेज़ प्रथा
यह अरेंज मैरिज और लव मैरिज के बीच का एक ऐसा अंतर हैं जो शायद ही जल्दी से ख़त्म हो। अब लव मैरिज का तो मतलब ही होता हैं अपन माता पिता की इच्छा के विरुद्ध अपनी पसंद के लड़के या लड़की से विवाह करना। तो ऐसी स्थिति में तो (Arranged marriage disadvantages in Hindi) दहेज़ की बात ही नही हो सकती क्योंकि पूरा मामला ही प्रेम विवाह का है।
तो वही अरेंह मैरिज की स्थिति में बहुत बार रिश्ता ही सामने वाला का घर, प्रॉपर्टी, संपत्ति उत्यादी देखकर तय किया जाता हैं और उसके बाद लड़का या लड़की देखे जाते हैं।
इसके साथ ही लड़के के घरवालो के द्वारालाद्की के घरवालो से बहुत चीजों की मनाग की जाती हैं जिसे लड़की का पिता बहुत मुश्किल से ही चुका पाता हैं। हालाँकि आज के समय में दहेज़ में बहुत कमी देखने को मिली हैं।
#5. जीवनसाथी से ना बन पाना
यह भी अरेंज मैरिज में बहुत बार देखने को मिलता हैं। लव मैरिज में तो लड़का व लड़की एक दूसरे को पहले से जानते हैं और उन्हें एक दूसरे की पसंद ना पसंद के बारे में भी अच्छे से पता होता है। वे एक दूसरे से विवाह ही इसलिए करना चाहते हैं क्योंकि उनकी बहुत सी चीज़े आपस में मिलती हैं। किंतु अरेंज मैरिज में आप यह पहले से सोच भी नही सकते।
अरेंज मैरिज में आप सामने वाले से कुछ समय के लिए ही मिले होते हैं। और उसके बाद ही आपको रिश्ते के लिए हां कर देनी होती हैं। उसके बाद जब आपका उनसे विवाह हो जाता हैं और अब आप दिनरात एक साथ रहन लगते हैं तब आपको उनके व्यवहार, दिनचर्या, आदतों इत्यादि का पता चलता हैं। ऐसे में यह आवश्यक नही कि पति पत्नी के बीच आपस में बने। कई बार यह बोन्डिंग सही से नही बन पाती और बात तलाक तक पहुँच जाती हैं।
#6. पास्ट कैसा है पता नही
जब हम किसी से प्रेम विवाह करते हैं तब हम उसके बारे में सबकुछ जानकर ही उससे विवाह करते हैं। ऐसे में हमें यह अच्छे से पता होता हैं कि हम जिससे शादी करने जा रहे हैं वह पहले किसके साथ रिलेशन में था, क्या उसके किसी के साथ शारीरिक संबंध भी थे या नही। इसतरह हमें उसके पास्ट के बारे में लगभग हर चीज़ पता होती हैं जो हमें जननी चाहिए।
जबकि अरेंज मैरिज में अक्सर लड़का व लड़की अपने पास्ट को एक दूसरे से छुपाते हैं। जब शादी हो जाती हैं तब इसका खुलासा हो जाता हैं। यह आवश्यक नही कि वे खुद ही अपने पास्ट के बारे में एक दूसरे को बताते बल्कि उन्हें किसी कारण से भी इसका (Arranged marriage problems in India in Hindi) पता चल सकते हैं। ऐसी स्थिति में दोनों के बीच लड़ाई बहुत ज्यादा बढ़ सकती हैं और बात तलाक तक भी पहुँच सकती हैं।
#7. सामने वाला खुश या दबाव में, इसका पता नही चलता
कई बार ऐसा देखने को मिलता हैं कि आप तो शादी को लेकर बहुत खुश होते हैं। साथ हिया आपको अरेंज मैरिज से कोई दिक्कत भी नही हैं। इसके अलावा आपको जो लड़का या लड़की दिखाया गया है आप उसको लेकर भी बहुत खुश है और आगे की प्लानिंग कर रहे है।
ऐसे में आप इस बात का अनुमान नही लगा सकते हैं कि क्या सामने वाला भी इतना ही खुश है और आपको लेकर आशान्वित है या नही। क्या वह किसी दबाव में शादी करने के लिए राजी हुए है या उनका कही और भी चक्कर है या नही। ऐसे में आपको इन सभी बातों की जानकारी उनसे शादी होने के बाद ही पता चलती है।
#8. ससुराल में बनेगी या नही
अक्सर यह देखने को मिलता है कि शादी के बाद लड़की जिस घर में जाएगी वहां उसको कम तवज्जो दी जाती हैं। तथा साथ ही उसके साथ घर की कामवाली जैसा व्यवहार किया जाता है। यदि ऐसा नही भी है तो भी उसे समाज के रीति रिवाज में बंधकर और परिवार इ माहौल में ढलना होता है।
ऐसी स्थिति में यदि लड़की को इसमें समय लगता है या वह आनाकानी करती है तो बाद में इसको लेकर बहुत बाते बनाई जा सकती है। ऐसी स्थिति में लड़की (Arranged marriage drawbacks in Hindi) को बहुत ज्यादा समझौता करना भी पड़ सकता है जो उसे मानसिक दबाव में भी डाल देता है।
#9. एक दूसरे को समय ना दे पाना
अरेंज मैरिज में कई बार लड़का व लड़की के साथ ऐसा होता है कि वे एक दूसरे को समय ही नही दे पाते। ऐसा इसलिए क्योंकि लव मैरिज में तो उन्हें अलग से बहुत समय मिल जाता हैं और ना भी मिले तो भी वे पहले से एक दूसरे को तो जानते ही है लेकिन अरेंज मैरिज में ऐसा नही हो पाता।
अरेंज मैरिज में तो दोनों ने एक दूसरे के साथ समय बिताया भी नही होता और जब उनकी शादी होती है तब वे सोचते है कि अब वे एक दूसरे के साथ समय बिता पाएंगे लें होता इसके उलट है। अब घर में नहीं बहु आई है तो वह सबके लिए नयी होती है। ऐसे में हर कोई चाहता है कि वह अपनी नयी बहु या भाभी के साथ दो पल बिताये।
अब वह लड़की सभी के साथ समय बिताते बिताये ही प[उर दिन निकल देगी तो उसे आपके साथ समय बिताने का अवसर कहा से ही मिल पाएगा। यह भी अरेंज मैरिज का एक नुकसान हो सकता है।
#10. सामने वाले की बुरी आदतों का ना पता होना
अब जब आप लव मैरिज करते हैं तो आपको सामने वल्ली की हर आदत का पता होता है और उन्हें भी आपकी कमियों या बुरी आदतों का पता होता है। जैसे कि नशा करना, बात बात पर गुस्सा हो जाना, स्मोकिंग करना इत्यादि। ऐसे में आप पहले से ही उन्हें समझ चुके होते है और उसी के अनुसार अपने आप को ढाल चुके होते है।
वही अरेंज मैरिज में आपको इसके बारे में कुछ भी पहले से नही पता होता है ।इसका ज=पता आपको शादी के बाद ही चल पाता है। ऐसे में पहले तो आप इन्हें जानकर असहज हो जाते है और बाद में बस एडजस्टमेंट ही कर पाते है बजाए कि इसके उन्हें समझने या समझाने के सिवा। इसलिए अरेंज मैरिज (Problems faced in arranged marriage) में हमें इस बात का डर भी रहता है कि सामने वाला किस बुरी आदत से पीड़ित हो।
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प्रश्न: अरेंज मैरिज का मतलब क्या होता है?
उत्तर: अरेंग मैरिज का मतलब होता है अपने माता पिता व सामने वाले के माता पिता की सहमती के बाद ही उनसे विवाह करना।
प्रश्न: क्या लव मैरिज करना सही है?
उत्तर: हिंदू धर्म के अनुसार लव मैरिज करना अनुचित नही है और इसे गंधर्व विवाह की संज्ञा भी दी गयी है।
प्रश्न: अरेंज मैरिज में क्या बुराई है?
उत्तर: अरेंज मैरिज की सबसे बड़ी बुराई यही हैं कि इसमें लड़का व लड़की को एक दूसरे को जानने के लिए उचित समय नही मिल पाता।
प्रश्न: लव मैरिज और अरेंज मैरिज में क्या अंतर होता है?
उत्तर: लव मैरिज में हमारे लिए लड़का या लड़की हम स्वयं चुनते हैं जबकि अरेंज मैरिज वही काम हमारे परिवारवाले करते हैं।
प्रश्न: अरेंज मैरिज क्यों नहीं होनी चाहिए?
उत्तर: यदि आपके ऊपर या सामने वाले के ऊपर अरेंज मैरिज का दबाव बनाया जा रहा हैं और आप या वो किसी अन्य से प्रेम करते हैं तो ऐसी स्थिति में अरेंज मैरिज नही होनी चाहिए।
तो यह थे अरेंज मैरिज करने से होने वाले नुकसान और लाभ भी। आशा है अब आपको अरेंज मैरिज के बारे में सबकुछ पता चल गया होगा और मन की सभी शंकाएं भी दूर हो गयी होगी (Arranged marriage positives and negatives in Hindi)। तो आज आपने जाना कि अरेंज मैरिज क्या होती है, इसे क्यों किया जाता है, अरेंज मैरिज करने के क्या फायदे हो सकते हैं और साथ ही अरेंज मैरिज के क्या नुकसान है।