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अश्वगंधा एक ऐसा नाम है जिसके बारें में सुना तो सभी ने हैं लेकिन सभी के सामने हम इसका नाम लेने से हिचकिचाते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इसे केवल पुरुषों की प्रजनन क्षमता से ही जोड़कर देखा जाने लगा हैं। यह सही हैं कि अश्वगंधा का इस्तेमाल पुरुषों की प्रजनन क्षमता को (Ashwagandha benefits in Hindi) बढ़ाने के लिए किया जाता हैं लेकिन इसी अश्वगंधा का इस्तेमाल अन्य कई तरह की बिमारियों को ठीक करने में भी किया जाता है।
आयुर्वेद में अश्वगंधा को प्रमुख स्थान प्राप्त (Ashwagandha kya hai) हैं। ऐसा इसके गुणों व इससे मिलने वाले फायदों के कारण होता है। अश्वगंधा एक ऐसी जड़ी बूटी हैं जिसका आज से ही नही बल्कि कई हजार वर्षों से उपयोग होता आ रहा हैं। इसलिए आज के इस लेख (Ashwagandha kya kaam aata hai) में आप अश्वगंधा के बारे में सब कुछ जान पाएंगे। इसके बाद आपके मन में अश्वगंधा को लेकर कोई भी शंका शेष नही रह जाएगी। आइए जाने अश्वगंधा क्या होता हैं और कैसे आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
अश्वगंधा क्या है (Ashwagandha kya hai)
अश्वगंधा एक प्रकार की जड़ी बूटी होती हैं जो कई तरह के पौदों के मिश्रण से तैयार की गयी होती हैं। यह दो शब्दों के मेल से बना हुआ हैं अश्व व गंधा। इसमें अश्व का अर्थ घोड़े से हैं जबकि गंधा का अर्थ किसी चीज़ की सुगंध से हैं। तो अश्वगंधा में घोड़े के (Ashwagandha kya hota hai) जैसी सुगंध आती हैं तो इसी कारण इसे अश्वगंधा का नाम दिया गया हैं। यह चेरी के पौधों से भी बनाई जाती हैं और इसे बनाने के कुछ अन्य तरीके भी हैं।
इसी अश्वगंधा [ashwagandha] का इस्तेमाल बिमारियों को दूर भगाने और हमेशा स्वस्थ रहने में किया जा सकता हैं। प्राचीन समय में इसका उपयोग मुख्य रूप से हुआ करता था। इसी कारण आज के समय में भी इसके ऊपर बहुत खोज की गयी हैं और अब इसका उपयोग बढ़ाकर दवाइयों में भी किया जाने लगा हैं। आज के समय में मनुष्य को स्वस्थ रखने में अश्वगंधा का बहुत अधिक योगदान हैं।
अश्वगंधा कैसे बनता है (Ashwagandha kaise banta hai)
अब यदि आप यह जानना चाहते हैं कि अश्व गंधा कैसे बनती हैं तो यह आप भी जान लीजिए। दरअसल यह किसी तरह से बनती नही हैं बल्कि इसके लिए आपको अश्वगंधा का पौधा लगाना पड़ता हैं। यह अश्वगंधा का पौधा वनों में भी पाया जाता है तो कहीं जगह पर इसकी खेती भी होती हैं। इसमें भी दो तरह के प्रकार होते हैं। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि जो अश्वगंधा का पौधा वनों में पाया जाता हैं वह ज्यादतर जहरीला होता हैं। इसी कारण इसे जहरीली अश्वगंधा के नाम से भी जाना जाता है।
तो वही कहीं कहीं जलवायु व वहां के वातावरण के अनुसार इसकी खेती भी की जाती हैं। इसे अलग अलग तरीको से उगाया जाता है और उसी से अश्वगंधा को तैयार किया जाता है। इसके पौधे में जो चेरी उगती हैं उसको रगड़ रगड़ कर अश्वगंधा का निर्माण किया जाता है। इसे चेरी के साथ ही उसके पौधे की जड़ो व तनो के माध्यम से भी तैयार किया जाता है।
अश्वगंधा के गुण (Ashwagandha ke gun)
अब यदि आप अश्वगंधा के बारे में जान ही रहे हैं तो आपको इसके गुणों के बारे में भी जानना चाहिए। दरअसल हमें किसी चीज़ का महत्व तब तक समझ में नही आता है जब तक कि हम उसके गुणों के बारे में अच्छे से ना जान जाए। इसलिए यदि आप अश्वगंधा के बारे में जान ही रहे हैं तो साथ के साथ यह भी जानिए कि इसमें ऐसे क्या क्या गुण पाए जाते हैं जो आपके लिए लाभकारी सिद्ध हो सकते हैं।
- विषाणु रोधी गुण [antiviral properties]
- जीवाणु रोधी गुण [antibacterial properties]
- एंटी ओक्सिडेंट [anti oxidant]
- एंटी बैक्टीरियल [anti bacterial]
- लीवर टॉनिक [liver tonic]
- शक्ति वर्धक [power booster]
- तनाव रोधी [anti stress]
- कोलेस्ट्रोल फ्री [cholesterol free]
- वसा मुक्त [fat free]
- बेहतर रक्तसंचार
[better circulation]
इसके अलावा भी अश्वगंधा में कई तरह के गुण पाए जाते हैं जो इसकी महत्ता को दर्शाते हैं। इसी कारण अश्वगंधा को आयुर्वेद में इतना प्रमुख स्थान दिया गया हैं। एक तरह से यह मनुष्य को शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रखने के लिए बहुत ही उपयोगी माना जाता हैं।
अश्वगंधा का महत्व (Ashwagandha ka mahatva)
अश्वगंधा के गुण तो आपने जान लिए लेकिन आखिर इसका इतना महत्व क्यों है? क्यों हर जड़ी बूटी में इसका नाम प्रमुखता के साथ लिया जाता है? ऐसा इसमें क्या है जो बाकियों में नही है? ऐसे ही बहुत से प्रश्न आपके मस्तिष्क में दौड़ रहे होंगे। यदि आप भी अश्वगंधा की महत्ता जानने को उत्सुक हैं तो आइए जाने।
जैसा कि ऊपर ही हमने आपको अश्वगंधा के गुणों के बारे में बताया कि यह ना केवल मनुष्य को शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी स्वस्थ बनाता हैं। इसलिए ही हमने इसके गुणों में एक गुण तनाव रोधी या तनाव का विनाश करने वाला बताया हैं। ज्यादातर सभी तरह के तत्व या तो हमारे शरीर के लिए या फिर मन के लिए सहायक होते हैं। ऐसे में अश्वगंधा हमारे शरीर व मन दोनों का ही उपचार करता हैं जो इसे बाकियों की तुलना में उत्तम बनाता हैं।
तो यदि आगे से आपसे कोई भी अश्वगंधा का महत्व पूछे या इसके बारे में जानना चाहे तो आप गर्व से उन्हें यह बता सकते हैं कि इसकी सहायता से व्यक्ति शारीरिक व मानसिक दोनों रूप से पूर्णतया स्वस्थ रह सकता हैं। यही कारण है कि अश्वगंधा का महत्व चिकित्सा के क्षेत्र में अत्यधिक बढ़ जाता है।
अश्वगंधा का सेवन कैसे करे (Ashwagandha ka sevan kaise karen)
अश्वगंधा कई तरीको से बाजार में मिलता है। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि आपको बाजार में या दवाइयों की दुकान पर अश्वगंधा का पाउडर, कैप्सूल या गोली सब मिल जाएँगी। इसके अलावा इसे भोजन में मिलाकर या सप्लीमेंट में भी दिया जाता है। तो यदि आप किसी बीमारी का उपचार करने जा रहे हैं या ऐसा ही कुछ तो आपको निश्चित मात्रा में ही अश्वगंधा का सेवन करना चाहिए।
साथ ही गर्मियों के मौसम में इसका सेवन कम करें क्योंकि इसकी तार बहुत गरम होती हैं। ऐसे में यह आपके शरीर को भी गर्म कर देगी जो स्वास्थ्य के लिए उचित नही होता है। इसलिए आप हमेशा अश्वगंधा का सेवन करते समय एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श कर लेंगे तो ज्यादा सही रहेगा। यदि आप अपनी प्रजनन शक्ति बढ़ाने के लिए भी इसका सेवन करने जा रहे हैं तो भी एक बार डॉक्टर से अवश्य पूछ ले।
हालाँकि आप प्रतिदिन आधी चम्मच अश्वगंधा के पाउडर का सेवन कर सकते हैं। यह आपको कई बड़ी कंपनियों के स्टोर पर मिल जाएगा जैसे कि पतंजलि। वहां से आप अश्वगंधा का पाउडर उठा लाये और प्रतिदिन आधी चम्मच सेवन करने का नियम बना ले। इससे आपकी हर परेशानी दूर हो जाएगी।
अश्वगंधा का सेवन कब करे (Ashwagandha ka sevan kab kare)
अब यदि आप अश्वगंधा का सेवन किस समय करना चाहिए या फिर किस समय इसका सेवन करना सबसे ज्यादा फायदेमंद रहता है, यह जानना चाहते हैं तो वह भी हम आपको बताएँगे। दरअसल इसका सेवन करने का जो समय सबसे सही व उत्तम माना जाता है वह भी रात को सोते समय लेना। इसलिए यदि आप अश्वगंधा का पूरा पूरा फायदा उठाना चाहते हैं तो इसके लिए रात को सोने से कुछ देर पहले ही इसका सेवन कर लेंगे तो बहुत बढ़िया रहेगा।
अश्वगंधा का सेवन किसके साथ करे (Ashwagandha ka sevan kiske sath kare)
अब आपको यह भी जानना होगा कि आखिर किस चीज़ के साथ अश्वगंधा का सेवन करना सबसे ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। तो इसका उत्तर है गाय का शुद्ध देसी दूध। यदि आप अश्वगंधा का संपूर्ण फायदा उठाना चाहते हैं तो आप गाय के शुद्ध दूध के साथ मिलाकर इसका सेवन करेंगे तो इसके दूरगामी परिणाम आपको देखने को मिलेंगे।
यदि आप अश्वगंधा का पाउडर लेकर आते हैं तो आप इसे दूध के साथ ही मिलाकर गर्म कर सकते हैं और फिर इसे पी सकते हैं। यदि आप गोली या कैप्सूल लेकर आये हैं तो इसे दूध के साथ ही पी जाएंगे तो ज्यादा बेहतर परिणाम आएंगे।
अश्वगंधा के फायदे (Ashwagandha ke fayde in Hindi)
अब जब आपने अश्वगंधा के बारे में इतना सब जान लिया तो अवश्य ही आपको यह पता चल गया होगा कि अश्वगंधा आपके लिए कितना लाभदायक सिद्ध हो सकता हैं। इसके सही उपयोग से ना केवल आप बल्कि आपका भविष्य भी सुरक्षित बनेगा। हालाँकि इसके गुणों को देखते हुए इसके लाभ (Ashwagandha ke labh) के बारे में जानना भी उतना ही महत्वपूर्ण हैं।
कहने का तात्पर्य यह हुआ कि अब जब आप अश्वगंधा के बारे में इतना सब जान ही रहे हैं तो साथ के साथ इसके फायदों के बारे में भी विस्तार से जान लेंगे तो आपको ही फायदा होगा। ऐसे में आइए जाने अश्वगंधा को खाने से आपको क्या क्या फायदे मिल सकते हैं और यह आपके लिए किस तरह से लाभदायक रहने वाले हैं।
#1. पुरुषों की प्रजनन क्षमता को बढ़ाना
आजकल समय ऐसा हो चला हैं कि हमारे शरीर में कई तरह की कमजोरी आने लगी हैं। पहले के लोग शारीरिक परिश्रम ज्यादा करते थे और बचपन में गलत काम बहुत कम मात्रा में करते थे। किंतु आज के समय में छोटी छोटी कक्षा के बच्चे ही इन सभी के बारे में जान गए हैं और इसका परिणाम यह होता हैं कि बड़े होकर उनके अंदर इतनी शक्ति ही नही बच पाती कि वे सही से प्रजनन कर सके।
तो इसी में आपकी सहायता अश्वगंधा कर सकता हैं। अश्वगंधा का मुख्य उपयोग भी इसी के लिए ही किया जाता है। इसके सेवन से पुरुषों के जननांगो में अत्यधिक बल मिलता हैं और वे पहले से अधिक शक्तिशाली बनते हैं। इससे पुरुषों की प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में अत्यधिक बल मिल पाता हैं। इसलिए यदि आप अपनी शक्ति को बढ़ाना चाहते हैं और संभोग को रूचिकर बनाना चाहते हैं तो अवश्य ही आपको अश्वगंधा का सेवन करना चाहिए।
अश्वगंधा का दूसरा सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसके द्वारा आप अपने शरीर को रिलैक्स करके तनाव को दूर कर सकते हैं। आज के समय की दूसरी सबसे बड़ी दुविधा भी यही हैं कि हर किसी को किसी ना किसी चीज़ को लेकर तनाव का सामना करना पड़ता हैं। अब वह तनाव चाहे प्रेम को लेकर हो या परिवार को लेकर या फिर पढ़ाई या नौकरी से संबंधित। तनाव तो हर किसी के जीवन में यूँ ही बना रहता हैं।
तो यदि आप भी तनाव से परेशान हैं और आपका दिमाग सही नही रहता हैं तो आप इसके लिए अश्वगंधा का सेवन कर अपने दिमाग को सही कर सकते हैं। यदि आप नियमित रूप से अश्वगंधा का सेवन करेंगे तो यह आपके शरीर को रिलैक्स महसूस करवाएगा और आपका दिमाग भी ठीक काम करेगा। तो एक तरह से अश्वगंधा आपके तनाव को दूर करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है।
#3. रक्तसंचार को ठीक करने में
एक ऐसी बीमारी जो यदि किसी को हो जाए तो वह जल्दी से जाती नही हैं या फिर यूँ कहे कि जीवन भर हमारा साथ निभाती हैं। उस बीमारी का नाम है रक्तचाप का कम या ज्यादा होना। इसे आज कल सामान्य भाषा में बीपी की बीमारी भी कह देते हैं। किसी का बीपी लो हो जाता है तो किसी का ज्यादा। तो ऐसे में यदि आपका बीपी लो रहता हैं तो आप अश्वगंधा का सेवन कर सकते हैं क्योंकि यह बीपी को बढ़ाने का काम करता है।
हालाँकि यदि आपका बीपी हाई रहता है अर्थात यदि आपका रक्तचाप ज्यादा है तो आप भूल कर भी अश्वगंधा का सेवन ना करे क्योंकि इससे आपको ही समस्या होगी। इसलिए यदि आपका रक्तचाप कम हो और आप इसे प्राकृतिक तरीके से बढ़ाना चाहते हैं तो आप अवश्य ही अश्वगंधा का सेवन कर सकते हैं।
#4. रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करना
अब यदि आप यह चाहते हैं कि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़े तो भी आप अश्वगंधा का सेवन कर सकते हैं। इसका नाम आपने कोरोना की शुरुआत में अवश्य सुना होगा जब लोग अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए अलग अलग तरीके अपना रहे थे। कोई हल्दी वाला दूध पी रहा था तो कोई काढ़ा बनाकर उसका सेवन कर रहा था। एक तरह से यह सब उपाय बहुत कामगार थे और इसी में एक उपाय अश्वगंधा का सेवन करना भी था।
यदि आप प्रतिदिन अश्वगंधा का कुछ कुछ मात्रा में सेवन करेंगे तो यकीन मानिये इससे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में बहुत वृद्धि देखने को मिलेगी। ऐसे में आपको जल्दी से कोई बीमारी नही होगी और होगी भी तो भी आप बहुत जल्दी ठीक हो जाएंगे। यह सब अश्वगंधा का ही कमाल होता है।
#5. आँखों की रोशनी का बढ़ना
पहले यह बीमारी बुढ़ापे में ही हुआ करती थी और वो भी किसी किसी को लेकिन आज के समय में तो छोटी छोटी कक्षा के बच्चे भी बड़े बड़े चश्मे पहन कर घूम रहे हैं। ऐसा इसलिए हो रहा हैं क्योंकि आसपास का माहौल ही कुछ ऐसा हो गया हैं कि हम सभी की आँखें ना चाहते हुए भी कमजोर होने लगी हैं। यह बढ़ते प्रदूषण व तकनीक का ही असर हैं कि सभी की आँखों के आगे धुंधला पन छाने लगा है।
इसलिए यदि आप अपनी आँखों की रोशनी को बढ़ाना चाहते हैं और इसमें से चश्मे को उतरवाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको अश्वगंधा का सेवन करना ही चाहिए। इसके सेवन से आपकी आँखों की रोशनी तो बढ़ेगी ही बढ़ेगी बल्कि यदि आपके चश्मा नही भी लगा हुआ हैं तो भी आँखों की अच्छे से सफाई हो जाएगी और आप पहले की अपेक्षा ज्यादा दूर तक साफ देख पाएंगे।
#6. कोलेस्ट्रोल को नियंत्रण में रखना
आजकल का खानपान भी कुछ ऐसा ही हो गया हैं कि ज्यादातर लोगों को अनियंत्रित खानपान की समस्या बनी रहती हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि हर दो में से एक व्यक्ति के अंदर कोलेस्ट्रोल की समस्या पाई ही जाती हैं। अब इसके उपचार के लिए हमेशा दवाइयां खाना भी सही नही रहता हैं क्योंकि इनसे शरीर पर कई तरह के नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलते हैं।
इसलिए यदि आप कोलेस्ट्रोल को अपने शरीर में नियंत्रित रखना चाहते हैं और इसे बढ़ने से रोकना चाहते हैं तो इसके लिए आपको नियमित रूप से अश्वगंधा का सेवन करना चाहिए। यदि आप इसका सही मात्रा में सेवन करते रहेंगे तो निश्चित रूप से आपका कोलेस्ट्रोल नियंत्रण में आ जाएगा।
#7. याददाश्त को तेज करना
आपने ऊपर यह तो जान लिया कि अश्वगंधा के द्वारा आप अपने मानसिक तनाव को दूर कर सकते हैं लेकिन इसका मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव केवल तनाव दूर करने तक ही सीमित नही हैं। इसकी सहायता से आप अपनी याददाश्त को भी मजबूत बना सकते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि अश्वगंधा के इस्तेमाल से आपको भूलने की बीमारी नही होगी और आप लंबे समय तक किसी बात को याद रख पाएंगे।
इसलिए यदि आप प्रतिदिन कुछ मात्रा में अश्वगंधा का सेवन करते हैं तो इससे आपका दिमाग तेज तो बनेगा ही बल्कि यह चीजों को जल्दी से भूलेगा नही। यह ना केवल पढ़ाई में आपकी सहायता करेगा बल्कि अपने करियर में भी तेज गति से आगे बढ़ने में सहायक सिद्ध होगा।
#8. अच्छी नींद में सहायक
यदि आपको कम नींद आने या जल्दी से नींद नही आने की बीमारी हैं तो आगे से आप इसके लिए अश्वगंधा का सेवन करना शुरू कर दीजिए। आज के तनाव भरे माहौल में बहुत से लोगों को नींद समय पर नही आने या कम नींद आने की समस्या बहुत ही परेशान करती हैं। तो यदि आप भी कम नींद आने की समस्या से ही सामना कर रहे हैं तो आपको नियमित रूप से अश्वगंधा का सेवन करना शुरू कर देना चाहिए।
यह नींद की दवाइयां लेने से तो बेहतर ही रहता हैं क्योंकि बहुत से लोग नींद नही आने पर तरह तरह की दवाइयां लेने लग जाते हैं जिनका उनके स्वास्थ्य पर बहुत ही बुरा असर पड़ता हैं। ऐसे में आगे से आप इन नींद की दवाइयों का त्याग कर दे और सोते समय अश्वगंधा का सेवन कर ले। इससे आपको नींद भी अच्छी आएगी और मन भी स्थिर बना रहेगा।
#9. कैंसर जैसी बीमारी को ख़त्म करना
हम जो पानी पी रहे हैं, जो खाना या फल हम खा रहे हैं या जिस वायु में हम सांस ले रहे हैं, वे सब प्रदूषित हो चुके हैं। इसका असर यह हो रहा हैं कि आजकल कैंसर कोई गंभीर बीमारी ना होकर आम बीमारी होकर रह गयी हैं। एक समय में चुनिंदा लोगों में ही कैंसर की समस्या हुआ करती थी लेकिन आज के समय में यह बीमारी बहुत ही तेजी के साथ सब जगह फैलने लगी हैं।
ऐसे में यदि आप इस भीषण व गंभीर बीमारी से खुद को बचाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको अश्व गंधा का सेवन करना शुरू कर देना चाहिए। यदि आप सुबह व शाम इसका सेवन करेंगे तो अवश्य ही कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को कम करने या इसे जड़ सहित ख़त्म करने में कामयाब हो पाएंगे।
#10. पेट की समस्याओं का ख़त्म होना
हम में से हर किसी को कभी ना कभी पेट की कोई ना कोई समस्या हो ही जाती हैं फिर चाहे वह कब्जी हो या दस्त, गैस बनना हो या पेट का दुखना इत्यदि। यह सब बहुत से कारणों के कारण हो सकती हैं लेकिन सबसे महत्वपूर्ण हैं कि इस समस्या का उपचार कैसे किया जाए। तो इसके लिए एक रामबाण उपाय है अश्वगंधा का सेवन करना।
तो यदि आपको भी पेट से जुड़ी कोई ना कोई समस्या बनी रहती हैं तो अब से आप अश्वगंधा का सेवन खाना खाने के कुछ समय बाद कर ले। ऐसा आप कुछ दिनों तक ही कर लेंगे तो आपको पेट से जुड़ी कोई समस्या परेशान नही करेगी और आप एकदम स्वस्थ बने रहेंगे।
अश्वगंधा के नुकसान
किसी भी चीज़ के बारे में बात की जाए और यदि उसके नुकसान के बारे में ही बात ना की जाए तो यह सरासर अनुचित कहा जा सकता हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आपने किसी चीज़ के फायदों के बारे में विस्तार से जान लिया हो लेकिन यदि आप उससे होने वाले नुकसान का ही आंकलन नही करेंगे तो अवश्य ही यह आपके लिए अनुचित ही रहेगा।
एक तरह से यह किसी भी चीज़ के बारे में आधी अधूरी जानकारी कही जा सकती हैं जो किसी के लिए भी घातक परिणाम लेकर आती हैं। तो यदि आप चाहते हैं कि आपको अश्वगंधा के इस्तेमाल से होने वाले नुकसान के बारे में भी सही से पता चल सके तो आपको यह लेख अंत तक पढ़ना चाहिए। आइए जाने अश्वगंधा से आपको क्या क्या नुकसान हो सकते हैं।
- यदि आप ज्यादा मात्रा में अश्वगंधा का सेवन करते हैं तो फिर इससे आपका रक्तचाप बढ़ सकता हैं और समस्या कम होने की बजाए और ज्यादा बढ़ जाएगी। इसलिए निश्चित मात्रा में ही इसका सेवन करेंगे तो ज्यादा सही रहेगा।
- यदि आप गर्भवती हैं तो आपको अश्वगंधा का सेवन बिल्कुल भी नही करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि इसके सेवन से स्त्रियों में गर्म पैदा होती हैं। अब शरीर में ज्यादा गर्मी पैदा हो गयी तो इससे होने वाले बच्चे पर बहुत बुरा असर पड़ता हैं। कभी कभी तो ऐसी स्थिति में गर्भपात तक हो सकता हैं।
- बच्चों को भी इसका सेवन नही करना चाहिए या बहुत कम मात्रा में सेवन करना चाहिए। दरअसल इसमें पाए जाने वाले तत्व बहुत ही तेज होते हैं और ये शरीर पर भी तेजी से असर डालते हैं। ऐसे में बच्चों का शरीर इसके असर को सहन करने लायक नही होता है।
- अश्वगंधा के अधिक इस्तेमाल से हमें पेट की समस्याएं भी हो सकती है। जिस अश्वगंधा का इस्तेमाल आप पेट को ठीक करने में कर रहे हैं, उसी अश्वगंधा का आवश्यकता से अधिक इस्तेमाल आपके पेट को सही करने की बजाए इसे और ज्यादा बिगाड़ सकता हैं। इसलिए इसका इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतेंगे तो ज्यादा बेहतर रहेगा।
- बेशक आप इसे बेहतर नींद लेने के लिए इस्तेमाल करें लेकिन ऐसा हमेशा के लिए ना करें। ऐसा इसलिए क्योंकि फिर आपको अश्वगंधा खाकर ही नींद लेने की आदत हो जाएगी और बिना इसके नींद ही नही आएगी। तो आप इसका सेवन एक निश्चित सीमा तक ही करेंगे तो ज्यादा बेहतर परिणाम मिलेंगे।
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प्रश्न: अश्वगंधा का असर कितने दिन में होता है?
उत्तर: अश्वगंधा का असर 20 से 30 दिन में होता है।
प्रश्न: अश्वगंधा और दूध पीने से क्या होता है?
उत्तर: अश्वगंधा और दूध पीने से शारीरिक मजबूती आती है और प्रजनन क्षमता में बढोत्तरी देखने को मिलती है।
प्रश्न: अश्वगंधा कैसे लेते हैं?
उत्तर: रात को सोते समय दूध के साथ अश्वगंधा का सेवन किया जा सकता है।
प्रश्न: अश्वगंधा के साइड इफेक्ट क्या है?
उत्तर: अश्वगंधा के ज्यादा सेवन से व्यक्ति को पेट की समस्या, हाई बीपी की समस्या या नींद नही आने की समस्या हो सकती है।
प्रश्न: अश्वगंधा को गर्मियों में खा सकते हैं क्या?
उत्तर: गर्मियों में अश्वगंधा का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए क्योंकि इसकी तार गरम होती है।
अश्वगंधा कितने दिन तक खाना चाहिए?
यह इस बात पर निर्भर करता है की आप अश्वगंधा को किस लिए उपयोग कर रहें हैं। आमतौर पर आपको अश्वगंधा एक महीने से ज्यादा दिन तक सेवन नही करना चाहिए।
तो इस तरह से आज आपने जाना कि किस तरह से अश्वगंधा आपके लिए उपयोगी हो सकता है, आप इसका किस तरह से सेवन कर सकते हैं, क्यों आपको इसक सेवन करना (Ashwagandha ke fayde) चाहिए, किस तरह से इसका सेवन करना चाहिए, किस स्थिति में आपको इसका सेवन करना चाहिए, अश्वगंधा खाने से होने वाले फायदे क्या क्या है और साथ ही इसक सेवन करने से होने वाले नुकसान कौन कौन से हो सकते हैं इत्यादि।
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