|| सरकारी अस्पताल में डिलीवरी होने पर कितना पैसा मिलता है? | Government hospital delivery benefits in Hindi | Janani suraksha yojana kya hai | Janani suraksha yojana ke labh | Janani suraksha yojana mein kitne paise milte hain | aspatal me me delivery hone par kitne paise milte hain ||
Janani suraksha yojana in Hindi, एक समय था जब देश में किसी शिशु का जन्म होने वाला होता था तब पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में माँ की या बच्चे की या दोनों की ही मृत्यु हो जाती थी। बच्चा यदि सही से जन्म ले भी लेता था तो उसके जन्म के कुछ दिनों से लेकर कुछ ही महीनो में मृत्यु हो जाती थी। यह समस्या मुख्यतया गरीब वर्ग के लोगों में और भारत के गावों में ज्यादा थी जहाँ लोगों के पास इतना पैसा नहीं होता था या स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव (Janani suraksha yojana kya hai) था।
इस समस्या को भारत सरकार ने समझा और इसके लिए एक योजना की शुरुआत की जिसका नाम था जननी सुरक्षा योजना। इस योजना के तहत देश की लगभग हर गरीब महिला जो प्रसवकाल में है और उसका बच्चा होने वाला है तो उसे और उसके शिशु को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के उद्देश्य से सरकारी अस्पताल में प्रसव करवाने पर कुछ सहायता राशि भारत सरकार देती है। कहने का अर्थ यह हुआ कि इस योजना के तहत सरकारी अस्पताल में डिलीवरी होने पर पैसा मिलता (Janani suraksha yojana ke labh) है।
तो यह कैसे संभव है, इसके लिए क्या कुछ प्रक्रिया का पालन करना होता है, किस तरह से एक महिला को अपने प्रसव पर पैसा मिलता है और कितना पैसा मिलता है, इत्यादि के बारे में जानकारी हम आपको इस लेख में देने वाले हैं। आइये जाने किस तरह से सरकारी अस्पताल में डिलीवरी होने पर पैसा मिल सकता (What is janani suraksha yojana in Hindi) है।
सरकारी अस्पताल में डिलीवरी होने पर कितना पैसा मिलता है? (Government hospital delivery benefits in Hindi)
जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि भारत सरकार ने देश में शिशु मृत्यु दर व मातृत्व विकास के लिए एक योजना को शुरू किया था जिसका उद्देश्य माँ व बच्चे की देखभाल के लिए सहायता राशि का उपलब्ध करवाना था। इसके तहत देश के किसी भी कोने में हर वर्ग की महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने और उनकी कोख में पल रहे बच्चे की सुरक्षा को पक्का करने के लिए भारत सरकार पैसा देती है। इस योजना को जननी सुरक्षा योजना नाम दिया (Janani suraksha yojana mein kitne paise milte hain) गया।
इसके तहत यदि कोई भी महिला अपने शहर या किसी अन्य शहर के सरकारी अस्पताल या सरकारी मान्यता प्राप्त किसी वार्ड या अस्पताल में शिशु को जन्म देती है तो उसे ग्रामीण व शहरी इलाकों के अनुसार सहायता राशि प्रदान की जाती है। इसके तहत कई तरह के मापदंड बनाये गए हैं जिनके तहत उन्हें पैसा मिलता है। आइये जाने किस तरह की महिला को कितना पैसा दिया (Janani suraksha yojana kya hai in Hindi) जाएगा।
- यदि किसी महिला की शहर के किसी सरकारी अस्पताल में डिलीवरी हुई है तो उसे भारत सरकार एक हज़ार रुपये की सहायता राशि देती है। इसी के साथ ही उसे प्रधानमंत्री योजना के तहत अलग से 5 हज़ार रुपये भी दिए जाते हैं। तो कुल मिलाकर शहर के सरकारी अस्पताल में प्रसव होने पर किसी भी महिला को कुल 6 हज़ार रुपये की सहायता राशि मिलेगी।
- वहीं यदि किसी महिला की गाँव के सरकारी अस्पताल में डिलीवरी होती है तो उसे जननी सुरक्षा योजना के तहत कुल 1400 रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। इसके अलावा प्रधानमंत्री योजना के तहत उसे 5 हज़ार रुपये की ही सहायता राशि दी जाएगी। इस तरह से उसे कुल 6400 रुपये की सहायता राशि ग्रामीण इलाके के सरकारी अस्पताल में डिलीवरी करवाने पर मिलेगी।
इसी के साथ ही भारत सरकार आशा पैकेज के रूप में भी कुछ सहायता राशि देती है। इसके लिए ग्रामीण इलाके की महिलाओं को आशा पैकेज के रूप में 600 रुपये दिए जाते हैं जबकि शहरी इलाके में आशा पैकेज के रूप में 400 रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाती है।
जननी सुरक्षा योजना क्या है? (Janani suraksha yojana in Hindi)
अब जब आपने यह जान लिया है कि सरकारी अस्पताल में डिलीवरी होने पर एक माँ को कितने रुपयों की सहायता राशि भारत सरकार देती है तो इसके साथ ही आपके लिए यह जानना भी जरुरी हो जाता है कि आखिरकार इस योजना का क्या उद्देश्य है, इसे क्यों शुरू किया गया था और कब शुरू किया गया था। साथ ही इस तरह की योजना का क्रियान्वयन किस तरह से किया गया और इसमें क्या क्या घटक शामिल किये गए (Janani suraksha yojana ke bare mein jankari) हैं।
तो सबसे पहले तो आप जननी सुरक्षा योजना के बारे में सामान्य जानकारी ले लीजिये। यह एक ऐसी योजना है जिसे भारत सरकार के द्वारा देश में बढ़ती शिशु मृत्यु दर को देखते हुए वर्ष 2005 में शुरू किया गया था और तब से लेकर आज तक करोड़ों गरीब महिलाएं जो माँ बनने वाली थी या बन चुकी है, वे लाभान्वित हो चुकी है। इसके तहत भारत सरकार ने एक माँ की पीड़ा को समझा क्योंकि जब उसका प्रसव होने वाला होता है या हो चुका होता है तब उसे अपनी और अपने बच्चे की देखभाल के लिए कुछ रुपयों की जरुरत होती है ताकि वह अपनी सभी जरूरतों को पूरा कर सके।
कई बार यह देखने में आता है कि गरीब महिला या गरीब घर में जन्म ले रहे बच्चों के परिवार वालों के पास इतने पैसे नहीं होते हैं जिस कारण वे बीमार पड़ जाते हैं और अन्तंतः उनकी मृत्यु हो जाती है। इन्हीं जरूरतों को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने गरीब वर्ग की महिलाओं के लिए सरकारी अस्पताल में ना केवल निःशुल्क उपचार की व्यवस्था की बल्कि उसे प्रसव के बाद और पहले कुछ सहायता राशि प्रदान करने का भी लक्ष्य रखा। इसके तहत वह महिला अपना व अपने बच्चे का समुचित ध्यान रख सकती है।
जननी सुरक्षा योजना किसकी योजना है? (Janani suraksha yojana under which ministry in Hindi)
अब यदि हम इसकी बात करें कि जननी सुरक्षा योजना को किस सरकार ने शुरू किया था या फिर इसे राज्य सरकार की योजना माना जाएगा या यह भारत सरकार की एक योजना है। तो यहाँ हम आपको बता दें कि इसमें राज्य सरकार का कुछ भी योगदान नहीं होता है और यह केंद्रीय स्तर की एक योजना है जिसे भारत सरकार नियंत्रित करती है। इस तरह से यदि आप माँ हैं या माँ बनने वाली हैं और प्रसव के लिए सरकारी अस्पताल का चयन किया गया है तो भारत सरकार आपको उसके लिए सहायता राशि प्रदान करेगी।
जननी सुरक्षा योजना कब शुरू हुई थी? (Janani suraksha yojana kab lagu hui)
जननी सुरक्षा योजना को शुरू हुए कई वर्ष हो चुके हैं और तब से लेकर आज तक करोड़ो भारतीय महिलाएं इस योजना का लाभ भी उठा चुकी है। हर वर्ष भारत सरकार अपने वित्तीय बजट में इसके लिए घोषणा भी करती है और आर्थिक पैकेज जारी करती है। इस योजना की शुरुआत 12 अप्रैल 2005 doubt को की गयी थी और तब से लेकर आज तक यह अनवरत रूप से चालू है।
जननी सुरक्षा योजना को क्यों शुरू किया गया था? (Janani suraksha yojana ka uddeshya kya hai)
अब यदि हम इसकी बात करें कि आखिरकार भारत सरकार को जननी सुरक्षा योजना को शुरू करने की क्या पड़ी थी या फिर इसे किस उद्देश्य की पूर्ति के लिए शुरू किया गया था तो यहाँ हम आपको बता दें कि एक समय पहले तक सुविधाओं व पैसों के अभाव में देश में होने वाली शिशु मृत्यु दर में बहुत ज्यादा बढ़ोत्तरी हो गयी थी। या तो बच्चा प्रसव के समय ही मर जाता था या अपने जन्म के कुछ ही दिनों या महीनो में मृत्यु की गोद में समा जाता था। ऐसे में इसमें कमी लाना भारत सरकार का लक्ष्य (Janani suraksha yojana benefits in Hindi) था।
इसके लिए ही भारत सरकार ने देश की गरीब महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करने और उनके अजन्मे बच्चे की सुरक्षा व उसके पालन पोषण को ध्यान में रखते हुए यह आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा की। इस योजना को जननी सुरक्षा योजना नाम दिया गया ताकि एक जननी अपने बच्चे का सही तरीके से पालन पोषण कर सके। इसके साथ ही उसे सरकारी अस्पताल में सभी तरह की टेस्टिंग भी फ्री में करवाने की सुविधा दी गयी।
जननी सुरक्षा योजना का लाभ लेने के लिए जरुरी दस्तावेज (Documents required for janani suraksha yojana in Hindi)
अब यदि आपको भी जननी सुरक्षा योजना का लाभ लेना है और सरकारी अस्पताल में डिलीवरी करवाने पर सहायता राशि लेनी है तो उसके लिए आपके पास कुछ दस्तावेजों का होना अति आवश्यक हो जाता है। इसके लिए जो दस्तावेज सबसे पहले चाहिए उसमे आधार कार्ड होता है। उसके बाद आपके पास वोटर आईडी कार्ड होना भी जरुरी होता है। वहीं यदि आपका बैंक खता बना हुआ है तो बहुत ही अच्छी बात है अन्यथा आपके पति का बैंक खाता होना जरुरी होता है। इन सभी के अलावा कुछ अन्य आवश्यक दस्तावेज मांगे जा सकते (Janani suraksha yojana documents required in Hindi) हैं।
वहीं यदि आप आरक्षित वर्ग से हैं और इस योजना के तहत अधिकतम लाभ उठाना चाहती हैं तो आपको अपना जाति प्रमाण पत्र दिखाना होगा और साथ ही गरीब वर्ग से दिखाने के लिए अपने पति का आय प्रमाण पत्र ही दिखाना पड़ सकता है। इससे आपको इस योजना के तहत अधिकतम लाभ मिलने की संभावना होती है।
जननी सुरक्षा योजना से पैसे लेने की प्रक्रिया (Janani suraksha yojana payment status in Hindi)
इसके लिए भी भारत सरकार ने कुछ दिशा निर्देश जारी किये हुए हैं जिसके तहत आपको जननी सुरक्षा योजना में पैसे मिलेंगे। इसके लिए सबसे पहले तो आपको अपने आसपास के किसी भी सरकारी अस्पताल में जाकर जननी सुरक्षा योजना के तहत पंजीकरण करवाना होगा और अपने जरुरी डाक्यूमेंट्स की फोटोकॉपी वहां सबमिट करवानी होगी। उस सरकारी अस्पताल के कर्मचारी जननी सुरक्षा योजना के तहत आपका पंजीकरण कर देंगे और उसके बाद जब आपकी वहां डिलीवरी होगी तब जल्द से जल्द सहायता राशि आपको भेज दी जाएगी।
इसके लिए भारत सरकार आशा कर्मचारियों की सहायता लेती है। देशभर के हरेक शहर और गाँव में भारत सरकार के अंतर्गत आशा कर्मचारी काम करती है जिनका एक काम देशभर की विभिन्न महिलाओं को जो माँ बनने वाली है, उन्हें जननी सुरक्षा योजना का लाभ दिलवाना होता है। तो आप चाहे तो अपने आसपास की किसी आशा कर्मचारी से भी संपर्क कर सकती हैं और उन्हें सब स्थिति से अवगत करवा सकती हैं। वे आपकी हरसंभव सहायता करेगी और आपको जननी सुरक्षा योजना के तहत मिलने वाले हर तरह के लाभ दिलवाएगी।
जननी सुरक्षा योजना क्या है – Related FAQs
प्रश्न: जननी सुरक्षा योजना क्या है?
उतर: जननी सुरक्षा योजना के बारे में संपूर्ण जानकारी को हमने आपको इस लेख के माध्यम से देने का प्रयास किया है जिसे आपको पढ़ना चाहिए।
प्रश्न: जननी सुरक्षा योजना में कितने पैसे मिलते हैं?
उतर: जननी सुरक्षा योजना में ग्रामीण महिलाओं को 1400 रुपए और शहरी महिलाओं को हजार रुपए मिलते हैं और साथ ही प्रधानमंत्री योजना के तहत 5000 रुपए और भी मिलते हैं।
प्रश्न: डिलीवरी के पैसे कितने दिन में आ जाते हैं?
उतर: डिलीवरी के पैसे 10 से 15 दिनों में आ जाते हैं।
प्रश्न: जननी सुरक्षा योजना का लाभ लेने के लिए क्या प्रमाण चाहिए?
उतर: जननी सुरक्षा योजना का लाभ लेने के लिए गरीब रेखा से नीचे होने का प्रमाण होना चाहिए।
तो इस तरह से आपने इस लेख के माध्यम से जननी सुरक्षा योजना के बारे में संपूर्ण जानकारी हासिल कर ली है कि यह जननी सुरक्षा योजना क्या है यह कब और क्यों शुरू की गई थी और इसका लाभ पाने के लिए क्या कुछ जरूरी दस्तावेज चाहिए होते हैं। साथ ही आपने इस योजना के तहत मिलने वाले पैसे कितने होंगे और इसको प्राप्त करने की क्या कुछ प्रक्रिया होती है यह भी जान लिया है। आशा है कि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी समझ आई होगी, अगर आपके मन में कोई शंका शेष रह गई है तो आप नीचे कमेंट करके हम से पूछ सकते हैं।