बैंडविड्थ क्या है? | बैंडविड्थ के प्रकार, उपयोगिता व इसकी इकाई | Bandwidth kya hai

|| बैंडविड्थ क्या है? | Bandwidth kya hai | बैंडविड्थ की ईकाई | Bandwidth ki ikai kya hoti hai in Hindi | बैंडविड्थ के प्रकार | अच्छी बैंडविड्थ के फायदे | Bandwidth ke fayde ||

Bandwidth kya hai :- हम सभी ही इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में हम सभी के लिए ही इंटरनेट की स्पीड बहुत मायने रखती है और हर कोई तेज इंटरनेट स्पीड चाहता है ताकि वह आसानी से सर्फिंग व डाउनलोड का काम कर सके। ऐसे में बैंडविड्थ बहुत ही मायने रखती है क्योंकि यही किसी इंटरनेट की स्पीड को कम या तेज करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। बहुत से लोग इस बैंडविड्थ शब्द से अनजान होते हैं और उन्हें इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती (Bandwidth in Hindi) है।

यही कारण है कि आज के इस लेख में हम आपके साथ इसी बैंडविड्थ शब्द के ऊपर ही चर्चा करने वाले हैं। आज के इस लेख को पढ़ कर आपको बैंडविड्थ के बारे में बहुत कुछ जानने को मिलेगा। किस तरह से बैंडविड्थ काम करती है और इसका इंटरनेट की स्पीड से क्या कुछ संबंध होता है, यह आपको यहीं जानने को मिलेगा। इसी के साथ ही बैंडविड्थ के प्रकार कौन कौन से होते हैं और उनका किस तरह से इस्तेमाल किया जाता है, इसके बारे में भी यहाँ जानने को मिलेगा। आइये जाने बैंडविड्थ के बारे में विस्तार (What is bandwidth in Hindi) से।

बैंडविड्थ क्या है? (Bandwidth kya hai)

बैंडविड्थ (Bandwidth) एक टेक्निकल शब्द है जिसका नेटवर्किंग और कम्प्यूटर साइंस में उपयोग होता है और यह किसी नेटवर्क, इंटरनेट कनेक्शन या कम्प्यूटर सिस्टम की डेटा पास करने की क्षमता को मापता है। बैंडविड्थ यूजर्स के बीच डेटा की मात्रा को समय के साथ पास करने की गति को दर्शाता है। यह एक तरह से यह बताता है कि एक निश्चित समय अंतराल में डाटा को एक जगह से दूसरी जगह में किस फ्रीक्वेंसी के तहत भेजा जा रहा (Bandwidth kya hoti hai) है।

Bandwidth kya hai

बैंडविड्थ की मात्रा मेगाबिट्स प्रति सेकंड (Mbps) या किलोबिट्स प्रति सेकंड (Kbps) में मापी जाती है, और यह नेटवर्क या इंटरनेट कनेक्शन की क्षमता को दर्शाता है कि कितने डेटा को प्रति समय भेजा जा सकता है। अधिक बैंडविड्थ उपलब्ध होने पर, अधिक डेटा एक साथ ट्रांसफ़र किया जा सकता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आपका इंटरनेट कनेक्शन अच्छा है या उसे उच्च गुणवत्ता का बनाया गया है तो उसमें बैंडविड्थ को एक जगह से दूसरी जगह में तेजी के साथ और सुरक्षित माध्यम से पहुँचाया (Bandwidth kya hai in Hindi) जाएगा।

बैंडविड्थ अक्सर इंटरनेट सेवा प्रदाताओं द्वारा यूज़र्स को दी जाने वाली एक आपूर्ति के रूप में प्रदान की जाती है जिससे उनकी इंटरनेट कनेक्शन की गति और प्रदर्शन की गुणवत्ता निर्धारित होती है। इसका उपयोग वीडियो स्ट्रीमिंग, ऑनलाइन गेमिंग, वेब सर्फ़िंग, डाउनलोडिंग, अपलोडिंग, और अन्य इंटरनेट कार्यों के लिए होता है। इंटरनेट पर किये जा सकने वाले हर तरह के काम को बैंडविड्थ के आधार पर ही मापा जा सकता है और उसके तहत काम किया जा सकता (Bandwidth kya hai hindi me) है।

बैंडविड्थ की ईकाई (Bandwidth ki ikai kya hoti hai in Hindi)

पहले के समय में बैंडविड्थ को केवल बीपीएस में मापा जाता था लेकिन समय के साथ साथ इसकी इकाइयों में वृद्धि देखने को मिली है क्योंकि आज के समय में इंटरनेट की स्पीड बहुत ज्यादा तेज हो गयी है। अब यदि आप भी किसी चीज़ को डाउनलोड करते हैं तो आप उसे एमबी या केबी में देखते हैं। अब यदि आपको केवल इसके नाम पता है लेकिन इसके बारे में इतनी जानकारी नहीं है तो अब हम आपके सामने वही बताने जा रहे हैं।

  1. बाइट्स प्रति सेकंड (Bps): यह मापन बाइट्स (8 बिट्स का एक बाइट) प्रति सेकंड में कितने डेटा को ट्रांसफ़र किया जा सकता है को दर्शाता है। बाइट्स प्रति सेकंड डेटा की गति को मापने के लिए उपयोग में आता है। एक बाइट प्रति सेकंड आधिकारिक तौर पर 8 बिट्स के बराबर होता है।
  2. बिट्स प्रति सेकंड (bps): इसमें डेटा की गति कितनी है, और यह कितने बिट्स प्रति सेकंड में ट्रांसफ़र किए जा सकते हैं, को दर्शाता है। यह उपयोगकर्ता के कनेक्शन की डेटा की गति को मापने के लिए उपयोग में आता है। एक बिट प्रति सेकंड एक डेटा बिट का पास करने की गति को दर्शाता है।
  3. किलोबाइट्स प्रति सेकंड (KBps): इसमें डेटा की गति कितनी है और यह कितने किलोबाइट्स (1 किलोबाइट = 1,024 बाइट्स) प्रति सेकंड में ट्रांसफ़र किए जा सकते हैं, को दर्शाता है।
  4. मेगाबिट्स प्रति सेकंड (Mbps): यह बैंडविड्थ को मेगाबिट्स (1 मेगाबिट = 1,000,000 बिट्स) प्रति सेकंड में मापता है।

बैंडविड्थ का मापन विशिष्ट इकाई में आमतौर पर यूज़र्स के इंटरनेट कनेक्शन के साथ दिया जाता है, जैसे कि “Mbps” या “Kbps”। इसका उपयोग इंटरनेट सेवा प्रदाताओं द्वारा उपयोगकर्ताओं को उनके इंटरनेट कनेक्शन की गति और बैंडविड्थ की सीमा की जानकारी देने के लिए होता है। आप अपने इंटरनेट कनेक्शन की बैंडविड्थ को जानने के लिए अपने इंटरनेट सेवा प्रदाता से पूछ सकते हैं या इंटरनेट स्पीड टेस्ट टूल्स का उपयोग कर सकते हैं जैसे कि Ookla’s Speedtest, Fast.com, Google’s Speed Test इत्यादि।

बैंडविड्थ कैसे मापी जाती है? (Bandwidth kaise mapi jaati hai)

अब आपने बैंडविड्थ की ईकाई को तो जान लिया है लेकिन इसका आप टेस्ट किस तरह से कर सकते हैं या इसके बारे में किस तरह से पता लगाया जा सकता है, इसके बारे में भी तो जानना जरुरी हो जाता है। तो बैंडविड्थ को मापने के कई तरह के मापदंड होते हैं जिनमें से कुछ मुख्य मापदंड हम आपके सामने रखने जा रहे हैं।

  • स्पीड टेस्ट: यह एक आम और सरल तरीका है जिसमें आप अपने इंटरनेट कनेक्शन की गति को माप सकते हैं। कई वेबसाइट्स और ऐप्स बैंडविड्थ स्पीड टेस्ट प्रदान करते हैं, जैसे कि Speedtest.net और Fast.com। आपको इन टेस्टों को चलाने के लिए उनकी वेबसाइट पर जाना होता है और वहां दिए गए निर्देशों का पालन करना होता है।
  • नेटवर्क मॉनिटरिंग सॉफ़्टवेयर: आप अपने कम्प्यूटर पर नेटवर्क मॉनिटरिंग सॉफ़्टवेयर का उपयोग करके भी बैंडविड्थ की मॉनिटरिंग कर सकते हैं। इस सॉफ़्टवेयर के माध्यम से आप अपने कनेक्शन की गति, उपयोग और डेटा पास करने की गति को ट्रैक कर सकते हैं।
  • राउटर के वेब इंटरफ़ेस: आप अपने वाई-फाई राउटर के वेब इंटरफ़ेस में जाकर बैंडविड्थ के संबंध में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। राउटर की वेब इंटरफ़ेस में अक्सर बैंडविड्थ उपयोग की गति और उपलब्धता की जानकारी दी जाती है।
  • नेटवर्क टूल्स: नेटवर्क टूल्स का उपयोग करके आप किसी नेटवर्क पर कितना डेटा पास कर सकते हैं, यह जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। ये तरीके बैंडविड्थ की मापन के लिए उपयोग किए जा सकते हैं, और विभिन्न उपकरणों और सेवाओं के साथ उपयोगकर्ताओं के लिए बैंडविड्थ की गुणवत्ता की जांच करने में मदद कर सकते हैं।

इस तरह से बैंडविड्थ को मापने के इनके अलावा भी कई तरह के विकल्प हो सकते हैं जिनका आप अपनी सुविधा अनुसार इस्तेमाल कर सकते हैं। हालाँकि इनमें से जिस तरीके का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है वह अपने सिस्टम पर स्पीड टेस्ट को रन करवाना ही होता है। साथ ही कंपनियों के द्वारा भी इसी तरीके का ही इस्तेमाल बैंडविड्थ को मापने के लिए किया जाता है।

बैंडविड्थ के प्रकार (bandwidth ke prakar in Hindi)

बैंडविड्थ में भी कई तरह के प्रकार होते हैं जो उनके विभिन्न गुणों और उपयोगिता को प्रदर्शित करते (Bandwidth types in Hindi) हैं। इनमें कुल 8 प्रकार प्रसिद्ध हैं जो बैंडविड्थ को दिखाते हैं या उसके बारे में बताते हैं। आइये जाने बैंडविड्थ के विभिन्न 8 प्रकारों के बारे में विस्तार से।

  1. आपक्षीय या एनालॉग बैंडविड्थ (Analog Bandwidth): इस तरह की बैंडविड्थ का इस्तेमाल पहले के समय में बहुत किया जाता था जो हमें टीवी या टेलीफ़ोन के माध्यम से देखने को मिलता था। इसमें एक ही तरह के सिगनल को एक ही माध्यम से भेजने का काम किया जाता है जो बैंडविड्थ के सबसे पहले रूप को दर्शाता है। अब हमारे घर पर जो केबल वाला टीवी होता है या फिर पुराना टेलीफ़ोन, उसमें इसी बैंडविड्थ का ही इस्तेमाल होता है।
  2. डिजिटल बैंडविड्थ (Digital Bandwidth): इसमें डिजिटल सिग्नल्स के डेटा बाइट्स की मात्रा को मापा जाता है जो सेंड और रिसीव किया जा सकता है। यह इंटरनेट और डिजिटल कम्यूनिकेशन के लिए महत्वपूर्ण है। आज के समय में डिजिटल बैंडविड्थ का उपयोग बढ़ गया है क्योंकि यह इंटरनेट की स्पीड को तेज करने में अहम भूमिका निभाता है।
  3. वेबसाइट बैंडविड्थ (Website Bandwidth): वेबसाइट होस्टिंग में, यह बैंडविड्थ उपयोगकर्ताओं को वेबसाइट पर डेटा अद्यतन करने और देखने की क्षमता को मापता है। अब यदि किसी भी वेबसाइट को ऑनलाइन होस्ट करना है ताकि बाकि लोग उसे देख सकें तो उसमें इसी वेबसाइट बैंडविड्थ का ही इस्तेमाल किया जाता है ताकि वह वेबसाइट लाइव हो जाये।
  4. नेटवर्क बैंडविड्थ (Network Bandwidth): नेटवर्क बैंडविड्थ नेटवर्क के विभिन्न उपकरणों के बीच डेटा संचरण की क्षमता को मापता है। जैसे कि कंप्यूटर, सर्वर, स्विच, और राउटर। एक तरह से यह विभिन्न उपकरणों के बीच समनव्य स्थापित करने और उनके बीच एक कुशल नेटवर्क का निर्माण करने के लिए जरुरी बैंडविड्थ होती है।
  5. इंटरनेट बैंडविड्थ (Internet Bandwidth): यह आपके इंटरनेट कनेक्शन की गति को मापता है जिसमें डेटा का स्थानांतरण और प्राप्ति शामिल होती है। बहुत से लोग इंटरनेट स्पीड को ही बैंडविड्थ से जोड़कर देख लेते हैं जबकि यह उसका एक प्रकार होती है। ऐसे में आप भी बैंडविड्थ को सीधे तौर पर इंटरनेट स्पीड मानने की गलती ना करें।
  6. अपस्ट्रीम बैंडविड्थ (Upstream Bandwidth): इस बैंडविड्थ का उपयोग उपयोगकर्ता द्वारा डेटा अपलोड करने के लिए किया जाता है, जैसे कि फ़ाइलें ऑनलाइन अपलोड करने या वीडियो कॉल करने के लिए। अब यदि आपको किसी को ईमेल भेजना है या आप किसी के साथ वीडियो चैट में बात कर रहे हैं तो आपका डाटा वहां अपलोड हो रहा है। उस समय इसी अपस्ट्रीम बैंडविड्थ का ही इस्तेमाल किया जाता है।
  7. डाउनस्ट्रीम बैंडविड्थ (Downstream Bandwidth): इस बैंडविड्थ का उपयोग उपयोगकर्ता द्वारा डेटा डाउनलोड करने के लिए किया जाता है, जैसे कि वेब पेज देखने, वीडियो स्ट्रीमिंग या फ़ाइल डाउनलोड करने के लिए। आप जो भी मूवी, गाना या अन्य कोई चीज़ डाउनलोड करते हैं तो उस समय इसी डाउनस्ट्रीम बैंडविड्थ का ही उपयोग लिया जाता है।
  8. व्यक्तिगत बैंडविड्थ (Individual Bandwidth): इसमें एक व्यक्ति या डिवाइस के लिए उपलब्ध बैंडविड्थ की गति को मापा जाता है। इससे उपयोगकर्ताओं को उनके डिवाइस पर उपलब्ध बैंडविड्थ का पता चलता है।

इन प्रकारों के बैंडविड्थ मापन के माध्यम से विभिन्न प्रकार के नेटवर्क और कनेक्शन की क्षमता को मापा जा सकता है जो विभिन्न उपयोगकर्ताओं और सेवाओं के लिए महत्वपूर्ण होता है। इनके अलावा भी बैंडविड्थ के कई तरह के प्रकार हो सकते हैं जिनमें समय के साथ साथ परिवर्तन या नए रूप देखने को मिल सकते हैं। हालाँकि हमने आपके सामने प्रचलन की आठ बैंडविड्थ को रखा है ताकि आपको इसके बारे में बेहतर ज्ञान हो सके।

बैंडविड्थ व इंटरनेट स्पीड में अंतर (Bandwidth or internet speed in Hindi)

बैंडविड्थ एक टेक्निकल पैरामीटर है जो नेटवर्क और कनेक्शन की क्षमता को मापता है। यानी कितना डेटा एक समय में ट्रांसफ़र किया जा सकता है। यह किसी नेटवर्क लिंक या कनेक्शन की आपूर्ति का प्रतिनिधित्व करता है और इसका मात्रक बिट्स प्रति सेकंड (bps), किलोबिट्स प्रति सेकंड (Kbps), मेगाबिट्स प्रति सेकंड (Mbps) या गिगाबिट्स प्रति सेकंड (Gbps) में हो सकता है। जितनी अधिक बैंडविड्थ होती है, उतना ही अधिक डेटा एक समय में ट्रांसफ़र किया जा सकता है जो इंटरनेट स्पीड को प्रभावित करता (Bandwidth vs internet speed in Hindi) है।

जबकि इंटरनेट स्पीड वास्तविक डेटा के अपलोड और डाउनलोड की गति को मापता है जो आपके इंटरनेट कनेक्शन के माध्यम से डिवाइस से इंटरनेट के बीच होती है। यह किसी वेबसाइट को खोलते समय, वीडियो स्ट्रीम करते समय, फ़ाइलें डाउनलोड करते समय, वीडियो कॉल करते समय या किसी अन्य इंटरनेट गतिविधि के दौरान मापी जा सकती है। इंटरनेट स्पीड का मात्रक मेगाबिट्स प्रति सेकंड (Mbps) में होता है और यह आपके इंटरनेट सेवा प्रदाता द्वारा प्रदान की जाती है।

इन दोनों पैरामीटर्स के बीच अंतर यह है कि बैंडविड्थ नेटवर्क की क्षमता को मापता है जबकि इंटरनेट स्पीड वास्तविक इंटरनेट गति को मापता है जिससे आपके डेटा का प्रवाह होता है। आपकी इंटरनेट स्पीड बैंडविड्थ, ट्रांसमिशन प्रोटोकॉल्स, नेटवर्क के ट्रैफिक और आपके इंटरनेट सेवा प्रदाता की गुणवत्ता पर निर्भर करती (Difference between internet speed and bandwidth in Hindi) है।

कौन सी बैंडविड्थ अच्छी मानी जाती है?

बैंडविड्थ का अच्छा या बुरा होना आपके उपयोग की आवश्यकताओं पर निर्भर करता है। यदि आप इंटरनेट पर सिर्फ वेब पेज ब्राउज़ करते हैं, ईमेल चेक करते हैं या सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं तो आपको अधिक बैंडविड्थ की आवश्यकता नहीं होगी लेकिन यदि आप वीडियो स्ट्रीमिंग, ऑनलाइन गेमिंग, वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग या बड़ी फ़ाइलों को डाउनलोड और अपलोड करते हैं तो आपको अधिक बैंडविड्थ की आवश्यकता हो सकती है।

साथ ही आपके नेटवर्क की क्षमता आपके बैंडविड्थ को प्रभावित करती है। यदि आपके पास अधिक बैंडविड्थ है लेकिन आपके नेटवर्क की कॉस्ट महँगी है और यह लिमिटेड भी है तो आप बैंडविड्थ का सही तरीके से इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। आमतौर पर वीडियो स्ट्रीमिंग, ऑनलाइन गेमिंग और वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के लिए कम से कम 5-10 Mbps की डाउनलोड स्पीड चाहिए होती है जबकि केवल इंटरनेट सर्फ़िंग के लिए 1-2 Mbps भी काफी हो सकता है।

तो अब यह आप पर निर्भर करता है कि आप अपने इंटरनेट का इस्तेमाल किस चीज़ के लिए करते हैं। बहुत से लोग उस पर हैवी गेम्स खेलते हैं जिन्हें बहुत ज्यादा इंटरनेट स्पीड या बैंडविड्थ की जरुरत होती है तो किसी किसी को केवल छोटे मोटे काम करने होते हैं तो उन्हें कम इंटरनेट स्पीड या कम बैंडविड्थ भी चल जाती है। हम भी अपने घर पर इसी के हिसाब से ही वाई फाई का प्लान चुनते हैं।

बैंडविड्थ की उपयोगिता (Bandwidth uses in Hindi)

अब हम बात करने जा रहे हैं बैंडविड्थ की उपयोगिता के बारे में या फिर यह किस किस काम में इस्तेमाल में लायी जा सकती है। तो इसके लेकर कोई एक ही कारण या उपयोग नहीं होता है बल्कि जैसे जैसे इंटरनेट का संबंध सभी चीज़ों में होता जा रहा है, वैसे वैसे ही बेहतर बैंडविड्थ की उपयोगिता भी सिद्ध होती जा रही है। फिर भी हम आपके सामने कुछ मुख्य उपयोग रखने जा रहे हैं जो बैंडविड्थ से संबंधित होते हैं।

  • जब आप ऑनलाइन वीडियो स्ट्रीमिंग करते हैं तो बैंडविड्थ का उपयोग होता है। अधिक बैंडविड्थ की उपलब्धता से बेहतर वीडियो क्वालिटी और स्मूथ स्ट्रीमिंग प्राप्त कर सकते हैं।
  • ऑनलाइन गेमिंग के दौरान अच्छी बैंडविड्थ जरूरी होती है क्योंकि खेलने की गति और गेम प्रदर्शन पर इसका प्रभाव पड़ता है। एक अच्छी बैंडविड्थ खेलने का अनुभव बेहतर बना सकती है।
  • वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के दौरान अच्छी बैंडविड्थ आपको स्पष्ट और बिना रुकावट के बातचीत करने में मदद करती है।
  • अधिक बैंडविड्थ आपको बड़ी फ़ाइलों को तेजी से डाउनलोड और अपलोड करने में मदद करती है, जैसे कि वीडियो, ऑडियो या अन्य मल्टीमीडिया फ़ाइलें।
  • ऑनलाइन शिक्षा और दूरदर्शन के लिए अच्छी बैंडविड्थ विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह वीडियो क्लासेज और अन्य शिक्षा संबंधित सामग्री को आसानी से एक स्थान से अन्य स्थान पर प्रसारित करने में मदद करती है।
  • व्यवसायों और कार्यालयों में अच्छी बैंडविड्थ बेहतर कार्य करने की सुविधा देती है, जैसे कि वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग, डेटा सांझा करना और ऑनलाइन काम करना।

एक तरह से बेहतर बैंडविड्थ हमें सही से इंटरनेट इस्तेमाल करने में और उस पर कोई भी कार्य करने की स्वतंत्रता प्रदान करती है। यह हमें बिना किसी रूकावट के इंटरनेट पर किसी भी तरह का काम करने फिर चाहे वह प्रोफेशनल वर्क हो या व्यक्ति विशेष का, करने की आजादी देती है।

अच्छी बैंडविड्थ के फायदे (Bandwidth ke fayde)

अब आपको अंत में अच्छी बैंडविड्थ से मिलने वाले फायदों के बारे में भी जानकारी ले लेनी चाहिए ताकि इसमें किसी तरह की कमी ना रह जाए। वैसे तो आपको इसके बारे में बैंडविड्थ के उपयोग में ही ज्ञान हो गया होगा फिर भी हम इसे थोड़ा विस्तृत रूप दे देते हैं। तो एक अच्छी बैंडविड्थ का सीधा कनेक्शन अच्छी इंटरनेट स्पीड से होता है। जितनी तेज इंटरनेट स्पीड होती है, उतने ही सरल तरीके से हम काम कर पाने में सक्षम हो पाते (Benefits of bandwidth in Hindi) हैं।

आज के समय में आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस भी बहुत तेजी के साथ पांव पसार रही है और उसमें भी बैंडविड्थ का बहुत बड़ा योगदान है। वह इसलिए क्योंकि हम अपने आसपास सभी तरह के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को संदेश देते हैं या उन्हें कुछ करने को कहते हैं। तो उस समय यदि अच्छी बैंडविड्थ वाला इंटरनेट कनेक्शन होगा, तो वे सभी डिवाइस तेज गति से हमारे आदेश को सुनकर प्रभावी तरीके से काम करने में सक्षम हो जाती है। एक तरह से अच्छी बैंडविड्थ हमारे दैनिक जीवन के अनुभव को बेहतर करने का कार्य करती (Bandwidth benefits in Hindi) है।

बैंडविड्थ क्या है – Related FAQs 

प्रश्न: बैंडविड्थ से आप क्या समझते हैं?

उत्तर: यह किसी नेटवर्क, इंटरनेट कनेक्शन या कम्प्यूटर सिस्टम की डेटा पास करने की क्षमता को मापता है।

प्रश्न: बैंडविड्थ क्या है और इसके प्रकार?

उत्तर: यह किसी नेटवर्क, इंटरनेट कनेक्शन या कम्प्यूटर सिस्टम की डेटा पास करने की क्षमता को मापता है। बाकि की जानकारी आप ऊपर का लेख पढ़ कर प्राप्त कर सकते हो।

प्रश्न: बैंडविड्थ क्या है और यह क्यों महत्वपूर्ण है?

उत्तर: बैंडविड्थ के बारे में संपूर्ण जानकारी आपको ऊपर के लेख में पढ़ने को मिलेगी जो आपको पढ़ना चाहिए।

प्रश्न: बैंडविड्थ नाम क्या है बैंडविड्थ के लिए उपयोग की जाने वाली इकाई?

उत्तर: बैंडविड्थ के बारे में संपूर्ण जानकारी को हमने इस लेख के माध्यम से देने का प्रयास किया है जिसे आपको पढ़ना चाहिए।

तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने बैंडविड्थ के बारे में जानकारी हासिल कर ली है। आपने जाना की बैंडविड्थ क्या है बैंडविड्थ की इकाई क्या है यह कैसी मापी जाती है इसके प्रकार क्या हैं इसकी उपयोगिता और फायदे क्या हैं इत्यादि। आशा है कि जो जानकारी लेने के लिए आप इस लेख पर आए थे वह आपको मिल गई होगी। यदि कोई शंका आपके मन में शेष है तो आप हम से नीचे कॉमेंट करके पूछ सकते हैं।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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