Bangle making business in Hindi, क्या आप चूड़ी बनाने का बिज़नेस शुरू करने का सोच रहे हैं? आपने इसके बारे में क्या क्या सोचा है? ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं या पूछ रहे हैं क्योंकि चूड़ी को बेचना या पहनना तो बहुत आसान काम है लेकिन इसे बनाने के लिए सही जानकारी का होना बहुत ही जरुरी होता (Bangle banane ka business) है। यदि आप बिना सही जानकारी के चूड़ी बनाने के बिज़नेस (Bangles banane ka tarika) में चले जाएंगे तो इससे आपका फायदा होने की बजाए नुकसान ही होगा।
इसलिए यदि आप चूड़ी बनाने के बिज़नेस में आगे बढ़ना चाहते हैं तो सब जानकारी हासिल करके ही आगे बढ़े। चूड़ी बनाने का बिज़नेस शुरू करने से पहले आपस पास (Bangles business in India) जिस-जिस जानकारी का होना आवश्यक हैं आज हम आपको वही बताएँगे। इसके माध्यम से आप जान (Chudiyan kaise banti hai) पाएंगे कि आखिरकार चूड़ी बनाने के बिज़नेस में आपको क्या क्या करना पड़ेगा।
चूड़ी बनाने का बिज़नेस कैसे शुरू करें? Bangle making business in Hindi
अब जब आप चूड़ी बनाने का बिज़नेस शुरू करने का सोच रहे हैं तो आपको यह पता होना चाहिए कि आखिरकार चूड़ी किस चीज़ में इस्तेमाल होती हैं। दरअसल चूड़ी तो भारतीय महिलाओं के द्वारा पहना जाने वाला मुख्य आभूषण होता है। एक तरह से हर विवाहित महिला के हाथ बिना चूड़ियों के सूने ही कहलाए जाते हैं।
अपने यहाँ की भारतीय परंपरा हैं कि हर भारतीय महिला जो कि विवाहित है, उस के साथ में चूड़ियाँ होनी ही चाहिए। चूड़ियाँ उसके सुहाग की मुख्य निशानी मानी जाती है। ऐसे में यह चूड़ियाँ एक गोल आकार में होती हैं जिन्हें महिलाएं अपने हाथ में पहनती है। इसके द्वारा ही किसी महिला को पूर्ण रूप से सजा हुआ माना जा सकता है।
यदि आप भी चूड़ियों को बनाने का बिज़नेस शुरू करना चाहते हैं तो आपको चूड़ियों को बनाने में आने वाली लागत, निवेश, मशीन, कच्चा माल, जगह, इत्यादि के बारे में पूर्ण रूप से जानकारी होनी चाहिए। यदि आपको इसके बारे में ही सही से जानकारी नही होगी तो फिर आप कैसे ही चूड़ियाँ बना पाएंगे। इसलिए सबसे पहले आप यह पता कीजिए कि चूड़ियों का बिज़नेस शुरू करने के लिए आपको क्या क्या करने की आवश्यकता हैं और उसमे आप क्या कुछ कर सकते हैं।
चूड़ी बनाने के बिज़नेस के ऊपर मार्किट रिसर्च
अब जब आप चूड़ी बनाने का बिज़नेस शुरू करने जा रहे हैं तो उससे पहले आपका उस बारे में मार्किट में सही ढंग से और पूरी तरह से रिसर्च करना बहुत जरुरी हो जाता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप जहाँ भी चूड़ियाँ बनाने जा रहे हैं तो उससे पहले आसपास के एरिया से मार्किट रिसर्च करना लेना आपके लिए ही लाभदायक रहेगा।
चूड़ियों के बिज़नेस में मार्किट रिसर्च से हमारा तात्पर्य यह हुआ कि आपके आसपास के क्षेत्र में चूड़ियाँ पहनने वाली महिलाओं की संख्या कितनी हो सकती हैं, उन्हें किस तरह की चूड़ियाँ पसंद हैं, वहां आसपास कोई और भी चूड़ियाँ बनाने का बिज़नेस काम कर रहा है या नही, आप उन चूड़ियों को कैसे एक स्थान से दूसरे स्थान पर भिजवा सकते हैं, चूड़ियों को बनाने में किस तरह की मशीन का इस्तेमाल करने वाले हैं इत्यादि। यह सब बाते आपको चूड़ी का बिज़नेस शुरू करने से पहले पता करनी होगी।
चूड़ियों के बिज़नेस का अनुभव
यह एक बहुत ही जरुरी चीज़ हो जाती हैं यदि आप चूड़ियों का बिज़नेस शुरू करने जा रहे हैं तो। चूड़ियों के बिज़नेस में अनुभव से हमारा तात्पर्य यह हुआ कि आपको इसके बारे में पहले से ही बहुत कुछ पता करके रखना होगा। यदि आप बिना किसी अनुभव के चूड़ियों को बनाने के बिज़नेस में आगे बढ़ जाएंगे तो फिर्याह आपके लिए ही हानिकारक सिद्ध हो सकता हैं।
इसलिए यदि आप चूड़ियों के बारे में अच्छे से जानना चाहते हैं तो बड़े बड़े दुकानदारो से संपर्क करें या फिर पहले से ही काम करे रहे चूड़ियों के बिज़नेस में कुछ दिन के लिए काम करें। इसके लिए आपको शुरूआती तौर पर कुछ मेहनत करनी होगी। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि चूड़ियों के बिज़नेस को शुरू करने के लिए आपका चूड़ियों के बारे में अच्छे से जानकारी का होना अत्यधिक आवश्यक हो जाता हैं। इसलिए पहले इसमे अनुभव ले ले और फिर ही काम शुरू करें।
चूड़ी बनाने का बिज़नेस करने के लिए जगह
अब अगली बात आती हैं कि आप चूड़ी बनाने के लिए जगह कौन सी देखेंगे। दरअसल यदि आप चूड़ी बनाने का बिज़नेस करने जा रहे हैं तो उसके लिए जगह का चुनाव भी ठीक होना चाहिए। यदि आप सोच रहे हैं कि इसे आप अपने घर के किसी कोने में कर लेंगे तो इस बात का ध्यान रखे कि इससे आपके घर में प्रदूषण बहुत होगा। हालाँकि आप कमरा बंद करके इसे कर सकते हैं।
ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि चूड़ी बनाते समय उसे धूल कण बहुत उड़ते हैं जो आसपास के क्षेत्र में फैल जाते हैं। ऐसे में यह आपके यहाँ भी फैल जाएंगे जिससे आपका ही नुकसान होगा। इसलिए बेहतर होगा कि आप चूड़ी बनाने का बिज़नेस करने के लिए किसी ऐसी जगह का चुनाव करे जो खाली हो और जहाँ कोई ना रहता हो। ऐसी स्थिति में ना तो आपको परेशानी होगी और ना ही किसी और को।
यह जगह खाली पड़ा प्लाट या कोई बिल्डिंग में खाली पड़ी जगह हो सकती हैं। इसके माध्यम से आप चूड़ी बनाने का बिज़नेस आसानी से शुरू कर पाएंगे और किसी तरह की कोई समस्या भी नही होगी। इसलिए आप चूड़ी बनाने के लिए किसी खाली जगह को चुन लेंगे तो सबसे बेहतर रहेगा।
चूड़ी बनाने के लिए कच्चा माल
अब यदि आप चूड़ी बनाने का बिज़नेस शुरू करने जा रहे हैं तो इसके लिए आपको कच्चा माल भी खरीदना होगा। अब यह आप पर निर्भर करता हैं कि आप किस तरह की चूड़ियाँ बनाने जा रहे हैं। के वह काँच की होंगी या प्लास्टिक की या लाख की या अन्य किसी धातु की। यदि आप ज्यादा मात्रा में चूड़ियाँ बनाने जा रहे हैं तो आप इन सभी की चूड़ियाँ बनाना भी शुरू कर सकते हैं।
ऐसे में आपको चूड़ी बनाने का कच्चा माल भी अपने बिज़नेस के हिसाब से ही खरीदना होगा। उसी पर निर्भर करेगा कि आपका चूड़ी बनाने का बिज़नेस कितना आगे बढ़ पाता हैं। साथ ही आप उसमे कितना बढ़िया कर पाएंगे। आइए जाने चूड़ी का बिज़नेस शुरू करने के लिए आपको किस तरह के कच्चे माल की आवश्यकता पड़ेगी।
- प्लास्टिक
- बोरेक्स
- चुना पत्थर
- सजावटी सामान
- शीशा
- गोंद
- लकड़ी
- धातु
- सोडा ऐश
- पोटैशियम नाइट्रेट
- सिलिका
- पैकिंग का सामान
इस तरह आपको चूड़ी बनाने के लोए ऊपर दिए गए कच्चे माल की आवश्यकता पड़ेगी। आप इनकी सहायता से सभी तरह की चूड़ियों का निर्माण कर पाएंगे। हालाँकि आप चूड़ियों को सजाने के लिए अन्य तरह के सामान भी मंगवा सकते हैं। यह पूर्णतया आप पर निर्भर करता हैं कि आप चूड़ी को किस तरह का डिजाईन दे रहे हैं।
चूड़ी बनाने के लिए मशीन (Bangle banane ki machine)
अब जब आपने चूड़ी बनाने के लिए कच्चे माल की व्यवस्था कर ली हैं तो फिर इसके बाद बारी आती हैं चूड़ी बनाने की मशीन की। वैसे तो चूड़ी बनाने का ज्यादातर काम हाथ से ही किया जाता है किंतु यह आप पर निर्भर करता है कि आप किस स्तर पर चूड़ी बनाने का बिज़नेस शुरू करने जा रहे हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप कारीगर ज्यादा रखना चाहते हैं या फिर मशीन की सहायता से काम करना चाहते हैं।
यदि आप छोटे स्तर पर चूड़ी बनाने का बिज़नेस कर रहे हैं तो आप यह काम किसी कारीगर या कुछ कारीगरों को रखकर करवा सकते हैं। हालाँकि यदि आप बड़े स्तर पर चूड़ी को बनाने का बिज़नेस शुरू करने का प्लान कर रहे हैं तो इसके लिए मशीन खरीदना बेहतर रहेगा। आइए जाने चूड़ी का बिज़नेस करने के लिए आपको किस किस मशीन की जरुरत पड़ेगी।
- काँच या शीशे को पिघलाने के लिए भट्टी
- चूड़ी काटने की मशीन
- डाई मशीन
- प्रिंटिंग मशीन
- चिमनी
- अन्य सहायक भट्टियाँ
- क्लीनर इत्यादि।
इस तरह आप अपनी सहूलियत के अनुसार कोई भी मशीन खरीद सकते हैं। यह आपका एक बार का निवेश होगा और फिर आपको फिर से खर्चा करने की आवश्यकता नही होगी। इन मशीन की सहायता से आप चूड़ी बनाने के बिज़नेस में बहुत आगे बढ़ सकते हैं। हालाँकि आप यह सब काम किसी कारीगर के द्वारा भी करवा सकते हैं।
चूड़ी बनाने की प्रक्रिया (Bangles banane ka tarika)
अब जब आपने सब सामान खरीद लिया हैं तो चूड़ी को बनाने की प्रक्रिया के बारे में भी जानना होगा ताकि आप इसे आसानी से बना सके। सबसे पहले तो आप यह जान ले कि (Bangles banane ki vidhi) चाहे आप मशीन ख़रीदे या नही लेकिन आपको भट्टी तो खरीदनी ही होगी। बिना भट्टी के आप चूड़ी बनाने का बिज़नेस नही कर पाएंगे। इसलिए भट्टी को आवश्यक तौर पर ले।
इसके साथ ही आप यह मत सोचिये कि यदि आपने सभी तरह की मशीन ले ली हैं तो अब आपको कारीगर की आवश्यकता नही पड़ेगी। दरअसल चूड़ी बनाने के बिज़नेस में कुशल कारीगर का होना बहुत ही जरुरी होता है। बिना उसके आपकी चूड़ी बनाने की मशीन भी कुछ नही कर पायेगी पर आपका बिज़नेस भी आगे नही बढ़ पाएगा। इसलिए चूड़ी बनाने के लिए कुछ कुशल कारीगरों की भर्ती करना ना भूले।
- चूड़ी बनाने की प्रक्रिया में सबसे पहले आता हैं शीशे या काँच को पिघलाना। दरअसल चूड़ी के अंदर का आवरण यही होता हैं और इसी के द्वारा महिला अपने हाथ में चूड़ी को पहनती हैं। इसलिए सभी मिश्रण को मिलाकर पहले भट्टी में बहुत ही उच्च तापमान में पिघलाया जाता हैं।
- इसके लिए सबसे पहले तापमान को 1300 डिग्री तक करना होता हैं और फिर उसी तापमान पर यह सब सामान पिघलना शुरू हो जाता है। जब यह अच्छे से पिघल जाता हैं तो फिर इसे दूसरी भट्टी में लाया जाता है।
- अब यहाँ इसे फैला दिया जाता हैं और एक आकार में गोल गोल घुमाया जाता हैं। इसे गोल गोल आकार में इसलिए घुमाया जाता हैं ताकि यह उसी आकार में बन सके। इसमें इस बात का ध्यान रखा जाता हैं कि कही से कोई जगह छूट ना जाए अन्यथा वह चूड़ी टूटी हुई कहलाएगी।
- जैसे ही वह मिश्रण का घोल गोल गोल आकार में भट्टी में घूमता हैं तो साथ के साथ ही उसे सूखने के लिए छोड़ दिया जाता हैं। अब यह कठोर हो जाता हैं और एक गोल आकार ले लेता हैं। इस तरह से चूड़ी का अंदर का आवरण तैयार हो जाता हैं। अब केवल इसको सजाना बाकि रह जाता हैं।
- इसलिए आप चूड़ी को सजाने के लिए एक कारीगर की सहायता ले सकते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि अभी तक जो काम था वह मशीन का था और उसमे कारीगर केवल मदद करवा रहा था। अब आगे का काम केवल और केवल एक कुशल कारीगर क ही होगा जो उस चूड़ी को सबसे अलग रूप देगा।
- इसके लिए आप कारीगर को बताये कि आप किस तरह की चूड़ी का निर्माण करवाना चाहते हैं। हालाँकि आप सामान्य रंग की अलग अलग चूड़ियाँ बनवा सकते हैं या फिर उस पर स्टोन, पत्थर, चमकीली इत्यादि लगवा कर तरह तरह की चूड़ियों का निर्माण करवा सकते हैं।
- कारीगर ही उस चूड़ी को अंतिम रूप देगा। सबसे पहले तो वह उस चूड़ी पर कोई ना कोई रंग करेगा। यह रंग हर चूड़ी के अनुसार अलग अलग हो सकता हैं। इसी रंग के आधार पर ही उस चूड़ी की पहचान की जाती हैं और महिलाएं उसको खरीदने के लिए उत्सुक रहती हैं।
- रंग करने के बाद या तो उन चूड़ियों को ऐसे ही बेचने के लिए बाजार में निकाल दिया जाता हैं या फिर उस पर अलग तरह का डिजाईन किया जाता हैं। यह डिजाईन ब्विभिन्न तरह के पत्थर, रंग, स्टोन, इत्यादि चीजों से कुया जा सकता हैं।
तो इस तरह से एक चूड़ी बनकर तैयार होती हैं। चूड़ी बनाते समय इस बात का ध्यान रखे कि आप एक सेट में 12 चूड़ियाँ अवश्य बनाए। कहने का अर्थ यह हुआ कि सभी चूड़ियाँ हमेशा 12 के सेट में ही बनती हैं अर्थात एक जैसी दिखने वाली 12 चूड़ियों का एक सेट। एसैस्लेये क्योंकि चूड़ियाँ 6 एक हाथ में पहनी जाती हैं तो 6 दूसरे हाथ में।
तो चूड़ी बनाने की प्रक्रिया कुछ इसी तरह थी। अब आप अपनी पसंद के अनुसार कई तरह की डिजाईन वाली चूड़ियाँ बनवा सकते हैं। आप चाहे तो रोजाना नए नए डिजाईन की चूड़ियाँ भी बनवा सकते हैं। यदि कोई चूड़ी ज्यादा बिकती हैं या उसकी बाजार में ज्यादा मांग हैं तो आप उसे अन्य चूड़ियों की अपेक्षा ज्यादा मात्रा में भी बनवा सकते हैं। यह पूर्ण रूप से आप पर ही निर्भर करेगा।
चूड़ी बनाने के डिजाईन
अब जब आप चूड़ी बनाने का बिज़नेस शुरू करने जा रहे हैं तो आपको चूड़ी बनाने के डिजाईन को भी ध्यान में रखना चाहिए। कहने का अर्थ यह हुआ कि अब महिलाएं केवल सामान्य रंगों की ही चूड़ियाँ नही पहनती हैं। यह पहले का समय था जब ऐसी चूड़ियाँ ही चलती थी लेकिन आज के समय में ट्रेंड पूरी तरह बदल चुका हैं। अब महिलाओं को अलग अलग डिजाईन की चूड़ियाँ चाहिए होती हैं।
इसलिए आप चूड़ी बनाते समय चूड़ी के डिजाईन के ऊपर पूरा ध्यान रखेंगे तो अवश्य ही आपका बिज़नेस भी बहुत बढ़ेगा। हमारे कहने का आशय यह हुआ कि चूड़ियाँ तो चूड़ियाँ जैसी ही होती हैं। वह किस कंपनी की है यह मायने नही रखता है या फिर उसे कौन बना रहा हैं, यह भी इतना महत्व नही रखता हैं। महिलाएं चूड़ियाँ तभी खरीदती हैं जब उन्हें उसका डिजाईन पसंद आये।
ऐसे में यदि आपकी चूड़ी का डिजाईन ही महिलाओं को पसंद नही आएगा तो वे इसे नही खरीदेंगे फिर चाहे आपने उसे बनाने में कितनी ही मेहनत क्यों ना की हो। इसलिए हमेशा बाजार के अनुसार डिजाईन में विविधता बनाए रखे और इसे महिलाओं के अनुरूप ही रखे। इससे आपका चूड़ी बनाने का बिज़नेस तेज गति से आगे बढ़ेगा।
चूड़ी बनाने के बिज़नेस की लागत
अब यदि हम चूड़ी का बिज़नेस शुरू करने के लिए लगने वाली लागत की बात करे तो यह अन्य बिज़नेस की भांति इतनी महँगी नही होती हैं। साथ ही ना आपको इसके लिए बड़ी बड़ी या महँगी मशीन खरीदने की आवश्यकता होती हैं। आप सामान्य तरीके से भी चूड़ी बनाने का बिज़नेस शुरू कर सकते हैं। हालाँकि इसके लिए आपको अपने यहाँ कुछ कारीगरों को अवश्य रखना पड़ेगा जो आपकी चूड़ी को एक नया डिजाईन देंगे।
यदि हम चूड़ी बनाने का बिज़नेस शुरू करने के लिए लगने वाले खर्चे के बारे में बात करे तो यह 50 हज़ार से शुरू होकर 1 लाख तक हो सकता हैं। हालाँकि अब आप किस स्तर पर यह बिज़नेस शुरू करने जा रहे हैं यह उस पर निर्भर करता हैं। अब यदि आपको बड़े पैमाने पर चूड़ी बनाने का बिज़नेस हरु करना हैं तो उसमे लगने वाली लागत भी अधिक होगी।
एक सामान्य चूड़ी बनाने का बिज़नेस 50 हज़ार से शुरू हो जाता हैं। जबकि अधिकतम इसमें 5 से 6 लाख रुपए का खर्चा आता हैं। इसलिए य्यादी आप चूड़ी बनाने का बिज़नेस शुरू करना चाहते हैं तो अपनी जेब में लगभग 1 लाख रुपए अवश्य रखे। इससे आपका बिज़नेस अच्छे से शुरू होगा और तेज गति से आगे बढ़ेगा।
चूड़ी बनाने के बिज़नेस के लिए लोन
अब यदि आप चूड़ी बनाने का बिज़नेस शुरू करने के बारे में निर्णय ले ही चुके हैं तो आपको इसके बारे में अन्य बाते भी पता होनी चाहिए। अब इसमें सबसे मुख्य बात है पैसा। अर्थात चूड़ी का बिज़नेस शुरू करने के लिए लगने वाला पैसा। आपने यह तो जान लिया कि चूड़ी बनाने के बिज़नेस में 50 हज़ार से 5 लाख तक का रूपया लगता हैं।
अब यदि आप चूड़ी बनाने का बिज़नेस शुरू भी करना चाहते हैं लेकिन आपके पास इतना पैसा नही हैं तो फिर आपको कही ना कही से तो लोन लेना ही पड़ेगा। तो फिर आपका अगला प्रश्न होगा कि आखिरकार आपको यह लोन कहां से मिलेगा। तो आज हम आपको बता दे कि आपको यह लोन सरकारी या निजी बैंक से आसानी से मिल सकता हैं। आपको बस अपना बिज़नेस प्लान उन्हें दिखाना होगा कि आप किस स्तर पर और कैसे चूड़ी बनाने का बिज़नेस शुरू करने जा रहे हैं।
सरकारी बैंक में प्रधानमत्री के द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के अंतर्गत आपको 5 लाख तक का लोन मिल सकता हैं। इसी के साथ निजी बैंक से भी कई तरह के लोन लिए जा सकते हैं। आप किसी बड़े व्यापारी से फाइनेंस पर भी पैसा उठा सकते हैं और चूड़ी बनाने का बिज़नेस शुरू कर सकते हैं। अब यह आप पर निर्भर करता हैं कि आप कहां से और कैसे लोन लेते हैं।
चूड़ी बनाने के बिज़नेस के लिए लाइसेंस
अब यदि आप चूड़ी बनाने का बिज़नेस शुरू करने जा रहे हैं तो आपको इसके लिए सरकार व नगर निगम से कई तरह के लाइसेंस भी लेने होंगे। बिना लाइसेंस लिए आप चूड़ी तो क्या कोई भी बिज़नेस शुरू नही कर सकते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आपको किसी चीज़ का निर्माण करना हैं तो उसके नाम से एक कंपनी का नाम भी रखना होगा।
अब यदि आपकी कंपनी हैं और आप उसके अंतर्गत किसी चीज़ का निर्माण कार्य कर रहे हैं तो आप यह चीज़ बिना लाइसेंस के नही कर सकते हैं। बिना लाइसेंस के किसी चीज़ का निर्मन करना कानूनी अपराध की श्रेणी में रखा जाता है। इसलिए आप चूड़ी बनाने के बिज़नेस को शुरू करने से पहले इन लाइसेंस को अवश्य ले ले।
- ट्रेड मार्क
- कंपनी के नाम का रजिस्ट्रेशन
- अपना पैन कार्ड
- चूड़ी बनाने की जगह का प्रमाण पत्र
- प्रदूषण बोर्ड से NOC
- मशीन का सर्टिफिकेट इत्यादि।
इसके अलावा भी कई अन्य तरह के लाइसेंस लेने पड़ सकते हैं। वह लाइसेंस आपके चूड़ी बनाने के बिज़नेस के स्तर पर निर्भर करते है। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आप बड़े स्तर पर चूड़ी बनाने का बिज़नेस शुरू करेंगे तो उसके लिए आपको कई अन्य लाइसेंस लेने की आवश्यकता होगी। अन्यथा आप ऊपर बताये गए लाइसेंस को लेकर चूड़ी बनाने का बिज़नेस शुरू कर सकते हैं।
चूड़ी बनाने के बिज़नेस की मार्केटिंग
अब यदि आपने चूड़ी बनाने का बिज़नेस शुरू कर दिया हैं तो आपको यह भी आशा होगी कि यह बिके। अर्थात बिना बिके वह चूड़ी आगे कैसे प्रचलित होगी। ऐसे में यदि आप अपनी बनाई चूड़ियों को आमजन तक पहुँचाना चाहते हैं और अपने बिज़नेस को आगे बढ़ाना चाहते हैं तो फिर आपको इसकी सही तरह से मार्केटिंग भी करनी होगी।
मार्केटिंग के सहारे ही किसी बिज़नेस को आगे बढ़ाया जा सकता हैं और उसे अगले स्तर तक लेकर जाया जा सकता हैं। ऐसे में यदि आप चूड़ी बनाने के बिज़नेस की मार्केटिंग करने चाहते हैं तो आपको इन तरीको का पालन करना होगा। आइए जाने चूड़ी बनाने के बिज़नेस की मार्केटिंग करने के कुछ बेस्ट तरीको के बारे में।
- सबसे पहले तो आपको अपने आसपास की फैशन, साड़ियों, कॉस्मेटिक इत्यादि दुकानों से अपना संपर्क स्थापित करना होगा। क्योंकि इन्हीं दुकानों पर महिलाएं चूड़ियाँ खरीदने आती हैं और आपकी चूड़ियाँ भी इन्हीं दुकानों के जरिये बीकेगी। इसलिए इन दुकानों से अपना संपर्क साधे।
- अब जब आपने इन दुकानदारो से अपना संपर्क बना लिया हैं तो इन्हें अपनी चूडियो के डिजाईन दिखाए। आप इसके लिए कई तरह के डिजाईन लेकर जाए और उन्हें अपनी चूड़ियों की गुणवत्ता के बारे में भी बताये। शुरुआत में आप उन्हें कुछ सैंपल भी दे सकते है ताकि वे आपकी चूड़ियों को परख सके।
- इसके बाद जब उन्हें चूड़ियाँ पसंद आएगी तो वे आपको चूड़ियों का ऑर्डर दे देंगे। अब आपको शुरुआत में इस बात का पूरा पूरा ध्यान रखना हैं कि आपकी चूड़ियों में किसी तरह की कोई कमी ना हो। ऐसा इसलिए क्योंकि यदि आपकी शुरुआत में ही गलत इमेज बन गयी तो फिर यह जल्दी नही सुधरेगी। इसलिए हमेशा सही और अच्छी गुणवत्ता की चूड़ियाँ ही दे।
- अब दुकानदारो के बाद आपका दूसरा टारगेट होना चाहिए महिलाएं। आखिरकार यही महिलाएं आपकी ग्राहक हैं और आपकी बनाई चूड़ियाँ इनके द्वारा ही पहनी जाएगी। यदि उन्हें ही यह चूड़ियाँ पसंद नही आई तो फिर वे दुकान से खरीदेगी ही नही। और जब महिलाएं ही आपकी चूड़ियाँ नही खरीदेंगी तो फिर दुकानदार भी आपको और चूड़ियों के ऑर्डर नही देंगे।
- ऐसे में आप हमेशा अपनी चूड़ियों को बनाने के डिजाईन में विविधता बनाए रखे। यदि आपकी चूड़ियाँ एक ही आकार, डिजाईन, रंग इत्यादि की होंगी तो महिलाएं उनसे उब जाएगी। इसलिए यदि आप चाहते हैं कि आपकी चूड़ियों की मार्केटिंग अच्छे से हो तो आपको इसमें विविधता लानी होगी।
- इसके साथ ही यदि आप चूड़ियों को बेचने के लिए विज्ञापनों का इस्तेमाल करेंगे तो भी यह बहुत बढ़िया रहेगा। काहने का अर्थ यह हुआ कि चूड़ियाँ बेचनी हैं तो आपको इसके लिए जागरूकता भी बढ़ानी होगी। लोगों को दिखना चाहिए कि आपके द्वारा किस किस तरह की चूड़ियाँ बनाई जा रही हैं ताकि वे इससे आकर्षित हो सके। इसके लिए आप ऑफलाइन व ऑनलाइन दोनों तरह के विद्यां दिखा सकते हैं।
- मार्केटिंग में एक हथकंडा जो सभी के द्वारा अपनाया जाता हैं खासकर महिलाओं के सामान में और वो है ऑफ देना या कोई स्कीम चलाना। कहने का अर्थ यह हुआ कि महिलाओं को उनके द्वारा ख़रीदे जा रहे सामान पर ऑफर, स्कीम, ऑफ इत्यादि बहुत अच्छे लगते हैं। ऐसे में आप भी समय समय पर या किसी त्यौहार इत्यादि पर चूड़ियों पर कोई ना कोई ऑफर निकालते रहा करे।
चूड़ियों के बिज़नेस में कमाई
चूड़ियों के बिज़नेस में कमाई भी बहुत हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आप सोच रहे हैं कि आप चूड़ी बनाने का बिज़नेस कर तो लेंगे और इसके लिए सब मेहनत भी कर लेंगे लेकिन यदि कमाई ही उतनी नही हुई तो फिर क्या ही फायदा। तो आज हम आपको बता दे कि चूड़ी बनाने के बिज़नेस में हर कोई फायदे में रहते हैं फिर चाहे वह कोई भी (Bangles ka business kaise kare) हो।
इसलिए यदि आप चूड़ी बनाने का बिज़नेस शुरू करने जा रहे हैं तो इसके लिए आपको इस बात का ध्यान रखना हैं कि आप केवल एक ही तरह की चूड़ियाँ ना बनाकर अलग लाग तरह की चूड़ियाँ बनाए। इससे आपको उनके दाम भी अलग अलग रखने का अवसर प्राप्त होगा। अब चूड़ी बनाने में तो लागत तो उतनी ही आएगी या फिर उससे 5 से 10 रुपए ज्यादा लेकिन उसके दाम में सीधे 50 से 60 रुपए की बढ़ोत्तरी हो जाएगी। इस तरह यह आपका ही लाभ कहलायेगा।
इस तरह आप चूड़ी बनाने के बिज़नेस में अपनी लागत से 10 गुणा तक ज्यादा लाभ कमा सकते हैं। मान लीजिए आपने इसमें 1 लाख रुपए का निवेश कुया हैं तो साल भर में आप 10 लाख से ज्यादा का बिज़नेस कर लेंगे। इसलिए चूड़ी बनाने का बिज़नेस हमेशा लाभदायक ही माना गया हैं।
चूड़ी बनाने के बिज़नेस में नुकसान
अब जिस बिज़नेस में आपको इतना फायदा मिल रहा हैं उसमे कुछ नुकसान होना भी स्वभाविक हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि ऐसा नही हैं कि आप चूड़ी बनाने के बिज़नेस में हमेशा लाभ ही लाभ में रहने वाले हैं। इसमें आपको कुछ नुकसान भी झेलना पड़ सकता हैं। वह इसलिए क्योंकि चूड़ी बहुत ही नाजुक चीज़ होती हैं और वह जल्दी टूट भी सकती हैं।
अब आप चूड़ी बनायेंगे तो इसे आपको विभिन्न स्थानों पर भिजवाना भी होगा। यह आप ज्यादा मात्रा में भी भिजवाएंगे। मान लीजिए आप किसी दुकान पर अपनी चूड़ी की 500 डिब्बियां भिजवा रहे हैं। अब उन डिब्बियों में से 10 से 20 डिब्बियों की चूड़ियाँ टूट भी आक्ती हैं या उससे भी ज्यादा। अब इसका नुकसान उस दुकानदार को नही बल्कि आपको ही झेलना पड़ेगा।
तो यह चूड़ी बनाने के बिज़नेस में एक छोटा मोटा नुकसान कहा जा सकता हैं जो आपका बड़ा लाभ कमाने के लिए सहना ही होगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि जिस बिज़नेस (How to start Bangles business) में जितना बड़ा प्रॉफिट, उसमे नुकसान होने की संभावना भी उतनी ही अधिक होती हैं। इसलिए आप इसकी चिंता किये बिना अपने बिज़नेस को आगे बढ़ाने पर ध्यान दे।
चूड़ी बनाने के बिज़नेस की जानकारी – Related FAQs
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प्रश्न: कांच की चूड़ियां कैसे बनाई जाती है?
उत्तर: कांच की चूड़ियां बनाने के लिए पहले शीशे को भट्टी में तपाया जाता है। फिर उसे गोल आकार देकर उसमे आरंग भरा जाता है।
प्रश्न: चूड़ी का काम कैसे होता है?
उत्तर: चूड़ी का काम करने के लिए आपको पहले एक भट्टी लेनी होगी और कुछ कुशल कारीगरों को रखना होगा। उसके बाद चूड़ी बनाने का कच्चा माल खरीद कर काम शुरू कर देना होगा।
प्रश्न: चूड़ी क्या दर्शाती है?
उत्तर: चूड़ी हर भारतीय महिला जो कि विवाहित है, उसका आभूषण और सुहाग की निशानी होती है।
प्रश्न: चूड़ी कैसे बनाई जाती है?
उत्तर: चूड़ी बनाने के लिए सबसे पहले उसका कच्चा माल व मशीन ले। अब चूड़ी बनाने के लिए कारीगरों को रखे और चूड़ी बनाने का काम शुरू करे।
तो यह थी संपूर्ण जानकारी एक चूड़ी बनाने के बिज़नेस के उपाय। अब यदि आप चूड़ी बनाने का बिज़नेस शुरू करने जा रहे हैं तो आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी हो गयी हैं। आशा हैं इस जानकारी को पढ़कर आप चूड़ी बनाने के बिज़नेस के ऊपर सबकुछ जान चुके हैं और अब अच्छे से इसकी शुरुआत कर सकते हैं।