आईएएस, पीसीएस निकालने की दौड़ में शामिल युवाओं के बीच ढेरों ऐसे छात्र छात्राएं हैं, जिन्हें बैंक की नौकरी लुभाती है। ढेरों अभ्यर्थी बैंक क्लर्क बनने के लिए परीक्षा में बैठते हैं। लेकिन दोस्तों ऐसे युवा भी कम नहीं, जो सीधे बैंक पीओ बनने को तरजीह देते हैं। वह इसके लिए आयोजित की जाने वाली परीक्षा में बैठते हैं और सफलता प्राप्त करते हैं। आज इस पोस्ट में हम bank po बनने के बारे में सारी जानकारी मुहैया कराएंगे। आइए, शुरू करते हैं-
बैंक पीओ क्या है, यह क्या करतें हैं?
सबसे पहले आपको बताते हैं कि बैंक पीओ क्या होता है। साथियों, PO की full form होती है probationary officer. एक बैंक पीओ का कार्य मुख्य रूप से बैंक उपभोक्ताओं को लोन प्रदान करना है। वह लोन देने के लिए आवश्यक कागजात, दस्तावेज आदि की जांच का कार्य करता है। इसके पश्चात आवेदक को लोन प्रदान किया जाता है। एक बैंक पीओ लोन के साथ ही Marketing, Accounting, Finance, ATM Card, Check Book, Passbook आदि के मामले देखने के साथ उपभोक्ता समस्याओं, खातों से जुड़ी शिकायतों और लेन देन के मसले से जुड़ी दिक्कतों का भी समाधान करता है।
आपको बता दें कि बैंक पीओ का पद एक प्रतिष्ठा वाला पद माना जाता है। यही वजह है कि लाखों अभ्यर्थी विभिन्न बैंकों में पीओ पद के लिए आवेदन करने हैं। SBI PO के साथ ही अन्य बैंकों में इस पद पर भर्ती के लिए Institute of banking personnel selection यानी IBPS इस पद के लिए परीक्षा आयोजित करता है। मुख्य परीक्षा 2020 का आयोजन 30 नवंबर, 2020 को किया जाएगा।
बैंक पीओ की बेसिक सैलरी और भत्तों सहित वेतन –
वैसे बैंक पीओ पद पर शुरुआती बेसिक तनख्वाह 25 हजार से अधिक होती है। यदि भारतीय स्टेट बैंक यानी SBI के PO की बेसिक सैलरी की बात करें तो वह 23,700 है। यदि अन्य सभी भत्तों को मिला दिया जाए तो एक बैंक पीओ की तनख्वाह 42,020 रूपये बैठती है। इस सेलरी में डीए यानी महंगाई भत्ता 10,063.63 रूपए, सीसीए 870 रुपए, जबकि एचआरए 2133 रुपए भी शामिल हैं।
बैंक पीओ पद के आवेदन को आवश्यक उम्र संबंधी योग्यता –
साथियों, आपको बता दें कि बैंक पीओ पद के लिए आवेदन करने को कुछ न्यूनतम योग्यताएं निर्धारित की गई हैं। इनमें शैक्षणिक और उम्र संबंधी योग्यताएं प्रमुख हैं। मूल रूप से किसी भी बैंक में पीओ बनने के लिए अभ्यर्थी की न्यूनतम आयु 20 वर्ष और अधिकतम आयु 30 वर्ष निर्धारित की गई है। OBC (non creamy layer) वर्ग के लिए आवेदन में 3 साल की छुट दी गई है। यानी इस वर्ग का अभ्यर्थी अधिकतम 33 वर्ष की आयु तक आवेदन कर सकता है। वहीं, SC/ST वर्ग के लिए 5 साल की छूट प्रदान की गई है। इसका अर्थ यह है कि इस वर्ग का अभ्यर्थी अधिकतम 35 वर्ष की आयु तक बैंक पीओ पद के लिए आवेदन कर सकता है।
दोस्तों, इसी तरह डिसेबिलिटी वाले लोगों के लिए 10 साल की छूट दी गई है। ex-servicemen commissioned officer या 1980 से 1989 के बीच जम्मू कश्मीर में जन्में लोगों के लिए भी पांच साल की छूट का प्रावधान किया गया है। वहीं, 1984 के दंगों के प्रभावितों के लिए भी 5 साल की छूट बैंक पीओ पदों पर आवेदन के लिए प्रदान की गई है।
बैंक पीओ बनने के लिए आवश्यक शैक्षिक योग्यता –
बैंक पीओ बनने के लिए अभ्यर्थी का किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से 55% प्रतिशत से स्नातक पास होना आवश्यक है। दोस्तों, आपको बता दें कि बीए, बीकॉम, बीएससी के साथ ही इंजीनियरिंग ग्रेजुएट भी बैंक पीओ बनने के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवश्यक यह है कि आपका डिग्री कोर्स कम्प्लीट हो। यानी आपका स्नातक परीक्षा का नतीजा आ चुका हो और आपने इस परीक्षा में न्यूनतम 55 प्रतिशत अंक हासिल किए हों।
बैंक पीओ कैसे बने? बैंक पीओ परीक्षा कैसे होती है?
दोस्तों, आपके लिए यह जानना बेहद आवश्यक है। बैंक पीओ परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाती है। यह तीन चरण इस प्रकार से हैं-
- प्रारंभिक परीक्षा यानी Preliminary Exam
- मुख्य परीक्षा अर्थात Main Exam
- साक्षात्कार यानी Interview
प्रारंभिक परीक्षा –
आइए, सबसे पहले आपको प्रारंभिक परीक्षा यानी Preliminary Exam के बारे में जानकारी देते हैं। दोस्तों, प्रारंभिक परीक्षा में अभ्यर्थियों से 100 अंकों के वैकल्पिक प्रश्न पूछे जाते हैं। इनमें इंग्लिश लैंग्वेज के 30, न्यूमेरिकल एबिलिटी के 35, जबकि रिजनिंग एबिलिटी के भी 35 सवाल पूछे जाएंगे।
इनके लिए अंक भी क्रमशः 30, 35 और 35 निर्धारित किए गए हैं। इन प्रश्नों को हल करने के लिए 20, 20 और 30 मिनट यानी 60 मिनट या सीधे शब्दों में कहिए कि एक घंटे का समय दिया जाता है। उन्हें ठंडे दिमाग के साथ क्रम से इन सवालों को हल करना चाहिए।
प्रारंभिक परीक्षा पैटर्न –
क्र० स० | विषय | प्रश्नों की स० | अंक | समय |
1. | रीजनिंग | 35 | 35 |
1 घंटा |
2. | मात्रात्मक योग्यता | 35 | 35 | |
3. | अंग्रेजी भाषा | 30 | 30 | |
कुल | 100 | 100 |
मुख्य परीक्षा –
इसके बाद आती है मुख्य परीक्षा यानी कि main exam. दोस्तों, जो उम्मीदवार प्रारंभिक परीक्षा पास कर लेते हैं, उन्हें ही यह मुख्य परीक्षा देने का अवसर मिलता है। यह परीक्षा Online होती है। इसमें वैकल्पिक और वर्णात्मक दो भाग होते हैं। पहले भाग में 200 अंकों के 155 वैकल्पिक प्रश्न पूछे जाते हैं। इसके लिए तीन घंटे की समयावधि निर्धारित होती है। वहीं, दूसरे सेक्शन में 50 अंकों का वर्णात्मक टेस्ट लिया जाता है जिसके लिए 30 मिनट का समय दिया जाता है।
मुख्य परीक्षा पैटर्न –
क्र० स० | विषय | प्रश्नों की स० | अंक | समय |
1. | रीजनिंग और कंप्यूटर | 45 | 60 | 60 |
2. | सामान्य ज्ञान/ बैंकिंग ज्ञान | 40 | 40 | 35 |
3. | अंग्रेजी भाषा | 35 | 40 | 40 |
4. | डेटा विश्लेषण और व्याख्या | 35 | 60 | 45 |
5. | अंग्रेजी भाषा (पत्र लेखन और निबंध) | 2 | 60 | 30 |
साक्षात्कार –
जो अभ्यर्थी प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा दोनों को पास कर लेते हैं, उन्हें परीक्षा के अंतिम चरण यानी कि साक्षात्कार के लिए न्योता भेजा जाता है। साक्षात्कार के दौरान जैसा कि आप जानते ही हैं, अभ्यर्थियों से कुछ प्रश्न पूछे जाते हैं, जिनके जरिए उनकी योग्यता को विभिन्न पैमाने पर जांचा जाता है। उनके जवाब के आधार पर उन्हें अंक प्रदान किए जाते हैं, जो उनके चुने जाने का आधार बनते हैं।
मुख्य परीक्षा में होती है नेगेटिव मार्किंग –
मित्रों, आपको बता दें कि बैंक पीओ पद के लिए आयोजित मुख्य परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग होती है। इसका अर्थ यह है कि यदि आप एक गलत जवाब देते हैं तो उसके लिए आपके सही जवाब के लिए दिए गए अंकों में से .25 अंक काट लिए जाते हैं। इसलिए सावधानी के साथ परीक्षा देना बहुत जरूरी है। यदि किसी प्रश्न का जवाब आप नहीं जानते तो उसे छोड़ दे। बजाय इसके कि आप गलत जवाब दें। यह व्यवस्था इसलिए की गई है ताकि परीक्षा में परीक्षार्थी तीर-तुक्का आजमाने से बाज आएं।
बैंक पीओ सिलेबस में शामिल विषय –
बैंक पीओ की परीक्षा में इंग्लिश, गणित, कंप्यूटर, करेंट अफेयर्स आदि से जुड़े सवाल आते हैं। English Language की बात करें तो Sentence Correction, सामान्य अंग्रेजी, शब्दावली, Spelling Section आदि की जानकारी बेहद आवश्यक है।इसी तरह Computer में कम्प्यूटर के इतिहास, MS-Office, MS Word, हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर आदि की जानकारी होनी चाहिए।
Quantitative Aptitude में मूल रूप से गणित जैसे- साधारण ब्याज, प्रतिशत, औसत, समय और दुरी, लाभ-हानि आदि से संबंधित प्रश्न पूछे जाते है। वहीं, Current Affairs की बात करें तो दोस्तों, इसमें भारतीय और अन्तरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था, भारतीय संविधान, खेल, बैंकों से जुड़े नियमों और दैनंदिन जीवन से जुड़ी घटनाओं पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं।
2020 में 1417 पदों पर निकली भर्तियां –
मित्रों, आपको बता दें कि इस साल विभिन्न बैंकों में पीओ के 1417 पदों पर भर्तियां निकली हैं। इनमें बैंक ऑफ इंडिया में 734 पदों पर रिक्तियां जारी की गई हैं, जबकि बैंक ऑफ महाराष्ट्र में 250 पदों के लिए भर्ती हो रहीं हैं। इसी तरह पंजाब एंड सिंध बैंक में 83, जबकि यूको बैंक में 350 पदों पर भर्ती के लिए प्रक्रिया शुरू की गई है। जैसा कि हम आपको पहले बता चुके हैं कि इन पदों पर भर्ती के लिए आईबीपीएस परीक्षा का आयोजन कर रहा है।
बैंक पीओ बनने के लिए कोचिंग कराने वाले ढेरों संस्थान –
बैंक पीओ बनने के लिए कोई सारे कोचिंग संस्थान छात्र छात्राओं को कोचिंग भी कराते हैं। उनके यहां अलग-अलग मॉडयूल में कोर्स उपलब्ध होते हैं। और उसी के अनुसार उनकी फीस भी होती है। कई जगह तीन तीन महीने के क्रैश कोर्स भी कराए जाते हैं। इनकी फीस हजारों में होती है। यह निर्धन वर्ग के मेधावी छात्रों को स्कालरशिप का भी प्रावधान करने का दावा करते हैं।
बड़ी संख्या में युवा बैंक पीओ बनने के लिए इन कोचिंग संस्थानों का रुख करते हैं। आपको बता दें मित्रों कि बैंकों की प्रतियोगी परीक्षाओं में निकले अपने पूर्व छात्रों के बड़े बड़े फोटो के विज्ञापन देकर यह नए छात्रों को कोचिंग के लिए आकर्षित करते हैं। कोचिंग संस्थान वाले अपने यहां के छात्रों की सफलता का प्रतिशत भी विज्ञापित करने से नहीं चूकते। इससे नए आने वाले छात्रों का उन पर विश्वास जमता है।
अखबार, टीवी, वेबसाइट्स के जरिए बढ़ा सकते हैं करेंट अफेयर्स की जानकारी –
आपको बात थोड़ी पुरानी लग सकती है, लेकिन अभी भी उतनी ही मौजूं है। दोस्तों, यदि आप करेंट अफेयर्स की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो अभी भी उसके लिए अखबार पढ़ने, टीवी पर समाचार सुनने और वेबसाइट पर नए नए विषयों के बारे में जानकारी प्राप्त करने से बेहतर कुछ नहीं है। जैसा कि आपको पता ही है कि अब इंटरनेट कनेक्शन सभी के लिए बहुत कम दरों पर उपलब्ध है। तो इसका फायदा अभ्यर्थी अपनी बैंक पीओ पद की परीक्षा की तैयारी के लिए कर सकते हैं।
इंटरनेट पर जानकारी का विस्तृत खजाना है, जितना डूबेंगे उतने ही अधिक ज्ञान के सागर में आप गोता लगाएंगे, इसलिए अपने करेंट अफेयर्स को अधिक से अधिक मजबूत करने की कोशिश करें। खास तौर पर आप बीबीसी, सीएनएन जैसे टीवी पर आने वाले अंग्रेजी चैनल देखें। इससे दो फायदे होंगे एक तो आपकी अंग्रेजी भाषा भी थोड़ी मजबूत होगी, आपकी उसके ऊपर पकड़ अच्छी बनेगी। दूसरे आपको करेंट अफेयर्स की बेहतरीन जानकारी भी मिलेगी।
विभागीय परीक्षा के जरिए भी बनते हैं पीओ –
विभिन्न बैंकों में क्लैरिकल पदों पर तैनात कर्मचारी भी बैंक पीओ बनने के लिए आयोजित विभागीय परीक्षा/डीपीसी में शिरकत करते हैं। बैंक पीओ बनने के बाद कोई भी व्यक्ति बैंक में जीएम, चेयरमैन आदि की कुर्सी पर पहुंच सकता है। बढ़ने के बेहतर अवसर, प्रतिष्ठा और हैंडसम सेलरी बैंक पीओ पद के प्रति आकर्षण का मुख्य कारण हैं।
दोस्तों, आपको यह भी बता दें कि जितने लोग आवेदन करते हैं, उन सभी का चयन इस पद पर नहीं होता, क्योंकि पदों की संख्या सीमित होती है। लेकिन अभ्यर्थियों को परीक्षा देने से पैटर्न की जानकारी अवश्य हो जाती है। और आपको बताएं मित्रों, ढेरों ऐसे युवा हैं,जो अनुभव के लिए परीक्षा में बैठते हैं और अपनी तैयारी जांचते हैं ताकि अगली बार उनका चयन सुनिश्चित हो सके।
यह थी बैंक पीओ बनने से जुड़ी सारी जानकारी। यदि इस संबंध में आपके मन में कोई सवाल है तो उसे आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में कमेंट करके हमसे पूछ सकते हैं। यदि किसी अन्य विषय पर आप हमसे जानकारी चाहते हैं तो उसके लिए भी अपनी बात हम तक कमेंट के जरिए पहुंचा सकते हैं। हमें हमेशा की तरह आपकी प्रतिक्रियाओं और सुझावों का इंतजार है। ।।धन्यवाद।।
Rajasthan police ki jankari kya kya subject hota h kya kya kr na ho ta h
Bank p o ki tayari bsc wale bhi ker sakte hai kya
ha kar sakte hai
sir mere b.com mein 50% se kam marks hain to kya main PO k liye apply kar skta hun
हाँ, आप अप्लाई कर सकते हैं.