Bank PO ki salary kitni hoti hai :- भारत देश में कई तरह के बैंक हैं और उनमे कई तरह की पोस्ट पर भर्ती निकलती है। अब यह बैंक सरकारी से लेकर अर्ध सरकारी, प्राइवेट, ग्रामीण इत्यादि होते हैं तो वहीं बैंक में पोस्ट क्लर्क, पीओ, इंजीनियर, मैनेजर इत्यादि तरह की होती है। इसमें से जो बैंक का पीओ होता है, उसी के ऊपर ही बैंक के अधिकतर मुख्य कार्य करने का उत्तरदायित्व होता है। अब क्लर्क का कार्य तो कैश को जमा करना और निकालना होता है तो मैनेजर का कार्य पीओ से होकर ही गुजरता (SBI PO salary 2024 in Hindi) है।
तो बैंक में चाहे लोन लेना हो या किसी योजना का क्रियानव्यन करना हो या कुछ और, वह सब कार्य बैंक पीओ की देखरेख में ही संपन्न होता है। ऐसे में बैंक पीओ के द्वारा ही बैंक के सभी तरह के मुख्य कार्य किये जाते हैं और उन्हीं के साथ ही हमें संपर्क करना होता है। बैंक मैनेजर तक किसी कार्य को लेकर जाना और अंतिम मुहर लगवाना भी बैंक पीओ का ही काम होता है। हर वर्ष लाखों लोगों के द्वारा बैंक पीओ का एग्जाम भी दिया जाता है ताकि वे बैंक पीओ के पद पर कार्यरत हो (SBI PO salary in Hindi) सकें।
ऐसे में यदि आपको यह जानना है कि एक बैंक पीओ कितना कमा लेता है या बैंक पीओ की सैलरी कितनी होती है, तो उसके बारे में आज हम आपको पूरी जानकारी देने वाले हैं। आज के इस लेख को पढ़कर आपको यह भलीभांति पता चल जाएगा कि बैंक पीओ की सैलरी कितनी होती है। साथ ही बैंक पीओ के बारे में अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भी आपको इसी लेख में ही जानने को (Bank PO salary in Hindi) मिलेगी।
बैंक पीओ की सैलरी कितनी होती है? (Bank PO ki salary kitni hoti hai)
अब जो बैंक पीओ की पोस्ट होती है वह तो सभी तरह के बैंक में एक समान ही होती है और उनके कार्य भी लगभग एक जैसे ही होते हैं लेकिन उनकी सैलरी में कई तरह के फैक्टर आ जाते हैं। किसी बैंक का पीओ कितना कमा रहा होता है तो किसी बैंक का पीओ कितना। कहने का अर्थ यह हुआ कि किसी बैंक के पीओ का वेतन एक लाख भी हो सकता है तो दूसरे बैंक के पीओ का वेतन 20 हज़ार के आसपास भी हो सकता (Bank PO ki salary kya hoti hai) है।
अब आप सोच रहे होंगे कि जब सभी बैंक के पीओ का पद एक जैसा ही है और उनके कार्य भी एक जैसे हैं तो उनकी सैलरी में इतना अंतर कैसे देखने को मिल सकता है। दरअसल इसके पीछे जो जो फैक्टर हैं जिनके आधार पर बैंक पीओ की सैलरी का निर्धारण होता है, वह हम आपको विस्तार से इस लेख में बताएँगे। उदाहरण के तौर पर इसमें अभी का लगा हुआ पीओ और अनुभवी पीओ भी एक फैक्टर है तो वह पीओ किस तरह के बैंक में लगा हुआ है, यह भी एक फैक्टर (Bank PO ki salary kya hai) है।
यदि हम सामान्य तौर पर किसी बैंक पीओ की शुरूआती सैलरी का आंकलन करें तो वह 23 हज़ार से शुरू होकर 45 हज़ार तक के बीच में हो सकती है। अब इसके बीच में जो फैक्टर आते हैं, वह एक एक करके हम आपको बताने जा रहे हैं ताकि आपके मन में किसी तरह की शंका ना रहने (Bank ke PO ki salary kitni hoti hai) पाए। तो किसी बैंक के पीओ की सैलरी कितनी होगी, उसका आंकलन इस आधार पर किया जाता है।
बैंक का प्रकार
बैंक पीओ की सैलरी कितनी होगी, इसके लिए जो सबसे अहम फैक्टर है, वह बैंक के प्रकार पर निर्भर करता है। अब आप किस बैंक में पीओ के पद पर काम कर रहे हैं, उसके आधार पर ही आपकी सैलरी का प्रारूप क्या होगा, यह निर्भर करता है। क्या आप सरकारी बैंक के पीओ हैं या किसी प्राइवेट बैंक के। सरकारी बैंक में पीओ हैं तो आप किस तरह के सरकारी बैंक में पीओ हैं और प्राइवेट में किस बैंक के पीओ हैं, इन सभी फैक्टर के आधार पर आपका मासिक वेतन कितना होगा, यह देखा जाता (Bank ke PO ki salary in Hindi) है।
अब किस बैंक के पीओ की सैलरी कितनी होगी, इसे हम तीन सेक्टर में तोड़कर बात कर सकते हैं। तो अब हम आपको बैंक पीओ की सैलरी को बैंक के प्रकार के आधार पर तीन भागों में बाँट कर बताएँगे और यह भी बताएँगे कि किस बैंक के पीओ की सैलरी सबसे ज्यादा होती है तो किस बैंक के पीओ की सैलरी सबसे कम होती है।
भारतीय स्टेट बैंक पीओ की सैलरी (SBI PO ki salary kitni hoti hai)
भारत में जितने भी बैंक हैं, उसमें SBI बैंक सबसे बड़ा बैंक है। SBI एक सरकारी बैंक है और आप यह जान लें कि भारत देश में सरकारी बैंक के पीओ की सैलरी सबसे ज्यादा होती है। अब यहाँ एक सरकारी बैंक तो है नहीं बल्कि कई तरह के सरकारी बैंक हैं जैसे कि PNB, BOB इत्यादि। हालाँकि इन सभी सरकारी बैंक में SBI सबसे बड़ा सरकारी बैंक है और उसी के द्वारा ही देश के लगभग आधे बैंक खातों को प्रबंधित करने का कार्य किया जाता है।
अब SBI बैंक इतना बड़ा बैंक है और उसके द्वारा लगभग सभी महत्वपूर्ण कार्य किये जाते हैं तो अवश्य ही SBI बैंक में काम करने वाले पीओ के ऊपर भी ज्यादा काम करने का बोझ होगा। ऐसे में SBI बैंक के पीओ की सैलरी भी ज्यादा होती है। SBI बैंक पीओ की बेसिक सैलरी 42000 रुपये के आसपास होती है। हालाँकि यह शुरूआती सैलरी है और इसमें अन्य किसी तरह के भत्तों को नहीं जोड़ा गया है। तो SBI बैंक में काम कर रहे सभी तरह के पीओ को महीने का 42000 रुपये का शुरुआती वेतन बेसिक सैलरी के रूप में मिलता है।
सरकारी बैंक पीओ की सैलरी (Govt bank PO salary in India in Hindi)
SBI बैंक के बाद अन्य सभी तरह के सरकारी बैंक फिर चाहे वह पंजाब नेशनल बैंक हो या फिर बैंक ऑफ बड़ौदा हो या कोई और, उन सभी के पीओ की सैलरी एक समान होती है। इन सभी बैंक में पीओ की भर्ती के लिए भी एक ही परीक्षा आयोजित करवायी जाती है जो हर वर्ष एक बार होती है। इस परीक्षा को हम सभी IBPS के नाम से जानते हैं। ऐसे में जो भी व्यक्ति IBPS पीओ की परीक्षा देता है और उसमें चयनित हो जाता है तो उसे SBI बैंक को छोड़कर किसी भी अन्य सरकारी बैंक में पीओ की नौकरी मिल सकती (Govt bank ke PO ki salary kitni hoti hai) है।
अभी के समय में IBPS की परीक्षा को पास करने वाले सभी तरह के लोगों को सरकारी बैंक में पीओ के पद पर शुरूआती बेसिक सैलरी 36000 रुपये मिल रही है। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप किसी भी सरकारी बैंक में पीओ की नौकरी लग जाएं, आपको शुरूआती तौर पर बेसिक सैलरी के तौर पर कुल 36000 रुपये (IBPS PO salary in Hindi) मिलेंगे। हालाँकि इसमें भी महंगाई भत्ता समेत अन्य भत्तों को नहीं जोड़ा गया है।
प्राइवेट बैंक पीओ की सैलरी (Private bank PO salary in Hindi)
अब करते हैं हम प्राइवेट बैंक के पीओ की बात। तो प्राइवेट या निजी बैंक में नौकरी लगने के लिए आपको किसी कठिन परीक्षा से होकर नहीं गुजरना पड़ता है और ना ही इसके लिए IBPS या अन्य किसी एग्जाम में बैठना होता है। इन बैंक में नौकरी लगने के लिए आपको कुछ उसी तरह की प्रक्रिया से गुजरना होता है जिस तरह से इंजीनियर तरह तरह की सॉफ्टवेयर कंपनियों में नौकरी के लिए आवेदन करता है।
तो यदि आप प्राइवेट बैंक में पीओ के पद पर नौकरी लग जाते हैं तो आपको शुरुआती तौर पर 25 हज़ार रुपये के आसपास वेतन मिलता है। हालाँकि इस वेतन में उतार चढ़ाव देखने को मिल सकता है क्योंकि इसमें कई अन्य फैक्टर भी आ जाते हैं। इसी के साथ ही हर प्राइवेट बैंक का काम करने का स्तर अलग अलग होता है और वे उसी के अनुसार ही अपने बैंक पीओ को सैलरी देते हैं। सामान्य तौर पर यह वेतन शुरूआती स्तर का 25 हज़ार के आसपास रखा जाता है जो 20 हज़ार भी हो सकता है और 30 हज़ार भी।
बैंक ब्रांच की लोकेशन
अब आपने बैंक के प्रकार के अनुसार तो बैंक पीओ को मिलने वाली सैलरी के बारे में जान लिया है लेकिन आपको यह भी भलीभांति पता होगा कि बैंक तो भारत के हर शहर और गाँव में स्थित होते हैं। अब बैंक की कोई ब्रांच मेट्रो शहर में है तो कोई ब्रांच गाँव में तो कोई ब्रांच कहीं और। बैंक के द्वारा अपनी ब्रांच को ऐसे क्षेत्र में भी खोला जाता है जो दुर्गम होते हैं जैसे कि ऊँचे पहाड़ों पर या जंगल की घनी बस्तियों में। वहीं उनके द्वारा संवेदनशील क्षेत्रों में भी अपनी ब्रांच खोली जाती है जैसे कि नक्सल क्षेत्र या कहीं और।
ऐसे में आप बैंक की किस ब्रांच में काम कर रहे हैं और वहां रहने के लिए कितना एक्स्ट्रा या कम खर्चा लगता है, वह भी बैंक पीओ की सैलरी का निर्धारण करने में अहम भूमिका निभाता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि किसी व्यक्ति को दिल्ली जैसे शहर में रहने में ज्यादा खर्चा करना पड़ता है तो वहीं राजस्थान के किसी गाँव या शहर में कम खर्चा करना पड़ता है। तो उसके हिसाब से भी बैंक पीओ की सैलरी में 5 से 15 हज़ार रुपये का उतार चढ़ाव देखने को मिलता है।
बैंक पीओ का अनुभव
बैंक पीओ का अनुभव क्या है या उसे उस बैंक में काम करते हुए कितना समय हो चुका है, उसके हिसाब से भी बैंक पीओ की सैलरी का निर्धारण किया जाता है। अब ऊपर हमने आपको बताया कि एक बैंक पीओ महीने का 20 हजार भी कमा रहा होता है तो वहीं कोई बैंक पीओ महीने का एक लाख भी कमा रहा होता है। तो इस चीज़ का निर्धारण करने में बैंक पीओ का अनुभव ही सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
किसी सरकारी बैंक में लगा हुआ पीओ जो सैलरी इस वर्ष ले रहा होता है, उसमें एक निश्चित अनुपात में अगले वर्ष में बढ़ोत्तरी की जाती है। कहने का अर्थ यह हुआ कि बैंक के द्वारा यह पहले ही पक्का किया गया होता है कि उनके यहाँ काम कर रहे सभी पीओ की सैलरी हर वर्ष कितने प्रतिशत के दर से बढ़ने वाली है। वहीं प्राइवेट बैंक में यह प्रतिशत का दर अलग अलग व्यक्ति के लिए अलग अलग हो सकता है जो उनके काम करने के आधार पर तय किया जाता है, जिसके बारे में हम आपको नीचे बताएँगे।
व्यक्ति की डिग्री
ऊपर आपने जो अनुभव के बारे में बात की वह मुख्य तौर पर सरकारी बैंक के पीओ की सैलरी को फिक्स करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है लेकिन यदि कोई व्यक्ति प्राइवेट बैंक में पीओ की नौकरी कर रहा है तो उस व्यक्ति के द्वारा डिग्री कहाँ से ली गयी है और कौन सी डिग्री ली गयी है, यह भी उसकी सैलरी को पक्का करने में बहुत अहम फैक्टर साबित होता है। अब जिस प्रकार इंजीनियर को नौकरी लेने के लिए उसकी डिग्री, उसके मार्क्स सहित कॉलेज बहुत मायने रखता है तो वही प्राइवेट बैंक के पीओ के साथ भी होता है।
यदि व्यक्ति के द्वारा किसी जानेमाने कॉलेज से पढ़ाई की गयी है और उसके उस कॉलेज में अच्छे मार्क्स आये हैं तो अवश्य ही उसकी बैंक में ना केवल नौकरी जल्दी लगेगी बल्कि उसे अच्छा खासा वेतन भी दिया जाएगा। प्राइवेट बैंक में मुख्य तौर पर बैंक पीओ की सैलरी का निर्धारण इसी फैक्टर को ध्यान में रखकर किया जाता है।
काम करने का स्तर
अब बैंक पीओ के काम करने का स्तर कैसा है, यह भी उनकी सैलरी को फिक्स करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस तरह का फैक्टर मुख्य तौर पर प्राइवेट बैंक के द्वारा ही अपनाया जाता है क्योंकि सरकारी बैंक तो सभी बैंक पीओ की सैलरी को एक समान बढ़ाने का ही कार्य करते हैं। वहीं प्राइवेट बैंक में जो भी पीओ काम कर रहा है, उसके द्वारा पिछले वित्तीय वर्ष में किस स्तर का कार्य किया गया है, उसके आधार पर उनकी सैलरी में बढ़ोत्तरी की जाती है।
यदि बैंक पीओ ने अपने बैंक में अच्छा काम किया है और कई अच्छी डील की है जिससे बैंक को ज्यादा लाभ देखने को मिला है तो अवश्य ही अगले समय के इन्क्रीमेंट में बैंक के द्वारा उस पीओ की सैलरी को बढ़ाने का काम किया जाएगा। वहीं यदि उसके द्वारा सामान्य स्तर का काम किया गया है तो उसकी सैलरी को भी उसी लेवल में बढ़ाया जायगा। अब यदि उसके कारण बैंक का नुकसान हुआ है तो उसकी सैलरी को कम किया जा सकता है या उसे बैंक पीओ के पद से हटाया भी जा सकता है।
महंगाई व अन्य भत्ते
महंगाई व अन्य भत्तों के फैक्टर को मुख्य तौर पर सरकारी बैंक में देखा जाता है और उसके अनुसार बैंक पीओ की सैलरी को पक्का किया जाता है। ऊपर हमने बैंक के प्रकार में सभी तरह के बैंकों की बेसिक सैलरी के बारे में बात की। तो आपको क्या लगता है कि बैंक पीओ को केवल बेसिक सैलरी ही मिलती है!! ऐसा नहीं है क्योंकि बैंक पीओ को बेसिक सैलरी के अलावा, घर का किराया, महंगाई भत्ता तथा अन्य तरह के भत्ते भी मिलते हैं जो उनकी बेसिक सैलरी के साथ जुड़कर उनकी कुल सैलरी बनाते हैं।
तो यह भत्ते भी बैंक के प्रकार के अनुसार ही देखने को मिलते हैं। जहाँ एक ओर SBI बैंक में बेसिक सैलरी में सभी भत्तों को जोड़ दिया जाए तो उसके बैंक पीओ की सैलरी 60 हज़ार के आसपास पहुँच जाती है तो वहीं अन्य सरकारी बैंक पीओ की सैलरी 45 हज़ार के आसपास पहुँच जाती है। प्राइवेट बैंक में यह हर बैंक पर अलग अलग रूप में निर्भर करता है जो बैंक पीओ को भर्ती करते समय ही बता दिया जाता है कि उन्हें भत्तों के रूप में कितना मिलेगा और कितना नहीं।
बैंक के द्वारा प्रोमोशन
जब कोई पीओ एक ही बैंक में रहकर कई वर्षों तक काम करता है तो एक समय के बाद उसका प्रोमोशन करके उसे मैनेजर के पद पर नियुक्त कर दिया जाता है। फिर मैनेजर के बाद उसे आगे के पदों पर नियुक्त किया जाता रहता है। अब यह पूर्ण रूप से उस बैंक के पीओ के द्वारा किस तरह का कार्य किया जा रहा है और बैंक कब उस व्यक्ति को मैनेजर के पद पर नियुक्त करने के काबिल समझता है, यह उस बैंक की कार्यप्रणाली और व्यक्ति के काम करने के स्तर पर निर्भर करता है।
यह फैक्टर सरकारी और प्राइवेट बैंक में समान रूप से लागू होता है क्योंकि दोनों में ही बैंक पीओ को पहले मैनेजर और फिर बाद में उससे भी ऊँचें पदों पर नियुक्त किया जाता है। ऐसे में यदि कोई बैंक पीओ मैनेजर बन जाता है तो अवश्य ही उसके वेतन में अभूतपूर्व बदलाव देखने को मिलता है जो लगभग 50 से 100 प्रतिशत की सैलरी बढ़ोत्तरी के रूप में होता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि कोई बैंक पीओ अभी 50 हज़ार कमा रहा है तो बैंक मैनेजर बनने के बाद वह 75 हज़ार से एक लाख रुपये तक का मासिक वेतन ले रहा होता है।
बैंक पीओ की सैलरी कितनी होती है – Related FAQs
प्रश्न: बैंक पीओ की शुरुआती सैलरी कितनी है?
उत्तर: बैंक में पीओ की शुरुआती सैलरी 25 से लेकर 50 हजार तक के बीच में हो सकती है जो कई कारकों पर निर्भर करती है जिसके बारे में हमने विस्तार से ऊपर के लेख में जानकारी दी है।
प्रश्न: सरकारी बैंक पीओ की सैलरी कितनी होती है?
उत्तर: सरकारी बैंक पीओ की सैलरी 40 हजार के आस पास होती है।
प्रश्न: किस बैंक की परीक्षा में सबसे ज्यादा सैलरी होती है?
उत्तर: SBI बैंक में सबसे ज्यादा सैलरी दी जाती है क्योंकि यह देश का सबसे बड़ा बैंक है।
प्रश्न: बैंक में सबसे ऊंचा पद कौन सा है?
उत्तर: बैंक में सबसे ऊंचा पद सीईओ का माना जाता है।
तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने जाना कि बैंक के पीओ की सैलरी कितनी होती है। हमने आपको अलग अलग बैंक के पीओ की सैलरी अलग अलग बताई है। आशा है कि आप जो जानकारी लेने के लिए इस लेख पर आए थे वह आपको मिल गई होगी। फिर भी यदि कोई शंका आपके मन में शेष है तो आप हमें नीचे कॉमेंट करके बता सकते हैं।