|| भारत का सबसे बड़ा रेल मार्ग कौन सा है? | Bharat ka sabse bada rail marg kaun sa hai | भारत की सबसे लंबी रेल लाइन कौन है? | भारत की सबसे तेज गति से चलने वाली ट्रेन कौन सी है? | India’s longest rail route in Hindi ||
Bharat ka sabse bada rail marg kaun sa hai :- हर दिन लाखों करोड़ो लोगों के द्वारा भारतीय रेलवे में यात्रा की जाती है। भारतीय रेल हर दिन ना जाने कितने लोगों को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने का कार्य करती है और यह हर दिन चलती है, हर समय चलती है, फिर चाहे दिन हो या रात। भारत का लगभग हर शहर व राज्य रेल से जुड़ा हुआ है और जहाँ यह नहीं भी है, वहां भी भारतीय रेल को पहुँचाने का कार्य बहुत ही तेजी के साथ हो रहा है। अधिकतर पहाड़ी व दुर्गम इलाकों में रेल नहीं होती (Bharat ka sabse bada rail marg kaunsa hai) है।
ऐसे में देश के लगभग हर शहर में पटरियां बिछी हुई है जिन पर यह भारतीय रेल दौड़ा करती है। आपने भी बहुत बार इस रेल में सफर किया होगा लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि पटरी कहाँ तक जाती होगी? क्या आपने कभी यह सोचा है कि भारत की सबसे लंबी पटरी या सबसे लम्बा और बड़ा रेल मार्ग कौन सा है। अब जो रेलवे का मार्ग होता है वह या तो कहीं पर खत्म हो जाता है या दूसरी और मुड़ जाता (The world and India longest train journey in Hindi) है।
आज हम बात कर रहे हैं भारत के सबसे बड़े रेल मार्ग की। आज हम आपको भारत के सबसे बड़े और लंबे रेल मार्ग की तो जानकारी देंगे ही देंगे लेकिन इसी के साथ इस पूरे रेल मार्ग पर जो एकमात्र रेल दौड़ती है, उसके बारे में भी जानकारी देंगे। तो क्या आप तैयार हैं भारत के सबसे बड़े रेल मार्ग के बारे में जानने को!! तो आइये जानते हैं इसके बारे (Bharat ka sabse bada railway station) में।
भारत का सबसे बड़ा रेल मार्ग कौन सा है? (Bharat ka sabse bada rail marg kaun sa hai)
अब रेलवे, रेलवे स्टेशन और पटरियां तो आपने बहुत देखी होंगी और यह पटरियां ना जाने कहाँ जाकर खत्म होती हैं, इसकी भी कोई सीमा नहीं है परंतु आज हम बात कर रहे हैं भारत के ऐसे रेल मार्ग की जिसका कोई अंत ही नहीं है अर्थात उसका अंत बहुत ही दूर है। वैसे तो भारतीय रेलवे उत्तर से लेकर दक्षिण तक, पूर्ण से लेकर पश्चिम भारत तक फैली हुई है लेकिन एक ऐसा रेल मार्ग है जो उत्तर के एक छोर से शुरू होता है और दक्षिण के अंतिम छोर पर जाकर रुकता (Bharat ka sabse lamba rail marg) है।
तो अब वह समय आ गया है जब आप उस रेल मार्ग का नाम जान लें और वह नाम है असम राज्य का डिब्रूगढ़ शहर और तमिलनाडु राज्य का कन्याकुमारी शहर। असम भारत के उत्तर में स्थित एक पहाड़ी राज्य है जहाँ हिमालय के पर्वत हैं। वहीं तमिलनाडु भारत के दक्षिण में स्थित एक ऐसा राज्य है जो समुंद्र को छूता है। अब भारत के पहाड़ी राज्य असम को भारत के समुद्री राज्य तमिलनाडु से जोड़ने का कार्य यही रेल मार्ग करता (India’s longest railway route in Hindi) है।
इसे हम डिब्रूगढ़ कन्याकुमारी रेल मार्ग कह सकते हैं जो भारत का सबसे बड़ा रेल मार्ग है। अब आपको यह भी जानना होगा कि इस रेल मार्ग की कुल दूरी कितनी है, और यह जानना आपका अधिकार भी है। तो आज हम आपको बता दें कि भारत का सबसे बड़ा रेल मार्ग जिसे हम डिब्रूगढ़ कन्याकुमारी रेल मार्ग के नाम से जानते हैं उसकी कुल लंबाई 4234 किलोमीटर है। अब आपको इसकी लम्बाई देखकर ही यह अहसास हो गया होगा कि यह कितना बड़ा रेल मार्ग (India’s longest rail route in Hindi) है।
अब आप यह तो जान गए हैं कि डिब्रूगढ़ कन्याकुमारी वाला रेल मार्ग भारत का सबसे बड़ा रेल मार्ग है लेकिन जो रेल मार्ग भारत का सबसे बड़ा रेल मार्ग है, वह पूरी दुनिया का भी सबसे बड़ा रेल मार्ग है या फिर दुनिया का कोई अन्य रेल मार्ग सबसे बड़ा है और यह डिब्रूगढ़ कन्याकुमारी वाला रेल मार्ग पूरी दुनिया के सबसे बड़े रेल मार्गों में कौन से नम्बर पर आता है। तो आइये इसके बारे में भी जानकारी ले लेते (Longest train route in India in Hindi) हैं।
डिब्रूगढ़ कन्याकुमारी रेल मार्ग का दुनिया में स्थान
हालाँकि डिब्रूगढ़ कन्याकुमारी रेल मार्ग बहुत लम्बा है और इसे भारत में प्रथम स्थान हासिल है लेकिन दुनिया के कई ऐसे देश हैं जो क्षेत्रफल के अनुसार भारत से बहुत बड़े हैं और वहां रेल की सुविधाएँ भी बहुत आधुनिक है। इतना ही नहीं, यूरोप जैसे महाद्वीप में तो एक देश से दूसरे देश और तीसरे चौथे देश तक भी ट्रेन चलायी जाती है। अब वहां यह सब कुछ इसलिए संभव है क्योंकि वहां के सभी पड़ोसी देश अच्छे हैं जबकि भारत के पास तो आतंकी देश पाकिस्तान और कुटील चीन है।
तो हमारा यह डिब्रूगढ़ कन्याकुमारी रेल मार्ग भारत में तो प्रथम स्थान पर आता है लेकिन पूरी दुनिया के सबसे बड़े रेल मार्गों में इसका स्थान 24 वाँ है। तो पूरी दुनिया में 23 ऐसे रेल मार्ग और हैं जो डिब्रूगढ़ कन्याकुमारी रेल मार्ग से भी लंबे हैं। ऐसे में अब हम आपको दुनिया के सबसे बड़े रेल मार्ग के बारे में भी बता देते हैं ताकि आपको उसकी जानकारी भी हो जाए।
दुनिया का सबसे बड़ा रेल मार्ग कौन सा है? (Duniya ka sabse bada rail marg kaun sa hai)
आपने अभी तक भारत के सबसे बड़े रेल मार्ग के बारे में तो जानकारी ले ली है जिसे हम डिब्रूगढ़ कन्याकुमारी रेल मार्ग के नाम से जानते हैं लेकिन अभी तक आपने दुनिया के सबसे बड़े रेल मार्ग के बारे में नहीं जाना है। तो वह रेल मार्ग स्थित है दुनिया के एक शक्तिशाली देश रूस में जिसका असली नाम रशिया है। हम भारत के लोग उसे हिंदी भाषा में रूस के नाम से जानते हैं लेकिन उस देश का असली नाम रशिया है। रशिया क्षेत्रफल में भारत से 3 से 4 गुणा बड़ा है तो निश्चित तौर पर ही वहां रेलमार्ग भी उतने ही बड़े (World longest rail line in Hindi) होंगे।
अब रूस इतना बड़ा देश है कि वहां एक जगह तो दिन होता है जबकि दूसरी जगह रात होती है। अब इसी से ही आप यह अनुमान लगा सकते हैं कि वह देश कितना बड़ा है। तो रूस में ही दुनिया का सबसे लंबा रेल मार्ग बना हुआ है जिसे हम मोस्को व्लादिवोस्तोक रेल मार्ग कह सकते हैं। मोस्को रूस की राजधानी है जहाँ से यह रेल मार्ग शुरू होता है और यह रूस के दूसरे छोर पर स्थित एक व्लादिवोस्तोक शहर तक जाता है। इस रेल मार्ग की कुल लंबाई 9 हज़ार किलोमीटर से अधिक है अर्थात भारत के सबसे लंबे रेल मार्ग से लगभग दुगुनी।
डिब्रूगढ़ कन्याकुमारी रेल मार्ग पर कौन सी ट्रेन चलती है? (Dibrugarh Kanyakumari train ka naam kya hai)
जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि जब हम आपको जानकारी दे रहे होंगे तो हम आपको कुछ या अधूरी जानकारी ही नहीं बल्कि कुछ एक्स्ट्रा जानकारी ही देंगे। अब भारत का जो सबसे लंबा रेल मार्ग है, वहां पर एकमात्र ऐसी ट्रेन है जो उस पूरे रूट पर चलती है। अर्थात वह ट्रेन असम के डिब्रूगढ़ से शुरू होती है और इस 4 हज़ार किलोमीटर से ज्यादा की यात्रा को पूरी करते हुए दक्षिण में स्थित कन्याकुमारी शहर तक पहुँचती (Vivek express train route in Hindi) है।
उस ट्रेन का नाम है विवेक एक्सप्रेस जो पूजनीय व स्वर्गीय श्री स्वामी विवेकानंद जी के नाम पर रखी गयी है। इस रेल को शुरू हुए ज्यादा समय नहीं बीता है और इसका मसौदा वर्ष 2011 में भारत सरकार के रेल मंत्री के द्वारा तैयार किया गया था। फिर वर्ष 2013 में जब स्वामी विवेकानंद जी की 150वीं जयंती आयी तो इस ट्रेन को शुरू कर दिया गया। यह ट्रेन भारत के सबसे लंबे रेल रूट की यात्रा करती हुई जाती है।
जब हमने IRCTC की वेबसाइट से इस विवेक एक्सप्रेस ट्रेन की जानकारी निकाली तो बहुत ही रोचक तथ्य निकल कर सामने आये। इसके जरिये हमने यह जाना कि यह ट्रेन यह पूरा सफर कितने समय में पूरा करती है, वह बीच में कितने स्टॉप पर और कहाँ कहाँ रूकती है और इस ट्रेन का किराया कितना है इत्यादि। आइये अब हम आपके साथ वह भी सांझा कर लेते हैं।
विवेक एक्सप्रेस ट्रेन की जानकारी
हमने आपको पहले ही कहा था कि आज के इस लेख में हम अन्य किसी लेख की तुलना में ज्यादा और एक्स्ट्रा जानकारी ही देंगे ताकि आपका ज्ञानवर्धन हो (Vivek express passes through how many states in Hindi) सके। तो हम विवेक एक्सप्रेस ट्रेन के बारे में सभी तरह की रोचक व महत्वपूर्ण जानकारी अब आपको देने वाले हैं। इसे हम पॉइंटस में रखने जा रहे हैं ताकि पूरी जानकारी सही से आप तक पहुंचाई जा सके।
- यह ट्रेन डिब्रूगढ़ से कन्याकुमारी तक जाती है और साथ ही कन्याकुमारी से डिब्रूगढ़ वापस भी आती है। ऐसे में यह लगभग 9 हज़ार किलोमीटर का सफर करती है।
- डिब्रूगढ़ से कन्याकुमारी के लिए यह ट्रेन सप्ताह में केवल 4 दिन ही चलती है जो है मंगलवार, गुरुवार, शनिवार व रविवार। जबकि अन्य तीन दिन अर्थात सोमवार, बुधवार व शुक्रवार के दिन इस ट्रेन की सुविधा नहीं मिलती है।
- वहीं कन्याकुमारी से डिब्रूगढ़ के लिए भी यह ट्रेन सप्ताह में केवल 4 दिन के लिए ही चलती है जो है सोमवार, बुधवार, गुरुवार व शनिवार जबकि अन्य तीन दिन यह ट्रेन नहीं चलती है।
- डिब्रूगढ़ से कन्याकुमारी की यात्रा यह ट्रेन पूरे 74 घंटे व 35 मिनट में पूरा करती है। वहीं कन्याकुमारी से डिब्रूगढ़ जाने के लिए इसे 75 घंटे व 30 मिनट का समय लगता है। एक तरह से यह ट्रेन 3 दिन और रात तक इस ट्रैक पर दौड़ती रहती है।
- डिब्रूगढ़ से यह ट्रेन शाम के 7 बजकर 25 मिनट पर शुरू होती है और पूरे तीन दिन के बाद यह शाम के ही 10 बजे कन्याकुमारी पहुँचती है। वहीं यह कन्याकुमारी से शाम के ही 5 बजकर 20 मिनट पर निकलती है और तीसरे दिन शाम के 8 बजकर 50 मिनट पर डिब्रूगढ़ पहुँचती है।
- चाहे डिब्रूगढ़ से कन्याकुमारी जाना हो या कन्याकुमारी से डिब्रूगढ़, इस ट्रेन के रुकने के स्टेशन या स्टॉपेज एक समान ही है जिनकी संख्या 59 है। तो इस तरह से यह ट्रेन अपने 4 हज़ार किलोमीटर की यात्रा में 59 स्टेशन पर रूक कर यात्रियों को छोड़ने या लेने का काम करती है।
- यह 59 स्टेशन 9 राज्यों में पड़ते हैं। इस तरह से यह विवेक एक्सप्रेस ट्रेन 9 राज्यों की यात्रा करते हुए जाती है।
- इस ट्रेन में बैठने की रिजर्वेशन नहीं होती है, हालाँकि जनरल डिब्बा जरुर होता है। वहीं रिजर्वेशन में आपको स्लीपर कोच, एसी 3 टियर एसी 2 टियर की ही सुविधा मिलती है। इसमें एसी 1 टियर की सुविधा नहीं है।
- इसमें दोनों तरह के रूट का किराया भी एक समान ही है। स्लीपर कोच के लिए आपको कुल 1185 रुपयों का भुगतान करना होता है तो वहीं एसी 3 टियर के लिए 3015 रुपये और वहीं एसी 2 टियर के लिए कुल 4450 रुपयों का भुगतान करना होता है।
तो इस तरह से आपने भारत के सबसे लंबे रेल मार्ग जो कि डिब्रूगढ़ कन्याकुमारी रेल मार्ग है, उस पर दौड़ने वाली एकमात्र भारतीय ट्रेन विवेक एक्सप्रेस के बारे में पूरी जानकारी ले ली है। अवश्य ही आपको यह जानकारी लेकर बहुत आनंद आया होगा और जब कभी आप किसी अन्य व्यक्ति से इसे सांझा करेंगे तो वह भी आपके ज्ञान का कायल हो जाएगा।
भारत का सबसे बड़ा रेल मार्ग कौन सा है – Related FAQs
प्रश्न: सबसे बड़ा रेल मार्ग कौन सा है?
उत्तर: सबसे बड़ा रेल मार्ग डिब्रूगढ़ से कन्याकुमारी तक का है।
प्रश्न: भारत की सबसे लंबी रेल लाइन कौन है?
उत्तर: भारत की सबसे लंबी रेल डिब्रूगढ़ से कन्याकुमारी तक की है।
प्रश्न: भारत की सबसे तेज गति से चलने वाली ट्रेन कौन सी है?
उत्तर: भारत की सबसे तेज गति से चलने वाली ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस है।
प्रश्न: भारत की सबसे छोटी रेल लाइन कौन सी है?
उत्तर: भारत की सबसे छोटी रेल महाराष्ट्र राज्य की नागपुर और अजनी ट्रेन है।