भारत में कितने राजनीतिक दल हैं? | Bharat me kitne raajnitik dal hai

|| भारत में कितने राजनीतिक दल हैं? | Bharat me kitne raajnitik dal hai | भारत के राष्ट्रीय राजनीतिक दल | How many political parties are there in India | Bharat me kitne rajnitik party hai | भारत के अन्य राजनीतिक दल ||

Bharat me kitne raajnitik dal hai :- भारत एक लोकतांत्रिक देश है और यहाँ पर समय समय पर कई तरह के चुनाव होते रहते हैं। इनमें लोकसभा से लेकर विधान सभा के चुनाव प्रमुख है। इनके अलावा नगर निगम, नगर पालिका, पंचायती राज, विधान परिषद, राज्य सभा, इत्यादि के चुनाव भी आते हैं। हालाँकि जनता द्वारा केवल तीन लोगों को ही चुना जाता है जिन्हें हम क्रमानुसार सांसद, विधायक व पार्षद कह कर संबोधित करते (Bharat me kitne rajnitik dal hai) हैं। अब यह सभी लोग या तो किसी राजनीतिक दल के साथ जुड़े होते हैं या फिर निर्दलीय रूप से चुनाव लड़ते हैं।

यह राजनीतिक दल भी राष्ट्रीय स्तर से लेकर राज्य स्तर के या लोकल स्तर के होते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि कुछ कुछ राजनीतिक दल तो राष्ट्रीय स्तर के होते हैं या उन्हें राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टी का दर्जा मिला हुआ होता है। वहीं कुछ राजनीतिक दल राज्य स्तर के होते हैं और उनका प्रभाव एक ही राज्य या कुछ राज्यों तक ही सीमित होता (Bharat me kitne raajnitik party hai) है। वहीं कुछ राजनीतिक दल लोकल स्तर के होते हैं और उनका प्रभाव अपने राज्य के एक सीमाई क्षेत्र या भूभाग तक ही होता है या अपनी जाति के लोगों में होता है।

ऐसे में हमारे देश में समय समय पर चुनाव होते हैं और उनमें तरह तरह की राजनीतिक पार्टियाँ भाग लेती है। आप भी जब कभी भी चुनावी प्रक्रिया में भाग लेते होंगे और वोट डालने जाते होंगे तो वहां आपको प्रत्याशियों की एक लंबी चौड़ी सूची दिखाई देती (Bharat me kitne rajnitik party hai) होगी। आपको उनमे से किसी एक प्रत्याशी को अपना नेता चुनना होता है और फिर अगले पांच वर्षों तक वही हम सभी का प्रतिनिधित्व करता है।

ऐसे में भारत देश में कुल कितने राजनीतिक दल है, यह एक महत्वपूर्ण प्रश्न है। साथ ही उस राजनीतिक दल का दर्जा क्या है अर्थात वह एक राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा लिए हुए है या उसे राज्य स्तर की या लोकल पार्टी का दर्जा प्राप्त है। आज के इस लेख में हम आपके साथ इसी विषय के ऊपर ही बातचीत करने वाले हैं। आइये जाने भारत में कितने राजनीतिक दल हैं।

भारत में कितने राजनीतिक दल हैं? (Bharat me kitne raajnitik dal hai)

आपने प्रमुख राष्ट्रीय पार्टियों के नाम पर भाजपा व कांग्रेस का नाम सुना होगा जिन्होंने देश की स्वतंत्रता के बाद से हमारे देश पर राज किया है। हालाँकि जब हमारे देश से अंग्रेज शासन करके गए थे तब उस समय सत्ता के हस्तांतरण के रूप में अंग्रेजों से कांग्रेस पार्टी को भारत देश की शीर्ष सत्ता सौंपी गयी (Bharat me kitni rajnitik party hai) थी। उस सत्ता का प्रमुख अंग्रेज़ों व महात्मा गांधी के पसंदीदा जवाहर लाल नेहरु को बनाया गया था जो भोग विलासिता में डूबे रहते थे और देश के कर्मठ नेता सरदार वल्लभ भाई पटेल को दरकिनार कर दिया गया था।

भारत में कितने राजनीतिक दल हैं Bharat me kitne raajnitik dal hai

अब देश में तीन तरह की पार्टियाँ है जिन्हें हम राष्ट्रीय पार्टी, लोकल या राज्य स्तर की पार्टी तथा अपरिचित पार्टियाँ कह सकते हैं। तो हम इन्हें क्रमानुसार जानेंगे और किस तरह से एक पार्टी को राष्ट्रीय या लोकल पार्टी का दर्जा दिया जाता है, उसके बारे में भी जानेंगे।

भारत के राष्ट्रीय राजनीतिक दल (Bharat me kitne rashtriya raajnitik dal hai)

अब सबसे पहले बात करते हैं भारत में राष्ट्रीय पार्टियों के बारे में। इसमें समय समय पर चुनाव दल बदलाव करता रहता है और उसके अनुसार बनाये गए मापदंडों के अनुरूप ही किसी पार्टी को राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टी के रूप में मान्यता मिलती (Bharat me kitne rashtriya rajnitik dal hai) है। इसमें से चुनाव आयोग के द्वारा कुछ मापदंड बनाये गए हैं जो किसी भी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दे सकती है तो उनसे यह दर्जा छीन भी सकती है।

भारत में कितने राजनीतिक दल हैं Bharat me kitne raajnitik dal hai

इसके लिए चुनाव आयोग के द्वारा तीन तरह के नियम बनाये गए हैं जिनमे से किसी एक या उससे अधिक को किसी पार्टी को पूरा करना होता है और उसे पूरा करते ही वह देश में राष्ट्रीय पार्टी बन जाती है। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि कोई राजनीतिक दल इन तीनो में से किसी एक नियम को पूरा कर देता है तो वह राष्ट्रीय राजनीतिक दल बन जाता (Bharat me kitni rashtriya rajnitik party hai) है। तो भारत देश में राष्ट्रीय राजनीतिक दल बनने के लिए जो नियम बनाये गए हैं, वह इस प्रकार हैं:

  • देश की लोकसभा में कुल 543 सीट है और राष्ट्रीय पार्टी बनने के लिए देश के कम से कम तीन अलग अलग राज्यों में लोकसभा की कम से कम 2 प्रतिशत सीट जीतनी होती है अर्थात राजनीतिक पार्टी के कम से कम तीन अलग अलग राज्यों से लगभग 11 या उससे अधिक सांसद होने चाहिए।
  • उस राजनीतिक दल को लोकसभा या राज्यों के विधान सभा के चुनावों में चार अलग अलग राज्यों से कम से कम 6 प्रतिशत वोट मिलते हो तथा इसके साथ ही उसके कम से कम 4 लोकसभा सांसद भी हो। इस तरह से वे चार लोकसभा सांसद चाहे एक राज्य से हो या अधिक यह मायने नहीं रखता है, बेशक उसके वोट प्रतिशत का आंकड़ा चार भिन्न भिन्न राज्यों में 6-6 प्रतिशत से अधिक होना चाहिए और वो भी लोकसभा या विधान सभा के।
  • अंतिम नियम के अनुसार उस राजनीतिक दल को चार भिन्न भिन्न राज्यों में एक राज्य पार्टी का दर्जा मिल जाता है जिसके नियम हम आपको नीचे राज्य स्तर की पार्टियों के नाम बताते समय बतायेंगे।

तो इस तरह से भारत देश में राजनीतिक पार्टी को राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टी बनने के लिए ऊपर बताये गए तीनो नियमों में से किसी भी एक नियम का पालन करना होता है। इसके पूरा होते ही चुनाव आयोग उस पार्टी को राज्य पार्टी से राष्ट्रीय स्तर की पार्टी का दर्जा दे देता है। अब हमारे देश में कुल 6 राजनीतिक दल राष्ट्रीय पार्टी के रूप में स्थापित हैं, आइये उनके बारे में जान लेते हैं।

क्र.सं.नामचुनाव चिन्हस्थापनाअध्यक्ष
1.भारतीय जानता पार्टी/ भाजपाकमल का फूलअप्रैल 1980जगत प्रकाश नड्डा
2. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस/ कांग्रेसहाथदिसंबर 1885मल्लिकार्जुन खड्गे
3.भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी)/ सीपीआईएमहथौड़ा, दरांती व सितारानवंबर 1964सीताराम येचुरी
4. बहुजन समाज पार्टीहाथीअप्रैल 1984मायावती
5.आम आदमी पार्टीझाड़ूनवंबर 2012अरविंद केजरीवाल
6.नेशनल पीपुल्स पार्टीपुस्तकजनवरी 2013कोनराड संगमा

तो इस तरह से आपने देश की 6 की 6 राष्ट्रीय पार्टियों के नाम जान लिए हैं जिनमे से सबसे बड़ी पार्टी आज के समय में भाजपा है और अन्य कोई भी पार्टी इसके बराबर तो क्या दूर दूर तक नहीं है। यहाँ तक कि बाकि सभी पांच राष्ट्रीय दलों को मिला दिया जाए तो भी वे भाजपा के सामने चींटी के बराबर हैं। भाजपा के देशभर के 31 विधानसभाओं में से अपने कुल 10 तथा गठबंधन सहयोगियों के पांच मुख्यमंत्री हैं।

इसी के साथ ही भाजपा की लोकसभा की कुल 543 सीट में से अपने कुल 300 सांसद है अर्थात आधे से भी अधिक। वहीं राज्यसभा के 245 सांसदों में से भाजपा के 93 सांसद है। देशभर में कुल 4123 विधायक अलग अलग राज्यों में हैं जिनमे से भाजपा के कुल 1375 विधायक है। वहीं राज्य परिषदों की कुल 426 सीट में से भाजपा के पास कुल 165 सीट है।

भारत के राज्य स्तर के राजनीतिक दल

अभी तक आपने भारत देश की राष्ट्रीय पार्टियों के बारे में जानकारी ले ली है किन्तु अब आपका भारत में स्थित राज्य स्तर के दलों के बारे में भी जानना आवश्यक है। इनके लिए भी चुनाव आयोग ने कुछ नियम बनाये हुए हैं और उन नियमों का पालन किये जाने के पश्चात ही किसी पार्टी को राज्य पार्टी का दर्जा मिलता है। अब किसी राजनीतिक दल को एक या एक से अधिक राज्यों में राज्य पार्टी का दर्जा मिल सकता है और वह उन्हीं राज्य में ही इसका लाभ उठा सकती है।

एक राज्य पार्टी ज्यादा से ज्यादा तीन राज्यों में ही राज्य पार्टी का दर्जा हासिल कर सकती है क्योंकि जैसे ही उसे चौथे राज्य में भी राजनीतिक पार्टी का दर्जा मिल जाता है तो इसके पश्चात वह राज्य पार्टी ना रह कर राष्ट्रीय स्तर की पार्टी बन जाती है। राज्य स्तर की पार्टी घोषित होने के लिए चुनाव आयोग ने पांच नियम बनाये हुए हैं जिनमे से किसी एक नियम का पालन करने पर ही उस पार्टी को राज्य पार्टी का दर्जा मिल जाता है। तो यह नियम हैं:

  • राज्य पार्टी बनने के लिए उस राजनीतिक दल को उस राज्य की विधानसभा में डाले गए कुल वैध वोट में से कम से कम 6 प्रतिशत वोट हासिल करने होते हैं और इसी के साथ ही कम से कम 2 विधानसभा सीट पर विजय प्राप्त करनी होती है।
  • उसे उस राज्य के लोगों के द्वारा डाले गए लोकसभा के चुनाव का कम से कम 6 प्रतिशत वोट प्राप्त करना होगा और साथ ही कम से कम एक लोकसभा की सीट जीतनी होगी।
  • यदि वह अपने राज्य की कुल विधान सभा की सीट का 3 प्रतिशत सीट जीत लेती है या फिर कम से कम 3 सीट हासिल करती है, इन दोनों में से जो भी अधिक है। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि किसी विधानसभा की सीट 60 है तो 3 प्रतिशत के हिसाब से वहां 2 सीट होती है इस तरह से उसे इस राज्य में कम से कम 3 सीट जीतनी होगी तभी वह राज्य पार्टी बनेगी। वहीं यदि विधान सभा के सदस्यों की संख्या 180 है तो वहां 3 प्रतिशत के हिसाब से कुल 6 सीट होगी तो उसे 6 सीट तो जीतनी ही होगी।
  • उस राज्य को लोकसभा के लिए आवंटित की गयी प्रति 25 सीट में से कम से कम एक लोकसभा की सीट को जीतना होगा।
  • इन सभी के अलावा एक नया नियम भी चुनाव आयोग के द्वारा जोड़ा गया है जिसके अनुसार यदि उस राजनीतिक दल को अपने राज्य में कुल वैध मतों का 8 प्रतिशत या इससे अधिक मत मिलता है तो वह वहां की राज्य पार्टी मानी जाएगी।

अब यदि कोई राजनीतिक दल इनमे से किसी भी एक नियम का पालन कर लेता है तो उसे राज्य पार्टी का दर्जा मिल जाता है। वह रजनीतिक दल एक से अधिक राज्यों में यह दर्जा प्राप्त कर सकता है। हमारे देश में कुछ पार्टियाँ 3 राज्यों में राज्य पार्टी है तो कुछ दो राज्यों में तो अधिकांश एक ही राज्य में राजनीतिक दल है। आइये क्रमानुसार उन सभी के नाम व अन्य परिचय जान लेते हैं।

नामस्थापनाअध्यक्षराज्य
3 राज्यों में राज्य पार्टी
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी1925डी राजाकेरल, मणिपुर, तमिलनाडु
जनता दल (सेक्युलर)1999एचडी देवेगौड़ाअरुणाचल प्रदेश, कर्नाटक, केरल
जनता दल (यूनाइटेड)2003नीतीश कुमारअरुणाचल प्रदेश, बिहार, मणिपुर
तृणमूल कांग्रेस1998ममता बनर्जीपश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, मेघालय
2 राज्यों में राज्य पार्टी
अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम1972एडप्पादी के पलानीस्वामीपुडुचेरी, तमिलनाडु
द्रविड़ मुनेत्र कड़गम1949एमके स्टालिनपुडुचेरी, तमिलनाडु
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास)2021चिराग पासवानबिहार, नागालैंड
नागा पीपुल्स फ्रंट2002कुझोलुज़ो निएनुमणिपुर, नागालैंड
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी1999शरद पवारमहाराष्ट्र, नागालैंड
राष्ट्रीय जनता दल1997लालू प्रसाद यादवबिहार, झारखंड
तेलुगु देशम पार्टी1982एन. चंद्रबाबू नायडूआंध्र प्रदेश, तेलंगाना
1 राज्यों में राज्य पार्टी
अखिल भारतीय फॉरवर्ड ब्लॉक1939देवव्रत बिस्वासपश्चिम बंगाल
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन1958असदुद्दीन ओवैसीतेलंगाना
अखिल भारतीय एनआर कांग्रेस2011एन रंगास्वामीपोंडिचेरी
ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट2005बदरुद्दीन अजमलअसम
ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन1986सुदेश महतोझारखंड
अपना दल (सोनेलाल)2016अनुप्रिया पटेलउत्तर प्रदेश
असम गण परिषद1985अतुल बोराअसम
भारत राष्ट्र समिति2001के चंद्रशेखर रावतेलंगाना
बीजू जनता दल1997नवीन पटनायकओड़िसा
बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट2005हगरामा मोहिलरीअसम
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन1974दीपांकर भट्टाचार्यबिहार
देसिया मुरपोक्कु द्रविड़ कषगम2005विजयकांततमिलनाडु
गोवा फॉरवर्ड पार्टी2016विजय सरदेसाईगोवा
हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी1968केपी पांगनियांगमेघालय
भारतीय राष्ट्रीय लोकदल1996ओमप्रकाश चौटालाहरियाणा
इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग1948हैदरअली शिहाब थंगलकेरल
इंडिजिनस पीपल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा2009एनसी देबबर्मात्रिपुरा
जम्मू और कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस1932फारूक अब्दुल्लाजम्मू व कश्मीर
जम्मू और कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी1982भीम सिंहजम्मू व कश्मीर
जम्मू और कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी1999महबूबा मुफ्तीजम्मू व कश्मीर
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़2016रेणु जोगीछत्तीसगढ़
जननायक जनता पार्टी2018दुष्यंत चौटालाहरियाणा
झारखंड मुक्ति मोर्चा1972शिबू सोरेन, हेमंत सोरेनझारखंड
केरल कांग्रेस1979जोस के. मणिकेरल
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना2006राज ठाकरेमहाराष्ट्र
महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी1963दीपक धवलीकरगोवा
मिजो नेशनल फ्रंट1961जोरामथांगामिजोरम
नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी2017नेफ्यू रियोनागालैंड
पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल1977कामेन रिंगूअरुणाचल प्रदेश
राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी2021पशुपति कुमार पारसबिहार
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी2020हनुमान बेनीवालराजस्थान
रिवोल्यूशनरी गोवांस पार्टी2022वीरेश बोरकरगोवा
क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी1940मनोज भट्टाचार्यकेरल
समाजवादी पार्टी1992अखिलेश यादवउत्तर प्रदेश
शिरोमणि अकाली दल1920सुखबीर सिंह बादलपंजाब
सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट1993पवन कुमार चामलिंगसिक्किम
सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा2013प्रेम सिंह तमांगसिक्किम
शिवसेना1966एकनाथ शिंदेमहाराष्ट्र
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे)2022उद्धव ठाकरेमहाराष्ट्र
टिपरा मोथा पार्टी2022प्रद्योत बिक्रम माणिक्य देब बर्मात्रिपुरा
यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी1997मेटबाह लिंगदोहमेघालय
यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल2015उरखाओ गवरा ब्रह्मअसम
जनता की आवाज पार्टी2021अर्देंट मिलर बसाइवमोइतमेघालय
वाईएसआर कांग्रेस पार्टी2011वाईएस जगन मोहन रेड्डीआंध्र प्रदेश
ज़ोरम नेशनलिस्ट पार्टी1997लालदुहोमामिजोरम

तो इस तरह से वर्तमान समय में ऊपर दी गयी सूची में लिखित राजनीतिक दलों को ही एक या ज्यादा से ज्यादा तीन राज्यों में राज्य पार्टी का दर्जा प्राप्त है। इनके अलावा कोई भी ऐसी पार्टी नहीं है जिन्हें किसी भी राज्य में राज्य पार्टी का दर्जा मिला हुआ हो। इसके बाद कुछ ऐसी पार्टियाँ आती हैं जिन्हें ना तो राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिला हुआ है और ना ही वे राज्य पार्टी हैं। आइये उनके बारे में भी जान लेते हैं।

भारत के अन्य राजनीतिक दल

अब ऐसी भी कई राजनीतिक पार्टियाँ है जो किसी एक राज्य या एक से अधिक राज्य में तो लडती है लेकिन वे राज्य पार्टी के लिए बनाये गए किसी भी नियम का पालन नहीं कर पायी (Bharat me rajnitik dal ki sankhya kitni hai) है। इसी कारण उन्हें राज्य पार्टी का दर्जा नहीं मिल पाया है लेकिन वे भी कुछ भूभाग पर अपना प्रभाव रखती है और राष्ट्रीय पार्टी से लेकर राज्य स्तर की पार्टी को नाकों तले चने चबा देती है। उनके नाम हैं:

नामस्थापनाअध्यक्षराज्य
अखिल भारतीय हिन्दुस्तान कांग्रेस पार्टी2015बुद्ध प्रकाश शर्मागुजरात, राजस्थान
अखिल भारतीय महिला अधिकारिता पार्टी2017नोहेरा शेखतेलंगाना, कर्नाटक
अम्मा मक्कल मुनेत्र कड़गम2018टीटीवी दिनाकरनतमिलनाडु
अमरा बंगाली1983प्रभात रंजन सरकारपश्चिम बंगाल, त्रिपुरा
बहुजन मुक्ति पार्टी2012वी एल मतंगबिहार, उत्तर प्रदेश
भारतीय अल्पसंख्यक सुरक्षा महासंघ1983सुंदर शेखरमहाराष्ट्र
द्रविड़ कज़गम1944के वीरमणितमिलनाडु, पुडुचेरी
गोरखा जनमुक्ति मोर्चा2007बिमल गुरुंगपश्चिम बंगाल
गोवा सुरक्षा मंच2016सुभाष वेलिंगकरगोवा
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी1991हीरा सिंह मरकामछत्तीसगढ़, झारखंड, महाराष्ट्र
हिन्दू सेना2011विष्णु गुप्तानयी दिल्ली
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा2015जीतन राम मांझीबिहार
इंदिया जननायगा काची2010टीआर पारिवेन्द्रतमिलनाडु
भारतीय गांधीवादी पार्टी2012आशिन यू.एसकेरल
इंडियन सेक्युलर फ्रंट2021नवसद सिद्दीकीपश्चिम बंगाल
इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल2001तौकीर रजा खानउत्तर प्रदेश
जम्मू और कश्मीर अपनी पार्टी2020अल्ताफ बुखारीजम्मू और कश्मीर
जम्मू और कश्मीर वर्कर्स पार्टी2020मीर जुनैदजम्मू और कश्मीर
जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक)2015पप्पू यादवबिहार, उत्तर प्रदेश
भारत की जन शक्ति पार्टी2015गुरजीत सिंह आजादपंजाब
जन सेना पार्टी2014पवन कल्याणआंध्र प्रदेश, तेलंगाना
जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक)2018रघुराज प्रताप सिंहउत्तर प्रदेश
कर्नाटक राष्ट्र समिति2019रवि कृष्ण रेड्डीकर्नाटक
केरल कांग्रेस1964पीजे जोसेफकेरल
केरल कांग्रेस (बी)1989आर बालकृष्ण पिल्लईकेरल
केरल कांग्रेस (जैकब)1991अनूप जैकबकेरल
कोंगुनाडु मक्कल देसिया काची2013ईआर ईश्वरनतमिलनाडु
कोंगुनाडु मक्कल काची2000एएम राजातमिलनाडु
लोक सत्ता पार्टी2006जय प्रकाश नारायणआंध्र प्रदेश, तेलंगाना
लोक इंसाफ पार्टी2019सिमरजीत सिंह बैंसपंजाब
मक्कल निधि मय्यम2018कमल हासनतमिलनाडु, पुडुचेरी
मणिपुर पीपुल्स पार्टी1968सोवाकिरण एन.मणिपुर
मनिथनेय मक्कल काची2009एमएच जवाहिरुल्लाहतमिलनाडु
मरुमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम1992वाइकोतमिलनाडु, पुडुचेरी
नाम तमिलर काची2009सेंथमीज़ान सीमनतमिलनाडु, पुडुचेरी
निषाद पार्टी2016संजय निषादउत्तर प्रदेश
ओडिशा जन मोर्चा2013प्यारीमोहन महापात्रओडिशा
परम दिग्विजय दल2014कृष्ण मोहन शंकर योगीउत्तर प्रदेश
पट्टाली मक्कल काची1989एस रामदासपुडुचेरी, तमिलनाडु
पीस पार्टी ऑफ इंडिया2008मोहम्मद अयूबउत्तर प्रदेश
पीपुल्स डेमोक्रेटिक एलायंस (मणिपुर)2012बी.डी. बेहरिंग गुदामणिपुर
पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट2001अजय बिस्वासत्रिपुरा
प्लूरल्स पार्टी2020पुष्पम प्रिया चौधरीबिहार
पुथिया तमिलगम1996के कृष्णसामीतमिलनाडु
रायजर दाल2020अखिल गोगोईअसम
राष्ट्रीय जन जन पार्टी2020आशुतोष कुमारबिहार
राष्ट्रीय लोकदल1996जयंत चौधरीउत्तर प्रदेश, राजस्थान
राष्ट्रीय समाज पक्ष2003महादेव जानकरमहाराष्ट्र, केरल
राष्ट्रीय उलेमा परिषद2008आमिर रशदी मदनीउत्तर प्रदेश
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले)1999रामदास आठवलेनागालैंड
राइट टू रिकॉल पार्टी2019राहुल चिमनभाई मेहताअखिल भारतीय
समता पार्टी1994उदय मंडलबिहार, मणिपुर
शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर)1994सिमरनजीत सिंह मानपंजाब
सोशलिस्ट पार्टी (भारत)2011थम्पन थॉमसउत्तर प्रदेश
सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (कम्युनिस्ट)1948प्रोवाश घोषअखिल भारतीय
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी2002ओम प्रकाश राजभरउत्तर प्रदेश, बिहार
स्वराज अभियान2016योगेंद्र यादवहरियाणा, कर्नाटक, महाराष्ट्र
तमिल मनीला कांग्रेस1996जीके वासनतमिलनाडु
तमिलनाडु कोंगु इलैंगर पेरावई2001उ. थनियारासुतमिलनाडु
उत्तराखंड क्रांति दल1979काशी सिंह ऐरीउत्तराखंड
वंचित बहुजन आघाड़ी2018प्रकाश यशवंत अम्बेडकरमहाराष्ट्र
विदुथलाई चिरुथिगल काची1982ठोल। थिरुमावलवनतमिलनाडु
विकासशील इंसान पार्टी2018मुकेश सहनीबिहार
वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया2011एसक्यूआर इलियासकेरल
वाईएसआर तेलंगाना पार्टी2021वाईएस शर्मिलातेलंगाना

इस तरह से ऊपर बताई गयी पार्टियाँ कुछ तो अपने अपने राज्यों में ज्यादा प्रसिद्ध है तो कुछ का कम दबदबा है। इनमे से कुछ पार्टी का किसी एक या दो राज्य के किसी भूभाग या जनजाति पर ज्यादा दबदबा है तो कुछ का कम। यह अलग अलग पार्टी के प्रकार, उसकी सरंचना, उसके आधार, नेताओं इत्यादि कई कारकों पर निर्भर करता है।

भारत में कितने राजनीतिक दल हैं – Related FAQs

प्रश्न: 2024 में भारत में कितने राजनीतिक दल हैं?

उतर: 2024 में भारत में राष्ट्रीय राजनीतिक दल 6, राज्य स्तर पर राजनीतिक दल 56 और लोकल स्तर पर राजनीतिक दल 65 हैं।

प्रश्न: भारत में राजनीतिक दल कौन कौन से हैं?

उतर: इसके बारे में समूची जानकारी को हमने इस लेख के माध्यम से देने का प्रयास किया है जिसे आपको पढ़ना चाहिए।

प्रश्न: एक राजनीतिक दल को राष्ट्रीय दल के रूप में कैसे पहचाना जाता है?

उतर: इसके बारे में आप ऊपर का लेख पढ़ कर अच्छे से जान पाएंगे।

प्रश्न: राजनीतिक दलों को प्रतीक कौन देता है?

उतर: राजनीतिक दलों को प्रतीक भारत निर्वाचन आयोग देता है।

तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने भारत में कितने राजनीतिक दल हैं इसके बारे में जानकारी प्राप्त कर ली है। आपने जाना कि कैसे कोई राजनीतिक पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर, राज्य स्तर पर और लोकल स्तर पर बनती है। एक राजनीतिक पार्टी को कौन से नियमों का पालन करते हुए पार्टी का दर्जा दिया जाता है इत्यादि। आशा है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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