|| भूमि विकास बैंक क्या है? | Bhumi vikas bank kya hai | Land development bank in India in Hindi | भूमि विकास बैंक से आप क्या समझते हैं? | भूमि विकास बैंक को और क्या कहते हैं? | भूमि विकास बैंक का इतिहास | भूमि विकास बैंक के प्रकार ||
Bhumi vikas bank kya hai :- हमारे देश में कई तरह के बैंक काम करते हैं जिनमें से एक प्रमुख बैंक भूमि विकास बैंक है। आप में से जो लोग गावों में रहते हैं या जिनका व्यवसाय खेती बाड़ी से जुड़ा हुआ है, उन्होंने अवश्य ही इस भूमि विकास बैंक का नाम सुन रखा होगा या इनके द्वारा दी जा रही तरह तरह की सेवाओं का लाभ उठाया होगा। वहीं जो लोग शहर में रहते हैं और जिनका संबंध खेती से नहीं है तो उन्होंने शायद ही इस बैंक का नाम सुन रखा हो या इसकी सेवाओं का लाभ उठाया (Land development bank in India in Hindi) हो।
वह इसलिए क्योंकि भूमि विकास बैंक की स्थापना ही देश के ग्रामीण इलाकों में किसानों और खेती की सहायता करने के लिए की गयी थी जो आज तक जारी है। देश के कई हिस्सों में भूमि विकास बैंक काम कर रहे हैं जिन्हें राष्ट्रीय व राजकीय स्तर पर खोला जाता है और संचालित किया जाता है। ऐसे में यदि आपको भूमि विकास बैंक के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है लेकिन आप इसके बारे में जानने को इच्छुक हैं तो आज हम आपको उसी के बारे में ही जानकारी देने वाले (What is land development bank in Hindi) हैं।
आज के इस लेख को पढ़कर आपको भूमि विकास बैंक के बारे में शुरू से लेकर अंत तक संपूर्ण जानकारी मिलने वाली है। इसके माध्यम से आप यह जानेंगे कि भूमि विकास बैंक किस तरह से कार्य करते हैं, उनकी स्थापना क्यों की गयी थी और इसमें उनके क्या उद्देश्य निहित थे। इसी के साथ ही भूमि विकास बैंक के माध्यम से किस तरह का काम अभी किया जा रहा है और उनके क्या कुछ प्रकार होते हैं (Land development banks meaning in Hindi) इत्यादि। तो आइये जाने भूमि विकास बैंक के बारे में विस्तार से पूरी जानकारी।
भूमि विकास बैंक क्या है? (Bhumi vikas bank kya hai)
सबसे पहले हम बात करते हैं भूमि विकास बैंक की परिभाषा के बारे में। तो जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है कि यह भारत की भूमि के विकास से संबंधित एक बैंक है। अब भारत की भूमि से अर्थ हुआ भारत की कृषि योग्य (Bhumi vikas bank kise kahate hain) भूमि। कृषि या खेती हमारे देश का प्रमुख आय स्रोत है और उसी के द्वारा ही हम सभी का पेट भी भरता है। वह इसलिए क्योंकि यदि हमारे देश में सही और उन्नत स्तर की कृषि होगी तो देश कभी भी अन्न को नहीं तरसेगा और सभी लोग भरपेट खाना खाकर (Bhumi vikas bank ke bare mein bataiye) सोयेंगे।
ऐसे में भारत के करोड़ो किसानों की करोड़ो हेक्टेयर भूमि की रक्षा करने, कृषि की व्यवस्था को सुधारने, किसानों की आय को सुधारने और उन्हें सक्षम बनाने के लिए ही इस भूमि विकास बैंक की स्थापना की गयी (Land development bank in Hindi) थी। पिछले कई दशकों से भूमि विकास बैंक ने देश के कई हिस्सों में अपनी शाखाएं खोलकर किसानों की भलाई करने का काम किया है जो आज तक जारी है। इसके माध्यम से किसानों की हर संभव सहायता की जाती है।
एक तरह से किसानों को खेती करने लायक बनाना हो या उन्हें साहूकारों के चंगुल से निकलवाना हो या फिर उन्हें खेती बाड़ी करने के लिए ऋण देना हो या अन्य कोई सहायता, यह सब कार्य भूमि विकास बैंक के माध्यम से किया जाता (Bhumi vikas bank in Hindi) है। इसी कारण इस बैंक का नाम भूमि विकास बैंक रखा गया है ताकि भारत की भूमि का विकास किया जा सके और किसानों को समर्थ किया जा सके।
भूमि विकास बैंक को और क्या कहते हैं? (Land development bank is also known as in Hindi)
अब आपको यह भी जान लेना चाहिए की भूमि विकास बैंक को और किस किस नाम से जाना जाता है क्योंकि देशभर के विभिन्न हिस्सों में इसे अलग अलग नाम दिए गए हैं। ऐसे में भूमि विकास बैंक को भूमि बैंक के नाम से भी जाना जाता है। तो यह बैंक देश के किसानों की जमीन को साहूकारों के चंगुल से मुक्त करवाने का कार्य करता है। ऐसे में बहुत जगह इसे भूमि बंधन बैंक के नाम से भी जाना जाता है। एक तरह से भूमि नाम से इसके कई तरह के नाम रखे गए हैं।
वहीं यदि हम भूमि विकास बैंक के अंग्रेजी नाम की बात करें तो इसे अंग्रेजी भाषा में लैंड डेवलपमेंट बैंक (Land Development Bank) के नाम से जाना जाता है। वह इसलिए क्योंकि भूमि को अंग्रेजी में लैंड, विकास को अंग्रेजी में डेवलपमेंट और बैंक को बैंक ही कहते है। तो इस तरह से हम सभी भूमि विकास बैंक को भूमि बैंक, भूमि बंधन बैंक व लैंड डेवलपमेंट बैंक के नाम से भी जानते हैं।
भूमि विकास बैंक का इतिहास (Bhumi vikas bank ki sthapna kab hui)
अब यदि हम भूमि विकास बैंक के इतिहास की बात करें तो इसकी स्थापना आज से लगभग 100 वर्ष पहले ही सन 1920 में कर दी गयी थी। इसकी पहली शाखा पंजाब राज्य के झांग में शुरू की गयी थी। उसके बाद से ही देश के कई अन्य हिस्सो में इसकी शाखाएं खोलने का काम शुरू किया (Bhumi vikas bank ki sthapna kab ki gyi thi) गया। फिर वर्ष 1929 में देश के पहले बड़े और मेट्रो शहर चेन्नई में इसकी शाखा खोली गयी और तब से ही यह देश का एक प्रमुख ग्रामीण बैंक बनता चला गया।
फिर इसे देश के कई हिस्सों में खोला गया। वर्तमान समय में भारत देश का राजस्थान राज्य भूमि विकास बैंक का बहुतायत में उपयोग करता है। राजस्थान सरकार के द्वारा भूमि विकास बैंक के माध्यम से कई तरह की सरकारी योजनाएं चलायी जा रही (Land development bank established in which year in Hindi) है जो लोगों की और मुख्यतया किसानों की भलाई के लिए काम कर रही है। अन्य राज्य की सरकारें भी समय समय पर भूमि विकास बैंक के माध्यम से कई तरह की योजनाएं लाती रहती है।
भूमि विकास बैंक के प्रकार (Land development bank types in Hindi)
अब यदि हम भूमि विकास बैंक के प्रकारों के बारे में बात करें तो उसमें मुख्य रूप से तीन तरह के प्रकार आते हैं जो अलग अलग रूप में बांटे गए हैं। हालाँकि इन तीन के अलावा भी इसकी कार्य प्रणाली के आधार पर कई तरह के प्रकार हो जाते हैं जो इसके मिश्रित रूप होने के बारे में बतलाते (Bhumi vikas bank ke prakar) हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि भारत देश में भूमि विकास बैंक अपने सीमित क्षेत्र और कार्य प्रणाली के अनुसार तरह तरह के रूपों में वर्गीकृत किये गए होते हैं।
ऐसे में आज हम आपके सामने भूमि विकास बैंक के सभी तरह के प्रकारों के बारे में बताने जा रहे हैं जो इसकी भूमिका को आपको बतायेंगे।
राष्ट्रीय भूमि विकास बैंक
इसमें सबसे पहले नंबर पर आते हैं वे भूमि विकास बैंक जो राष्ट्रीय स्तर पर नियंत्रित किये जाते हैं। इन्हें भारत सरकार या केंद्र सरकार के द्वारा राज्य स्तर पर खोला जाता है जो उस राज्य की राजधानी या मुख्य शहरों में होते हैं। इस तरह के बैंक भूमि विकास बैंक में सबसे सर्वोच्च श्रेणी के होते हैं जो अन्य सभी तरह के भूमि विकास बैंक को नियंत्रित और प्रबंधित करने का कार्य करते हैं।
प्राइमरी भूमि विकास बैंक
इस तरह के भूमि विकास बैंक राष्ट्रीय स्तर के भूमि विकास बैंक के बाद की श्रेणी में आते हैं जिन्हें राज्य सरकार के द्वारा खोला जाता है। हालाँकि इस पर केंद्र सरकार का भी नियंत्रण होता है और यह राष्ट्रीय स्तर के भूमि विकास बैंक के साथ मिलकर काम करते हैं। फिर भी इस पर दूसरे राज्य की राज्य सरकार का कोई नियंत्रण नहीं होता है और इस पर पूर्ण रूप से उसी राज्य की राज्य सरकार का ही नियंत्रण होता है। इन्हें शहर या तहसील के स्तर पर खोला जाता है।
ग्रामीण भूमि विकास बैंक
इसे भी राज्य की राज्य सरकार के द्वारा ही खोला जाता है लेकिन यह गाँवों में खोले गए सबसे छोटे स्तर के भूमि विकास बैंक होते हैं। प्राइमरी भूमि विकास बैंक को तो शहर या तहसील के स्तर पर खोला और प्रबंधित किया जाता है जबकि ग्रामीण भूमि विकास बैंक को गाँवों के स्तर पर खोला जाता है। भूमि विकास बैंक का जो मुख्य उद्देश्य है, वह इन ग्रामीण भूमि विकास बैंक के माध्यम से ही पूर्ण किया जाता है।
सहकारी भूमि विकास बैंक
यह मुख्य रूप से कुछ लोगों के द्वारा खोला गया एक भूमि विकास बैंक होता है जिसमें सरकार की भूमिका नहीं होती है। इस तरह के बैंकों का नियंत्रण उन व्यक्तियों के हाथ में ही होता है लेकिन उन्हें भूमि विकास बैंक की बनायी गयी नीतियों का पालन करना होता है।
असहकारी भूमि विकास बैंक
यह भी व्यक्तियों के द्वारा ही खोला गया होता है लेकिन इसमें भारत सरकार की भी भूमिका निहित होती है। अब यह भूमिका किसी भी रूप में हो सकती है जिस कारण भारत सरकार का इन पर आशिंक रूप से नियंत्रण देखने को मिलता है।
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मिश्रित भूमि विकास बैंक
अब इस तरह के मिश्रत भूमि विकास बैंक के नाम से ही आप इसका अर्थ निकाल सकते हैं। तो यह सहकारी व असहकारी बैंक का मिश्रण कहा जा सकता है। इसी के साथ ही इनमें राज्य सरकार की भी भूमिका हो सकती है। हालाँकि भारत देश में सहकारी, असहकारी व मिश्रित भूमि विकास बैंक कम देखने को मिलते हैं और पहले वाले तीन बैंक ही कार्यरत हैं।
भूमि विकास बैंक के कार्य (Bhumi vikas bank ke karya)
अब जब आपने भूमि विकास बैंक के बारे में इतना सब कुछ जान लिया है तो हमें आपको यह भी बता देना चाहिए कि आखिरकार भूमि विकास बैंक का उद्देश्य क्या है या फिर इसके द्वारा क्या कुछ कार्य किये जाते हैं। वैसे तो भूमि विकास बैंक का मुख्य कार्य किसानों को लम्बे समय के लिए ऋण की सुविधा उपलब्ध करवाना होता है ताकि वे अपना कार्य सही तरीके से कर सकें और आर्थिक रूप से सक्षम हो सकें, फिर भी हम आपके सामने भूमि विकास बैंक के सभी कार्यों की एक विस्तृत सूची रखने जा रहे हैं, जो आपको इसके बारे में बेहतर ढंग से समझने में सहायता करेगी।
ऋण प्रदान
यह बैंक किसानों को बेहतर कृषि यंत्रों, बीज, कीटनाशक, खाद्य, और अन्य कृषि सामग्री के लिए ऋण प्रदान करती है। एक तरह से देखा जाए तो किसानों को खेती करने के लिए जिन जिन सामान या चीज़ों की जरुरत होती है और यदि वह उसे खरीद पाने में असमर्थ होता है तो उसके लिए वह भूमि विकास बैंक के माध्यम से लम्बे समय के लिए ऋण ले सकता है।
बचत खाता
किसानों को बचत खाता खोलने की सुविधा प्रदान कर उन्हें आर्थिक सुरक्षा का लाभ प्रदान किया जाता है। किसानों के द्वारा दैनिक या मासिक या वार्षिक तौर पर जो भी आय की जा रही है और उस पर उनकी जो भी बचत हो रही है, वे अपनी उस आय को भूमि विकास बैंक में जमा करवा सकते हैं और उस पर अच्छा खासा ब्याज प्राप्त कर सकते हैं।
बीमा
बैंक किसानों के लिए विभिन्न प्रकार की बीमा योजनाओं की सुविधा प्रदान करती है, जो कृषि उपकरणों, फसल, या अन्य संपत्ति की नुकसान की सुरक्षा करती है। बहुत बार यह देखने में आता है कि मौसम ख़राब होने या बेमौसम बारिश होने या कीटों के हमले के कारण किसानों की सारी मेहनत बेकार हो गयी और उन्हें बहुत ज्यादा नुकसान देखने को मिला। ऐसे में किसान भूमि विकास बैंक के माध्यम से अपनी फसल का बीमा करवा सकते हैं जो उन्हें बेहतर भविष्य की गारंटी उपलब्ध करवाता है।
शैक्षिक योजनाएँ
किसानों को साथियों के साथ कृषि विद्यालय और अन्य कृषि योजनाओं के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। आज के समय में भूमि विकास बैंक के द्वारा उठाया गया यह कदम बहुत ही जरुरी है क्योंकि कृषि के क्षेत्र में किसानों को शिक्षित किया जाना बहुत ही जरुरी है। उन्हें यह बताया जाता है कि किस तरह से बेहतर तरीके से खेती कर सकते हैं और अपनी आय को बढ़ा सकते हैं। यह सब भूमि विकास बैंक के कर्मचारियों के द्वारा किया जाता है।
सरकारी योजनाओं तक पहुँच
समय समय पर भारत सरकार व राज्य सरकारों के द्वारा देश के करोड़ो किसानों के कल्याण के लिए तरह तरह की सरकारी योजनाएं बनायी जाती है जिनका क्रियान्वयन करने की जिम्मेदारी इसी बैंक की ही होती है। एक तरह से देश के कई विभाग और संस्थाएं सरकारी योजनाओं को पूरा करने का काम करती है लेकिन भूमि विकास बैंक के माध्यम से देश के किसानों का कल्याण करने के कार्य किये जाते हैं।
भूमि विकास बैंक के उद्देश्य (Land development bank purpose in Hindi)
अब अंत में हम भूमि विकास बैंक के निहित उद्देश्यों के बारे में भी बात कर लेते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि आखिरकार भारत सरकार व विभिन्न राज्य सरकारों के द्वारा भूमि विकास बैंक को स्थापित करने के पीछे क्या उद्देश्य रहा होगा या अभी क्या उद्देश्य है, उसके बारे में भी तो जानना जरुरी हो जाता (Bhumi vikas bank ke uddeshya) है। ऐसे में आइये जाने भूमि विकास बैंक के क्या कुछ उद्देश्य हैं।
- भूमि विकास बैंक का सबसे प्रमुख उद्देश्य तो किसानों को आर्थिक रूप से सक्षम और बेहतर बनाना है ताकि उनकी आय बढ़ाई जा सके और उनका जीवन सुगम बनाया जा सके।
- इसी के साथ ही भारत में जो भी कृषि योग्य भूमि है, उसका सही से और उत्तम तरह से किस तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है, यह भी भूमि विकास बैंक का एक उद्देश्य है।
- किसानों को साहूकारों या अन्य ऐसे लोगों के चंगुल से मुक्त करवाना जो उन्हें कर्ज के जाल में फंसा लेते हैं और फिर उनके आगे आने वाली पीढ़ियों को भी तंग करते हैं।
- किसानों को भारत सरकार के साथ मुख्य धारा से जोड़ना और उनका सतत विकास करना भी भूमि विकास बैंक का एक उद्देश्य है।
- भारत के असंख्य गावों को सशक्त बनाना और उन्हें भी शहरों के बराबर लाकर खड़ा करना भी इसका एक उद्देश्य है।
- ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे उद्योगों को बढ़ावा देना और उन्हें आगे बढ़ाना भी इस बैंक का एक उद्देश्य है।
- गाँवों में जल को कैसे सरंक्षित किया जाए और कैसे उसका उत्तम तरीके से उपयोग किया जाए, यह भी भूमि विकास बैंक का ही एक उद्देश्य है।
इस तरह से भूमि विकास बैंक के कई तरह के उद्देश्य हैं जिन्हें पूरा करने में यह दिन रात लगे हुए हैं। हालाँकि भूमि विकास बैंक की स्थिति की समीक्षा की जाए तो इसकी कमान बहुत से कुशल कर्मचारियों और अधिकारियों के हाथों में है जो देश के किसानों का विकास करने की बजाये अपनी झोली भरने में लगे हुए हैं। इसी कारण भूमि विकास बैंक के विकास करने की दर बहुत कम हो गयी है।
भूमि विकास बैंक क्या है – Related FAQs
प्रश्न: भूमि विकास बैंक का कार्य क्या है?
उत्तर: भूमि विकास बैंक का मुख्य कार्य किसानों को लम्बे समय के लिए ऋण की सुविधा उपलब्ध करवाना होता है ताकि वे अपना कार्य सही तरीके से कर सकें और आर्थिक रूप से सक्षम हो सकें।
प्रश्न: भूमि विकास बैंक से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: भारत के करोड़ो किसानों की करोड़ो हेक्टेयर भूमि की रक्षा करने, कृषि की व्यवस्था को सुधारने, किसानों की आय को सुधारने और उन्हें सक्षम बनाने के लिए ही भूमि विकास बैंक की स्थापना की गयी थी।
प्रश्न: भूमि विकास बैंक के कितने प्रकार हैं?
उत्तर: भूमि विकास बैंक के प्रकारों के बारे में जानकारी आपको ऊपर का लेख पढ़ कर विस्तार से मिल जायेगी जो आपको पढ़ना चाहिए।
प्रश्न: भूमि विकास बैंक का स्थापना कब हुआ था?
उत्तर: भूमि विकास बैंक की स्थापना सन् 1920 में की गई थी।
तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने भूमि विकास बैंक के बारे में जानकारी प्राप्त कर ली है। आपने जाना कि भूमि विकास बैंक क्या है भूमि विकास बैंक का इतिहास क्या रहा है भूमि विकास बैंक के प्रकार, कार्य और उद्वेश्य क्या हैं इत्यादि। आशा है कि भूमि विकास बैंक से संबंधित जो जानकारी आप इस लेख पर लेने आए थे वह आपको मिल गई होगी। फिर भी यदि कोई प्रश्न आपके मन में शेष है तो आप हम से नीचे कॉमेंट करके पूछ सकते हैं।