बिहार विकलांग सशक्तिकरण योजना ऑनलाइन, उद्देश्य | Bihar CM Handicapped Empowerment Scheme

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विकलांगों या यूं कह लीजिए कि दिव्यांग जनों को लेकर समाज की मानसिकता में तमाम आधुनिकता के बावजूद कोई बड़ा बदलाव नहीं आया है। परिवार में आज भी एक बोझ की तरह समझा जाता है। उन्हें अपने कार्यों के लिए किसी ना किसी के सहारे की आवश्यकता होती है। उनको सशक्त किए जाने की हमेशा जरूरत महसूस की जाती है, ताकि उन्हें जीवन यापन के लिए किसी और का मुंह न ताकना पड़े। इस बात को सरकार भली प्रकार से महसूस कर रही है।

विकलांगों के लिए केंद्र और राज्य सरकार कई तरह की योजनाएं चला रही हैं। इसी कड़ी में बिहार के मुख्यमंत्री (chief minister) नीतीश कुमार ने भी विकलांगों के सशक्तिकरण के लिए बिहार विकलांग सशक्तिकरण योजना की शुरुआत की है। आज इस post में हम आपको इसी योजना के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। आइए, शुरू करते हैं-

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बिहार विकलांग सशक्तिकरण योजना क्या है?

दोस्तों, आपको बता दें कि बिहार विकलांग सशक्तिकरण योजना का शुभारंभ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया है। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है इस योजना का उद्देश्य विकलांगों का सशक्तिकरण करना है। यह योजना बिहार राज्य के विकलांग नागरिकों को शिक्षा, रोजगार मुहैया कराने के साथ ही वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए चलाई गयी है। इसके तहत बिहार सरकार, राज्य के विकलांग जनो को विभिन प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराएगी। ताकि उनका जीवन स्तर ऊपर उठे और विकलांग किसी पर निर्भर न रहें। वे आत्मनिर्भर बन सकें।

योजना का नाम बिहार विकलांग सशक्तिकरण योजना
लाभार्थी विकलांग नागरिक
लाभशिक्षा, रोजगार, प्रदान करना
आवेदन प्रक्रियाअभी नही
बिहार विकलांग सशक्तिकरण योजना ऑनलाइन, उद्देश्य | Bihar CM Handicapped Empowerment Scheme

बिहार विकलांग सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत ये सुविधाएं दी गई

मित्रों, आपको बता दें कि इस बिहार विकलांग सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत कई तरह के कदम उठाए गए हैं। कई प्रकार के प्रावधान उनके हित के लिए किए गए हैं। जैसे विकलांगों को लोन प्रदान किए जाने की व्यवस्था, उनके लिए विशेष स्कूल का निर्माण, उनके लिए निशुल्क बस और ट्रेन सेवा, विकलांगों के लिए छात्रवृत्ति, उनके लिए नौकरी में कोटा आदि। अब इनके बारे में हम आपको बिंदुवार जानकारी देंगे-

  • विकलांग छात्रवृत्ति योजना
  • विकलांगों के लिए ऋण
  • दिव्यांग के लिए नौकरी का कोटा
  • विकलांगों के लिए निशुल्क ट्रेन, बस सेवा
  • विकलांगों के लिए विशेष विद्यालय
  • दिव्यांग के दैनिक खर्च को वित्तीय सहायता
  • विकलांगों को विकलांगता प्रमाण पत्र जारी करना

दोस्तों, अब बिहार विकलांग सशक्तिकरण योजना के तहत दी जा रही इन तमाम सुविधाओं के बारे में हम आपको विस्तार से जानकारी देते हैं-

विकलांग छात्रवृत्ति योजना-

साथियों, आइए सबसे पहले विकलांग छात्रवृत्ति योजना की बात करते हैं। आपको बता दें कि बहुत से विकलांग ऐसे भी होते हैं जो पैसे की वजह से पढ़ाई बीच में छोड़ने पर मजबूर होते हैं। ऐसे दिव्यांग जनों के लिए विकलांग छात्रवृत्ति योजना का प्रावधान किया गया है, ताकि उन्हें पढ़ाई के लिए किसी और का मुंह देखने की जरूरत ना पड़े और पढ़ाई को बीच में ही ना छोड़ना पड़े। उन्हें छात्रवृत्ति के रूप में वित्तीय राशि देकर सहायता का प्रावधान किया गया है।

विकलांगों के लिए लोन –

मित्रों, विकलांग सशक्तिकरण योजना के तहत विकलांगों के लिए सरकार की ओर से विभिन्न बैंकों के माध्यम से लोन का भी प्रावधान किया गया है। ऐसा इसलिए ताकि वह अपना स्वरोजगार शुरू करने में सक्षम हो सकें और बेहतर तरीके से अपना जीवन यापन कर सकें। यह भी साफ कर दें कि यह लोन उनको बेहद रियायती दरों पर प्रदान किए जाने की व्यवस्था की गई है, ताकि वे उसे आसानी से चुका सकें। उनके ऊपर कोई अधिक वित्तीय बोझ न पड़े।

आपने देखा होगा कि अधिकांश परिवारों में विकलांगों की आवश्यकताओं पर अधिक ध्यान नहीं दिया जाता ऐसे में वे अपने पैर पर खड़े होंगे तो मजबूती के साथ अपना जीवन चला सकेंगे इसके साथ ही कुछ अन्य लोगों को भी रोजगार से जोड़ने में कामयाब होंगे और उनकी रोजी-रोटी का जरिया भी बन सकेंगे।

विकलांगों के लिए नौकरी में कोटा –

दिव्यांग जनों को अपने रोजमर्रा की जरूरत पूरी करने में किसी तरह की दिक्कत का सामना ना करना पड़े, इससे देखते हुए सरकारी नौकरियों में उनके लिए कोटे की व्यवस्था की गई है। वह अपने निर्धारित प्रमाण पत्र संलग्न कर और नौकरी के लिए आवश्यक पात्रता पूरी करके इस कोटे का लाभ उठा सकते हैं।

विकलांगों के लिए निशुल्क ट्रेन, बस सेवा –

बिहार विकलांग सशक्तिकरण योजना के तहत विकलांगों के लिए सरकारी बसों और ट्रेनों में निशुल्क यात्रा की भी व्यवस्था की गई है। इसके लिए बसों और ट्रेनों में सीटों का कोटा भी निर्धारित किया गया है। इन सीटों पर अन्य सवारियों को बैठने की अनुमति नहीं होती।

हां, इस वर्ग के यात्री न आने पर अन्य यात्रियों को इस सीटों पर बैठने की इजाजत मिलती है। इस सुविधा से विकलांगों के लिए यात्रा सुविधाजनक हो गई है। न तो उन्हें यात्रा के लिए कोई पैसा नहीं चुकाना पड़ता और न ही किसी आवश्यक कार्य से बाहर आने जाने या फिर नौकरी इंटरव्यू आदि के लिए जाने में असुविधा का सामना करना पड़ता है।

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विकलांगों के लिए विशेष विद्यालय –

बिहार विकलांग सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत विकलांगों के लिए विशेष विद्यालय स्थापित किए जाने का भी प्रावधान किया गया है। इसमें उनकी शिक्षा की व्यवस्था के साथ ही रोजगार और स्व रोजगार के लिए स्किल डेवलपमेंट की भी व्यवस्था की जाएगी। उन्हें इस विद्यालय के जरिए इस तरह तैयार किया जाएगा, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। अपने पैरों पर खड़े हो सकें।

विकलांगों के दैनिक खर्च के लिए वित्तीय सहायता –

मित्रों, बिहार सशक्तिकरण योजना के तहत विकलांगों के दैनिक खर्च के लिए वित्तीय सहायता का भी प्रावधान किया गया है ताकि उन्हें अपने छोटे मोटे और रोजमर्रा के खर्च के लिए किसी अन्य का मुंह ना तक ना पड़े। इसका उद्देश्य यह भी है कि अपनी छोटी-मोटी जरूरतों के लिए किसी और से पैसा मांगने पर उनमें हीन भावना ना घर करे। इसके अलावा उन्हें विशेष उपकरण खरीद में भी सहायता प्रदान की जाती है।

विकलांगों को विकलांगता प्रमाण पत्र जारी करना –

साथियों, बिहार विकलांग सशक्तिकरण योजना के तहत विकलांगों को विकलांगता प्रमाण पत्र जारी करने की भी व्यवस्था की गई है। ताकि उन्हें प्रमाण पत्र के लिए दर-ब-दर ना भटकना पड़े। जैसा कि आप जानते ही हैं कि किसी भी प्रकार के रोजगार या स्वरोजगार योजना का लाभ उठाने के लिए उनको इस प्रमाण पत्र की आवश्यकता पड़ेगी।

और इसके अलावा सरकार की ओर से दी जा रही किसी भी सुविधा का लाभ उठाने के लिए भी उनको यह प्रमाण पत्र हर हाल में दिखाना होगा। आम तौर पर देखा गया है कि लोगों को यह प्रमाण पत्र हासिल करने में कई बार दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

विकलांगों के लिए सरकार पेंशन भी दे रही है

आपको बता दें कि बिहार सरकार की ओर से विकलांगों के लिए पेंशन की व्यवस्था की गई है। इसके लिए उन्हें आवश्यक दस्तावेज अपने आवेदन पत्र के साथ संबंधित कार्यालय में जमा करने होते हैं। इसके लिए पात्रता भी वही है, जो विकलांग सशक्तिकरण योजना के तहत उनको पूरी करनी होती है।

पेंशन के रूप में उन्हें ₹500 प्रति माह राशि देने का प्रावधान किया गया है। और उनको 6 महीने की पेंशन एक साथ प्राप्त होती है। इस पेंशन से बहुत सारे ऐसे विकलांगों को मदद होती है जो कि एक उम्र के बाद काम करने में अक्षम होते हैं। इसके लिए आवश्यक है कि वह किसी और पेंशन योजना का लाभ नहीं उठा रहे हों।

बिहार विकलांग सशक्तिकरण योजना का लाभ उठाने के लिए पात्रता

साथियों, अब आपको बताएंगे कि बिहार विकलांग सशक्तिकरण योजना का लाभ उठाने के लिए आवश्यक पात्रता क्या है-

  • आवेदक की विकलांगता 40% या उससे अधिक होनी चाहिए।
  • बिहार का मूल निवासी होना आवश्यक है।
  • आवेदक के पास विकलांगता का प्रमाण पत्र होना चाहिए। यह प्रमाण पत्र किसी राज्य स्तरीय चिकित्सालय से प्रमाणित होनी चाहिए।
  • आवेदनकर्ता किसी सरकारी नौकरी में नहीं होना चाहिए।
  • आयु न्यूनतम 18 वर्ष होनी चाहिए।
  • आवेदक को किसी अन्य सरकारी योजना का लाभार्थी नहीं होना चाहिए।

विकलांगों के हित के लिए चलाई जा रही अधिकांशतः योजनाओं का लाभ उठाने के लिए कमोबेश यही पात्रता निर्धारित की गई है।

बिहार विकलांग सशक्तिकरण योजना के अन्य उद्देश्य –

साथियों, बिहार सशक्तिकरण योजना का संचालन बिहार विकलांग जन सशक्तिकरण विभाग करता है। इस विभाग के कई ऐसे उद्देश्य ऐसे हैं, जिनकी पूर्ति वह बिहार विकलांग सशक्तिकरण योजना के माध्यम से करता है। विभाग के ये कार्य इस प्रकार से हैं-

  • दिव्यांगजनों के संबंध में राष्ट्रीय नीति का कार्यान्वयन करना।
  • आयोजनागत एवं आयोजनेतर योजनाओं के माध्यम से दिव्यांगों का सामाजिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक विकास सुनिश्चित करना।
  • दिव्यांगजनों के विकास संबंधी भारत यानी केंद्र सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों का कार्यान्वयन करना।
  • विकास के संबंध में राष्ट्रीय संस्थानों के साथ समन्वय स्थापित करना।
  • दिव्यांगजनों के विकास संबंधी कार्य हेतु अन्तर्विभागीय समन्वय स्थापित करना।
  • सरकारी सेवाओं में दिव्यांगजनों का आरक्षण एवं उनके सेवायोजन का पर्यवेक्षण।
  • दिव्यांगजनों के लिये सहायक उपकरणों का प्रबंध करना।
  • दिव्यांगजनों के लिये विशेष तथा व्यावसायिक प्रशिक्षण की व्यवस्था करना।
  • गैर सरकारी संस्थाओं/माता-पिता/सरकारी अधिकारियों/कर्मचारियों को दिव्यांगजनों के विकास से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान करना।
  • गैर सरकारी संस्थाओं को दिव्यांगजनों के विकास सम्बन्धी कार्य करने के लिए सहायता प्रदान करना एवं उनका सहयोग करना।
  • राज्य के साथ ही केंद्रीय सार्वजनिक उद्यमों तथा निजी क्षेत्र के उद्यमों और उनके संगठनों से दिव्यांग जनों के विकास के लिये सहयोग प्राप्त करना।
  • दिव्यांगों से संबंधित योजनाएं बनाना, आय-व्यय संबंधी अनुमान लगाना तथा अन्य प्रशासनिक मामलों को निपटाना।

बिहार विकलांग सशक्तिकरण योजना से संबंधित प्रश्न और उनके उत्तर

बिहार विकलांग सशक्तिकरण योजना क्या है?

बिहार में निवास करने वाले विकलांग नागरिकों के जीवन के सशक्तिकरण को मजबूत करने के लिए बिहार सरकार ने बिहार विकलांग सशक्तिकरण योजना की शुरुआत की है। इस योजना के अंतर्गत विकलांग लाभार्थियों के लिए प्रदेश सरकार की तरफ शिक्षा, रोज़गार उपलब्ध कराने के साथ – साथ आर्थिक सहायता प्रदान करेगी।

बिहार विकलांग सशक्तिकरण योजना से क्या लाभ होंगे?

इस योजना के अंतर्गत प्रदेश सरकार विकलांग नागरिकों के लिए विकलांग प्रमाण पत्र जारी करके उन्हें शिक्षा के लिए विशेष विद्यालय, रोज़गार, स्वास्थ्य सेवाएं और अन्य सुविधाओं के साथ – साथ दैनिक खर्चे के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करेगी।

क्या बिहार विकलांग योजना के अंतर्गत दिन जाने वाली आर्थिक सहायता राशि?

बिहार सरकार कितना नागरिकों के लिए बिहार विकलांग योजना के अंतर्गत ₹500 प्रति महीना आर्थिक सहायता के रूप में उनके बैंक खाते में ट्रांसफर करती हैं।

बिहार विकलांग सशक्तिकरण योजना का लाभ कयज़ मिलेगा?

Bihar CM Handicapped Empowerment Scheme का लाभ उन विकलांग नागरिको को दिया जाएगा जो लगभग 40% विकलांग होंगे।

क्या Bihar CM Handicapped Empowerment Scheme के अंतर्गत लोन ले सकते हैं?

जी हां विकलांग नागरिको को लोन देने के लिए सरकार जे इस योजना के अंतर्गत विशेष प्रावधान किए हैं। जिसकी पूरी जानकारी ऊपर दी गयी हैं।

अंतिम शब्द –

दोस्तों, आपको बता दें कि भारतीय सांख्यिकी (indian statistics) मंत्रालय के जुलाई, 2018 में किए गए सर्वे (survey) के मुताबिक़ भारत में लगभग 2.2 करोड़ लोग विकलांग हैं। और उनमें से करीब 70 फ़ीसदी आबादी गांवों में रहती हैं। भारत के विभिन्न राज्यों में विकलांगों की बेहतरी के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्हें कई सुविधाएं भी दी गई हैं। जैसे सरकारी बसों में किराए में रियायत, सरकारी बसों में उनके बैठने के लिए सीट कोटा, सरकारी नौकरियों में आरक्षण का प्रावधान आदि।

इसके पीछे उद्देश्य यही है कि विकलांग जनों को समाज में कमतरी की दृष्टि से ना देखा जाए। और उन्हें किसी दूसरे के ऊपर निर्भर ना होना पड़े। बिहार विकलांग सशक्तिकरण योजना से भी यही उम्मीद लगाई जा सकती है कि यह बिहार के विकलांगों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगी।

साथियों, यह थी बिहार विकलांग सशक्तिकरण योजना से जुड़ी जानकारी। यदि आपका इस योजना को लेकर कुछ सवाल है तो आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स (comment box) में कमेंट (comment) करके अपना सवाल पूछ सकते हैं आपकी प्रतिक्रियाओं (reactions) और सुझावों (suggestions) का हमेशा की तरह स्वागत है। ।। धन्यवाद।।

प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
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Comments (15)

  1. मै एक विकलांग हु मेरे पास कोई रोजगार नही है मै बेरोजगार हुए मै मुख्यमंत्री जी से आग्रह करता हु कि मुझे सरकार के चलाई गई विकलांग के योजनानुसार लोन दिए ताकी कोई रोजगार कर सकु

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  2. मैं विकलांग हूं दाएं पैर से विकलांग हूं बेरोजगार हूं तीन बच्चे हैं मेरे परिवार कैसे पालू मुझे समझ में नहीं आ रहा है अभी तक मेरा टेंशन भी नहीं मिला है और प्रिय मुख्यमंत्री से निवेदन करता है कि मेरे बारे में कुछ करें लोन की व्यवस्था करें किस विषय में करूं मैं लोन लेना चाहता हूं कोई व्यवसाय मैं करूं परिवार को पाल सकूं

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    • माननीय मुख्यमंत्री जी दिव्यांग को 500 रुपये मिलने की पुष्टि कर रहे हैं जबकि मिलता है केवल 400 रुपये लोन की बात करते हैं जबकि लोन अपलाइ करते समय ऐसा ऐसा पेपर का डिमांड किया जाता है जो दिव्यांग लोगों से सम्भव नहीं है यदि सभी पेपर मौजूद भी तो उसे कोई बहाना बनाकर पेपर रद्द कर दिया जाता है नौकरी मे 4 प्रतिशत से बढाकर 5 प्रतिशत करना चाहिए और प्राइवेट संस्थान मे दिव्यांग के लिए कोई सीट आरक्षित नहीं किया जाता है जिसमे भी 5 प्रतिशत आरक्षण मिलना चाहिए

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  3. I am 80% divyang and 27 old .or complete the graduation from Lalit Narayan Mithila university but mujhe shaadi nahin ho rahi hai kyunki main viklang hun jab mujhe naukari milega tabhi to shaadi hoga Na main kya kar sakta hun baitha hua hun Sarkar aise bhi to bahut sara Yojana deta hai lekin mujhe kis tarah Yojana lena hai mujhe pata hi nahin chalta hai. Is counter se use conter bhatkana padta hai. R N A R college Samastipur mein 2014 mein Paisa milane wala tha viklang ka chhatravritti but nahin mila 6 Mahina aana jana ki hai kya kar sakte hain kuchh nahin

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  4. मेरा नाम मो इसहाक
    में दाये पैर से विकलांग हूँ जो की 12 वी पास हूँ और अभी किसी तरह का कोई ज्वाइन नहीं हुआ है और बिहार के मुख्यमंत्री से निवेदन है की किसी भी चीज में ज्वाइन करने की कृपा की जाय

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