शादी के लिए आकर्षक बायोडाटा कैसे बनायें? मोबाइल में बायोडाटा कैसे बनाये?

Biodata kaise likhe, बायोडाटा, आज के समय में एक बहुत ही महत्वपूर्ण शब्द। वह भी इसलिए क्योंकि आजकल इसी के आधार पर ही शादियाँ होती (Biodata kaise banate hain) है। अक्सर बायोडाटा अरेंज्ड मैरिज में ही काम आता है क्योंकि लव मैरिज में तो पहले से ही दोनों एक दूसरे को जानते है। तो ऐसे में (Biodata kaise banaye) अरेंज्ड मैरिज के लिए एक सच्चा व परफेक्ट जीवनसाथी ढूंढने के लिए बायोडाटा बहुत ही आवश्यक होता है।

ऐसे में यदि आप भी अपना बायोडाटा बनाने का सोच रहे हैं और इसके बारे में संपूर्ण जानकारी चाहते हैं तो आज के इस लेख में आपको प्रोफेशनल बायोडाटा बनाने के ऊपर संपूर्ण जानकारी (Biodata kaise banaye in Hindi) मिलेगी। आज हम आपको बताएँगे कि आखिरकार किस तरह से एक अच्छा बायोडाटा बनाया जा सकता है और उसे बनाते समय किन किन बातों का ध्यान रखा जा सकता है। आइए जाने बायोडाटा कैसे बनाए।

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बायोडाटा कैसे लिखे? (Biodata kaise likhe)

अब जब आप बायोडाटा बनाने के ऊपर जानना ही चाह रहे हैं तो उससे पहले आपका यह जानना भी आवश्यक है कि आखिरकार एक बायोडाटा होता क्या है और यह कब काम आता है। यदि आपको बायोडाटा के बारे में ही संपूर्ण रूप से जानकारी नही होगी तो फिर कैसे ही आप एक अच्छा दिखने वाला बायोडाटा तैयार कर पाएंगे। इसलिए आइए सबसे पहले बायोडाटा के बारे में सबकुछ पहले ही जान लेते हैं।

शादी के लिए आकर्षक बायोडाटा कैसे बनायें? मोबाइल में बायोडाटा कैसे बनाये?

बायोडाटा क्या होता है (Biodata kya hota hai)

जब किसी परिवार में कोई लड़का या लड़की शादी करने लायक हो जाते हैं या फिर उनके लिए रिश्ता ढूंढा जा रहा होता हैं तब उनके और उनके परिवार के बारे में जानकारी देने के लिए एक बायोडाटा तैयार किया जाता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि बायोडाटा एक ऐसा (Biodata kya hai) दस्तावेज होता हैं जिसमे संबंधित व्यक्ति जिसकी शादी के लिए रिश्ता ढूंढा जा रहा है, उससे संबंधित हर जानकारी दी गयी होती है।

उदाहरण के तौर पर जब हम कही नौकरी के लिए (Biodata kise kahate hain) आवेदन करते हैं तो वहां हम अपना रिज्यूमे भेजते हैं। उस रिज्यूमे को देखकर ही नौकरी देने वाला हमारा इंटरव्यू लेता है। अब जब शादी की बात आती हैं तो वह तो नौकरी से भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाती है। ऐसे में जिस व्यक्ति से हम शादी कई बातचीत आगे बढ़ाएंगे तो हमें उसके बारे में पहले से कुछ पता होना चाहिए। तब ऐसी स्थिति में ही बायोडाटा तैयार किया जाता है।

बायोडाटा कब काम आता है (Biodata ka kya matlab hai)

बायोडाटा मुख्यतया किसी लड़के के लिए कोई लड़की ढूंढने या लड़की के लिए कोई लड़का ढूंढने के काम आता है। पहले के समय में सब जानकारी में ही काम हो जाया करता था और लड़का या लड़के की फोटो देखकर (Biodata kaise bante hain) ही काम चल जाया करता था। कहने का अर्थ यह हुआ कि उस समय लोगों के परिवार व मित्र इतने अधिक हुआ करते थे कि उनकी जान पहचान में ही कोई रिश्ता निकल कर आ जाया करता था।

ऐसे में केवल उस लड़का या लड़की की फोटो दिखाने की ही आवश्यकता होती थी। बाकि सब जानकारी तो रिश्तेदारों या दोस्तों के द्वारा ही पता चल जाती थी। किंतु आज के समय में लोग अनजान या जान पहचान के नही होने पर भी शादी करते हैं। ऐसे में उस व्यक्ति व उसके परिवार के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए बायोडाटा की मुख्य तौर पर आवश्यकता होती है।

अब यदि हम किसी को अपना बायोडाटा भेजेंगे तभी रिश्ते की बात आगे बढ़ पायेगी अन्यथा कोई भी आपकी फोटो देखकर उसके लिए हां नही करेगा। ऐसे में बायोडाटा शादी के रिश्ते को आगे बढ़ाने के बहुत काम आता है और इसी के द्वारा विवाह की बात आगे बढ़ पाती है।

प्रोफेशनल बायोडाटा क्यों है जरुरी (Biodata importance in Hindi)

शादी एक बहुत ही नाजुक और जीवनभर साथ निभाने वाला बंधन होता है। इसमें एक स्त्री किसी पराये घर में जाकर अपना परिवार बसती हैं तो पुरुष अपने जीवन में एक ऐसे व्यक्ति को लेकर आता हैं जिसका साथ उसे जीवनभर निभाना होता है। अब यह दोनों के ही जीवन का बहुत बड़ा निर्णय होता है और साथ ही दोनों के परिवार की खुशियाँ भी इसी पर निर्भर करती है।

ऐसे में यदि इसमें थोड़ी सी भी चूक हुई या लड़का लड़की की आपस में नही बनी या उनकी ज्प्दी मेल नही खायी तो आगे चलकर बात तलाक तक भी पहुँच सकती हैं। इसलिए शादी के बंधन में बंधन में बंधने से पहले एक दूसरे के बारे में संपूर्ण रूप से जान लेना अति आवश्यक हो जाता है। इसमें उन दोनों का बायोडाटा ही अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

एक दूसरे के बायोडाटा को देखकर ही दोनों शुरूआती तौर पर एक दूसरे के बारे में पता लगा पाते हैं और उसी के बाद दोनों के बीच बातचीत आगे बढ़ती है। अब यदि दोनों एक दूसरे को पसंद आते है तभी रिश्ता पक्का होता है। ऐसे में सही जोड़ियों को आपस में मिलाने के लिए एक सही बायोडाटा का होना बहुत ही जरुरी होता है।

प्रोफेशनल बायोडाटा कैसे बनाते है (Professional Biodata kaise banaye)

अब आती है सबसे मुख्य बात और वह यह हैं कि प्रोफेशनल बायोडाटा कैसे बनाया जाए या फिर इसके लिए क्या किया जाए। दरअसल बहुत से लोगों के मन में यह प्रश्न होता हैं कि एक बायोडाटा में क्या क्या लिखा जा सकता है या उसमे क्या क्या चीज़ आवश्यक रूप से होनी चाहिए। तो आज हम आपको बता दे कि एक बायोडाटा में आपके जीवन व शरीर से संबंधित हर एक जानकारी होनी चाहिए। तभी वह प्रोफेशनल बायोडाटा माना जाता है।

ऐसे में हम आपको एक एक करके इन सभी चीजों के बारे में बताएँगे जो एक प्रोफेशनल बायोडाटा में होनी ही होनी चाहिए। आइए जाने प्रोफेशनल बायोडाटा कैसे बनाते है और उसमे क्या क्या चीज़ लिखी हुई होनी चाहिए।

#1. निजी मूलभूत जानकारी

जिस भी व्यक्ति का बायोडाटा बनाया जा रहा है फिर चाहे वह पुरुष हो या महिला, उसके बारे में निजी मूलभूत जानकारी होनी चाहिए। इसमें आते हैं:

  • नाम [Name]
  • जाति [Caste]
  • धर्म [Religion]
  • लिंग [gender]
  • जन्म तिथि या उम्र [date of birth or age]
  • भाषा [Language]
  • मूल स्थान [place of origin]

एक तरह से इसमें वह सब जानकारी होगी जो उस व्यक्ति के बारे में बताती है। ऊपर जो हमने 7 चीज़े बताई वह तो आवश्यक रूप से एक बायोडाटा में होनी चाहिए। बिना इसके कोई भी बायोडाटा अधूरा माना जाएगा। इसमें भाषा में वह भाषा आएगी जो उसके घर पर बोली जाती हैं, ना कि वह जो उसे आती हैं और जिसे हम अपने रिज्यूमे में लिखते हैं।

साथ ही मूल स्थान में वह स्थान आएगा जहाँ से उसके माता पिता संबंध रखते हैं, ना कि वह स्थान जहाँ वह रहता हैं। जैसे कि कोई मारवाड़ी परिवार से हैं लेकिन अब वह चेन्नई में रहता हैं तो मूल स्थान में राजस्थान आएगा, ना की चेन्नई।

#2. पढ़ाई की जानकारी

अब बायोडाटा में आपने अपनी मूलभूत जानकारी लिख दी हैं तो आपको अपनी पढ़ाई के बारे में भी बताना होगा। यह ज्यादा विस्तार में ना हो तो भी चलेगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप बायोडाटा भेजकर कोई नौकरी के लिए आवेदन नही कर रहे हैं। आप बस सामने वाले को बता रहे हैं कि आपने कहां तक पढाई की हैं और कहां से पढ़ाई की हैं। ऐसे में आप इसमें यह जानकारी लिखें:

  • कहां तक पढ़ाई की अर्थात स्नातक या उच्च स्नातक डिग्री का नाम या फिर बारहवीं पास या कुछ और।
  • जहाँ से भी पढ़ाई की उस कॉलेज या यूनिवर्सिटी का नाम।

आप चाहे तो इसमें अपना प्रतिशत, पास आउट वर्ष इत्यादि भी लिख सकते हैं लेकिन इसकी कोई आवश्यकता नही होती हैं। इसलिए आप केवल अपनी डिग्री का नाम व कॉलेज का नाम लिखे।

#3. काम की जानकारी

किसी भी बायोडाटा में यह बहुत ही आवश्यक व महत्वपूर्ण जानकारी होती है। यह कौन नही चाहेगा कि जिसके साथ वह शादी करने जा रहा हैं या करने जा रही हैं, वह किस तरह का काम करता हैं और उससे कितना कमा लेता हैं।

आप चाहे व्यापारी हो या कही नौकरी करते हो या किसी कंपनी या अन्य चीज़ के मालिक हो, आपको अपने काम के बारे में बताना होगा। इसी के साथ आप महीने का वर्ष का कितना कमा लेते हैं, यह जानकारी भी देनी होगी। इसमें मुख्यतया यह जानकारी आएगी:

  • क्या काम करते है [what work]
  • सालाना आय [annual income]

बहुत से लोग इसमें गलत जानकारी देते है और इसी कारण उनका रिश्ता बाद में ख़राब हो जाता है या उन्हें बहुत सी समस्याएं झेलनी पड़ती है। ऐसे में अपने साथी को धोखे में ना रखे और सब कुछ सही जानकारी भरे।

#4. पारिवारिक जानकारी

अब आपके अपने बायोडाटा में केवल अपनी ही जानकारी नही लिखनी है। दरअसल विवाह केवल दो लोगों का नही बल्कि दो परिवारों का मिलन होता है। इसलिए आपको अपनी परिवार के बारे में भी संपूर्ण जानकारी लिखनी होगी। जैसे कि:

  • पिता का नाम [father’s name]
  • पिता का काम [father’s job]
  • माता का नाम [Mother’s name]
  • माता का काम [mother’s work]
  • कितने भाई बहन है [how many siblings]
  • भाई बहनों के नाम [siblings names]
  • भाई बहन क्या करते है [what do siblings do]
  • भाई बहन की वैवाहिक स्थिति [siblings marital status]
  • परिवार के अन्य सदस्य व उनकी जानकारी [Other family members and their information]

एक तरह से आपके परिवार में जितने भी सदस्य है, आपको उनके बारे में जानकारी अपने बायोडाटा में देनी होगी। इसमें मुख्यतया आपके माता, पिता व भाई-बहन की जानकारी मुख्य होगी। माता पिता में तो केवल आपको उनका नाम व काम बताना होगा लेकिन भाई बहन की स्थिति में आपको कुछ अन्य जानकारी भी देनी होगी।

जैसे कि कितने भाई बहन है, उनमे से कितने आपसे बड़े है और कितने छोटे, कितने विवाहित है तो कितने अभी अविवाहित, उनमे से किसी के बच्चे है तो कितने, वे क्या करते है इत्यादि सभी जानकारी। परिवार में कोई और सदस्य भी आपके साथ रहता है तो उनकी जानकारी भी उसमे लिख देंगे तो बेहतर रहेगा। हालाँकि अपने माता पिता व भाई बहन के बारे में लिख देना काफी रहेगा।

#5. शारीरिक बनावट

अब जिससे आप शादी करने जा रहे है, वह दिखता कैसा है या उसका रंग कैसा है, इत्यादि सभी जानकारी होना भी बहुत आवश्यक हो जाता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि केवल उसके बारे में जान लेना ही काफी नही होता बल्कि उसमे शरीर की बनावट के बारे में जानना भी उतना ही आवश्यक होता है। शारीरिक बनावट में यह सब चीज़े आ सकती हैं:

  • चेहरे का रंग [face color]
  • शरीर की लंबाई [body length]
  • शरीर का वजन [body weight]

मुख्यतया शारीरिक बनावट में यह तीन चीज़े ही आती है और इसी के बारे में ही बायोडाटा में लिखा जाता है। हालाँकि यदि आपको कोई बीमारी है या कुछ शारीरिक समस्या है जैसे विकलांगता या ऐसा ही कुछ, तो उसके बारे में भी बायोडाटा में अवश्य लिखे।

#6. पसंद नापसंद

अब आपने अपने व अपने परिवार के बारे में जानकारी लिख दी और आपने क्या किया है और क्या नही लेकिन यदि आप अपनी पसंद ना पसंद के बारे में सामने वाले को नही बताएँगे तो फिर सामने वाले को कैसे ही आपके बारे में पूरा पता चल पाएगा।

कहने का अर्थ यह हुआ कि बायोडाटा का अर्थ केवल मूलभूत जानकारी ले लेना ही नही होता बल्कि उसमे व्यक्ति के बारे में अन्य जानकारी भी हो तो उसे एक प्रोफेशनल बायोडाटा कहा जा सकता है। इसमें आप अपने बारे में कुछ और डिटेल में बता सकते हैं जैसे कि आपको किस तरह का खाना पसंद हैं, आप कहां घूमना पसंद करते हैं, आपको चाय पसंद है या कॉफ़ी, आपकी खाली समय में क्या करना अच्छा लगता हैं इत्यादि।

यह संपूर्ण रूप से आप पर निर्भर करता हैं कि आप इसमें क्या लिखना चाहते हैं और क्या नही। जैसे कि आप मांसाहारी है तो आप उसमे लिखे, आप स्मोक करते है तो आप यह भी लिख सकते है, आपको बागबानी पसंद है तो वह लिखे, इत्यादि। इससे सामने वाला आपकी पसंद नापसंद से अपनी पसंद नापसंद मिलाकर ही आपको पसंद नापसंद करेगा।

#7. राशि व कुंडली

अब यदि आप अपना प्रोफेशनल बायोडाटा तैयार कर रहे हैं और आप उसमे धर्म के अनुसार मूलभूत जानकारी लिखना ही भूल जाएंगे तो फिर काम नही चलेगा। एक परिवार के लिए यह बहुत ही मायने रखता हैं कि आप मांगलिक हो या नही या फिर आपका जन्म किस नक्षत्र में हुआ है इत्यादि।

ऐसे में ओनी जन्म राशि, नाम की राशि, जन्म का समय व तिथि, वार, नक्षत्र, लग्न, मांगलिक स्थिति इत्यादि के बारे में बायोडाटा में आवश्यक रूप से लिखेंगे तभी वह पूर्ण माना जाएगा। इसलिए इन सभी को भी अपने बायोडाटा में लिखना ना भूले।

#8. अपनी फोटोज

हम जब भी किसी का बायोडाटा देखेंगे तो सबसे पहले किस चीज़ पर ध्यान जाएगा। आप खुद पर ही सोच कर देख लीजिए। अब आपके लिए किसी शादी का रिश्ता आया तो आप उसमे सबसे पहले आप क्या देखेंगे? अवश्य ही आपका उत्तर होगा उस व्यक्ति की फोटोज। फिर जब उसकी फोटोज आपको पसंद आएगी तभी आप उसका बायोडाटा पड़ेंगे अन्यथा उसे बिना पढ़े ही रिजेक्ट कर देंगे।

ऐसे में यदि आप अपने बायोडाटा में अपनी फोटो ही नही लगाएंगे तो फिर शारीरिक बनावटलिख दे या आप चाहे कितना ही कमाते हो, उससे कोई अंतर नही पड़ने वाला। तो जाइये किसी स्टूडियो वाले से अपनी 2-3 अच्छी फोटोज क्लिक करवाए और उसे अपने बायोडाटा में आवश्यक रूप से जोड़े।

#9. साथी से अपेक्षा

अब जब आप अपना बायोडाटा तैयार कर रहे हैं और उसमे अपनी सभी जानकारी को लिख रहे हैं लेकिन यदि आप सामने वाले से क्या चाहते हैं और क्या नही, यह ही नही लिखेंगे तो फिर कैसे ही उस बायोडाटा को पूरे नंबर मिल पाएंगे। कहने का अर्थ यह हुआ कि आपने बिना कुछ अपेक्षा किये ही सामने वाले के सामने शादी का प्रस्ताव रख दिया। ऐसे में तो आपके पास हर किसी के शादी के प्रस्ताव आने लगेंगे और आपका ही समय व्यर्थ होगा और सामने वाले को भी शर्मिंदा महसूस होगा।

इसलिए आप अपने बायोडाटा इ यह आवश्यक रूप से लिखे कि आप अपने लिए जिस जीवनसाथी को ढूँढ रहे हैं उसमे आप किन गुणों को देखते है या उनसे आप क्या अपेक्षा रखते है। जैसे कि सामने वाला आपको व्यापारी चाहिए या नौकरी करने वाला, हाउसवाइफ चाहिए या वर्किंग, सांवला रंग हो गोरा इत्यादि। इस तरह आप सामने वाले से किसी भी तरह की अपेक्षा अपने बायोडाटा में लिख सकते हैं।

#10. संपर्क विवरण

अब मान लीजिए किसी ने आपका बायोडाटा पढ़ा और उसे आप पसंद आये तो वह आपसे संपर्क कैसे करेगा? ऐसे में तो उसे वह रिश्ता पसंद आते हुए भी वह हाथ से निकल जाएगा। इसलिए यदि आप चाहते हैं कि आपका बायोडाटा संपूर्ण रूप से प्रोफेशनल व सही हो तो आप अंत में उसमे अपना संपर्क विवरण लिखना ना भूले।

इसमें आप अपना मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, व्हाट्सऐप नंबर, कोई अन्य सोशल मीडिया अकाउंट इत्यादि की जानकारी दे। आप चाहे तो अपने माता पिता का नंबर भी संपर्क के तौर पर दे सकते हैं। ज्यादातर लड़कियां संपर्क के रूप में अपना नंबर ना देकर अपना पिता का नंबर देना ही उचित समझती हैं ताकि वे अनावश्यक कॉल से बच जाए।

तो इस तरह से यह सब जानकारी सही से लिखकर आप अपने बायोडाटा को प्रोफेशनल रूप दे अकते हैं। हालाँकि आप इसमें अपनी स्थिति, आवश्यकता व अन्य चीजों के आधार पर कुछ अन्य चीज़े भी जोड़ सकते हैं। यह पूर्णतया आप पर ही निर्भर करता हैं कि आप इसमें और क्या क्या जोड़ना चाहते हैं।

बायोडाटा में क्या ना लिखे (Biodata mistakes in Hindi)

अब जब आप बायोडाटा बना रहे हैं तो आपका यह भी जानना आवश्यक हैं कि आपको अपने बायोडाटा में क्या क्या नही लिखना चाहिए। यदि आप बायोडाटा में यह लिखेंगे तो अवश्य ही यह सामने वाले पर गालर प्रभाव डालेगा या फिर आपके लिए मुसीबत खड़ी करेगा। इसलिए अपने बायोडाटा में इन चीजों को ना लिखें:

  • चाहे आप पुरुष हो या महिला, लेकिन बायोडाटा में अपने घर का एकदम सही पता ना लिखे। जब बात आगे बढ़ जाए तब आप उन्हें अपने घर का पता दे सकते है लेकिन पहले से ही पूरा पता ना लिखे। हालाँकि आप उन्हें अपना शहर या मोहल्ला बता सकते हैं लेकिन घर का पता नही।
  • यदि आप महिला हैं तो आप बायोडाटा में अपना नंबर कभी ना लिखे। आप चाहे तो अपनी ईमेल आईडी दे सकती हैं या फिर कोई ऐसा सोशल मीडिया अकाउंट जहाँ पर आप ज्यादा एक्टिव ना हो या डुप्लीकेट हो। वैसे सबसे बढ़िया अपने पिता का या अन्य किसी रिश्तेदारका नंबर देना रहता है।
  • बायोडाटा में कभी भी अपने पुराने रिश्तो के बारे में ना लिखे। जैसे कि आप किसी के साथ रिलेशनशिप में थे या ब्रेक अप हो गया है या ऐसा ही कुछ। सच्चा बनना अच्छा है लेकिन उसे बायोडाटा में लिखना नही।
  • साथी से अपेक्षा में ऐसी कोई चीज़ ना लिखे जो सामने वाले के मान सम्मान को ठेस पहुंचाए जैसे कि वर्जिन होना या नही होना, किसी से पहले से संबंध ना हो, इत्यादि इत्यादि। यह केवल आपकी ही छवि को नुकसान पहुंचाएगा।

बायोडाटा बनाते समय टिप्स (Biodata writing tips in Hindi)

अब जब आप बायोडाटा बना रहे हैं तो आपको कुछ टिप्स भी फॉलो करनी चाहिए ताकि आपसे किसी तरह की कोई गलती ना होने पाए। तो बायोडाटा बनाते समय आप इन नियमो का पालन आवश्यक तौर पर करेंगे तो बेहतर रहेगा:

  • सबसे पहली और जरुरी बात तो यह हैं कि ऊपर हमने आपको जो जो भी जानकारी एक प्रोफेशनल बायोडाटा में लिखने को कहा, उसमे से कोई भी जानकारी भ्रामक या मिथ्या ना हो। क्योंकि यदि आपकी शादी के बाद आगे बढ़ी और तब उन्हें इसके बारे में पता चला तो रिश्ता टूटने की संभावना रहती हैं। साथ ही शादी होने के बाद पता चला तो बात तलाक तक भी पहुँच सकती हैं।
  • दूसरी बात, बायोडाटा में आप जो अपनी फोटो लगा रहे हैं वह कोई स्टाइल मारते हुए या फालतू पोज़ में ना हो। आप एक सभ्य तरीके से और साफ फोटो लगाए। इसी के साथ फोटो की संख्या कम से कम 2 हो और अधिकतम तो यह कितनी भी हो सकती है।
  • बायोडाटा में किसी भी तरह की व्याकरण की या ग्राम्मेर की गलतियाँ ना हो। यह सामने वाले पर बुरा प्रभाव डालेगी और उसको सोचने पर मजबूर कर देगी कि जब आप अपने इतने महत्वपूर्ण काम बायोडाटा में इतनी गलतियाँ कर सकते हैं तो फिर असल जीवन में कितने लापरवाह होंगे।
  • बायोडाटा में अपने बारे में बहुत ज्यादा जानकारी या आवश्यकता से अधिक जानकारी देना भी अच्छी बात नही होती है। ऐसे में अपने बारे में ऊपर बताई गयी चीज़े ही लिखे और वो भी संक्षेप में।
  • बायोडाटा बनाते समय हमेशा अपनी अपेक्षा को कलेसर रखे। फिर चाहे आपकी अपेक्षा कैसी भी हो लेकिन उसे सीधा व क्लियर रखे। यदि आप उसे कलेसर नही रखेंगे तो बहुत से लोग आपके पास रिश्ता लेकर आएंगे और फिर आप उन्हें मना कर देंगे। ऐसे में ना आपको अच्छा लगेगा और ना ही उन्हें।

बायोडाटा कैसे भेजे (Biodata kaise bheje)

अब सबसे अंतिम बात और वह यह है कि बायोडाटा कैसे भेजा जाए। अब जब आपका बायोडाटा बनकर तैयार हो गया हैं तो आपकी शंका यह होगी कि यह आप किसे और कैसे भेजे। तो सबसे पहले तो आप इसे अपने घरवालो के साथ शेयर करे खासकर उनके साथ जो आपके लिए रिश्ता ढूँढ रहे हो। आपका बायोडाटा मिलने से वे अपने संपर्क को आपका बायोडाटा शेयर कर देंगे और आपका रिश्ता मिलने में आसानी हो जाएगी।

दूसरा आप ऑनलाइन तरीक्से भी इसे अपलोड कर सकते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि आजकल कई तरह की ऐसी वेबसाइट हैं या ऐप हैं जो लोगों को मिलाने का काम करती है। उन पर दुनियाभर के लोग अपना बायोडाटा अपलोड करते हैं और शादी के लिए रिश्ता ढूंढते हैं। ऐसे में आप भी वहां अपना अकाउंट बनाए और अपना बायोडाटा अपलोड कर दे।

बायोडाटा कैसे बनाए – Related FAQs

प्रश्न: बायोडाटा कैसे लिखते हैं हिंदी में?

उत्तर: हिंदी में बायोडाटा लिखने के लिए आपको अपनी निजी जानकारी, पारिवारिक जानकारी, काम का विवरण इत्यादि लिखना होगा।

प्रश्न: बायोडाटा में क्या क्या आता है?

उत्तर: बायोडाटा में आपका नाम, जन्म तिथि, जाति, धर्म, माता पिता की जानकारी, काम, पढ़ाई, फोटो, संपर्क इत्यादि जानकारी आती है।

प्रश्न: मोबाइल पर बायोडाटा कैसे बनाएं?

उत्तर: मोबाइल पर बायोडाटा बनाने के लिए बायोडाटा की किसी भी ऐप को प्ले स्टोर पर सर्च करें और उस पर अपनी जानकारी भरकर बायोडाटा बनाए।

प्रश्न: बायोडाटा का फुल फॉर्म क्या होता है?

उत्तर: बायोडाटा का फुल फॉर्म बायोग्राफिकल डाटा होता है।

प्रश्न: बायोडाटा अधिकतम कितने पन्नों का होना चाहिए?

उत्तर: बायोडाटा अधिकतम 3 पन्नों का होना चाहिए।

तो कुछ इस तरीके से आप अपना बायोडाटा बना सकते हैं और शादी के लिए रिश्ता ढूँढना शुरू कर सकते हैं। एक बात को (Biodata kaise likhe in Hindi) हमेशा याद रखे कि बायोडाटा बनाते समय उसमे आप जो भी जानकारी लिखे वह पूरी तरह से सत्य हो और भ्रम पैदा ना करने वाली हो। ऐसा ना केवल आपके लिए सही रहेगा बल्कि सामने वाले के लिए भी उचित रहेगा।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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