अपना ब्लड ग्रुप कैसे जानें? | Apna blood group kaise jane

|| How to check blood group in Hindi | अपना ब्लड ग्रुप कैसे जानें? | Apna blood group kaise jane | कौन किसे ब्लड दे सकता है? | Blood group kaise pata kare | O positive blood group kis kisko blood de sakta hai | Kaun sa blood group kisko de sakta hai | O- blood group can donate to which blood group in Hindi ||

Apna blood group kaise jane :- इस दुनिया में तरह तरह के ब्लड ग्रुप लिए हुए व्यक्ति हैं। पहले के समय में लोग अपने ब्लड ग्रुप को लेकर इतना ध्यान नहीं देते थे लेकिन यदि आज के समय में किसी को अपना ब्लड ग्रुप नहीं पता है तो यह बहुत ही गलत बात है। वह इसलिए क्योंकि किसी अनहोनी की स्थिति में यह दिक्कत खड़ा कर सकती है। ऐसे में यदि आपको अपने ब्लड ग्रुप का पता नहीं है और आप इसके बारे में जानना चाहते हैं तो आज हम आपके साथ वही शेयर करने वाले (How to check blood group in Hindi) हैं।

आज के इस लेख को पढ़ कर आपको यह आईडिया हो जाएगा कि किस तरह से आप अपने ब्लड ग्रुप का पता लगा सकते हैं। दरअसल इसका तरीका बहुत ही आसान है और यह आपको कुछ ही समय या या यूँ कहें कि कुछ ही घंटो में पता चल जाएगा कि आपका ब्लड ग्रुप क्या है। इसी के साथ ही हम आपको ब्लड ग्रुप जानने से संबंधित कुछ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भी (Blood group kaise pata chalega) देंगे।

अपना ब्लड ग्रुप कैसे जानें? (Apna blood group kaise jane)

क्या आप जानते हैं कि इस विश्व में कुल 8 तरह के ब्लड ग्रुप हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि किसी भी मनुष्य के अंदर इन 8 में से कोई एक तरह का ब्लड ग्रुप पाया जाता है। अब इन 8 तरह के ब्लड ग्रुप को भी 4-4 के ग्रुप में बांटा गया होता है जिन्हें हम पॉजिटिव व नेगेटिव कहते हैं। वैश्विक ब्लड ग्रुप रिपोर्ट के अनुसार इस दुनिया में लगभग 93 प्रतिशत लोगों का ब्लड ग्रुप पॉजिटिव है जबकि बाकि बचे 7 प्रतिशत लोगों का ब्लड ग्रुप नेगेटिव (Blood group kaise pata kare) है।

अपना ब्लड ग्रुप कैसे जानें Apna blood group kaise jane

ऐसे में यदि किसी नेगेटिव ब्लड ग्रुप वाले व्यक्ति को रक्त की आवश्यकता होती है तो उसके लिए रक्त की व्यवस्था करना बहुत ही ज्यादा मुश्किल होता है क्योंकि वह किसी भी तरह का पॉजिटिव रक्त नहीं ले सकता है। इतना ही नहीं अलग अलग प्रकार के ब्लड ग्रुप के आधार पर भी यह तय होता है कि कौन किसे ब्लड दे सकता है या ले सकता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि पॉजिटिव ब्लड ग्रुप वाला व्यक्ति भी यह जरुरी नहीं की सभी पॉजिटिव ब्लड ग्रुप वालों से रक्त ले सके। इसके बारे में भी हम आपको नीचे (Blood group kaise pata kiya jata hai) बताएँगे।

अब यदि आपको अपना ब्लड ग्रुप जानना है तो उसका केवल एक ही तरीका होता है और वह होता है ब्लड टेस्ट करवाया जाना। आपको इंटरनेट पर कई तरह की वेबसाइट मिल जाएगी जो आपको ब्लड ग्रुप चेक करने के कई तरह के तरीके बता देगी लेकिन उन सभी का सार एक ही होता है और वह होता है ब्लड टेस्ट करवाया (Blood group kaise pata chalta hai) जाना।

कहने का अर्थ यह हुआ कि अब आप चाहे रक्तदान करें या कोई और परीक्षण करवाएं या कुछ भी करवाएं, इसके लिए ब्लड टेस्ट करवाना ही होगा और उसके पश्चात ही आपको अपना ब्लड ग्रुप पता चल सकता है। बिना इसके यह कार्य असंभव है। ऐसे में आइये जाने इसे कैसे किया जा सकता (Blood group kaise pata lagaen) है।

ब्लड ग्रुप जानने का तरीका (Blood group janne ka tarika)

अब यदि आपको अपना ब्लड ग्रुप नहीं पता है और आप इसके बारे में जानना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे पहले तो आपको अपने नजदीक के किसी मेडिकल सेंटर, अस्पताल, रक्तदान केंद्र, मेडिकल लैब इत्यादि किसी में से एक में जाना होगा। वैसे यदि आप पास की किसी मेडिकल लैब में जाएंगे जहाँ पर तरह तरह के परिक्षण किये जाते हैं तो यह सबसे उचित रहेगा। आज के समय में हर शहर में कई तरह की मेडिकल लैब खुल चुकी है।

ऐसे में आपको किसी भी एक मेडिकल लैब में जाना होगा और वहां काउंटर पर बैठे कर्मचारी को यह सूचित करना होगा कि आप अपना ब्लड ग्रुप जानना चाहते हैं। इसके लिए वह आपको ब्लड टेस्ट करवाने को कहेगा और इसके लिए पैसों का भुगतान करने को कहेगा। सामान्य तौर पर ब्लड टेस्ट 10 से 30 रुपये में हो जाता है। ऐसे में कोई आपसे अधिक रुपये मांगे तो समझ जाइये कि वह आपको लूटने का प्रयास कर रहा है।

अब जब आप रुपयों का भुगतान कर देते हैं तो आपको अंदर एक कमरे में ले जाया जाएगा। अब आपका ब्लड टेस्ट करने के लिए दो तरह में से किसी एक तरह का सैंपल लिया जा सकता है। इसमें से एक पुराना तरीका है जबकि एक नया तरीका। पुराने तरीके के आधार पर आपकी हाथ की कोहनी में सुई घुसाकर वहां से रक्त को लिया जाता है और फिर उसे टेस्ट करने के लिए भेजा जाता है।

नए तरीके के अनुसार आपकी किसी भी एक ऊँगली के सबसे ऊपर एक पतली सी पिन चुभाई जाती है ताकि कुछ रक्त वहां से निकल सके। फिर उस ऊँगली को थोड़ा सा दबाकर रक्त की दो से तीन बूंदों को एक कांच की नली पर रख लिया जाता है और उसे ब्लड टेस्ट के लिए भेज दिया जाता है। अब इसके लिए जो रिपोर्ट है वह या तो आपको कुछ ही मिनट में बता दी जाती है या फिर आपको कुछ समय बाद आने को कहा जाता है।

जब आपके ब्लड टेस्ट की रिपोर्ट आ जायेगी तो उसमे यह लिखा होता है कि आपके शरीर में कौन सा ब्लड है। कहने का अर्थ यह हुआ कि इस प्रक्रिया के माध्यम से आप अपना ब्लड ग्रुप जान सकते हैं। अब आप उसे नोट कर लीजिये व हमेशा याद रखिये।

ब्लड ग्रुप के प्रकार (Blood group type in Hindi)

जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि इस दुनिया में सभी मनुष्यों के अंदर आठ तरह के ब्लड ग्रुप पाए जाते हैं जिन्हें 4-4 की श्रेणी में बांटा गया होता है। इसमें से 4 तरह के ब्लड ग्रुपवाले व्यक्ति पॉजिटिव श्रेणी के होते हैं तो अन्य 4 नेगेटिव श्रेणी के होते हैं। किसी भी स्थिति में पॉजिटिव श्रेणी वाला व्यक्ति नेगेटिव को रक्तदान नहीं कर सकता है अर्थात् नेगेटिव श्रेणी वाला व्यक्ति पॉजिटिव रक्त नहीं ले सकता है अन्यथा व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है। आइये जाने आठों तरह के ब्लड ग्रुप के बारे में।

  • ओ पॉजिटिव (O+)
  • ए पॉजिटिव (A+)
  • बी पॉजिटिव (B+)
  • एबी पॉजिटिव (AB+)
  • ओ नेगेटिव (O-)
  • ए नेगेटिव (A-)
  • बी नेगेटिव (B-)
  • एबी नेगेटिव (AB-)

कौन किसे ब्लड दे सकता है? (Kaun sa blood group kisko de sakta hai)

अब आपने ऊपर यह तो जान ही लिया है कि इस दुनिया में कितने तरह के ब्लड ग्रुप पाए जाते हैं और उनके क्या कुछ नाम हैं। तो यहाँ मुख्य तौर पर 4 तरह के ही ब्लड ग्रुप होते हैं और उन्हें पॉजिटिव व नेगेटिव में बांटा गया होता (O positive blood group ko kaun blood de sakta hai) है। कहने का अर्थ यह हुआ कि ओ ब्लड ग्रुप की दो श्रेणी होती है जिन्हें हम पॉजिटिव व नेगेटिव के नाम से जानते हैं। ऐसे में किस ब्लड ग्रुप का व्यक्ति किस किसको खून दे सकता है और किस किस से ले सकता है, यह जानना बहुत ही जरुरी हो जाता (O- blood group can donate to which blood group in Hindi) है।

ऐसे में आप एक बात तो पहले ही गाँठ बांधकर रख लें कि आपका ब्लड ग्रुप यदि नेगेटिव है तो आपको किसी भी स्थिति में किसी भी तरह के पॉजिटिव ब्लड ग्रुप का रक्त नहीं चढ़ सकता (O positive blood group kis kisko blood de sakta hai) है। ठीक उसी तरह यदि आपका ब्लड ग्रुप पॉजिटिव है तो आप किसी भी स्थिति में नेगेटिव ब्लड ग्रुप वाले व्यक्ति को रक्त नहीं दे सकते हैं। अब हम आपको विस्तार से बताते हैं कि कौन सा ब्लड ग्रुप किस किस को ब्लड दे सकता है और किस किस से ले सकता (Kaun sa blood group sabko blood de sakta hai) है, चलिए जानते हैं।

  • जिस व्यक्ति का रक्त ओ पॉजिटिव है तो वह किसी भी अन्य पॉजिटिव वाले व्यक्ति को रक्त दे सकता है फिर चाहे वह ए पॉजिटिव हो या बी पॉजिटिव या फिर एबी पॉजिटिव। किन्तु यदि ओ पॉजिटिव वाले को रक्त चाहिए होगा तो वह केवल ओ पॉजिटिव व ओ नेगेटिव वाले का ही रक्त ले सकता है।
  • अब जिस व्यक्ति का रक्त ओ नेगेटिव होता है तो उसका रक्त किसी को भी चढ़ाया जा सकता है तभी ओ नेगेटिव वाले को यूनिवर्सल डोनर कहा जाता है। लेकिन ओ नेगेटिव वाले किसी और का रक्त ले नही सकते हैं केवल ओ नेगेटिव रक्त ही उन्हें चढ़ सकता है।
  • जिस व्यक्ति का रक्त ए पॉजिटिव है तो उसका रक्त ए पॉजिटिव व एबी पॉजिटिव दोनों को ही चढ़ सकता है। वहीं यदि ए पॉजिटिव वाले व्यक्ति को रक्त चाहिए तो वह ए पॉजिटिव, ओ पॉजिटिव, ए नेगेटिव और ओ नेगेटिव का रक्त ले सकता है।
  • अब ए नेगेटिव वाला व्यक्ति अपना रक्त एबी पॉजीटिव, एबी नेगेटिव, ए पॉजिटिव व ए नेगेटिव को दे सकता है। वहीं ए नेगेटिव वाले व्यक्ति को केवल ओ नेगेटिव और ए नेगेटिव रक्त चढ़ाया जा सकता है।
  • जिस व्यक्ति का रक्त बी पॉजिटिव है तो उसका रक्त बी पॉजिटिव व एबी पॉजिटिव दोनों को ही चढ़ सकता है। वहीं यदि बी पॉजिटिव वाले व्यक्ति को रक्त चाहिए तो वह बी पॉजिटिव, ओ पॉजिटिव, ओ नेगेटिव और बी नेगेटिव का रक्त ले सकता है।
  • जिस व्यक्ति का रक्त बी नेगेटिव है वह अपना रक्त बी पॉजिटिव, बी नेगेटिव, एबी पॉजिटिव व एबी नेगेटिव वाले व्यक्ति को दे सकता है। वहीं यदि उसे रक्त चाहिए तो वह केवल ओ नेगेटिव और बी नेगेटिव रक्त ही ले सकता है।
  • अब जिस व्यक्ति का रक्त एबी पॉजिटिव है तो उसका रक्त केवल एबी पॉजिटिव को ही दिया जा सकता है किन्तु यदि उसे रक्त लेना हुआ तो वह किसी भी व्यक्ति का रक्त ले सकता है।
  • जिस व्यक्ति का रक्त एबी नेगेटिव है तो वह केवल एबी पॉजिटिव और एबी नेगेटिव व्यक्ति को ही रक्त दे सकता है। वहीं अगर एबी नेगेटिव व्यक्ति को रक्त चाहिए तो वह सभी नेगेटिव वाले का रक्त ले सकता है। अर्थात् एबी नेगेटिव वाले व्यक्ति को ए नेगेटिव, बी नेगेटिव, एबी नेगेटिव, ओ नेगेटिव का रक्त चढ़ाया जा सकता है।

तो इस तरह से आपने जाना कि जो ओ नेगेटिव ब्लड ग्रुप के व्यक्ति होते हैं, वे किसी भी व्यक्ति को रक्त दे सकते हैं इसीलिए उन्हें यूनिवर्सल डोनर कहते हैं लेकिन उन्हें केवल अपने ब्लड ग्रुप वाले व्यक्ति का ही रक्त चढ़ाया जा सकता है। वहीं दूसरी ओर, जिन लोगों का ब्लड ग्रुप एबी पॉजिटिव होता है तो उनका रक्त केवल समान ब्लड ग्रुप वाले व्यक्ति को चढ़ाया जा सकता है लेकिन यदि रक्त लेने की बात आये तो वे अपने समकक्ष किसी भी व्यक्ति का रक्त ले सकते हैं।

अपना ब्लड ग्रुप कैसे जानें – Related FAQs 

प्रश्न: मुझे कैसे पता चलेगा कि मैं कौन सा ब्लड ग्रुप हूं?

उत्तर: इसके लिए आपको डॉक्टर से या फिर लैब में जाकर परीक्षण करवाना होगा।

प्रश्न: सबसे अच्छा ब्लड ग्रुप कौन सा है?

उत्तर: सबसे अच्छा ब्लड ग्रुप ओ नेगेटिव है जो किसी को भी रक्त दे सकता है।

प्रश्न: भारत में सबसे कम ब्लड ग्रुप कौन सा है?

उत्तर: भारत में सबसे कम ब्लड ग्रुप ओ नेगेटिव पाया जाता है।

प्रश्न: मानव शरीर में कितने ब्लड ग्रुप होते हैं?

उत्तर: मानव शरीर में 8 ब्लड ग्रुप पाए जाते हैं जो 4-4 के समूह के पाए जाते हैं।

तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने जाना कि आप अपना ब्लड ग्रुप कैसे पता कर सकते हो। साथ ही हमने आपको ब्लड ग्रुप के प्रकार कितने हैं और कौन सा ब्लड ग्रुप किस को ब्लड दे सकता है और किससे ले सकता है इसके बारे में भी बताया। आशा है कि जो जानकारी लेने आप इस लेख पर आए थे वह आपको मिल गई होगी।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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