Blue aadhar card kya hota hai: हम सभी का अपना खुद का आधार कार्ड होता है। यह आज के समय में भारत देश में रहने के लिए एक मुख्य पहचान है। हम जहाँ कहीं भी जाते हैं तो वहां सबसे पहले पहचान के तौर पर हमारा आधार कार्ड ही माँगा जाता है। ऐसे में सभी के पास खुद का आधार कार्ड होना बहुत ही जरुरी हो जाता है। अब जब सभी का आधार कार्ड बन रहा है तो इस श्रेणी में बच्चे कैसे छूट सकते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि बच्चों का भी तो आधार कार्ड होना जरुरी होता (Blue aadhar card kya hai) है।
तो उसी के लिए ही एक नया सिस्टम बनाया गया है जिसके तहत बच्चों का भी आधार कार्ड बनाया जाता है। दरअसल शिशु अर्थात छोटे बच्चों के फिंगर प्रिंट नहीं आये होते हैं और ना ही उनकी अन्य बायोमेट्रिक पहचान होती है, साथ ही उनकी शक्ल भी हर दो महीने में बदलती रहती है। ऐसे में उनके लिए पहचान पत्र के रूप में आधार कार्ड बनवाना बहुत ही मुश्किल हो जाता है। इसी समस्या की काट के लिए भारत सरकार की ओर से ब्लू आधार कार्ड का कॉन्सेप्ट अपनाया गया (Blue aadhar card kya hota hai benefits in Hindi) है।
आज के इस लेख में हम आपके साथ इसी ब्लू आधार कार्ड के बारे में बात करने वाले हैं। अब यह ब्लू आधार कार्ड क्या होता है और यह कैसे मिलता है, साथ ही यह सामान्य आधार कार्ड से किस तरह से अलग होता है, यह संपूर्ण जानकारी आपको इसी लेख में मिलेगी, आइये (Blue aadhar card kya hai benefits in Hindi) जाने।
ब्लू आधार कार्ड क्या होता है? (Blue aadhar card kya hota hai)
आप सभी के मन में भी ब्लू आधार कार्ड को लेकर कई तरह के प्रश्न होंगे क्योंकि आपने इससे पहले शायद ही इसके बारे में सुना हो। तो यहाँ हम आपको बता दें कि यह ब्लू आधार कार्ड भी तभी से बन रहा है, जब से सामान्य आधार कार्ड बनाया जा रहा है। बस इसके बारे में ज्यादातर उन लोगों को ही पता होता है, जिनके बच्चे छोटे होते हैं। ऐसे में यदि आपके घर में बच्चे नहीं हैं या छोटे बच्चे नहीं हैं तो अवश्य ही आपको इस ब्लू आधार कार्ड के बारे में जानकारी नहीं (What is blue aadhar card in Hindi) होगी।
तो ब्लू आधार कार्ड एक ऐसा आधार कार्ड होता है जो छोटे बच्चों को पहचान देने के उद्देश्य से बनाया गया होता है। माता पिता अपने बच्चे के जन्म के बाद ही उसके लिए आधार कार्ड बनवाने के लिए भारत सरकार को आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए सभी तरह की जरुरी प्रक्रिया का पालन किया जाना आवश्यक होता है। चूँकि बच्चे के फिंगर प्रिंट व अन्य बायोमेट्रिक पहचान विकसित नहीं होती है और ना ही उसका खुद का कोई जिम्मा होता है तो उस स्थिति में माता या पिता में से किसी एक को अपनी पहचान देनी होती (Blue aadhar card in Hindi) है।
यहाँ हम यह कहना चाह रहे हैं कि यदि किसी बच्चे का आधार कार्ड बनवाना है तो उसके लिए पहचान के तौर पर उसके माता या पिता में से किसी एक को अपने पहचान पत्र वहां जमा करवाने होंगे। इसी के साथ ही ब्लू आधार कार्ड के बायोमेट्रिक के लिए उसके माता या पिता में से ही किसी एक के बायोमेट्रिक लिए जायेंगे। यदि उसके माता या पिता नहीं हैं तो जिस भी व्यक्ति ने उसको गोद लिया हुआ है, वह भी अपने बायोमेट्रिक व पहचान के दम पर उसका ब्लू आधार कार्ड बनवा सकता (Blue aadhar card ke bare mein jankari) है।
जो ब्लू आधार कार्ड होता है, वह बच्चे के जन्म से लेकर 5 वर्ष की आयु तक मान्य होता है। उसके बाद यह ब्लू आधार कार्ड अपने आप ही अमान्य हो जाता है। बच्चे के 5 वर्ष के हो जाने के पश्चात उसका सामान्य आधार कार्ड बनवाया जाना आवश्यक होता है। वह इसलिए क्योंकि उस आयु तक बच्चे के फिंगर प्रिंट सहित अन्य बायोमेट्रिक अपडेट हो चुके होते हैं। हालाँकि यह आधार कार्ड भी उसके बालिग होने तक ही मान्य होता है और उसके बाद उसे व्यस्क का आधार कार्ड बनवाना होता (Blue aadhar card kya hota hai in Hindi) है।
ब्लू आधार कार्ड किसके लिए होता है? (Blue aadhar card kiske liye hota hai)
ब्लू आधार कार्ड को मुख्य तौर पर बच्चों के लिए बनाया जाता है। चूँकि छोटे बच्चों के फिंगर प्रिंट नहीं बने होते हैं तो ऐसे में उन्हें पहचान पत्र देने के उद्देश्य से आधार कार्ड में ही यह एक अलग श्रेणी बनायी गयी है। इस श्रेणी को ही ब्लू आधार कार्ड नाम दिया गया है। इसके तहत जन्म से लेकर 5 वर्ष की आयु तक के बच्चों के लिए ब्लू आधार कार्ड बनवाया जा सकता (Blue aadhar card for children in Hindi) है।
ऐसे में जो बच्चा 5 वर्ष का हो जाता है, तो उसके बाद उसके लिए ब्लू आधार कार्ड अपने आप ही अमान्य हो जाता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि 5 वर्ष की आयु के पश्चात उसके माता पिता या वह स्वयं अपने ब्लू आधार कार्ड को पहचान पत्र के रूप में उपयोग में नहीं ले सकता है। उसके बाद उसे सामान्य आधार कार्ड के लिए आवेदन करना (Blue aadhar card for kids in Hindi) होगा।
ब्लू आधार कार्ड कैसा होता है? (Blue aadhar card kaisa hota hai)
अब आपका अगला प्रश्न यह होगा कि आखिरकार यह ब्लू आधार कार्ड कैसा दिखता है या इसमें क्या कुछ परिवर्तन होता है। तो यहाँ हम आपको बता दें कि यह सामान्य आधार कार्ड की तरह ही होता है और इसमें सभी तरह की वही जानकारी होती है, जो एक सामान्य आधार कार्ड में दी गयी होती है। इसमें बच्चे का नाम, उसकी जन्म तिथि, लिंग, पता, फोन नंबर इत्यादि दिया गया होता है।
हालाँकि इसे सामान्य आधार कार्ड से अलग नाम ब्लू आधार कार्ड इसलिए दिया गया है क्योंकि इसका रंग नीला होता है। वहीं सामान्य आधार कार्ड का रंग सफेद होता है। इस तरह से इस ब्लू आधार कार्ड को अलग रंग देकर इसे सामान्य आधार कार्ड से अलग कर दिया गया है ताकि इसे पहचानने में कोई दिक्कत ना हो।
ब्लू आधार कार्ड के लिए जरुरी डाक्यूमेंट्स (Blue aadhar card ke liye kya kya document chahiye)
ब्लू आधार कार्ड को बनवाने के लिए कुछ डाक्यूमेंट्स की भी जरुरत पड़ती है। यदि आप सोच रहे हैं कि बच्चों का तो कोई डॉक्यूमेंट होता ही नहीं तो आप गलत हैं। दरअसल किसी भी बच्चे का शुरूआती तौर पर जो डॉक्यूमेंट बनता है, वह जन्म प्रमाण पत्र होता है। यही किसी बच्चे की शुरूआती पहचान होती है जो अस्पताल से अनुमति मिलने के बाद तैयार किया जाता (Blue aadhar card document required in Hindi) है।
ऐसे में ब्लू आधार कार्ड को बनवाने के लिए बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र दिया जाना आवश्यक होता है। इसके अलावा उसके माता या पिता में से जो भी बच्चे का ब्लू आधार कार्ड बनवाने जा रहा है, उसे अपना आधार कार्ड सहित अन्य पहचान वहां जमा करवानी होती है। वैसे तो दोनों में से किसी एक के आधार कार्ड से ही काम चल जाता है। इसलिए बच्चों का ब्लू आधार कार्ड बनवाने के लिए बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र और उसके माता या पिता में से किसी एक का आधार कार्ड जरुरी होता है।
अब यदि आप भी अपने बच्चों के लिए ब्लू आधार कार्ड को बनवाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको एक प्रक्रिया का पालन करना होता है। कुछ लोग सोचते हैं कि वे ब्लू आधार कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन कर देंगे क्योंकि आजकल तो सब चीजें ऑनलाइन हो चली (Blue aadhar card kaise banta hai) है। यदि आप ऐसा सोच रहे हैं तो आप गलत हैं क्योंकि चाहे सामान्य आधार कार्ड हो या ब्लू आधार कार्ड, हर किसी के लिए आधार केंद्र पर जाना आवश्यक होता है।
वह इसलिए क्योंकि ब्लू आधार कार्ड को बनवाने के लिए बायोमेट्रिक पहचान जमा करवाने की आवश्यकता होती है। बिना इसके किसी भी तरह का आधार कार्ड नहीं बन सकता है। इसलिए आपके घर के पास का जो भी आधार केंद्र है या जहाँ पर आधार कार्ड से जुड़े काम किये जाते हैं, आप वहां जा सकते हैं। ध्यान रखें कि आप ऊपर बताये गए सभी तरह के दस्तावेजों को अपने साथ लेकर जाएं और बच्चे को भी। कुछ लोग दस्तावेज तो साथ में ले लेते हैं लेकिन बच्चे को ही साथ में ले जाना भूल जाते (Blue aadhar card kaise banega) हैं।
इसी के साथ ही बच्चे का ब्लू आधार कार्ड बनवाने के लिए माता या पिता में से जो भी जा रहा है, वह अपना स्वयं का आधार कार्ड भी साथ लेकर जाए। ऐसा ना हो कि पिता ब्लू आधार कार्ड बनवाने जा रहा है और वह अपना आधार कार्ड ले जाने की बजाये उसकी माँ का आधार कार्ड ले जाता है। अब जब आप आधार केंद्र पहुँच जाएं तो वहां बैठे अधिकारी को बताएं कि आपको अपने बच्चे के लिए ब्लू आधार कार्ड बनवाना है। इसके बाद वह कर्मचारी आपको एक फॉर्म देगा जिसे आपको भरकर देना (Blue aadhar card kaise banate hain) होगा।
यदि आपको कोई समस्या आ रही है तो आप उस अधिकारी की सहायता ले सकते हैं। फॉर्म को भरने के बाद आप बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र और अपने आधार कार्ड की फोटोकॉपी उसे दे दें। इसी के साथ ही उसे ओरिजनल डाक्यूमेंट्स भी दिखाएं। इसके बाद वह अधिकारी आपके बायोमेट्रिक लेगा और सिस्टम में सब जानकारी सेव करेगा। उसके बाद वह बच्चे की एक फोटो भी लेगा ताकि उसे ब्लू आधार कार्ड पर लगाया जा सके। उसके बाद वह आपको घर भेज (Blue aadhar card kaise apply kare) देगा।
ब्लू आधार कार्ड कैसे मिलेगा? (Blue aadhar card kaise milega)
आपने आधार केंद्र पर जाकर अपने बच्चे के ब्लू आधार कार्ड के लिए सब प्रक्रिया पूरी कर ली है तो यह जान लें कि यह ब्लू आधार कार्ड आपको हाथों हाथ ही नहीं मिलता है। इसके लिए आपको कुछ दिनों का इंतज़ार करना होगा। यह सब जानकारी आधार केंद्र के बड़े अधिकारियों के पास जाती है और वे इसे सत्यापित करते हैं। उसके बाद बच्चे का ब्लू आधार कार्ड बनाया जाता है।
इसके बनने के बाद वह आपके पते पर डाक के माध्यम से भेजा जाता है। इस पूरी प्रक्रिया में लगभग एक माह का समय लग सकता है। ऐसे में आपने जब भी ब्लू आधार कार्ड के लिए आवेदन किया है, उसके एक माह के अंदर अंदर आपके घर पर यह पहुँच जाएगा। अब आप इस ब्लू आधार कार्ड को अपने बच्चे की पहचान के तौर पर उपयोग में ले सकते हैं।
ब्लू आधार कार्ड के फायदे (Blue aadhar card ke fayde)
अब हम ब्लू आधार कार्ड क्यों बनवाते हैं या इससे क्या कुछ फायदे देखने को मिलते हैं, उसके बारे में भी जान लेते हैं। वह इसलिए क्योंकि कुछ लोग सोचते हैं कि आखिरकार बच्चों का ब्लू आधार कार्ड या पहचान पत्र बनवाने की क्या ही जरुरत (Blue aadhar card benefits in Hindi) है। तो ऐसे में आइये जाने ब्लू आधार कार्ड को बनवा कर आपको किस किस तरह के फायदे देखने को मिलते हैं।
- सबसे पहला और मुख्य फायदा तो यही होता है कि इस ब्लू आधार कार्ड के जरिये आपके बच्चे की अपनी एक अलग पहचान बनती है। यह उसे अपनी पहचान देगा जो हर जगह मान्य होती है।
- आगे चलकर आप इसी ब्लू आधार कार्ड के जरिये अन्य सरकारी दस्तावेज बनवा सकते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि यही ब्लू आधार कार्ड आपके बच्चे के लिए अन्य सरकारी दस्तावेजों को बनवाने के लिए मुख्य आधार सिद्ध हो सकता (Blue aadhar card ke labh) है।
- आज के समय में 3 वर्ष का बच्चा स्कूल में एडमिशन ले लेता है। उस समय बच्चे की पहचान से जुड़े दस्तावेज मांगे जाते हैं। ऐसे में कुछ बड़े स्कूल बच्चों का ब्लू आधार कार्ड भी मांगते हैं अन्यथा उन्हें वहां प्रवेश नहीं मिलता है। इसलिए स्कूल में दाखिला करवाने के लिए ब्लू आधार कार्ड जरुरी होता है।
- यदि आप आरक्षित वर्ग में आते हैं या भारत सरकार या राज्य सरकार ने बच्चों से संबंधित कोई योजना चला रखी है और आप उसका लाभ लेना चाहते हैं तो उसके लिए आपको अपने बच्चे का ब्लू आधार कार्ड ही दिखाना होता है। इसे दिखाकर आपको सरकारी योजनाओं का संपूर्ण लाभ मिलता है।
- यह ब्लू आधार कार्ड बच्चों की सुरक्षा के लिए भी बहुत आवश्यक होता है। आप कहीं घूमने जाते हैं तो उसके गले में यह ब्लू आधार कार्ड टांग सकते हैं तो वहीं उसके बैग में भी इसे रख सकते हैं। इस तरह से यह उनके लिए सहायक होता है।
एक तरह से ब्लू आधार कार्ड के जरिये बच्चों को एक नहीं बल्कि कई लाभ देखने को मिलते हैं। साथ ही आज के समय में यह बनवाना बहुत ही आवश्यक और महत्वपूर्ण हो गया है। इसलिए यदि आपके भी बच्चे छोटे हैं और आपने अभी तक उनका ब्लू आधार कार्ड नहीं बनवाया है तो आपको बिना देर किये आज ही उसके लिए आवेदन कर देना चाहिए।
ब्लू आधार कार्ड क्या होता है – Related FAQs
प्रश्न: ब्लू आधार कार्ड का क्या उपयोग है?
उत्तर: ब्लू आधार कार्ड को मुख्य तौर पर 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए बनाया जाता है। इसका उपयोग यही है कि यह छोटे बच्चों को भी अपनी एक अलग पहचान देता है।
प्रश्न: मैं अपना ब्लू आधार कार्ड कैसे डाउनलोड कर सकता हूं?
उत्तर: इसके लिए आपको आधार कार्ड की वेबसाइट पर जाना होगा और वहां आपको आधार कार्ड डाउनलोड करने का विकल्प मिल जाएगा। इसके लिए आपको अपने आधार कार्ड का नंबर और मोबाइल पर आये कोड को दर्ज करना होगा।
प्रश्न: आधार कार्ड कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर: मुख्य तौर पर आधार कार्ड दो तरह के होते हैं। इनमें से एक ब्लू अधर कार्ड होता है जो 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों का बनता है तो एक सामान्य आधार कार्ड होता है जो बड़ों का बनता है।
प्रश्न: बाल आधार कार्ड बनने में कितना समय लगता है?
उत्तर: बाल आधार कार्ड बनने में लगभग एक माह का समय लगता है। ऐसे में जब आप इसके लिए आवेदन करते हैं तो उसके एक माह के अंदर अंदर वह आपके घर आ जाता है।
तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने जाना कि ब्लू आधार कार्ड क्या होता है। साथ ही आपने ब्लू आधार कार्ड से संबंधित अन्य जानकारी भी इस लेख के माध्यम से एकत्रित की है जैसे कि ब्लू आधार कार्ड किसके लिए होता है कैसा होता है कैसे बनवाया जाता है और इसके फायदे क्या कुछ हैं इत्यादि। आशा है कि जो जानकारी लेने के लिए आप इस लेख पर आए थे वह आपको मिल गई होगी। फिर भी यदि कोई शंका आपके मन में शेष है तो आप हम से नीचे कॉमेंट करके पूछ सकते हैं।