ब्रोकर किसे कहते हैं? | ब्रोकर बनने के लिए क्या करे? | Broker kise kahate hain

|| ब्रोकर किसे कहते हैं? | Broker kise kahate hain | Share market broker kaise bane | Broker kisse bolte hain | ब्रोकर कौन होता है? | Stock broker kaun hota hai | ब्रोकर को हिंदी में क्या कहते हैं? | ब्रोकर कैसे बनते हैं? | ब्रोकर कंपनियों के नाम ||

Broker kise kahate hain :– जब भी कोई व्यक्ति शेयर बाजार में निवेश कर रहा होता है या किसी कंपनी के शेयर्स को खरीदने व बेचने का काम कर रहा होता है तो उस समय ब्रोकर की भूमिका बहुत अहम होती है। वह इसलिए क्योंकि कोई भी व्यक्ति जो शेयर बाजार में पैसा निवेश कर रहा है, वह शेयर को खरीदने व बेचने का काम सीधे कंपनी से संपर्क करके या उनके माध्यम से नहीं कर सकता है। इसी कारण शेयर बाजार में ब्रोकर की भूमिका बहुत अहम हो जाती (Broker kisse bolte hain) है।

अब आप लोग सोच रहे होंगे कि यह ब्रोकर कौन होता है और इसका मुख्य काम क्या होता है। क्या इसका कंपनी से कोई संबंध होता है या फिर यह शेयर बाजार में अलग काम करता है इत्यादि। इनके अलावा भी कई तरह के प्रश्न आपके दिमाग में चल रहे होंगे तो उन सभी प्रश्नों का उत्तर इस लेख के माध्यम से आज आपको मिलने वाला (Share market broker kaise bane) है।

आज के इस लेख को पढ़कर आप यह जान पाने में सक्षम होंगे कि आखिरकार एक ब्रोकर कौन होता है व ब्रोकर किसे कहते हैं। साथ ही ब्रोकर का क्या काम होता है और वह किस तरह से पैसे कमाने का कार्य करता है। आइये जाने ब्रोकर के बारे में सब कुछ शुरू से लेकर अंत (How to become a stock broker in Hindi) तक।

ब्रोकर किसे कहते हैं? (Broker kise kahate hain)

सबसे पहले इस प्रश्न का उत्तर जान लेते हैं कि किसे ब्रोकर कहा जाता है या फिर वह कौन हो सकता है। तो एक ब्रोकर वह व्यक्ति, संस्था, फर्म या कंपनी होती है जो शेयर बाजार में काम कर रही कंपनियों और उनके खरीददार के बीच की भूमिका को निभाती है। एक तरह से ब्रोकर उसे कहा जाता है जो दोनों के बीच में मीडिएटर की भूमिका निभाता (Stock broker kya hota hai) है।

ब्रोकर किसे कहते हैं ब्रोकर बनने के लिए क्या करे Broker kise kahate hain

इसके लिए वह ब्रोकर ही उस कंपनी के शेयर को खरीदने या बिकवाने में सहायता करता है। अब मान लीजिये कि आपको किसी कंपनी का शेयर खरीदना है या बेचना है तो आप इसके लिए उस कंपनी से संपर्क नहीं करेंगे बल्कि आप इसके लिए ब्रोकर से संपर्क करेंगे। अब वही ब्रोकर ही आपको उस कंपनी के शेयर खरीदने या बेचने में मदद करेगा। इस तरह से ब्रोकर उस व्यक्ति को कहा जाएगा जो किसी कंपनी के शेयर को खरीदवाने या बिकवाने में ग्राहकों की सहायता कर रहा होता (Stock broker in Hindi) है।

ब्रोकर कौन होता है? (Stock broker kaun hota hai)

ब्रोकर किसे कहते हैं, यह जानने के बाद अगला प्रश्न यह उठता है कि ब्रोकर होता कौन है। तो यहाँ जानने वाली बात यह है कि यह कोई व्यक्ति भी हो सकता है जो निजी रूप से कंपनियों के शेयर को खरीदवाने या बिकवाने का काम कर रहा होता है तो वह एक फर्म या संस्था भी हो सकती है जो इस तरह का काम कर रही होती है। कहने का अर्थ यह हुआ कि ब्रोकर के रूप में व्यक्ति से लेकर व्यक्तियों का समूह या कंपनी या फर्म काम कर रही होती है।

अब आप कई तरह की ऐप या वेबसाइट के माध्यम से शेयर्स को खरीदने या बेचने का काम कर रहे होते हैं, वह भी तो फर्म या कंपनी के रूप में ब्रोकर का ही काम कर रही होती है। इन्हें हम भारत देश की प्रसिद्ध ब्रोकर कंपनियां कह सकते हैं जो इस तरह का काम करती है और शेयर मार्केट के जरिये पैसे कमाती हैं। तो इस तरह से कहा जाए तो ब्रोकर कोई भी हो सकता है लेकिन उसे पहले स्टॉक मार्केट में अपने आप को पंजीकृत करवाना होगा।

ब्रोकर को हिंदी में क्या कहते हैं? (Broker meaning in Hindi)

अब आपका अगला प्रश्न यह होगा कि आखिरकार इस ब्रोकर को हिंदी भाषा में क्या कहा जा सकता है। तो यहाँ हम आपको बता दें कि ब्रोकर को हिंदी में दलाल कह दिया जाता है। दूसरे शब्दों में हम ब्रोकर को बिचौलिया भी कह सकते हैं। इस तरह से हिंदी भाषा में ब्रोकर के दो नाम होते हैं जो दलाल या बिचौलिया के रूप में बोले जाते (Stock broker in Hindi) हैं।

तो इस तरह से यदि कोई शेयर बाजार में या स्टॉक मार्केट में ब्रोकर का काम कर रहा होता है तो हम उसे शेयर को खरीदवाने या बिकवाने वाला दलाल या बिचौलिया कह कर संबोधित कर सकते हैं। हालाँकि आज के समय में उनके लिए मुख्य तौर पर ब्रोकर शब्द का ही इस्तेमाल किया जाता है।

ब्रोकर कैसे बनते हैं? (Stock broker kaise bane)

अब आपको यह भी जानना होगा कि आखिरकार कोई व्यक्ति या फर्म ब्रोकर कैसे बनती है। क्या कोई भी व्यक्ति बिना किसी प्रक्रिया के तहत ब्रोकर का काम कर सकता है या इसके लिए भी किसी प्रक्रिया का पालन करना होता है। तो यहाँ हम आपको बता दें कि यदि किसी व्यक्ति या फर्म को ब्रोकर का काम करना है और वह भी मुख्यतया स्टॉक मार्केट में तो इसके लिए उसे किसी एक स्टॉक मार्केट में अपने आप को पंजीकृत करवाना (Stock market me broker kaise bane) होगा।

अब भारत देश में मुख्य तौर पर दो तरह की स्टॉक मार्केट काम करती है जिन्हें हम BSE व NSE के नाम से जानते हैं। तो कुछ ब्रोकर ऐसे होते हैं जिनका दोनों में ही पंजीकरण करवाया हुआ होता है तो कोई कोई किसी एक मार्केट के लिए ही काम करते हैं। तो यदि आप स्टॉक मार्केट में ब्रोकर का काम करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको इन दोनों में से किसी एक या दोनों में ही ब्रोकर के रूप में पंजीकरण करवाना होगा। इसके बाद आप ब्रोकर का काम शुरू कर सकते (Broker kaise bante hai) हैं।

ब्रोकर कैसे काम करता है? (Stock broker kaise kaam karta hai)

अब जब आपने ब्रोकर की परिभाषा सहित उसके बारे में अन्य महत्वपूर्ण जानकारी ले ली है तो अब प्रश्न यह उठता है कि ब्रोकर काम कैसे करता होगा। तो यदि आपने किसी एक शेयर मार्केट में ब्रोकर के रूप में पंजीकरण करवा लिया है तो इसका अर्थ हुआ कि आपको उस शेयर मार्केट के अंतर्गत आने वाली हर शेयर कंपनी को खरीदने व बेचने का अधिकार मिल गया है।

तो ऐसे में आपको अपने लिए ग्राहक ढूंढने होंगे अर्थात ऐसे लोग जो शेयर्स को खरीदने या बेचने का काम करते हैं। इसे दूसरे शब्दों में कहा जाए तो ऐसे लोग जो शेयर बाजार में निवेश करते हैं। ये आपके क्लाइंट या ग्राहक होंगे और आपको उनकी इच्छा के अनुसार शेयर को खरीद कर उन्हें देना होगा या उनके द्वारा ख़रीदे गए शेयर्स को बेचना होगा। इसी के साथ ही आपको उन्हें शेयर्स को खरीदने या बेचने पर अपनी राय भी देनी होगी ताकि वे आपके यहाँ से ही ब्रोकर का काम ले सके।

ब्रोकर पैसे कैसे कमाता है?

अब आपने यह तो जान लिया कि ब्रोकर के रूप में काम कैसे किया जाता है लेकिन अभी तक मुख्य विषय की बात तो हुई ही नहीं और वह विषय यह है कि ब्रोकर के रूप में कोई व्यक्ति या फर्म पैसे कैसे कमा रही होती है। तो यहाँ इस प्रश्न का उत्तर है प्रत्येक शेयर को खरीदने या बिकवाने पर ब्रोकर को मिलने वाला कमीशन। अभी भी यदि आप समझे नहीं हैं तो हम इसे सरल शब्दों में आपको समझा देते हैं।

दरअसल आप जब भी किसी ग्राहक के लिए शेयर्स को खरीदने या बेचने का काम करते हैं तो प्रत्येक शेयर की खरीदी या बिक्री पर एक फिक्स कमीशन ब्रोकर को मिलता है जो पूर्णतया आपका ही होगा। इस तरह से आपके यहाँ से जितने ज्यादा और बड़े शेयर की खरीदी या बिक्री हो रही है, उसका कमीशन वैसे वैसे ही आपका बनता चला जाएगा। इस तरह से एक ब्रोकर पैसे कमा रहा होता है।

ब्रोकर कंपनियों के नाम (Stock market brokers list in Hindi)

ब्रोकर के बारे में इतना सब कुछ जानने के साथ साथ यह भी जान लिया जाए कि भारत देश में काम कर रही कुछ प्रसिद्ध ब्रोकर कंपनियां या फर्म कौन कौन सी हैं तो आपको इसका क्लियर आईडिया हो जाएगा। इनमे से कई के नाम तो आपने सुने भी होंगे या उनकी सहायता से शेयर्स को खरीदने या बेचने का काम किया होगा या अभी भी आप उनका उपयोग करते होंगे।

ऐसे में भारत देश में काम कर रही कुछ मुख्य ब्रोकर कंपनियां व फर्म के नाम हैं:

  • Zerodha
  • Angel One
  • Upstox
  • Kotak Securities
  • Motilal Oswal
  • HDFC Securities
  • SBI Cap Securities
  • ICICI Direct
  • Wisdom Capital
  • Karvy
  • 5paisa
  • Navia Markets
  • Religare
  • NJ Wealth

इनके अलावा भी कई तरह की कंपनियां व फर्म खुल चुकी है जो भारत देश में ब्रोकर का काम कर रही है। ऊपर जो भी ब्रोकर कंपनियों के नाम हमने आपको बताये हैं, वह भारत देश में बहुत प्रसिद्ध हैं और अधिकतर लोग उनके माध्यम से ही शेयर्स को खरीदने या बेचने का काम करते हैं।

ब्रोकर किसे कहते हैं – Related FAQs 

प्रश्न: ब्रोकर का क्या काम होता है?

उत्तर: ब्रोकर को हम बिचौलिया भी कहते हैं शेयर बाजार में ब्रोकर का काम शेयर कंपनियों और शेयर पर निवेश करने वाले ग्राहकों के बीच मीडिएटर की भूमिका निभाना होता है।

प्रश्न: शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है?

उत्तर: शेयर मार्केट में ब्रोकर के बारे में प्रत्येक जानकारी आपको ऊपर के लेख में पढ़ने को मिलेगी।

प्रश्न: ब्रोकर कैसे बनते हैं?

उत्तर: ब्रोकर बनने के लिए स्टॉक मार्केट में पंजीकृत होना अनिवार्य है।

प्रश्न: इंडिया का नंबर वन ब्रोकर कौन सा है?

उत्तर: इंडिया का नंबर वन ब्रोकर जेरोधा है।

तो इस तरह से आपने इस लेख के माध्यम से ब्रोकर के बारे में संपूर्ण जानकारी हासिल कर ली है ब्रोकर कौन होता है ब्रोकर कैसे बनते हैं ब्रोकर काम कैसे करता है और कमाता कैसे है। साथ ही हमने कुछ ब्रोकर कंपनियों के नाम भी आपको बताएं।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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