BSE क्या है? | BSE के कार्य, स्थापना, चैयरमेन व इसका मुख्यालय कहाँ है? | What is BSE in Hindi

BSE क्या है? | What is BSE in Hindi | BSE के कार्य | BSE के चेयरमैन कौन है? | BSE की वेबसाइट का लिंक | BSE की स्थापना कब हुई थी? | What does BSE mean in stocks in Hindi ||

What is BSE in Hindi :- क्या आप जानते हैं कि BSE क्या होता है और इसके अंदर कौन-कौन सी कम्पनियाँ शामिल है? क्या आप जानते हैं कि शेयर बाजार में BSE का कितना बड़ा योगदान है और इसके बिना कुछ भी होना नामुमकिन है? अगर आप BSE के बारे में अच्छे से जानना चाहते है तो आपको हमारा आज का यह आर्टिकल अवश्य पढ़ना (What is BSE in share market in Hindi) चाहिए। आज हम आपको BSE के बारे में हर एक चीज़ बताएंगे ताकि आप को शेयर बाजार की बहुत अच्छे से जानकारी हो जाये और भविष्य में कभी कोई अगर आपसे पूछे कि आपको शेयर बाजार के बारे में क्या पता है तो आप इसके बारे में अच्छे से बता सके।

अगर आप शेयर बाजार में रूचि रखते है तो सबसे पहले आपको बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानि कि (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के बारे में अच्छे से पता होना चाहिए। आज के आर्टिकल में हम आपको BSE के बारे में बताएंगे और साथ ही आपको यह भी बताएंगे कि यह क्या काम (BSE kya hai) करता है। BSE के बारे में जानकारी पाने के लिए आप हमारे नीचे दिए गए आर्टिकल को अच्छे से पढ़े।

BSE क्या है? (What is BSE in Hindi)

बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानि कि BSE भारत का सबसे बड़ा और पहला स्टॉक एक्सचेंज जो हमारे शेयर खरीदने और बेचने की सारी गतिविधियों पर ध्यान रखता है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना साल 1875 में नेटिव शेयर एंड स्टॉक ब्रोकरस एसोसिएशन के नाम पर की गयी थी। शेयर बाजार में जो भी कंपनी ट्रेड करती है वो या तो BSE पर रजिस्टर्ड (BSE full form in Hindi) होती है, या फिर NSE पर और ऐसा भी हो सकता है जिसमे कोई कंपनी दोनों ही स्टॉक एक्सचैंज पर रजिस्टर्ड हो। जिस तरह अमेरिका का स्टॉक एक्सचेंज NASDAQ, जापान देश का जापान एक्सचेंज ग्रुप, शंघाई स्टॉक एक्सचेंज आदि है उसी प्रकार BSE भारत का स्टॉक एक्सचेंज है।

BSE क्या है BSE के कार्य, स्थापना, चैयरमेन व इसका मुख्यालय कहाँ है What is BSE in Hindi

BSE भारत के शेयर बाजार में बाजार की सारी गतिविधियों पर ध्यान रखता है। अगर आप कोई शेयर खरीद रहे है या फिर बेच रहे है, यह कार्य आप केवल या तो BSE से या फिर NSE से ही कर सकते है। BSE निवेशकों के लिए ट्रेडिंग करने का माध्यम है। BSE के ज़रिये निवेशक इक्विटी, डेब्ट, करेंसी, डेरीवेटिव, डेब्ट इंस्ट्रूमेंट, और म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश कर सकते है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का हेडक्वार्टर दलाल स्ट्रीट, मुंबई में स्थित है। यह एक्सचेंज प्रेमचंद रॉयचंद द्वारा शुरू किया गया (BSE full form) था।

BSE दुनियाभर में सबसे बड़े स्टॉक एक्सचैंजेस की लिस्ट में 10वें स्थान पर आता है और मार्केट कैपिटलाइजेशन के हिसाब से यह 8वें नंबर पर आता है। इसकी मार्केट कैपिटलाइजेशन जनवरी 2022 तक 276.713 लाख करोड़ रूपए थी। भारत में कुल 7400 कंपनियां लिस्टिड है जिनमे से करीब 4000 ही या तो BSE पर या फिर NSE पर लिस्टिड (What is BSE in Hindi) है। इससे यह पता चलता है कि भारत में केवल 4% ही कम्पनिया शेयर बाजार के माध्यम से भारत की इकॉनमी में अपना योगदान दे रही है। 

BSE के बारे में जानकारी (What is BSE and how it works?)

जिस तरह BSE और NSE शेयर बाजार के एक्सचेंज है उसी तरह सेंसेक्स BSE का और निफ़्टी NSE का बेंचमार्क इंडेक्स है जो की शेयर बाजार में होने वाली सारी गतिविधियों के कारण बढ़ता और गिरता (BSE ke bare mein jankari) है। यह दोनों इंडेक्स ही शेयर बाजार की हालत बताते है। मान लीजिये अगर आज सेंसेक्स 1000 रुपय ऊपर है तो बाजार में लगभग सभी कम्पनियों के शेयर ऊपर ही होंगे और अगर सेंसेक्स 1000 रूपए नीचे है तो बाजार में सारे शेयर गिरावट में ही दिखाई देंगे। सेंसेक्स बाजार की छोटी बड़ी खबरों से चढ़ता और गिरता है। BSE में भारत की 30 बड़ी कंपनियां शामिल है जिनसे पूरी मार्केट का मूवमेंट चलता है।

जब BSE की स्थापना की गयी थी तब उसका नाम द नेटिव स्टॉक ब्रोकर्स एसोसिएशन रखा गया था जिसको बाद में बदलकर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज कर दिया गया। पहले के समय में कुछ भी कंप्यूटराइज्ड नहीं था तब उस समय ख़रीदे हुए या बेचे हुए शेयर्स के दस्तावेज़ डाक के ज़रिये निवेशकों तक पहुँचाये जाते थे जिसमे कम से कम 6 महीनो का समय लग जाया करता (BSE ke bare mein bataye) था। इतना ज़्यादा समय लगने से दिक्कत होने के कारण SEBI की स्थापना की गयी जो कि अमेरिका के नियमो के अनुसार बनाया गया था। इसके साथ ही NSE की स्थापना भी की गयी जिसके बाद सब कुछ कंप्यूटराइज्ड हो गया।

आज के समय में BSE की गिनती केवल भारत में ही नहीं बल्कि विश्व के बड़े स्टॉक एक्सचेंज में की जाती है। इसके अंदर 5000 से भी ज़्यादा कम्पनिया लिस्टिड है। जो भी कंपनी अपना आईपीओ लेकर आती है उसे सबसे पहले BSE और NSE में लिस्ट होना पड़ता है तब ही वह कंपनी शेयर बाजार में अपना शेयर ला सकती है और पैसा इकठ्ठा कर सकती है।

BSE का मुख्यालय कहां है?

अब यदि हम BSE के हेड ऑफिस की बात करे तो इसका अनुमान आप इसकी फुल फॉर्म से ही लगा सकते हैं कि यह कहां होगा। तो क्या कहां आपने? बॉम्बे!! जी हां, सही उत्तर किंतु अब इस शहर का नाम बॉम्बे ना होकर मुंबई है। बॉम्बे नाम अंग्रेजों ने रखा था जबकि मुंबई नाम मुम्बा देवी के नाम पर है। कई वर्ष पहले ही बॉम्बे का नाम बदल कर आधिकारिक रूप से मुंबई कर दिया गया था।

BSE की स्थापना कब हुई थी?

BSE की स्थापना वर्ष की बात की जाए तो यह देश की आजादी से भी बहुत पहले शुरू हो चुका था। कहने का अर्थ यह हुआ कि जब हमारा देश आजाद भी नहीं हुआ था, उससे बहुत वर्ष पहले ही BSE की शुरूआत हो चुकी थी। तो BSE की स्थापना आज से लगभग 147 वर्ष पहले ही 9 जुलाई 1875 को हो गयी थी। उस समय कई भारतीय कंपनियां शुरू हो चुकी थी जो देश सहित विदेशों में अपना व्यापार फैला रही थी। ऐसे में उन कंपनियों के द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र से पैसा उठाने के लिए और व्यापार को बढ़ावा देने के लिए BSE की स्थापना की गयी थी।

BSE के चेयरमैन कौन है?

BSE का चेयरमैन बहुत ही महत्वपूर्ण व्यक्ति होता है क्योंकि वही तय करता है कि इसमें कौन सी कंपनी कब लिस्ट होगी और किस तरह से वह इसमें काम करेगी। एक तरह से वह भारत के सभी कंपनियों सहित विदेश की कंपनियों के भारत देश में बेचे जा सकने वाले शये को नियंत्रित व प्रबंधित करता है। तो वर्तमान समय में BSE के चेयरमैन एस एस मुंद्रा जी है। उन्हीं के द्वारा ही BSE को सभी दिशा निर्देश जारी किये जाते हैं।

BSE की वेबसाइट का लिंक

यदि आपको BSE के अंतर्गत सभी तरह के शेयर की सूची और उनके बारे में अन्य जानकारी चाहिए तो आप बस एक क्लिक में ही वह सब जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए आपको BSE की वेबसाइट पर जाना होगा और वहां जाकर आपको सब जानकारी मिल जाएगी। ऐसे में BSE की वेबसाइट का लिंक https://hindi.bseindia.com/ है। इस पर क्लिक करते ही आपको BSE के तहत पंजीकृत सभी तरह के शेयर और उनके अभी के मूल्य सहित इतिहास की पूरी जानकारी मिल जाएगी।

BSE का काम क्या है? (What does BSE mean in stocks in Hindi)

अब तक हमने आपको बताया कि BSE क्या होता है, इसकी स्थापना कब हुई और इसके बारे में अन्य जानकारी भी आपको दी। अब हम आपको इसके काम के बारे में बताएंगे जिससे आपको इसके बारे में और अच्छे से पता चलेगा।

1995 में BSE ओपन फ्लोर से इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग में बदला गया था जिससे निवेशकों को बहुत फायदा हुआ और वे ऑनलाइन कोई भी शेयर कभी भी बेच और खरीदने लगे जो की पहले नहीं होता था। ऑनलाइन शेयर्स खरीदने और बेचने से सारा काम बहुत आसान हो गया और गलतियां भी ना के बराबर होने लगी। जबकि पहले शेयर खरीदने और बेचने में बहुत समय लग जाता था परंतु अब ऐसा नहीं है। अब स्थिति काफी अलग है। अब आप घर बैठे ही बहुत ही आसानी से शेयर्स को खरीद और बेच सकते है और वो भी कुछ ही सेकण्ड्स में। 

BSE में ट्रेडिंग करने के बहुत सारे विकल्प निवेशकों के पास उपलब्ध होते है जिनमे स्टॉक, स्टॉक फ्यूचर, स्टॉक ऑप्शन, इटीएफ, इंडेक्स ऑप्शन, वीकली ऑप्शंस, आदि शामिल है। BSE में कुल 12 सेक्टर्स शामिल है जैसे कि आईटी सेक्टर, ऑटोमोबाइल सेक्टर, एफएमसीजी सेक्टर, फार्मा सेक्टर, बैंक सेक्टर आदि। BSE के इंडेक्स सेंसेक्स को BSE 30 भी कहा जाता है जिसकी मूवमेंट के ऊपर भारत के शेयर बाजार के लगभग सारे शेयर्स निर्भर करते है।

BSE क्या है इन हिंदी – Related FAQs 

प्रश्न: BSE क्या है?

उत्तर: BSE भारत का सबसे बड़ा और पहला एक्सचेंज जो कि शेयर खरीदने और बेचने की सारी गतिविधियों पर ध्यान रखता है। 

प्रश्न: BSE की स्थापना कब की गयी थी?

उत्तर: BSE की स्थापना साल 1875 में नेटिव शेयर एंड स्टॉक ब्रोकरस एसोसिएशन के नाम पर की गयी थी। 

प्रश्न: बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में कितनी कंपनी है?

उत्तर: बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में लगभग 6000 कम्पनिया लिस्टिड है। इन कंपनियों के शेयर्स आप ऑनलाइन खरीद और बेच कर ट्रेडिंग कर सकते है।

प्रश्न: भारत का सबसे पुराना स्टॉक मार्केट कौन सा है?

उत्तर: बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज भारत का सबसे पुराना शेयर बाजार है। इसके बाद नेशनल स्टॉक एक्सचेंज आता है जो भारत का दूसरा बड़ा स्टॉक मार्केट है।

प्रश्न: भारत में शेयर मार्केट की स्थापना कब हुई?

उत्तर: बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना साल 1875 में नेटिव शेयर एंड स्टॉक ब्रोकरस एसोसिएशन के नाम पर की गयी थी।

तो इस तरह से आज के इस लेख के माध्यम से आपको देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज मार्किट BSE के बारे में जानने को मिला। वर्तमान समय में BSE के तहत लगभग 5.5 हज़ार से भी ज्यादा कंपनियां लिस्टेड है जिनकी BSE में हिस्सेदारी 300 लाख करोड़ के आसपास है।

शेफाली बंसल
शेफाली बंसल
इनको लिखने में काफी रूचि है। इन्होने महिलाओं की सोशल मीडिया ऐप व वेबसाइट आधारित कंपनी शिरोस में कार्य किया। अभी वह स्वतंत्र रूप में लेखन कार्य कर रहीं हैं। इनके लेख कई दैनिक अख़बार और पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं।
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