सीए कैसे बने? | योग्यता, परीक्षा व आवेदन प्रक्रिया | CA kaise bane

|| सीए कैसे बने? | CA kaise bane | CA kaise bane after 12th in Hindi | CA banne ka pura process | CA banne ke liye subject | बारहवीं के बाद सीए के कोर्स के लिए आवेदन करें | CA banne ke liye eligibility | CA में कितने पेपर होते हैं? | CA banne ke liye kya kare ||

CA kaise bane :– कुछ लोग किसी क्षेत्र में अपना करियर बनाना चुनते हैं तो कुछ लोग किसी अन्य क्षेत्र में। अब इनमें से जो लोग सीए बनना चाहते हैं उनका भविष्य सुनहरा ही होता है क्योंकि हर दिन के साथ बेहतर सीए की मांग बढ़ती ही जा रही है। वह इसलिए क्योंकि आज के समय में इतनी बड़ी बड़ी कंपनियां, बिज़नेस इत्यादि खुल चुके हैं कि उन्हें अपना वित्तीय लेखा जोखा संभालने के लिए सीए को काम पर रखना होता है। उनका यह सब काम सीए ही करके देता (CA kaise bane after 12th in Hindi) है।

इतना ही नहीं जो लोग भारत देश में काम कर रहे हैं फिर चाहे वह सरकारी नौकरी करते हो या निजी नौकरी या किसी तरह का बिज़नेस करते हो, उन्हें हर वित्तीय वर्ष के अंत में भारत सरकार के वित्तीय विभाग को अपनी कमाई का पूरा ब्यौरा देना होता है। अब यह काम बहुत ही पेचीदा होता है और इसी काम को ही सरल बना देता है एक सीए जिसे हम चार्टेड अकाउंटेंट भी कह देते हैं। साथ ही यह चार्टेड अकाउंटेंट लोगों का कर बचाने में भी बहुत सहयोग करता है और सभी के बहुत काम आता (CA banne ke liye kya kare) है।

ऐसे में किसी को भी सीए की महत्ता बताने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि यह एक बहुत ही बड़ा व प्रोफेशनल काम होता है। ऐसे में यदि आप भी सीए बनने के इच्छुक हैं और इस दिशा में प्रयासरत हैं तो आज का यह लेख इसी विषय के ऊपर ही लिखा गया है। आज के इस लेख को पढ़ कर आपको यह जानने को मिलेगा कि आखिरकार किस तरह की प्रक्रिया का पालन करते हुए आप भी एक बेहतर सीए बन सकते (CA banne ka pura process) हैं।

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सीए कैसे बने? (CA kaise bane)

सीए बनना कोई सरल काम नहीं होता है और ना ही यह कुछ वर्षों में बना जा सकता है। इसके साथ ही सीए की डिग्री को कोई कॉलेज नहीं करवाता है और ना ही इसके लिए किसी यूनिवर्सिटी इत्यादि में पढ़ाई करवाई जाती है। यह पूर्ण रूप से व्यक्ति के द्वारा खुद से की जा रही पढ़ाई और सीए के एग्जाम में पास होने पर ही निर्भर करता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि जो भी व्यक्ति सीए बनने का इच्छुक है उसे खुद से ही पूरी पढ़ाई करके सीए का एग्जाम पास करना होता (CA kaise bante hai) है.

सीए कैसे बने? | योग्यता, परीक्षा व आवेदन प्रक्रिया | CA kaise bane

तो अब इसके लिए किस तरह की प्रक्रिया अपनाई जाती है और उसके लिए आपको कब से तैयारी शुरू कर देनी चाहिए, अवश्य ही आपको इसके बारे में जानना होगा। तो अब के इस लेख में हम आपके सामने क्रमानुसार चार्टेड अकाउंटेंट बनने की पूरी प्रक्रिया रखने जा रहे हैं ताकि आपके मन में किसी तरह की उलझन की स्थिति ना (CA banne ke liye subject) बने। आइए जाने चार्टेड अकाउंटेंट बनने के लिए आपको अभी से ही क्या कुछ मेहनत करनी होगी।

दसवीं के बाद ले कॉमर्स विषय

यदि आपको सीए बनना है तो आपको अपनी दसवीं कक्षा के बाद से ही सतर्क हो जाना होगा क्योंकि उसके बाद आप अपनी पसंद के अनुसार कोई भी स्ट्रीम नहीं ले सकते हैं। जो भी छात्र आगे चल कर सीए या चार्टेड अकाउंटेंट बनना चाहता है तो उसके लिए उसे अपनी दसवीं कक्षा को अच्छे अंकों के साथ ना केवल पास करना होता है बल्कि इसके बाद 11 वीं कक्षा के अंदर कॉमर्स विषय का चुनाव करना होता है।

आपके पास दसवीं कक्षा के बाद स्ट्रीम के रूप में कई विकल्प होंगे जैसे कि नॉन मेडिकल, मेडिकल, आर्ट्स इत्यादि लेकिन आपको इनमे से कॉमर्स का ही चुनाव करना होगा। सीए बनने के लिए अपनी 11 वीं व 12 वीं कक्षा की पढ़ाई को कॉमर्स से किए जाने से आपको बहुत लाभ होता है।

बारहवीं में लाये न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक

अब जब आपने दसवीं के बाद कॉमर्स विषय का चुनाव कर लिया है तो अगले दो वर्ष तक आपको इसी में ही पढ़ाई करनी होगी। किंतु इसी के साथ साथ आपको यह भी ध्यान रखना है कि आपके दोनों ही कक्षाओं में अच्छे अंक आने चाहिए क्योंकि इसी पर ही आपका आगे का भविष्य निर्भर करने वाला है। सबसे ज्यादा जरुरी तो बारहवीं कक्षा में मिले अंक होते हैं क्योंकि इसके लिए कम से कम अंकों की पात्रता 50 प्रतिशत रखी गयी है।

कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आपके बारहवीं कक्षा में कॉमर्स स्ट्रीम में 50 प्रतिशत से कम अंक आते हैं तो आप चार्टेड अकाउंटेंट की परीक्षा में नहीं बैठ सकते हैं। अब यदि आप चार्टेड अकाउंटेंट की परीक्षा में ही नहीं बैठ पाएंगे तो कैसे ही आप सीए बन सकते हैं। इसलिए यह बहुत ही ज्यादा जरुरी हो जाता है कि आपके बारहवीं कक्षा में न्यूनतम अंक 50 प्रतिशत (CA banne ke liye eligibility) हो।

बारहवीं के बाद सीए के कोर्स के लिए आवेदन करें

जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि यदि आपको चार्टेड अकाउंटेंट बनना है तो उसके लिए कोई कॉलेज या यूनिवर्सिटी में पढ़ने नहीं जाना होता है बल्कि इसकी पढ़ाई तो घर पर रह कर ही सेल्फ स्टडी के रूप में करनी होती है। यह एक तरह से परीक्षा ही होती है जो हर वर्ष आयोजित करवाई जाती है और जिसके कई चरण होते हैं। जो भी व्यक्ति चार्टेड अकाउंटेंट बनना चाहता है उसे चरण दर चरण इन परीक्षाओं को पास करना होता है और उसके बाद वह सीए बन जाता है।

तो इसके लिए जरुरी है कि आप बारहवीं पूरी करने के बाद या उससे पहले ही चार्टेड अकाउंटेंट के कोर्स को करने के लिए और उसकी परीक्षा को देने के लिए अपना आवेदन दे दें। आप चाहे तो अपनी कोई प्रोफेशनल डिग्री करते हुए भी सीए का कोर्स कर सकते हैं। बहुत से ऐसे छात्र जो सीए की तैयारी कर रहे होते हैं वे इसके साथ साथ बीकॉम की डिग्री भी ले रहे होते हैं। इसलिए यह पूर्ण रूप से आप पर ही निर्भर करता है कि आप किस तरह से चार्टेड अकाउंटेंट बनना चाहते हैं।

सीए का फाउंडेशन कोर्स व परीक्षा पास करें (CA foundation ki taiyari kaise kare)

अब जब आप बारहवीं के बाद चार्टेड अकाउंटेंट बनने के लिए उसके कोर्स में आवेदन कर देते हैं तो उसके कुछ महीनो के बाद आपकी फाउंडेशन कोर्स की परीक्षा आयोजित करवाई जाएगी जो सीए बनने की दिशा में पहला चरण माना जाता है। सामान्य तौर पर यह 4 महीने बाद आयोजित करवाई जाती है और इसका परिणाम आने में 2 महीने का समय लगता है। इसके लिए आपको फाउंडेशन कोर्स का पूरा सिलेबस पहले ही मिल जाएगा जिसकी पढ़ाई आपको इन 4 महीनो के अंतराल में करनी होगी।

पहले इस कोर्स या परीक्षा को सीपीटी के नाम से भी जाना जाता था लेकिन वर्तमान समय में यह फाउंडेशन कोर्स के नाम से ही प्रसिद्ध है। इसमें आपसे 4 अलग अलग विषयों पर प्रश्न पूछे जाएंगे और उनके एग्जाम भी अलग अलग होंगे। प्रत्येक एग्जाम को देने में 3 घंटे का समय लगेगा जिसके अंक 100 होंगे। इनमे से हरेक विषय में आपको न्यूनतम 40 प्रतिशक अंक लाने होंगे और सभी विषयों को मिलाकर 50 प्रतिशत अंक लाने होंगे। इसके बाद ही आपको इस परीक्षा में सफल माना जाएगा।

सीए फाउंडेशन कोर्स के विषय

अब आपने ऊपर यह जाना कि सीए के पहले राउंड अर्थात फाउंडेशन कोर्स में कुल 4 विषय होते हैं तो यह विषय कौन कौन से होते हैं, इसके बारे में भी तो आपको जानना होगा। तो इन चार विषयों के नाम हैं:

  • -प्रिंसिपल्स एंड प्रैक्टिसेज ऑफ़ एकाउंटिंग
  • -बिज़नेस मैथेमेटिक्स व स्टेटिस्टिक्स
  • -मर्केंटाइल लॉ व जनरल इंग्लिश
  • -बिज़नेस इकोनॉमिक्स व बिज़नेस एंड कमर्शियल नॉलेज

सीए इंटरमीडिएट कोर्स ग्रुप एक की परीक्षा को करें पास (CA intermediate subjects in Hindi)

अब यदि आप सीए फाउंडेशन कोर्स की परीक्षा और उसके चारों विषयों को सफलतापूर्वक पास कर लेते हैं तो इसके बाद बारी आती है सीए के इंटरमीडिएट कोर्स को किये जाने की जो दो भागो में बंटा हुआ होता है। इसे ग्रुप एक व ग्रुप दो नाम दिया गया है जो इंटरमीडिएट परीक्षा के ही भाग होते हैं। अब इसमें पहले आपको ग्रुप एक को पास करना होता है और उसके बाद ही आप इंटरमीडिएट परीक्षा के ग्रुप दो में बैठ सकते हैं।

सीए की इंटरमीडिएट परीक्षा के ग्रुप एक में आपसे कुल 4 विषयों पर प्रश्न पूछे जाएंगे और इनका पैटर्न भी पहले वाली परीक्षा अर्थात फाउंडेशन परीक्षा के जैसा ही होता है। इसमें प्रत्येक विषय में आपको न्यूनतम 40 प्रतिशत अंक और कुल मिलाकर 50 प्रतिशत अंक लाने होते हैं लेकिन इसमें ग्रुप दो के भी अंक जोड़े जाते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप जब इंटरमीडिएट का ग्रुप एक दे देते हैं और सभी में 40 प्रतिशत से अधिक अंक लाते हैं तो एक तरह से आप ग्रुप दो की परीक्षा में बैठ सकते हैं।

  • चार्टेड अकाउंटेंट इंटरमीडिएट कोर्स ग्रुप एक के विषय
  • -कॉर्पोरेट लॉ
  • -एकाउंटिंग
  • -टैक्सेशन
  • -कॉस्ट एंड मैनेजमेंट एकाउंटिंग

सीए इंटरमीडिएट कोर्स की दूसरी परीक्षा को करें पास

अब यदि आप चार्टेड अकाउंटेंट की इंटरमीडिएट परीक्षा के ग्रुप एक में सभी विषयों में अलग अलग 40 प्रतिशत अंक ले आते हैं तो आप ग्रुप दो की परीक्षा में बैठने के लिए अधिकृत हो जाते हैं। हालाँकि यदि आप दोनों ग्रुप के पेपर एक साथ देने जा रहे हैं तो इसको आधार नहीं माना जाता है क्योंकि दोनों के परिणाम एक साथ ही जारी किये जाते हैं।

दोनों ही ग्रुप की परीक्षा को वर्ष में दो बार छह छह महीने के अंतराल में आयोजित करवाया जाता है और कोई भी परीक्षार्थी पहले ग्रुप एक का पेपर दे सकता है या दोनों को साथ में दे सकता है। अब यदि आपने ग्रुप दो का पेपर दिया तो उसमे भी 4 विषयों से प्रश्न पूछे जाएंगे और आपका हर विषय में 40 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य है। इसके साथ ही आपको इंटरमीडिएट परीक्षा के ग्रुप एक व दो में सभी विषयों को मिलाकर कुल 50 प्रतिशत अंक लाने होते हैं और तभी आप इस राउंड को पास कर पाते हैं।

  • चार्टेड अकाउंटेंट इंटरमीडिएट कोर्स ग्रुप दो के विषय
  • -एडवांस्ड एकाउंटिंग
  • -फाइनेंसियल मैनेजमेंट व फाइनेंसियल इकोनॉमिक्स
  • -ऑडिटिंग
  • -स्ट्रेटेजिक मैनेजमेंट
  • सीए की आर्टिकलशिप पूरी करें

अब जब आपने चार्टेड अकाउंटेंट की इंटरमीडिएट परीक्षा को भी पास कर लिया है तो उसके बाद बारी आती है सीए के अंतर्गत आर्टिकलशिप को पूरी किये जाने की। अब आप सोच रहे होंगे कि यह आर्टिकलशिप क्या होती है या फिर यह भी कोई परीक्षा है या कुछ और है। तो यहाँ हम आपको बता दें कि यह कोई परीक्षा नहीं होती है बल्कि इसमें आपको सीए के अंतर्गत काम करके अनुभव लेना होता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि आपको अगले कुछ वर्षों तक पहले से ही सीए बन चुके किसी व्यक्ति के अंतर्गत काम करना होता है।

अब आपके यहाँ या अन्य किसी शहर में बहुत से ऐसे सीए होंगे जिन्होंने अपनी फर्म खोल रखी होगी और वे अपना काम करते होंगे। तो आपको उनमे से ही किसी एक सीए के तहत रह कर काम करना होता है और सीए का सब कामकाज सीखना होता है। इसे करने में कुल 2.5 वर्ष का समय लग जाता है। हालाँकि इसे कुल 3 वर्षों का माना गया है लेकिन आखिरी के 6 महीने परीक्षा के होते हैं जिसे सीए की फाइनल परीक्षा माना जाता है। 

इसलिए आपको किसी अनुभवी सीए की फर्म के अंतर्गत इंटरमीडिएट परीक्षा को पास करने के पश्चात 2.5 वर्ष की आर्टिकलशिप करनी होती है। इसे पूरा करने के बाद वहां से आपको आपकी आर्टिकलशिप पूरी किये जाने का एक लेटर मिलता है जो आपके लिए सीए की अंतिम परीक्षा में बैठने का पास होता है।

सीए की फाइनल परीक्षा के ग्रुप एक को पास करें (CA final exam subjects in Hindi)

अब यदि आप सीए के तहत अपनी आर्टिकलशिप भी पूरी कर लेते हैं तो उसके बाद बारी आती है चार्टेड अकाउंटेंट की अंतिम परीक्षा को दिए जाने की। चार्टेड अकाउंटेंट की इंटरमीडिएट परीक्षा की तरह ही इसे भी ग्रुप एक व ग्रुप दो में विभाजित किया जाता है लेकिन इसके अंतर्गत आने वाले विषय ज्यादा होते हैं। साथ ही वे बहुत मुश्किल भी होते हैं क्योंकि इसे पास करते ही एक व्यक्ति सीए बन जाता है।

अब यदि आप चार्टेड अकाउंटेंट के फाइनल एग्जाम के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवा लेते हैं तो उसके बाद आपकी 6 महीने के अंदर ही ग्रुप एक की परीक्षा को आयोजित करवाया जाता है। इंटरमीडिएट की तरह ही इसमें भी ग्रुप एक व दो की परीक्षा को वर्ष में दो बार आयोजित करवाया जाता है। अब कोई भी व्यक्ति पहले ग्रुप एक को या फिर दोनों को एक साथ में दे सकता है।

सीए की अंतिम परीक्षा के ग्रुप में कुल 8 विषय होते हैं। इसमें प्रत्येक विषय में आपको पहले की ही भांति न्यूनतम 40 प्रतिशत अंक लाने होते हैं और उसके अलावा कुल मिलाकर 50 प्रतिशत अंक लाने होते हैं। लेकिन इसमें आपके ग्रुप दो के विषय के अंक भी जुड़ते हैं और दोनों के कुल अंकों को मिलाकर आपको 50 प्रतिशत अंक लाने होते हैं।

सीए की फाइनल परीक्षा के ग्रुप एक के विषय

  • -फाइनेंसियल रिपोर्टिंग
  • -स्ट्रेटेजिक फाइनेंसियल मैनेजमेंट पेपर
  • -एडवांस्ड ऑडिटिंग और प्रोफेशनल एथिक्स पेपर
  • -कॉर्पोरेट एंड अलाइड लॉ पेपर
  • -एडवांस्ड मैनेजमेंट एकाउंटिंग पेपर
  • -इनफार्मेशन सिस्टम कण्ट्रोल एंड ऑडिट पेपर
  • -डायरेक्ट टैक्स लॉ पेपर
  • -इनडायरेक्ट टैक्स लॉ

सीए की फाइनल परीक्षा के ग्रुप दो को पास करें

अब जब आप ग्रुप एक के सभी विषयों में कुल 40 प्रतिशत अंक ले आते हैं तो आप चार्टेड अकाउंटेंट की अंतिम परीक्षा के ग्रुप दो में बैठने के लिए अधिकृत हो जाते हैं। इस परीक्षा में आपसे कुल 8 विषयों में प्रश्न पूछे जाते हैं और इनका आधार भी पहले की ही तरह होता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि जिस तरह से आपने पहले इंटरमीडिएट परीक्षा दी थी और उसके बाद सीए की फाइनल एग्जाम का ग्रुप एक दिया था, ठीक उसी तरह के नियम इस परीक्षा में भी लागू होते हैं।

इसमें भी आपको पहले की ही तरह हर विषय में न्यूनतम 40 प्रतिशत अंक लाने होते हैं और इसी के साथ साथ आपको सीए की अंतिम परीक्षा के ग्रुप एक व दो में मिले कुल अंकों का 50 प्रतिशत लाना होता है। यदि आप यह कर लेते हैं तो समझ जाइये कि आप सीए बन चुके हैं।

सीए की फाइनल परीक्षा के ग्रुप दो के विषय

  • -स्ट्रेटेजिक कॉस्ट मैनेजमेंट एंड परफॉरमेंस मूल्यांकन
  • -डायरेक्ट टैक्स लॉ एंड इंटरनेशनल टैक्सेशन
  • -इनडायरेक्ट टैक्स लॉ
  • -रिस्क मैनेजमेंट
  • -फाइनेंशियल सर्विस एंड कैपिटल मार्केट
  • -इंटरनेशनल टैक्सेशन
  • -इकोनॉमिक्स लॉ
  • -ग्लोबल फाइनेंशियल रिपोर्टिंग स्टैण्डर्ड
  • -मल्टीडिसिप्लिनरी केस स्टडी

सीए की नौकरी करें या अपनी फर्म खोलें (CA banne ke baad kya kare)

अब जब आपने सीए के सभी राउंड पास कर लिए हैं और उसके बाद फाइनल राउंड की परीक्षा को भी 50 प्रतिशत से अधिक अंक के साथ पास कर लिया है तो आप सीए बन चुके हैं। इसका अर्थ हुआ कि अब आप भारत में आधिकारिक तौर पर सीए के रूप में पहचाने जाएंगे और आप कहीं भी इसके तहत काम कर सकते हैं। इसके लिए आपके पास दो तरह के विकल्प होते हैं।

पहले विकल्प के रूप में आपको किसी कंपनी में सीए के तहत नौकरी करनी होती है और भारत देश में कई बड़ी कंपनियां अपने यहाँ सीए को नौकरी पर रखती है। ऐसे में आपको अपना एक रिज्यूमे बनाकर इन कंपनियों में भेजना होगा और वहां नौकरी के लिए आवेदन करना होगा। यदि आपका रिज्यूमे चुन लिया जाता है तो वहां आपको इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। यदि आप इस इंटरव्यू के सभी चरण में पास हो जाते हैं तो आपको वहां नौकरी पर रख लिया जाएगा।

इसके अलावा आप अपने शहर या किसी बड़े शहर में पहले से ही फर्म खोल कर काम कर रहे सीए के अंतर्गत ही काम कर सकते हैं या खुद की एक फर्म खोल सकते हैं। इसके लिए आपको बहुत ज्यादा निवेश करने की जरुरत होगी और शुरूआती तौर पर परिश्रम करने की भी आवश्यकता होगी। वह इसलिए क्योंकि सीए को शुरूआती तौर पर अपने संपर्क बनाने के लिए कठिन परिश्रम करना होता है और तभी जाकर उसका काम चल पाता है। इस तरह से आप सीए का काम कर सकते हैं।

सीए कैसे बने – Related FAQs

प्रश्न: सीए के लिए कौन सी पढ़ाई करनी पड़ती है?

उतर: सीए बनने के लिए पूरी जानकारी हमने आपको इस लेख में दी है जिसे पढ़ कर आप यह जान पाएंगे की सीए के लिए आपको क्या पढ़ना है।

प्रश्न: CA बनने में कितना समय लगता है?

उतर: सीए बनने में बारहवीं के बाद न्यूनतम 5 साल का समय लगता है।

प्रश्न: CA में कितने पेपर होते हैं?

उतर: सीए में 3 लेवल होते हैं और हर लेवल में कितने पेपर होते हैं इसके बार में हमने आपको ऊपर लेख में बताया है।

प्रश्न: क्या मैं 40 साल की उम्र में सीए कर सकता हूं?

उतर: सीए बनने के लिए कोई अधिकतम आयु सीमा नहीं रखी गई है।

तो इस तरह से आपने सीए बनने के बारे में पूरी जानकारी इस लेख के माध्यम से प्राप्त कर ली है। आपने जाना कि सीए बनने के लिए आपको क्या तैयारियां करनी होगी और सीए बनने के लिए कब कौन सी परीक्षा देनी पड़ती है। साथ ही आपने सीए में आने वाली परीक्षा के विषय के बारे में भी जानकारी प्राप्त कर ली है। आशा है कि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई होगी।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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