कैफ़े का बिजनेस कैसे शुरू करें? | कैफ़े का खर्चा, कमाई व प्लानिंग | Cafe ka business kaise kare

|| कैफ़े का बिज़नेस कैसे करें? | Cafe ka business kaise kare | कैफ़े का बिज़नेस क्या होता है? | किसी कैफ़े की कंपनी की फ्रैंचाइज़ी लेकर काम करें | कैफ़े के बिज़नेस में क्या स्कोप है? | Cafe ke business ki planning karna | Cafe business cost and investment | Cafe business me kamai ||

Cafe ka business kaise kare :- आज के समय में लोग बाहर जाकर खाना खाना या कुछ पीना बहुत ही ज्यादा पसंद करने लगे हैं और उनके द्वारा इसके लिए कोई ना कोई मौका ढूँढ ही लिया जाता है। यही कारण है की आप अपने शहर में पहले की तुलना में सैकड़ों नए रेस्टोरेंट व कैफ़े खुले हुए देख सकते हैं। आप भी पहले की तुलना में इन रेस्टोरेंट व कैफ़े में बहुत बार (Cafe ka business kaise shuru kare) जाते होंगे और एक अच्छा समय व्यतीत करते होंगे। साथ ही जिन लोगों ने अपने कैफ़े खोले हुए हैं वो बहुत ही ज्यादा लाभ में हैं।

अब यदि आप यह सोच रहे हैं कि आप भी अपना कैफ़े का बिज़नेस शुरू कर लाभ कमा सकते हैं तो आप बिल्कुल सही हैं लेकिन इसके लिए पूरी जानकारी का होना बहुत ही ज्यादा जरुरी हो जाता है। यहाँ हम आपको यही समझाने का प्रयास कर रहे हैं कि यदि आप कैफ़े जैसा बिज़नेस आधी अधूरी जानकरी के साथ शुरू करेंगे तो अवश्य ही इसमें मात खा जाएंगे (Cafe business description in Hindi) और कोई इसका लाभ ले जाएगा।

कैफ़े जैसा बिज़नेस शुरू करना आपकी पूरी मेहनत मांगता है और खासकर शुरू शुरू में तो आपको बहुत कुछ देखना होता है। आप अपने शहर में (Cafe business plan example in Hindi) बहुत से कैफ़े व रेस्टोरेंट खुले हुए देखते होंगे लेकिन उनमें से कुछ में तो हमेशा ही भीड़ लगी रहती है तो कुछ खाली खाली रहते हैं। अब ऐसा क्यों है? इसका उत्तर आपको इस लेख में मिल जाएगा। यदि आपको वाकई में एक सफल कैफ़े का बिज़नेस शुरू करना है जहाँ ग्राहकों की हमेशा ही भीड़ लगी रहे तो आपको यह लेख पूरे ध्यान के साथ पढ़ना चाहिए।

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कैफ़े का बिज़नेस कैसे करें? (Cafe ka business kaise kare)

वर्तमान समय में बहुत से लोग अपने खुद के होटल, रेस्टोरेंट, कैफ़े, लौंज, होम स्टे इत्यादि का बिज़नेस खोल रहे हैं और इसमें बहुत ज्यादा लाभ भी कमा रहे हैं। इसमें कुछ कुछ ऐसे बिज़नेस हैं जो केवल टूरिस्ट डेस्टिनेशन पर ही चल पाते हैं लेकिन कुछ ऐसे बिज़नेस भी हैं जो कहीं भी चल सकते हैं और उन्हीं में से एक होता है कैफ़े का बिज़नेस करना। किंतु यदि आपको कैफ़े का बिज़नेस शुरू करना ही है तो उससे पहले यह कैफ़े होता क्या है और यहाँ क्या कुछ किया जा सकता है, इसके बारे में जानकारी ली जानी जरुरी होती है।

Cafe ka business kaise kare

ऐसे में इस लेख के माध्यम से हम आपको यह बतायेंगे कि कैफ़े का बिज़नेस क्या होता है और इसमें क्या कुछ किया जा सकता है। इसके अलावा आप इसे आगे बढ़ाने के लिए या इसकी शुरुआत करने के लिए क्या क्या कर सकते हैं, यह भी आपको इसी लेख में ही जानने को मिलेगा। इसके लिए आपको यह लेख अंत तक पढ़ना होगा ताकि कोई भी महत्वपूर्ण जानकारी रहने ना पाए और आप इसका भरपूर इस्तेमाल कर सकें।

कैफ़े का बिज़नेस क्या होता है? (Cafe ka business kya hota hai)

सबसे पहले बात कर लेते हैं कि यह कैफ़े का बिज़नेस आखिरकार होता क्या है अर्थात इसका क्या मतलब होता है। अब बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो कैफ़े व रेस्टोरेंट को एक ही समझ लेते हैं जो कि गलत है। तो रेस्टोरेंट तो एक (What is Cafe business in Hindi) ऐसी जगह होती है जहाँ पर आप नाश्ते से लेकर लंच व डिनर कुछ भी कर सकते हैं। अब यह जरुरी नहीं कि सब खाने की आइटम ही यहाँ उपलब्ध हो लेकिन रेस्टोरेंट मुख्य तौर पर खाने के लिए ही होते हैं।

वहीं यदि हम कैफ़े की बात करें तो उसे मुख्य तौर पर कॉफ़ी से जोड़ कर देखा जाता है। दरअसल कैफ़े शब्द फ्रेंच भाषा का शब्द है क्योंकि वहां पर कॉफ़ी को कैफ़े बोला जाता है। इसलिए ऐसी जगह जहाँ पर कॉफ़ी मिलती हो या वह जगह मुख्य तौर पर कॉफ़ी को बेचने के लिए ही हो तो उसे ही कैफ़े का बिज़नेस करना कहा जाता है। किंतु भारत देश में कॉफ़ी के पहले जो चीज़ सबसे ज्यादा पसंद की जाती है वह चाय होती है।

इसलिए भारत देश में ऐसी जगह जहाँ पर आपको कॉफ़ी, चाय या अन्य पेय पदार्थ मिले तो उसे ही कैफ़े कहा जाता है। इसी के साथ साथ यहाँ कुछ छोटे मोटे स्नैक आइटम भी रखे होते हैं जिनका कॉफ़ी या चाय के साथ आनंद उठाया जा सकता है। भारत देश में कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कंपनियां ऐसी है जो कैफ़े का बिज़नेस कर रही है और लोग उनकी फ्रैंचाइज़ी लेकर भी अपना बिज़नेस शुरू कर सकते हैं।

किसी कैफ़े की कंपनी की फ्रैंचाइज़ी लेकर काम करें (Cafe ki franchise lena)

बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो अपना खुद का कैफ़े का बिज़नेस शुरू ना करके पहले से ही ब्रांड बन चुकी किसी कैफ़े कंपनी की फ्रैंचाइज़ी लेकर उसके अंतर्गत काम शुरू करना चाहते हैं। अब आप अपने शहर में या किसी अन्य शहर में कई तरह के कैफ़े ऐसे देखते होंगे जो एक ब्रांड है। उदाहरण के तौर पर सीसीडी, बरिस्ता इत्यादि जो आज के समय में भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है।

इनके द्वारा अपने कैफ़े के बिज़नेस को विस्तार देने के उद्देश्य से अलग अलग शहरों में उसकी फ्रैंचाइज़ी को देने का काम किया जाता है और बदले में उनसे उनकी कमाई में से हिस्सा लिया जाता है। इसलिए यदि आप किसी कंपनी की फ्रैंचाइज़ी लेकर उसके तहत कैफ़े का बिज़नेस शुरू करने का सोच रहे हैं तो इससे आपकी आधी से ज्यादा चिंता तो ख़त्म हो जाएगी लेकिन आपको एक बड़ी राशि का भुगतान उन्हें करना होगा। इसके अंतर्गत आपको उन्हें सिक्योरिटी फीस, ब्रांड फीस इत्यादि देनी होगी।

इसके अलावा आगे चल कर आपकी जो भी कमाई हुआ करेगी, उसमें से कुछ हिस्सा आपका होगा और कुछ हिस्सा उस कैफ़े कंपनी का होगा। वहीं आपके कैफ़े को डिज़ाइन करने का काम और ग्राहक लाने के काम का जिम्मा वह कैफ़े कंपनी ही ले लेगी। अब वह कैफ़े कंपनी ब्रांड है और लोगों में उसकी अच्छी पहचान है तो लोग पहले दिन से ही वहां चाय कॉफ़ी पीने आ जाया करेंगे।

ऐसे में अब यह आप पर निर्भर करता है कि आप पहले से ही पहचान बना चुकी किसी कैफ़े कंपनी की फ्रैंचाइज़ी लेकर उनके अंतर्गत काम करना चाहते हैं या फिर खुद का अलग कैफ़े का बिज़नेस शुरू कर लाभ अर्जित करना चाहते हैं। अब यदि आप खुद का कैफ़े का बिज़नेस शुरू करने का सोच रहे हैं तो आइए उसके बारे में भी जानकारी एकत्रित कर लेते हैं।

कैफ़े के बिज़नेस में क्या स्कोप है? (Cafe business scope in Hindi) 

सबसे पहले तो आप यह जान लें कि यदि आपको कैफ़े का बिज़नेस शुरू करना है तो उसका बिज़नेस स्कोप क्या है और इसे खोल कर आपको लाभ होगा या घाटा। ऐसे में हम एक बात आपको पहले ही स्पष्ट कर दें कि आपको कैफ़े के बिज़नेस में लाभ या घाटा दोनों ही हो सकते हैं क्योंकि यह पूर्ण रूप से इसी बात पर निर्भर करेगा कि वह बिज़नेस चल पाएगा या नहीं। यह तो हमने आपको उपर ही बता दिया था कि आपको अपने शहर में ही कई ऐसे रेस्टोरेंट या कैफ़े दिख जाते होंगे जिनमें हमेशा भीड़ लगी रहती हो तो कुछ ऐसे भी होंगे जो खाली पड़े रहते होंगे।

तो ऐसा बस इसलिए ही होता है कि जो लोग उन्हें शुरू कर रहे हैं, उनकी बिज़नेस स्ट्रेटेजी कैसी थी और उन्होंने उसे किस तरह से फॉलो किया। अब जो लोग एक प्रॉपर प्लानिंग के तहत अपना कैफ़े का बिज़नेस शुरू करते हैं उन्हें अवश्य ही इसमें लाभ होता है और जो यूँ ही बेमन से इसे शुरू कर देते हैं तो उन्हें ना चाह कर भी घाटा ही देखने को मिलता है। ऐसे में कैफ़े के बिज़नेस में स्कोप तो बहुत है लेकिन वह तब तक है जब तक आप इसे गंभीर होकर करते हैं।

कैफ़े का बिज़नेस शुरू करने की प्लानिंग करना (Cafe ke business ki planning karna)

यदि आपको अपना कैफ़े का बिज़नेस शुरू करना है तो उसके लिए एक प्लानिंग किये जाने की जरुरत होती है अन्यथा यह बिज़नेस नहीं चल पाएगा। इस प्लानिंग में आपको हरेक चीज़ को मेंशन करना होगा और यह देखना होगा कि किस तरीके से बदलाव लाने पर और क्या अपनाने पर (Cafe business plan in Hindi) यह ग्राहकों के लिए ज्यादा सही रहेगा। इसके लिए पहले बाजार की स्थिति भी जांच ली जाए और लोगों की पसंद को ध्यान में रखा जाए तो बेहतर रहता है। एक तरह से आपके कैफ़े के बिज़नेस की प्लानिंग में सब कुछ आना चाहिए।

इसमें आप कैफ़े का बिज़नेस किस तरह से शुरू करने वाले हैं, उसके लिए किस किस समान की जरुरत होगी, वहां का मेन्यू क्या होगा, काम करने वाले लोग कहां से आएंगे, पैसा कितना लगेगा और उनकी व्यवस्था कहां से हो पायेगी, डिजाईन व इंटीरियर कैसा होगा तथा लोगों के बैठने की व्यवस्था कैसी होगी, इत्यादि सब कुछ आपकी प्लानिंग का हिस्सा होना चाहिए। साथ ही आप इसमें केवल एक ही विकल्प ना लिखें बल्कि उसके दो से तीन विकल्प लिखें ताकि यदि पहला विकल्प संभव ना होने पाए या उसमें कुछ अड़चन आ जाए तो आप दूसरे या तीसरे विकल्प के अनुसार काम कर सकें।

कैफ़े का बिज़नेस शुरू करने से पहले मार्केट रिसर्च करना (Cafe ka business market research)

आप जिस भी शहर में कैफ़े का बिज़नेस शुरू करने का सोच रहे हैं उससे पहले अपने यहाँ पहले से ही चल रहे कैफ़े व अन्य संबंधित बिज़नेस कि एक सूची बना लेंगे और उनका अच्छे से अवलोकन कर लेंगे तो बेहतर रहेगा। आपके शहर में पहले से ही बहुत से कैफ़े चल रहे होंगे जो अच्छा काम कर रहे होंगे और उनके द्वारा लाखों लोगों को आज तक सर्विस भी दी गयी होगी। आप भी कभी ना कभी उन कैफे में गए होंगे।

ऐसे में आप उन कैफे के अभी तक चलने और मांग में बने रहने की बातों को नोट करें। उनके द्वारा ग्राहकों को किस किस तरह की सुविधा दी जाती है, उनके कैफ़े का इंटीरियर कैसा है तथा वे क्या कुछ करते हैं जिस कारण उनके कैफ़े में भीड़ लगी रहती है, इसके बारे में पता लगाया जाना जरुरी होता है। अब यह हम आपको इस लेख के माध्यम से इसलिए नहीं बता रहे हैं क्योंकि हर शहर को लेकर यह रणनीति बदल जाती है जिसका आपको ऊपर बताई गयी तकनीक के अनुसार ही पता लगाना होगा।

कैफ़े का बिज़नेस शुरू करने के लिए जगह का चुनाव (Cafe business location)

कैफ़े का बिज़नेस शुरू करने में यह सबसे महत्वपूर्ण चरणों में से एक चरण होता है और यदि आप इसमें चूक गये तो समझ जाएं की आपका कैफ़े अच्छा होते हुए भी नहीं चल पाएगा। इसलिए अपने कैफ़े के लिए जगह का चुनाव करते समय इस बात का ध्यान रखें कि आप किसी ऐसी जगह को चुने जो आपके कैफ़े के लिए एकदम परफेक्ट हो और जहाँ पर कैफ़े का बिज़नेस चले ही चले।

अब यह जगह कौन सी हो सकती है जहाँ पर आपको अपना कैफ़े खोलने से फायदा होगा, इसका आपको अपने शहर में पहले से स्थित कैफ़े के ऊपर मार्केट रिसर्च करने पर पता चल जाएगा। आपको यह देखना होगा कि आपके शहर में किस जगह पर लोग अमूमन खाने पीने आते हैं या फिर कौन सी जगह इसके लिए ज्यादा प्रसिद्ध है। ऐसी जगह पर ही यदि आप कैफ़े का बिज़नेस शुरू करेंगे तो ज्यादा लाभ में रहेंगे।

कैफ़े का बिज़नेस शुरू करने में कितना खर्चा आएगा? (Cafe business cost and investment)

आपको यह भी जानना चाहिए कि यदि आप अपने शहर में कैफ़े का बिज़नेस शुरू करने जा रहे हैं या कैफ़े खोलने जा रहे हैं तो उसमें आपका कितना खर्चा हो सकता है। ऐसे में आपको कई चीज़ों को ध्यान में रखना होगा और अपने कैफ़े की जमीन खरीदने से लेकर उसका इंटीरियर सेट करना, खाने पीन की आइटम बनने के लिए कच्चे माल व मशीन की व्यवस्था करना, उसके लिए लोगों को काम पर रखना इत्यादि सभी की व्यवस्था करनी होगी।

अब इन सभी चीज़ों में पैसा तो लगता ही है और यह पैसा लाखों में होता है। तो यदि आपको अपने शहर में कैफ़े खोलना है तो उसकी जमीन की कीमत को हटा दिया जाए तो आपका 30 से 50 लाख रुपए के बीच में खर्चा हो सकता है। अब यह खर्चा आपके शहर और वहां की स्थिति के अनुसार कम या ज्यादा भी हो सकता है। कुछ लोग कैफ़े खोलने में केवल 20 लाख रुपए के आसपास ही लगाते हैं तो कुछ लोग इसमें 2 से 3 करोड़ रुपए भी लगा देते हैं।

कैफ़े का इंटीरियर व डिजाइनिंग करना (Cafe designing and interior setup)

आज के समय में यदि आप देखेंगे तो पाएंगे की हर कैफ़े अपने आप में यूनिक होता है और लोग उसे देख कर ही फलाना कैफ़े में जाते हैं और आनंद के पल बिताते हैं। यदि कैफ़े सामान्य है तो बहुत ही कम लोग वहां जाना पसंद करते हैं चाहे फिर वहां का खाना अच्छा हो या नहीं। वहीं किसी कैफ़े का खाना नॉर्मल है लेकिन यदि वहां का इंटीरियर और डिजाइनिंग लोगों को पसंद आती है तो अवश्य ही लोग वहां पर जाना पसंद करेंगे।

इसलिए आपको भी अपना कैफ़े खोलते समय उसकी डिजाइनिंग व इंटीरियर पर स्पेशल ध्यान देना चाहिए ताकि इसमें आगे चल कर कोई दिक्कत ना आये और जो भी लोग यहाँ पर आये, उनका फिर से यहाँ पर आने का मन करे। यदि कोई कैफ़े अपने यहाँ आने वाले ग्राहकों को फिर से यहाँ आने पर विवश कर देता है तो अवश्य ही वह कैफ़े का बिज़नेस बहुत अच्छा चल रहा है और वहां का इंटीरियर शानदार है।

कैफ़े का मेन्यू निर्धारित करना (Cafe business menu)

जब भी आप किसी कैफ़े में जाते होंगे तो वहां सबसे पहले जो चीज़ आपको दी जाती होगी वह उस कैफ़े का मेन्यू ही होता होगा। अब इसी मेन्यू के आधार पर ही आप वहां पर सब चीजें ऑर्डर करते होंगे। उसी पर ही किसी कैफ़े की बिक्री और वहां होने वाली कमाई निर्भर करती है। अब यह आपको निर्णय लेना होगा कि आप अपने यहाँ किस किस तरह की वैराइटी रखना चाहते हैं और उन्हें बेचने के लिए उनके क्या कुछ नाम रखना चाहते हैं।

आप अपने कैफ़े के मेन्यू में इसको लेकर रचनात्मकता दिखा सकते हैं और लोगों को भी यह बहुत पसंद आती है। यदि किसी कैफ़े के मेन्यू में क्रिएटिविटी दिखाई गयी है और लोगों को उसमें से ऑर्डर करने में मजा आता है तो वे अवश्य ही इसके लिए वापस आपके कैफ़े में विजिट करेंगे। ऐसे में आपको इसका ध्यान रखना है कि लोगों को चाय या कॉफ़ी के साथ क्या कुछ पसंद आता है, वह सब आपको अपने मेन्यू में सम्मिलित करना होगा।

कैफ़े में काम करने के लिए कर्मचारियों को रखना (Cafe business workers)

कैफ़े में सब काम आप खुद तो कर नहीं सकते हैं और आपको तो ज्यादा से ज्यादा बिलिंग काउंटर पर ही बैठना होगा या फिर इसके लिए भी किसी को काम पर रखना होगा। इसके अलावा कैफ़े में कई अन्य तरह के काम होते हैं जैसे कि खाने पीने की आइटम को बनाना, कैफ़े की साफ सफाई करना, लोगों को सर्व करना, ऑनलाइन डिलीवरी करना इत्यादि।

तो इन सभी काम के लिए आपको तरह तरह के लोगों को अपने यहाँ रखना होगा जो इस काम को करने में आपकी सहायता करेंगे। ऐसे में आपको अपने कैफ़े का स्टाफ चुनते समय पूरी सतर्कता बरतनी होगी क्योंकि वे ग्राहकों से किस तरह से पेश आते हैं और किस तरह का काम करते हैं, इसी के ऊपर ही आपके कैफ़े की सेल्स निर्भर करेगी।

कैफ़े के बिज़नेस की मार्केटिंग करना (Cafe business marketing strategy)

कैफ़े को सही जगह पर खोलने के बाद और उसके लिए ऊपर बताई गयी सभी तैयारियां करने के बाद भी यदि उसकी बिक्री बढानी है और ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों को अपने कैफ़े में लाना है तो उसके लिए प्रॉपर तरीके से मार्केटिंग स्ट्रेटेजी बनाए जाने की भी जरुरत होती है। इसके लिए आपको सभी तरह के मार्केटिंग के हथकंडे अपनाने होंगे ताकि लोगों को वहां आने के लिए प्रोत्साहित कर सकें।

इसके लिए आपको अपने कैफ़े में आने वाले ग्राहकों के साथ अच्छे से पेश आना है और उन्हें अन्य लोगों को बुलाने के लिए रेफरेंस के तौर पर कुछ देना भी होगा। उदाहरण के तौर पर यदि आपके मौजूदा ग्राहकों के द्वारा किसी अन्य व्यक्ति को आपके कैफ़े पर लेकर आया जा रहा है तो आप उन्हें बिल में कुछ छूट दे सकते हैं या उन्हें एक्स्ट्रा कोई चीज़ उपलब्ध करवा सकते हैं। इसके अलावा आप अपने कैफ़े में समय समय पर कोई ना कोई ऑफर या स्कीम इत्यादि भी चलाते रहेंगे तो इससे अपने आप ही आपके कैफ़े का प्रोमोशन हो जाया करेगा।

कैफ़े के बिज़नेस में होने वाली कमाई (Cafe business me kamai)

भारत देश में जिस बिज़नेस में सबसे ज्यादा कमाई है तो वह खाने के बिज़नेस में ही है और यह कैफ़े का बिज़नेस भी खाने के बिज़नेस से ही जुड़ा हुआ बिज़नेस होता है। इसे हम एक उदाहरण सहित आपको समझाते हैं। अब यदि आपके कैफ़े में किसी कॉफ़ी का दाम 100 रुपए है तो उसे बनाने में आपकी लागत 40 से 50 रुपए ही आएगी लेकिन उसे बेच कर आप लगभग 50 से 60 प्रतिशत तक का लाभ कमा लेंगे।

यही बात अन्य खाने पीने की आइटम पर भी लागू होती है और यह आपके लिए हमेशा ही लाभदायक सौदा रहने वाला है। इसके अलावा आप कुछ क्रिएटिविटी करके या खाने पीने की आइटम में कुछ बदलाव करके उनके दाम बढ़ा भी सकते हैं और यह आपके लाभ को और ज्यादा बढ़ाने का (Cafe business benefits in Hindi) ही काम करेगा। ऐसे में आपका कैफ़े यदि चल जाता है तो आप एक महीने का ही एक लाख से ऊपर कमाने लग जाएंगे।

कैफ़े का बिज़नेस कैसे शुरू करें – Related FAQs

प्रश्न: कैफे खोलने में कितना खर्च आता है?

उत्तर: कैफे खोलने में 20 से 30 लाख रुपए के आसपास का खर्च आता है।

प्रश्न: भारत में अपना खुद का कॉफी ब्रांड शुरू करने में कितना खर्च आता है?

उत्तर: भारत में अपना खुद का कॉफी ब्रांड शुरू करने में 30 लाख रुपए का खर्च आता है।

प्रश्न: कॉफी बनाने की मशीन कितने रुपए की आती है?

उत्तर: कॉफी बनाने की मशीन सामान्य तौर पर एक लाख रुपए की आ जाती है।

प्रश्न: चाय कॉफी की मशीन कितने की है?

उत्तर: चाय कॉफी की मशीन एक लाख रुपये की है।

इस तरह से आज के इस लेख के माध्यम से आपने अपना खुद का कैफ़े का बिज़नेस शुरू करने के ऊपर संपूर्ण जानकारी ले ली है। आपने यह जान लिया है कि यदि आपको कैफ़े का बिज़नेस शुरू करना है तो उसके लिए आपको क्या कुछ तैयारी करने की जरुरत होगी और वह बिज़नेस कैसे चल पाएगा।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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