Car Dealership Business Plan in Hindi:- किसी भी कार की डीलरशिप लेना या उसकी एजेंसी खोलना कोई सरल काम नही होता हैं। ऐसे में यदि आप किसी कार कंपनी की डीलरशिप लेने का प्लान बना रहे हैं तो उसके लिए आपको पहले से ही पूरी तैयारी (Car showroom business plan in Hindi) करके रखनी होगी और बहुत बातों का ध्यान रखना होगा। यहाँ हम यह कहना चाह रहे हैं कि कार कंपनी की एजेंसी खोलने के लिए आपको पहले से ही एक बेहतर प्लानिंग बनानी होगी जिसमे हर बात का ब्यौरा लिखा गया होगा।
ऐसे में आप चाहे किसी भी कंपनी की डीलरशिप ले या किसी भी कार वाली कंपनी से संपर्क करें, उससे पहले आप हमारे द्वारा लिखा गया यह (Car ki agency kaise le) लेख अवश्य पढ़ ले क्योंकि इसे पढ़ कर आप जान पाएंगे कि किस तरह से आप किसी कार कंपनी की डीलरशिप ले सकते हैं और अपने यहाँ उसका शोरूम खोल सकते हैं। आइए जाने (Car ka business kaise kare) किसी भी कार कंपनी की एजेंसी खोलने के ऊपर संपूर्ण जानकारी विस्तार सहित।
किसी भी कार कंपनी की डीलरशिप कैसे ले (Car Dealership Business Plan in Hindi)
अब जब आप किसी भी कार कंपनी की डीलरशिप लेने जा रहे हैं तो ऐसी बहुत सी बातें हैं जिनको आपको ध्यान में रखना चाहिए। बिना इन्हें जाने आप किसी भी कंपनी की एजेंसी नही ले सकते हैं। तो आज हम एक एक करके इन सभी बातों के बारे में जानेंगे जिनसे आप कार कंपनी की एजेंसी अपने शहर में खोल सकते हैं। तो किसी भी कार कंपनी की एजेंसी खोलने से पहले आपको इन बातों का प्रमुखता के साथ ध्यान रखना चाहिए।
- आप कार की एजेंसी क्यों लेना चाहते हैं और आपके मन में आगे के लिए क्या प्लानिंग हैं?
- क्या आपको कार की पहले से ही जानकारी हैं या फिर आप यूँ ही इसकी डीलरशिप लेने के लिए इच्छुक हैं?
- यदि आप कार की एजेंसी लेने ही जा रहे हैं तो आपके मन में किस कार कंपनी की डीलरशिप लेने का विचार आ रहा हैं?
- कार की एजेंसी खोलने के लिए आपने किस जगह का चयन किया हैं? क्या आपके पास पहले से इतनी जगह हैं या फिर आप उसे किसी से लीज पर लेने वाले हैं?
- क्या आपके पास कार एजेंसी खोलने के लिए पर्याप्त पैसा हैं क्योंकि इसमें करोड़ो में पैसा लगेगा? यदि आपके पास इतना पैसा नही हैं तो फिर आप इनकी व्यवस्था कहां से करेंगे?
ऐसे ही बहुत से प्रश्न आपको अपने आप से पूछने चाहिए और उसके बाद ही आगे की प्लानिंग करनी चाहिए। जब आप इन सभी प्रश्नों का सही से उत्तर दे देंगे या जान जाएंगे तो फिर आप किसी भी कंपनी की कार डीलरशिप लेने के लिए पूरी तरह से तैयार हो चुके हैं।
कार डीलरशिप क्या होती है? (Car dealership kya hoti hai)
अब जब आप किसी कार कंपनी की डीलरशिप लेने का सोच रहे हैं तो उससे पहले आपको यह जान लेना चाहिए कि यह डीलरशिप होती क्या हैं। तो आपने अपने शहर में कार के कई शोरूम खुले हुए देखे होंगे। कोई किसी कार कंपनी का शोरूम होगा तो किसी कार कंपनी का। आपको या आपके परिवार या दोस्तों में यदि किसी को कार लेनी हुई तो वह इन शोरूम पर जाकर ही कार देखता हैं और वहां से खरीदता हैं। ऐसे में क्या आपके मन में यह विचार नही आया कि यह कार शोरूम वहां कैसे खुला?
तो आज हम आपको बता दे कि उस शोरूम को वहां के किसी व्यक्ति के द्वारा खोला गया हैं और इसके लिए उसने संबंधित कंपनी से उसकी डीलरशिप या यूँ कहे कि एजेंसी ली हैं। यदि संबंधित कार कंपनी उस व्यक्ति को अपनी डीलरशिप दे देती हैं तो उसके बाद वह तय जगह पर कार का शोरूम खोल सकता हैं। तो इस तरह से यदि आप भी अपने शहर में किसी कार कंपनी का शोरूम खोलने जा रहे हैं तो उसके लिए आपको संबंधित कंपनी से अनुमति लेनी होगी।
कार की एजेंसी क्यों ले (Car ki agency kyu le)
अब यह भी जान लेते हैं कि आपको कार कंपनी की डीलरशिप या एजेंसी क्यों लेनी चाहिए और इससे आपका क्या फायदा हो सकता हैं। तो आज हम आपको यह स्पष्ट कर दे कि भविष्य कार का ही हैं। आप इस बात का अनुमान इसी से लगा लीजिए कि पहले आपकी गली में कितने लोगों के पास कार थी और आज के समय में कितने लोगों के पास हैं। आपका उत्तर होगा कि पहले आपकी गली में एक या दो कार ही थी और अब तो पूरी गली ही कार से भरी हुई होती हैं। जहाँ पहले एक गली में एक या दो घरो के पास ही कार हुआ करती थी तो अब एक या दो घर ही ऐसे होंगे जिनके पास कार नही होगी। अब तो स्थिति यह हो गयी हैं कि एक एक घर में दो से तीन कार हैं।
तो कार की बिक्री इतनी तेजी से बढ़ने का यही कारण हैं कि यह लोगों के लिए लग्जरी चीज़ नही रह गयी हैं बल्कि समय के अनुसार एक आवश्यकता बनकर उभरी हैं। तो ऐसे में यदि आप भी कार की एजेंसी खोलना चाहते हैं तो यह आपके लिए ही बहुत लाभ का सौदा रहने वाला हैं। किसी भी कार की एजेंसी खोलने से पहले आपको हमारे द्वारा बताई गयी यह बात गांठ बाँध लेनी चाहिए ताकि आप बाद में विचलित ना हो।
कौन सी कार कंपनी की एजेंसी ले
अब इसके बाद दूसरा प्रश्न यह उठता हैं कि आपको कार की किस कंपनी की एजेंसी लेनी चाहिए। आज के समय में कार की एक नही बल्कि कई कंपनियां मौजूद हैं जैसे कि मारुति, टाटा इत्यादि। हालाँकि 4 से 5 ही बड़े ब्रांड हैं लेकिन इसका मतलब यह नही कि बाकि कंपनी की कार बिकती नही हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि भारत के किसी शहर या किसी राज्य में एक कंपनी की कार ज्यादा बिकती हैं तो दूसरे शहर में कोई अन्य कंपनी की कार। उदाहरण के तौर पर मणिपुर में टाटा की कार ज्यादा बिकती हैं तो हरियाणा में मारुति की।
अब यह आपको ही देखना होगा कि आप किस कार कंपनी की एजेंसी लेने के इच्छुक हैं। इसके लिए आप जहाँ भी इसका शोरूम खोलना चाहते हैं उस शहर की मांग को ध्यान में रखते हुए ही यह निर्णय लेंगे तो बेहतर रहेगा। इससे आपको यह चुनने में मदद मिलेगी कि आपको आखिरकार किस कार कंपनी से उसकी डीलरशिप लेने के लिए संपर्क करना चाहिए।
शहर में उस कार की एजेंसी पहले से है या नही
अब आप कार कंपनी को तो चुन लेंगे जिसकी आप एजेंसी या डीलरशिप लेना चाहते हैं लेकिन तब क्या होगा जब वह एजेंसी पहले से ही आपके शहर में किसी और ने ली हुई हो। क्या आपने कभी देखा हैं की एक ही शहर में टाटा कंपनी के दो दो शोरूम हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि एक कार कंपनी अपना शोरूम खोलने की अनुमति एक शहर में केवल एक ही व्यक्ति को देती हैं।
ऐसे में यदि आपके शहर में किसी कार कंपनी का शोरूम पहले से ही खुला हुआ हैं तो फिर आप उस कंपनी का दूसरा शोरूम अपने शहर में बिल्कुल भी नही खोल सकते हैं। ऐसी स्थिति में या तो आपको उस कार का शोरूम ऐसे किसी शहर या कस्बे में खोलना पड़ेगा जहाँ पर पहले से उसका शोरूम नही हैं या फिर आपको अपने शहर में उस कार कंपनी का शोरूम खोलना होगा जिसका शोरूम आपके शहर में नही हैं। तो अब पहले आप इस बात का पता लगाए कि किस किस कंपनी के कार के शोरूम आपके शहर में पहले से नही हैं और उसके बाद ही आगे का सोचिये।
कार डीलरशिप के लिए जगह का चुनाव
अब जब आपने यह देख लिया हैं कि आप किस कार कंपनी की डीलरशिप लेना चाहते हैं और यह भी आपने पक्का कर लिया हैं कि उस कार कंपनी का शोरूम या डीलरशिप आपके शहर में पहले से किसी व्यक्ति के पास नही हैं तो अब आप अपने शहर में इसका शोरूम खोलने को पूरी तरह से तैयार हैं लेकिन जरा रुकिए!! आपको अब सबसे मुख्य चीज़ को देखना होगा और वह होगी कार कंपनी का शोरूम खोलने के लिए एक बड़ी जगह की तलाश।
अब यदि आप अपने शहर के ही किसी कार कंपनी के शोरूम में जाएंगे तो आपको एक बहुत बड़ी जगह मिलेगी। ऐसा इसलिए क्योंकि कंपनी के द्वारा वहां पर एक ऑफिस, कार को रखने के लिए एक बड़ी जगह और उसकी सर्विस करने के लिए सर्विस सेंटर सभी चीज़ों का निर्माण किया जाता हैं। तो इन सभी के लिए आपके पास कम से कम दो हज़ार वर्ग फुट जगह तो होनी ही चाहिए।
अब यह आवश्यक नही कि यह जगह शहर के किसी प्रसिद्ध जगह या अंदर हो। आप यह शहर से बाहर किसी खुली जगह या हाईवे के पास भी ले सकते हैं। ज्यादातर कार कंपनी अपने शोरूम के लिए किसी खुली जगह का ही इस्तेमाल करती हैं क्योंकि उन्हें अपने ग्राहकों को टेस्ट ड्राइव भी देनी होती हैं। तो यदि आपके पास इतनी जगह पहले से हैं तो बहुत बढ़िया बात और यदि नही भी हैं तो आपको यह जगह किसी से किराये पर या लीज पर लेनी होगी।
कार की एजेंसी खोलने में होने वाला खर्चा
अब यह बात तो हमने आपको ऊपर ही बता दी थी कि कार की एजेंसी खोलना कोई छोटा मोटा काम नही होता हैं और इसमें आपको करोड़ो रुपयों का निवेश करना पड़ सकता हैं। फिर चाहे आप किसी भी कंपनी की कार एजेंसी ले, आपको इतना निवेश तो करना ही पड़ेगा। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि कोई भी कार कंपनी अपनी अपनी एजेंसी किसी को देने से पहले उससे गारंटी और रॉयल्टी फीस के नाम पर 5 से 10 लाख रुपए ले लेती हैं।
इसके अलावा आजकल कार का मूल्य 3 लाख से तो शुरू होता हैं और 20 से 30 लाख तक चला जाता हैं। अब यदि आप कार का शोरूम खोलने जा रहे हैं तो आपको उस कंपनी की हर तरह की कार मंगवा कर अपने यहाँ रखनी होगी। इसी के साथ आपको जगह का इंटीरियर डिजाईन, कर्मचारी, मजदूर, वाहन इत्यादि कई चीज़ों की व्यवस्था करनी होगी। तो एक अनुमान के अनुसार यदि आप किसी भी कार कंपनी की एजेंसी खोलने जा रहे हैं तो इसमें आपका 3 करोड़ से लेकर 10 करोड़ का खर्चा तो होगा ही होगा।
कार शोरूम में काम करने के लिए लोगों को रखना
अब आप किसी कार कंपनी का शोरूम खोलेंगे तो इसके लिए आपको कई व्यक्तियों को नियुक्त करना होगा। इसमें सेल्स मैन भी होंगे तो सर्विस करने वाले भी, मैनेज भी होंगे तो मजदूर भी। एक तरह से आपको अपना शोरूम चलाने के लिए कई लोगों को नियुक्त करना होगा जो आपके शोरूम में अलग अलग जगह को देखेंगे। कोई आपके यहाँ ग्राहकों को देखेंगा तो कोई पहले के ग्राहकों की गाड़ी की सर्विस करेगा।
एक अनुमान के अनुसार किसी भी कार के शोरूम में काम करने के लिए आपको 15 से 20 लोगों को तो नियुक्त करना ही पड़ेगा जो आपके शोरूम को हर तरीके से संभालने में आपकी सहायता करेंगे। हालाँकि इनको चुनने और इनकी ट्रेनिंग का काम कंपनी खुद भी संभालेगी ताकि आपको ज्यादा समस्या ना हो।
कार कंपनी की नियम व शर्तें जानना
आप जिस भी कार कंपनी की डीलरशिप लेना चाहते हैं, उसके लिए आपको उनकी नियम व शर्ते जान लेनी चाहिए। दरअसल हर कार कंपनी के द्वारा अपनी एजेंसी खोलने के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं और उनकी डीलरशिप लेने वाले हर व्यक्ति को उन नियमों का पालन करना अति आवश्यक होता हैं। यदि कोई व्यक्ति इन नियमों का पालन किये बिना उस कंपनी की एजेंसी खोलना चाहता हैं तो उसका आवेदन उसी समय निरस्त कर दिया जाएगा।
इसलिए आप उस कंपनी की वेबसाइट पर जाकर उसके नियम व शर्ते अवश्य पढ़ ले। यदि आप इनमे से किसी नियम को पूरा कर पाने में असमर्थ हैं या किसी कारणवश इसमें कोई दुविधा आती हैं तो आप इसके बारे में सीधे और स्पष्ट रूप से उस कंपनी से बात करेंगे तो ज्यादा बेहतर रहेगा। बात पहले ही स्पष्ट हो जाए तो ज्यादा बेहतर रहता हैं।
कार कंपनी को कितना डिपॉजिट करना होगा, यह भी जाने
हर कार कंपनी अपनी डीलरशिप देने के लिए उक्त व्यक्ति से कुछ रुपए डिपॉजिट के रूप में देने को कहती हैं। यह राशि इसलिए ली जाती हैं ताकि आप उनकी एजेंसी खोलकर कुछ गलत कार्य ना सके और ना ही आपकी वजह से उनकी छवि को नुकसान पहुंचे। तो बस इसी चीज़ के लिए और डील फाइनल करने के लिए कंपनी के द्वारा कुछ राशि गारंटी या रॉयल्टी शुल्क के तौर पर ली जाती हैं।
ऐसे में उस कंपनी के लिए यह राशि कितनी निर्धारित की गयी हैं, इसके बारे में पहले ही जान लेंगे तो यह आपके लिए ही सही रहेगा। आगे चलकर आपको इससे कोई समस्या भी नही होनी चाहिए। साथ ही यदि आप उस कंपनी की डीलरशिप छोड़ना भी चाहे तो आपको उसमे से कितना पैसा वापस मिल जाएगा, यह भी जान लेंगे तो बेहतर रहेगा।
कार कंपनी के मॉडल जाने
आप जिस भी कार कंपनी की एजेंसी खोलने जा रहे हैं, उससे पहले आपको यह भी देखना चाहिए कि उस कंपनी के द्वारा किस किस मॉडल की कार बनाई जा रही हैं और उसमे से किस कार की मांग सबसे ज्यादा रहती हैं। एक कार कंपनी के द्वारा कई तरह में मॉडल बनाए जाते हैं और उन मॉडल में भी बेसिक, एडवांस कई तरह के मॉडल आते हैं।
तो किस मॉडल में किस तरह के फीचर लगे हुए हैं और उनके क्या क्या उपयोग हैं, यह भी जान लेंगे तो बेहतर रहेगा। इससे आपको ग्राहकों को हैंडल करने और उन्हें कार के बारे में जानकारी देने में सहायता मिल जाएगी। इसलिए जिस भी कार कंपनी की डीलरशिप लेने जा रहे हैं उसके सभी तरह के मॉडल के बारे में पहले से ही पता कर ले।
कार के एक्स्ट्रा सामान शोरूम पर रखना
जो भी ग्राहक आपसे कार खरीदने आएगा वो अपनी ओर से उस कार में कुछ एक्स्ट्रा भी लगवाना चाहता होगा या फिर कार का कोई फीचर बदलवाना चाहता होगा। जैसे कि किसी व्यक्ति को बेसिक मॉडल में कुछ नया लगवाना हैं तो किसी को स्पीकर उच्च गुणवत्ता वाले लगवाने हैं तो किसी को कुछ अन्य चीज़ लगवानी हैं।
तो आपको यह सब सामान भी अपने शोरूम पर रखना पड़ेगा और उन्हें लगवाने की व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी। एक कार का शोरूम तभी पूरा कहा जा सकता हैं जब उसमे यह सब सामान भी रखा हुआ हो और उन्हें लगवाने की व्यवस्था भी की गयी हो ताकि आपके ग्राहकों को कही और ना जाना पड़े।
कार कंपनी से संपर्क कर उनकी डीलरशिप लेने के लिए आवेदन करना
आपको किसी कार कंपनी की डीलरशिप लेने के लिए उनसे संपर्क भी करना होगा। इसके लिए सभी कार कंपनियां के द्वारा अलग अलग आवेदन प्रक्रिया निर्धारित की गयी हैं। कोई यह सुविधा ऑनलाइन फॉर्म के जरिये देता हैं तो किसी में आपको उनसे फोन नंबर या ईमेल आईडी के जरिये संपर्क करना होता हैं।
ऐसे में आपने जो भी कार कंपनी की डीलरशिप लेने का सोचा हैं, आप यह देखे कि उसके लिए उस कार कंपनी के द्वारा किस प्रक्रिया का पालन किया जाता हैं। आपको दी गयी प्रक्रिया का पालन करते हुए ही आगे बढ़ना चाहिए। यदि आपसे ऑनलाइन फॉर्म भरने को कहा जाता हैं तो आप वह भरे अन्यथा आप सीधे उन्हें मेल कर सकते हैं या उनको फोन कर उनके अधिकारियों से बात भी कर सकते हैं।
कार डीलरशिप लेने के फायदे
अंत में आप यह भी जान लीजिए कि यदि आप कार कंपनी की डीलरशिप लेने जे रहे हैं तो उससे आपको क्या क्या फायदे देखने को मिल सकते हैं। तो सबसे बड़ा फायदा तो आपको यह होगा कि आज के समय में कार की मांग बहुत ज्यादा बढ़ गयी हैं। या तो व्यक्ति कार खरीदना चाहता हैं या अपनी पहली की कार को बदल कर कोई बड़े मॉडल की कार लेना चाहता हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि आज के समय में हर किसी को एक नयी कार चाहिए।
ऐसे में यदि आप अपने शहर में कार कंपनी की एजेंसी खोलेंगे तो आप चारों ओर से लाभ में ही रहेंगे। आपको बस इसकी मार्केटिंग और प्रमोशन सही से करना होगा। साथ ही आपके शोरूम में जो भी ग्राहक आये, उसे बहुत अच्छे से ट्रीट करना होगा और उसके द्वारा कार से संबंधित जो भी प्रश्न पूछा जाए, उसके बारे में उसे बताना होगा ताकि वह आपकी सर्विस से संतुष्ट हो सके। यदि आप यह काम सही से कर लेते हैं तो अवश्य ही आपकी कार एजेंसी बहुत अच्छे से चलेगी।
किसी भी कार की एजेंसी कैसे ले – Related FAQs
प्रश्न: कौन सी कार कंपनी सबसे बढ़िया है?
उत्तर: मारुति और टाटा कार कंपनी को भारत में सबसे बढ़िया कार कंपनी माना जाता है।
प्रश्न: 10 लाख तक में कौन सी कार सबसे बढ़िया रहेगी?
उत्तर: 10 लाख रुपए में मारुति की स्विफ्ट कार सबसे बढ़िया रहती है।
प्रश्न: कार का बिज़नेस कैसे करे?
उत्तर: कार का बिज़नेस करने के लिए आपको उस कार कंपनी के बारे में सब जानकारी ले लेनी चाहिए। इसके बाद आपको उक्त कंपनी से संपर्क करना चाहिए और उसके लिए आवेदन करना चाहिए।
प्रश्न: क्या कार एजेंसी खोलना सही रहता है?
उत्तर: समय की मांग के अनुसार कार कंपनी की एजेंसी खोलना बहुत ही फायदे का सौदा कहा जा सकता है।
तो इस तरह से आपको किसी भी कार कंपनी की एजेंसी लेने से पहले हमारे द्वारा बताई गयी सभी बातों का पालन करना चाहिए। यदि आप ऊपर दी गयी सभी बातों को फॉलो करते हुए ही आगे बढ़ेंगे तो अवश्य ही आपको अपनी पसंद की कार की डीलरशिप खोलने का अवसर मिलेगा और आप उसके जरिये बहुत पैसा कमा पाएंगे।