CBSE Kya Hai – CBSE Examination Pattern में क्या Changes हुये हैं

CBSE in Hindi : भारत में 10वीं तथा 12वीं स्‍तर की शिक्षा प्रदान करने के कई प्रकार के बोर्ड अपने अपने स्‍तर पर सरकारी तथा गैर सरकारी स्‍कूल कॉलेजों के माध्‍यम से शिक्षा प्रदान कर रहे हैं।

इन्‍हीं में से एक बोर्ड CBSE भी है। सीबीएसई के माध्‍यम से भारत सरकार केंद्रीय स्‍तर पर माध्‍यमिक स्‍तर तक की शिक्षा 10वीं तथा 12वीं के छात्र छात्राओं को देती है।

What is CBSE in Hindi भारत में CBSE की तरह विविध प्रकार के अनेक Educational Board हैं। ऐसे में भारतीय छात्र छात्रायें अपने लिये फायदेमंद बोर्ड के जरिये पढ़ाई करना ज्‍यादा पसंद करते हैं।

कुछ छात्रायें राज्‍यों के बोर्ड से शिक्षा प्राप्‍त करने के Admission लेते हैं, तो कुछ की महत्‍वाकांक्षाएं CBSE अथवा ICSE बोर्ड से संबंधित स्‍कूल कॉलेजों में प्रवेश लेकर आगे बढ़ने की होती है।

CBSE Kya Hai in Hindi

What is CBSE in Hindi : सीबीएसई भारत के अन्‍य दूसरे शिक्षा बोर्डों की तरह ही एक बोर्ड है। चूंकि यह एक केंद्रीय शिक्षा बोर्ड है। इसलिये यह राष्‍ट्रीय स्‍तर पर देश के हर राज्‍य में स्‍कूल तथा कॉलेज संचालित करता है।

इस बोर्ड का प्रमुख काम सभी केंद्रीय सरकारी स्‍कूलों, निजी शिक्षण संस्‍थाओं तथा जवाहर नवोदय विद्धालयों को मान्‍यता प्रदान करना तथा इन स्‍कूलों का संचालन अपने मानकों तथा नियमों के तहत करवाना है।

CBSE Board कब से काम कर रहा है?

CBSE बोर्ड का सन 1962 में पुर्नगठन किया गया था। तब से यह एक स्‍वतंत्र शिक्षा बोर्ड की तरह काम कर रहा है। इससे पहले सन 1921 में गठित उत्‍तर प्रदेश बोर्ड ऑफ हाईस्‍कूल एंड इंटरमीडिएट के जरिये ही संपूर्णं उत्‍तर भारत में शिक्षा प्रदान की जाती थी।

CBSE Meaning in Hindi

सीबीएसई का हिंदी में अर्थ केंद्रीय माध्‍यमिक शिक्षा बोर्ड है। अधिकतर छात्र छात्रायें इसके शार्ट फार्म CBSE के नाम से पुकारते हैं।

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CBSE Full Form क्‍या है?

सीबीएसई का फुल फार्म Central Board of Secondary Education होता है।

सीबीएसई को स्‍थापित करने के मुख्‍य उद्देश्य

  • देश भर में केंद्रीय स्‍तर पर गुणवत्‍ता युक्‍त विद्धालयों की स्‍थापना करना तथा उनके जरिये 10वीं तथा 12वीं कक्षा तक की शिक्षा प्रदान करना।
  • साल भर 10वीं से 12वीं तक की कक्षा की पढ़ाई कराने के बाद केंद्रीय स्‍तर पर ही बोर्ड परीक्षा आयोजित कराना तथा सफल Students को अंक पत्र उपलब्‍ध कराना।
  • सभी उत्‍तीर्ण छात्र छात्राओं को अंकपत्र के साथ साथ सनद यानि शैक्षिक योग्‍यता प्रमापत्र जारी करना।
  • ऐसे माता पिता की सहायता करना जो उन पदों पर नियुक्‍त हैं, जिन पर ट्रांसफर जल्‍दी जल्‍दी होता है। माता पिता का किसी भी राज्‍य में ट्रांसफर होने की स्थिति में पुराने बच्‍चे का दूसरे स्‍कूल में बिना नाम काटे ट्रांसफर सभव होता है।
  • छात्र छात्राओं के बीच उचित प्रतिस्‍पर्धात्‍मक माहौल का विकास करना और उन्‍हें अच्‍छा कैरियर बनाने में मदत करना।

सीबीएसई दूसरे बोर्ड से कितना अलग है?

CBSE Board को बहुत ही अच्‍छा शिक्षा बोर्ड माना जाता है। वैसे तो देश के अन्‍य राज्‍यों के बोर्ड भी बहुत अच्‍छे हैं। लेकिन सीबीएसई की सेवायें अधिक गुणवत्‍ता युक्‍त मानी जाती हैं।

कई मामलों में तो यह ICSE बोर्ड से भी बेहतर साबित होता है। यही कारण है। कि देश भर के छात्र इस बोर्ड पर सबसे अधिक भरोसा करते हैं।

सीबीएसई बोर्ड से 10th तथा 12th की पढ़ाई करने के लाभ

  • Central Board of Secondary Education की परीक्षायें जल्‍दी होती हैं, तथा Result भी जल्‍दी आता है। जिसकी वजह से छात्र छात्राओं को अपनी मनपसंद यूनिवर्सिटी में Admission लेने का पूरा मौका मिल जाता है।
  • जो छात्र Medical तथा इंजीनियरिंग को अपना कैरियर बनाना चाहते हैं। उनके लिये सीबीएसई Best है।
  • जो छात्र भविष्‍य में AIEEE की परीक्षा में बैठना चाहते हैं, वह सीबीएसई बोर्ड से ही 10वीं तथा 12वीं की पढ़ाई करना पसंद करते हैं क्‍योकि सीबीएसई ही AIEEE की परीक्षा आयोजित करता है।
  • सीबीएसई हिंदी तथा अंग्रेजी दोनों ही भाषाओं में शिक्षा प्रदान करता है।
  • सीबीएसई में 10वीं कक्षा में छात्र छात्राओं को केवल 6 Subjects की पढ़ाई करनी होती है। ऐसा ही 12वीं कक्षा में भी होता है। मतलब जितने प्रश्‍न पत्र उतने की विषय।

सीबीएसई का रिजल्‍ट कैसे देखते हैं?

सीबीएसई के द्धारा प्रति वर्ष बोर्ड परीक्षायें आयोजित की जाती हैं। जिसके बाद रिजल्‍ट घोषित किया जाता है।

इस रिजल्‍ट को हर साल cbse.nic.in पर देखा जा सकता है। यदि आपको अपना रिजल्‍ट देखना है, तो आप अपने ब्राउजर में ऑफीशियल वेबसाइट का एड्रेस डाल कर भी देख सकते हैं।

CBSE 2020 में परीक्षा के पेपर कहां देने होंगें?

सीबीएसई हाईस्‍कूल परीक्षा को लेकर अभी कोई नया अपडेट नहीं है। लेकिन सीबीएसई 12वीं की परीक्षा 2020 में अब Home सेटर्स पर नहीं होगी।

सीबीएसई ने अपनी परीक्षा प्रणाली में यह एक बड़ा बदलाव किया है। इस बदलावा के तहत अब सीबीएसई के 12वीं कक्षा के छात्रों को स्‍वकेंद्र की बजाये। दूसरे स्‍कूल में बनाये गये परीक्षा केंद्र में जाकर परीक्षा देनी होगी।

इस बात की जानकारी केंद्रीय शिक्षा बोर्ड ने सभी स्‍कूलों को दे दी है। इसके अलावा प्रायोगिक परीक्षा के लिये भी अब सीबीएसई के द्धारा Admit Card जारी किये जाएंगें।

सीबीएसई परीक्षा जल्‍दी होने से से छात्रों को क्‍या लाभ मिल रहा है?

  • CBSE Exam जल्‍दी होने से छात्र छात्राओं को विश्‍वविद्धालयों में Registration कराने का भरपूर समय मिलने लगा है।
  • देश की लगभग सभी यूनिवर्सिटियों में स्‍नातक नामांकन प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही सीबीएसई बोर्ड के छात्र छात्रों को उनका अंक पत्र सौंपा जाने लगा है।
  • Compartmental Exam देने वालों को भी उचित समय पर रिजल्‍ट मिला, जिसकी वजह से उनका साल बरबाद होने से बचने लगा है।

CBSE Class 12 Examination Pattern 2020 कौन कौन से Major Changes किये गये हैं?

CBSE Board अपने छात्रों को रटटा मारने में हतोत्‍साहित करने जा रही है। वह ऐसी परीक्षा परीक्षा प्रणाली का विकास कर रही है। जिससे रटटा मारने वाले छात्रों को असुविधा होगी।

सीबीएसई के द्धारा छात्र छात्राओं में विष्‍लेष्‍णात्‍मक Skill तथा तर्क क्षमता को विकसित करने के उपाये किये जाने वाले हैं। जिनका लाभ छात्रों को ही मिलने वाला है।

सीबीएसई ऐसे संस्‍थानों का विकास करेगा जो गुणवत्‍ता युक्‍त शिक्षा की दिशा में सदैव अग्रसर रहेंगें। इन संस्‍थानों से गुणवत्‍ता युक्‍त शिक्षा तो मिलेगी ही साथ में बेहतर परीक्षा परिणाम भी हासिल होंगें।

CBSE Syllabus कैसा होता है?

संपूर्णं भारत में CBSE का Syllabus एक समान होता है। सीबीएसई ने देश भर के सभी स्‍कूल तथा कॉलेजों को NCERT Pattern से शिक्षा प्रदान करने का आदेश जारी किया हुआ है।

तो दोस्‍तों यह थी मेरी आज की पोस्‍ट CBSE Kya Hai और सीबीएसई के बारे में नवीन अपडेट के साथ पूरी जानकारी।

यदि आपके मन में सीबीएसई से संबंधित कोई भी प्रश्‍न है तो आप बेझिझक हम से कमेंट बॉक्‍स के जरिये पूछ सकते हैं। हम आपको CBSE तथा ICSE बोर्ड में से कौन सबसे ज्‍यादा Better है। यह बताने की पूरी कोशिश करेंगें।

शिवा
शिवा
हिंदी मेरी मूल भाषा है और हिंदी लेखन में काफी रूचि है। लेखन कार्य से काफी लम्बे समय से जुड़े हैं। बच्चों क लिए कहानी लिखना ज्यादा पसंद है और काफी कहानी कई पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं।
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