|| चंद्रयान 3 में कितने लोग गए हैं? Chandrayaan 3 me kitne log gye hai | विक्रम लैंडर क्या है? | Vikram lander kya hai | प्रज्ञान रोवर क्या है? | Pragyan rover kya hai | चंद्रयान 3 में कौन कौन लोग गए? | चंद्रयान 3 में कौन कौन व्यक्ति जा रहे हैं? ||
Chandrayaan 3 me kitne log gaye hai :- हाल ही में भारत की अंतरिक्ष अनुसंधान संस्था इसरो ने ऐसा काम करके दिखाया है जो विश्व में कोई भी अन्य देश आज तक नहीं कर पाया है। भारत के इसरो संस्थान ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर अपने चंद्रयान की सॉफ्ट लैंडिंग करवाकर इतिहास रच दिया है और यह करने वाला दुनिया का प्रथम देश बन गया है। कहने का अर्थ यह हुआ कि चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर आज से पहले विश्व का कोई भी देश अपने यान की सॉफ्ट लैंडिंग नहीं करवा पाया है फिर चाहे वह अमेरिका हो या रूस या फिर चीन (Chandrayaan 3 me kitne log gaye hai unke naam) इत्यादि।
ऐसे में यह हमारे लिए और संपूर्ण देश के लिए ही गर्व की बात है और इसके लिए हम तहे दिल से इसरो का धन्यवाद अर्पित करते हैं। हालाँकि जितना बड़ा यह मिशन था, लोगों के मन में इसको लेकर उतने ही अधिक प्रश्न व शंकाएं हैं। इसमें से सबसे बड़ी शंका है कि चंद्रयान 3 पर कितने लोगों को भेजा गया है और उनके क्या कुछ नाम हैं। लोग इसके बारे में जानना चाहते हैं कि क्या इसरो ने चंद्रयान 3 के जरिये वैज्ञानिकों को भी वहां भेजा है और अगर भेजा है तो उनकी संख्या व नाम क्या (Chandrayaan 3 me kitne aadmi gaye hain) हैं।
ऐसे में आज हम चंद्रयान 3 से जुड़ी हर लेटेस्ट अपडेट व जानकारी आपके साथ सांझा करने वाले हैं ताकि आपकी चंद्रयान 3 को लेकर हर तरह की शंका दूर हो सके और आप अपने इस मिशन के बारे में और ज्यादा जान सकें। आइये जाने चंद्रयान 3 मिशन के बारे में शुरू से लकर अभी तक का हर लेटेस्ट व मुख्य (Chandrayaan 3 me kitne person hai) अपडेट।
चंद्रयान 3 में कितने लोग गए हैं? (Chandrayaan 3 me kitne log gye hai)
सबसे पहले आते हैं आपके द्वारा पूछे जाने वाले सबसे मुख्य प्रश्न पर और वह है यह कि अभी हाल ही में इसरो के द्वारा चंद्रमा पर जो अपना यान भेजा गया है, उसमें कितने लोग अर्थात वैज्ञानिक सवार थे और उनके क्या नाम हैं। तो यहाँ हम आपको यह पहले ही सूचित कर देना चाहते हैं कि हमने जो चंद्रयान 3 चंद्रमा पर भेजा है, उसमे कोई भी मनुष्य नहीं था। कहने का अर्थ यह हुआ कि यह मानव रहित यान था जिसे चंद्रमा पर भेजा गया (Chandrayaan 3 me kitne log h) था।
अब आप यह सुनकर अचंभित हो गए होंगे कि जब इस चंद्रयान 3 में किसी मनुष्य या वैज्ञानिक को भेजा ही नहीं गया है तो फिर इसको भेजने का क्या ही अर्थ हुआ। यह तो केवल एक मशीन ही है और वहां जाकर यह अपने आप कैसे काम कर पायेगी। तो आपके हर प्रश्न का उत्तर आपको नीचे पढ़ने पर मिलेगा और इसी के साथ ही चंद्रयान 3 से जुड़ी हर लेटेस्ट अपडेट व रोचक जानकारी भी जानने को मिलेगी। बस इसके लिए आपको ध्यान से पूरा लेख पढ़ना होगा ताकि कोई भी जानकारी रहने ना पाए।
अब आप यह पढ़कर निराश मत हो जाइये कि इस चंद्रयान 3 में कोई मानव नहीं गया है क्योंकि आज तक चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर कोई मानव गया भी नहीं है और ना ही वहां पर किसी भी देश का कोई विमान उतर पाया है। हालाँकि इसमें इसरो के वैज्ञानिकों ने एक रोवर डाला है जो चंद्रमा की सतह पर घूम घूम कर रिसर्च करेगा अर्थात कर चुका है और अभी वह सो रहा (Chandrayaan 3 me kitne log gaye hai name) है।
उस रोवर का नाम प्रज्ञान रखा गया है और जहाँ से वह निकलेगा उसे हमने विक्रम लैंडर नाम दिया है। अब आप सोचेंगे कि इसका नाम तो चंद्रयान 3 होना चाहिए तो फिर यह विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर क्या है, तो आइये एक एक करके इन सभी के बारे में समझ लेते हैं ताकि आपको चंद्रयान 3 के बारे में सही से समझ में आ सके।
चंद्रयान 3 मिशन क्या है? (Chandrayaan 3 mission kya hai)
चंद्रयान 3 के जरिये हमने एक यान को चंद्रमा की सतह पर भेजने का काम किया है और उसके जरिये अपने यान को चंद्रमा की दक्षिणी सतह अर्थात दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करवाने का काम किया है। तो इसमें जिस यान को भेजा गया है, उसका नाम ही चंद्रयान 3 रखा गया है और इस मिशन को चंद्रयान 3 मिशन का नाम दिया गया (Chandrayaan 3 mission details in Hindi) है।
ऐसे में यह चंद्रयान 3 कई तरह के पुर्जों या पार्ट्स से मिलकर बना है जो ऊपर जाते जाते उससे अलग होते चले जाते हैं क्योंकि उनका कार्यकाल उसी समय तक के लिए या उसी दूरी के लिए ही होता है। तो उस पूरे यान को हम चंद्रयान 3 के नाम से जानते हैं और इस मिशन को चंद्रयान 3 मिशन नाम दिया गया (Chandrayaan 3 ka mission kya hai) है।
विक्रम लैंडर क्या है? (Vikram lander kya hai)
अब जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि जब भी किसी यान को अंतरिक्ष में किसी ग्रह या चंद्रमा पर भेजा जाता है तो वह अपने साथ कई चीजें लेकर चलता है जो समय समय पर उससे अलग होती चली जाती है। कुछ वैसा ही हमारे चंद्रयान 3 के साथ भी हुआ है जिसमें हमने चंद्रयान 3 को तो चंद्रमा पर भेजा है लेकिन उसमें से एक चीज़ अलग हुई (Vikram lander details in Hindi) है। वह चीज़ तो चंद्रयान 2 के साथ जुड़ गयी और उससे जुड़ी जानकारी हम तक पहुँचाने लगी।
तो अंतिम रूप में चंद्रयान 3 का एक भाग जिसे विक्रम लैंडर नाम दिया गया था, उसे ही असलियत में चंद्रमा की सतह पर लैंड होना था। एक तरह से हमने इतना बड़ा चंद्रयान 3 जो भेजा था, उसके जिस हिस्से को वास्तविकता में चंद्रमा की सतह पर लैंड होना था, उसका नाम ही विक्रम लैंडर रखा गया है। इसी कारण इसके नाम में लैंडर जुड़ा हुआ है और इसे विक्रम नाम दिया गया (What is vikram lander in Hindi) है। तो अभी चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर हमारा यह विक्रम लैंडर ही स्थित है।
प्रज्ञान रोवर क्या है? (Pragyan rover kya hai)
अब बात करते हैं चंद्रयान 3 मिशन के तहत ही सबसे महत्वपूर्ण अंग प्रज्ञान रोवर की। वह इसलिए क्योंकि इतना बड़ा जो मिशन लॉन्च किया गया है और उसके तहत हमें जो भी जानकारी मिलेगी, वह इसी प्रज्ञान रोवर के बलबूते ही मिलने वाली है। तो यह एक छोटी सी पहिया गाड़ी है जो अपने आप चल सकती है, वापस लौट सकती है, खोजबीन कर सकती है और हम तक जानकारी पहुंचा सकती है।
एक तरह से यह रोवर चलता फिरता रोबोट है जो अपने आप भी निर्णय लेता है या जो उसमें पहले से कोडिंग की गयी है, उसके अनुसार अपना काम करता है और साथ ही इसरो के द्वारा भेजे जा रहे लाइव संदेशों को ध्यान में रखकर काम करता है। तो यह प्रज्ञान रोवर विक्रम लैंडर के अंदर ही स्थित एक पहियानुमा गाड़ी है जिसको विक्रम लैंडर का दरवाजा खोलकर बाहर निकाला (Pragyan rover details in Hindi) गया।
विक्रम लैंडर से बाहर निकलने के बाद यह प्रज्ञान रोवर चंद्रमा की सतह पर इधर उधर चहल कदमी करते हुए देखा गया था और चंद्रमा की सतह का आंकलन कर उसके बारे में जानकारी जुटा रहा था। इसी ने ही इसरो को कई तरह के महत्वपूर्ण संदेश व जानकारियां पहुँचाने का काम किया है। तो इस तरह से इतने बड़े मिशन चंद्रयान 3 के तहत इस छोटे से प्रज्ञान रोवर के द्वारा ही जानकारी को जुटाया जाना (What is pragyan rover in Hindi) था।
चंद्रयान 3 के द्वारा भारत को क्या उपलब्धि मिली?
अब बात करते हैं कि इस चंद्रयान 3 मिशन के तहत भारत को क्या उपलब्धि हासिल हुई। तो आज तक पूरे विश्व के देशों में से केवल तीन देश ही चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कर पाने में सफल हुए हैं और उन तीन देशों के नाम हैं अमेरिका, रूस व चीन। तो इस तरह से भारत देश चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथा देश बन गया है जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है।
अब करते हैं इससे भी बड़ी उपलब्धि की बात। हमने आपको ऊपर जिन भी तीन देशों के नाम बताये हैं, उन्होंने अभी तक चंद्रमा के उत्तरी ध्रुव पर ही सॉफ्ट लैंडिंग की है जो कि दक्षिणी ध्रुव की अपेक्षाकृत बहुत ही सरल है। आज से पहले किसी भी देश ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करने में सफलता हासिल नहीं की है क्योंकि यह चंद्रमा पर स्थित एक ऐसा क्षेत्र है जो कई तरह के रहस्यों से भरा हुआ है और यहाँ बहुत ही कम समय के लिए सूरज की रोशनी पहुँचती है।
इसी के साथ ही यहाँ पर बहुत ही विशाल गड्डे व खाइयाँ है। इसी के साथ ही यह क्षेत्र अत्यधिक रहस्यमयी व जटिलताओं से भरा हुआ है। ऐसी स्थिति में भी भारत देश ने चंद्रमा के इस दक्षिणी ध्रुव पर अपने चंद्रयान 3 मिशन के तहत विक्रम लैंडर की सफल सॉफ्ट लैंडिंग करवा दी और ऐसा करने वाला दुनिया का प्रथम देश बन गया। कहने का अर्थ यह हुआ कि चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला भारत दुनिया का प्रथम देश है। यह एक तरह से देश के लिए बहुत ही बड़े गर्व की बात है।
चंद्रयान 3 मिशन से हमें क्या हासिल हुआ? (Chandrayaan 3 mission success or not in Hindi)
अब करते हैं चंद्रयान 3 के तहत भेजे गए प्रज्ञान रोवर से हमें क्या कुछ लक्ष्य हासिल हुए अर्थात उसने अभी तक क्या कुछ खोज निकाला है। तो यह तो सनातन धर्म में बहुत पहले से ही बता दिया गया है कि चंद्रमा की सतह पर जीवन को जीने के लिए सभी आवश्यक तत्व उपलब्ध हैं लेकिन वैज्ञानिक स्तर पर अभी तक इसे प्रमाणित नहीं किया जा सका है। इसी कारण दुनियाभर के देश इसकी खोज के लिए लगातार प्रयासरत हैं जिसमें हमने सफलता हासिल की है।
तो इसी के तहत वहां भेजे गए प्रज्ञान रोवर ने लगभग 14 से 15 दिन चंद्रमा की सतह पर घूम घूम कर कई तरह के तत्वों की खोज हासिल की है और इसे बताया है। यह आज तक चंद्रमा के इतिहास में हुई सबसे बड़ी खोज कही जा सकती है जो हमारे प्रज्ञान रोवर ने पता लगायी है। तो प्रज्ञान रोवर ने चंद्रमा की सतह पर इन तत्वों की उपलब्धता के प्रमाण हमें भेजे हैं:
- ऑक्सीजन (O)
- सल्फर (S)
- एल्युमिनियम (Al)
- कैल्शियम (Ca)
- आयरन (Fe)
- क्रोमियम (Cr)
- टाइटेनियम (Ti)
- सिलिकॉन (Si)
- मैगनीज (Mn)
अब जरा आप ही सोचिये कि जब जीवन को जीने के लिए इतने महत्वपूर्व व आवश्यक तत्व चंद्रमा पर उपलब्ध हैं तो अवश्य ही वहां जीवन भी संभव होगा। बस प्रतीक्षा है तो मनुष्य के द्वारा उस पर और जल्दी व तेजी के साथ शोध किये जाने की ताकि इन रहस्यों से जल्द से जल्द पर्दा उठाया जा सके।
अब चंद्रयान 3 की क्या स्थिति है? (Chandrayaan 3 mission status in Hindi)
फ़िलहाल तो चंद्रयान 3 चंद्रमा की धरती पर स्लीप मोड में अर्थात सो गया है। वह इसलिए क्योंकि इस समय चंद्रमा पर सूर्यास्त हो गया है और यह धरती के जैसे आधे दिन के लिए नहीं बल्कि आधे महीने के लिए रहता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि चंद्रमा पर धरती के 14 से 15 दिन के बराबर तो सूर्योदय हुआ रहता है और फिर अगले 14 से 15 दिन के लिए सूर्यास्त हो जाता है। ऐसे में जिस दिन चंद्रयान 3 ने चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग की थी तो उसी समय वहां पर सूर्योदय हुआ था।
यह लैंडिंग 23 अगस्त को शाम 6 बजकर 5 मिनट पर हुई थी और तब से लेकर अगले 14 से 15 दिन के लिए प्रज्ञान रोवर ने चंद्रमा की सतह पर घूम घूम कर कार्य किया है। चंद्रयान 3 को जिस योजना के तहत लॉन्च किया गया था, वह उद्देश्य अब पूर्ण हो चुका है और हमें कई तरह की महत्वपूर्ण जानकारी मिल चुकी है। फिर जब चंद्रमा पर सूर्यास्त हो गया तो प्रज्ञान रोवर को विक्रम लैंडर के अंदर भेज दिया गया और दोनों को ही स्लीप मोड में भेज दिया गया।
अब इसरो के अनुसार 22 सितंबर को चन्द्रमा की धरती पर फिर से सूर्योदय होगा। उस समय आशा है कि यह विक्रम लैंडर व प्रज्ञान रोवर फिर से जाग उठेंगे और अपना काम करने लग जाएंगे। हालाँकि यह निश्चित तौर पर कहा नहीं जा सकता है कि वह उठेंगे या नहीं लेकिन सभी देशवासियों को इसकी बहुत ज्यादा आशा है कि वे अवश्य उठेंगे और आगे भी काम करते रहेंगे। तो अब प्रतीक्षा है तो 22 सितंबर के दिन की जब चंद्रमा की धरती पर सूर्योदय होगा और हमारे विक्रम लैंडर व प्रज्ञान रोवर एक लंबी नींद के बाद जागेंगे।
चंद्रयान 3 में कितने लोग गए हैं – Related FAQs
प्रश्न: चंद्रयान 3 में कितने लोग गए हैं उनके नाम?
उत्तर: चंद्रयान 3 में कोई भी इंसान नही गया है। बाकि की जानकारी आप ऊपर का लेख पढ़ कर प्राप्त कर सकते हो।
प्रश्न: चंद्रयान 3 में कौन कौन लोग गए?
उत्तर: चंद्रयान 3 मानव रहित मिशन है। बाकि की जानकारी आप ऊपर का लेख पढ़ कर प्राप्त कर सकते हो।
उत्तर: हां, चंद्रयान 3 एक मानव रहित मिशन है।
प्रश्न: चंद्रयान 3 में कौन कौन व्यक्ति जा रहे हैं?
उत्तर: चंद्रयान 3 में किसी भी व्यक्ति को नही भेजा गया है।
तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने चंद्रयान 3 पर कौन गया है इसके बारे में जानकारी हासिल कर ली है। आपने जाना कि चंद्रयान 3 में कोई भी मनुष्य नही गया है इसमें विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर को भेजा गया है। साथ ही आपने जाना कि चंद्रयान 3 से भारत को क्या हासिल हुआ और अब चंद्रयान 3 की क्या स्थिति है। आशा है कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया यह लेख पसंद आया होगा।