Corona Virus In Hindi – दुनिया में इस वक्त सबकी जुबान पर सिर्फ एक नाम है ‘कोरोना’। जी हां दोस्तों, कोरोना वायरस में इस टाइम दुनिया भर के लोगों के दिलों में दहशत पैदा की हुई है। चीन में इस वायरस के संक्रमण से अब तक 400 से भी अधिक लोगों की जान जा चुकी है। और हालत इस कदर खराब है कि 20 हजार से भी ज्यादा लोग इससे प्रभावित बताए जा रहे हैं। चीन में लगातार भयावह हो रही स्थिति के बीच जो लोग चीन में बसे हुए थे, वह भी वहां से निकलने की जद्दोजहद में जुटे हुए हैं। खुद भारत ने ऐसे करीब 700 लोगों को वहां से airlift कराया है।
बताते हैं कि कोरोना वायरस का अभी तक कोई टीका नहीं बना है। कोरोना वायरस क्या है? यह कब और कैसे सामने आया? इसके लक्षण क्या हैं? और इससे बचा कैसे जा सकता है? जैसे कई सवालों के जवाब हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से देने की कोशिश करेंगे। आइए दोस्तों, सबसे पहले जानते हैं कोरोना वायरस के बारे में –
कोरोना वायरस क्या है?
दोस्तों, कोरोना आरएनए का वायरस है। यह श्वास तंत्र का संक्रमण है। यह इंसानों और स्तनधारी पशु, पक्षियों में रोग का कारक है। यह संक्रमण के जरिए एक जीव से दूसरे जीव में तेजी से फैलता है। और अधिकतर मामलों में जानलेवा साबित होता है। इसकी दो प्रजाति की मार सबसे ज्यादा देखी जा रही है। एक है मर्स कोरोना वायरस और दूसरी सार्स कोरोना वायरस। इस वायरस के संक्रमण की आशंका से दुनिया भर में हाहाकार है। हर ओर सिर्फ इसी के बारे में चर्चा है। लोग इससे हर कीमत पर दूर रहना चाहते हैं।
कोरोना वायरस का कहर कहां से शुरू हुआ –
बीते दिसंबर माह में चीन के हुबेई प्रांत के वुहान शहर में इस वायरस का पहला मामला सामने आया और देखते ही देखते इस वायरस ने तबाही मचा कर रख दी। यह संक्रमण बहुत तेजी से फैला और लोगों को शिकार बनाता चला। इस वक्त हर किसी के सिर पर कोरोना का खौफ छाया हुआ है। दहशत की सबसे बड़ी वजह यह भी है कि अभी तक इसका कोई टीका नहीं बन पाया है। वुहान से जो भी लोग अपने देश पहुंचे उन्हें कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका को देखते हुए आम आदमी के संपर्क से दूर आइसोलेशन में रखा जा रहा है।
किस तरह शिकार बनाया कोरोना वायरस ने –
मित्रों, माना जा रहा है कि यह वायरस जानवर के जरिए इंसान में पहुंचा है। दरअसल, दक्षिण चीन जो कि सीफूड समुद्री जीवों से बने के भोज्य पदार्थों का होलसेल मार्केट कहा जाता है। वहां पर मुर्गी और चमगादड़ के साथ ही सांपों की भी बड़ी मंडी लगती है। तो माना जा रहा है कि यह वायरस सांप या ऐसे ही किसी जीव से किसी इंसान के शरीर में पहुंचा है। इसीलिए इस से बचने की हिदायत में यह साफ कहा गया है कि कोई भी मनुष्य जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचें।
चीन में बड़े पैमाने पर जीवो का भोजन के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, यहां वायरस फैलने का यही बड़ा कारण माना जा रहा है। दोस्तों, लगे हाथों आपको यह भी बता दें कि इससे पहले जब करीब 18 साल पहले सार्स की महामारी फैली थी, तब भी यही माना गया माना वह सीवैट बिल्ली के जरिए लोगों के भीतर पहुंचा था।
कोरोना वायरस का Incubation Period क्या है?
साथियों, कहा जा रहा है कि यह कोरोना वायरस इससे पहले दुनिया में से कभी नहीं देखा गया। बताया जाता है इसका इनक्यूबेशन पीरियड यानी incubation period 2 दिन से लेकर 10 दिन तक है। अब आपका सवाल होगा दोस्तों कि आखिर यह incubation period का मतलब क्या है? तो हम आपको इसका जवाब आपको देंगे।
दोस्तों, दरअसल, इनक्यूबेशन पीरियड का मतलब यह है कि इसमें व्यक्ति virus से संक्रमित हो जाता है, लेकिन उसका स्वास्थ्य ठीक रहता है। उसे इसका पता नहीं चलता, जब तक कि संक्रमण उभर नहीं आता। सबसे ज्यादा दिक्कत उनको है, जिनको डायबिटीज है या जो कैंसर के मरीज हैं या फिर बूढ़े हो चले हैं। उनकी प्रतिरोधक क्षमता बहुत कम हो जाने की वजह से यह virus उनको आसानी से अपना शिकार बना लेता है।
WHO ने स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया –
कोरोना से अब तक 20 हजार से भी ज्यादा लोग प्रभावित हो चुके हैं। चीन में इसकी वजह से चार सौ से ज्यादा जानें जा चुकी हैं। भारत ने भी अपने 700 लोगों को वहां से airlift कराया है। चीन में प्रभावितों के आंकड़े के अभी और ऊपर जाने की आशंका है। हालात इस कदर चिंताजनक हैं कि WHO (world health organization) यानी विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस को देखते हुए दुनिया भर में स्वास्थ्य आपात काल घोषित कर दिया है।
क्या चीनी सामान से भी है खतरा –
दोस्तों, कई लोगों में इस तरह की भी आशंका घर कर गई है कि उनको चीनी सामान के संपर्क में आने, इस सामान को छूने या इस्तेमाल करने से भी कोरोना वायरस का ख़तरा हो सकता है। हालांकि अभी तक ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है। लेकिन यदि 18 साल पहले फैले सार्स की बात करें तो उस वक्त चीन के सामान के भी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से खतरे की बात सामने आई थी।
चीन युद्ध स्तर पर जुटा, 10 दिन में तैयार किया विशाल अस्पताल –
कोरोना वायरस से निपटने के लिए चीन युद्ध स्तर पर जुटा हुआ है। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि चीन ने दस दिन से भी कम समय में 10 हजार बेड का हॉस्पिटल तैयार कर दिया है। और डेढ़ हजार बेड का एक और हॉस्पिटल तैयार हो रहा है। बताते हैं कि इससे पहले सन 2002-03 में सार्स वायरस की वजह से हजारों जाने गई थीं। उसके बाद अब इतने साल बाद इतने बड़े पैमाने पर कोरोना वायरस के आतंक ने दुनिया को परेशान किया हुआ है। हर कोई इसकी वजह से त्राहि त्राहि कर रहा है।
उड़ानें बंद, Medical उपकरणों तक की कमी पड़ी –
चीन में कोरोना वायरस को लेकर हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। तमाम देशों ने वहां के लिए उड़ानें बंद कर दी हैं तो कई देशों ने वहां से लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया है। पाकिस्तान वहां वुहान में फंसे अपने लोगों को लाने से हाथ खड़े कर चुका है। पूर्वी रूस ने चीन के साथ अपने बार्डर बंद कर दिए हैं। आलम यह है कि चीन में medical उपकरणों तक की कमी हो गई है। वहां जितना उत्पादन था, वह कम पड़ रहा है।
संक्रामक रोग से बचने के लिए खास तौर पर पहने जाने वाले N-95 मास्क बेहद कम बचे हैं। दस्तानों की भी बेहद कमी हो गई है। कजाकिस्तान, हंगरी आदि देशों ने उसे यह उपकरण मुहैया कराने की पहल की है।
चीन की अर्थव्यवस्था को बड़ा धक्का –
मित्रों, लगे हाथों आपको यह भी बता दें कि कोरोना वायरस की वजह से चीन की अर्थव्यवस्था को भी बड़ा धक्का पहुंचा है। तमाम इंडस्ट्री पर अनिश्चितकालीन तौर पर ताले लग चुके हैं, शटर गिर चुके हैं। कोरोना वायरस के फैलने की आशंका के चलते तमाम बड़े देशों ने अपनी उड़ानें वहां के लिए बंद कर दी है और वहां जा भी रही हैं, वहां से वह अपने लोगों को एयरलिफ्ट कराने के लिए ले जाए जा रही हैं। वहां के सामान से भी ज्यादातर लोगों ने मुंह मोड़ लिया है। उन्हें आशंका है कि चीनी सामान का इस्तेमाल भी उन्हें कोरोना वायरस का शिकार बना सकता है।
इसके अलावा सैलानियों के न पहुंचने की वजह से सबसे जबरदस्त झटका पर्यटन कारोबार पर है। विशेषज्ञ दिन रात लोगों की देख रेख में जुटे हैं और रिसर्च स्कालर कोरोना वायरस का टीका तैयार करने की जुगत में।
कोरोना वायरस से भारत में भी अफरा तफरी –
कोरोना वायरस को देखते हुए भारत में भी अफरा तफरी मची है। भारत में भी बड़े पैमाने पर लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरूक किया जा रहा है। अस्पतालों में डिस्प्ले स्क्रीन लगाए गए हैं। पोस्टर्स लगाए गए हैं। सभी शहरों के अस्पतालों में विशेष आइसोलेशन वार्ड बना दिए गए हैं। यह कई बेड्स के वार्ड हैं। इनमें विशेषज्ञ डाक्टरों और अन्य स्टाफ की तैनाती की गई है। डाक्टरों के साथ ही अन्य स्टाफ को कोरोना वायरस को देखते हुए ट्रेनिंग दी जा रही है। उन्हें वायरस के लक्षणों, इससे बचाव के तरीकों, उपचार आदि की जानकारी दी जा रही है। इसके अलावा बस स्टैंड और रेलवे स्टेशनों पर स्क्रीनिंग कैंप भी लगाए गए हैं, जिसमें बाहर से आने वाले आशंकित लोगों की जांच की जा रही है।
यदि किसी में कोरोनावायरस की आशंका दिखती है तो उसके सैंपल लेकर पुणे लैब जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। कई ऐसे लोगों के सैंपल में भेजे जा चुके हैं, जिनमें बीमारी के लक्षण देखे गए हैं। अभी तक भारत में कोरोनावायरस के केवल 2 मामले सामने आए हैं, जिसमें से एक केरल का है। चीन से लाए जा रहे लोगों को भी सेफ्टी के मद्देनजर पहले आइसोलेशन वार्ड में रखा जा रहा है। डॉक्टरों के साथ ही पैरामेडिकल स्टाफ को भी ट्रेनिंग दी जा रही है कि वह इलाज के दौरान किस तरह की सावधानी बरतें।
पुलिस कर्मियों को भी चेताया गया, विदेशियों की ज्यादा आवाजाही वाले शहरों में ज्यादा सावधानी –
देश में कोरोना वायरस की आशंका को देखते हुए जिन पुलिसकर्मियों की ड्यूटी धार्मिक स्थलों पर लगी है या अन्य स्थानों पर लगी है, उन्हें भी विशेष N 95 मास्क पहनने की चेतावनी जारी की गई है। उनसे कहा गया है कि वह लोगों के नजदीकी संपर्क से दूर रहें। जिन धार्मिक या अन्य स्थानों पर विदेशियों की अधिक आवाजाही रहती है, उन्हें खास तौर पर सावधानी बरतने को कहा गया है। एक हेल्थ हेल्प लाइन 104 भी जारी की गई है, जिस पर कोरोना वायरस से संबंधित कोई भी जानकारी साझा की जा सकती है।
कोरोना वायरस के लक्षण क्या हैं? यह लक्षण दिखें तो तुरंत डाक्टर से संपर्क करें?
कोरोना वायरस के लक्षण इतने कामन हैं कि किसी को यह नहीं लगेगा कि यह इतनी बड़ी मुसीबत में डाल सकते हैं और उन्हें नजरअंदाज करने में जान तक पर बन सकती है। जी हां दोस्तों, कोरोना वायरस के लक्षणों में गले में खराश होना, जुकाम, खांसी बुखार, सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण शामिल हैं। यदि आपको भी यह लक्षण सामने आएं तो हल्के में लेने की भूल न करें। तुरंत डाक्टर से संपर्क करें।
कोरोना वायरस से कैसे बचें?
साथियों, कोरोना वायरस से बचाव का एक तरीका यह है कि पहले ही सावधानी बरती जाए। आइए, एक नजर डालते हैं इन बचाव के तरीकों पर –
- हाथों को अच्छी तरह किसी अच्छे साबुन या जेल से धोया जाए।
- एल्कोहल युक्त रब का भी इस्तेमाल हाथों को धोने के लिए किया जा सकता है।
- मीट को अच्छी तरह पकाकर खाया जाए।
- जुकाम, खांसी या सांस की बीमारी के रोगी के संपर्क में आने से बचें।
- किसी को छींक आ रही हो तो उससे दूर रहें।
- खाने की चीजों को भी पूरी तरह से पका कर खाया जाए।
- अभिवादन के वक्त दूसरों से हाथ मिलाने से बचें। जहां तक उन्हें दूर से ही हाथ जोड़ लें।
FAQ
कोरोना वायरस क्या है?
कोरोनावायरस चीन देश के वुहान शहर से निकला विषाणुओं का एक विशाल समूह है जो एक दूसरे के संपर्क में आने से होता है। यह मुख्य रूप से जुकाम से लेकर मनुष्य के श्वसन तंत्र की से जुड़ी गंभीर बीमारियों को पैदा कर सकता हैं।
सर दर्द, सूखी खांसी, जुकाम दुकान, सांस लेने में परेशानी आदि कोरोनावायरस के सामान्य लक्षण हैं।
जी हां, इसमें कोई भी संदेह नहीं है कोरोनावायरस काफी गंभीर बीमारी है। इससे अब तक दुनिया भर में करोड़ों लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
कोरोनावायरस दुनिया भर में पूरी तरह फ़ैल चुका है। इस स्थिति में इससे खुद को सुरक्षित रखने के लिए हमेशा मास्क पहने, 2 गज की दूरी और समय -समय पर हाथों को साबुन से धुले। ऐसा करके आप काफी हद तक आप इससे बच सकते हैं।
क्या कोविड-19 से बचाव के लिए कोई टीका उपलब्ध है?
जी हाँ, कोविड-19 से बचाव के लिए टीका (वैक्सीन) उपलब्ध है। जिसे लगाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
क्या कोविड-19 (वैक्सीन) का टीका फ्री है?
जी हाँ, कोविड-19 (वैक्सीन) का टिका बिल्कुल फ्री है, जो केंद्र सरकार की तरफ से जगह – जगह शिविर लगवा कर लोगो का लगाया जा रहा है।
दोस्तों, तो यह थी दुनिया भर के लिए आशंकाओं का सबब बने कोरोना वायरस के बारे में वह सारी जानकारी, जो इस वक्त आप जानना चाहते हैं। हमें पूरी उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। यदि आपके दिल ओ दिमाग में अब भी इस विषय को लेकर कोई शक या सवाल आ रहा है तो आप नीचे लिखे comment box में comment करके अपने सवालों से हमें अवगत करा सकते हैं। हम आपके भेजे गए सवाल का जवाब देने की पूरी पूरी कोशिश करेंगे।
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