|| क्रेडिट लाइन क्या है? | Credit line kya hai | What is line of credit in Hindi | Credit limit kya hoti hai | क्रेडिट लाइन व क्रेडिट कार्ड में अंतर | क्रेडिट लाइन व लाइन ऑफ क्रेडिट में क्या अंतर है? | क्रेडिट लाइन में कितना पैसा मिलता है? | Credit line par kitna paisa milta hai ||
Credit line kya hai :- आज के समय में हमारी जरूरतें बहुत ज्यादा बढ़ गयी है और उन जरूरतों को पूरा करने के लिए हमें पैसों की जरुरत होती है। पहले के समय में यदि व्यक्ति महीने का 10 हज़ार कमाता था तो उसमें से केवल 5 से 7 हज़ार रुपये ही खर्च करता था और बाकि का पैसा किसी संकट के समय के लिए बचाकर रखता था। एक तरह से वह उतने ही पैर पसारता था जितनी की चादर हो लेकिन आज के समय में हमारे पैर चादर से बाहर तो क्या बल्कि बेड से बाहर भी लटक रहे हैं और इसी कारण कई नए शब्द प्रचलन में आये (What is line of credit in Hindi) हैं।
अब यदि व्यक्ति महीने का 50 हज़ार भी कमाता है तो उसे अपनी जरुरत पूरी करने के लिए महीने के 60 हज़ार खर्च करने हैं। अब उसे समय से पहले ही सबकुछ चाहिए तो उसके लिए उसे कहीं ना कहीं से पैसों का जुगाड़ तो करना ही होगा। इसके लिए वह ऋण लेता है या फिर क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करता है लेकिन इसी में ही एक तीसरी टर्म है जिसे हम क्रेडिट लाइन या लाइन ऑफ क्रेडिट के नाम से जानते (Line of credit in Hindi) हैं।
ऐसे में यदि आपने क्रेडिट लाइन का नाम नहीं सुना हुआ है या आप इसको क्रेडिट कार्ड या फिर निजी ऋण से जोड़कर देखते हैं तो आप गलत हैं। वह इसलिए क्योंकि क्रेडिट लाइन इन सभी से अलग एक टर्म होती है और इसी कारण ही इसे अलग नाम भी दिया गया है। आज के इस लेख में आप इसी क्रेडिट लाइन के बारे में ही पूरी जानकारी प्राप्त करने वाले हैं। इसी के साथ ही क्रेडिट लाइन का उपयोग करने के क्या कुछ फायदे व नुकसान हो सकते हैं, उसकी जानकारी भी आपको यहीं (Credit line meaning in Hindi) मिलेगी।
क्रेडिट लाइन क्या है? (Credit line kya hai)
सबसे पहले हम बात करते हैं कि आखिरकार यह क्रेडिट लाइन होती क्या है और इसका क्या अर्थ होता है। तो आपको क्रेडिट कार्ड तो अच्छे से पता ही होगा और आज के समय में लोगों के पास डेबिट कार्ड के साथ साथ क्रेडिट कार्ड भी होने लगा है और वे अपने अनावश्यक खर्चों और क्षमता से बढ़कर खर्चे करने के लिए इसी क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने लगे हैं जिसका भुगतान वे अपने अगले महीने की सैलरी से किया करते हैं। तो क्रेडिट लाइन भी कुछ कुछ क्रेडिट कार्ड की तरह ही काम करती है लेकिन दोनों के बीच बहुत अंतर भी (Credit line kya hoti hai) है।
ऐसे में आज हम आपको क्रेडिट लाइन या लाइन ऑफ क्रेडिट के बारे में समझाते हुए यह बता दें कि यह किसी बैंक, सरकार या संस्था की ओर से दिया गया एक ऐसा लोन या ऋण होता है जिसका इस्तेमाल कब, कहाँ और किस तरह से कितनी मात्रा में करना है, यह आप पर निर्भर करता है। एक तरह से यह आपको एक निश्चित राशि में मिला हुआ ऐसा लोन होता है जिसका इस्तेमाल करने के लिए आप पूरी तरह से स्वतंत्र होते हैं। एक तरह से इसे आप बार बार विभिन्न कामों के लिए इस्तेमाल में ला सकते हैं और उसी राशि पर ही आपको ब्याज चुकाना होता (Credit limit kya hoti hai) है।
हर व्यक्ति के लिए एक क्रेडिट लाइन बना दी जाती है अर्थात वह एक निश्चित सीमा तक ही लोन की राशि का उपयोग कर सकता है। इसका निर्धारण आपके क्रेडिट स्कोर, आपकी सैलरी या अन्य चीजों में आपका योगदान, आपके द्वारा टैक्स चुकाने की अवधि और उसका स्लैब, समाज में आपकी प्रतिष्ठा व आपका नाम इत्यादि कई कारकों पर निर्भर करता है। इसमें आपको जो भी क्रेडिट लाइन दी गयी है या जितनी राशि के लिए आपको चुना गया है, आप उससे अधिक राशि का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं।
अब इसे यदि हम एक उदाहरण से समझें तो मान लीजिये कि किसी बैंक के द्वारा आपको एक लाख रुपये की क्रेडिट लाइन दी गयी है। तो आप इन एक लाख रुपयों का किसी भी चीज़ के लिए भुगतान कर सकते हैं और इसे कितनी भी बार इस्तेमाल में ला सकते हैं। मान लीजिये कि आपको आज 10 हज़ार रुपये की आवश्यकता है तो आप इन एक लाख में से 10 हज़ार रुपये निकाल सकते हैं और फिर आपका ब्याज केवल और केवल उन 10 हज़ार पर ही लगेगा।
कुछ दिनों के बाद आपको 20 हज़ार की जरुरत और पड़ जाती है तो आप फिर से इसमें से 20 हज़ार रुपये निकाल सकते हैं और अब आपका ब्याज केवल 30 हज़ार रुपये की राशि पर लगेगा, ना कि पूरे एक लाख रुपये पर। इस तरह से क्रेडिट लाइन में आपके ऊपर ब्याज केवल इस्तेमाल में ली गयी राशि पर ही लगता है और बाकि की राशि यूँ ही आपकी क्रेडिट लाइन में पड़ी रहती है। फिर जब आप उस राशि को ब्याज सहित क्रेडिट लाइन में चुका देते हैं तो पुनः उसकी लिमिट एक लाख हो जाती है।
क्रेडिट लाइन व लाइन ऑफ क्रेडिट में क्या अंतर है? (Credit line vs line of credit in Hindi)
अब ऊपर आपने देखा होगा कि हमने क्रेडिट लाइन के साथ साथ लाइन ऑफ क्रेडिट शब्द का भी इस्तेमाल किया है और इसे पढ़कर आपको लगा होगा कि शायद यह दोनों टर्म अलग अलग है। तो यहाँ हम आपको बता दें कि यह दोनों टर्म एक ही है और इनके बीच किसी तरह का अंतर नहीं (Difference between credit line or line of credit in Hindi) है। क्रेडिट लाइन को आधिकारिक तौर पर या बैंक की भाषा में लाइन ऑफ क्रेडिट कहा जाता है जबकि इसे सरल रूप देने के लिए क्रेडिट लाइन का नाम दिया गया है। ऐसे में आज के समय में अधिकतर जगहों पर लाइन ऑफ क्रेडिट की जगह क्रेडिट लाइन शब्द का ही इस्तेमाल देखने को मिल रहा है।
क्रेडिट लाइन कौन देता है? (Credit line kon deta hai)
अब आपको यह भी जानना होगा कि यह क्रेडिट लाइन देता कौन है या यह आपको किस जगह से मिल सकता है। तो यहाँ हम आपको बता दें कि क्रेडिट लाइन को देने का काम मुख्य तौर पर बैंकिंग संस्थाएं ही करती है। अब यह उनके द्वारा सीधे तौर पर भी दिया जा सकता है या वे किसी थर्ड पार्टी के द्वारा भी क्रेडिट लाइन को देने का काम करते हुए पाए जा सकते हैं। हालाँकि भारत सरकार सहित राज्य सरकार भी अपने लोगों को ज्यादा सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य के तहत उनके लिए क्रेडिट लाइन देने की योजना बनाती है।
इसके अलावा तरह तरह की अन्य वित्तीय संस्थाएं जो लोन इत्यादि देने का काम करती है, उनके द्वारा भी लोगों को क्रेडिट लाइन देने का काम किया जाता है। आज के समय में इसके लिए कई तरह की वेबसाइट व ऐप भी आ चुकी हैं जहाँ पर आप क्रेडिट लाइन लेने के लिए अपना आवेदन दे सकते हैं।
क्रेडिट लाइन कैसे मिलती है? (Credit line kaise milti hai)
अब आपको यह भी जान लेना चाहिए कि यदि आपको किसी बैंक से या अन्य किसी संस्था से क्रेडिट लाइन लेनी है तो उसके लिए क्या कुछ करना पड़ता है। तो उसके लिए आपको किसी बैंक या ऐसी किसी संस्था के पास जाना होगा जहाँ पर क्रेडिट लाइन को देने का काम किया जाता है। आप चाहें तो इसके लिए अपना आवेदन ऑनलाइन भी जमा करवा सकते हैं। इसके लिए वे संस्थाएं आपसे आपके बैंक की स्टेटमेंट, आधार कार्ड, पैन कार्ड इत्यादि दस्तावेजों को सबमिट करने को कहेगी।
इसी के साथ ही वे आपका क्रेडिट स्कोर भी चेक करेगी और आप महीने का कितना कमाते हैं या फिर आपके पास कितनी अचल व चल संपत्ति है और आपके परिवार की आर्थिक स्थिति कैसी है, इसका आंकलन करेगी। उसके बाद ही वह आपको क्रेडिट लाइन की सुविधा देगी और यह तय करेगी कि आपको कितनी राशि तक क्रेडिट लाइन दी जा सकती है।
क्रेडिट लाइन लेने के लिए जरुरी दस्तावेज (Documents required for credit line in Hindi)
अब यदि आपको किसी जगह से क्रेडिट लाइन की सुविधा लेनी है तो उसके लिए आपको कुछ डाक्यूमेंट्स को सबमिट करवाना होता है जिसके आधार पर आपको क्रेडिट लाइन दी जाती है। वैसे तो इसके लिए तरह तरह के डाक्यूमेंट्स को सबमिट करने को कहा जा सकता है जो हरेक संस्था व व्यक्ति की स्थिति के अनुसार भिन्न भिन्न हो सकते हैं।
हालाँकि सामान्य तौर पर आपसे जिन जिन डाक्यूमेंट्स की माँग की जाएगी उनमें आधार कार्ड, पैन कार्ड व बैंक खाते की पिछले 6 महीने की स्टेटमेंट की कॉपी को वहां जमा करवाना होगा। इसी के आधार पर ही बैंक आपको क्रेडिट लाइन की सुविधा प्रदान करेगा।
क्रेडिट लाइन में ब्याज लगता है या नहीं? (Credit line interest in Hindi)
जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि आप कहीं से भी क्रेडिट लाइन की सुविधा ले लें लेकिन उस पर आपको खर्च की गयी राशि पर ही ब्याज देना होगा जो भिन्न भिन्न हो सकता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आपको एक लाख रुपये की क्रेडिट लाइन मिली है तो इसका अर्थ यह नहीं हुआ कि आपको एक लाख रुपये पर ही उक्त ब्याज चुकाना होगा और वह उसी समय से ही लगना शुरू हो जाएगा।
बल्कि जब आप उस क्रेडिट लाइन में से उक्त राशि में से कुछ राशि को निकाल कर इस्तेमाल में लेते हैं तो उसी समय से ही उपयोग में ली गयी राशि पर ही ब्याज की कटौती या गणना की जाती है। अब यह ब्याज कितना लगेगा, यह पूर्ण रूप से इस बात पर निर्भर करता है कि आपने कहाँ से क्रेडिट लाइन के लिए आवेदन किया है और वह उपयोग में ली गयी राशि पर कितना ब्याज लेती है। यह आपके द्वारा इस्तेमाल में ली गयी राशि और उसके समय के आधार पर भी तय होता है।
क्रेडिट लाइन में कितना पैसा मिलता है? (Credit line par kitna paisa milta hai)
यह भी जान लेना जरुरी है कि आपको क्रेडिट लाइन के जरिये कितनी तक की राशि को लोन के रूप में इस्तेमाल करने की गारंटी मिलती है या कितनी राशि का उपयोग आप आधिकारिक तौर पर कर सकते हैं। तो यहाँ हम आपको बता दें कि इसकी लिमिट भी व्यक्ति के अनुसार निर्भर करती है। अब किसी व्यक्ति के लिए क्रेडिट लाइन की लिमिट 10 हज़ार हो सकती है तो किसी के लिए यह 10 लाख भी हो सकती है।
यह पूर्ण रूप से इस बात पर निर्भर करता है कि आप महीने का कितना पैसा कमाते हैं, आपने पिछले लोन या अन्य किसी कर्ज को कितने दिनों में चुका दिया है और उसके आधार पर आपका क्रेडिट स्कोर कितना है इत्यादि। इसके लिए कई अन्य कारकों को भी आधार बनाया जा सकता है और उसी के आधार पर ही आपकी क्रेडिट लाइन की लिमिट को तय किया जाता है।
क्रेडिट लाइन और पर्सनल लोन में अंतर (Credit line vs personal loan in Hindi)
बहुत से लोग क्रेडिट लाइन को पर्सनल लोन या अन्य किसी ऋण से जोड़कर देख रहे होंगे लेकिन दोनों के बीच बहुत बड़ा अंतर है और वह अंतर है पैसों को कभी भी इस्तेमाल में करने की सुविधा और उस पर लगने वाला ब्याज। अब जो पर्सनल लोन होता है, वह आप किसी चीज़ के लिए बैंक से राशि लेते हैं। पर्सनल लोन पर आपको दी गयी पूरी राशि पर ब्याज लगता है और वह उसी समय से ही लगना शुरू हो जाता है जब आपको वह पर्सनल लोन दिया गया (Difference between line of credit or personal loan in Hindi) है।
जबकि क्रेडिट लाइन के साथ ऐसा कुछ नहीं होता है। इसमें आपके ऊपर ब्याज तब लगता है जब आप उसमे से कुछ राशि का इस्तेमाल कर लेते हैं या पूरी राशि का इस्तेमाल कर लेते हैं। अब उदाहरण से समझिये। एक व्यक्ति ने बैंक से एक लाख रुपये का पर्सनल लोन लिया तो उस पर बैंक उसी समय से ही एक लाख की पूरी राशि पर ही ब्याज को लेगा। अब दूसरे व्यक्ति ने एक लाख रुपये की क्रेडिट लाइन ली और वह एक महीने के बाद इसमें से 50 हज़ार रुपये निकाल लेता है। तो बैंक एक महीने के बाद ही उसके द्वारा निकाली गयी केवल 50 हज़ार की राशि पर ही ब्याज लेता है।
क्रेडिट लाइन व क्रेडिट कार्ड में अंतर (What is difference between credit line or credit card in Hindi)
अब बहुत से लोग क्रेडिट लाइन और क्रेडिट कार्ड को भी एक जैसा मान लेते हैं और इसमें कोई बुराई भी नहीं है क्योंकि दोनों के बीच बहुत सी समानताएं हैं और इसी कारण ही दोनों टर्म में क्रेडिट शब्द जुड़ा हुआ है। क्रेडिट का अर्थ होता है आपके खाते में पहले से ही एक पूर्ण निर्धारित राशि पड़ी हुई है जो आपके द्वारा कमाई तो नहीं गयी है लेकिन किसी अन्य वित्तीय संस्था ने कुछ शर्तों के साथ आपको वह पैसे उधार दिए हैं। बदले में आपको उनका इस्तेमाल करने के लिए ब्याज का भुगतान करना होता है।
अब क्रेडिट कार्ड में तो यह जरुरी नहीं होता है कि आपको ब्याज चुकाना पड़े क्योंकि अधिकतर मामलों में आपको केवल एक बारी का टैक्स या फीस ही देनी होती है और इसमे आप पैसों का किस तरह से इस्तेमाल कर रहे हैं, कितना कर रहे हैं, उस पर ब्याज नहीं लगता है। इसे बस आपको अगले महीने चुका देना होता है जबकि क्रेडिट लाइन में ऐसा नहीं है। इस पर आपको उपयोग में ली गयी राशि पर ब्याज को चुकाना ही होता है लेकिन उसको चुकाने की अवधि क्रेडिट कार्ड से भिन्न हो सकती है जो शर्तों के अनुसार कम या ज्यादा हो सकती है।
क्रेडिट लाइन के फायदे (Benefits of credit line in Hindi)
अब आपको साथ के साथ क्रेडिट लाइन से क्या कुछ फायदे मिल सकते हैं, इनके बारे में भी जान लेना (Line of credit benefits in Hindi) चाहिए। तो यहाँ हम आपके सामने क्रेडिट लाइन से मिलने वाले लाभ की एक सूची रखने जा रहे हैं।
- क्रेडिट लाइन के उपयोग से आपको यह स्वतंत्रता मिलती है कि आप अपने को मिली उधार में राशि का इस्तेमाल कभी भी और किसी भी काम के लिए कर सकते हैं। इसमें लोन की तरह शिक्षा, वाहन, घर इत्यादि पर खर्च करने की कोई सीमा नहीं होती है और वह आप किसी भी चीज़ में खर्च कर सकते हैं।
- इसमें आपको इसकी भी स्वतंत्रता मिलती है कि आप एक बारी में क्रेडिट लाइन की लिमिट के अंतर्गत कितनी भी राशि को उपयोग में ले सकते हैं। उदाहरण के तौर पर आज आपने अपनी क्रेडिट लाइन में से 100 रुपये इस्तेमाल में लिए तो 10 दिन बाद 500 रुपये।
- इसमें यह भी सुविधा मिलती है कि इसे आप एक तरह से डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड की तरह ही इस्तेमाल कर सकते हैं और इसमें राशि को कितनी भी बार उपयोग में लाया जाए, उसकी कोई लिमिट नही होती है। बस यह क्रेडिट लाइन की लिमिट में होनी चाहिए।
- क्रेडिट लाइन को उपयोग में लाने का सबसे मुख्य फायदा यह भी है कि इसमें आपसे ब्याज उसी राशि पर ही लिया जाता है, जितनी राशि का आपने उपभोग किया है और उसी समय से ही इसकी गणना की जाती है जब आपने इसे अपने क्रेडिट लाइन में से निकाला है।
- आप चाहें तो क्रेडिट लाइन को लेकर उसका इस्तेमाल ना करें और ऐसा करने के लिए आपके ऊपर किसी तरह का ब्याज या जुर्माना नहीं लगता है।
क्रेडिट लाइन के नुकसान
अब जिस चीज़ के फायदे होते हैं तो अवश्य ही उसके कुछ ना कुछ नुकसान भी देखने को मिलते हैं। ऐसे में इस क्रेडिट लाइन के जरिये आपको क्या कुछ नुकसान या हानि हो सकती है, उनके बारे में भी जान लेना आवश्यक है। तो क्रेडिट लाइन को इस्तेमाल में लाने के नुकसान इस प्रकार हैं।
- यह चीज़ तो हमने आपको इस लेख के शुरुआत में ही बता दी थी कि व्यक्ति को अपने पांव उतने ही पसारने चाहिए जितनी उसकी क्षमता हो। यह क्रेडिट कार्ड या क्रेडिट लाइन पूर्ण रूप से आपको कर्ज के जंजाल में फंसाने का तरीका होता है जो प्रोफेशनल लोगों व संस्थाओं का बहुत बड़ा स्कैम है।
- ऐसे में आपकी जरूरतें दिन भर दिन बढ़ती चली जाती है और आप बिना सोचे समझे ही इसके जाल में फंसते चले जाते हैं और बिना मतलब के ही क्रेडिट लाइन का अनावश्यक इस्तेमाल करने लगते हैं। एक तरह से यह आपके गैर जरुरी खर्चों को बढ़ाने का ही काम करती है।
- पर्सनल लोन या सीधे लिए गए लोन पर जो ब्याज दर लगती है, वह ब्याज दर क्रेडिट लाइन पर उपयोग में ली गयी राशि पर लगने वाली ब्याज दर से कम ही होती है। इस तरह से आपको क्रेडिट लाइन पर ज्यादा ब्याज दर को चुकाना पड़ता है।
- यदि आप तय समय पर क्रेडिट लाइन में इस्तेमाल में ली गयी राशि को ब्याज सहित चुकाने में नाकाम रहते हैं तो उस पर जुर्माना लगाया जाता है या ब्याज दर बढ़ा दी जाती है।
- इस क्षेत्र में साइबर क्राइम भी बहुत बढ़ गया है और कई फर्जी या धोखाधड़ी वाली ऐप व वेबसाइट भी इसमें आ गयी हैं जो लोगों को क्रेडिट लाइन देने के नाम पर लूटने का प्रयास कर रही है।
क्रेडिट लाइन क्या है – Related FAQs
प्रश्न: क्रेडिट लाइन का क्या अर्थ है?
उत्तर: क्रेडिट लाइन वह ऋण होता है जो आप किसी बैंक, संस्था या सरकार से लेते हैं और उस राशि का अपने अनुसार इस्तेमाल करते हैं। बाकि क्रेडिट लाइन के बारे में संपूर्ण जानकारी आप ऊपर के लेख से प्राप्त कर सकते हो।
प्रश्न: क्रेडिट लाइन कैसे करें?
उत्तर: क्रेडिट लाइन लेने के लिए आप बैंक में जाकर उनसे बात कर सकते हो।
प्रश्न: क्रेडिट लिमिट कैसे काम करती है?
उत्तर: क्रेडिट लिमिट में आप जितनी राशि का इस्तेमाल करते हो उतनी ही राशि पर ब्याज लगता है और जिस दिन से इस्तेमाल करना शुरू करते हो।
प्रश्न: क्रेडिट लाइन पर ब्याज कैसे काम करता है?
उत्तर: क्रेडिट लाइन पर ब्याज जिस दिन से आप जितनी राशि का इस्तेमाल करना शुरू करते हो उतनी ही राशि पर ब्याज देना होता है।
तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने क्रेडिट लाइन के बारे में जानकारी प्राप्त कर ली है। आपने जाना कि क्रेडिट लाइन क्या है क्रेडिट लाइन कौन देता है कैसे मिलती है क्रेडिट लाइन में कितना पैसा मिलता है क्रेडिट लाइन के फायदे और नुकसान क्या हैं इत्यादि। आशा है कि जो जानकारी लेने के लिए आप इस लेख पर आए थे वह आपको मिल गई होगी। यदि आपके मन में कोई शंका शेष रह गई है तो आप हम से नीचे कॉमेंट करके पूछ सकते हैं।