|| Cyber bullying defined in Hindi | साइबर बुलिंग क्या है? | Cyber bullying kya hai | साइबर बुलिंग के प्रकार | साइबर बुलिंग कौन करता है? | Cyber bullying kon karta hai | साइबर बुलिंग के क्या कारण होते हैं? | साइबर बुलिंग का शिकार होने से कैसे बचाएं? ||
Cyber bullying kya hai :- क्या आप कभी अपने किसी दोस्त या किसी जानकार के द्वारा साइबर बुलिंग का शिकार हुए हैं? और यदि हुए भी हैं तो उसके बाद आपने क्या किया। बहुत से लोगों को लगता है कि जो लोग ऑनलाइन पैसे एंठने या दूसरों को धमकाने का काम करते हैं केवल उसे ही साइबर बुलिंग कहा जाता है लेकिन यह अधूरा सच है। साइबर बुलिंग के कई तरह के प्रकार हो सकते हैं और यह हर दिन के साथ बढ़ता भी जा रहा (Cyber bullying defined in Hindi) है।
कहने का अर्थ यह हुआ कि साइबर बुलिंग करने वाले लोग भी बढ़ रहे हैं और इसका शिकार होने वाले लोग भी तेजी से इसकी चपेट में आ रहे हैं। वह इसलिए क्योंकि लोगों को ना तो साइबर बुलिंग का सही से अर्थ पता होता है और ना ही उन्हें इनसे निपटने के सही तरीके पता होते हैं। वहीं जो व्यक्ति साइबर बुलिंग का शिकार हो चुका है या हो रहा है, वह अपनों से इस बारे में बात करने में भी झिझकता है। इस कारण साइबर बुलिंग करने वाले लोगों का उत्साह बढ़ जाता है और वे और लोगों के साथ भी इस वारदात को अंजाम देते (Cyber bullying explained in Hindi) हैं।
ऐसे में आज का यह लेख हर व्यक्ति के लिए पढ़ना बहुत ही ज्यादा जरुरी है क्योंकि इससे ना केवल आप सतर्क रह पाएंगे बल्कि आप दूसरों के साथ भी साइबर बुलिंग होने से रोक सकते हैं। आज हम आपको साइबर बुलिंग क्या है और इसके क्या कुछ तरीके हो सकते हैं और साथ ही साइबर बुलिंग से कैसे बचा जा सकता है, इत्यादि के बारे में शुरू से लेकर अंत तक संपूर्ण जानकारी (Definition of cyberbullying in Hindi) देंगे।
साइबर बुलिंग क्या है? (Cyber bullying kya hai)
सबसे पहले हम साइबर बुलिंग को समझने का प्रयास करते हैं ताकि कम से कम आपको यह तो समझ आये कि आखिरकार साइबर बुलिंग कहा किसे जाता है और इसके क्या कुछ प्रकार हो सकते हैं। तो ऑनलाइन किसी भी व्यक्ति के द्वारा किसी अन्य व्यक्ति को धमकाना, बहलाना, फुसलाना, लूटना, कुछ करने को बाध्य करना या ऐसा ही कोई कृत्य करना साइबर बुलिंग के अंतर्गत आता है। अब यह किसी भी तरह का हो सकता है और इसके प्रकारों की कोई निश्चित सीमा नहीं (What is cyber bullying in Hindi) है।
वह इसलिए क्योंकि यह किस व्यक्ति के द्वारा किस तरह से किया जा रहा है, किसके साथ किया जा रहा है, किस षड़यंत्र के तहत किया जा रहा है, उसके पीछे उसका क्या उद्देश्य है इत्यादि कई कारकों पर निर्भर करता है। जो व्यक्ति इस साइबर बुलिंग का शिकार हो चुका है या हो रहा है, वही इसकी व्यथा व पीड़ा को समझ सकता है, अन्य कोई नहीं। ऐसे में यह बहुत ही ज्यादा जरुरी है कि आप खुद और अपने परिवार के सदस्यों को इस साइबर बुलिंग का शिकार होने से बचाएं और उन्हें इस बारे में अवगत करवाएं।
साइबर बुलिंग करने वाले व्यक्ति के पीछे कई तरह के उद्देश्य हो सकते हैं जो वह खुद को बड़ा दिखाने, किसी को कुछ कर दिखाने, किसी को परेशान करने या व्यक्तिगत या निजी कारणों से ऐसा करता है। वहीं जो व्यक्ति साइबर बुलिंग का शिकार होता है, वह निश्चित तौर पर कोई ना कोई गलती कर रहा होता है या उसके साथ किसी तरह का धोखा होता है जिस कारण वह इसके चक्कर में फंस जाता है और ऐसे काम करने लग जाता है जो वह नहीं करना चाहता है या तनाव में आ जाता (Cyber bullying kya hai in Hindi) है।
तो इस साइबर बुलिंग के किस किस तरह के प्रकार हो सकते हैं या साइबर बुलिंग किस किस तरह से की जाती है और यह किस उद्देश्य के तहत की जाती है, यह कौन कर सकता है और यह किसके साथ हो सकती है इत्यादि के बारे में आज हम आपको पूरी जानकारी देने वाले हैं। आइये जाने साइबर बुलिंग के बारे में और भी जानकारी विस्तार (Cyber bullying ko paribhashit karen) से।
साइबर बुलिंग कौन करता है? (Cyber bullying kon karta hai)
आप सोच रहे होंगे कि साइबर बुलिंग केवल अपराधी या ऐसे लोग जो आपको जानते नहीं हैं या जो इन गतिविधियों में सलंग्न हैं, केवल वही करते होंगे तो आज से ही इस अवधारणा को अपने मन से निकाल कर फेंक दें। वह इसलिए क्योंकि ज्यादातर साइबर बुलिंग के शिकार अपनों के द्वारा ही किये जाते हैं। अब जो अनजान व्यक्ति के द्वारा किया जाता है तो उन्हें मुख्यतया साइबर क्राइम या साइबर अपराध की श्रेणी में रखा जाता है जबकि साइबर बुलिंग इससे बिल्कुल अलग लेकिन मिलती जुलती श्रेणी है।
तो ऐसे में साइबर बुलिंग कर तो कोई भी सकता है फिर चाहे वह आपका जानने वाला हो या कोई अनजान व्यक्ति लेकिन अधिकतर या यूँ कहें कि अधिकांश मामलों में यह आपका कोई परिचित ही होता है। अब वह आपका दोस्त भी हो सकता है, सहकर्मी या सहपाठी भी या ऐसा कोई व्यक्ति जो आपके स्कूल, कॉलेज या ऑफिस में दबंग टाइप की छवि वाला हो या फिर कोई ऐसा व्यक्ति जिसके साथ आपने पहले कुछ गलत किया हो या उसे अपनी बातें बताई हो या ऐसा ही कुछ।
साइबर बुलिंग का शिकार कौन होते हैं? (Cyber bullying ka shikar kaun hota hai)
अब इसका उत्तर भी पहले वाले प्रश्न से मेल खाता है क्योंकि साइबर बुलिंग का शिकार कोई भी व्यक्ति हो सकता है। फिर चाहे वह बच्चा हो, युवा हो या व्यस्क हो। हालाँकि अधिकतर मामलों में साइबर बुलिंग का शिकार बच्चे पाए जाते हैं और उसके बाद युवा इसके सबसे ज्यादा शिकार होते हैं। व्यस्क लोगों के पास इतनी समझ आ चुकी होती है कि साइबर बुलिंग से कैसे बचा जा सकता है या वे इससे पहले से ही सचेत रहते हैं या इसके शिकार होने पर सही निर्णय लेकर उससे बच जाते हैं।
वहीं बच्चे या युवा ऐसे होते हैं जो इसके शिकार हो जाते हैं। वह इसलिए क्योंकि वे अपनी कई तरह की बातों को अपने परिवार वालों, अपनों से बड़ों या किसी व्यक्ति से छुपाना चाहते हैं जिस कारण वे साइबर बुलिंग के आसानी से शिकार हो जाते हैं। खासतौर पर बच्चों को साइबर बुलिंग का शिकार होते हुए देखा जा सकता है और यह बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है।
साइबर बुलिंग के क्या कारण होते हैं? (Cyber bullying ke karan in Hindi)
साइबर बुलिंग के कारण अधिकतर निजी ही होते हैं जो व्यक्ति से व्यक्ति पर निर्भर होते हैं। ऐसे मामलों में कोई व्यक्ति अपनी निजी दुश्मनी निकालने या फिर अपनी धौंस जमाने के लिए ही साइबर बुलिंग करता है और सामने वाले व्यक्ति को पीड़ित करता है। वहीं बहुत से व्यक्ति ऐसे भी होते हैं जिन्हें साइबर बुलिंग की लत लग जाती है और उन्हें दूसरों को परेशान करने में मजा आने लगता है।
वहीं कई व्यक्ति ऐसे भी होते हैं जो साइबर बुलिंग के माध्यम से साइबर क्राइम करते हैं और लोगों से पैसे एंठने या उन्हें धमकाने या उन्हें कोई ऐसा काम करने के लिए बाध्य करते हैं जो सामने वाले को परेशानी में ला सकता है और उसे मानसिक रूप से बीमार कर सकता है। ऐसे में इसके एक नहीं बल्कि सैकड़ों कारण हो सकते हैं जो हर व्यक्ति के अनुसार भिन्न होते हैं।
साइबर बुलिंग के प्रकार (Cyber bullying types in Hindi)
अब हम आपको साइबर बुलिंग के तरह तरह के प्रकारों के बारे में जानकारी देने वाले हैं ताकि आप साइबर बुलिंग को बेहतर तरीके से समझ सकें और इसके लिए क्या कुछ किया जा सकता है, उनके तरीकों को भी जान पाएं। तो साइबर बुलिंग कई तरह की हो सकती है या इसे हर व्यक्ति के द्वारा तरह तरह से किया जा सकता है जो कि इस प्रकार है:
- साइबर बुलिंग का सबसे बड़ा प्रकार लिंग होता है जिसमें कोई पुरुष किसी महिला के साथ साइबर बुलिंग करता है तो वहीं कोई महिला किसी पुरुष के साथ साइबर बुलिंग करती है। इस केस में पुरुष महिला को ऑनलाइन परेशान करने, उसका चरित्र ख़राब करने इत्यादि हरकतें करके उसकी साइबर बुलिंग करता है तो वहीं महिला पुरुष के बारे में अफवाह फैलाने या उसे बुरा व्यक्ति बताकर उसके साथ साइबर बुलिंग करती है।
- साइबर बुलिंग का दूसरा आधार व्यक्ति का रंग रूप भी हो सकता है जिसमें व्यक्ति के चेहरे की बनावट, उसके रंग, रूप, शरीर के प्रकार इत्यादि पर नकारात्मक या मजाकिया टिप्पणियां करके उसका मखौल उड़ाया जाता है और उसकी साइबर बुलिंग की जाती है।
- साइबर बुलिंग का तीसरा प्रकार राजनीतिक भी हो सकता है जिसमें एक व्यक्ति के राजनीतिक विचारों पर बार बार कटाक्ष कर, उसे नीचा दिखाकर उसकी साइबर बुलिंग की जाती है। आज के समय में इस तरह की साइबर बुलिंग चरम पर है और इसमें लगभग हर पार्टी के लोग भी जमकर भाग लेते हैं।
- साइबर बुलिंग का चौथा प्रकार धर्म से जुड़ा होता है जिसमें व्यक्ति के धर्म के बारे में अनर्गल बातें कर या उसके धर्म को अपने धर्म से नीचा दिखाकर उसकी साइबर बुलिंग की जाती है। यह एक तरह से राजनीति से ही जुड़ी होती है और इससे भी व्यक्ति को परेशान किया जा सकता है।
- साइबर बुलिंग के चौथे प्रकार में जाति को भी इसका हथकंडा बनाया जाता है। इसमें तरह तरह की जातियों के लोग एक दूसरे की जाति पर नकारात्मक टिपण्णी कर एक दूसरे को नीचा दिखाकर साइबर बुलिंग करते हैं।
- साइबर बुलिंग का पांचवां प्रकार बच्चे को बनाया जा सकता है जिसमें उस व्यक्ति की गतिविधियों, उसके माता पिता पर टिप्पणी कर या उसे किसी अन्य तरह से अपमानित कर उसकी साइबर बुलिंग की जाती है।
- साइबर बुलिंग में एक बड़ा हथियार लोगों की निजी जानकारी या किसी गुप्त जानकारी को हासिल कर उसके जरिये उसे परेशान करना भी शामिल होता है।
इस तरह से साइबर बुलिंग को करने के कई सारे तरीके होते हैं जो मुख्य तौर पर दो व्यक्तियों के बीच किसी भी मामले में हुए मतभेद या विचारों के मेल ना खाने के कारण हो सकते हैं या किसी व्यक्ति के द्वारा निजी उद्देश्य या आनंद पाने के उद्देश्य से किये जाते हैं।
साइबर बुलिंग कैसे होती है?
अब आपका अगला प्रश्न होगा कि साइबर बुलिंग को कैसे किया जाता है तो इसका सबसे बड़ा माध्यम है सोशल मीडिया साइट्स व ऐप। आज के समय में हर व्यक्ति फिर चाहे वह बच्चा हो या बूढ़ा, नौकरी पेशा हो या व्यापारी, महिला हो या पुरुष, हर कोई तरह तरह की सोशल मीडिया वेबसाइट व ऐप का इस्तेमाल करता है और अपने दिन का समय इन पर व्यर्थ कर रहा होता है। कुछ प्रमुख सोशल मीडिया मंच के नाम हैं फेसबुक, व्हाट्सऐप, ट्विटर, Instagram, स्नेपचैट, टिकटोक इत्यादि।
अब आपके भी इनमें से किसी एक में या एक से अधिक ऐप में अकाउंट होंगे और आप इनका दैनिक तौर पर उपयोग भी करते होंगे। इन पर आपके दोस्त, परिवार वाले तथा अन्य लोग जुड़े होंगे। तो जो साइबर बुलिंग की जाती है वो मुख्यतया इन्हीं सोशल मीडिया चैनल के माध्यम से होती है। इनके माध्यम से कोई व्यक्ति आपको परेशान करने, आपके बारे में अनर्गल बाते करने, आपकी पोस्ट पर नकारात्मक लाइक या कमेंट करने या अन्य किसी माध्यम से आपकी साइबर बुलिंग कर सकता है।
साइबर बुलिंग से कैसे बचें? (Cyber bullying se kaise bache)
अब जब आपने साइबर बुलिंग के बारे में इतना सबकुछ जान लिया है तो अवश्य ही आपको इसके बारे में भी जानकारी होनी चाहिए कि किस तरह से आप साइबर बुलिंग का शिकार होने से बच सकते हैं। अब साइबर बुलिंग करने के जितने ज्यादा तरीके होते हैं उतने ही ज्यादा तरीके इसका शिकार होने से बचने के भी होते हैं। बस आपको सही समय पर सही तरीका अपनाना होता है और उसके बाद ही आप साइबर बुलिंग का शिकार होने से खुद को बचा सकते हैं। अब इसमें जो जो तरीके आते हैं, वे इस प्रकार हैं:
- जब कभी भी आप सोशल मीडिया पर अपना खाता बनाये तो उसको बनाते समय इस बात का ध्यान रखें कि आप अपने खाते में क्या क्या जानकारी जोड़ रहे हैं और क्या नहीं। इसी के साथ ही अपनी सभी तरह की सोशल मीडिया को दुरुस्त रखें और उनमें प्राइवेसी के सभी मापदंडों का पालन करें।
- कहने का अर्थ यह हुआ कि चाहे आपकी फेसबुक प्रोफाइल हो या जीमेल का खाता। आपको सभी तरह के खातों में एक मजबूत पासवर्ड तो लगाना ही चाहिए और उसी के साथ ही उसमें सेकंड फैक्टर ऑथेंटिकेशन भी ऑन करके रखना चाहिए।
- अब इसी के साथ ही आपकी प्रोफाइल में सार्वजनिक तौर पर क्या कुछ दिख सकता है, दोस्त क्या देख सकते हैं, इस को भी ध्यान में रखें और इसे अपने हिसाब से एडजस्ट करें।
- हो सके तो सार्वजनिक तौर पर अपनी प्रोफाइल को ओपन ना करें क्योंकि इससे अनजान व्यक्ति आपकी प्रोफाइल से कुछ भी जानकारी हासिल कर सकता है। आज के समय में लगभग हर सोशल मीडिया मंच आपकी प्रोफाइल को लॉक करने का विकल्प देता है।
- अपने दिन की हरेक गतिविधि को या अपने हर तरह के विचार को सोशल मीडिया पर रखने से बचें क्योंकि इससे सामने वाले व्यक्ति को आपकी साइबर बुलिंग करने का अधिकार मिल जाता है।
- आपको सोशल मीडिया पर अपने ऐसे विचार रखने से बचना चाहिए जो किसी व्यक्ति के लिंग, रंग, रूप, धर्म, जाति इत्यादि किसी भी भावना को ठेस पहुंचा सकते हो। ऐसा इसलिए क्योंकि पता नहीं कौन व्यक्ति आपसे किस बात पर खार खा जाए और आपसे बदला लेने का ठान ले।
- सोशल मीडिया पर किसी ऐसे व्यक्ति की रिक्वेस्ट आये जिसे आप जानते नहीं हो तो उस रिक्वेस्ट को बिल्कुल भी एक्सेप्ट न करें। अब जिस व्यक्ति को आप जानते ही नहीं हैं तो उसे अपनी सोशल मीडिया पर ऐड करने की क्या ही जरुरत।
- वहीं यदि किसी ऐसे व्यक्ति की रिक्वेस्ट आयी है जिसकी प्रोफाइल में आपका कोई दोस्त या एक से अधिक दोस्त भी जुड़े हुए हैं तो उन्हें ऐड करने से पहले उस म्यूच्यूअल दोस्त से उसके बारे में जानकारी अवश्य ले लें। अब यदि वे भी उसे नहीं जानते हैं तो आप तो उसे ऐड करे ही नहीं और साथ ही अपने उस दोस्त को भी उसे हटाने को कहें।
- साइबर बुलिंग का शिकार होने पर या किसी व्यक्ति के द्वारा ऐसा किये जाने पर आप उसे सोशल मीडिया पर ब्लॉक कर सकते हैं, उसकी प्रोफाइल को रिपोर्ट कर सकते हैं। इस बात का भी ध्यान रखें कि आप उसे किसी एक ही सोशल मीडिया पर ही ना ब्लॉक करें बल्कि उसे सभी जगह से पूरी तरह से ब्लॉक कर दें।
- यदि किसी व्यक्ति के द्वारा आपकी साइबर बुलिंग की जा रही है या वह आपको परेशान कर रहा है और यदि आपको लगता है कि उस व्यक्ति के साथ निजी तौर पर बातचीत करके मामला सुलझाया जा सकता है तो सबसे पहले उससे बातचीत करें।
- इसके लिए उससे निजी चैट करें या यदि आप उसे जानते हैं तो उसे फ़ोन करें या उससे निजी रूप से मिलें और उससे उसका कारण पूछें। यदि मामला ऐसे ही सुलझ जाता है तो इससे बेहतर कोई और बात हो ही नहीं सकती है।
- अब यदि मामला तब भी नहीं सुलझता है तो किसी ऐसे व्यक्ति को बीच में लाएं जो आप दोनों का ही म्यूच्यूअल हो और जिसकी आप दोनों से ही अच्छी बनती हो। उस व्यक्ति के सामने पूरी बात रखें और उसे बताएं कि वह उस व्यक्ति से बात करे जो आपकी साइबर बुलिंग कर रहा है।
- फिर भी मामला नहीं सुलझता है और वह व्यक्ति आपकी साइबर बुलिंग करना जारी रखता है तो आपको अपनों से बड़ों से या किसी एक्सपर्ट के साथ बातचीत करनी चाहिए जो इस मामले में व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप कर उस मामले को सुलझाने का प्रयास करे।
- अब यदि मामला बढ़ जाता है और आपके माता पिता या अन्य बड़े लोगों के हस्तक्षेप के बाद भी नहीं सुलझता है तो आप उसकी साइबर बुलिंग के कुछ सबूत लेकर और स्क्रीनशॉट उठाकर, उसकी पुलिस में या साइबर क्राइम में शिकायत भी दर्ज करवा सकते हैं।
- इसी के साथ ही आप उस सोशल मीडिया पर भी उस व्यक्ति के विरुद्ध शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। वहीं यदि आप महिला हैं या बच्चे हैं तो उसके लिए भारत सरकार व राज्य सरकार के द्वारा अलग से हेल्पलाइन व शिकायती नंबर भी जारी किया गया होता है जहाँ पर आप अलग से साइबर क्राइम से संबंधित शिकायत को दर्ज करवा सकते हैं।
तो इन तरीकों को अपना आप खुद को और अपनों को साइबर बुलिंग का शिकार होने से बचा सकते हैं। इस बात का ध्यान रखें कि आप जितने ज्यादा सतर्क होंगे और जितनी जल्दी इस पर एक्शन लेंगे उतनी ही जल्दी इसका समाधान निकल जाएगा।
बच्चों को साइबर बुलिंग का शिकार होने से कैसे बचाएं?
बहुत बार यह देखने में आता है कि बड़े तो साइबर बुलिंग का शिकार होने से बच जाते हैं और साइबर बुलिंग करने वाले व्यक्ति के विरुद्ध कोई ना कोई कार्यवाही भी कर लेते हैं लेकिन बच्चे इसमें फंस कर रह जाते हैं। ऐसे में यह हमारा और उनके माता पिता का कर्तव्य बनता है कि वे अपने बच्चों को साइबर बुलिंग का शिकार होने से बचाएं। अब जो बच्चा साइबर बुलिंग का शिकार हो रहा है, उसकी पहचान आप कुछ लक्षणों को ध्यान में रखकर कर सकते हैं जो कि इस प्रकार है:
- जो बच्चा साइबर बुलिंग का शिकार हो रहा है, उसके बारे में पता लगाना ज्यादा मुश्किल नहीं होता है क्योंकि वह अपने व्यवहार से हटकर काम कर रहा होता है जिसका पता लगाया जाना उसके माता पिता के लिए मुश्किल नहीं होना चाहिए।
- अक्सर वह बच्चा माता पिता से अपने घर के सदस्यों से कम बात करने लगता है या अकेले रहने लग जाता है। वह कई बातों को छुपाने लग जाता है।
- यदि माता पिता या कोई अन्य व्यक्ति उससे मोबाइल मांगते हैं या ऐसा कुछ तो वह घबरा जाता है या देने से पहले कुछ समय लगाता है या ऐसी ही कोई हरकत करता है।
- वह अपने दोस्तों से भी मिलना जुलना कम कर देता है या नए दोस्त बना लेता है। एक तरह से वह अपने पुराने दोस्तों से कम बात करता है और उसकी बजाये अकेले रहना या नए दोस्तों के साथ बात करने लगता है।
- वह बिना किसी बात के या कोई बहाना लगाकर घरवालों से पैसे माँग सकता है और समय समय पर इसकी माँग करता है।
- वह घर से बिना बताये चला जाता है या देर से घर आता है या अपने स्कूल या tution से भी देरी से घर आता है और पूछने पर सही से उत्तर नहीं देता है।
- परीक्षा में स्कूल के टेस्ट में उसके अंक कम आने लगते हैं और वह पढाई में कम रुचि लेने लगता है।
- वह ज्यादातर अपने आप को कमरे में बंद रखता है या ऑनलाइन कुछ ना कुछ करता रहता है या उसी में ही डूबा रहता है।
तो इसी तरह के कई सारे लक्षण हो सकते हैं जो साइबर बुलिंग का शिकार हो रहे बच्चों में देखने को मिल सकते हैं। कुल मिलाकर यदि आपका बच्चा आमतौर पर किये जाने वाले व्यवहार, गतिविधियों से कुछ अलग करे या उसके व्यवहार में अचानक से परिवर्तन देखने को मिले तो आपको तुरंत उससे बात करनी चाहिए, उस पर नज़र रखनी चाहिए और खुद भी सतर्क रहना चाहिए।
साइबर बुलिंग क्या है – Related FAQs
प्रश्न: साइबर बुलिंग का क्या अर्थ है?
उत्तर: ऑनलाइन किसी को बहलाना, फुसलाना, धमकाना, लूटना, किसी का नाम खराब करना, किसी के बारे में झूठी अफवाहे फैलाना इत्यादि करना साइबर बुलिंग कहलाता है।
प्रश्न: आप खुद को साइबर बुलिंग से कैसे बचा सकते हैं?
उत्तर: साइबर बुलिंग से बचने के उपाय हमने ऊपर के लेख में दिए हैं जो आपको पढ़ने चाहिए।
प्रश्न: साइबर बुलिंग के सबूत रखना क्यों जरूरी है?
उत्तर: साइबर बुलिंग ऑनलाइन होती है तो इसके बारे में शिकायत दर्ज करवाते समय आपको सबूत तो चाहिए होंगे अपनी बात रखने के लिए।
प्रश्न: साइबर बुलिंग कैसे होती है?
उत्तर: साइबर बुलिंग के बारे में प्रत्येक जानकारी आपको ऊपर के लेख में मिलेगी जो आपको पढ़ना चाहिए।
तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने साइबर बुलिंग के बारे में जानकारी प्राप्त कर ली है। आपने जाना कि साइबर बुलिंग क्या है साइबर बुलिंग कौन और कैसे करता है साइबर बुलिंग करने के कारण और प्रकार क्या हैं और साइबर बुलिंग से कैसे बच सकते हैं इत्यादि। आशा है कि साइबर बुलिंग के बारे में हरेक जानकारी आपको इस लेख में मिल गई होगी और अब आप आगे से सचेत रहेंगे।