|| साइबर क्राइम से सुरक्षित कैसे रहें? | Cyber crime se kaise bache | Cyber security tips in Hindi | साइबर क्राइम से बचाव के उपाय? | Cyber crime se bachne ke liye kya karna chahie | साइबर सुरक्षा के लिए पहला कदम क्या है? ||
Cyber crime se kaise bache :- आज के समय में एक चीज़ बहुत ज्यादा बढ़ती जा रही है और वह है साइबर क्राइम। आपने भी कभी समाचर पत्र में तो कभी न्यूज़ चैनल में इसके बारे में पढ़ा और सुन रखा होगा। वहीं रही सही कसर सोशल मीडिया पूरी कर देती है जहाँ आपके जानने वाले या दोस्त आपको साइबर क्राइम से हो रही घटनाओं और उसके दुष्परिणाम के बारे में बताते रहते होंगे। अब आप इंटरनेट का इस्तेमाल करना तो बंद नहीं कर सकते हैं और यह आज के समय में बहुत जरुरी भी हो गया (Cyber security tips in Hindi) है।
अब इंटरनेट का इस्तेमाल किया जाना भी जरुरी है लेकिन इंटरनेट पर तेजी से बढ़ते साइबर क्राइम से बचना भी उतना ही अधिक जरुरी है। आपकी एक छोटी सी गलती आपको बढ़ते साइबर क्राइम का शिकार बना सकती है और उसके बाद आपके पास पछताने के सिवाए कोई चारा भी नहीं रह जाएगा। ऐसे में यह बहुत ही जरुरी है कि आप पहले से ही इस तरह के साइबर क्राइम से सुरक्षित बने रहे और इससे बचने के सभी तरीकों को (How to be safe from cyber crime in Hindi) आजमाएं।
आज हम आपके साथ इंटरनेट पर साइबर क्राइम से बचने के कुछ ठोस तरीकों व उपायों के बारे में ही बात करने जा रहे हैं। इन्हें पढ़कर आपको यह जानने में सहायता मिलेगी कि किस तरह से आप इंटरनेट पर अपना काम भी कर सकते हैं, मनोरंजन भी कर सकते हैं और उसी के साथ साथ तरह तरह के साइबर क्राइम से खुद को बचाए भी रख सकते हैं। आइये जाने इंटरनेट पर साइबर क्राइम से सुरक्षित रहने के सभी अचूक उपायों के बारे में विस्तार (Cyber crime se bachne ke upay) से।
साइबर क्राइम से सुरक्षित कैसे रहें? (Cyber crime se kaise bache)
इंटरनेट की कोई सीमा नहीं है और हर व्यक्ति इसका उपयोग तरह तरह के कामों के लिए करता है। कोई इस पर अपना काम कर रहा होता है तो किसी की नौकरी ही इस पर बेस्ड होती है, कोई इस पर अपना अलग से करियर बना रहा होता है तो कोई इसका उपयोग मनोरंजन के लिए करता है तो कोई पढ़ाई करने के लिए तो कोई साइबर क्राइम करने के लिए। ऐसे में इंटरनेट का इस्तेमाल व्यक्तियों के अनुसार अलग अलग होता (Cyber crime se bachne ke upay bataye) है।
अब इसमें जिस तेजी के साथ निर्भरता बढ़ती जा रही है और हमारे छोटे से बड़े हर काम इस पर होने लगे हैं तो वैसे वैसे ही इंटरनेट की मदद से साइबर क्राइम करने वाले अपराधियों की संख्या और साइबर क्राइम के अपराध में भी बहुत ही तेजी के साथ वृद्धि देखने को मिल रही है। अभी तक लाखों लोगों को करोड़ो अरबों रुपये का चुना लग चुका है और उनका शोषण हो चुका (Cyber crime se bachne ke liye kya karen) है।
ऐसे में आप खुद को किस तरह से इस तरह के साइबर क्राइम से बचाए रख सकते हैं, इसके बारे में सही से जानना बहुत ही आवश्यक हो जाता है। यही कारण है कि आज हम आपके लिए यह लेख लिख रहे हैं जिसमें आपको साइबर क्राइम से बचे रहने के सभी उत्तम व प्रभावी उपायों के बारे में जानने को मिलेगा। आइये जाने साइबर क्राइम से बचने के सभी उपायों के बारे में विस्तार (Cyber crime se bachne ke liye kya karna chahie) से।
केवल सुरक्षित वेबसाइट का इस्तेमाल करें
अब यदि आप गूगल पर जाकर कुछ भी सर्च करेंगे तो आपको उससे संबंधित एक नहीं बल्कि सैकड़ों तरह की वेबसाइट मिल जाएगी जिस पर तरह तरह की जानकारी आपको अलग अलग माध्यम से दी गयी होगी। इन सभी वेबसाइट का काम एक सा ही होता है लेकिन इनके मालिक अलग अलग होते हैं जो आपकी सेवा करने या आपको कोई सुविधा देने का काम कर रहे होते हैं। अब यदि हम आपको बताएं कि इनमे से बहुत सारी वेबसाइट को साइबर क्राइम करने के लिए ही बनाया होता है तो आपको कैसा (Cyber crime se bachne ke tarike) लगेगा।
तो इसके लिए सबसे पहले तो आपको ध्यान रखना है कि जिस वेबसाइट के यूआरएल में शुरू में https लगा हुआ हो, केवल उसी का ही उपयोग करें। जिन वेबसाइट के यूआरएल में केवल http ही लिखा हुआ हो, उसका इस्तेमाल ना करें। ऐसा इसलिए क्योंकि https में आखिरी वाले s शब्द का अर्थ ही सिक्योर अर्थात सुरक्षित होता है जो इंटरनेट पर होने वाले साइबर क्राइम से आपको बचाए रखता है। वैसे आज के समय में https वाली वेबसाइट के जरिये भी साइबर क्राइम किया जा सकता है, तो उनसे भी सावधान बने रहें।
गूगल प्ले स्टोर से ही किसी ऐप को इनस्टॉल करें
जिस प्रकार हमारे जीवन में तरह तरह की वेबसाइट का महत्व होता है, उसी तरह ही मोबाइल में इनस्टॉल की जाने वाली एप्लीकेशन भी महत्व रखती है। एक व्यक्ति तरह तरह के कामों के लिए तरह तरह की ऐप्स को अपने मोबाइल में इनस्टॉल करता है। आपने भी कई तरह की ऐप्स को अपने मोबाइल में इनस्टॉल कर रखा होगा जिनमें कुछ प्रमुख ऐप्स सोशल मीडिया, ऑनलाइन शॉपिंग, पेमेंट्स व गेम्स इत्यादि से जुड़ी (Cyber crime se kaise bacha ja sakta hai) होंगी।
अब क्या आपने अपने मोबाइल में ऐसी ऐप्स को भी इनस्टॉल किया हुआ है जो गूगल प्ले स्टोर पर नहीं हैं? यदि ऐसा है तो तुरंत ही उस ऐप को अपने मोबाइल से हटा दें क्योंकि उसकी सहायता से आपको साइबर क्राइम का शिकार बनाया जा सकता है। आपको केवल उन्हीं ऐप्स को ही अपने मोबाइल में डाउनलोड कर इनस्टॉल करना चाहिए जो गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध हैं क्योंकि वे सुरक्षित व सत्यापित होती हैं। हालाँकि बढ़ते साइबर क्राइम में यह भी नहीं कहा जा सकता है कि जो ऐप्स गूगल प्ले स्टोर पर हैं, वे भी पूरी तरह से सुरक्षित हैं।
हर जगह अपना मोबाइल नंबर या अन्य जानकारी देने से बचें
आज के समय में आप चाहें ऑनलाइन किसी वेबसाइट पर विजिट करें या कुछ काम कर रहे हो या फिर आप अपने आसपास के किसी मॉल, सिनेमा हॉल, ग्रोसरी शॉप या अन्य किसी बड़ी दुकान या रेस्टोरेंट में जाएंगे तो वहां आपसे आपका मोबाइल नंबर सहित कुछ अन्य जानकारी मांगी जाती होगी। बढ़ती तकनीक के साथ इस तरह से मोबाइल नंबर का माँगा जाना बहुत ही आम बात हो गयी है किन्तु बहुत बार आपने यह देखा होगा कि उस जगह आपके मोबाइल नंबर को दिए जाने की कोई जरुरत नहीं होती (Cyber crime se kaise bach sakte hain) है।
अब यदि आपके मोबाइल में किसी तरह का कोड आना है या वहां पर मोबाइल नंबर के बिना वह काम हो ही नहीं सकता है या उस पर कोई बिल आया ऐसी ही कोई चीज़ आनी है तो वह अलग बात है लेकिन बस यूँ ही आपके मोबाइल नंबर को माँगा जाना और उसे सिस्टम पर फीड किया जाना अनुचित होता है। ऐसे में आप सीधे सीधे उन्हें अपना मोबाइल नंबर देने से मना कर सकते हैं और यदि वे नहीं मानते हैं तो आप उनकी शिकायत उपभोक्ता कार्यालय में कर सकते हैं।
अनजान जगह से आये लिंक पर क्लिक ना करें
जगह जगह अपना मोबाइल नंबर दिए जाने का ही परिणाम है कि आपके पास अनजान नंबर से कॉल आते हैं, मैसेज आते हैं और ईमेल बॉक्स तो इन मेल्स से भरा हुआ ही होता है। अब तो साइबर क्राइम करने वाले लोग आपको व्हाट्सऐप पर मैसेज भी करने लगे हैं और उतना ही नहीं, वह अन्य सोशल मीडिया पर भी आपको मैसेज कर तरह तरह के आकर्षक ऑफर व स्कीम की जानकारी देने लगे हैं। इसके लिए वे तरह तरह की तकनीक अपनाते हैं।
इस तरह का संदेश भेज कर साइबर क्राइम करने वाले लोग अक्सर आपको किसी तरह का ऑफर देते हैं और बदले में आपको उनके द्वारा भेजे गए लिंक पर क्लिक करना होता है। तो हम आपको यह पहले ही बता दें कि यदि आपके नंबर पर भी इस तरह का कोई मैसेज या फोन आता है तो आप उस पर बिल्कुल भी ध्यान ना दें और तुरंत ही उस नंबर की रिपोर्ट कर उसे ब्लॉक कर दें। यदि आप लिंक पर क्लिक करेंगे तो आप तुरंत ही साइबर क्राइम का शिकार बन जाएंगे।
फोन पर किसी को अपनी व्यक्तिगत जानकारी ना दें
आपको ना तो किसी अनजान जगह से आये लिंक पर क्लिक करना है और ना ही किसी व्यक्ति को अपनी निजी या अन्य कोई जानकारी देनी है। इसे हम उदाहरण सहित आपको समझा देते हैं ताकि आपको जल्दी से समझ में आ जाए। बहुत से लोग आपको बैंक अधिकारी, सरकारी अधिकारी या अन्य किसी संस्था के अधिकारी बनकर कॉल करते हैं और आपसे आपकी जानकारी मांगते हैं। आपको कुछ नहीं करना है, बस उस व्यक्ति को दो चार उलटी बातें सुनाकर उसका कॉल काट देना है और उस नंबर को रिपोर्ट कर ब्लॉक कर देना है।
इतना ही नहीं, कई बार आपको रॉन्ग नंबर करके कॉल आएगा और वह व्यक्ति आपसे आपका नाम पूछेगा। आपको अपना नाम भी नहीं बताना है और यह कह देना है कि कॉल उसने किया है तो वह अपना नाम बताये और किसको कॉल किया है, उसका नाम बताये। फिर बस आपको रॉन्ग नंबर कहकर वही प्रक्रिया करनी है। इस बात का ध्यान रखें कि आपको ऑनलाइन किसी अनजान व्यक्ति से किसी तरह की निजी या अपनी कोई भी जानकारी सांझा नहीं करनी है और उस नंबर को तुरंत ब्लॉक कर देना है।
एटीएम का पासवर्ड या पिन कहीं भी ना करें शेयर
इस बात का तो प्रमुखता के साथ ध्यान रखें कि आपको अपने एटीएम या डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड के पिन व अन्य गुप्त जानकारी को किसी के भी साथ शेयर नहीं करना है। फिर चाहे वह कोई जानकार व्यक्ति हो, मित्र हो या रिश्तेदार। हालाँकि आप अपने निजी परिवार के सदस्यों के साथ तो यह सांझा कर सकते हैं लेकिन किसी तीसरे व्यक्ति के साथ इसे सांझा ना करें क्योंकि यह आपको दुविधा में डाल सकता है।
इतना ही नहीं, जब हम कहीं पर जाते हैं तो वहां हम अपने एटीएम कार्ड के द्वारा या ऑनलाइन पेमेंट करते हैं। ऐसे में हम सभी के सामने ही एटीएम कार्ड का पिन उस मशीन में या अपने मोबाइल पर सिक्योरिटी कोड को सभी के सामने डाल देते हैं जो कि सर्वथा अनुचित कार्य है। आपके पिन पर किसी की नज़र हो सकती है और वह उसे याद कर उसका गलत इस्तेमाल कर सकता है। इसी के साथ जिस दिशा में खड़े होकर आप अपना पिन लगा रहे हैं, उस दिशा में यह भी ध्यान रखें कि वहां पर सिक्योरिटी कैमरा की नज़र ना हो।
हर जगह अलग अलग व मजबूत पासवर्ड रखें
आज के समय में हमारे कई तरह के ऑनलाइन खाते होते हैं, जिसमें से सोशल मीडिया प्रमुख है। इसी के साथ ही हमें चाहे ऑनलाइन बैंकिंग करनी हो, किसी पेमेंट करने वाली ऐप में खाता बनाना हो या कुछ और, हर जगह आपको अपने यूजर नाम के साथ साथ एक पासवर्ड डालना होता है। तो होता क्या है कि बहुत से लोग सभी जगह पर एक जैसा ही पासवर्ड रखते हैं। ऐसे में इनमे से कुछ वेबसाइट या ऐप को हैक किया जाना सरल होता है और उसकी मदद से साइबर क्राइम करने वाले लोग आपके पासवर्ड का पता लगा लेते हैं।
अब दूसरी मजबूत ऐप या वेबसाइट पर भी आपका वही पासवर्ड है तो वह अपराधी उस पासवर्ड को वहां लगाकर उस ऐप को भी हैक कर लेता है। इसलिए यह बहुत ही ज्यादा जरूरी है कि आप ना केवल अपने पासवर्ड को मजबूत रखें बल्कि इसे अलग अलग जगह अलग अलग रूप दें। अब यदि इतने पासवर्ड बनाया जाना संभव नहीं है तो आप 3 से 4 पासवर्ड बनाये और उन्हें ऐप व वेबसाइट की जरुरत के हिसाब से बाँट लें। जैसे कि सभी पेमेंट वाली ऐप का एक पासवर्ड और सोशल मीडिया का अलग।
2 फैक्टर ऑथेंटिकेशन का उपयोग करें
मजबूत पासवर्ड के साथ साथ जो एक चीज़ आज के समय में बहुत ज्यादा ही जरुरी हो गयी है वह है 2 फैक्टर ऑथेंटिकेशन। इसका मतलब यह होता है कि आप अपने सभी तरह के खातों में लॉग इन करने या उनका लाभ उठाने के लिए अपने एक ही मोबाइल या लैपटॉप या कंप्यूटर का उपयोग करते होंगे। तो यदि यह किसी नए मोबाइल या अन्य किसी डिवाइस से लॉग इन की जा रही है तो उससे आपको इसकी सूचना मिलेगी और एक नया कोड भी इसमें डालना होगा।
कहने का अर्थ यह हुआ कि आप किसी अन्य के मोबाइल से इसे लॉग इन कर रहे हैं तो पासवर्ड डालने के बाद यह एक और कोड डालने को कहेगा जो आपके द्वारा पूर्व निर्धारित होगा या फिर आपके मोबाइल नंबर पर एक कोड भेज कर उसे सत्यापित किया जाएगा। इसी के साथ ही आप भी अपने मोबाइल में कुछ बहुत जरुरी ऐप के लिए भी ऐसा कर सकते हैं ताकि उनमें पासवर्ड डालने के साथ साथ एक अलग से कोड भी डाला जाना जरुरी हो।
सोशल मीडिया प्रोफाइल को लॉक रखें
आप में से लगभग हर कोई फेसबुक का इस्तेमाल करता ही होगा तो फेसबुक कंपनी ने कुछ समय पहले ही अपनी प्रोफाइल को अनजान व्यक्तियों के लिए लॉक करने क विकल्प दिया है जिसे शायद आपने लगा भी रखा हो। अब जिन व्यक्तियों ने अभी तक इसे ऑन नहीं किया है तो आज ही इसे ऑन कर दे क्योंकि बढ़ते साइबर क्राइम की दुनिया में यह समय की माँग बन चुका है।
इसी तरह आपको अन्य सोशल मीडिया की जानकारी को भी नियंत्रित करना चाहिए और आपकी जानकारी सार्वजनिक रूप से क्या दिखती है और क्या नहीं, इस पर एक नज़र रखनी चाहिए और हर महीने में इसकी समीक्षा की जानी चाहिए। इतना ही नहीं, आपको अपने सभी तरह के सोशल मीडिया खातों से अनजान व्यक्तियों को मित्र सूची से हटा देना चाहिए और ऐसे किसी भी व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट को बिल्कुल भी एक्सेप्ट नहीं करना चाहिए।
अनजान लोगों से ज्यादा मेलजोल ना बढ़ाये
सोशल मीडिया के ज़माने में हमारे कई तरह के ऐसे दोस्त बन जाते हैं जिन्हें हम व्यक्तिगत रूप से नहीं जानते हैं और ना ही उनसे कभी मिले होते हैं। तो उनके जरिये भी साइबर क्राइम का दायरा बढ़ता जा रहा है। आपने बहुत बार सेना के अधिकारियों व अन्य जवानों को पाकिस्तान या चीन के हनी ट्रैप में फंसते हुए देखा होगा। इसमें पाकिस्तान और चीन में बैठे आतंकवादी व कुटील लोग सुन्दर लड़कियों के नाम से सोशल मीडिया आईडी बना लेते हैं और फिर सेना के अधिकारियों के साथ मेलजोल बढ़ाकर उनसे गुप्त सूचनाएं प्राप्त कर लेते हैं।
इसके लिए यह जरुरी नहीं है कि वह केवल आपको बहला फुसला कर ही वह जानकारी निकाले। वह आपकी कोई कमजोरी पकड़ सकता है आपकी निजी जानकारी को लीक करने की धमकी दे सकता है या अन्य कोई जानकारी प्राप्त कर आपको ब्लैकमेल कर सकता है और आपको कोई कार्य करने के लिए बाध्य कर सकता है। ऐसे में यह तो आपको ही ध्यान रखना है कि आप अनजान व्यक्ति से ज्यादा मेलजोल ना ही बढ़ाएं अन्यथा खामखा मुसीबत को मोल ले लेंगे।
विंडो व ऐप्स को अपडेटेड रखें
आप चाहे मोबाइल का इस्तेमाल करते हो या लैपटॉप कंप्यूटर का या दोनों का। आपको समय समय पर उनमे आ रही अपडेट को चेक करते रहना चाहिए। लैपटॉप व कंप्यूटर की विंडो में भी समय समय पर अपडेट आते रहते हैं और आपको तुरंत ही उन्हें अपडेट कर लेना चाहिए। ठीक उसी तरह मोबाइल का सॉफ्टवेयर भी अपडेट होता है और आपने जो जो ऐप इनस्टॉल कर रखी है, उनमे भी अपडेट वर्जन आते रहते हैं।
अब अपने मोबाइल या लैपटॉप को अपडेट रखना बहुत जरुरी होता है और इसे आपको अनदेखा नहीं करना चाहिए। वह इसलिए क्योंकि हर सॉफ्टवेयर या ऐप अपडेट के साथ उसे और सुरक्षित बनाया जाता है ताकि उसका गलत इस्तेमाल ना हो सके और आपकी जानकारी को सुरक्षित रखा जा सके। ऐसे में अपने मोबाइल की सभी ऐप्स को चेक करें और देखें कि वह अपडेटेड है या नहीं। यदि नहीं है तो आज ही उन्हें अपडेट कर लें।
किसी अपने की पहली बार में मदद ना करें
आज के समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की सहायता से साइबर क्राइम बहुत ज्यादा बढ़ गया है। इसके माध्यम से आपको किसी अपने के नंबर से ही कॉल आएगा या फिर किसी अन्य अनजान नंबर से कॉल आएगा लेकिन उसमें आवाज किसी अपने की ही होगी या फिर आपको सीधे वीडियो कॉल ही आएगा और उसमें सामने वाला व्यक्ति आपकी कोई जान पहचान का ही होगा और वह आपसे पैसे की माँग करेगा।
अब आपको अपने मोबाइल में सामने वाला व्यक्ति अपना ही दिख रहा है, या उसकी ही आवाज लग रही है और वह आपसे तुरंत पैसे माँग रहा है तो आप उसके बहकावे में ना आये। वह इसलिए क्योंकि बढ़ती तकनीक के साथ लोगों की आवाज और फोटो वीडियो की नकल करके लोगों के साथ धोखाधड़ी की जा रही है। ऐसे में आप पहले पूरी जांच पड़ताल करें और उसके बाद ही उस व्यक्ति को पैसे भेजें।
अच्छे एंटी वायरस का इस्तेमाल करें
पहले के समय में हम एंटी वायरस को लेकर बहुत सचेत रहते थे और उसे हर दिन चेक करते थे या महीने में एक बार स्कैन तो कर ही लिया करते थे लेकिन आज के समय में ऐसा नहीं किया जाता है। ऐसे में आपको इस बात को हल्के में नहीं लेना है और अपनी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में अच्छा एंटी वायरस रखना है और उसके जरिये सिस्टम को स्कैन भी करते रहना है। यह भी आपको साइबर क्राइम से बचाए रखेगा।
अनजान वाई फाई से ना जुड़ें
जब हम किसी अन्य जगह जाते हैं तो वहां वाई फाई मिलते ही बहुत खुश हो जाते हैं और तुरंत ही अपने मोबाइल को उससे कनेक्ट कर लेते हैं। अब जो वाई फाई ओपन होता है और उस पर पासवर्ड नहीं डालना होता है, अक्सर उसे साइबर क्राइम करने के लिए ही बनाया जाता है। यदि आप किसी संस्था, होटल में रुके हैं और वहां वाई फाई की सुविधा है तो अवश्य ही आप उससे जुड़ सकते हैं लेकिन अनजान जगह से आ रहे वाई फाई के सिग्नल से बिल्कुल भी ना जुड़ें।
बच्चों व बुजुर्गों से साइबर क्राइम के बारे में बात करें
आपने अभी तक साइबर क्राइम के बारे में इतनी जानकारी ले ली है तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप उससे पूरी तरह बच गए हैं। यदि आपके परिवार के अन्य सदस्य इसके शिकार हो गए तो एक तरह से आप भी तो साइबर क्राइम के ही शिकार हुए हैं। ऐसे में आपके घर के बच्चे भी इस साइबर क्राइम की दुनिया से उतने ही अनजान होते हैं जितने कि आपके माता पिता या अन्य बुजुर्ग। अब वे भी इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं या उनका भी बैंक सहित अन्य जगहों पर खाता होता है।
ऐसे में यह बहुत ही ज्यादा जरुरी है कि आप अपने घर के सभी सदस्यों को साइबर क्राइम की दुनिया से अवगत करवाएं और उन्हें ऊपर का लेख पढ़ने को कहें या फिर आप उन्हें खुद व्यक्तिगत रूप से समझाएं।
साइबर क्राइम से सुरक्षित कैसे रहें – Related FAQs
प्रश्न: साइबर अपराध से कैसे बचा जा सकता है?
उत्तर: साइबर अपराध से बचने के लिए आप जो वेबसाइट और ऐप सुरक्षित हैं केवल उन्हीं का ही उपयोग करें।
प्रश्न: साइबर क्राइम से बचाव में आप कैसे मदद करेंगे?
उत्तर: साइबर क्राइम से आप अपने बच्चों को और बड़ों को बचाने के लिए उन्हें इसके बारे में अवगत करवाएं और इससे बचने के तरीकों के बारे में भी बताएं।
प्रश्न: साइबर सुरक्षा के उपाय क्या है?
उत्तर: साइबर सुरक्षा के उपाय हमने ऊपर के लेख में बताए हैं जो आपको पढ़ने चाहिए।
प्रश्न: साइबर क्राइम के खिलाफ क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
उत्तर: साइबर क्राइम से बचने के लिए आप किसी अनजान जगह से आए लिंक पर क्लिक ना करें।
प्रश्न: साइबर सुरक्षा के लिए पहला कदम क्या है?
उत्तर: साइबर सुरक्षा के लिए पहला कदम हर जगह अपना अलग अलग और मजबूत पासवर्ड रखें।
तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने बढ़ते साइबर क्राइम से सुरक्षित कैसे रह सकते हैं अर्थात् कैसे साइबर क्राइम का शिकार होने से बच सकते हैं उसके कुछ उपायों के बारे में जानकारी हासिल कर ली है। आशा है कि आपको हमारा द्वारा लिखा गया यह लेख पसंद आया होगा और आप ऊपर के उपायों को पढ़ कर साइबर क्राइम से बचे रहेंगे।