Data entry ka business kaise kare:- डाटा एंट्री का काम आजकल जितनी तेजी के साथ आगे बढ़ रहा हैं उतना शायद ही किसी अन्य क्षेत्र में बढ़ रहा हो। आप इस बात को इसी से समझ सकते हैं कि आगे चलकर सब काम डाटा पर ही होने वाला हैं और विभिन्न तरह (Data entry business in Hindi) की कंपनियां हमारे तक डाटा की मदद से ही पहुँचती हैं। ऐसे में आज के समय में डाटा का काम बहुत ही महत्वपूर्ण हो जाता हैं क्योंकि इसके द्वारा ही कंपनियां अपने आधार तय करती हैं और आगे की रणनीति बनाती हैं।
तो अब डाटा का इतना ज्यादा महत्व हैं तो डाटा एंट्री का काम भी उतनी तेजी के साथ ही आगे बढ़ रहा हैं। एक तरह से हम जो काम भी ऑनलाइन या ऑफलाइन (Data entry work kaise karte hai) करते हैं तो हम वहां अपने से संबंधित कुछ जानकारी या अन्य महत्वपूर्ण जानकारी सबमिट करते हैं। अब यही जानकारी उनके लिए डाटा बन जाती हैं जिसे सिस्टम में फीड किया जाता हैं। अब इसी काम को करने को ही डाटा एंट्री का काम कह दिया जाता हैं।
आज के समय में कई लोग डाटा एंट्री का बिज़नेस (Data entry ka kaam kya hota hai) कर रहे हैं और उसके जरिये बहुत पैसा भी बना रहे हैं। ऐसे में यदि आप भी डाटा एंट्री का बिज़नेस करने को लेकर इच्छुक हैं और इसके बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं तो आज हम आपके साथ उसी पर ही चर्चा करेंगे और आपको डाटा एंट्री के बिज़नेस करने के ऊपर सब जानकारी देंगे। आइए जाने डाटा एंट्री का काम कैसे किया जाए और इसको बिज़नेस में कैसे बदला जाए।
डाटा क्या होता है (Data kya hota hai)
डाटा एंट्री का बिज़नेस करने से पहले आपका यह जानना अति आवश्यक हो जाता हैं कि आखिरकार यह डाटा एंट्री का काम होता क्या है और इसमें क्या क्या किया जाता है। तो आज आप यह जान ले कि डाटा कुछ भी हो सकता हैं और उसको सिस्टम में लिखने को डाटा एंट्री का काम कहा जाता हैं। इसे हम आपको सरल भाषा में उदाहरण के रूप में समझाते हैं ताकि आप अच्छे से समझ सके कि यह डाटा एंट्री का काम आखिरकार होता क्या है।
आप बहुत जगह जाते होंगे या अपने आप को रजिस्टर करते होंगे या कई वेबसाइट में जाते होंगे या कुछ भी करते होंगे, आपसे हर जगह कुछ ना कुछ माँगा जाता होगा। यहाँ तक कि आप किसी रेस्टोरेंट में जाकर कोई खाना या नाश्ता या कुछ अन्य फ़ास्ट फ़ूड भी ऑर्डर करते हैं और उनसे आपका मोबाइल नंबर माँगा जाता हैं तो वह भी आपसे संबंधित एक डाटा बन जाता हैं।
इसी तरह आप ऑनलाइन कुछ भी रजिस्टर करते हैं या कहीं भी अपनी जानकारी देते हैं या कुछ भी और करते हैं तो वहां भी आप अपने से संबंधित कुछ ना कुछ जानकारी अवश्य देते हैं। अब वह जानकारी चाहे आपका संपर्क विवरण हो जैसे कि आपका पता या मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी या कोई सोशल मीडिया लिंक या कुछ और, वह सब डाटा ही होता हैं। यहाँ तक कि आपकी पसंद नापसंद, आपकी लोकेशन, आपकी बैंकिंग जानकारी, आपके रिश्तेदार या संबंध इत्यादि सब डाटा होता हैं।
सामान्य शब्दों में कहा जाए तो आपसे संबंधित कोई भी जानकारी फिर चाहे वह आपने ऑनलाइन किसी को दी हो या ऑफलाइन किसी को दी हो या लिखी हो तो वह डाटा बन जाती हैं। उस डाटा का इस्तेमाल आप तक सही चीज़ों को पहुँचाने, आप तक विज्ञापन दिखाने या आपको कोई सुविधा देने के लिए किया जाता हैं।
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डाटा एंट्री क्या होती है (Data entry ka kya matlab hai)
अब जब आपने यह जान लिया हैं कि डाटा क्या होता हैं तो आपको यह भी जानना चाहिए कि डाटा एंट्री क्या होती हैं, तभी आप डाटा एंट्री का बिज़नेस कर पाएंगे। तो आप जहाँ भी अपना डाटा देते हैं फिर चाहे वह ऑनलाइन हो या ऑफलाइन, वह रफ़ फॉर्म में होता हैं और उसे ठीक से व्यवस्थित किया जाना आवश्यक होता हैं। उदाहरण के रूप में बहुत सारे डाटा में से हमें उन लोगों को निकालना हैं जिन्होंने अपनी पसंद में काला रंग लिखा हुआ हैं या जो ऑनलाइन शॉपिंग ज्यादा करते हैं या ऐसा ही कुछ।
या फिर पहले से ही मिले डाटा को सही फॉर्म में लिखना होता हैं ताकि सामने वाला व्यक्ति इसको अच्छे से समझ सके और उसका विश्लेषण कर सके। तो यह सब काम कंप्यूटर में किया जाता हैं। तो एक तरह से पहले से मिले रफ़ डाटा को कंप्यूटर में एंट्री करने को ही डाटा एंट्री का काम कहा जाता हैं। यह डाटा एंट्री का काम कई तरीके का हो सकता हैं जो डाटा के फॉर्म के अनुसार निर्भर करता हैं। अर्थात किसी को वह डाटा किसी फॉर्म में चाहिए होता हैं किसी अन्य को कोई और फॉर्म में। तो डाटा एंट्री का काम आवश्यकता के अनुसार ही किया जाता हैं।
डाटा एंट्री का बिज़नेस कैसे करें (Data entry ka business kaise kare)
अब जब आपने डाटा क्या होता है यह जान लिया हैं और डाटा एंट्री का काम कैसे होता है या फिर उसमे क्या होता है, यह भी जान लिया हैं तो अवश्य ही आपके मन में इसका बिज़नेस करने की आ रही होगी। ऐसे में यदि आप डाटा एंट्री का बिज़नेस करने जा रहे हैं या सोच रहे हैं तो आपको उससे पहले इसके बारे में सब जान लेना चाहिए ताकि बाद में कोई उलझन की स्थिति ना रहे।
डाटा एंट्री का बिज़नेस करने के लिए आपको चरण दर चरण तरीके से आगे बढ़ना होगा और इसमें काम आने वाली हर चीज़ का पूरा पूरा ध्यान रखना होगा। तो आइए जाने कैसे आप अपना डाटा एंट्री का बिज़नेस शुरू कर सकते हैं और डाटा एंट्री के काम से बहुत सारा पैसा कमाना शुरू कर सकते हैं।
डाटा एंट्री के बिज़नेस के लिए आवश्यक उपकरण
अब यदि आप डाटा एंट्री का बिज़नेस शुरू करने जा रहे हैं तो इसके लिए आपको आवश्यक तौर पर कई सारे कंप्यूटर की आवश्यकता होगी। यह तो आपने ऊपर जान ही लिया हैं कि डाटा एंट्री का सब काम ऑनलाइन अर्थात कंप्यूटर पर होता हैं। तो यदि आप डाटा एंट्री का काम करने जा रहे हैं तो इसके लिए अच्छी गुणवत्ता वाले कंप्यूटर ख़रीदे। अब इन कंप्यूटर की संख्या कितनी होगी यह आपके काम पर निर्भर करेगा।
कहने का तात्पर्य यह हुआ कि आप चाहे तो दो या तीन कंप्यूटर की सहायता से भी डाटा एंट्री का बिज़नेस शुरू कर सकते हैं और फिर धीरे धीरे इसे बढ़ा सकते हैं। आप चाहे तो शुरुआत में 7 से 10 कंप्यूटर लेकर भी यह काम शुरू कर सकते हैं। अब कंप्यूटर का काम हो गया हैं तो आपको इंटरनेट की व्यवस्था भी सुनिश्चित करनी होगी। इंटरनेट का कनेक्शन लेते समय इस बात का ध्यान रखे कि इसकी स्पीड बहुत तेज हो क्योंकि डाटा एंट्री का बिज़नेस हाई स्पीड इंटरनेट की मांग करता हैं।
डाटा एंट्री बिज़नेस के लिए आवश्यक सॉफ्टवेर
अब जब आपने कंप्यूटर व इंटरनेट की व्यवस्था कर ली हैं तो अब बारी आती हैं डाटा एंट्री का काम करने के लिए इस्तेमाल होने वाले सॉफ्टवेर की। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप जहाँ पर भी डाटा एंट्री का काम करेंगे उसके लिए किसी ना किसी सॉफ्टवेर की तो जरुरत पड़ेगी ही पड़ेगी। आप सीधे कंप्यूटर में कही भी तो डाटा एंट्री का काम नही कर सकते हैं ना, इसे आप किसी चीज़ पर तो करेंगे ही।
तो डाटा एंट्री का काम करने के लिए आपको सबसे पहले तो माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल की आवश्यकता होगी और आपको यह माइक्रोसॉफ्ट को डाउनलोड करना होगा। वैसे तो ज्यादार कंप्यूटर में यह पहले से ही इनस्टॉल किया हुआ आता हैं लेकिन यह नही भी हैं तो आप इसे तुरंत इनस्टॉल कर ले। इसी के साथ आप गूगल स्प्रेडशीट्स का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। अब यदि आप डाटा एंट्री में बहीखाते का कम भी कर रहे हैं तो इसमें आपको टैली या ऐसे ही सॉफ्टवेर का इस्तेमाल करना होगा।
डाटा एंट्री का बिज़नेस सेटअप करना (Data entry business setup)
अब आपको अपना डाटा एंट्री का बिज़नेस करने के लिए उसके लिए एक सही जगह देखकर बिज़नेस को सेटअप करना हैं। इसके लिए आप चाहे तो कोई अलग से जगह देखकर वहां डाटा एंट्री का ऑफिस खोल सकते हैं या फिर अपने ही घर के किसी बड़े कमरे को इस तरह से सेटअप करवा सकते हैं। आपको उस कमरे में कंप्यूटर को रखने के लिए टेबल, लोगों के बैठने के लिए कुर्सियां, बिजली का कनेक्शन, हर टेबल के पास एक बिजली का सॉकेट, लाइट, पंखे इत्यादि सभी की व्यवस्था करनी होगी।
एक तरह से कहा जाए तो आपको अपने यहाँ एक छोटा ऑफिस बनाना होगा जहाँ पर सब कंप्यूटर इंटरनेट अच्छे से सेट किया गया हो और उनके सामने कुर्सियां रखी हुई हो जहाँ पर बैठकर लोग काम कर सके। जब आप यह सब कर लेंगे तो आगे की प्रक्रिया की ओर बढ़ेंगे। आइए जाने इसके बाद आपको अगले स्टेप के रूप में क्या कुछ करना होगा।
डाटा एंट्री का बिज़नेस करने के लिए लोगों को रखना
अब जब आपने अपना डाटा एंट्री का ऑफिस सेटअप कर लिया हैं और काम करने के लिए सब उपकरणों और सॉफ्टवेर इत्यादि की व्यवस्था हो चुकी हैं तो अब बारी हैं डाटा एंट्री का काम करने के लिए योग्य व्यक्तियों को नियुक्त करने की। वैसे तो डाटा एंट्री का काम कोई इतना मुश्किल नही होता हैं और ना ही इसके लिए कोई डिग्री या कोर्स की आवश्यकता होती हैं। इसमें बस डाटा को कंप्यूटर में दर्ज करना होता हैं लेकिन बताये गए फॉर्मेट के अंदर ही।
फिर भी जिस भी व्यक्ति को आप अपने यहाँ डाटा एंट्री के काम के लिए रख रहे हैं, उसके अंदर यह गुण अवश्य होने चाहिए, जो हम आपको नीचे बताएँगे। इससे आपका काम भी आसान हो जाएगा और ज्यादा परेशानी भी नही होगी। आइए जाने डाटा एंट्री के काम के लिए आपको किस कौशल वाले व्यक्तियों का चुनाव करना चाहिए।
- उक्त व्यक्ति को कंप्यूटर की अच्छी समझ होनी चाहिए। इसे पता होना चाहिए कि कंप्यूटर का बेसिक इस्तेमाल कैसे किया जाता हैं और उसमे क्या फंक्शन कैसे काम करते हैं। यदि किसी व्यक्ति को कंप्यूटर की सामान्य जानकारी ही नही हैं तो उसे डाटा एंट्री के काम के लिए रखना मूर्खता होगी।
- कंप्यूटर की सामान्य जानकारी के साथ साथ उसे उन सॉफ्टवेर का भी अच्छे से इस्तेमाल करना आना चाहिए जिनकी डाटा एंट्री के काम में सहायता पड़ती हैं। साथ ही उन सॉफ्टवेर में सरल व तेजी से काम करने के लिए कुछ फार्मूला का इस्तेमाल भी किया जाता हैं, जिनके बारे में उस व्यक्ति को जानकारी होनी चाहिए। उसे उन सॉफ्टवेर के सभी शॉर्टकट की जानकारी भी होगी तो बेहतर रहेगा।
- उस व्यक्ति को इंटरनेट का भी अच्छे से इस्तेमाल करना आना चाहिए। कहने का अर्थ यह हुआ कि डाटा एंट्री का काम करते समय उसे बहुत सारी चीज़े इंटरनेट के माध्यम से ढूँढनी पड़ेगी या निकालनी पड़ेगी। ऐसे में उसे इंटरनेट का इस्तेमाल करना ही अच्छे से नही आता हैं तो फिर वह आपका काम सही से नही कर पाएगा।
- उसकी टाइपिंग स्पीड भी अच्छी हीनी चाहिए। बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो अपनी टाइपिंग स्पीड को फ़ास्ट बनाने के लिए स्पेशल कोर्स भी करते हैं और उसके बाद ही डाटा एंट्री का काम करना शुरू करते हैं। इसलिए आप उनकी टाइपिंग स्पीड का टेस्ट अवश्य ले ले और देखें कि वे कितनी जल्दी किसी काम को समाप्त कर सकते हैं।
- डाटा एंट्री के काम के लिए सबसे महत्वपूर्ण कौशल जो आपको सामने वाले व्यक्ति में देखना चाहिए वह हैं बिना कोई गलती के डाटा एंट्री का काम करना। डाटा एंट्री का काम एक ऐसा काम हैं जिसमें यदि कोई भी गलती हुई या बारीक से बारीक भी गलती हुई तो सब डाटा ख़राब हो जाता हैं और वह किसी काम का नही रहता हैं। इसलिए जो भी व्यक्ति यह काम कर रहा हैं वह तेज गति के साथ साथ उसके सही होने का भी उत्तरदायित्व ले तो ज्यादा बेहतर होता है।
डाटा एंट्री का काम लेना (Data entry ka kam)
ऊपर बताया गया सब कुछ करने के बाद बारी आती है डाटा एंट्री का काम लेने की। अब आप ऊपर दिया हुआ सब काम तो आसानी से कर लेंगे लेकिन इसके बाद की प्रक्रिया के लिए आपको मेहनत करनी होगी। वह इसलिए क्योंकि यह केवल आप पर ही निर्भर नही करेगा बल्कि आपको मिलने वाले काम पर निर्भर करेगा। इसके लिए आपको कई जगह हाथ पैर मारने पड़ेंगे और उसके बाद ही आपको काम मिलना शुरू हो सकेगा।
एक तरह से कहा जाए तो शुरुआत में तो आपको बहुत परिश्रम करना पड़ेगा क्योंकि काम इतनी आसानी से नही मिलता हैं। हालाँकि डाटा एंट्री का काम बहुत ज्यादा होता हैं तो आप ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों ही तरीके से इसका काम लेने के लिए आवेदन कर सकते हैं। बड़ी से बड़ी कंपनियां और छोटे से छोटे दुकानदार को भी अपने यहाँ डाटा एंट्री का काम करवाने की आवश्यकता पड़ती हैं। उनके द्वारा समय समय पर डाटा एंट्री का काम दिया जाता हैं और बदले में वे उसके लिए भुगतान करते हैं।
ऐसे में आपको अपने जानने वाले लोगों के साथ संपर्क बढ़ाना चाहिए और ऑनलाइन भी पूरी रिसर्च करनी चाहिए ताकि आपको जल्द से जल्द डाटा एंट्री का काम मिल सके। एक बार आपके क्लाइंट के साथ संपर्क और रिश्ते अच्छे बन गए तो आपको वहां से निरंतर काम आने लगेगा। फिर आप लोगों की सहायता से आसानी से इस काम को आगे बढ़ा सकते हैं और बहुत पैसा कमा सकते हैं।
डाटा एंट्री के बिज़नेस में कमाई (Data entry business benefits in Hindi)
अब यदि आप डाटा एंट्री के काम से होने वाली कमाई के बारे में सोच रहे हैं तो यह भी जान लेते हैं। जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि आज की दुनिया में सब खेल डाटा का ही हैं और हर किसी को सही डाटा की आवश्यकता होती हैं। ऐसे में इस काम में मंदी आने की संभावना ही नही उठती बल्कि तकनीक के साथ साथ यह काम तो और ज्यादा बढ़ता ही चला जाएगा।
ऐसे में आप यदि डाटा एंट्री का काम शुरू करने जा रहे हैं तो यकीन मानिये आपको कभी पीछे मुड़कर नही देखना पड़ेगा। हालाँकि शुरुआत में आपको मेहनत करनी होगी लेकिन एक बार आपके क्लाइंट से रिश्ते बेहतर हो गए तो फिर आपको और ज्यादा काम मिलते हुए देर नही लगेगी। फिर धीरे धीरे आप अपने काम को और आगे बढ़ा सकते हैं और बहुत सारा पैसा कमाना शुरू कर सकते हैं।
डाटा एंट्री का बिज़नेस कैसे करें – Related FAQs
प्रश्न: डाटा एंट्री का कोर्स कितने दिन का होता है?
उत्तर: डाटा एंट्री का कोर्स 30 से 60 दिन का होता है।
प्रश्न: डाटा एंट्री ऑपरेटर की सैलरी कितनी होती है?
उत्तर: डाटा एंट्री ऑपरेटर की सैलरी 20 से 30 हज़ार के बीच होती है।
प्रश्न: डाटा एंट्री कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर: डाटा एंट्री का प्रकार एक तरह का नही बल्कि कई तरह का होता हैं जो क्लाइंट की आवश्यकता पर निर्धारित होता है।
प्रश्न: क्या डाटा एंट्री सीखना मुश्किल है?
उत्तर: नही, डाटा एंट्री सीखना बिल्कुल भी मुश्किल नही है।
तो इस तरह से आज आपने जान लिया कि डाटा एंट्री का काम क्या होता हैं और इसे कैसे किया जा सकता हैं। साथ ही आपने जाना कि यदि आप डाटा एंट्री का बिज़नेस करने जा रहे हैं तो इसमें आपको क्या कुछ करना होगा और किन किन बातों का पहले से ही ध्यान रखना होगा ताकि आगे चलकर आपका मार्ग आसान हो सके।
Sir hame data entry ka work karna hai kaya salary milegi