डेटाबेस क्या है? | डेटाबेस की पूरी जानकारी | Database kya hai

|| डेटाबेस क्या है? | Database kya hai | डेटाबेस का इतिहास | डेटाबेस के फायदे | डेटाबेस के उपयोग (Database ka upyog | डेटाबेस क्या है यह कितने प्रकार के होते हैं? ||

Database kya hai:- आज के समय में हम जिस चीज़ का नाम बहुत ज्यादा सुनते हैं वह है डाटा तथा डेटाबेस। हर कोई चीज़ इसी पर ही निर्भर करती है। यह कहना कोई गलत बात नहीं होगी कि हम स्वयं बाकि की नज़रों में ऑनलाइन एक डाटा बनकर ही रह गए हैं और उसी के आधार पर ही हमारा और हमारी चीज़ों का आंकलन किया जाता (Database ka parichay) है। अब हमें कब क्या चाहिए, क्या पसंद आएगा, हमारी जन्म तिथि क्या है, हमारी आय क्या है, हमें ऋण चाहिए या नहीं इत्यादि सब कुछ हमारे डाटा पर ही निर्भर करता है।

अब तो स्थिति यह है कि लगभग हर बड़ी से लेकर छोटी कंपनियां अपने ग्राहकों का डेटाबेस तैयार करके रखती है और वो भी एक फॉर्म या फॉर्मेट में नहीं बल्कि स्थितियों तथा जरूरतों के अनुसार अलग अलग रूपों (Database ka arth hai) में। इसी के साथ ही संभावित ग्राहकों का डेटाबेस भी तैयार रखा जाता है ताकि उन तक अपनी पहुँच बनायी जा सके। ऐसे में अवश्य ही आपके मन में इस डेटाबेस के बारे में और जानने की इच्छा हो रही होगी।

ऐसे में आज के इस लेख में हम आपके साथ इसी विषय के ऊपर ही बातचीत करने वाले हैं जिसे पढ़ कर आपको यह जानने में मदद मिलेगी कि आखिरकार यह डेटाबेस होता क्या है और यह कैसे काम करता (Database ka arth bataiye) है। इसी के साथ ही हम आपके साथ डेटाबेस के इतिहास, फायदों, नुकसान व उपयोग इत्यादि के बारे में भी विस्तार से चर्चा करेंगे ताकि आपको डेटाबेस के बारे में हरेक जानकारी विस्तृत रूप में मिल जाए।

डेटाबेस क्या है? (Database kya hai)

डेटाबेस को समझने से पहले यह बहुत जरुरी हो जाता है कि आप यह समझें कि डाटा क्या होता है क्योंकि इसी के आधार पर ही आप डेटाबेस को समझ पाने में सक्षम होंगे। अब यदि आप डाटा क्या होता है और यह किस तरह से लिया जाता है या फिर यह कैसे काम करता है, यह जान लेते (Database kya hai in Hindi) हैं तो फिर आपको डेटाबेस को समझने में देरी नहीं लगेगी। ऐसे में हम सबसे पहले आपके साथ यह सांझा करेंगे कि यह डाटा क्या होता है और उसके बाद आपको डेटाबेस के बारे में समझाने का प्रयास करेंगे।

डेटाबेस क्या है डेटाबेस की पूरी जानकारी Database kya hai

इसके पश्चात आपको इस लेख में डेटाबेस की विशेषताएं, फीचर, उपयोग, फायदों व नुकसान के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। साथ ही यह बताया जाएगा कि आखिरकार क्यों यह आज के समय में लगभग हर कंपनी व व्यवसाय के लिए इतना महत्वपूर्ण हो गया है। आइये जाने डेटाबेस के बारे में शुरू से लेकर अंत तक संपूर्ण जानकारी विस्तार से।

डाटा क्या होता है? (Data kya hota hai)

सबसे पहले बात करते हैं कि यह डाटा क्या होता है और इसका क्या मतलब है। तो यहाँ हम बता दें कि आपके या हमारे बारे में कुछ भी जानकारी जो ऑनलाइन दर्ज की गयी है या लिखी गयी है, वह डाटा ही होती है। उदाहरण के तौर पर आपका नाम, आपकी जन्म तिथि, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, फेसबुक आईडी, बैंक खाता, पसंद ना पसंद, परिवार के सदस्य, लैंगिक जानकारी, आधार कार्ड नंबर इत्यादि कुछ भी डाटा हो सकता (Data kya hai in Hindi) है।

एक तरह से यदि आप किसी के साथ विवाहित हैं या रिलेशनशिप में हैं तो यह भी एक डाटा है और यदि आपको टिंडे की सब्जी नहीं पसंद है तो यह भी एक डाटा है। यहाँ तक कि यदि आपको गंगा शरबत पसंद है और रूहफ्जा नहीं तो यह भी एक डाटा है। एक तरह से वह हरेक जानकारी जो किसी व्यक्ति, समाज, संस्था, देश, समूह, परिवार इत्यादि से संबंधित होती है, वह डाटा होती है।

डेटाबेस क्या होता है? (Database kya hota hai)

अब जब आपने यह जान लिया है कि यह डाटा क्या बला है तो अब इसके बारे में जानने की बारी है कि डेटाबेस क्या होता है। तो डेटाबेस कुछ और नहीं बल्कि ऑनलाइन उस डाटा का रिकॉर्ड रखना होता है। अब यह रिकॉर्ड किसी भी तरह के डाटा का हो सकता (Database ka matlab) है। उदाहरण के तौर पर पहले के समय में जो लोग व्यवसाय किया करते थे उनके द्वारा प्रतिदिन के खर्चों व आमदनी का हिसाब किताब रखने के लिए बही खातों का इस्तेमाल किया जाता था।

अब इसके लिए एक कॉपी लगायी जाती थी जिस पर सारा हिसाब किताब लिखा जाता था। तो इस कॉपी को भी डेटाबेस का रिकॉर्ड रखना ही कहा जाता (Database ka Hindi meaning) है। बस जो काम पहले ऑफलाइन तरीके से कॉपी पेन से होता था वह आज के समय में ऑनलाइन होने लगा है और वो भी व्यापक स्तर पर। अब लोग केवल अपने बिज़नेस के हिसाब किताब का डेटाबेस ही नहीं रखते हैं बल्कि बिज़नेस को बढ़ाने के लिए डेटाबेस का तरह तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है, इसके लिए भी रखते हैं।

ऐसे में आपके मन में अवश्य ही रह रह कर यह प्रश्न उठ रहा होगा कि आखिरकार किस किस तरह के डाटा को डेटाबेस में संगृहीत करके रखा जा सकता है। तो आज हम आपको डेटाबेस में रखे जाने वाले कुछ मुख्य तरह के डाटा के बारे में जानकारी दे देते हैं ताकि आपकी यह शंका भी दूर हो जाए। यह सब डेटाबेस किसी एक व्यक्ति के आधार पर बताया जा रहा है।

  • जन्म तिथि
  • आयु
  • लिंग
  • वैवाहिक स्थिति
  • आय की स्थिति
  • बैंक में खाता
  • करियर की स्थिति
  • पिता की आय
  • माता की आय
  • पारिवारिक पृष्ठभूमि
  • बच्चों की संख्या
  • आधार कार्ड नंबर
  • पैन कार्ड नंबर
  • बैंक खाते का नंबर
  • आपराधिक रिकॉर्ड
  • पसंद नापसंद
  • करीबी लोगों के जन्मदिन
  • शिक्षा का स्तर
  • राजनीतिक झुकाव
  • सोशल मीडिया एक्टिविटी
  • स्थान
  • नौकरी की स्थिति
  • रुचि इत्यादि

तो एक व्यक्ति का उसके जीवन के आधार पर किसी भी तरह का डाटा लिया जा सकता है और उसके आधार पर डेटाबेस तैयार किया जा सकता है। अब यह डेटाबेस केवल व्यक्ति पर ही आधारित नहीं होता है बल्कि यह किसी भी चीज़ पर बनाया जा सकता है। उदाहरण के तौर पर भारत ने आज तक ओलंपिक्स में किस वर्ष में कितने पदक जीते हैं, इसका रिकॉर्ड भी एक डेटाबेस ही कहा जाएगा। तो इस तरह से यह डेटाबेस किसी भी चीज़ से संबंधित हो सकता है।

यह डेटाबेस केवल और केवल आंकड़ों का खेल होता है जिसमें एक जैसी चीज़ों के बारे में जानकारी दी जाती है ताकि उन्हें अलग अलग जगह ना खोजना पड़े। उदाहरण के तौर पर यदि भारत सरकार को राजस्थान राज्य में 50 हज़ार की वार्षिक आय से कम कमा रहे लोगों को किसी सरकारी सुविधा का लाभ देना है तो पहले सरकार ऐसे लोगों या परिवारों का डेटाबेस बनाएगी और उसके आधार पर ही उन्हें यह सुविधा प्रदान करेगी। साथ ही उनमे से जिन जिन लोगों को यह सुविधा मिल चुकी है, वह भी उसी डेटाबेस में ही अपडेट किया जाएगा।

डेटाबेस का इतिहास (Database history in Hindi)

अब बहुत से लोग यह भी जानना चाहते हैं कि इस डेटाबेस की शरूआत कब से हुई थी। तो यहाँ हम आपको बता दें कि जब से मनुष्य ने कागज का अविष्कार कर लिया था और उस पर लिखा जाने लगा था, तब से ही यह डेटाबेस शुरू हो चुका था। अब हमारे राजा महाराजा एक दूसरे से पत्राचार करते थे और आम व्यक्ति भी एक दूसरे को पत्र लिखकर ही सूचित किया करते थे। तो उस समय में भी राज कार्य को सुचारू रूप से चलाने के लिए संबंधित डेटाबेस को तैयार किया जाता था।

हालाँकि जब से इंटरनेट आया है तब से ही डेटाबेस के क्षेत्र में क्रांति सी आ गयी है। पहले कागज पर डेटाबेस को अपडेट करना या उसमे एडिटिंग करना बहुत मुश्किल भरा होता था लेकिन ऑनलाइन तो डेटाबेस को कभी भी किसी भी समय कैसे भी एडिट या अपडेट किया जा सकता है और उसे किसी को भी उपलब्ध करवाया जा सकता है। तो यह वर्ष 1960 का समय था जब डेटाबेस में तरह तरह के सॉफ्टवेयर, ऐप्स व अन्य चीजें आने लगी थी जैसे कि SQL या नेटवर्क मॉडल इत्यादि।

डेटाबेस की विशेषताएं (Database ki visheshta)

अब यदि हम डेटाबेस की विशेषताओं के बारे में बात करें तो यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण व प्रमुख साधन है जिसका इस्तेमाल हर कोई कर रहा है। इसकी सबसे बड़ी विशेषता यही है कि हमें कई लोगों या संस्थाओं की जानकारी लेने के लिए अलग अलग जगह नहीं जाना पड़ता है और एक ही जगह पर हमें बहुत सारी जानकारी मिल जाती है। कहने का अर्थ यह हुआ कि डेटाबेस की सहायता से हमारा बहुत समय बच जाता है और हमें एक ही जगह पर संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो जाती है।

उदाहरण के तौर पर यदि आप आज यह देखना चाहते हैं कि विश्व में सभी देशों की धर्म के आधार पर कितनी जनसँख्या है। जैसे कि भारत, अमेरिका, रूस, चीन इत्यादि देशों में किस धर्म को मानने वाले कितने प्रतिशत लोग रहते हैं तो इसके लिए आपको हरेक देश के लिए अलग अलग सर्च करना पड़ेगा जिसमे बहुत ज्यादा परिश्रम व समय लगेगा।

किन्तु डेटाबेस की सहायता से केवल एक ही पेज पर उक्त देश का नाम लिखकर उसके सामने उस देश की कुल जनसँख्या सहित धर्म के अनुसार उनका प्रतिशत लिख दिया जाए तो यह डेटाबेस आपको एक ही पेज पर संपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवा देगा। इस तरह से उक्त डेटाबेस की सहायता से आपका काम बहुत ही सरल हो जाएगा। तो यही डेटाबेस की सबसे बड़ी और मुख्य विशेषता होती है जिस कारण इसकी उपयोगिता में वृद्धि देखने को मिली है।

डेटाबेस के फायदे (Database ke fayde in Hindi)

अब यदि आप यह जानना चाहते हैं कि डेटाबेस के क्या कुछ फायदे देखने को मिलते हैं तो इसके फायदे एक नहीं बल्कि अनेक हैं। वह इसलिए क्योंकि किसी भी डेटाबेस का फायदा उक्त व्यक्ति, कंपनी या व्यवसाय के लिए भिन्न भिन्न हो सकता (Database benefits in Hindi) है। अब यह डेटाबेस के प्रकार या उसे किस उद्देश्य के तहत तैयार किया जा रहा है, इस पर निर्भर करता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आप डेटाबेस का इस्तेमाल अपने बिज़नेस को बढ़ाने के लिए कर रहे हैं तो इसका फायदा अलग है तो वहीं सामान्य जानकारी को हासिल करने के लिए कर रहे हैं तो वह फायदा अलग है।

ऐसे में एक डेटाबेस के द्वारा अलग अलग व्यक्तियों, संस्थाओं, कंपनियों, सरकारों, व्यवसायों को भिन्न भिन्न फायदे पहुंचाए जाते हैं और उन्हें वह अलग अलग तरीकों से प्रभावित करता है। कोई इसका उपयोग अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए करता है तो कोई इसका उपयोग अपने ग्राहकों की जानकारी रखने के लिए करता है तो कोई इसके द्वारा ज्यादा जानकारी हासिल करना चाहता है तो कोई इसके जरिये अपना काम बनवाना चाहता है तो कोई इसके जरिये धोखाधड़ी भी करता है। इस तरह से डेटाबेस के उपयोग या फायदे हर व्यक्ति के अनुसार भिन्न भिन्न होते हैं।

डेटाबेस के उपयोग (Database ka upyog)

अब यदि आपने डेटाबेस के बारे में इतनी सब जानकारी ले ली है तो अवश्य ही आपको इसके द्वारा क्या कुछ किया जा सकता है या किस तरह से युक्त डेटाबेस का उपयोग किया जा सकता है, इसके बारे में भी जानकारी ले लेनी (Database ke upyog) चाहिए। अब यह बात हम आपको एक उदाहरण सहित समझाने का प्रयास करेंगे ताकि आप बेहतर तरीके से इसे समझ सकें।

मान लीजिये कि आप एक कंपनी के मालिक हैं और आप महिलाओं से जुड़ा कोई प्रोडक्ट बनाते हैं। वह प्रोडक्ट भी मुख्य तौर पर उन महिलाओं के काम आता है जो युवा हैं अर्थात जिनकी आयु 15 से 35 वर्ष के बीच में है। ऐसे में यदि आप अपनी कंपनी के प्रोडक्ट का विज्ञापन किसी टीवी पर या अख़बार में देंगे तो इसमें आपको ज्यादा खर्चा करना होगा और यह ऐसे लोग भी देखेंगे जिनका आपके प्रोडक्ट से कोई लेना देना नहीं है।

अब आपको कोई एक ऐसी कंपनी मिलती है या ऐसी वेबसाइट या ऐप मिलती है जहाँ पर केवल महिलाएं ही पंजीकृत है। तो आप उस वेबसाइट, ऐप या कंपनी से संपर्क कर उनसे 15 से 35 वर्ष की आयु वर्ग वाली महिलाओं का डाटा अर्थात उनका मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी या अन्य कोई संपर्क की जा सकने वाली जानकारी माँग सकते हैं और बदले में उन्हें इसके लिए भुगतान कर सकते हैं।

अब आपके पास अपने संभावित ग्राहकों का डेटाबेस आ जाएगा जिसका आप अपने अनुसार उपयोग कर सकते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप अपने प्रोडक्ट का प्रचार करने के लिए उन्हें मोबाइल मैसेज, व्हाट्सएप मैसेज, ईमेल, फेसबुक संदेश, कॉल इत्यादि किसी भी माध्यम से संपर्क कर सकते हैं। इस तरह से आपने डेटाबेस की सहायता से कम पैसों में अपने प्रोडक्ट का संभावित ग्राहकों तक प्रचार कर लिया है।

डेटाबेस के नुकसान (Database ke nuksan)

अभी तक आपने डेटाबेस के बारे में केवल अच्छी ही चीज़ें पढ़ी हैं लेकिन आपको इन सभी के साथ डेटाबेस से क्या कुछ नुकसान हो सकते हैं, उसके बारे में भी जान लेना चाहिए ताकि आपको संपूर्ण जानकारी मिल सके। तो यहाँ हम आपको एक उदाहरण से ही समझाने का प्रयास (Database ki haniyan) करेंगे। आपको अवश्य ही कुछ कुछ दिनों में या प्रतिदिन ही अनजान नंबर से बेसमय कॉल, मैसेज, या अन्य अधिसूचनाएं आती होंगी जिनके जरिये आपको लोन लेने, कोई प्रोडक्ट खरीदने, किसी सर्विस का प्रोमोशन करने या कुछ अन्य जानकारी देने या लेने के लिए संपर्क किया जाता (Database ki hani) होगा।

अब यह सब किस कारण हो रहा है? इसका उत्तर है डेटाबेस। अब आप ना जाने अपना मोबाइल नंबर या अन्य संपर्क की जा सकने वाली जानकारी किस किसको दे देते हैं और फिर वे लोग आपकी जानकारी को आगे बेच देते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप यदि किसी मॉल में खरीदारी करने जाते हैं और वहां बिलिंग करते समय आपका मोबाइल नंबर माँगा जाता है तो अब आपका मोबाइल नंबर उनके डेटाबेस में सेव हो चुका है। वे इसे किसी अन्य कंपनी या संस्था को पैसों के लिए बेच सकते हैं।

ठीक उसी तरह ऑनलाइन कहीं भी डाली गयी आपकी जानकारी या ऑफलाइन तरीके से दी गयी जानकारी को बेधड़क बेचा जा रहा है। यही कारण है कि आपको इतने अनजान नंबर से मैसेज या कॉल आते हैं और आप उन्हें ब्लॉक करते करते थक जाते हैं लेकिन वे खत्म होने का नाम तक नहीं लेते हैं। इसी के साथ ही ऐसे फर्जी कॉल या मैसेज के जरिये लोगों के साथ बहुत बड़े स्तर पर धोखाधड़ी या जालसाजी भी की जा रही है और उन्हें पैसों का चूना लगाया जा रहा है। ऐसे में आप इन सभी से बहुत बच कर रहें और किसी को भी अपनी व्यक्तिगत जानकारी ना दें।

डेटाबेस क्या है – Related FAQs 

प्रश्न: डेटाबेस का क्या अर्थ है?

उत्तर: डेटाबेस का अर्थ डाटा का रिकॉर्ड रखना होता है।

प्रश्न: डेटाबेस क्या है यह कितने प्रकार के होते हैं?

उत्तर: इसके बारे में संपूर्ण जानकारी को हमने इस लेख के माध्यम से देने का प्रयास किया है जिसे आपको पढ़ना चाहिए।

प्रश्न: डेटाबेस की विशेषता क्या है?

उत्तर: डेटाबेस की विशेषता आप ऊपर के लेख से पढ़ कर जान सकते हो।

प्रश्न: डेटाबेस की आवश्यकता क्यों है?

उत्तर: डेटाबेस के आवश्यकता क्यों है यह जानने के लिए आप डेटाबेस के फायदों के बारे में जानकारी हासिल करो जो कि ऊपर के लेख में बताए गए हैं।

तो इस तरह से इस लेख में हमने आपको बताया कि डेटाबेस क्या होता है इसका इतिहास क्या कुछ रहा है और डेटाबेस की विशेषताएं और उपयोग क्या क्या है। साथ ही हमने आपको डेटाबेस के फायदे और नुकसान भी इस लेख के माध्यम से बताए। आशा है कि आपको हमारे द्वारा दी गई डेटाबेस के बारे में जानकारी पसंद आई होगी।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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