|| दिसंबर महीने का कैलेंडर 2024 | December calendar in Hindi 2024 | हिंदी कैलेंडर दिसंबर 2024 | 2024 बालाजी जयंती कब है? | Balaji jayanti kab hai | 2024 गीता जयंती कब है? (Geeta jayanti kab ki hai | 2024 दिसंबर महीने में विवाह की तारीखें | Hindi Calendar December 2024 View and Download Vikram Samvat 2080 Calendar? ||
December calendar in Hindi 2024, साल का आखिरी महीना दिसंबर होता है और यह अपने साथ उस वर्ष की कई यादें लेकर आता है। हमारे साथ इस वर्ष क्या कुछ हुआ, हम किस किस से मिले और किससे हमारा संबंध टूट गया या संबंधों में खटास पड़ गयी या क्या कुछ अच्छा हुआ या बुरा हुआ, वह सब हमें इसी साल के आखिरी महीने दिसंबर में ही याद आता (December Holiday list 2024) है। इसी के साथ साथ नए वर्ष को लेकर भी हम बहुत ज्यादा उत्साह में रहते हैं और उसके लिए तैयारियां शुरू कर देते हैं।
ऐसे में वर्ष के आखिरी महीने अर्थात दिसंबर में कौन कौन से त्यौहार पड़ रहे हैं और उनका क्या कुछ महत्व होता है, यह जानने की सभी के मन में जिज्ञासा रहती है ताकि हम सभी ही उसके लिए पहले से ही सभी तैयारियां कर सकें ताकि बाद में चल कर किसी तरह की समस्या ना आने (December festival list 2024) पाए। इसलिए ही तो आज हम आपके सामने दिसंबर महीने का कैलेंडर लेकर आये हैं ताकि आपको सभी कुछ पहले से ही पता चल सके और आप उसी के अनुसार ही अपनी तैयारी पूरी कर सके।
इसके लिए आपको हमारे द्वारा लिखा गया यह लेख पूरे ध्यान से पढ़ना होगा ताकि कोई भी महत्वपूर्ण जानकारी रहने ना पाए और आप पहले से ही सब प्लान करके तैयार रख लें। आइए जाने इस वर्ष के आखिरी महीने दिसंबर में कौन कौन सा त्यौहार है और कब कब पड़ रहा है और उसका क्या कुछ महत्व होता (December ka Hindu calendar) है।
दिसंबर महीने का कैलेंडर 2024 (December calendar in Hindi 2024)
वैसे तो दिसंबर का महीना साल का आखिरी महीना होता है लेकिन यह एक तरह से नए वर्ष की शुरुआत भी कहा जा सकता है क्योंकि इसके ख़त्म होते ही नए वर्ष की शुरुआत होती है। इस कारण हर कोई दिसंबर के महीने को लेकर बहुत ही ज्यादा उत्साह में रहता है और कई तरह की तैयारियां करता है ताकि बाद में उसे किसी तरह की समस्या ना होने (December Hindu calendar 2024) पाए। इतना ही नहीं दिसंबर के महीने में पूरे विश्व में बहुत ज्यादा ठंड पड़ रही होती है और जिन्हें ठंड का मौसम बहुत पसंद होता है उनके लिए तो यह महीना बहुत ही ज्यादा खुशियाँ देने वाला होता है।
इसलिए कुछ लोग दिसंबर के महीने में यहाँ वहां घूमने जाने का भी प्लान बनाते हैं तो कुछ लोग अपने कमरे में रजाई में दुबक कर बैठ जाते हैं और गर्म गर्म चीजों का आनंद उठाते हैं। वहीं इस महीने में कुछ ऐसे त्यौहार आते हैं जो हर किसी को अपने घर से बाहर निकल कर उसे सेलिब्रेट करने को मजबूर कर देते हैं जो आपसी भाईचारे का भी संदेश देते हैं। ऐसे में इस महीने कब कौन से त्यौहार पड़ रहे हैं, आइए उनकी सूची जान लेते हैं।
तिथि | वार | त्यौहार |
5 दिसंबर | मंगलवार | काल भैरव अष्टमी |
8 दिसंबर | शुक्रवार | उत्पन्ना एकादशी |
10 दिसंबर | रविवार | प्रदोष व्रत (कृष्ण) |
11 दिसंबर | सोमवार | मासिक शिवरात्रि, बालाजी जयंती |
12 दिसंबर | मंगलवार | मार्गशीर्ष अमावस्या |
16 दिसंबर | शनिवार | धनु संक्रांति |
17 दिसंबर | रविवार | गुरु तेग बहादुर बलिदान दिवस |
23 दिसंबर | शनिवार | मोक्षदा एकादशी, गीता जयंती |
24 दिसंबर | रविवार | प्रदोष व्रत (शुक्ल) |
25 दिसंबर | सोमवार | क्रिसमस |
26 दिसंबर | मंगलवार | मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत, अन्नपूर्णा जयंती |
30 दिसंबर | शनिवार | संकष्टी चतुर्थी |
इस तरह से ऊपर का कैलेंडर पढ़ कर आपको यह समझ में आ गया होगा कि दिसंबर का महीना कितना महत्वपूर्ण होता है और इसमें कौन कौन से त्यौहार आ रहे हैं। एक तरह से दिसंबर का महीना आपसी भाईचारे का भी संदेश देता है क्योंकि इस महीने में हिंदू, सिख, ईसाई कई धर्म के लोगों के प्रमुख त्यौहार आते हैं और उन्हें हर कोई सेलिब्रेट भी करता (December calendar 2024) है।
अब दिसंबर के महीने में जो जो मुख्य त्यौहार आते हैं, उन्हें मनाने के पीछे का क्या कारण होता है और उन्हें किस तरह से मनाया जाता है, इसके बारे में भी तो पूरी जानकारी ली जानी जरुरी हो जाती है। इसलिए अब हम आपके साथ दिसंबर के महीने में पड़ने वाले सभी तरह के प्रमुख त्यौहारों के बारे में संपूर्ण विवरण साँझा करने वाले हैं।
2024 बालाजी जयंती कब है? (Balaji jayanti kab hai)
बालाजी के कई मंदिर हमारे देश में स्थित है और इन्हें भगवान हनुमान का ही एक रूप माना जाता है। दक्षिण भारत में तो बालाजी का महत्व बहुत ज्यादा है और वहां इनके कई बड़े बड़े मंदिर प्रसिद्ध है। इसमें एक प्रमुख मंदिर तिरुपति बालाजी मंदिर है जिसका महत्व पूरे भारत वर्ष में है और उस मंदिर में प्रतिदिन ही हजारों की संख्या में भक्तगण पहुँचते हैं और अपना शीश नवाते हैं। हर महीने बालाजी मंदिर में पहुँचने वाले भक्तों की संख्या लाखों में होती है।
तो उन्हीं बालाजी की जयंती दिसंबर के महीने में आती है जिसकी तारीख 11 दिसंबर है। इस दिन तो तिरुपति बालाजी में धूम मची रहती है और सभी भक्तगण बहुत ही उत्साह के साथ बालाजी का त्यौहार मना रहे होते हैं। ऐसे में यदि आपके यहाँ भी बालाजी की जयंती मनाई जाती है तो आप पहले से ही सब तैयारियां कर लें।
2024 गुरु तेग बहादुर बलिदान दिवस कब है? (Guru teg bahadur ji shaheedi diwas kab hai)
सिख धर्म का एक प्रमुख पर्व या यूँ कहें कि एक विशेष दिन दिसंबर के महीने में ही पड़ता है जिस दिन उनके 10 में से एक गुरु गुरु तेग बहादुर जी ने अपना बलिदान दिया था। अब आप यह भी जान लें कि आखिरकार उन्हें बलिदान क्यों देना पड़ा था या इसके पीछे का क्या कारण था। तो इसके पीछे भारत में आया विदेशी आक्रांता मुगल शासक औरंगजेब था जो बहुत ही धूर्त, पापी व दुष्ट था। उसने भारत के हिंदुओं, जैन, बौद्ध व सिख धर्म के लोगों पर बहुत अत्याचार किये थे और उन पर इस्लाम कबूल करने का बहुत दबाव बनाया था।
जो भी इसके लिए मना करता था उसकी हत्या कर दी जाती थी और भारत की संपूर्ण धरती हिंदुओं के रक्त से लाल हो गयी थी। इसी क्रम में सिखों के एक गुरु गुरु तेग बहादुर जी को भी इस्लाम कबूल करने के लिए विवश किया गया और जब उन्होंने इसके लिए मना कर दिया तो औरंगजेब ने भरी सभा में उनका सिर कटवा कर अलग कर दिया। इस तरह गुरु तेग बहादुर जी ने अपना सिर कटवा लिया था लेकिन दबाव में आकर इस्लाम नहीं कबूला था। उन्हीं का बलिदान दिवस 17 दिसंबर को मनाया जाएगा।
2024 गीता जयंती कब है? (Geeta jayanti kab ki hai)
भगवान श्री कृष्ण ने महाभारत के युद्ध से पहले डगमगाते अर्जुन को शिक्षा देने के लिए भागवत गीता का उपदेश दिया था जिसके जरिये उन्होंने उसे जीवन मृत्यु के कई रहस्यों के बारे में बताया था ताकि अर्जुन युद्ध लड़ने के लिए तैयार हो सके। यह भागवत गीता हिंदू धर्म का एक प्रमुख अंग बन गया और इसकी शिक्षा मनुष्य जाति के लिए प्रेरणा बन गयी। जो भी व्यक्ति गीता को पढ़ता है वह बहुत ही ज्यादा शिक्षा से भर जाता है और उसे एक नयी दिशा मिलती है।
तो उसी गीता के उपदेशों की महत्ता को बताने के लिए ही गीता जयंती का त्यौहार पूरे भारतवर्ष में बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है और उस दिन हर जगह गीता का प्रचार प्रसार भी किया जाता है। इस वर्ष यह त्यौहार 23 दिसंबर को पड़ रहा है जब देश विदेश में सभी गीता की महत्ता का गुणगान कर रहे होंगे।
2024 अन्नपूर्णा जयंती कब है? (Annapurna jayanti 2024)
माँ अन्नपूर्णा को भी हिंदू धर्म में प्रमुख स्थान दिया गया है क्योंकि उनके कारण ही हमें भोजन मिल पाता है और हम जीवित रह पाते हैं। एक तरह से कहा जाए तो हमारे यहाँ भोजन को भी जीवन का एक अहम अंग माना गया है और उसे माता का दर्जा दिया गया है। हिंदू धर्म में मानव जीवन से जुड़े हरेक अंग को बहुत ही महत्ता दी जाती है फिर चाहे वह जल हो या सूर्य या अन्य कोई वस्तु। इसी क्रम में ही भोजन को भी बहुत महत्ता दी जाती है और उसे साक्षात् माँ अन्नपूर्णा का ही आशीर्वाद माना जाता है।
इन्हीं माता अन्नपूर्णा की जयंती को दिसंबर के महीने में मनाया जाता है जो 26 दिसंबर के दिन पड़ रही है। इस दिन देश के सभी मंदिरों में भोजन बनता है और उसे माता रानी को भोग लगाया जाता है। फिर इसे प्रसाद के रूप में भक्तों को दिया जाता है जिसे सभी भक्तगण बहुत ही चाव के साथ खाते हैं।
हिंदी कैलेंडर दिसंबर 2024 [वैशाख – ज्येष्ठ] 2080 , विक्रम सम्वत
विभिन्न कार्यों को करने के लिए आपको समय समय का कैलेंडर देखने की आवश्यकता पड़ती है । इसलिए यहां पर आपको दिसंबर महीने का कैलेंडर और इस महीने में पड़ने वाले सभी व्रत त्यौहार और शुभ मुहूर्त की जानकारी यहां पर दी जा रही है । जिसका उपयोग आप अपनी आवश्यकतानुसार कर सकते हैं ।
हिंदी कैलेंडर 2024 एप डाउनलोड करें?
यदि आप इंटरनेट पर प्रतिदिन सर्च नहीं करना चाहते हैं तो आपको अपने मोबाइल में हिंदी कैलेंडर डाउनलोड करके रखना चाहिए ताकि आप जब चाहे इसका उपयोग कर सके । हिंदी कैलेंडर 2024 डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करें ।
2024 दिसंबर महीने में विवाह की तारीखें
4 दिसंबर 2024 सोमवार | 6 दिसंबर 2024 बुधवार |
7 दिसंबर 2024 गुरुवार | 8 दिसंबर 2024 शुक्रवार |
9 दिसंबर 2024 शनिवार | 15 दिसंबर 2024 शुक्रवार |
तिथि | दिन | मुहूर्त |
01 दिसंबर 2024 | शुक्रवार | 17:00-19:00 |
02 दिसंबर 2024 | शनिवार | 07:30-08:30, 10:50-15:10 |
07 दिसंबर 2024 | बृहस्पतिवार | 07:40-12:00, 13:40-18:20 |
08 दिसंबर 2024 | शुक्रवार | 07:40-11:50, 13:30-18:20 |
09 दिसंबर 2024 | शनिवार | 08:20-12:10 |
17 दिसंबर 2024 | रविवार | 07:40-11:20, 13:00-19:50 |
21 दिसंबर 2024 | बृहस्पतिवार | 11:20-13:50, 15:40-19:40 |
22 दिसंबर 2024 | शुक्रवार | 07:50-09:20, 11:10-15:20 |
28 दिसंबर 2024 | बृहस्पतिवार | 07:50-12:20, 13:40-19:20 |
29 दिसंबर 2024 | शुक्रवार | 09:00-13:40, 15:10-18:40 |
अन्नप्राशन मुहूर्त 2024: दिसंबर
तिथि | दिन | मुहूर्त का समय |
01 दिसंबर 2024 | शुक्रवार | 17.00 -23:00 |
07 दिसंबर 2024 | गुरुवार | 08.00 -12:00, 14.00 -18:00 |
15 दिसंबर 2024 | शुक्रवार | 11:55-17:40, 20:30-22:20 |
18 दिसंबर 2023 | सोमवार | 15:55-19:50 |
21 दिसंबर 2024 | गुरुवार | 11:15-14:00, 15:50-22:00 |
22 दिसंबर 2024 | शुक्रवार | 08.00 -09:15 |
28 दिसंबर 2024 | गुरुवार | 08.00 -12:00, 13:45-21:35 |
29 दिसंबर 2024 | शुक्रवार | 09.00 -13:20, 15:15-21:20 |
दिसंबर महीने का कैलेंडर – Related FAQs
प्रश्न: दिसंबर हिंदी में कौन सा महीना है?
उत्तर: दिसंबर हिंदी में दसवां महीना होता है जिसे पौष का महीना भी कह देते है।
प्रश्न: 25 दिसंबर को क्या हुआ था?
उत्तर: 25 दिसंबर को क्रिसमस का त्यौहार मनाया जाता है जो ईसाई धर्म के लोगों का प्रमुख पर्व है।
प्रश्न: 25 दिसंबर को कौन सा दिवस है?
उत्तर: 25 दिसंबर को क्रिसमस का दिवस है।
प्रश्न: 27 दिसंबर क्या मनाया जाता है?
उत्तर: 27 दिसंबर कुछ नहीं मनाया जाता है।
इस तरह से आज के इस लेख के माध्यम से आपने दिसंबर महीने में पड़ने वाले सभी प्रमुख त्यौहारों के बारे में पूरी जानकारी ले ली है और यह जान लिया है कि कब कौन सा त्यौहार किसलिये मनाया जाता है। यदि अभी भी आपके मन में किसी चीज़ को लेकर शंका रह गयी है तो आप नीचे कमेंट करके हमसे पूछ सकते हैं और हम जल्द से जल्द आपके प्रश्न का उत्तर देने का प्रयास करेंगे।