दीनदयाल अंत्योदय योजना 2024 ऑनलाइन आवेदन फॉर्म – राष्ट्रीय आजीविका मिशन

Deendayal Antyodaya Yojana In Hindi – पिछले कुछ समय से बेरोजगारी चरम स्तर है। कोरोना संक्रमण काल की वजह से देश भर में लॉकडाउन जारी है। बेशक नौकरियां जा रही हैं, लेकिन बेरोजगारों के लिए और बुरी स्थिति है। यह हालात शहर और गांव दोनों जगह बने हैं। ऐसे में युवाओं के सामने रोजी रोटी का सवाल सामने खड़ा है। आज इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्किल डेवलपमेंट से जुड़ी और रोजगार के सवाल को हल करने वाली दीनदयाल अंत्योदय योजना की जानकारी देंगे। उम्मीद है कि यह जानकारी आपको पसंद आएगी। आइए शुरू करते हैं-

Contents show

दीनदयाल अंत्योदय योजना 2024 क्या है? What is Deendayal Antyodaya Yojana 2024?

दीनदयाल अंत्योदय योजना 2020 ऑनलाइन आवेदन फॉर्म - राष्ट्रीय आजीविका मिशन

दीनदयाल अंत्योदय योजना दरअसल, देश के गरीब नागरिकों के लिए है। इसके लाभार्थियों में शहरी और गांव दोनों के ही गरीब शामिल किए गए हैं। साधारण शब्दों में अपनी बात कहें तो केंद्र सरकार का लक्ष्य इस योजना के माध्यम से शहरों और गांवों के गरीब लोगों की गरीबी दूर करने पर आधारित है। सरल शब्दों में कहें तो यह भी प्रधानमंत्री रोजगार योजना जैसी ही योजना है। जो स्किल डेवलपमेंट के साथ ही रोजगार के अवसर सुनिश्चित करने की बात करती है।

योजना का नाम दीनदयाल अंत्योदय योजना
किसने शुरू की हैप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी
कब शुरू की25 सितंबर 2014
विभागग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार
लाभ ग्रामीण युवाओ को रोजगार उपलब्ध कराना
वेबसाइट https://aajeevika.gov.in/
आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन

दीनदयाल अंत्योदय योजना का शुभारंभ कब हुआ – When did Deendayal Antyodaya Yojana launch

दोस्तों, आपको बता दें कि दीनदयाल अंत्योदय योजना का बदले रूप में शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 सितंबर, 2014 को किया था। इससे पूर्व अंत्योदय योजना का शुभारंभ ग्रामीण विकास मंत्रालय ने नवंबर, 2011 में स्वर्ण जयंती स्वरोजगार योजना के पुनर्गठन के रूप में किया था।

दीनदयाल अंत्योदय योजना के दो घटक – Two components of Deendayal Antyodaya Yojana

दीनदयाल अंत्योदय योजना के दो घटक थे। इनमें से एक का नाम दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) और दूसरे घटक का नाम दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (DAY-NULM) कर दिया गया था। पहले घटक का उद्देश्य ग्रामीण गरीबों के लिए कुशल और प्रभावी संस्थागत मंच तैयार करना था। ताकि उन्हें स्थायी आजीविका संवर्धन के माध्यम से घरेलू आय में बढ़ोत्तरी करने में मदद मिल सके

इसके लिए ग्रामीण हाट का आयोजन जैसी गतिविधियां भी शामिल की गई हैं। जबकि दूसरे घटक की बात करें तो उसका लक्ष्य शहर के गरीबों पर केंद्रित था। ताकि उनकी वित्तीय स्थिति में सुधार हो सके और उनका जीवन स्तर ऊपर उठ सके

सरकार ने किया 500 करोड़ रुपये का प्रावधान

दोस्तों, आपको बता दें कि यह योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का एकीकरण है। सरकार ने इसके लिए 500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन यानी NRLM के तहत स्वप्रबंधित स्वयं सहायता समूहों के जरिये हमारे देश के 600 जिलों, 6000 ब्लाकों, ढाई लाख ग्राम पंचायतों और छह लाख गांवों में सात करोड़ ग्रामीण गरीब परिवारों को शामिल करने के लिए एजेंडा तैयार किया गया है

दीनदयाल अंत्योदय योजना का उद्देश्य क्या है? What is the purpose of Deendayal Antyodaya Yojana

जैसा कि इस संबंध में थोड़ी सी जानकारी हम आपको ऊपर भी दे चुके हैं। आपको बता दें कि दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के जरिए गरीबों के सामुदायिक संस्थानों के माध्यम से गांवों में गरीबी खत्म करने तथा आजीविकास के विभिन्न स्रोतों को बढ़ावा देने का कार्य निहित है। 2024-25 तक 10-12 करोड़ परिवारों को स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से सुविधा देना भी इसका लक्ष्य हैवहीं, दीनदयाल उपाध्याय योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (DAY-NULM) के तहत शहरी गरीबों के कौशल विकास यानी स्किल डेवलपमेंट और आजीविका के अवसरों में बढ़ोत्तरी कर उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करना है। या आप यूं भी कह सकते हैं कि इस योजना का लक्ष्य मूल रूप से शहरी बेघरों के लिए आवश्यक सेवाओं से लैस आश्रय प्रदान करना है।

इसके साथ ही शहरी सड़क विक्रेताओं की आजीविका संबंधी समस्याओं को देखते हुए उनकी उभरते बाजारों के अवसरों तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए उपयुक्त जगह, संस्थागत लोन, सामाजिक सुरक्षा, कौशल और अन्य सुविधाएं मुहैया कराना भी है।

दीनदयाल अंत्योदय योजना ग्रामीण योजना के मुख्य बिंदु – Main Points of Deendayal Antyodaya Yojana Grameen Yojana

हमने आपको दीनदयाल अंत्योदय योजना और इसके उद्देश्यों के बारे में बता दिया। अब हम आपको संपूर्णता में एक नजर में इस पूरी योजना के महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में जानकारी देंगे। यह बिंदु इस प्रकार से हैं-

  • इस योजना के तहत प्रदान किए जाने वाले कौशल अब अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप होंगे और मेक इन इंडिया अभियान के पूरक बनेंगे।
  • विकलांगों के प्रशिक्षण की जरूरतों को भी पूरा किया जाएगा। ग्रामीण युवाओं में कौशल विकास के लिए अंतरराष्ट्रीय कंपनियों सहित निजी क्षेत्र की कंपनियों को शामिल किया जाएगा।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी की समस्या का समाधान करने के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना होगी।
  • ग्रामीण घटक गांवों के 5-10 लाख युवाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें रोजगार के अवसर मुहैया कराने के लिए कौशल प्रदान करने पर केंद्रित है।
  • शहरी घटक सरकार की ओर से स्थापित शहरी आजीविका केंद्रों में पांच लाख शहरी गरीबों को प्रशिक्षित करेगा।
  • इस योजना के तहत प्लेसमेंट तथा स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग के जरिये रोजगार के अंतर्गत सभी शहरियों को ट्रेनिंग के लिए 15 हजार से लेकर 18 हजार रुपए की राशि बतौर निवेश निधि के तौर पर दी जाती है।
  • सरकार की ओर से प्रत्येक समूह को 10 हजार का प्रारंभिक सहयोग दिया जाता है। यह बैंक लिंकेज में मदद करेगा। इससे शहरी गरीबों को स्वयं सहायता समूहों के जरिये वित्तीय और सामाजिक जरूरतों को पूरा करने के लिए सक्षम करना है।
  • सरकार की ओर से इस योजना के तहत पंजीकृत फेडरेशन यानी महासंघों को 50 हजार रुपये की सहायता प्रदान की जाती है।
  • विक्रेताओं के कौशल को बढ़ावा देने के लिए विक्रेता बाजार का विकास
  • शहर आजीविका केंद्रों के जरिये शहरी नागरिकों की ओर से शहरी गरीबों को बाजारोन्मुख कौशल में प्रशिक्षित करने की बड़ी मांग को पूरा किया जाएगा। प्रत्येक केंद्र को 10 लाख रुपये का पूंजी अनुदान दिया जाएगा।
  • सूक्ष्म उद्यामों और समूह उद्यमों की स्थापन के जरिये स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जाएगा। इसमें व्यक्ति प्रोजेक्ट के लिए दो लाख रुपये की ब्याज सब्सिडी और समूह उद्यमों पर 10 लाख रुपये की ब्याज सब्सिडी दी जाएगी।
  • सब्सिडी वाले ब्याज की दर सात प्रतिशत होगी।
  • शहरी बेघरों के लिए आवासों का निर्माण और अन्य जरूरी सेवाओं का प्रावधान।
  • सभी शहरों और कस्बों को कवर कर पूरी आबादी को कवर किया जाएगा।

दीनदयाल अंत्योदय योजना का लाभ लेने के लिए क्या योग्यता है? Eligibility for Deendayal Antyodaya Yojana

हर सरकारी योजना की तरह इस योजना का लाभ लेने के लिए भी कुछ योग्यताएं निर्धारित की गई हैं। इन योग्यताओं में ऐसा कोई विशेष बिंदु नहीं है, जिसे पूरा करने में इस योजना का लाभ उठाने वाले इच्छुकों को किसी तरह की कोई समस्या आए। बेहद सामान्य सी योग्यताएं हैं। जैसे कि भारतीय नागरिक होना, आधार कार्ड, पहचान पत्र आदि। अब हम आपको बिंदुवार इन योग्यताओं के बारे में जानकारी देंगे। एक नजर में यह इस प्रकार से हैं

  • 1-आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए
  • 2-आवेदक को गरीब की श्रेणी में होना चाहिए। इसका सीधा सा मतलब यह है कि ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों के गरीब लोग ही इस योजना में शामिल हो सकते हैं
  • 3-राशन कार्ड
  • 4-आधार कार्ड
  • 5-पहचान पत्र
  • 6-निवास प्रमाण पत्र
  • 7-वोटर आईडी कार्ड
  • 8-मोबाइल नंबर
  • 9-पासपोर्ट साइज फोटो

दीनदयाल अंत्योदय योजना 2024 ऑनलाइन आवेदन कैसे करे? How to apply for Deendayal Antyodaya Yojana 2024?

आपको यह जानकारी भी जरूरी है कि आप दीनदयाल अंत्योदय योजना के लिए किस प्रकार आवेदन कर सकते हैं। आपको बता दें कि इस योजना का लाभ उठाने के लिए online/offline आवेदन करना होगा। इसकी प्रक्रिया इस प्रकार से है-

  • सबसे पहले आवेदक को योजना (DAY-NULM या DAY-NRLM) की आधिकारिक वेबसाइट https://aajeevika.gov.in/ पर जाना होगा। आप यहाँ क्लीक करके डायरेक्ट जा सकतें हैं।
  • इसके बाद आपके सामने होम पेज खुलेगा। इस होम पेज पर आपको login का option मिलेगा। आपको इस option पर click करना होगा।
दीनदयाल अंत्योदय योजना 2020 ऑनलाइन आवेदन फॉर्म - राष्ट्रीय आजीविका मिशन
  • कंप्यूटर स्क्रीन पर खुले अन्य पेज पर आपको login form दिखाई देगा। इसके नीचे Register का option आएगा।
  • इस विकल्प पर click करने के बाद आपके सामने अगले पेज पर registration form खुल जाएगा।
  • आपको इस form में पूछी गई सारी जानकारी बिंदुवार भरनी होंगी-जैसे name, user name, email address, password, contact number, secure code आदि।
दीनदयाल अंत्योदय योजना 2020 ऑनलाइन आवेदन फॉर्म - राष्ट्रीय आजीविका मिशन
  • यहाँ जानकारी भरने के बाद आप create new account पर click करें।
  • account बनने के बाद आप दीनदयाल अंत्योदय योजना 2024 ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भर सकते हैं।

अलग अलग हैं कार्यान्वयन संस्थाएं

साथियों, जैसा कि हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि इस दीनदयाल अंत्योदय योजना को दो भागों में विभाजित किया गया है। इसका पहला हिस्सा ग्रामीण भारत के लिए है और इस योजना का दूसरा हिस्सा शहरी भारत के लिए। आपको बता दें कि दीनदयाल अंत्योदय योजना के रूप में नामित शहरी घटक को आवास और शहरी गरीबी उपशमन मंत्रालय यानी एचयूपीए की ओर से कार्यान्वित किया जाएगा। वहीं दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशलयोजना में ग्रामीण घटक का कार्यान्वयन ग्रामीण विकास मंत्रालय की ओर से किया जाएगा।

रोजगार से जुड़ी योजनाओं को उपलब्धि बताती है सरकार

दोस्तों, आपको बता दें कि ज्यादातर स्किल डेवलपमेंट के जरिये युवाओं को रोजगार से जोड़ने वाली योजनाओं को सरकार अपनी उपलब्धि बताती है। चुनाव आते हैं तो वह इन्हीं के आधार पर अपने लिए वोटरों से वोट मांगती हैं। युवाओं के लिएयह योजनाएं शुरू करने का कारण युवाओं को बेशक रोजगार उपलब्ध कराना है, लेकिन ऐसी ही योजनाओं के माध्यम से वह अपने युवा वोटरों को भी आकर्षित करती हैं। जैसा कि आप जानते हैँ कि देश में वोट देने की उम्र न्यूनतम 18 वर्ष है।

ऐसे में वोटरों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। उन्हें अपने पक्ष में वोट देने के लिए प्रेरित करने को सरकार ऐसी योजनाओं को अस्त्र के रूप में इस्तेमाल करती हैं। यह उनके घोषणापत्र का एक अहम हिस्सा भी होती हैं। इन योजनाओं से जुड़े आंकड़े जुटाने के लिए एक समर्पित टीम उनके लिए काम करती है।

यह तो आप जानते ही हैं कि इस डाटा को तमाम राज्यों की सरकारें विधानसभा चुनाव के वक्त और केंद्र सरकार संसदीय चुनाव के वक्त अपनी उपलब्धियों का बखान करने के लिए बड़े पैमाने पर प्रयोग करती हैं। लेकिन यह भी सछ है कि युवाओं को रोजगार मुहैया कराने और लोगों का जीवन स्तर ऊपर उठाने में यह योजनाएं अहम साबित होती हैं।

FAQ

दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय ग्रामीण मिशन योजना क्या हैं?

दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय ग्रामीण मिशन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा शुरू की गई एक महत्वकांक्षी योजना है। इस योजना के अंतर्गत ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में रहने वाले गरीब परिवार के नागरिकों के लिए रोजगार प्रदान किया जाएगा। रोजगार के प्रति सभी नागरिक कुशल हो सके इसके लिए सरकार की तरफ से कौशल प्रशिक्षण भी दिया जाएगा ताकि उन्हें आसानी से कौशल के आधार पर रोजगार मिल सके।

दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय ग्रामीण मिशन
योजना की शुरुआत कब की गई?

दीनदयाल अंत्योदय योजना को पहले सिर्फ अंतोदय योजना के नाम से जाना जाता था तब इस योजना की शुरूआत विकास मंत्रालय के द्वारा 2011 में की गई थी। लेकिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने इस योजना का बदलाव करते हुए 25 सितंबर 2014 को दीनदयाल अंत्योदय योजना के नाम से शुरू किया था।

दीनदयाल अंत्योदय योजना को शुरू करने का सरकार का क्या उद्देश्य है?

भारत मे बढ़ती बेरोजगारी को कम करने के लिए दीनदयाल अंत्योदय योजना की शुरुआत की है। इस योजना के अंतर्गत देश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाले गरीब परिवारों को कुशल मजदूरी रोजगार प्रदान करने के अवसर प्रदान किए जाएंगे। इस योजना को शुरू करने का यही मुख्य उद्देश्य है

दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय ग्रामीण मिशन योजना रजिस्ट्रेशन कैसे करेँ?

देश के जो पात्र नागरिक दीनदयाल अंत्योदय योजना का लाभ लेना चाहते हैं उन्हें ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर अपने जरूरी दस्तावेज के साथ ऑनलाइन आवेदन करना होगा। ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया के बारे में ऊपर हमने इसलिए स्टेप बाय स्टेप बताया है जिसे फॉलो करके आप आसानी से इस योजना में अपना आवेदन कर सकते हैं।

दीनदयाल अंत्योदय योजना का लाभ क्या हैं?

दीनदयाल अंत्योदय योजना के अंतर्गत नागरिक को प्रशिक्षण के दौरान रोजगार के प्रति प्रचार करने की ₹15000 भी सरकार की तरफ से दिए जाएंगे। इसके अलावा इच्छुक नागरिक अपना खुद का स्वरोजगार स्थापित करना चाहते हैं उन्हें 1000000 रुपए तक का सब्सिडी पर लोन भी दिया जाता हैं।

तो दोस्तों, इस post के माध्यम से हमने आपको दीनदयाल अंत्योदय योजना की जानकारी दी। बताइएगा जरूर कि आपको यह post कैसी लगी। मित्रों, यदि किसी अन्य योजना के विषय में आप जानकारी चाहते हैं तो हमें बता सकते हैं। इसके लिए आपको नीचे दिए कमेंट बाक्स में कमेंट करना होगा। इसके अलावा किसी भी तरह के सवाल, सुझाव या प्रतिक्रिया के लिए भी आपको नीचे दिए गए कमेंट बाक्स में कमेंट करना होगा। हमको आपकी प्रतिक्रियाओं का इंतजार है। तो देर किस बात की। कमेंट कीजिए और बताइए कि यह पोस्ट आपको कैसी लगी। ।।धन्यवाद।।

प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
[fluentform id="3"]

Comment (1)

Leave a Comment