डर्मेटोलॉजिस्ट कैसे बने? | डर्मेटोलॉजिस्ट बनने के लिए क्या करना पड़ता हैं? | Dermatologist kaise bane

Dermatologist kaise bane : डॉक्टर एक ऐसा पेशा है जो कभी भी समाप्त नहीं होने वाला है। इस दुनिया में समय समय पर लोगों के काम करने के तरीके और क्षेत्र बदलते रहते हैं। उसी के हिसाब से नौकरियों में भी परिवर्तन होता रहता है लेकिन डॉक्टर तो पहले भी थे, आज भी हैं और आगे भी बने रहेंगे। अब यह डॉक्टर भी अलग अलग तरह के होते हैं और उन्हें उसी के अनुसार ही रोगी को देखना होता है। जैसे कि कोई दिल का डॉक्टर है तो कोई दिमाग का तो कोई त्वचा का (Skin specialist doctor kaise bane) इत्यादि।

अब इसी में एक डॉक्टर आते हैं जिन्हें हम डर्मेटोलॉजिस्ट के नाम से जानते हैं। यह उच्च शिक्षा प्राप्त स्पेशल डॉक्टर होते हैं जिन्हें त्वचा के डॉक्टर भी कहा जाता है। इन्हें त्वचा विशेषज्ञ या चर्म डॉक्टर भी कह दिया जाता है। आपके शहर में भी कुछ अस्पताल ऐसे होंगे जहाँ पर त्वचा से जुड़ी समस्याओं का उपचार किया जाता है। ऐसे में वहां पर जो डॉक्टर बैठता है, उसे ही डर्मेटोलॉजिस्ट कहा जा है। इसे त्वचा के साथ साथ बालों और नाखूनों का भी उपचार करना आता (How to become a dermatologist in Hindi) है।

तो यदि आप भी डर्मेटोलॉजिस्ट बनने का सपना देख रहे हैं और इसके बारे में ज्यादा जानना चाहते हैं तो हमने आज के इस लेख में डर्मेटोलॉजिस्ट बनने के ऊपर शुरू से लेकर अंत तक पूरी जानकारी उपलब्ध करवा दी है। आपको बस हमारा यह लेख बहुत ही ध्यान से और अंत तक पढ़ना होगा और इसे पढ़कर आपको पता चल जाएगा कि डर्मेटोलॉजिस्ट बनने के लिए आपको अभी से क्या कुछ करने की आवश्यकता (Dermatologist kaise bane in Hindi) है।

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डर्मेटोलॉजिस्ट कैसे बने? (Dermatologist kaise bane)

डॉक्टर में डर्मेटोलॉजिस्ट एक बहुत बड़ी पोस्ट होती है। अब डॉक्टर बनना ही कठिन होता है तो उसी में त्वचा का डॉक्टर बनना तो और भी ज्यादा कठिन होता है। इसके लिए शुरुआत से ही मेहनत किये जाने की जरुरत होती है और यदि ऐसा नहीं करते हैं तो फिर आप अभी से ही डर्मेटोलॉजिस्ट बनने का सपना छोड़ दीजिये। आज के इस लेख में हम चरण दर चरण डर्मेटोलॉजिस्ट बनने के ऊपर हरेक जानकारी देने वाले (How to become dermatologist with full information in Hindi) हैं।

डर्मेटोलॉजिस्ट कैसे बने

इसमें आपको अपनी तैयारी दसवीं कक्षा के बाद से ही शुरू कर देनी होगी या यूँ कहें कि दसवीं से ही आपको डर्मेटोलॉजिस्ट बनने की तैयारी शुरू करनी होगी। उसके बाद डर्मेटोलॉजिस्ट बनने में आपको लगभग 10 वर्ष का समय लग जाएगा और तब जाकर आप लोगों का उपचार करना शुरू कर पाएंगे। तो आइये जाने डर्मेटोलॉजिस्ट बनने के लिए आपको क्या कुछ करने की आवश्यकता (Skin doctor kaise bane) है।

दसवीं में लाएं 60 प्रतिशत से अधिक अंक

अब यदि आपको डर्मेटोलॉजिस्ट बनना है तो उसके लिए आपकी तैयारी दसवीं कक्षा से ही शुरू हो जानी चाहिए। वह इसलिए क्योंकि यदि आपके दसवीं कक्षा में ही अच्छे अंक या प्रतिशत नहीं आयेंगे तो फिर आपको मेडिकल के क्षेत्र में प्रवेश नहीं मिलेगा। ज्यादातर अच्छे स्कूल मेडिकल स्ट्रीम में प्रवेश देने के लिए न्यूनतम 60 प्रतिशत का मापदंड रखते (Dermatologist kaise bante hain) हैं।

ऐसे में यदि आपके 60 प्रतिशत से अधिक अंक आते हैं तभी आपको 11 वीं कक्षा में मेडिकल स्ट्रीम में बैठने को मिलेगा अन्यथा आपको प्रवेश ही नहीं मिलेगा और डर्मेटोलॉजिस्ट बनने का मार्ग यही से बंद हो जाएगा। इसी के साथ ही दसवीं कक्षा तक आपको बायोलॉजी के विषय में जो कुछ भी पढ़ाया जाता है, उस पर पूरा पूरा ध्यान दें और अच्छे से पढ़ाई करें।

11वीं और 12वीं करें मेडिकल में

अब जब आपने अपनी दसवीं कक्षा को 60 प्रतिशत से अधिक अंक लाकर पास कर लिया है तो बारी आती है 11 वीं कक्षा में मेडिकल स्ट्रीम में प्रवेश लिए जाने की। इसके लिए आपको तीन मुख्य विषयों में पढ़ाई करनी होगी जो है भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान व जीव विज्ञान। इन्हें अंग्रेजी में फिजिक्स, केमिस्ट्री व बायोलॉजी कहा जाता है। डर्मेटोलॉजिस्ट बनने के लिए आपकी असली तैयारी यहाँ से शुरू हो जाती है।

इसके लिए आपको दोनों ही कक्षाओं में मन लगाकर और पूरे जी जान से परिश्रम करना होगा। आपको तीनो ही विषयों में जो कुछ भी सिखाया जा रहा है, उसे अच्छे से सीखना होगा और प्रैक्टिकल करके भी देखना होगा। साथ ही आपको बारहवीं कक्षा में भी 60 प्रतिशत से अधिक अंक लाने होंगे अन्यथा आप आगे चलकर नीट की परीक्षा में नहीं बैठ पाएंगे। नीट की परीक्षा के माध्यम से ही आपको देश के गणमान्य मेडिकल कॉलेज में प्रवेश मिलता है।

नीट परीक्षा को पास करें

अब जब आपने अपनी बारहवीं कक्षा को भी मेडिकल स्ट्रीम से 60 प्रतिशत से अधिक अंक लाकर पास कर लिया है तो बारी आती है डर्मेटोलॉजिस्ट बनने के लिए नीट की परीक्षा में बैठने की। तो यहाँ हम आपको पहले ही बता दें कि नीट की परीक्षा कोई ऐसी वैसी परीक्षा नहीं होती है और इसके लिए शुरुआत से ही बहुत ही ज्यादा परिश्रम और अभ्यास किये जाने की आवश्यकता होती है। कई छात्र तो इसके लिए 2 से 4 वर्ष तक भी अभ्यास करते हैं और तब जाकर उनका नीट की परीक्षा में चयन हो पाता है।

नीट परीक्षा की फुल फॉर्म राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा होती है जो देशभर के सभी गणमान्य और सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश दिलवाने के लिए आयोजित करवायी जाती है। हम तो आपको यही परामर्श देंगे कि यदि आपको जल्द से जल्द डर्मेटोलॉजिस्ट बनना है तो उसके लिए नीट की परीक्षा की तैयारी को अपनी दसवीं कक्षा के बाद से ही शुरू कर दें। कुछ बच्चे तो इसके लिए छठी कक्षा से ही तैयारी करना शुरू कर देते हैं।

MBBS की पढ़ाई पूरी करें

नीट की परीक्षा को पास करने के बाद आपको देश के किसी एक मेडिकल सरकरी कॉलेज में प्रवेश मिल जाएगा। वहां पर आपको कई तरह के कोर्स करने के विकल्प मिलेंगे। कहने का अर्थ यह हुआ कि नीट परीक्षा में आपकी जो भी रैंक आती है, उसके अनुसार आपके पास कई मेडिकल कॉलेज और उनमें उपलब्ध कई तरह के मेडिकल कोर्स करने के विकल्प होंगे। तो आपको किसी एक कॉलेज का चुनाव कर उसमें से MBBS की डिग्री लेनी (Dermatologist banne ke liye kya karen) होगी।

MBBS की डिग्री कुल पांच वर्षों की होती है। इस दौरान आपको कॉलेज कैंपस में 5 वर्ष रहकर कठिन परिश्रम करना होगा और त्वचा की हरेक बारीकी और उसके रोगों को समझना होगा। यहाँ पर आपको पांच वर्षों तक मेडिकल से जुड़ी हरेक चीज़ के बारे में सिखाया जाएगा। साथ ही आप अपने लिए किसी स्पेशल कोर्स को चुन सकते हैं जो कि डर्मेटोलॉजी विभाग से जुड़ा हुआ होगा। इस तरह से आप पांच वर्षों की अपनी इस MBBS डिग्री को पूरा कर लें।

एक वर्ष की इंटर्नशिप करें

अब जब आप अपनी MBBS की डिग्री को ले लेते हैं तो अभी भी आप डर्मेटोलॉजिस्ट नहीं बन जाते हैं। इसके बाद आपको किसी अस्पताल में डर्मेटोलॉजिस्ट के तौर पर काम कर रहे डॉक्टर के नीचे रहकर एक से दो वर्ष की इंटर्नशिप करनी होगी। दरअसल MBBS में ट्रेनिंग की जानी भी बहुत जरुरी होती है। सामान्य तौर पर यह ट्रेनिंग एक वर्ष की होती है। इसके तहत आपको किसी अस्पताल में डर्मेटोलॉजिस्ट के अंतर्गत या उसके मार्गदर्शन में रहकर कार्य करना होता (Dermatologist banne ke liye kya karna padta hai) है।

अब हम जब भी किसी बड़े अस्पताल में जाते हैं तो डॉक्टर के साथ कई तरह के लोगों को देखते हैं जो उनकी सहायता कर रहे होते हैं। तो वही लोग ही भविष्य के डॉक्टर होते हैं जो उस समय डॉक्टर के साथ रहकर इंटर्नशिप कर रहे होते हैं। तो आपको भी इस एक वर्ष के दौरान डर्मेटोलॉजिस्ट के द्वारा जो काम किया जा रहा है, जो कुछ आपको सिखाया जा रहा है, उस सभी पर अच्छे से ध्यान देना होगा।

नीट पीजी की परीक्षा पास करें

अब जब आप अपनी MBBS की डिग्री ले चुके हैं और एक वर्ष की डर्मेटोलॉजी विभाग में इंटर्नशिप भी कर चुके हैं तो बारी आती है डर्मेटोलॉजिस्ट बनने के लिए स्पेशल डिग्री लिए जाने की। तो उसके लिए भी आपको नीट की परीक्षा को पास करना होगा लेकिन यह पहले वाली परीक्षा नहीं होगी बल्कि उससे कई ज्यादा कठिन होगी। इस परीक्षा का पूरा नाम नीट पीजी होता है जहाँ पर पीजी की फुल फॉर्म पोस्ट ग्रेजुएशन या उच्च स्नातक होती (Dermatologist banne ke liye kya karna hoga) है।

जो छात्र इस नीट पीजी परीक्षा को पास करता है, वही आगे चलकर किसी मेडिकल सरकारी कॉलेज से डर्मेटोलॉजिस्ट के अंतर्गत उच्च स्नातक या पोस्ट ग्रेजुएशन का कोर्स कर पाता है। इसलिए आपको एक वर्ष की इंटर्नशिप के दौरान इस नीट पीजी परीक्षा की भी तैयारी साथ के साथ करते रहनी चाहिए ताकि आप इसे जल्द से जल्द क्रैक कर सकें और डर्मेटोलॉजिस्ट बन सकें।

डर्मेटोलॉजिस्ट में एमडी या एमएस करें

अब जब आप नीट पीजी की परीक्षा को भी पास कर लेते हैं तो पहले की ही भांति आपके सामने कई तरह के कॉलेज और कोर्स के विकल्प होंगे। तो आपको किसी अच्छे सरकारी मेडिकल कॉलेज का चुनाव कर उनके यहाँ डर्मेटोलॉजी विभाग में एमडी या एमएस का कोर्स करना होगा। यह कोर्स 3 वर्ष का होता है अर्थात अगले तीन वर्षों तक आपको फिर से कॉलेज में रहकर एमडी इन डर्मेटोलॉजिस्ट करनी होगी।

इस दौरान आपको त्वचा से जुड़े सभी रोगों, उनकी बारीकियां, उनका उपचार व निदान इत्यादि हरेक चीज़ के बारे में बहुत ही बारीकी से सिखाया जाएगा। MBBS में तो लगभग हर तरह के रोग के बारे में सिखाया जाता है लेकिन यह एमडी डर्मेटोलॉजिस्ट में स्पेशल कोर्स या डिग्री हो जाती है। डर्मेटोलॉजिस्ट बनने के लिए आपके द्वारा ली गयी यही डिग्री ही मायने रखती है और उसके बाद ही आप सही मायनो में डर्मेटोलॉजिस्ट के तौर पर काम करने के लिए आवेदन कर सकते हैं।

MCI से रजिस्टर्ड होयें 

अब यदि आपने डर्मेटोलॉजिस्ट के अंतर्गत एमडी भी कर ली है और आप सोच रहे हैं कि अब तो आप डर्मेटोलॉजिस्ट बन जाएंगे तो जरा रुकिए। अभी भी कुछ काम बाकी है और वह सबसे ज्यादा जरुरी है। वह काम है MCI अर्थात मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया से सर्टिफाइड होना। अब किसी भी व्यक्ति को केवल डिग्री के आधार पर ही लोगों का उपचार नहीं करने दिया जा सकता है क्योंकि यहाँ प्रश्न लोगों के जीवन और स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है।

इसलिए जब आप अपनी सब पढ़ाई पूरी कर लेते हैं तो उसके बाद मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया आपकी परीक्षा लेता है। इस परीक्षा में आपसे आपके विभाग से संबंधित कई तरह के प्रश्न पूछे जाते हैं, आपसे प्रैक्टिकल करवा कर देखा जाता है और सभी चीज़ों को देखने के बाद ही आपको MCI के द्वारा पंजीकृत डर्मेटोलॉजिस्ट माना जाता है। इसके लिए वह आपको एक सर्टिफिकेट दे देता है जो आपको डर्मेटोलॉजिस्ट के रूप में मान्यता देता है।

डर्मेटोलॉजिस्ट में करियर व नौकरी

एक बार आपको मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के द्वारा डर्मेटोलॉजिस्ट के तौर पर मान्यता दे दी जाती है तो आप आधिकारिक तौर पर भारत देश के अंतर्गत डर्मेटोलॉजिस्ट बन जाते हैं। इसी के साथ ही अब आप इसमें करियर तलाशने और नौकरी पाने का काम शुरू कर सकते हैं। आप भारत देश के किसी भी सरकारी या निजी अस्पताल में इसके लिए आवेदन दे सकते हैं। हालाँकि इसके लिए भी बहुत मेहनत किये जाने की जरुरत होती है और प्रतिस्पर्धा का सामना करना होता है।

इसी के साथ ही आप अपना खुद का क्लीनिक या अस्पताल भी खोल सकते हैं या किसी छोटे अस्पताल में काम करना शुरू कर सकते हैं। इतना ही नहीं, आप किसी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में डर्मेटोलॉजिस्ट प्रोफेसर के तौर पर पढ़ाना भी चुन सकते हैं। तो डर्मेटोलॉजिस्ट बनने के बाद आपके पास डॉक्टर या शिक्षक दोनों के तौर पर ही काम करने के विकल्प उपलब्ध होंगे।

डर्मेटोलॉजिस्ट के रूप में काम शुरू करें 

एक बार जब आप काम करना शुरू कर देते हैं तो फिर आपको धीरे धीरे करके सब आने लगता है। शुरूआती तौर पर आपको कुछ समस्या हो सकती है और लोगों को हैंडल करने में भी परेशानी उठानी पड़ सकती है लेकिन धीरे धीरे आपको इन सभी चीज़ों की आदत पड़ जाएगी। साथ ही आपको अच्छे से हैंडल और मैनेज करना भी आ जाएगा।

एक डॉक्टर की मुख्य पहचान उसके अनुभव के आधार पर भी की जाती है। हम भी ज्यादातर उन डॉक्टर के पास जाना पसंद करते हैं जिनका हमारे शहर में नाम चलता हो। अब यह नाम तभी चलता है जब उन्हें अपने क्षेत्र में अच्छा ख़ासा अनुभव हो जाता है। ऐसे में आपको भी डर्मेटोलॉजिस्ट के तौर पर कई वर्षों तक काम करना होगा और तब जाकर लोग आपका नाम जानने लगेंगे और अपने आप ही आपके पास उपचार करवाने आयेंगे।

डर्मेटोलॉजिस्ट कैसे बने – Related FAQs

प्रश्न: क्या डर्मेटोलॉजिस्ट बनने के लिए एमबीबीएस करना जरूरी है?

उत्तर: हां, आपको डर्मेटोलॉजिस्ट बनना है तो उसके लिए एमबीबीएस का कोर्स करना पड़ेगा।

प्रश्न: डर्मेटोलॉजिस्ट का क्या काम होता है?

उत्तर: डर्मेटोलॉजिस्ट डॉक्टर का काम त्वचा से संबंधित बीमारियों का उपचार करना होता है।

प्रश्न: डर्मेटोलॉजिस्ट बनने में कितने साल लगते हैं?

उत्तर: डर्मेटोलॉजिस्ट बनने में करीब 7 से 8 साल लग सकते हैं।

प्रश्न: चमड़ी के डॉक्टर को क्या बोलते हैं?

उत्तर: चमड़ी के डॉक्टर को डर्मेटोलॉजी बोलते हैं।

प्रश्न: क्या मैं बीडीएस के बाद डर्मेटोलॉजी कर सकता हूं?

उत्तर: हां, आप बीडीएस के बाद डर्मेटोलॉजी कर सकते हो।

तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने जाना कि अगर आपको डर्मेटोलॉजिस्ट बनना है तो उसकी प्रक्रिया क्या है। हमने आपको शुरू से लेकर अंत तक डर्मेटोलॉजिस्ट बनने के लिए चरण दर चरण पूरी प्रक्रिया समझा दी है। आशा है कि जो जानकारी लेने के लिए आप इस लेख पर आए थे वह आपको मिल गई होगी। फिर भी यदि कोई प्रश्न आपके मन में शेष है तो आप हम से नीचे कॉमेंट करके पूछ सकते हैं।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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