|| धान का बिज़नेस कैसे करें? | Dhan ka business kaise kare | धान क्या होती है? | धान के बिज़नेस के प्रकार | Dhan business types in Hindi | Dhan business types in Hindi | Dhan supply ka business | Dhan ke business ke liye licence ||
Dhan ka business kaise kare :- भारत में सुबह शाम के खाने में दो चीज़ प्रमुख तौर पर खायी जाती है जिसमे पहला नंबर आता है गेहूं का तो दूसरे नंबर पर आता है धान अर्थात चावल। उत्तर भारत में तो लोग मुख्य तौर पर गेहूं का ही सेवन करते (Dhan ke business ke bare mein jankari) हैं लेकिन यदि हम दक्षिण, पूर्व, मध्य व पश्चिम भारत का उदाहरण लेंगे तो वहां पर मुख्य तौर पर या फिर गेहूं के बराबर ही धान का सेवन किया जाता है। यही कारण है कि आपको कोई भी ऐसी किराने की दुकान नहीं मिलेगी जहाँ पर धान को बेचने का काम ना किया जाता हो।
इसके साथ ही इस धान से कई तरह की अन्य डिश भी बनती है जो बड़े से लेकर छोटे होटल, रेस्टोरेंट तक में बिकती है। इस देश में बहुत से लोग धान को बेचने में लगे हुए हैं और उसका बिज़नेस कर रहे हैं। यदि आप भी धान का बिज़नेस शुरू करने का सोच रहे हैं तो आज का यह लेख उसी विषय पर ही लिखा गया (Dhan ka business kaise kare in Hindi) है। आज के इस लेख को पढ़ कर आपको यह भलीभांति आईडिया हो जाएगा कि आखिरकार किस तरीके से आप भी अपना खुद का धान का बिज़नेस शुरू कर सकते हैं और उसके जरिये बहुत ही कम समय में अच्छा खासा पैसा कमाना शुरू कर सकते हैं।
धान का बिज़नेस कैसे करें? (Dhan ka business kaise kare)
चूँकि आज का यह लेख मुख्य तौर पर धान का बिज़नेस शुरू करने के ऊपर ही लिखा गया है तो हम इसके बारे में शुरू से लेकर अंत तक संपूर्ण जानकारी आपको देने वाले हैं किंतु उससे पहले आपको यह जानना जरूरी है कि यह धान आखिरकार होती क्या है और इसका चावल से क्या संबंध (Dhan ka business kaise shuru kare) है। साथ ही यदि आप वाकई में धान का बिज़नेस शुरू करने का सोच रहे हैं तो उसमे आप किस किस तरह का काम कर सकते हैं और इसमें आपके पास किस तरह के विकल्प उपलब्ध होंगे।
कहने का अर्थ यह हुआ कि आपके पास धान का बिज़नेस शुरू करने के एक नहीं बल्कि तीन तीन विकल्प होंगे जिसके माध्यम से आप अपने बिज़नेस को आयाम दे सकते (Dhan business kaise kare) हैं। इसलिए आपका इनके बारे में भी जानना आवश्यक है और उसके बाद आप इसे कैसे शुरू करते हैं, उसके बारे में भी जानना जरुरी है। आइए एक एक करके धान का बिज़नेस शुरू करने के बारे में समूची जानकारी ले ली जाए।
धान क्या होती है? (Dhan kya hoti hai)
धान का बिज़नेस शुरू करने से पहले आपका यह जानना जरुरी है कि आखिरकार यह धान होती क्या है। तो यहाँ हम आपको यह पहले ही कह दें कि जो चावल की खेती होती है और उसके जरिये चावल को निकाला जाता है तो उस फसल को ही धान कहा (Dhan kise kehte hai) जाता है। जब इसमें से चावल को निकाल लिया जाता है तो उसे बाजार में बेचने का काम किया जाता है। इसलिए हम इसे सीधा चावल भी कह सकते हैं।
बहुत से लोग धान को सभी तरह का अनाज समझ लेते हैं जो कि गलत है। तो आज आप यह जान गए होंगे कि चावल को ही धान कहा जाता है और धान को ही चावल की संज्ञा दी गयी (Dhan kya hai) है। इसलिए धान व चावल के बीच में कोई अंतर नहीं है और यह दोनों एक दूसरे के पर्यायवाची ही है।
धान के बिज़नेस के प्रकार (Dhan business types in Hindi)
अब जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि आप धान का बिज़नेस तीन तरह से कर सकते हैं तो यह तीन प्रकार कौन कौन से हैं जो आप कर सकते हैं, इसके बारे में भी तो आपको बताना पड़ेगा ना। बिना बताये तो कैसे ही आप इस तरह का बिज़नेस कर पाएंगे और इसमें आगे की प्लानिंग कर पाएंगे। तो अब हम धान का बिज़नेस करने के तीनो विकल्पों के बारे में जानकारी आपके समक्ष रखने जा रहे हैं।
धान की खेती का बिज़नेस करना (Dhan ki kheti ka business)
धान का बिज़नेस करने में सबसे पहले जो बिज़नेस आता है वो कृषि से जुड़ा हुआ है। इसमें आप धान का निर्माण कर रहे होंगे अर्थात उसकी खेती कर रहे होंगे। इसके लिए आपके पास खेती की भूमि होनी चाहिए क्योंकि बिना भूमि के आप धान की खेती कहां करेंगे। तो जो किसान लोग चावल की खेती कर रहे होते हैं वे एक तरह से इसी धान के जरिये ही अपनी कमाई कर रहे होते हैं।
इसके लिए आपको खेती के सब गुण आने चाहिए और उसी के अनुसार ही आपको धान की फसल लगानी चाहिए। यदि आप सही से खेती करते हैं और पूरी निर्धारित प्रक्रिया के तहत आगे बढ़ते हैं तो अवश्य ही आपको इसके जरिये बहुत लाभ होगा। इसी के साथ भारत सरकार भी धान की खेती करने में आपकी बहुत सहायता कर देगी और इसके लिए आवश्यक लोन भी आपको दे देगी।
धान को सप्लाई करने का बिज़नेस करना (Dhan supply ka business)
धान की खेती होने के बाद उसका बिज़नेस यहीं पर ख़त्म नहीं हो जाता है बल्कि उसके अलग अलग सप्लायर भी होते हैं। अब उसकी फसल तो एक जगह तैयार होगी लेकिन उसे अलग अलग जगह पर पहुँचाने का काम तो एक सप्लायर को ही करना होता है। उदाहरण के तौर पर धान की खेती राजस्थान के एक जिले में हो रही है तो अब उस जिले से उस धान की कटाई करने के बाद उसे राजस्थान के अन्य जिलों सहित अन्य राज्यों में पहुँचाना भी तो किसी का काम होगा।
तो यही काम धान की खेती के बाद उसकी सप्लाई करने वाले व्यापारी का होता है। इसमें भी बहुत पैसा कमाया जाता है क्योंकि धान की मांग को देखते हुए इसे बहुत बड़ी मात्रा में और वो भी अलग अलग जगह पहुँचाना होता है। इसलिए यदि आप धान की सप्लाई का बिज़नेस भी करते हैं तो बहुत अधिक फायदे में रहने वाले हैं।
धान को बेचने का बिज़नेस करना (Dhan ko bechne ka business)
धान का बिज़नेस करने में एक विकल्प उसको बेचने का बिज़नेस करने का भी है। कहने का अर्थ यह हुआ कि जो धान की खेती का बिज़नेस कर रहा है वह सीधे बाजार में आकर तो उसे बेचेगा नहीं और ना ही उसमे सप्लायर की कोई भूमिका होती है। तो धान अर्थात चावल को अलग अलग बोरियों, पैकेट इत्यादि में बेचने का काम तो किसी और का ही होता है ना। इसे ही धान का बिज़नेस करने वाला प्रमुख व्यक्ति कहा जाता है।
अब आप यह बिज़नेस कई तरह से कर सकते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप चाहे तो इसे सीधे अर्थात खुले में बेच सकते हैं तो वहीं आप इसे पैकेट में भी बेच सकते हैं या बड़ी पैकिंग या बोरी में भी इसे बेचा जा सकता है। यह पूर्ण रूप से आप पर निर्भर करेगा की आप किस तरह से धान का बिज़नेस शुरू करना चाहते हैं।
धान के बिज़नेस में कितना निवेश करना होगा? (Dhan ke business me kitna investment karna hoga)
धान का बिज़नेस शुरू कर रहे हैं तो उसमे लगने वाला निवेश भी आपके द्वारा चुने गए धान के बिज़नेस के प्रकार पर निर्भर करने वाला है। अब यदि आपके पास पहले से ही खेती के लिए भूमि है तो आपका निवेश नगण्य होने वाला है। वह इसलिए क्योंकि इसके लिए बस आपको बीज चाहिए (Dhan business cost) होंगे। उसके अलावा तो आपको बस परिश्रम करने की जरुरत होगी। आप चाहे तो उसके लिए भी किसान रख सकते हैं जो आपकी भूमि पर खेती करने का काम करे। इसमें आपका खर्चा 10 हज़ार रुपए के आसपास ही होगा।
वहीं यदि आप धान की सप्लाई करने का काम कर रहे हैं तो उसमे आपका खर्चा 1 से 2 लाख रुपए हो सकता है क्योंकि आपको एक शहर से दूसरे शहर में धान की सप्लाई करने के लिए वाहन व व्यक्ति दोनों का ही चुनाव करना होगा। इसी के साथ यदि आप धान को बेचने का व्यापार शुरू करने का सोच रहे हैं तो इसमें होने वाला खर्चा 3 से 5 लाख तक का हो सकता है क्योंकि इसमें आपको अपनी एक दुकान खोलनी होगी और उस पर धान को बेचना होगा।
धान का बिज़नेस करने के लिए लाइसेंस लेना (Dhan ke business ke liye licence)
धान खाने से जुड़ा हुआ बिज़नेस हो जाता है और यदि आप किसी भी देश में खाने के उद्योग से जुड़ा हुआ कोई बिज़नेस कर रहे हैं, फिर चाहे वह कैसा भी हो, उसके लिए सरकार से लाइसेंस लिया जाना बहुत ही जरुरी होता है। बिना लाइसेंस के धान का बिज़नेस शुरू करने पर आपके ऊपर कानूनी कार्यवाही तक हो सकती है और आपको कारावास जाना पड़ सकता है।
इसलिए आप चाहे धान की खेती कर रहे हैं या फिर सप्लाई का काम या फिर सीधा उसे बेचने का काम, उसके लिए पहले आवश्यक लाइसेंस ले लेंगे तो बेहतर रहेगा। इसके लिए आपको भारत सरकार के खाद्य विभाग से संपर्क करना होगा और उनसे आवश्यक लाइसेंस लेने होंगे। इसके बाद ही आप धान का बिज़नेस शुरू करेंगे तो बेहतर रहेगा।
धान का बिज़नेस करने के लिए क्या करें? (Dhan ka business karne ke liye kya kare)
अब जब आप धान का बिज़नेस शुरू करने जा रहे हैं तो उसमे इस बात का ध्यान रखें कि लोगों को केवल एक ही तरह के चावल पसंद नहीं आते हैं। इसलिए जब भी आप किसी किराने की दुकान पर या कहीं और से चावल को खरीदने जाएंगे तो वहां आपको कई तरह के चावल की वैराइटी देखने को मिलेगी। इनके दाम भी अलग अलग होंगे और उनके रंग, आकार इत्यादि में भी कई तरह की भिन्नता देखने को मिलेगी। ऐसे में यदि आप धान का बिज़नेस शुरू करने जा रहे हैं तो आपको केवल एक ही तरह के धान को नहीं रखना चाहिए बल्कि उसमे कई तरह की वैराइटी रखनी चाहिए।
इसी के साथ लोगों के द्वारा केवल खुले तौर पर ही चावल को नहीं लिया जाता है बल्कि इसमें पैकेट या बोरी में बंद चावल को भी लिया जाता है। तो यदि आप खुले तौर पर चावल को बेचने का सोच रहे हैं तो इससे आपके आधे ग्राहक वापस लौट जाएंगे। बेहतर रहेगा कि आप धान का बिज़नेस शुरू करने के बाद उसमे हर तरह के चावल की वैराइटी रखें ताकि हर किसी को उसकी पसंद के अनुसार माल उपलब्ध करवाया जा सके।
धान का बिज़नेस करने के फायदे (Dhan ka business karne ke fayde)
धान का बिज़नेस शुरू करने पर आपको बहुत फायदे देखने को मिलेंगे। उदाहरण के तौर आप धान में सप्लाई करने का बिज़नेस ही देख लीजिए। अब आपके शहर में कोई भी ऐसी किराने की दुकान नहीं होगी जहाँ धान को रखने और उसे बेचने का काम ना किया जाता हो। तो आपके शहर में हरेक किराने की दुकान आपका ग्राहक होगी जो आपसे अलग अलग गुणवत्ता व दाम की धान को खरीदने की मांग (Dhan business benefits in Hindi) करेगी। आपको बस अपने संपर्क मजबूत करने होंगे और ग्राहक की मांग के आधार पर उन्हें धान उपलब्ध करवा देने होंगे।
इसी तरह यदि आप धान को बेचने का बिज़नेस शुरू करने जा रहे हैं तो यह एक ऐसी चीज़ है जो लोगों के लिए प्रतिदिन में इस्तेमाल होने वाली चीज़ होती है। अब लोगों को जीवित रहना है तो उन्हें भोजन करना ही (Dhan ke business ke fayde) होगा। भोजन करना है तो उसमे धान की मांग हमेशा ही बनी रहेगी और इसके बिना भोजन पूरा नहीं हो पाएगा। इसलिए आप धान का बिज़नेस शुरू करने के बाद पूर्ण रूप से लाभ में ही रहने वाले हैं।
धान का बिज़नेस करने पर होने वाली कमाई (Dhan business profit margin in Hindi)
धान का बिज़नेस शुरू करने के बाद उसमे आपकी कितनी तक की कमाई हो सकती है यह पूर्ण रूप से आपके द्वारा निवेश किये गए पैसों और धान के बिज़नेस के स्तर पर निर्भर करने वाला है। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आप धान की एक बोरी जिसकी कीमत एक हज़ार रुपए हैं, उसे बेचते हैं तो आपका कमीशन 50 से 100 रुपए के बीच में होगा। इस तरह आप धान के बिज़नेस में 5 से 10 प्रतिशत तक का कमीशन कमा रहे होंगे।
यही बात धान को सप्लाई करने वाले व्यक्ति पर निर्भर करेगी और यही बात उसकी खेती करने वाले किसान पर निर्भर (Dhan ke business ke kitna paisa banta hai) करेगी। उदाहरण के तौर पर जो धान 60 रुपए में उगती है, उसे वह किसान आगे 70 से 75 रुपए में बेचेगा। अब उसके बाद वह सप्लायर उसे 80 से 85 रुपए में सप्लाई करेगा। अंत में वह दुकानदार उसे 90 से 100 रुपए में हमें बेच देगा। इस तरह से धान का बिज़नेस करने वाले हर व्यक्ति का लाभ 5 से 10 प्रतिशत तक का होता है।
धान का बिज़नेस करते समय सावधानी (Dhan business cautions in Hindi)
अंत में एक मुख्य बात जो आपको जान लेनी चाहिए और वह यह है कि धान का बिज़नेस करना लाभदायक तो है लेकिन यह तभी तक लाभदायक है जब तक आप पूरी सावधानी के साथ इस बिज़नेस को करेंगे। अब यदि आप अपनी धान को पानी के संपर्क में ले आते हैं या इनमे नमी आ जाती है तो फिर यह ख़राब हो जाती है। वहीं यदि आप इनकी अच्छे से सफाई नहीं करते हैं या गंदगी में रखते हैं तो भी यह ख़राब हो सकते हैं।
ऐसे में आपके द्वारा लिया गया सारा धान ख़राब हो जाएगा या उसका अधिकांश हिस्सा ख़राब हो जाएगा। वह धान ना तो बिकेगा और ऊपर से आपका नुकसान करवा कर जाएगा वो अलग। इसलिए आपको धान का बिज़नेस करते समय इन छोटी छोटी बातों का मुख्य तौर पर ध्यान रखने की जरुरत होगी।
धान का बिज़नेस कैसे करें – Related FAQs
प्रश्न: चावल का व्यवसाय शुरू करने के लिए मुझे कितना चाहिए?
उत्तर: चावल का व्यवसाय शुरू करने के लिए आपको 2 से 3 लाख रुपए चाहिए।
प्रश्न: राइस मिल खोलने में कितना खर्च आएगा?
उत्तर: राइस मिल खोलने में 5 से 10 लाख रुपए का खर्च आएगा।
प्रश्न: क्या चावल बेचना एक अच्छा व्यवसाय है?
उत्तर: हां, चावल बेचना एक अच्छा व्यवसाय है।
प्रश्न: भारत में राइस मिल बनाने के लिए कितना पैसा चाहिए?
उत्तर: भारत में राइस मिल बनाने के लिए 5 से 10 लाख रूपया चाहिए।
इस तरह से आज के इस लेख के माध्यम से आप यह जान पाए हैं कि यदि आपको धान का बिज़नेस शुरू करना हुआ तो उसमे आपके पास किस किस तरह के विकल्प उपलब्ध होंगे और उसके जरिये आप क्या कुछ कर सकते हैं। धान का बिज़नेस करना हमेशा से ही एक लाभदायक बिज़नेस रहा है और इसमें आप बिना सोचे समझे काम करना शुरू कर सकते हैं।