दुनिया की सबसे पवित्र किताब कौन सी है? | Duniya ki sabse pavitra kitab kaun si hai

|| दुनिया की सबसे पवित्र किताब कौन सी है? | Duniya ki sabse pavitra kitab kaun si hai | संसार का सबसे पहला ग्रंथ कौन सा है? | Duniya ki sabse pavitra kitab ka naam | दुनिया का सबसे प्राचीनतम ग्रंथ कौन सा है? | दुनिया की सबसे अच्छी धार्मिक किताब कौन सी है? ||

Duniya ki sabse pavitra kitab kaun si hai :- आज के समय में दुनिया में कई तरह के धर्म हैं और उन्हें मानने वाले लोग भी लाखों करोड़ो की संख्या में हैं। यदि हम संख्या के अनुसार आंकलन करें तो विश्व में सबसे बड़ा धर्म ईसाई धर्म है। कहने का अर्थ यह हुआ कि पूरी दुनिया में ईसाई धर्म को मानने वालों की जनसँख्या सबसे अधिक है। हालाँकि यह अलग बात है कि वर्तमान समय में जिस तेजी के साथ लोग ईसाई धर्म का त्याग कर नास्तिक बनते जा रहे हैं, वह किसी अन्य धर्म में देखने को नहीं मिल रहा (Duniya ki sabse pavitra kitab kaun si hai in Hindi) है।

अब यह तो संख्या की बात हो गयी लेकिन संख्या के आधार पर ही यह कह देना कि वह धर्म सबसे महान है या उसकी किताब को सबसे पवित्र या प्राचीन माना जाता है तो यह अनुचित होगा। आज के इस लेख में हम आप सभी के साथ इसी विषय पर ही चर्चा करने वाले हैं कि दुनिया की सबसे पवित्र किताब कौन सी है और क्यों उसे दुनिया की सबसे पवित्र किताब माना जाता है। इससे आपको बहुत कुछ जानने और समझने को (Duniya ki sabse pavitra book kaun si hai) मिलेगा।

इसी के साथ ही हम आपको यह भी जानकरी देने वाले हैं कि इस दुनिया का सबसे प्राचीनतम ग्रंथ कौन सा है। अब आपने दुनिया में कई तरह के धर्म और उनकी किताबों के बारे में पढ़ा होगा लेकिन आपको यह जान लेना चाहिए कि इन सभी में किस धर्म की किताब को सबसे पवित्र और प्राचीन माना जाता है। हालाँकि यह दोनों अलग अलग किताबें हैं। तो हम आपको एक एक करके दोनों के बारे में ही जानकारी (Duniya ki sabse pavitra book) देंगे।

दुनिया की सबसे पवित्र किताब कौन सी है? (Duniya ki sabse pavitra kitab kaun si hai)

सबसे पहले हम बात कर लेते हैं दुनिया की सबसे पवित्र किताब के बारे में। तो विश्व में जितने भी धर्म हैं, उन सभी के अनुयायी अपनी अपनी ही किताब को सबसे पवित्र किताब कहते हैं। उदाहरण के तौर पर ईसाई धर्म को मानने वाले लोग बाइबिल को हॉली किताब अर्थात पवित्र पुस्तक कहते हैं तो वहीं इस्लाम को मानने वाले कुरान को पाक किताब कहते हैं। वहीं अलग अलग धर्मों और मतों को मानने वाले लोगों का भी यही कहना होता है लेकिन प्रश्न उठता है कि आखिरकार इन सभी में से किस किताब को सबसे पवित्र माना जाएगा और उसका आधार क्या (Vishwa ki sabse pavitra kitab kaun si hai) होगा।

दुनिया की सबसे पवित्र किताब कौन सी है Duniya ki sabse pavitra kitab kaun si hai

तो आज हम आपके इस प्रश्न का उत्तर भी दे देते हैं और उसका आधार भी बता देते हैं। तो दुनिया की सबसे पवित्र किताब का नाम है भगवान श्रीकृष्ण के मुख से निकली हुई भगवत गीता। जी हां, सही सुना अपने। यहाँ तक कि दूसरे धर्म के लोग भी भागवत गीता के चमत्कार और उसमे लिखी बातों को मानते हैं और उस पर आराध्य व्यक्त करते हैं। वहीं वैज्ञानिक भी भगवत गीता में लिखी बातों को लेकर हैरान रह जाते हैं क्योंकि यह किताब समय से बहुत आगे (Duniya ki sabse pavitra kitab ka naam) है।

अब हमने भगवत गीता को दुनिया की सबसे पवित्र किताब यूँ ही नहीं कह दिया है बल्कि इसके लिए कई तथ्यों को आधार बनाया गया है। यदि आपने गीता को पढ़ा है या इसके बारे में ज्ञान लिया है तो अवश्य ही आपको पता होगा कि क्यों हम इसे दुनिया की सबसे पवित्र किताब कह रहे हैं लेकिन आज हम उन लोगों को भी बता देना चाहते हैं जिन्हें इसके बारे में इतनी जानकारी नहीं (Duniya ki sabse pavitra kitab konsi hai) है।

तो गीता में ऐसी ऐसी बातें लिखी हुई है जो मनुष्य के समझ से भी परे हो सकती है लेकिन यदि गहन में उसका अर्थ निकाला जाए और उसे समझा जाए तो मनुष्य का उद्धार हो सकता है। इस किताब में धर्म व विज्ञान का अद्भुत संगम देखने को मिलता है। कुल मिलाकर यह सनातन धर्म का सार कही जा सकती है क्योंकि इसमें सनातन धर्म के वेदों का सार निकाल कर लिखा गया है। सनातन धर्म में वेद ही उसका मूल आधार है लेकिन गीता श्रीकृष्ण की एक ऐसी रचना है जो उन वेदों के सार को व्यक्त करती (Duniya mein sabse pavitra kitab kaun si hai) है।

यही कारण है कि गीता को ही दुनिया की सबसे पवित्र किताब कहा जा सकता है। इसमें मनुष्य को जन्म से पहले क्या होता है, जन्म लेने के बाद क्या करना होता है और किस तरह से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना होता है तथा मृत्यु के पश्चात क्या कुछ होता है, रिश्तेदारों से क्या संबंध होते हैं इत्यादि सभी के बारे में ही विस्तार से बताया गया (Duniya ki sabse pavitra kitab kya hai) है।

दुनिया का सबसे प्राचीनतम ग्रंथ कौन सा है? (Duniya ka sabse purana granth kaun sa hai)

अब यदि हम इस दुनिया के सबसे प्राचीनतम ग्रंथ की बात करेंगे तो उसमें दो किताबों के नाम आ सकते हैं। इसमें एक तो किताबों का समूह है जबकि दूसरी एक ही किताब है। अब आप सोच रहे होंगे कि यह दो कैसे हो सकती है, इनमे से कोई एक तो पुरानी होगी। तो हां, इनमें से एक बहुत पुरानी है और उसका दूसरी से दूर दूर तक कोई लेना देना नहीं है लेकिन फिर भी दोनों को ही प्राचीनतम ग्रंथ माना जा सकता (Duniya ka sabse pavitra granth kaun sa hai) है।

वह इसलिए क्योंकि यदि आप ब्रह्माण्ड का प्राचीनतम ग्रंथ पूछते तो इसका उत्तर अलग होगा लेकिन आप दुनिया का पूछ रहे हैं तो उसका उत्तर अलग होगा। तो हम आपको दोनों के बारे में ही बता देते हैं ताकि आपकी सभी तरह की शंकाएं दूर हो जाए।

हिन्दू धर्म के वेद हैं सबसे प्राचीनतम ग्रंथ

जब ऊपर हम आपको भगवत गीता के बारे में बता रहे थे तो हमने आपको साथ के साथ यह भी बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ने वेदों के सार को ही गीता के माध्यम से बताने का प्रयास किया है। तो इसका सीधा सा अर्थ यह हुआ कि वेद पहले ही लिखे गए थे जबकि गीता उसके बाद श्रीकृष्ण के मुख से निकली थी। तो अब प्रश्न यह उठता है कि इन वेदों की रचना किसके द्वारा की गयी थी।

तो यह वेद चार किताबों का समूह है अर्थात इसमें चार तरह के वेद आते हैं। इनकी रचना भगवान ब्रह्मा के द्वरा की गयी थी। इसे हम ब्रह्मा जी के चार पुत्र या फिर ब्रह्मा जी के चार पुत्रों के द्वारा इसकी रचना किया जाना भी कह सकते हैं। तो इन चार वेदों के नाम हैं:

  • ऋग्वेद
  • सामवेद
  • यजुर्वेद
  • अथर्व वेद

इसमें सबसे पहला वेद ऋग्वेद है तो एक तरह से हम ऋग्वेद को ही ब्रह्माण्ड की या फिर दुनिया की सबसे प्रचीनतम किताब या प्राचीनतम ग्रंथ कह सकते हैं। दरअसल वेदों की शुरुआत या प्रथम वेद ऋग्वेद को ही माना जाता है। उसके बाद तीन और वेद लिखे गए थे जिसमें से सबसे अंत में अर्थव वेद की रचना की गयी है। इसमें पहले के तेन वेदों की तो एक एक ही पुस्तक है लेकिन अर्थव वेद को दो भागों में बांटा गया है।

हिन्दू धर्म के इन वेदों को इस दुनिया की रचना से पहले ही लिख दिया गया था और यह यह उसी समय से ही अनवरत चलते आ रहे हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि भगवान ब्रह्मा जी के द्वारा मनुष्य की रचना से पहले ही इन वेदों को लिख दिया गया था या फिर जब हमारा उद्गम हुआ था तो उसी के साथ ही वेदों की रचना भी हो चुकी थी। इस तरह से हिन्दू धर्म को सनातन धर्म अर्थात सदा चलते रहने वाला धर्म भी कहा जाता है।

वेदों में मनुष्य को किस तरह से या किस पद्धति से अपना जीवनयापन करना चाहिए, उसके लिए क्या आचार व्यवहार होने चाहिए, क्या बुरा है और क्या सही है, धर्म का क्या अर्थ होता है, अधर्म क्या होता है, धर्म कार्य कैसे होते हैं इत्यादि सभी के बारे में बहुत ही विस्तार से बताया गया है। एक तरह से वेदों में मनुष्य को कैसे जीना है, इसके बारे में संपूर्ण जानकारी दी गयी है।

मनुस्मृति है दुनिया की प्राचीनतम किताब (Duniya ki sabse prachin kitab)

अब हमने आपको ऊपर ही बता दिया है कि दुनिया की सबसे प्राचीनतम किताब या ग्रंथ का नाम लिया जाए तो उसमे दो तरह की किताबें आ सकती है। इसमें आपने वेदों के बारे में तो जान ही लिया है और उनसे पुराना कुछ हो नहीं सकता है लेकिन यदि हम इस युग की बात करें या दुनिया के इस युग के बारे में जानना चाहें तो उसमें मनुस्मृति किताब का नाम सबसे पहले आता है।

अब आप यह तो जानते ही हैं कि एक युग चार भागों में बंटा हुआ होता है जिसे हम सतयुग, त्रेता युग, द्वापर युग और कलियुग के नाम से जानते हैं। इसमें हर युग की शुरुआत सतयुग से होती है और फिर एक एक करके युग आते जाते हैं जिसमें अंतिम कलियुग होता है। फिर जब एक युग के कलियुग का अंत होता है तो दूसरे और नए युग के सतयुग की शुरुआत होती है। इस तरह से यह साइकिल चलता रहता है और युग बदलते रहते हैं।

तो अभी इस युग का अंतिम चरण अर्थात कलियुग चल रहा है। ऐसे में जब इस युग की शुरुआत हुई थी अर्थात दुनिया फिर से शुरू हुई थी तो पिछले युग के कलियुग से मनु नाम के एकमात्र व्यक्ति इस युग में प्रवेश कर पाए थे। ऐसे में पिछले युग के कलियुग का अंत किन गलतियों के कारण हुआ था, उस समय किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और साथ ही पिछले युग में बीती घटनाओं का संपूर्ण सार ही इस मनुस्मृति में लिखा गया है।

ऐसे में मनु को जो कुछ भी याद था और जो कुछ भी वे एक किताब में लिख पाए उसे ही आज हम मनुस्मृति के नाम से जानते हैं। ऐसे में हम दुनिया की सबसे प्राचीनतम किताब मनुस्मृति को कह सकते हैं।

दुनिया की सबसे पवित्र किताब कौन सी है – Related FAQs 

प्रश्न: नंबर 1 पवित्र पुस्तक कौन सी है?

उत्तर: नंबर 1 पवित्र पुस्तक भगवत गीता है।

प्रश्न: दुनिया की सबसे अच्छी धार्मिक किताब कौन सी है?

उत्तर: दुनिया की सबसे अच्छी धार्मिक किताब भगवत गीता है।

प्रश्न: पूरी दुनिया में सबसे पुरानी किताब कौन सी है?

उत्तर: पूरी दुनिया में सबसे पुरानी किताब मनुस्मृति है।

प्रश्न: संसार का सबसे पहला ग्रंथ कौन सा है?

उत्तर: संसार का सबसे पहला ग्रंथ ऋग्वेद है।

तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने दुनिया की सबसे पवित्र किताब के बारे में जानकारी हासिल कर ली है। साथ ही आपने जाना कि दुनिया का सबसे प्राचीन ग्रंथ कौन सा है और दुनिया की सबसे प्राचीन किताब कौन सी है। आशा है कि जो जानकारी लेने के लिए आप इस लेख पर आए थे वह आपको मिल गई होगी। फिर भी यदि कोई शंका आपके मन में शेष है तो आप हम से नीचे कॉमेंट करके पूछ सकते हैं।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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