देश के कई राज्यों ने अपने नागरिकों की सुविधा के लिए ऐसी योजनाएं शुरू की हैं, जिनका लाभ लेने के लिए उनको सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं। वह आनलाइन आवेदन कर घर बैठे इन योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं। वह भी निश्चित समय सीमा के भीतर। यदि उनके पास घर में आवेदन की सुविधा उपलब्ध नहीं तो वह लोक सेवा केंद्रों के माध्यम से इन योजनाओं के लिए आवेदन कर सकते हैं। द्वार प्रदाय भी एक ऐसी ही योजना है।
दोस्तों, क्या आप इस योजना के बारे में विस्तृत जानकारी रखते हैं? यदि नहीं तो भी कोई चिंता वाली बात नहीं। हम आपको आज इस पोस्ट के जरिये द्वार प्रदाय योजना के बारे में विस्तार से बताएंगे। आपको बस इस पोस्ट को ध्यान से शुरू से आखिर तक पूरा पढ़ते जाना है। आइए शुरू करते हैं-
द्वार प्रदाय योजना क्या है? What is Dwar Praday Yojana?
मध्य प्रदेश में पिछले साल के अगस्त महीने में एक अभियान शुरू किया गया था, जिसका नाम था लोक सेवा गारंटी एक्ट- आपकी सरकार आपके द्वार। इसके अंतर्गत मध्य प्रदेश के गांवों और शहरों में हर महीने लोगों की दिक्कतें दूर करने के लिए शिविर लगाए जाते थे। इनका मकसद यह था कि गांवों के लोगों को किसी काम के लिए शहर के चक्कर न काटने पड़ें और शहर के लोगों को कार्यालयों के।
इसी अभियान के तहत अब एक और योजना लाई गई है, जिसका नाम है द्वार प्रदान योजना। इस योजना के तहत पांच तरह की सेवा लोगों को घर बैठे 24 घंटे मुहैया कराना था, ताकि उन्हें इन सेवाओं के लिए सरकारी दफ्तरों की खाक छानने को मजबूर न होना पड़े।
द्वार प्रदाय योजना डिटेल्स –
योजना का नाम | मध्य प्रदेश द्वार प्रदाय योजना |
किसके द्वारा लॉन्च की गयी | मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ जी द्वारा |
कब लॉन्च की गई | 26 जनवरी 2020 |
योजना का उद्देश्य | राज्य के लोगो को घर बैठे 5 सेवाएं प्रदान करना |
आवेदन माध्यम | लोक सेवा केंद्र द्वारा |
ऑफिसियल वेबसाइट | food.mp.gov.in/hi/davaara-paradaiya-yaojanaa |
द्वार प्रदाय योजना कब शुरू हुई? When did the Dwar Praday Yojana start?
इस योजना को शुरू हुए ज्यादा समय नहीं बीता है। यही कोई कुल मिलाकर करीब साढ़े तीन महीने। इस द्वार प्रदाय योजना की शुरुआत इसी साल 25 जनवरी को मध्य प्रदेश में तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने की थी। इस योजना को शुरू करने का मकसद लोगों के लिए जीवन को और आसान बनाना था।
द्वार प्रदाय योजना को लाने के पीछे सोच यह थी कि जिस तरह शिविर लगाकर अफसरों ने लोगों को उनके मोहल्लों में, और गांवों में प्रमाण पत्र बनाने जैसी सुविधाएं मुहैया कराई, अगर यह सुविधाएं एक निश्चित समय अवधि में उन्हें ऑनलाइन प्रदान की जाएं तो उन लोगों को और अधिक फायदा इस कदम से होगा।
द्वार प्रदाय योजना का लाभ किसे मिलेगा? Who will get the benefit of Dwar Praday Yojana?
साथियों, आपको बता दें कि इसके लाभार्थी मध्य प्रदेश के निवासी ही हो सकते हैं। यानी कि यदि कोई राजस्थान या किसी अन्य प्रदेश का निवासी सोचे कि वह इस योजना का लाभ उठा ले, तो ऐसा नहीं किया जा सकता। द्वार प्रदाय योजना के संचालन का जिम्मा मध्य प्रदेश के खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण विभाग को सौंपा गया है।
द्वार प्रदाय योजना के तहत कौन सी सेवाओं का लाभ मिलेगा? What services will be available under the Dwar Praday Yojana?
अब हम आपको द्वार प्रदाय के तहत दी जा रही उन पांच सेवाओं के बारे में जानकारी देंगे, जो कि आनलाइन आवेदन करने के पश्चात आपको आपके दरवाजे पर मिलेंगी। यह सेवाएं इस प्रकार हैं-
- 1-आय प्रमाण पत्र
- 2-मूल निवासी प्रमाण पत्र
- 3-जन्म प्रमाण पत्र
- 4-मृत्यु प्रमाण पत्र
- 5-खसरा, खतौनी की नकल
द्वार प्रदाय योजना के लिए आवेदन कैसे करें? How to apply for Dwar Praday Yojana?
इस योजना के संबंध में एक बात बिल्कुल साफ है। और वो ये कि आवेदक यदि योजना के तहत दी जा रही पांच सेवाओं में से किसी भी सेवा का घर बैठे लाभ लेना चाहता है तो इसके लिए उसे आनलाइन आवेदन करना होगा। यह आवेदन वह लोक सेवा केंद्र जाकर या उसके आन लाइन पोर्टल के माध्यम से कर सकता है। यह तो हम आपको ऊपर बता ही चुके हैं कि आवेदन के 24 घंटे के भीतर आवेदक को वह सेवा उपलब्ध करा दी जाएगी। आप सेवा के लिए आवेदन इस प्रकार से कर सकते हैं-
- सबसे पहले सरकार की आधिकारिक वेबसाइट https://food.mp.gov.in/en/dwar-praday-yojana पर जाना होगा। आप चाहें तो यहाँ क्लीक करके डायरेक्ट जा सकतें हैं।
- आवेदन के लिए सीएससी, ई मित्र या आनलाइन पोर्टल का चुनाव कर सकते हैं। होम पेज पर द्वार प्रदाय योजना के लिए दिए गए लिंक को क्लिक करें।
- सारी जानकारी भरने के बाद उसके सामने डोर डिलीवरी का विकल्प आएगा। इस विकल्प पर क्लिक कर दें।
- इसके बाद आवेदकों की आवेदन प्रक्रिया संपन्न हो जाएगी। 24 घंटे के भीतर आपका काम हो जाएगा।
द्वार प्रदाय योजना में मोबाइल एप से आवेदन कैसे करें? How to apply with the mobile app in the Dwar Praday Yojana?
दोस्तों, आपको बता दें कि आप एक एप के जरिये भी इन सेवाओं के लिए आवेदन कर सकते हैं। दरअसल, द्वार प्रदाय योजना के लांच कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री ने इंदौर नगर निगम में एक एप भी लांच लांच किया है। इस एप का नाम इंदौर 311 एप रखा गया है। इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। इस एप में अपनी जानकारी भरने के बाद लोग जन्म, मृत्यु, विवाह पंजीकरण प्रमाण पत्र की भी दरवाजे पर डिलीवरी हासिल कर सकते हैं।
Indore 311 अप्प यहाँ क्लीक करके डाउनलोड कर सकतें हैं।
द्वार प्रदाय योजना सेवा शुल्क कितना है? How much is the Dwar Praday Yojana service charge?
मित्रों, यहां आपको यह बात भी साफ कर दें कि यह सुविधा निशुल्क नहीं दी जा रही है। आवेदन के साथ ही इस सेवा के लिए आवेदक को 50 रुपये का भुगतान करना होगा। आपको यह भी बता दें कि द्वार प्रदाय योजना को बेहतर तरीके से संचालित करने के लिए लोक सेवा केंद्रों की संख्या भी बढ़ाई गई है। 326 से 426 कर दी गई है। इन पर हर रोज 20 से 30 हजार आवेदन आते हैं।
24 घंटे में काम न हुआ तो शुल्क का पांच गुना वापस – If work is not done within 24 hours, then five times the fee will be returned
द्वार प्रदाय योजना की एक अहम बात यह है कि यदि आपका कार्य निर्धारित 24 घंटे के भीतर नहीं होता तो आपकी परेशानी के लिए सेवा प्रदाता आपको पांच गुना भुगतान करेगा। जैसे कि सेवाओं के लिए 50 रुपये का भुगतान रखा गया है। यदि आपका काम 24 घंटे में नहीं होता तो सेवा प्रदाता की ओर से आपको 250 रुपये का भुगतान किया जाएगा। इस तरह से यह योजना उपभोक्ताओं के लिए बेहद लाभप्रद है।
द्वार प्रदाय योजना के क्या फायदे हैं? What are the benefits of Dwar Praday Yojana?
इस योजना के लांच होने के बाद से आम आदमी की मुश्किलों का काफी हद तक समाधान हो गया है। अब हम आपको बताएंगे कि द्वार प्रदाय योजना के क्या-क्या लाभ हैं।
- घर बैठे आवेदन की सुविधा।
- घर में इंटरनेट की सुविधा न होने पर लोक सेवा केंद्रों के जरिये आवेदन
- सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने से मुक्ति
- नियमित समय के भीतर सेवा की डिलीवरी
- सेवा डिलीवर न होने पर बदले में फीस का पांच गुना रिफंड
साथियो, आपको बता दें कि अन्य कई राज्यों में भी वहां की सरकारों ने ई सर्विस के माध्यम से लोगों को घर बैठे ऑनलाइन सेवाएं प्रदान करने की सुविधा मुहैया कराई है। हालांकि वहां इस तरह से पांच सुविधाओं को 24 घंटे उपलब्ध कराए जाने की बात नहीं कही गई है। इस द्वार प्रदाय योजना के माध्यम से मध्य प्रदेश सरकार की इच्छा यही है कि वह इन सभी सर्विस वाले राज्यों में सबसे आगे कर राज्य बने।
पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू हुई योजना – The plan started as a pilot project
इस योजना को मध्य प्रदेश सरकार ने इंदौर से शुरू किया है। इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया है। इंदौर से द्वार प्रदाय योजना को शुरू करने की वजह यह मानी जाती है कि इंदौर स्वच्छता के मामले में देश में अव्वल स्थान पर रहा है। यह प्रशासन और स्थानीय नागरिकों की भागीदारी से इस मुकाम तक पहुंचा है। इसलिए इस योजना के माध्यम से सरकार लोगों के साथ मिलकर काम करना चाहती है। ताकि इसके माध्यम से राज्य अग्रणी प्रदेशों में गिना जाए।
द्वार प्रदाय योजना से काम आसान हुआ है, पारदर्शिता भी आई – Dwar Praday Yojana has made work easier, transparency has also come
द्वार प्रदाय योजना से काम बहुत आसान हो गया है। न केवल प्रमाण पत्र बनवाने वालों की सुविधा हुई है बल्कि प्रमाण पत्र बनाने वालों को भी राहत महसूस हुई है। इससे पहले उनके कार्यालयों में यह प्रमाण पत्र बनवाने वालों की भीड़ लगी रहती थी। दूसरे उन्हें संबंधित डाटा जुटाने में फाइलों का अंबार रखना पड़ता था। और तीसरे मैनुअल काम में बहुत देर लगती थी। इस सारे काम को द्वार प्रदाय योजना ने बहुत आसान कर दिया है। इससे उपभोक्ताओं के साथ साथ ही सरकारी ऑफिसों में कर्मचारी भी बेहद राहत महसूस कर रहे हैं।
द्वार प्रदाय योजना से एक फायदा यह भी हुआ है कि इससे भ्रष्टाचार पर लगाम लगी है। क्योंकि इससे पहले व्यक्ति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए कई बार बिचौलियों के संपर्क में आता था और कोई भी काम कराने के लिए कई कर्मचारी सुविधा शुल्क मांगते थे। ऐसे कई केस पहले सामने आ चुके हैं। लिहाजा यह कहना ग़लत न होगा कि ऑनलाइन आवेदन से कम से कम भ्रष्टाचार पर लगाम लगी है और योजना के क्रियान्वयन में पारदर्शिता सुनिश्चित हुई है।
सही जानकारी भरनी जरूरी
योजना के लिए जैसा कि हम पहले भी बता चुके हैं कि आपको आनलाइन आवेदन करना होता है, ऐसे में समस्या भी सामने कई बार आती है। जैसे कि जिन लोगों के पास घर में इंटरनेट नहीं होता और वह आवेदन करने के लिए लोक सेवा केंद्रों की मदद लेते हैं , कई बार सर्वर डाउन होने से या अन्य किसी वजह से लोगों का आवेदन नहीं हो पाता। इसके अलावा एक और बात भी ध्यान रखने वाली है। वो ये है आवेदक को योजना का लाभ उठाने के लिए सही जानकारी भरनी जरूरी है।
यदि वह ऐसा नहीं करता है तो फिर उसको संबंधित प्रमाण पत्र निर्गत नहीं किया जाएगा और फिर यह जिम्मेदारी आवेदक की मानी जाएगी। सेवा प्रदाता कि नहीं। इस तरह आपने देखा कि द्वार प्रदाय योजना बेहद कारगर योजना है। यदि आप मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं और घर बैठे आय या जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के इच्छुक हैं तो देरी कैसी? अपने नजदीकी लोक सेवा केन्द्र पर पहुंचिए। यदि आप स्वयं मध्य प्रदेश में नहीं रहते, वहां आपके परिजन या परिचित हैं तो आप अपने परिचितों/परिजनों को भी इस योजना से अवगत करा सकते हैं, ताकि वह आराम से इस योजना का लाभ उठा सकें।
द्वार प्रदाय योजना से संबंधित प्रश्न उत्तर
मध्य प्रदेश द्वार प्रदाय योजना का लाभ कैसे लें?
इंदौर में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू की गयी इस योजना में स्थानीय निवासी लोक सेवा केंद्र तथा ऐप के द्वारा सेवाओं का लाभ ले सकेंगे।
मुख्यमंत्री द्वार प्रदाय योजना के लाभ क्या है?
ऑनलाइन घर बैठे एक निश्चित समय-सीमा में सेवाओं का लाभ होंगे।
इस योजना का लाभ कहाँ से ले सकतें है?
अभी केवल इंदौर नगर निगम में इस योजना का लाभ ले सकेंगे।
मध्य प्रदेश द्वार प्रदाय योजना की ऑफिसियल वेबसाइट कौन सी है?
food.mp.gov.in/ ऑफिसियल वेबसाइट है।
मित्रों, यह थी द्वार प्रदाय योजना क्या है? Dwar Praday Yojana प्रमाण पत्र पंजीकरण कैसे करें? के बारे में सारी जानकारी। यदि किसी अन्य विषय पर आप हमसे जानकारी चाहते हैं तो हम तक अपना विषय पहुंचा सकते हैं। इसके लिए आपको नीचे दिए गए कमेंट बाक्स में कमेंट करना होगा। यदि आप हमें कोई सुझाव देना चाहते हैं तो उसके लिए भी अपनी बात हम तक नीचे दिए गए कमेंट बाक्स पर कमेंट करके पहुंचा सकते हैं। हमें आपकी अमूल्य प्रतिक्रियाओं का इंतजार है। ।।शुक्रिया।।