इमोजी क्या होता है? | इमोजी के प्रकार इतिहास, भविष्य व महत्व Emoji kya hota hai

|| इमोजी क्या होता है? | Emoji kya hota hai | इमोजी का इतिहास | Emoji history in Hindi | इमोजी का अर्थ क्या होता है? | इमोजी का इस्तेमाल कैसे करें? | इमोजी क्या कार्य करते हैं? ||

Emoji kya hota hai :- आज के समय में हम ऑनलाइन चैट की दुनिया में जिस एक चीज़ का सबसे ज्याद इस्तेमाल करते हैं या जो हम लगातार देखते हैं वह होती है इमोजी। यह एक ऐसी चीज़ है जो शब्दों के बीच में मुस्कुराहट भी ले आती है और हमारा काम भी आसान बना देती (Emoji kya hoti hai) है। अब हम तरह तरह की चीज़ों को प्रदर्शित करने के लिए इमोजी का इस्तेमाल करने लगे हैं। यहाँ तक कि कई कई जगह पर इन इमोजी का इस्तेमाल करना बहुत ही आवश्यक हो चला है।

तो ऐसे में आपके मन में इन इमोजी को लेकर तरह तरह की शंका उठती होगी और आप इसके बारे में और ज्यादा जानना चाहते होंगे। आप सोचते होंगे की आखिरकार यह इमोजी होती क्या है और इनका काम (Emoji matlab kya hota hai) क्या है। तो आज के इस लेख में हम आपके साथ इमोजी के इतिहास, भविष्य, प्रकार, महत्ता इत्यादि के बारे में ही चर्चा करने वाले हैं। आइए जाने इमोजी के बारे में सब कुछ।

इमोजी क्या होता है? (Emoji kya hota hai)

आप हर जगह इमोजी शब्द सुनते होंगे और इनका भरपूर इस्तेमाल होते हुए देखते होंगे। अब यदि आप ऑनलाइन ज्यादा एक्टिव रहते हैं या चैट इत्यादि करते रहते हैं तो आपको इमोजी का मतलब अच्छे से पता (Emoji ka matlab kya hai) होगा। तो यहाँ हम किसी से बात करने के लिए या कुछ पोस्ट करने के लिए शब्दों का इस्तेमाल करते हैं। यह शब्द किसी भी भाषा या लिपि के हो सकते हैं किंतु अपनी बात को प्रभावी तरके से रखने के लिए हम इमोजी का इस्तेमाल करते हैं।

इमोजी क्या होता है इमोजी के प्रकार इतिहास, भविष्य व महत्व Emoji kya hota hai

यह इमोजी और कुछ नहीं बल्कि एक छोटा सा चित्र होता है। जिस प्रकार आप अपनी पहचान के तौर पर अपनी बड़ी फोटो या फ्रेम वाले फोटो ना देकर अपनी पासपोर्ट साइज़ छोटी सी फोटो देते हैं और उससे ही आपकी पहचान सत्यापित हो जाती है। ठीक उसी तरह इस इमोजी का इस्तेमाल किया जाता है। यह कुछ और नहीं बल्कि एक छोटा सा चित्र होता है जिसके द्वारा हम अपनी भावनाएं, किसी चीज़ को प्रदर्शित करना, किसी वस्तु या घटना या अन्य चीज़ की जानकारी देना इत्यादि को दिखाने का कार्य करते हैं।

तो इस इमोजी को हम पिक्चर फॉर्मेट या पिक्टोग्राम, लोगो ग्राम या इडोग्राम से परिभाषित कर सकते हैं जहाँ पर किसी पिक्चर या कोड के माध्यम से एक छोटे चित्र को प्रदर्शित किया जाता है। यह चित्र हम ऑनलाइन किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म, वेबसाइट, ऐप, सॉफ्टवेर इत्यादि पर प्रदर्शित कर सकते हैं। हम चाहे तो इनका प्रिंट आउट भी निकलवा सकते हैं और इन्हें पोस्टर, बैनर, विज्ञापन इत्यादि में भी दिखा सकते हैं।

इमोजी का इतिहास (Emoji history in Hindi)

अब इसका इतिहास तो इंटरनेट और उस पर सोशल मीडिया आदि के उदगम से ही हुआ होगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि जब तक इंटरनेट नहीं था तब तक इमोजी कैसे ही आती। तो सबसे पहले तो इंटरनेट आया और फिर इमोजी। तो पहले यह इमोजी इमोटिकॉन्स के नाम से लांच हुई थी जो कि 1990 का समय काल (Emoji story in hindi) था। इस समय इमोजी जैसा फीचर पहली बार बाजार में लॉन्च हुआ था और उसके बाद इसमें भरमार सी ही आ गयी।

देखते ही देखते हमें कई चीज़ों में इमोजी मिलने लगी। अब यदि हम आज के समय की बात करे तो लगभग हर चीज़ की इमोजी उपलब्ध है। फिर चाहे हम अपनी कोई भावना का प्रदर्शन करना चाहते हो या कुछ और। आपको हर तरह की इमोजी और उसके प्रकार मिल जाएंगे। साथ ही जिनकी इमोजी नही भी है उन पर भी तेजी के साथ काम चल रहा है।

इमोजी के प्रकार (Emoji types in Hindi)

जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि आपको हर तरह की इमोजी देखने को मिल जाएगी तो इसमें भी आपको अलग अलग तरह की श्रेणियां या यूँ कहे की टाइप देखने को मिलेंगे। अब यदि आप चैट करते हुए इमोजी को सर्च भी करेंगे तो आपको यह इनकी श्रेणी या प्रकार में ही नजर (Emoji types and meaning in Hindi) आएगी। ऐसे ही यदि आप ऑनलाइन इमोजी की वेबसाइट पर भी किसी इमोजी को सर्च करना चाहेंगे तो वहां भी इन्हें अलग अलग केटेगरी में बांटा हुआ होगा।

तो इस तरह से इमोजी को उनके प्रकार के अनुसार ही वर्गीकृत करने का काम किया जाता है। तो इमोजी के विभिन्न प्रकारों में कुछ मुख्य प्रकार इस प्रकार हैं:

लोग (People)

इमोजी में सबसे पहला नंबर इन्ही का ही आता है और सर्वाधिक उपयोग में आने वाली इमोजी भी यही होती है। आप भी लगभग इसी तरह की इमोजी का ही बहुतायत में इस्तेमाल करते होंगे। वह इसलिए क्योंकि यह इमोजी भावना अर्थात एक्सप्रेशन से जुड़ी हुई होती है। इसमें आपको मनुष्य के मन की सभी तरह की भावना दिखाई जाती है जैसे की प्रसन्नता, क्रोध, प्रेम, ईर्ष्या, आश्चर्य, सोना, उबाऊ, बोर होना इत्यादि।

तो जब हम किसी से चैट कर रहे होते हैं तो कई बार हम अपनी भावना को शब्दों की बजाए इन्ही इमोजी के माध्यम से ही व्यक्त करने का कार्य करते हैं। इसी के साथ आपको यहाँ पर मनुष्य के विभिन्न रूप भी देखने को मिलते हैं जैसे की कोई स्विम कर रहा है तो कोई पढ़ा रहा है तो कोई दौड़ रहा है तो कोई कुछ कर रहा है। कुल मिलाकर इस तरह की इमोजी में मनुष्य के मन की भावना के साथ साथ उसके विभिन्न रूपों को प्रदर्शित करने का काम किया जाता है।

जीव जंतु (Animals)

अब मनुष्य के बाद अगला नंबर जिसका आता है वह होते हैं जीव जंतु, पेड़ पौधे इत्यादि। तो इस तरह की इमोजी में सभी तरह के जीव जंतुओं और उनके रूप को दिखाने का कार्य किया जाता है जैसे कि गाय, शेर, चीता, बंदर, छिपकली, लोमड़ी, कुत्ता, बिल्ली, चूहा, हाथी, सूअर, बाज, चील, चिड़िया, कबूतर इत्यादि।

इसमें आपको जमीन पर रहने वाले, आकाश में उड़ने वाले और पानी में रहने वाले सभी तरह के जीव जंतु दिख जाएंगे। इनके अलावा पेड़ पौधों के अंगों, प्रकारों, पुष्प, चंद्रमा, सूर्य, बादल तथा प्रकृति से जुड़ी अन्य चीज़े भी इस तरह की इमोजी में प्रदर्शित की जाती है। तो कुल मिलाकर इस तरह की इमोजी में आपको प्रकृति के सभी रूप, उसमे रहने वाले जीव जंतु व पेड़ पौधों के रूप दिखाई देंगे।

खाना (Food)

मनुष्य के द्वारा समय के साथ उन्नति की गयी और उसने खेती करना सीखा। खेती के द्वारा उसने कई तरह के अन्न को उगाने का कार्य किया और उस अन्न की सहायता से हम कई तरह के व्यंजनों का निर्माण करने लगे। आज के समय में नाना प्रकार के व्यंजन व पेय पदार्थ उपलब्ध है और हम उनका दिन रात भोग करते हैं।

तो अब उन्ही व्यंजनों को इमोजी के माध्यम से भी दिखाने का काम किया जाता है। इसमें आपको कच्ची सब्जियां व फल जैसे कि आलू, टमाटर, खीरे, बैंगन, लौकी, केला, सेब, आम इत्यादि देखने को मिलेंगे। इसी के साथ आपको तैयार होती या तैयार हुई डिश, पेय पदार्थ, पानी, मदिरा, रस इत्यादि सभी तरह की खाने पीने की आइटम दिखाई देंगी।

गतिविधियाँ (Activities)

इमोजी के माध्यम से हमने मनुष्य, जीव जंतु, पेड़ पौधों, प्रकृति तथा खाने को दिखा दिया। तो अब बारी आती है मनुष्य के द्वारा की जाने वाली विभिन्न तरह की गतिविधियों को प्रदर्शित करने की। जैसे कि हम मनुष्य कई तरह के खेल खेलते हैं जिनमे क्रिकेट, फुटबॉल, बास्केट बॉल, बैडमिंटन, वॉली बॉल इत्यादि प्रमुख है तो उनके सिंबल या खेल के आइटम इसके द्वारा दिखाए जाते हैं।

इनके द्वारा मनुष्य को व्यायाम करते, योग करते, ध्यान करते, बॉक्सिंग करते इत्यादि कई तरह की गतिविधियाँ करते हुए दिखाया जाता है। इसके अलाव संगीत के तरह तरह के उपकरण व यंत्र भी इसके माध्यम से दिखाए जाते हैं। इसमें आपको घर पर खेले जा सकने वाले खेल जैसे कि लूडो, शतरंज, कैरम इत्यादि भी देखने को मिलेंगे।

यात्रा (Travel)

अब मनुष्य के द्वारा तरह तरह की यात्रा की जाती है और अलग अलग स्थानों पर जाया जाता है। तो उसके द्वारा यात्रा करने के कई साधन होते हैं जैसे कि साइकिल, बाइक, स्कूटर, कार, जीप, ट्रेन, हवाई जहाज, जहाज, ट्रक, बस, मेट्रो, इत्यादि। तो इन सभी को इसके द्वारा दिखाया जाता है तथा जो अन्य साधन होते हैं उन्हें भी इस तरह की इमोजी में जगह दी गयी है।

इनके अलावा मनुष्य जहाँ जहाँ जाता है या प्रकृति में जो जो चीज़े देखने लायक है जैसे की पहाड़, समुंद्र, मरुस्थल, बर्फ, उद्यान, घर, कार्यालय, बड़ी बिल्डिंग, मंदिर, धर्म स्थल, संसद, टेंट, सूर्योदय, सूर्यास्त, चंद्रमा, तारे इत्यादि इसी इमोजी के माध्यम से दिखाए जाते हैं।

वस्तुएं (Objects)

अब मनुष्य के द्वारा अपने दैनिक जीवन के साथ साथ कई अन्य आवश्यक या मूलभूत वस्तुयों का इस्तेमाल किया जाता है। यह वस्तु तो नाना तरह की और असंख्य हो सकती है तो आपको लग रहा होगा की क्या हर तरह की वस्तु को इस इमोजी के माध्यम सेजोड़ा गया है!! यदि आप ऐसा सोच रहे हैं तो आप गलत है क्योंकि ऐसा किया जाना लगभग असंभव होता है।

तो इसमें कुछ ऐसी वस्तुओं को जोड़ा गया है जो किसी धर्म, मनुष्य जाति, मजहब, देश, दैनिक क्रिया, शिक्षा इत्यादि से जुड़ी हुई मुख्य चीज़े होती है। उदाहरण के रूप में यहाँ आपको पुस्तक, कलम, बन्दूक, बम, तलवार, घड़ी, मोबाइल, लैपटॉप, कंप्यूटर, कैमरा, टोर्च, प्लग, पैसे, धन, दवाई, सुई, चाबी इत्यादि कई तरह की वस्तुएं दिखाई देंगी।

चिन्ह (Symbols)

अब हम अपने दैनिक जीवन में कही बाहर निकलते हैं तो हमे सड़क किनारे, विज्ञापन के माध्यम से या हम एक दूसरे को कोई बात कहने के लिए कितने ही सिंबल का इस्तेमाल करते होंगे। जैसे किसी को कॉल करने के लिए कहना है तो हम उसे हाथ को कान के पास ले जाकर एक सिंबल बनाते हैं और उसे कॉल करने को कहते हैं। ठीक उसी तरह सड़क पर चलते समय हमें यातायात से जुड़े कई तरह के सिंबल देखने को मिलते होंगे।

तो इस तरह से इन सभी सिंबल को इस तरह की इमोजी के माध्यम से समेटा गया है। यहाँ पर आपको मुख्य तौर पर हर तरह के प्रसिद्ध सिंबल मिल जाएँगे। जैसे कि यातायात से जुड़े हर तरह के सिंबल, दिल के अलग अलग रंग, टूटा हुआ दिल, धर्म से जुड़े सिंबल, देश से जुड़े सिंबल, राशि से जुड़े सिंबल, समय बताती घड़ी इत्यादि कई तरह के चिन्ह देखने को मिलेंगे।

ध्वज (Flags)

अंत में आते है हर देश के राष्ट्रीय ध्वज। तो इस दुनिया में कुल मिलाकर 195 देश है और हर देश का अपना राष्ट्रीय ध्वज होता है। तो ऐसे में हर देश के राष्ट्रीय ध्वज को भी इन इमोजी में सम्मिलित किया गया है। यहाँ तक कि इसके लिए एक अलग श्रेणी बनाई गयी है जहाँ पर आपको हर देश से जुड़े ध्वज मिल जाएंगे। ऐसे में आप जिस भी देश से संबंध रखते हैं या जिस भी देश का राष्ट्रीय ध्वज भेजना चाहते हैं, आपको बस वह चुनना होगा और आगे भेज देना होगा।

इमोजी के रंग

समय के साथ साथ इमोजी में तरह तरह के बदलाव किये गए और अब हम इसमें कई तरह के रंग देख सकते है। तो हम देखते है कि अलग अलग देशो के लोगों की त्वचा का रंग अलग अलग होता है। कही के लोग एकदम ही सफेद रंग के होते है तो कही एकदम काले रंग के तो कही सांवले रंग के। तो अलग अलग देशो के लोगों की त्वचा के रंगों में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते है।

अब इसी को देखते हुए ही इमोजी में भी बदलाव किये गए। जो भी इमोजी मनुष्य, उसके बॉडी पार्ट्स या गतिविधियों से जुड़ी हुई थी जिसमे मनुष्य कुछ करता हुआ पाया जाता है तो उसमे आपको एक से अधिक रंग की इमोजी चुनने को मिलेगी। इन इमोजी पर जैसे ही आप क्लिक करेंगे तो यह पहले आपसे उसका रंग चुनने को कहेगा। जैसे ही आप उसका रंग चुन लेंगे तो वह हमेशा उसी रंग की इमोजी ही उसके लिए चुना करेगा।

इमोजी क्यों इस्तेमाल की जाती है? (Emoji use in Hindi)

आपको यह भी जानना चाहिए की आखिरकार क्यों हम लोग इमोजी का इतना इस्तेमाल करते हैं या फिर इसका इस्तेमाल किन वजहों से किया जाता है। तो अब हम मनुष्य जब आमने सामने बात कर रहे होते हैं तब हम अपने चेहरे के हाव भाव से दूसरों को बता देते हैं कि हम कैसा महसूस कर रहे हैं या उस समय हमारे एक्सप्रेशन (What are emoji used for in Hindi) कैसे हैं। अब हम फोन पर बात कर रहे होते हैं तो हम अपनी आवाज के द्वारा इसे जता देते हैं।

किंतु जब हम चैट के माध्यम से बात कर रहे होते हैं या कोई स्टेटस या स्टोरी पोस्ट कर रहे होते हैं तो हम इन भावो को किस तरह से प्रदर्शित कर पाएंगे। तो इसके लिए ही हम इन इमोजी का सहारा लेते हैं ताकि अपनी बात और भावना को प्रभावी ढंग से प्रदर्शित करने का कार्य किया जा सके। इसके लिए हम तरह तरह के एक्सप्रेशन वाली इमोजी को अपने शब्दों के साथ जोड़ कर अपनी भावना को व्यक्त कर पाने में सक्षम होते हैं।

इमोजी का महत्व (The importance of emojis in Hindi)

ऑनलाइन चैटिंग या डिजिटल वर्ल्ड में इमोजी का अत्यधिक महत्व देखने को मिलता है। अब तो बड़ी से बड़ी कंपनी, सरकारों, व्यापार इत्यादि ने भी इन इमोजी के महत्व को समझ लिया है। वह इसलिए क्योंकि यदि हम सीधे शब्दों के माध्यम से अपनी बात को कहेंगे या रखेंगे तो वह सामने वालो के मन में वह छाप ना छोड़ पाए जितना इमोजी के साथ लिखे गए शब्द होते (Importance of emoji in social media in Hindi) हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आपको सामने वाले को इम्प्रेस या आकर्षित करना है तो आपको अपने शब्दों के साथ इमोजी को जोड़ना ही होगा।

यही कारण है कि आप लगभग हर स्टेटस, पोस्ट, स्टोरी, बात, फोटो, विडियो इत्यादि में तरह तरह की इमोजी को इस्तेमाल होते हुए देखते होंगे। पिछले कुछ वर्षों में इन इमोजी का इस्तेमाल अपने प्रोडक्ट या सेवा का advertisement करने या उनके पोस्टर या बैनर बनवाने में भी किया जा रहा है। इसके द्वारा संभावित ग्राहकों को प्रभावी ढंग से आकर्षित करने का कार्य किया जाता है।

साथ ही हम किसी से चैट करते हुए यदि इमोजी को भेजते रहते हैं तो इससे सामने वाला व्यक्ति हमारी भावना को समझते हुए ही रिप्लाई करता है और बात को महत्ता देता है। यदि आप किसी के साथ बिना इमोजी के चैटिंग कर रहे हैं तो सामने वाले के मन में आपके प्रति बोरियत का अहसास होने लगता है। तो अब आप इसी से अनुमान लगा सकते हैं कि इमोजी का महत्व कितना अधिक बढ़ चुका है।

इमोजी का भविष्य

इमोजी का भविष्य बहुत ही सुनहरा है। समय के साथ साथ इसमें कई तरह के बदलाव देखने को भी मिले हैं और बढ़ती हुई तकनीक के माध्यम से इमोजी में भी आगे कई तरह के बदलाव देखने को मिल सकते हैं। अभी तक इमोजी हिलती डुलती नहीं थी लेकिन अब ऐसी इमोजी आने लगी है जो किसी भावना को बताने के साथ साथ उसे करके भी दिखाती है। इसे हम इमोजी का विडियो रूप या GIF रूप भी कह सकते हैं जिसमे वह इमोजी एक ही चीज़ को बार बार कर रही होती है।

साथ ही आगे चल कर और भी इमोजी इसमें जुड़ने वाली है। इसमें कई तरह की नयी श्रेणियां भी बन सकती है और उसमे तरह तरह की इमोजी को जोड़ने का कार्य किया जा सकता है। ऐसे में बदलती हुई तकनीक के साथ यह कहना और अनुमान लगाना बहुत ही कठिन है कि आगे चल कर इन इमोजी में किस तरह के और कैसे बदलाव देखने को मिल सकते हैं।

इमोजी के नुकसान (Negative effects of emojis in Hindi)

वैसे तो इमोजी के कोई नुकसान नहीं होते हैं लेकिन यदि आप किसी चीज़ में आवश्यकता से अधिक इमोजी का इस्तेमाल करते हैं तो अवश्य ही इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ (Emojis disadvantage in Hindi)सकता है। किसी भी जगह इमोजी की संख्या एक सीमित संख्या में ही अच्छी लगती है। ऐसे में यदि आप शब्दों से ज्यादा इमोजी को महत्ता देंगे तो यह सामने वाले पर सकारात्मक प्रभाव छोड़ने की बजाए नकारात्मक प्रभाव भी छोड़ सकती है।

ठीक उसी तरह यदि आप किसी से चैटिंग करते समय बात बात पर उसे कई तरह की इमोजी भेज रहे हैं या हर एक दो पंक्ति के बाद इमोजी का इस्तेमाल कर रहे हैं तो सामने वाला व्यक्ति आपसे irritate हो सकता है और आपसे बात करना बंद कर सकता है। वह आपको साइको या पागल भी समझ सकता है जिसे बात बात पर इमोजी इस्तेमाल करने की आदत है। इसलिए आपको सीमित संख्या में ही इन इमोजी का इस्तेमाल करना चाहिए और शब्दों को ज्यादा महत्ता देनी चाहिए।

इमोजी क्या होता है – Related FAQs

प्रश्न: इमोजी क्या कार्य करते हैं?

उत्तर: इमोजी मनुष्य की भावनाओं और गतिविधियों को व्यक्त करने का कार्य करते हैं।

प्रश्न: इमोजी का इस्तेमाल कैसे करें?

उत्तर: आप जो बात कहना चाह रहे हैं या लिखना चाह रहे हैं, उसी बात से संबंधित किसी इमोजी का इस्तेमाल करे।

प्रश्न: इमोजी का अर्थ क्या होता है?

उत्तर: इमोजी का अर्थ होता है अपनी भावना को छोटे से चित्र के माध्यम से व्यक्त करना।

प्रश्न: इमोजी का उपयोग कब करते हैं?

उत्तर: इमोजी का उपयोग अपनी बात को प्रभावी ढंग से व्यक्त करने के लिए करते हैं।

https://www.youtube.com/watch?v=nPMzLNcUhc4

तो इस तरह से आज के इस लेख में आपने जाना कि इमोजी क्या होती है, उसका आप किस तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं, इमोजी का इतिहास क्या था और इमोजी के कितने तरह के और कौन कौन से प्रकार होते हैं। अंत में आपने इमोजी का महत्व, भविष्य व नुकसान भी जान लिए हैं।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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