इंजन ऑयल का बिज़नेस कैसे करें? | निवेश, प्रॉफिट व लाइसेंस | Engine oil ka business kaise kare

|| इंजन ऑयल का बिज़नेस कैसे करें? | Engine oil ka business kaise kare | इंजन ऑयल क्या होता है? | इंजन ऑयल का बिज़नेस क्या होता है? | Lubricant oil business plan in Hindi | Engine oil business profit margin | इंजन ऑयल का बिज़नेस शुरू करने में आने वाला खर्चा |

Engine oil ka business kaise kare :- यदि आप आज के समय में अपने घर से बाहर निकलेंगे तो देखेंगे कि सडकों पर दौड़ने वाले वाहनों की संख्या बढ़ते ही जा रही है। पहले सभी के घर में बाइक या साइकिल ही होती थी लेकिन अब उसकी जगह कार व बाइक ने ले ली है। पहले जिस गली में एक या दो कार खड़ी दिखती थी अब वही गली कार से भरी हुई दिखती (engine oil business ideas in Hindi) है। इतना ही नहीं अब तो एक ही व्यक्ति के पास या एक ही घर में कई कार होने लगी है। यही कारण है कि वाहनों की बिक्री में बहुत ज्यादा वृद्धि देखने को मिली है।

अब वाहनों की इतनी अधिक संख्या में बिक्री हो रही है तो उससे जुड़े अन्य बिज़नेस की वृद्धि होना भी लाजमी है। उदाहरण के रूप में वाहनों के स्पेयर पार्ट्स, पेट्रोल, डीजल, इंजन ऑयल इत्यादि। आज के इस लेख में हम इंजन ऑयल के बारे में ही बात करने वाले (engine oil business plan in India in Hindi) हैं। बहुत से ऐसे लोग होते हैं जो अपने शहर में इंजन ऑयल का बिज़नेस करके बहुत ज्यादा पैसा कमा रहे होते हैं तो आप क्यों पीछे रहें!! आप भी तो इंजन ऑयल का बिज़नेस करके कुछ ही समय में बहुत ज्यादा पैसा कमा सकते हैं।

आज का यह लेख इसी को ही ध्यान में रख कर लिखा गया है जिसकी सहायता से आप यह जान पाएंगे कि यदि आपको इंजन ऑयल का बिज़नेस शुरू करना (Lubricant oil business plan in Hindi) है तो उसके लिए क्या कुछ करना होता है। इसके लिए आपको हमारे द्वारा लिखा गया यह लेख पूरे ध्यान के साथ पढ़ना चाहिए ताकि कोई भी जानकारी रहने ना पाए। आइए जाने कैसे आप खुद का इंजन ऑयल का बिज़नेस शुरू कर लाभ कमा सकते हैं।

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इंजन ऑयल का बिज़नेस कैसे करें? (Engine oil ka business kaise kare)

इंजन ऑयल का बिज़नेस शुरू करने से पहले आपको इंजन ऑयल के बारे में जानना जरुरी होता है तभी आप इसे सही तरीके से शुरू कर सकते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आपको वाकई में इंजन ऑयल का बिज़नेस शुरू करना है तो यह इंजन ऑयल होता क्या है और यह क्या कुछ काम करता है या फिर यह किस किस चीज़ में इस्तेमाल में लाया जाता है, जैसी जानकारी को पहले ही ले लिया जाए तो बेहतर रहता है। इसके अलावा आप इसे अपने शहर में कहां और किस प्लानिंग के तहत खोलने वाले हैं और आपकी स्ट्रेटेजी क्या रहेगी, इसको जानना भी जरुरी होता है।

Engine oil ka business kaise kare

किसी भी बिज़नेस को शुरू किये जाने से पहले उसके बारे में पूरी रिसर्च कर ली जाए और तभी उसको शुरू किया जाए तो उस बिज़नेस के सफल होने की संभावना कई गुणा बढ़ जाती है। अब यही बात इंजन ऑयल पर भी लागू होती है क्योंकि यह बिज़नेस भी बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण और जरुरी होता है। तो इस लेख में हम आपके साथ इस बात पर विस्तार से चर्चा करेंगे और आपको बतायेंगे कि आखिरकार किस तरह से आप खुद का इंजन ऑयल का बिज़नेस शुरू कर सकते हैं।

इंजन ऑयल क्या होता है? (Engine oil kya hota hai)

जैसा कि इसके नाम से ही पता चल रहा है कि यह किसी इंजन का तेल होता है जो उसे चलाने में मदद करता है। अब आप चाहे किसी भी तरह का वाहन ले लें फिर चाहे वह छोटा हो या बड़ा, उदाहरण के तौर पर वह बाइक, स्कूटी, कार, जीप, बस, ट्रक इत्यादि कुछ भी हो सकता है। तो यह सभी वाहन चलते कैसे हैं? आपका उत्तर होगा पेट्रोल या डीजल लेकिन यह पूरा उत्तर नहीं है। दरअसल इस वाहन को दौडाने में उसमें लगे इंजन की ही महत्वपूर्ण भूमिका होती है और पेट्रोल डीजल तो बस एक स्रोत होते हैं।

अब यदि हम उस इंजन की सर्विस करवाए बिना ही उसे चलाते रहेंगे तो वह वाहन कुछ ही महीनों में खराब हो जाएगा और दौड़ना बंद कर देगा। वह इसलिए क्योंकि उसका इंजन व अन्य पार्ट्स जाम हो जाएंगे जिस कारण वह ख़राब हो जाएगा। अब उसे काम करने लायक बनाए रखने के लिए सर्विस करवानी होती है और इसी सर्विस में ही उसके इंजन में इंजन ऑयल को डाला जाता है जो उसे घर्षण बल देता है।

अब यह इंजन ऑयल केवल वाहन के इंजन में ही नहीं डाला जाता है बल्कि उसे ब्रेक, रेस इत्यादि कई चीजों में डाला जाता है ताकि सभी चीजें सुचारू रूप से काम करती रहे और उनमें किसी तरह की अड़चन ना आने पाए। इस तरह से आप यह जान गए होंगे कि यह इंजन ऑयल क्या होता है और किसी भी वाहन को सही रखने में इसकी कितनी बड़ी भूमिका होती है।

इंजन ऑयल का बिज़नेस क्या होता है? (Engine oil business in Hindi)

अब बात करते हैं कि आखिरकार यह इंजन ऑयल का बिज़नेस होता क्या है या फिर इसके अंतर्गत होता क्या है। तो यहाँ हम आपको बता दें कि यह एक ऐसा बिज़नेस है जिसमें आप किसी कंपनी का या एक से अधिक कंपनी का इंजन ऑयल अपनी दुकान पर बेचा करेंगे। आपके शहर में जगह जगह वाहनों की सर्विस का काम होता होगा और वह हर दुकान अपने यहाँ पर तरह तरह के इंजन ऑयल को रखती होगी। ऐसे में उनके द्वारा इस इंजन ऑयल को कहां से ख़रीदा जाता होगा? तो इसका उत्तर होगा ऐसे व्यक्ति से जो उस शहर में इंजन ऑयल का बिज़नेस कर रहा होता है।

इसी के साथ साथ ग्राहक सीधे तौर पर भी इंजन ऑयल का बिज़नेस कर रहे व्यक्ति से उसे खरीदते हैं और अपने वाहन के इंजन व अन्य जगहों पर डालते हैं। तो इसमें एक ही तरह के इंजन ऑयल नहीं आते हैं बल्कि उसमें कई तरह के प्रोडक्ट्स आते हैं। उदाहरण के तौर पर इंजन में डाला जाने वाला तेल अलग होता है तो अलग स्पेयर पार्ट्स में डाला जाने वाला तेल अलग होता है तो वहीं ग्रीस जैसे उत्पाद भी होते हैं।

अब जो व्यक्ति इन प्रोडक्ट्स के निर्माण का या इन्हें बेचने का कार्य कर रहा होता है उसे ही इंजन ऑयल का बिज़नेस करने वाला व्यक्ति कहा जाता है। जो व्यक्ति इसके निर्माण का कार्य कर रहा होता है उसे हम इंजन ऑइल बनाने वाला व्यक्ति या बिज़नेस कह सकते हैं और जो व्यक्ति इसे दुकान खोल कर बेचने का काम कर रहा होता है उसे हम इंजन ऑयल का बिज़नेस करने वाला व्यक्ति कह सकते हैं।

इंजन ऑयल का बिज़नेस क्यों करें? (Is engine oil business profitable)

आपको यह भी जानना चाहिए कि आखिरकार क्यों आपको इंजन ऑयल का बिज़नेस ही करना चाहिए ताकि आपको यह पता चल सके कि इस तरह का बिज़नेस शुरू करने से आपको क्या कुछ फायदा हो सकता है। ऐसे में आप यह जान लें कि लोगों के द्वारा वाहनों को खरीदने की क्षमता बढ़ते ही जा रही है। आज के समय में बिना वाहन के तो कोई भी काम संभव नहीं होता है और इसे ख़रीदा जाना बहुत ही जरुरी होता है। साथ ही अब यह लग्जरी ना रह कर आवश्यकता की वस्तु बन चुकी है।

साथ ही ऐसे लोग जिनके पास अधिक पैसा आ जाता है वे अपने पुराने वाहनों को बेच कर उससे बढ़िया वाहन ले लेते हैं या फिर एक से अधिक वाहन खरीद लेते हैं। अब वाहनों की इतनी ज्यादा बिक्री हो रही है तो अवश्य ही जो इंजन ऑयल का बिज़नेस कर रहे हैं उनकी बिक्री भी हुआ करेगी। इसलिए आपको इस बात की चिंता करने की बिल्कुल भी जरुरत नहीं है कि आपको इंजन ऑयल का बिज़नेस शुरू करना चाहिए या नहीं।

इंजन ऑयल का बिज़नेस शुरू करने के लिए लोकेशन (Engine oil business location)

आपको यह भी देखना होगा कि आप अपने शहर में किस जगह पर इंजन ऑयल का बिज़नेस शुरू करने जा रहे हैं और उसके लिए पर्याप्त जमीन कहां से आएगी। इंजन ऑयल का बिज़नेस शुरू करने के लिए या उसके लिए दुकान खोलने के लिए कोई ज्यादा बड़ी जमीन की जरुरत नहीं होती है और आप एक छोटी दुकान भी खोल सकते हैं जहाँ पर आप आवश्यक सामग्री रख कर उसे बेचने का काम कर सके।

तो यदि हम इंजन ऑयल का बिज़नेस शुरू करने के लिए दुकान के आकार की बात करें तो उसे कम से कम 250 वर्ग फुट का होना तो जरुरी होता है। अब यह आप पर निर्भर करता है कि आप इससे कितनी बड़ी दुकान खोल कर इंजन ऑयल का बिज़नेस करना चाहते हैं। सामान्य तौर पर इंजन ऑयल की दुकान का आकार 500 वर्ग फुट के आसपास का होता है।

इंजन ऑयल का बिज़नेस शुरू करने में आने वाला खर्चा (Engine oil business investment)

इसके लिए आपको निवेश भी करना होगा क्योंकि बिना निवेश के तो कोई भी बिज़नेस शुरू नहीं किया जा सकता है फिर चाहे वह बात इंजन ऑयल की हो रही हो या किसी अन्य बिज़नेस की। हालाँकि इंजन ऑयल का बिज़नेस शुरू करने में आने वाली लागत अन्य बिज़नेस की तुलना में इतनी अधिक नहीं होती है और आप सामान्य स्तर पर भी इसकी शुरुआत कर सकते हैं।

ऐसे में यदि आप सामान्य स्तर पर इंजन ऑयल का बिज़नेस शुरू करने का सोच रहे हैं तो आपको लगभग एक लाख रुपए के आसपास का ही निवेश करना पड़ सकता है। किसी किसी स्थिति में यह निवेश इससे भी कम हो सकता है और यह आपके शहर के प्रकार, जगह की कीमत इत्यादि कई कारकों पर निर्भर करता है। वहीं यदि आप बड़े स्तर पर इंजन ऑयल का बिज़नेस शुरू करने का मन बना रहे हैं तो इसमें आपका 5 से 10 लाख रुपए तक का खर्च हो सकता है।

इंजन ऑयल का बिज़नेस करने के लिए लाइसेंस व रजिस्ट्रेशन करवाना (Engine oil business licence and registration)

अब यदि आपको इंजन ऑयल का बिज़नेस करने के लिए अपनी दुकान खोलनी है तो उसके लिए आवश्यक लाइसेंस लेना और दुकान का पंजीकरण करवाया जाना भी बहुत जरुरी होता है। इसके लिए आपको अपने राज्य के संबंधित विभाग में जाकर आवेदन देना होगा और उन्हें अपने बिज़नेस से संबंधित सभी तरह के दस्तावेज उपलब्ध करवाने होंगे। वे आपके सभी तरह के दस्तावेजों की पूर्ण जांच करेंगे और उसके बाद ही आगे की कार्यवाही करेंगे।

यदि सब कुछ सही रहता है और बात बन जाती है तो आपको आवश्यक लाइसेंस दे दिया जाएगा। अब इसके लिए कुछ शुल्क को चुकाए जाने की भी जरुरत होती है और उसके बाद ही आपको लाइसेंस मिल पाता है। साथ के साथ आप अपनी दुकान का पंजीकरण भी करवा लेंगे तो बेहतर रहेगा।

इंजन ऑयल कंपनी की फ्रैंचाइज़ी लेना (Engine oil business franchise)

वैसे तो आप अपनी दुकान खोल कर वहां पर किसी भी इंजन ऑयल की कंपनी का काम कर सकते हैं या फिर सभी का ही तेल रख सकते हैं लेकिन यह जरुरी नहीं होता है। बहुत से लोग अपने शहर में किसी प्रसिद्ध इंजन ऑयल कंपनी की फ्रैंचाइज़ी भी ले लेते हैं और केवल उसी का ही इंजन ऑयल बेचने का काम करते हैं। एक तरह से उन्हीं के पास ही उस कंपनी की डीलरशिप अपने शहर में होती है।

तो अब यह पूर्ण रूप से आप पर ही निर्भर करता है कि आप किस तरह से इस पर आगे बढ़ते हैं और इंजन ऑयल का बिज़नेस करने के लिए अपनी दुकान खोलते हैं या फिर किसी प्रसिद्ध इंजन ऑयल कंपनी की फ्रैंचाइज़ी लेकर बिज़नेस को आगे बढाते हैं। आपको दोनों ही तरीकों से फायदा हो सकता है लेकिन इसके लिए नियम व शर्ते भिन्न भिन्न होती है। ऐसे में सोच समझ कर ही निर्णय लेंगे तो बेहतर रहेगा।

इंजन ऑयल का बिज़नेस करने के फायदे क्या हैं? (Engine oil business benefits in Hindi)

इंजन ऑयल का बिज़नेस शुरू करने के बहुत ज्यादा फायदे देखने को मिलते हैं। इसका सबसे बड़ा फायदा तो यही है कि यह हर वाहन में डाला जाना जरुरी होता है और बिना इसके कोई भी वाहन नहीं चल सकता है। यही कारण है कि इंजन ऑयल की बिक्री में इतनी ज्यादा तेजी देखने को मिल रही है और हर शहर में इंजन ऑयल की कई सारी दुकानें खुल चुकी है। अब इतनी ज्यादा दुकाने खुल रही है तो अवश्य ही उसकी बिक्री भी बढ़ रही होगी और उन दुकानदारों का लाभ भी हो रहा होगा।

इसके अलावा हर इंजन ऑयल की कंपनी अपना इंजन ऑयल बेचे जाने पर बहुत ज्यादा मार्जिन व अन्य सुविधाएँ देती हैं। ऐसे में आपके सामने कई तरह की कंपनियों के इंजन ऑयल को बेचे जाने की सुविधा उपलब्ध होगी। आपको बस यह देखना होगा कि आपका किस कंपनी का इंजन ऑयल को बेचने पर सबसे ज्यादा लाभ हो रहा है लेकिन इसी के साथ आपको यह भी देखना होगा कि किस तरह के इंजन ऑयल की मांग बाजार में सबसे ज्यादा है।

इंजन ऑयल के बिज़नेस की मार्केटिंग करना (Engine oil business marketing strategy)

इंजन ऑयल का बिज़नेस शुरू करने के बाद उसकी मार्केटिंग की जानी भी बहुत जरुरी होती है। बिना मार्केटिंग या प्रोमोशन किये किसी भी बिज़नेस का सफल होना बहुत ही मुश्किल हो जाता है और इसके लिए एक सही स्ट्रेटेजी के अनुसार कार्य किया जाना जरुरी होता है। इसके लिए आपको अपने शहर के सभी ऐसे दुकानदारों जो वाहनों की सर्विस का काम कर रहे हैं, उनसे संपर्क करना होगा और उन्हें आपके यहाँ से इंजन ऑयल खरीदने के लिए प्रोत्साहित करना होगा।

इसके लिए आपको तरह तरह की स्कीम लॉन्च करनी होगी ताकि ज्यादा से ज्यादा दुकानदार आपसे आकर्षित हो और आगे से आपके यहाँ से ही इंजन ऑयल की खरीदी करें। इसके अलावा बहुत सी ऐसी चीजें होती हैं जिनकी सहायता से आप अपने प्रोडक्ट या बिज़नेस की मार्केटिंग कर सकते हैं जैसे कि जगह जगह अपने बिज़नेस के पोस्टर छपवा कर बंटवाना या उनके होअर्डिंग लगवाना इत्यादि। इस तरह से आप अपने इंजन ऑयल की सफल मार्केटिंग कर पाएंगे।

इंजन ऑयल के बिज़नेस में बनने वाला मार्जिन (Engine oil business profit margin)

अंत में बात आती है इंजन ऑयल में बनने वाले मार्जिन के बारे में जानने की। तो यहाँ हम आपको बता दें कि आप किसी भी कंपनी का इंजन ऑयल बेचें या उसकी फ्रैंचाइज़ी लें, आपका मार्जिन 7 से 12 प्रतिशत के बीच में ही होगा। अब कोई इंजन ऑयल की कंपनी इसके लिए 7 प्रतिशत का मार्जिन देती है तो कोई 10 प्रतिशत तो कोई 12 प्रतिशत भी दे देती है। यह पूर्ण रूप से उस इंजन ऑयल की कंपनी की बाजार में प्रभुता, उसकी मांग इत्यादि कई कारकों पर निर्भर करती है। कुल मिलाकर आप इसमें अच्छा खासा मार्जिन कमाने वाले हैं।

इंजन ऑयल का बिज़नेस कैसे करें – Related FAQs

प्रश्न: भारत का नंबर वन इंजन ऑयल कौन सा है?

उत्तर: भारत का नंबर वन इंजन ऑयल कैस्ट्रोल पॉवर है।

प्रश्न: इंजन ऑयल की वैलिडिटी कितनी होती है?

उत्तर: इंजन ऑयल की वैलिडिटी 6 महीने के आसपास की होती है।

प्रश्न: सबसे बढ़िया इंजन ऑयल कौन सा है?

उत्तर: सबसे बढ़िया इंजन ऑयल कैस्ट्रोल पॉवर है।

प्रश्न: इंजन ऑयल कब बदलना चाहिए?

उत्तर: इंजन ऑयल 6 महीने के बाद बदलना चाहिए।

इस तरह से आज के इस लेख के माध्यम से आपने जाना कि इंजन ऑयल क्या होता है, इंजन ऑयल का बिज़नेस कैसे शुरू किया जा सकता है, उसके लिए किस किस सामान की और अन्य चीज़ों की जरुरत होती है और आपको इंजन ऑयल का बिज़नेस शुरू करने पर कितना तक लाभ हो सकता है इत्यादि।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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