फॉरेस्ट ऑफिसर कैसे बने? |शैक्षिक योग्यता, कार्य, आयु सीमा व सैलरी | Forest officer kaise bane

|| फॉरेस्ट ऑफिसर कैसे बने? | Forest officer kaise bane | Forest officer banne ke bare mein jankari | Forest officer kaun hota hai | Forest officer qualifications in Hindi |

Forest officer kaise bane :- अब चाहे आप फॉरेस्ट ऑफिसर कह दें या वन अधिकारी क्योंकि दोनों का अर्थ एक ही होता है। भारत देश में केंद्र सरकार के द्वारा सबसे ऊँचे पद के अधिकारियों के लिए तीन तरह की परीक्षा का आयोजन करवाया जाता है जिसके तहत आईएएस, आईपीएस व आईएफओएस की भर्ती की जाती (Forest officer kaise bane in Hindi) है। इसमें जो पद आईएफओएस का होता है उसके तहत ही फॉरेस्ट ऑफिसर की भर्ती की जाती है। इसे अंग्रेजी में IFoS के नाम से लिखा जाता है। एक तरह से इसकी परीक्षा को भी बहुत महत्वपूर्ण रखा गया है क्योंकि इन्हें उस जगह का नियंत्रण करना होता है जहाँ मनुष्य का कानून नहीं चल पाता है।

बहुत से लोग होते हैं जिन्हें जंगल, पेड़, पौधों, पशुओं, पक्षियों इत्यादि से प्रेम होता है और वे वनों को सरंक्षित रखने के प्रयास करते (Forest officer banne ke bare mein jankari) हैं। तो यदि आप भी उन्हीं में से एक है और फॉरेस्ट ऑफिसर बनने को इच्छुक हैं तो आज आप बिल्कुल सही जगह पर आये हैं। आज के इस लेख को पढ़ कर आपको यह भलीभांति आईडिया हो जाएगा कि किस तरह से आप भी एक सफल वन अधिकारी बन सकते हैं। आइए जाने फॉरेस्ट ऑफिसर बनने के लिए आपको क्या कुछ करना होगा।

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फॉरेस्ट ऑफिसर कैसे बने? (Forest officer kaise bane)

फॉरेस्ट ऑफिसर बनना कोई चुटकियों का काम नहीं है और इसके लिए बहुत मेहनत करने की जरुरत होती है। वह इसलिए क्योंकि भारतीय संविधान में यह एक बहुत बड़ा पद माना गया है जिसके ऊपर जंगल की देखरेख की जिम्मेदारी होती (Forest officer banne ke liye kya kare) है। जिस प्रकार सरकार आईएएस की परीक्षा आयोजित करवाती है और उनके जरिये जिन अधिकारियों को चुना जाता है उनके ऊपर एक शहर के प्रबंधन की जिम्मेदारी होती है। ठीक उसी तरह एक फॉरेस्ट ऑफिसर के ऊपर भी बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है।

फॉरेस्ट ऑफिसर कैसे बने शैक्षिक योग्यता, कार्य, आयु सीमा व सैलरी Forest officer kaise bane

इसके लिए सरकार के द्वारा UPSC के अंतर्गत ही परीक्षा को आयोजित करवाया जाता है जिसे UPSC फॉरेस्ट ऑफिसर की परीक्षा कहा जाता है। इसके तहत आपको प्रीलिम्स, मुख्य व इंटरव्यू मिलाकर तीन चरणों से होकर गुजरना पड़ता है। तो किस तरह से आप भारत देश में वन अधिकारी बन सकते हैं और उसके लिए आपको क्या कुछ करना होगा, इसके बारे में आपको इस लेख में विस्तार से जानने को मिलेगा। आइए जानते हैं फॉरेस्ट ऑफिसर बनने के लिए क्या करना पड़ता है।

फॉरेस्ट ऑफिसर कौन होता है? (Forest officer kaun hota hai)

सबसे पहले बात करते हैं फॉरेस्ट ऑफिसर के बारे में और उसकी परिभाषा के बारे में। आपको यह जान लेना चाहिए कि यह फॉरेस्ट ऑफिसर या वन अधिकारी होता क्या (Forest officer kaun hai) है। तो जिस प्रकार हम शहर में रहते हैं और वहां संविधान व कानून का पालन करते हैं ठीक उसी तरह भारत के हर राज्य में वन भूमि भी होती है। इसे संविधान के अनुसार संरक्षण का दर्जा प्राप्त होता है जहां पर विभिन्न पशु पक्षी, पेड़ पौधे, जीव जंतु इत्यादि रहते हैं।

तो इन वनों की देखभाल करने, इनकी रक्षा करने, गलत लोगों से इनका दोहन रुकवाने, इनकी भूमि पर अवैध गतिविधियों पर रोकथाम करने इत्यादि के लिए सरकार के द्वारा अधिकारियों की नियुक्ति की जाती है। तो इन्हीं अधिकारियों को ही वन अधिकारी या फॉरेस्ट ऑफिसर के नाम से जाना जाता है। एक तरह से भारत सरकार व राज्य सरकार के वह अधिकारी जो वन में रह कर उसकी देखभाल करते हैं व कानून का पालन करवाते हैं, उन्हें ही वन अधिकारी या फॉरेस्ट ऑफिसर कहा जाता है।

फॉरेस्ट ऑफिसर किसके अंतर्गत काम करता है? (Forest officer kiske under kaam karta hai)

फॉरेस्ट ऑफिसर की परिभाषा को जानने के बाद हमें यह भी जान लेना चाहिए कि आखिरकार यह फॉरेस्ट ऑफिसर किस विभाग या कार्यालय के अंतर्गत रह कर कार्य करता है। तो भारत में जितने भी फॉरेस्ट ऑफिसर होते हैं वे भारत के केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय व वन विभाग के अंतर्गत काम करते हैं। एक तरह से वे केंद्र सरकार के अधिकारी होते हैं और उन्हें ही रिपोर्ट करते हैं।

इन पर राज्य सरकार का भी नियंत्रण होता है और वह इन्हें आदेश देने का अधिकार रखती है। इसी के साथ वन विभाग में जो पुलिस की नियुक्ति की जाती है उसे राज्य सरकार के द्वारा ही चुना जाता है। तो एक तरह से सीधे तौर पर तो फॉरेस्ट ऑफिसर को भारत सरकार को रिपोर्ट करना होता है लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से उसे राज्य सरकार को रिपोर्ट करनी होती है।

फॉरेस्ट ऑफिसर की परीक्षा का नाम (Forest officer exam name)

अब यदि आप सोच रहे हैं कि फॉरेस्ट ऑफिसर बनने के लिए केंद्र सरकार कोई अलग से परीक्षा का आयोजन करवाती है तो आप गलत हैं। यह तो हमने आपको पहले ही बता दिया था कि यह पोस्ट एक बहुत ही बड़ी संवैधानिक पोस्ट मानी जाती है और इसके अंतर्गत जो परीक्षा होती है वह आईएएस व आईपीएस के समकक्ष ही होती है। तो जिस प्रकार आईएएस व आईपीएस की परीक्षा को केंद्र सरकार का संघ लोक सेवा आयोग अर्थात UPSC करवाता है, ठीक उसी तरह फॉरेस्ट ऑफिसर की परीक्षा को भी UPSC ही आयोजित करवाता है।

फॉरेस्ट ऑफिसर बनने के लिए पात्रता (Forest officer eligibility in Hindi)

अब जब आप फॉरेस्ट ऑफिसर बनने के लिए UPSC की परीक्षा को देने के लिए अपना आवेदन करेंगे तो उसके लिए आपको पहले अपनी पात्रता भी जांच लेनी होगी। यहाँ हम यह कहना चाह रहे हैं कि बिना पात्रता की जांच किये बिना आप यदि UPSC के तहत वन अधिकारी की परीक्षा में बैठने जा रहे हैं तो ना केवल आपका नुकसान होगा बल्कि समय व्यर्थ होगा वो अलग। इसलिए पहले अच्छे से पात्रता के बारे में पढ़ लिया जाए और उसके अनुसार खुद का आंकलन कर लिया जाए तो बेहतर रहता है।

फॉरेस्ट ऑफिसर बनने के लिए शिक्षा सहित, आयु, शारीरिक, नागरिकता इत्यादि को लेकर कई तरह की पात्रता रखी गयी है जिसका मानना किसी के लिए भी जरुरी हो जाता है। तो यदि आप वन अधिकारी बनना चाहते हैं तो उसके लिए बनाए गए पात्रता मापदंडों को पहले अच्छे से पढ़ लेंगे तो सही रहेगा।

  1. नागरिकता: वन अधिकारी बनने के लिए जो सबसे पहली पात्रता होती है वह है आपका भारत का नागरिक होना। यदि आप भारत देश के नागरिक नहीं है या यहाँ के स्थायी निवासी नहीं है तो किसी भी स्थिति में आपको फॉरेस्ट ऑफिसर की नौकरी नहीं मिल पायेगी।
  2. आयु सीमा: अब यदि आपको फॉरेस्ट ऑफिसर बनना है तो उसके लिए न्यूनतम व अधिकतम आयु सीमा को भी निर्धारित किया गया है। इसके लिए जो न्यूनतम आयु सीमा रखी गयी है वह 21 वर्ष है और वह सभी के लिए एक समान है। वहीं यदि आप सामान्य वर्ग के छात्र है तो आपके लिए अधिकतम आयु सीमा 32 वर्ष होगी और अन्य पिछड़ा वर्ग को इसमें 3 वर्ष तथा एससी व एसटी समुदाय वर्ग को 5 वर्ष की छूट दी गयी है।
  3. एटेम्पट: आप कितनी बार फॉरेस्ट ऑफिसर की परीक्षा को दे सकते हैं या इसमें बैठ सकते हैं, इसके लिए भी छात्रों के वर्ग के अनुसार पैमाना निर्धारित किया गया है। तो यदि आप सामान्य वर्ग के छात्र हैं तो आप अधिकतम 4 बार ही इस परीक्षा में बैठ सकते हैं जबकि अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्र इसे 6 बार दे सकते हैं। और यदि आप एससी व एसटी समुदाय से आते हैं तो आपके लिए फॉरेस्ट ऑफिसर की परीक्षा देने की अधिकतम आयु तक कोई भी सीमा नहीं है।
  4. शिक्षा: यह फॉरेस्ट ऑफिसर बनने के लिए सबसे महत्वपूर्ण योग्यता मानी जाती है जिस पर ध्यान आपको अपनी ग्रेजुएशन का विषय चुनते समय करना होता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि केवल चुनिंदा विषयों के छात्रों को ही फॉरेस्ट ऑफिसर बनने के लिए आवेदन के रूप में चुना जाता है। अब वह विषय कौन कौन से होंगे, इसके बारे में हम आपको नीचे बतायेंगे।
  5. शरीर की लंबाई: अब यदि आप पुरुष हैं और फॉरेस्ट ऑफिसर की परीक्षा में बैठने जा रहे हैं तो आपकी लंबाई कम से कम 163 सेंटीमीटर होनी चाहिए और छाती 20 सेंटीमीटर तक चौड़ी होनी चाहिए। वहीं यदि आप महिला है और वन अधिकारी बनना चाहती हैं तो आपकी लंबाई न्यूनतम 150 सेंटीमीटर तक की होनी चाहिए।

फॉरेस्ट ऑफिसर बनने के लिए क्या पढ़ाई करनी होगी? (Forest officer qualifications in Hindi)

ऊपर हमने जब आपसे फॉरेस्ट ऑफिसर बनने की योग्यता या पात्रता के बारे में बात की तो हमने आपको बताया कि इसके लिए आपको चुनिंदा विषयों में ही अपनी स्नातक की डिग्री लेनी होगी अन्यथा आप फॉरेस्ट ऑफिसर की परीक्षा में नहीं बैठ पाएंगे। तो अवश्य ही यह पढ़ कर आपको यह जानना होगा कि आखिरकार किस किस विषय में पढ़ाई करके आप वन अधिकारी की परीक्षा में बैठने के लिए स्वतंत्र होंगे। तो यह विषय हैं

  • एग्रीकल्चर
  • इंजीनियरिंग
  • एनिमल हसबेंडरी
  • वेटरनरी साइंस
  • Botany
  • जूलॉजी
  • केमिस्ट्री
  • Statistics
  • फिजिक्स
  • गणित
  • फॉरेस्ट्री इत्यादि।

तो जो विषय प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जंगल, पशु, पक्षी, पेड़, पौधों इत्यादि से जुड़े होते हैं, उन विषयों में डिग्री लेने के बाद आप फॉरेस्ट ऑफिसर के एग्जाम में बैठ सकते हैं। हालाँकि इसके लिए आपको किसी मान्यता प्राप्त विश्व विद्यालय से ही डिग्री लेनी होगी क्योंकि वहीं की डिग्री मान्य कही जाएगी।

फॉरेस्ट ऑफिसर बनने की प्रक्रिया (Forest officer banne ka process Hindi mein)

अब जब आप फॉरेस्ट ऑफिसर बनने के बारे में इतना सब कुछ जान चुके हैं तो बारी आती है उसके लिए आवेदन कर फॉरेस्ट ऑफिसर बनने (Forest officer process in Hindi) की। आज के इस लेख में आपने अभी तक फॉरेस्ट ऑफिसर बनने के लिए नियम, पात्रता, पढ़ाई इत्यादि बहुत कुछ जान लिया है लेकिन अभी तक आप यह नहीं जान पाए हैं कि आखिरकार इसके लिए आवेदन कैसे किया जाए या फिर इसकी क्या कुछ प्रक्रिया होती है। तो आइए जाने आखिरकार किस प्रक्रिया के तहत आप वन अधिकारी बन सकते हैं।

सबसे पहले UPSC के तहत आईएफओएस का फॉर्म भरें (UPSC IFoS exam form kaise bhare)

सबसे पहले तो आपको ऊपर बताये गए मापदंडों के अनुसार सभी नियमों का पालन करना होगा। उसके बाद ही आप UPSC के तहत आयोजित होने वाली वन अधिकारी की परीक्षा का फॉर्म भर पाएंगे। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आपकी आयु 21 वर्ष हो चुकी है और आपने बताये गए विषयों से अपनी स्नातक की डिग्री भी प्राप्त कर ली हैं तो अब आप फॉरेस्ट ऑफिसर की परीक्षा को देने के लिए आवेदन फॉर्म को भर सकते हैं। अब यह आवेदन फॉर्म भी हर समय नहीं निकलता है बल्कि इसके लिए UPSC के द्वारा अधिसूचना निकाली जाती है।

तो आपको UPSC की वेबसाइट पर नज़र बनाए रखनी होगी और यह देखना होगा कि कब उनके द्वारा देशभर में फॉरेस्ट ऑफिसर की भर्ती के लिए सूचना निकाली गयी है। तो जैसे ही उनके द्वारा यह सूचना निकाली जाती है तो उसी के साथ ही फॉरेस्ट ऑफिसर भर्ती के लिए आवेदन फॉर्म का लिंक दिया हुआ होगा। आप इस फॉर्म को ऑनलाइन भर सकते हैं और अपनी पसंद दर्ज करवा सकते हैं। हालाँकि UPSC के द्वारा आईएएस, आईपीएस व आईएफओएस तीनों के लिए अधिसूचना एक साथ ही निकाली जाती है।

UPSC आईएफओएस की प्रीलिम्स परीक्षा में बैठें (UPSC IFoS prelims exam details in Hindi)

इस बात का मुख्य तौर पर ध्यान रखें कि UPSC बोर्ड के द्वारा आईएफओएस या फिर फॉरेस्ट ऑफिसर के लिए प्रीलिम्स परीक्षा को अलग से आयोजित नहीं करवाया जाता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि वर्ष में एक बार UPSC बोर्ड के द्वारा तीन मुख्य अधिकारियों का चयन किया जाता है जिसमे आईएएस, आईपीएस व आईएफओएस अधिकारी होते हैं। तो इन तीनो के लिए ही प्रीलिम्स परीक्षा को एक ही रखा गया है।

तो यदि आप फॉरेस्ट ऑफिसर बनने के लिए प्रीलिम्स परीक्षा को देने जा रहे हैं तो आपको बस फॉर्म में यह भरना होगा कि आप UPSC के द्वारा फॉरेस्ट ऑफिसर बनने के लिए आवेदन कर रहे हैं। उसके बाद प्रीलिम्स परीक्षा सभी की एक जैसी ही होगी लेकिन उनके लिए कट ऑफ मार्क्स अलग अलग होंगे। तो यदि आप यह कट ऑफ मार्क्स को पार कर लेते हैं तभी आप फॉरेस्ट ऑफिसर की मुख्य या मैन्स परीक्षा में बैठ पाएंगे।

फॉरेस्ट ऑफिसर की प्रीलिम्स परीक्षा का सिलेबस (Forest officer prelims exam syllabus in Hindi)

साथ के साथ आप यह भी जान लें कि यदि आप फॉरेस्ट ऑफिसर बनने के लिए प्रीलिम्स परीक्षा में बैठेंगे तो आपसे किस तरह के प्रश्न पूछे जाएंगे और उनका प्रकार किस तरह का होगा। तो ऐसे में वन अधिकारी बनने की प्रीलिम्स परीक्षा में सभी प्रश्न बहुविकल्पीय ही होते हैं जिनमे 4 से 5 विकल्प दिए हुए होते हैं। इनमे से किसी एक सही विकल्प का चुनाव आपको करना होता है।

यह प्रश्न सामान्य ज्ञान, अंग्रेजी, गणित व रीजनिंग विषयों से पूछे जाते हैं। हालाँकि यह परीक्षा केवल छात्रों को आगे की परीक्षा में भेजने के लिए ही आयोजित करवाई जाती है। अंत में इसके मिले अंकों को जोड़ा नहीं जाता है और ना ही इसे फॉरेस्ट ऑफिसर बनने के लिए आधार बनाया जाता है। इस परीक्षा का आयोजन बस आवेदकों को मुख्य परीक्षा के चयन के लिए किया जाता है।

UPSC आईएफओएस की मुख्य परीक्षा दें (UPSC IFoS mains exam details)

तो अब यदि आप फॉरेस्ट ऑफिसर बनने की प्रीलिम्स परीक्षा को पास कर लेते हैं तो उसके बाद आपको वन अधिकारी बनने की मुख्य परीक्षा में बैठना होगा जो इसकी सबसे कठिन परीक्षा भी मानी जाती है। तो यदि आप वाकई में फॉरेस्ट ऑफिसर बनना चाहते हैं तो उसके लिए आपको बहुत पहले से ही वन अधिकारी की मुख्य परीक्षा की तैयारी शुरू कर देनी होगी। वह इसलिए क्योंकि यह मुख्य परीक्षा एक चरण में आयोजित नही होती है बल्कि इसके कुल 6 चरण आयोजित करवाए जाते हैं।

इसके लिए 2 विषय निर्धारत होते हैं जबकि दो विषयों का चयन आपको खुद करना होता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि फॉरेस्ट ऑफिसर बनने की मुख्य परीक्षा में कुल 4 विषय आएंगे जिन पर 6 पेपर का आयोजन करवाया जाएगा। इनमें से दो विषय भारत सरकार के द्वारा निर्धारित किये होते हैं जबकि अन्य दो विषयों का चयन आपको अपनी इच्छा के अनुसार दी गयी सूची में से करना होता है।

फॉरेस्ट ऑफिसर की मुख्य परीक्षा की जानकारी (Forest officer mains exam details in Hindi)

अब यदि आप फॉरेस्ट ऑफिसर बनने के लिए उसकी मुख्य परीक्षा में बैठेंगे तो उसके लिए आपको 6 परीक्षा में बैठना होगा जिसे कुल 4 चरणों में आयोजित करवाया (Forest officer mains exam ke bare mein jankari) जाएगा। अब यदि आप इस को लेकर उलझन की स्थिति में पड़ गए हैं तो आइए हम आपकी दुविधा को दूर कर देते हैं ताकि आपके मन में किसी तरह की शंका शेष ना रहने पाए।

  • पेपर 1: फॉरेस्ट ऑफिसर बनने के लिए जो निर्धारित विषय की श्रेणी में पहला विषय होगा वह है अंग्रेजी का। अब यह तो आप जानते ही होंगे कि हमारे देश में अंग्रेजी को कितना महत्व दिया जाता है बजाए कि भारत कितनी भाषाओँ की भूमि है। तो आपको निर्धारित विषय के रूप में अंग्रेजी विषय का पेपर देना होगा जिसके कुल अंक 300 होंगे और उसको करने के लिए 3 घंटे की ही समय अवधि होगी।
  • पेपर 2: अब फॉरेस्ट ऑफिसर बनने के लिए दूसरे निर्धारित विषय के रूप में आपको सामान्य ज्ञान की परीक्षा में बैठना होगा जिसमे आपसे भारत के वनों, पशु पक्षी, भूगोल, राजनीति, अर्थशास्त्र इत्यादि किसी भी विषय के बारे में पूछा जा सकता है। इसमें भी 300 अंक ही दिए जाएंगे जिन्हें करने की कुल अवधि 3 घंटे की ही होगी।
  • पेपर 3 व 4: यह आपके द्वारा चुने गए विषयों की सूची में से पहला विषय होगा जिस पर दो चरणों में पेपर को आयोजित करवाया जाएगा। दोनों चरणों को मिलाकर कुल अंक 200 होंगे और इन्हें करने की अवधि भी 3 घंटे की होगी।
  • पेपर 5 व 6: पेपर 3 व 4 की ही भांति ही इस पेपर को करवाया जाएगा लेकिन इसमें आपके द्वारा चुना हुआ दूसरा विषय होगा। तो आपको इसमें भी दो पेपर देने होंगे जिनके कुल अंक 200 होंगे और अवधि 3 घंटे की होगी।

UPSC आईएफओएस का इंटरव्यू दें

अब यदि आप फॉरेस्ट ऑफिसर बनने की छह की छह मुख्य परीक्षाओं को पास कर लेते हैं तो आपको उसके इंटरव्यू में बैठने को कहा जाएगा। कोई भी परीक्षार्थी यदि ऊपर बताये गए छह पेपर में से किसी एक में भी फेल हो जाता है तो उसे फॉरेस्ट ऑफिसर बनने की पूरी प्रक्रिया को अगले वर्ष फिर से दोहराना होता है। तो यदि आप एक बारी में ही छह की छह परीक्षाओं को सफलतापूर्वक पास कर लेते हैं तभी आप फॉरेस्ट ऑफिसर के इंटरव्यू तक पहुँच पाएंगे।

अब आप इस इंटरव्यू को भी हल्के में लेने की भूल ना करें क्योंकि इसके लिए भी पूरी मेहनत करनी पड़ती है। जब आप फॉरेस्ट ऑफिसर बनने के लिए इंटरव्यू देने जाएंगे तो वहां आपका इंटरव्यू लेने के लिए संघ लोक सेवा आयोग, भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय से 3 से 5 उच्च अधिकारी बैठे होंगे। इसलिए आप पूरी तैयारी के साथ वन अधिकारी का इंटरव्यू देने जाएंगे तो बेहतर रहेगा।

फॉरेस्ट ऑफिसर बनने की प्रक्रिया पूरी करें

अब यदि आपका फॉरेस्ट ऑफिसर के इंटरव्यू में भी चयन हो जाता है तो समझ जाइये कि आप फॉरेस्ट ऑफिसर बन ही चुके हैं। अब बस आपको कुछ फॉर्मेलिटी को पूरा करना होगा और उसके बाद ही आप वन अधिकारी बन पाएंगे। तो इसके लिए ऊपर हमने आपको जो जो पात्रता बताई थी, उसके सत्यापन के प्रमाण आपको वन विभाग व संघ लोक सेवा आयोग को दिखाने होंगे। इसके लिए सबसे पहले तो आपको अपनी पात्रता से जुड़े सभी दस्तावेज उन्हें सौंपने होंगे। इनमे आपकी शिक्षा, पहचान, जाति इत्यादि के दस्तावेज होंगे।

इसी के साथ साथ आपको अपना पूरा मेडिकल टेस्ट करवाना होगा और यह प्रमाणित करना होगा कि आपको शारीरिक या मानसिक रूप से कोई भी स्वास्थ्य समस्या नहीं है। इसके लिए आपको किसी सरकारी मेडिकल अस्पताल से स्वास्थ्य जांच करवानी होगी। उसके बाद आपको अपना पुलिस वेरिफिकेशन भी करवाना होगा ताकि यह प्रमाणित हो सके कि आप भूतकाल में किसी अपराध से नहीं जुड़े हुए थे या फिर आपके ऊपर किसी तरह का आपराधिक मुकदमा ना किया गया हो।

तो यह सब हो जाने के बाद अन्तंतः आपको फॉरेस्ट ऑफिसर की नौकरी मिल जाएगी। इसके बाद भी सीधे आपको फॉरेस्ट ऑफिसर का काम करने को नहीं दिया जाएगा बल्कि अगले कुछ महीनों तक आपकी कठिन ट्रेनिंग चलेगी जो पहले से ही नियुक्त फॉरेस्ट ऑफिसर की देखरेख में होगी। उनके द्वारा आपको यह सिखाने का काम किया जाएगा कि फॉरेस्ट ऑफिसर बनने के बाद आपको क्या कुछ करना होगा और क्या नहीं। अब जब आप अपनी ट्रेनिंग को पूरा कर लेते हैं तो उसके बाद आपको वन अधिकारी नियुक्त कर दिया जाएगा।

फॉरेस्ट ऑफिसर कैसे बने – Related FAQs

प्रश्न: फॉरेस्ट ऑफिसर बनने के लिए क्या करना होगा?

उत्तर: फॉरेस्ट ऑफिसर बनने के लिए संबंधित विषयों में अपनी ग्रेजुएशन पूरी कर UPSC के द्वारा आयोजित करवाई जाने वाली फॉरेस्ट ऑफिसर की परीक्षा में बैठना होगा।

प्रश्न: फॉरेस्ट ऑफिसर बनने के लिए 12वीं के बाद क्या करना चाहिए?

उत्तर: फॉरेस्ट ऑफिसर बनने के लिए 12वीं के बाद सबसे पहले तो आपको फारेस्ट या एग्रीकल्चर से संबंधित विषयों में स्नातक की डिग्री लेनी चाहिए और उसके बाद फॉरेस्ट ऑफिसर की परीक्षा में बैठना चाहिए।

प्रश्न: Forest विभाग में सबसे बड़ा अधिकारी कौन है?

उत्तर: Forest विभाग में सबसे बड़ा अधिकारी वन प्रमुख का होता है।

प्रश्न: वन विभाग में सबसे ऊंचा पद कौन सा है?

उत्तर: वन विभाग में सबसे ऊंचा पद वन प्रमुख का होता है जिसे वन प्रधान या वन सरंक्षक भी कह देते हैं।

तो इस तरह से आप भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय के तहत फॉरेस्ट ऑफिसर बन सकते हैं और एक अच्छा व सम्मानजनक पद प्राप्त कर सकते हैं। अभी भी यदि आपके मन में किसी तरह की शंका रह गयी है तो आप नीचे कमेंट कर हमसे पूछ सकते हैं।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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