फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है? | फॉरेक्स ट्रेडिंग कौन करवाता है? | Forex trading in Hindi

|| फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है? | Forex trading in Hindi | फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे की जाती है? | Forex trading in India in Hindi | Forex trading kya hota hai | फॉरेक्स ट्रेडिंग का क्या मतलब है? | Forex trading meaning in Hindi | What is forex trading in Hindi ||

Forex trading in Hindi :- हम लोग कई क्षेत्रों में निवेश करते हैं और इसमें कई तरह के विकल्प भी उभर कर सामने आ रहे हैं। हम जो पैसा बचा रहे हैं उन पैसों को यूँ ही रखने की बजाये उन्हें अलग अलग क्षेत्रों में निवेश कर लाभ कमाना ज्यादा उचित रहता है। अब इसमें म्यूच्यूअल फंड से लेकर शेयर बाजार में निवेश करना तक शामिल है जिसमें हम लाभ कमा सकते हैं किन्तु अब इसके लिए नए क्षेत्रों में भी निवेश करने के विकल्प को चुना जा रहा है जिसमें से एक फॉरेक्स ट्रेडिंग भी (Forex meaning in Hindi) है।

यदि आप अभी तक इस क्षेत्र से अनजान थे या आपको इसके बारे में पता नहीं था तो आज हम आपको फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में ही बताने वाले हैं। दरअसल हर देश की अपनी एक मुद्रा होती है और दूसरे देशों की मुद्रा की तुलना में उनका मूल्य कम या ज्यादा होता है। उदाहरण के तौर पर भारत देश की मुद्रा रूपया है जो कई देशों की मुद्रा की तुलना में ज्यादा है तो कई देशों की तुलना में कम है। ऐसे में इसी का लाभ उठाकर लोगों के द्वारा फॉरेक्स ट्रेडिंग की जाती (Forex trading in India in Hindi) है।

आज के इस लेख में हम आपको फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या होती है और इसे किस तरह से किया जा सकता है, के बारे में ही बताने वाले हैं। उक्त लेख को पढ़कर आपको फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में पूरा आईडिया हो जाएगा और आप भी इसकी सहयता से लाभ अर्जित करने वालों की श्रेणी में आ जाएंगे। तो आइये जाने किस तरह से आप अपने कमाए गए पैसों को फॉरेक्स ट्रेडिंग में निवेश कर लाभ अर्जित कर सकते (Forex trading meaning in Hindi) हैं।

फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है? (Forex trading in Hindi)

सबसे पहले हम बात करते हैं फॉरेक्स ट्रेडिंग की परिभाषा के बारे में और इसके बारे में बेहतर तरीके से जानने का प्रयास करते हैं। तो जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि हर देश की अपनी एक मुद्रा होती है और उसको एक नाम दिया गया होता है। उदाहरण के तौर पर भारत की मुद्रा को रुपये के नाम से जाना जाता है तो वहीं अमेरिका की मुद्रा को डॉलर और जापान की मुद्रा को येन। इसी तरह हरेक की अपनी अलग अलग मुद्रा है और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में हरेक मुद्रा का अलग मूल्य (What is forex trading in Hindi) है।

Forex trading in Hindi

इसी मूल्य के आधार पर ही किस देश की मुद्रा का मूल्य दूसरे देश की मुद्रा की तुलना में कितना होगा यह निश्चित किया जाता है। अब भारत के रुपये अमेरिका के डॉलर की तुलना में बहुत कम होते हैं। एक डॉलर का मूल्य भारतीय मुद्रा में 80 रुपये के बराबर होता है जो कम या ज्यादा होता रहता है। ऐसे में आप एक अमेरिकी डॉलर से भारत के 80 रुपये ले सकते हैं तो वहीं आपको एक डॉलर लेने के लिए भारत के 80 रुपये चुकाने होंगे। इसी तरह से तरह तरह के देशों की मुद्रा को बदलने का काम किया जाता (Forex trading kya hai) है।

अब यदि आप सोच रहे हैं कि मुद्रा को बदलने का यह खेल तभी किया जाता है जब हम उस देश में जाते हैं फिर चाहे वह घूमने के लिए गए हो या पढ़ने या काम करने के लिए तो आप गलत हैं। दरअसल अब इसे एक व्यापार में भी बदल दिया गया है। जिस तरह से हम शेयर खरीदते हैं और फिर उसका मूल्य बढ़ जाने पर उसे बेच कर लाभ कमाते हैं ठीक उसी तरह का यह काम मुद्रा की अदला बदली में भी किया जाता है। अब आप भारत देश में रहते हैं तो आप भारत देश की मुद्रा से अन्य देशों की मुद्रा को खरीद कर उनको बेच कर लाभ अर्जित कर सकते (Forex trading kya hota hai) हैं।

इसी कार्य को ही फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम से जाना जाता है। उदाहरण के तौर पर आज के समय में एक अमेरिकी डॉलर का मूल्य 80 रुपये है और आपने 80 रुपये में एक डॉलर खरीद लिया है। आगे चलकर यही मूल्य 85 रुपये हो जाता है तो आप अपने द्वारा ख़रीदे गए एक डॉलर को भारतीय मुद्रा में बदलेंगे तो आपको 80 की जगह 85 रुपये मिलेंगे। इस तरह से आपने 5 रुपये लाभ के रूप में अर्जित किये। तो इसी को ही हम फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम से जानते हैं जो आज कल बहुत चलन में है।

फॉरेक्स ट्रेडिंग का क्या मतलब है? (Forex trading meaning in Hindi)

अब आपको फॉरेक्स ट्रेडिंग का मतलब या इस शब्द का क्या अर्थ है, इसके बारे में भी जान लेना चाहिए। दरअसल फॉरेक्स शब्द दो शब्दों को मिलाकर बनाया गया है जो अंग्रेजी भाषा के शब्द हैं। फॉरेक्स शब्द को अंग्रेजी में Forex के नाम से लिखा जाता है जिसमें से For का अर्थ फॉरेन अर्थात विदेश से है तो वहीं Ex का अर्थ एक्सचेंज अर्थात अदला बदली से है।

तो इस तरह से फॉरेक्स शब्द का अर्थ हुआ विदेश की मुद्रा की अदला बदली। ऊपर आपने जाना कि फॉरेक्स ट्रेडिंग में आपको एक मुद्रा को दूसरे देश की मुद्रा में बदल कर पैसे कमाने होते हैं तो इसमें मुद्रा का ही तो एक्सचेंज हो रहा है। ऐसे में फॉरेक्स ट्रेडिंग का अर्थ हुआ एक देश से दूसरे देश की मुद्रा में अदला बदली कर पैसे कमाया जाना। इसे ही हम फॉरेक्स ट्रेडिंग का मतलब कह सकते हैं।

फॉरेक्स ट्रेडिंग कौन करवाता है?

अब आपको लग रहा होगा कि क्या फॉरेक्स ट्रेडिंग करने के लिए आपको अलग अलग देशों की सरकारों के साथ संपर्क करना होगा तो आप गलत हैं। आज के समय में इसके लिए एक अलग संगठन बन गया है जो फॉरेक्स ट्रेडिंग करवाने का कार्य करता है। इसके लिए जिन लोगों को अधिकृत बनाया गया है उन्हें हम ब्रोकर के नाम से जानते हैं। यह ब्रोकर भारत की सेबी से पंजीकृत होते हैं। हालाँकि सभी तरह के ब्रोकर सेबी से पंजीकृत हो यह आवश्यक नहीं है लेकिन आप केवल पंजीकृत ब्रोकर के माध्यम से ही फॉरेक्स ट्रेडिंग करें क्योंकि यह सुरक्षित होती है।

ऐसे में देश में दर्जनों ब्रोकर हैं जिनके द्वारा फॉरेक्स ट्रेडिंग की सुविधा दी जा रही है। यह ऑनलाइन वेबसाइट या ऐप भी होती है जो अन्य ट्रेडिंग में भी सुविधा देती है। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप जहाँ से शेयर बाजार या अन्य जगहों पर निवेश करते हैं और उसके लिए demat अकाउंट खोलते हैं, वहीं पर ही आपको फॉरेक्स ट्रेडिंग करने का भी विकल्प मिल जाएगा। वहीं इसी के साथ ही फॉरेक्स ट्रेडिंग करवाने वाले अलग से ब्रोकर भी आपको मिल जाएंगे।

क्या आप भी फॉरेक्स ट्रेडिंग कर सकते हैं?

भारत का कोई भी नागरिक जो फॉरेक्स ट्रेडिंग करने की इच्छा रखता है, वह इसमें उतर सकता है। हालाँकि इसके लिए पहले आपको अपनी पहचान का सत्यापन करवाना होगा और उसके लिए कुछ जरुरी दस्तावेज तैयार करवाने होंगे। उदाहरण के तौर पर फॉरेक्स ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास अपना पैन कार्ड व आधार कार्ड का होना अनिवार्य है और इनके बिना आप फॉरेक्स ट्रेडिंग नहीं कर सकते हैं।

इसी के साथ ही जिन अन्य डाक्यूमेंट्स की जरुरत पड़ सकती है, उनमें आपका बैंक खाता, पंजीकृत मोबाइल नंबर व ईमेल आईडी इत्यादि सम्मिलित है। तो आप पहले से ही अपने सभी डाक्यूमेंट्स को तैयार रखें और इसके बाद आप आसानी से घर बैठे ही फॉरेक्स ट्रेडिंग में हाथ आजमा सकते हैं। यह बहुत ही सरल और प्रभावी तरीका है घर से ही पैसे कमाए जाने का।

फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे शुरू करें? (Forex trading kaise kare)

अब जब आपने फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में इतना सब जान लिया है और आपको पता चल गया है कि शेयर बाजार और क्रिप्टो करेंसी के अलावा भी एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ पर आप निवेश कर बहुत कम समय में आसानी के साथ पैसा कमा पाने में सक्षम हो सकते (Forex trading kaise hoti hai) हैं तो आपका भी मन फॉरेक्स ट्रेडिंग में हाथ आजमाने को हो रहा होगा। ऐसे में किस तरह से फॉरेक्स ट्रेडिंग की शुरुआत की जाए और उसके लिए आपको पहले क्या कुछ तैयारी करनी होगी, आइये इसके बारे में पता लगाएं।

  • फॉरेक्स ट्रेडिंग करने के लिए पहले तो आपको किसी पंजीकृत ब्रोकर का चुनाव करना होगा जहाँ से आप इसे बिना किसी झंझट या रूकावट के शुरू कर सकते हैं। ब्रोकर का चुनाव करने से पहले इस बात का मुख्य रूप से ध्यान रखें कि वह ब्रोकर विश्वनीय हो और सेबी से पंजीकृत हो अन्यथा आपके निवेश किये गए पैसे डूब सकते हैं या अटक सकते हैं।
  • जब आपने ब्रोकर का चुनाव कर लिया है तो आपको उसकी वेबसाइट या ऐप के माध्यम से वहां पर पंजीकरण करवाना होगा। इसके लिए आपको अपने सभी डाक्यूमेंट्स की स्कैन्ड कॉपी वहां पर जमा करवा कर अपना KYC करवाना होगा और उसके बाद आपकी पहचान को सत्यापित करके प्रक्रिया को आगे बढ़ा दिया जाएगा।
  • जब आप वहां पर अपना पंजीकरण करवा लेंगे तो वहीं पर आपको फॉरेक्स ट्रेडिंग का विकल्प मिल जाएगा जहाँ से आप अपने देश की मुद्रा का कई देशों की मुद्रा में फॉरेक्स ट्रेडिंग कर लाभ अर्जित कर सकते हैं। इस बात का ध्यान रखें कि आप विश्व के किसी भी देश में फॉरेक्स ट्रेडिंग नहीं कर सकते हैं या अपने देश की मुद्रा का उनके देश की मुद्रा में आदान प्रदान नहीं कर सकते हैं।
  • फॉरेक्स ट्रेडिंग करने के लिए दो देशों की सरकारों के बीच में करार किया गया होता है। ऐसे में आप भारत देश की मुद्रा को किस किस देश की मुद्रा में बदल सकते हैं, इसके बारे में उपलब्ध सभी विकल्प आपके सामने होंगे। आप केवल उसी में ही निवेश कर सकते हैं और पैसा कमा सकते हैं।
  • अब जब आप किसी एक देश की मुद्रा को चुन लेते हैं तो उसके मूल्य के अनुसार आप उसकी कितनी मुद्रा को खरीदना चाहते हैं, उसका चुनाव आपको करना होगा। जब आप यह चुनाव कर लेंगे तो उसके भुगतान के लिए आगे बढ़ना होगा।
  • इस बात का ध्यान रखें कि फॉरेक्स ट्रेडिंग में मुद्रा का आदान प्रदान किया जाता है तो इस पर दोनों देशों की ओर से लगाये गए टैक्स का भी भुगतान आपको करना होता है। तो वह भी आपको साथ के साथ भर देना होगा।
  • फिर कुछ दिनों में उसकी निगरानी करते रहें और जब उसका मूल्य आपके देश की मुद्रा की तुलना में बढ़ जाए तो फिर आप उसे बेच कर लाभ अर्जित कर सकते हैं। इस तरह से आप फॉरेक्स ट्रेडिंग की सहायता से लाभ अर्जित कर पाएंगे।
  • फॉरेक्स ट्रेडिंग में आप यह मत समझें कि आप केवल भारतीय मुद्रा को ही अन्य देशों की मुद्रा में बदल सकते हैं या उन्हें भारतीय मुद्रा में बदल सकते हैं। आप चाहें तो भारतीय रूपया से डॉलर खरीद सकते हैं और फिर डॉलर से जापान की येन खरीद सकते हैं और फिर येन से यूरोप की यूरो खरीद सकते हैं और फिर यूरो को पुनः रुपये में बदल सकते हैं।
  • एक तरह से आपके देश में जिन जिन देशों की मुद्रा को अनुमति दी गयी है, आप उन सभी में किसी भी तरह से पैसों का निवेश कर फॉरेक्स ट्रेडिंग कर सकते हैं।

तो इस तरह से फॉरेक्स ट्रेडिंग लाभ कमाने का एक सरल व सुगम तरीका है जिसमें लाखों लोगों ने अपने करोड़ो रुपयों का निवेश किया हुआ है। आप भी इसमें पीछे ना रहें और आज ही फॉरेक्स ट्रेडिंग में हाथ आजमा कर देखें और फिर बताएं कि आपको यह कैसी लगी।

फॉरेक्स ट्रेडिंग में क्यों निवेश करें?

अब आपका अगला प्रश्न होगा कि आखिरकार क्यों आपको फॉरेक्स ट्रेडिंग में ही निवेश करना चाहिए या फिर इसमें निवेश किया जाना लाभदायक रहेगा या नहीं। तो आप आज के ही आंकड़ों पर गौर करके देखिये और आप पाएंगे कि हर देश की मुद्रा का दूसरे देश की मुद्रा की तुलना में प्रतिदिन ही उतार चढ़ाव देखने को मिलता है। कभी किसी मुद्रा का मूल्य दूसरे देश की मुद्रा की तुलना में कम हो जाता है तो कभी वह बढ़ जाता है।

ऐसे में आपको फॉरेक्स ट्रेडिंग करने से पहले विभिन्न देशों की मुद्रा की तुलना करनी होगी और उसके बारे में पूरी रिसर्च करनी होगी और फिर ही इसमें पैसा निवेश करना होगा। ऐसा करने से ही आप फॉरेक्स ट्रेडिंग को एक लाभदायक बिज़नेस में बदल सकेंगे। ऐसे में यह भी एक बहुत ही फायदे का सौदा होता है और आप अपना पैसा कई तरह के क्षेत्रों में निवेश कर सकते हैं। आज के समय में हजारों नहीं बल्कि लाखों लोगों के द्वारा फॉरेक्स ट्रेडिंग में पैसा निवेश किया जा रहा है।

अब ऊपर ही हमने आपको बताया कि किस तरह से एक डॉलर ने आपको 5 रुपये का लाभ देकर दिया था। वहीं यदि आप 100 डॉलर खरीदते तो फिर तो आपको 500 रुपये का लाभ हो जाता। यह कुछ कुछ शेयर बाजार की तरह ही है लेकिन शेयर बाजार की भांति ही आपको इसमें शेयर पर नहीं बल्कि मुद्रा पर रिसर्च करनी होगी और तभी दूसरे देश की मुद्रा में निवेश करना होगा।

फॉरेक्स ट्रेडिंग में निवेश करने से पहले क्या देखें?

अब यदि आप फॉरेक्स ट्रेडिंग में निवेश करने के लिए अपना मन पक्का कर चुके हैं तो आपको पहले उसमे कुछ रिसर्च करनी होगी। इसी के आधार पर ही आपको आगे बढ़ना होगा। इसमें आप जिस देश की मुद्रा में निवेश करना चाहते हैं उसका पहले अपने देश की मुद्रा की तुलना में अध्ययन करके देख लें और पिछले कई महीनो और वर्षों का रिकॉर्ड चेक करें। आप यह देखें कि कब उस देश की मुद्रा आपके देश की मुद्रा की तुलना में बढ़ी है और कब घटी है।

अब किसी देश की मुद्रा दूसरे देश की मुद्रा की तुलना में कुछ महीनो के लिए बढ़ती है तो कुछ महीनो के लिए घटती है। उदाहरण के तौर पर मान लीजिये कि डॉलर अक्टूबर नवंबर के महीने में रुपये की तुलना में कम हो जाता है तो वहीं जनवरी फरवरी के महीने में बढ़ जाता है। ऐसे में यदि आप जनवरी की शुरुआत में डॉलर को खरीद लेते हैं तो मार्च में इसे बेच कर आप लाभ अर्जित कर सकते हैं। इसी तरह आप दूसरे देश की सरकार, वहां हो रहे निर्णयों, निवेश इत्यादि को ध्यान में रखकर भी फॉरेक्स ट्रेडिंग को करना चुन सकते हैं।

फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है – Related FAQs 

प्रश्न: फॉरेक्स ट्रेडिंग का मतलब क्या होता है?

उत्तर: फॉरेक्स ट्रेडिंग का अर्थ है एक देश से दूसरे देश की मुद्रा में अदला बदली कर पैसे कमाया जाना।

प्रश्न: फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे की जाती है?

उत्तर: फॉरेक्स ट्रेडिंग शुरू करने के ऊपर संपूर्ण जानकारी को हमने इस लेख के माध्यम से देने का प्रयास किया है जो आपको पढ़ना चाहिए।

प्रश्न: फॉरेक्स में पैसे कैसे कमाए?

उत्तर: फॉरेक्स में पैसे कमाने के ऊपर संपूर्ण जानकारी आपको ऊपर के लेख में मिलेगी।

प्रश्न: फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है?

उत्तर: फॉरेक्स ट्रेडिंग का अर्थ है एक देश से दूसरे देश की मुद्रा में अदला बदली कर पैसे कमाया जाना।

तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में जानकारी हासिल कर ली है। आपने जाना कि फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है फॉरेक्स ट्रेडिंग कौन करवाता है फोर्स ट्रेडिंग कैसे शुरू करें इत्यादि। आशा है कि जो जानकारी लेने के लिए आप इस लेख पर आए थे वह आपको मिल गई होगी। फिर भी यदि कोई प्रश्न आपके मन में शेष है तो आप हम से नीचे कॉमेंट करके पूछ सकते हैं।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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