गोधन न्याय योजना क्या है? कब किसने शुरू की व लाभ किसे मिलेगा? | Godhan nyay yojana in Hindi

|| गोधन न्याय योजना क्या है? | Godhan nyay yojana in Hindi | गोधन न्याय योजना को किसने शुरू किया था? | Godhan nyay yojana kya hai in Hindi | गोधन न्याय योजना का फायदा किसको हुआ? | Godhan nyay yojana ke bare me jankari |

Godhan nyay yojana in Hindi :- भारत देश कई तरह की विविधताओं का देश है और यहाँ पर पशु पक्षी, पेड़ पौधों इत्यादि हर किसी की पूजा की जाती है जो हिंदू धर्म के प्रकृति प्रेम को प्रदर्शित करता है। अब यहाँ पर अलग अलग तरह के पशुओं को पूजने की परंपरा है लेकिन जिस पशु को सबसे अधिक पूजनीय माना गया है वह है गाय। गाय एक ऐसा पशु है जो मनुष्य के विकास के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होती है और इसी कारण इसे पशु नहीं अपितु माँ का दर्जा दिया गया (Godhan nyay yojana kya hai) है।

इसी को देखते हुए ही छत्तीसगढ़ की सरकार के द्वारा गायों के सरंक्षण तथा उनके पशु पालकों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए गोधन न्याय योजना की शुरुआत की गयी है। इसके तहत जो लोग गाय को पालने का काम करते हैं, उनकी गायों के द्वारा किया गया गोबर और उसे खरीदने का कार्य छत्तीसगढ़ की सरकार करेगी। इसी के साथ साथ वह इस गोबर का इस्तेमाल वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाने में करेगी जिससे प्रदेश को दुगुना लाभ (Godhan nyay yojana kya hai in Hindi) होगा।

ऐसे में यदि आपको इस गोधन न्याय योजना के बारे में अच्छे से जानना है और इसका लाभ उठाना है तो आपको यह लेख बहुत ही ध्यान से और अंत तक पढ़ना चाहिए। इस लेख को पढ़ कर आप यह जान पाएंगे कि आखिरकार किस तरह से यह गोधन न्याय योजना छत्तीसगढ़ के किसानों और पशु पालकों के लिए वरदान बन कर आई है। आइए जाने आखिरकार यह गोधन न्याय योजना है क्या चीज़ और इसका क्या कुछ उद्देश्य (CG godhan nyay yojana in Hindi) है।

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गोधन न्याय योजना क्या है? (Godhan nyay yojana in Hindi)

आज का यह लेख मुख्य रूप से गोधन न्याय योजना के ऊपर ही लिखा गया है और इसी कारण हम सबसे पहले आपको इसी गोधन न्याय योजना के बारे में ही जानकारी देंगे। इस लेख को पढ़ कर आपकी गोधन न्याय योजना को लेकर हर तरह की शंका दूर हो जाएगी और आप इसका लाभ उठाना भी सीख जाएंगे। तो अब यह गोधन न्याय योजना है क्या चीज़ और इसे क्यों ही शुरू किया गया था। आइए इसके बारे में जान लेते (Godhan nyay yojana ke bare me jankari) हैं।

Godhan nyay yojana in Hindi

तो गोधन न्याय योजना एक ऐसी योजना है जिसके तहत जो भी किसान या पशु पालक छत्तीसगढ़ में रह रहा है और उसके यहाँ गाय को पालने का काम किया जाता है तो उसकी गाय जो भी गोबर देती है, उस गोबर को छत्तीसगढ़ की सरकार गोधन न्याय योजना के तहत एक निर्धारित दाम पर खरीद लेती है। फिर वह सरकार उस गोबर की सहायता से वर्मी कंपोस्ट खाद तैयार करती है जो जैविक खेती में बहुत काम आता है और इससे फसलों की उर्वरकता बढ़ जाती है।

इस तरह से छत्तीसगढ़ की सरकार के द्वारा गोधन न्याय योजना के तहत एक पंथ दो काज किये जा रहे हैं। उनके द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि गाय के गोबर की बर्बादी ना हो क्योंकि यह बहुत ही काम का होता है। इसी के साथ साथ राज्य के किसान व पशु पालक भी पहले की तुलना में शक्तिशाली बने और आर्थिक रूप से मजबूत बन सके।

गोधन न्याय योजना को किसने शुरू किया था? (Godhan nyay yojana ko kisne shuru kiya tha)

आपको यह भी जान लेना चाहिए कि आखिरकार इस गोधन न्याय योजना को किसके द्वारा शुरू किया गया था या फिर हम इस गोधन न्याय योजना को शुरू करने का श्रेय किस व्यक्ति को दे सकते हैं। तो इसका श्रेय भारत देश में छत्तीसगढ़ राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को जाता है और वही इस योजना के कर्ता धर्ता हैं। भूपेश बघेल का संबंध कांग्रेस पार्टी से है और उन्हीं के पास ही छत्तीसगढ़ प्रदेश की मुख्यमंत्री की कमान है।

अपने अंतर्गत ही उन्होंने इस योजना को शुरू किया था लेकिन इसका अभी तक ढंग से क्रियान्वयन नहीं हो पाया है। यह पूर्ण रूप से सरकार की नाकामी व आलसपन को दिखाने का कार्य करती है। उनके द्वारा प्रदेश की जनता को लुभाने के लिए योजनाओं का निर्माण तो कर दिया जाता है लेकिन धरातल पर उसका प्रभाव बहुत ही कम देखने को मिलता है।

गोधन न्याय योजना को कब शुरू किया गया था? (Godhan nyay yojana ki shuruaat kab hui)

अब आपका यह भी प्रश्न होगा कि आखिरकार गोधन न्याय योजना को कब व किस वर्ष में शुरू किया गया था। तो यहाँ हम आपको बता दें कि इस गोधन न्याय योजना को शुरू हुए कोई ज्यादा वर्ष नहीं हुए हैं बल्कि यह तो बस 2 से 3 वर्ष पुरानी ही योजना है जिसे छत्तीसगढ़ की सरकार के द्वारा शुरू किया गया था।

तो गोधन न्याय योजना को वर्ष 2020 में शुरू किया गया था और तब से लेकर ही आज तक इस योजना के तहत बहुत ही कम काम हुआ है और ना ही यह सही रूप में लागू हो पायी (Godhan nyay yojana date in Hindi) है। हालाँकि कई मुख्य शहरों में इस योजना का लाभ वहां के किसान व पशु पालक उठा रहे हैं और इसके जरिये खाद भी बनाई जा रही है।

गोधन न्याय योजना क्यों शुरू की गयी थी? (Godhan nyah yojana kyo shuru ki gyi thi)

अब अगला प्रश्न यह उठता है कि आखिरकार इस गोधन न्याय योजना को क्यों ही शुरू किया गया था। तो यहाँ हम आपको बता दें कि प्रदेश में बहुत से लोग ऐसे हैं जो गाय को पालने का कार्य कर रहे होते हैं और यदि वे गाय पालते हैं तो वह गाय गोबर भी करती होगी। अब इतने सारे गोबर का वह व्यक्ति क्या ही करेंगे और यह उनके लिए व्यर्थ ही होता है।

ऐसे में इसी स्थिति को देखते हुए ही और गाय के गोबर की महत्ता को जानकर छत्तीगढ़ की सरकार के द्वारा गोधन न्याय योजना को शुरू किया गया। इसके तहत छत्तीसगढ़ की सरकार वहां के किसानों व पशु पालकों से उस गोबर को खरीद लेती है और उसकी सहायता से खाद को बनाने का कार्य किया जाता है। तो यही गोधन न्याय योजना का मुख्य उद्देश्य भी है लेकिन इसके कई अन्य उद्देश्य भी हैं जिसके बारे में हम आपको इसी लेख में बतायेंगे।

गोधन न्याय योजना का फायदा किसको हुआ? (Godhan nyay yojana benefits in Hindi)

अब आपको यह भी जानना चाहिए कि आखिरकार गोधन न्याय योजना को शुरू करके फायदा किस किसको हो रहा है। तो इसका सबसे बड़ा फायदा तो उन किसानों व पशु पालकों को हुआ है जो गाय को पालने का कार्य कर रहे हैं लेकिन केवल छत्तीसगढ़ के किसान व पशु पालक ही। पहले तो उनके द्वारा जो भी गोबर एकत्रित किया जाता था उसमे से अधिकांश तो यूँ ही बर्बाद हो जाता था या फिर उसे यहाँ वहां यूँ ही फेंक दिया जाता था। किंतु अब वे अपनी गाय के गोबर को छत्तीसगढ़ की सरकार को बेच कर उसके जरिये अधिक आय कर सकते हैं।

अब इसका दूसरा बड़ा फायदा खुद छत्तीसगढ़ की सरकार को हुआ है क्योंकि वह व्यर्थ में ही उस गोबर को नहीं खरीद रही है बल्कि वह उसके जरिये वर्मी कम्पोस्ट खाद को बनाने का काम कर रही है। अब वह इस खाद को देश के किसानो को ही वापस बेच देती है ताकि वे इसे अपने खेतों में डाल कर अच्छे से खेती कर सके। इस तरह से छत्तीसगढ़ की सरकार ने एक तीर से दो निशाने लगाने का कार्य किया है जो कि सराहनीय है।

गोधन न्याय योजना के तहत गाय का गोबर कितने में बिकेगा? 

आपको यह भी जान लेना चाहिए कि यदि आप छत्तीसगढ़ में रहते हैं और आप गाय भी पालते हैं तो आपकी गाय का गोबर गोधन न्याय योजना के तहत कितने रुपयों में छत्तीसगढ़ की सरकार खरीदने जा रही है। तो यहाँ हम आपको बता दें कि वर्तमान समय में छत्तीसगढ़ की सरकार के द्वारा इसके लिए 2 रुपए प्रति किलोग्राम का दाम निर्धारित किया गया है।

तो यदि आपको गोधन न्याय योजना के तहत सरकार को अपनी गाय का गोबर बेचना है तो आपको हर एक किलोग्राम गोबर पर 2 रुपए का भुगतान किया जाएगा। इस तरह से यदि आपके पास 10 किलो गोबर होता है तो उसके लिए आपको 20 रुपए मिलेंगे।

गोधन न्याय योजना का उद्देश्य (Godhan nyay yojana ka uddeshya kya hai)

अब हम बात करने जा रहे हैं, गोधन न्याय योजना को शुरू करने के पीछे निहित उद्देश्यों के बारे में। वह इसलिए क्योंकि किसी भी सरकार के द्वारा यदि किसी योजना को शुरू किया जाता है तो उसके पीछे कोई ना कोई उद्देश्य अवश्य ही होता है और इसी कारण वह योजना शुरू की जाती (Godhan nyay yojana objective in Hindi) है। तो उसी क्रम में इस गोधन न्याय योजना को शुरू करने का भी छत्तीसगढ़ सरकार का कुछ उद्देश्य रहा होगा, जिसके बारे में अब हम आपको बताने वाले हैं।

  • इसका सबसे पहला उद्देश्य तो पशु पालकों और खास तौर पर वह पशु पालक जो गाय को पालते हैं, उनकी आय में वृद्धि करवाना है।
  • इसका दूसरा मुख्य उद्देश्य पशु की खुले में चराई किये जाने पर रोक लगाना भी है क्योंकि यदि वह बाहर गोबर कर देगी तो वह व्यर्थ चला जाएगा।
  • इसके द्वारा छत्तीसगढ़ की सरकार के द्वारा जैविक खाद का निर्माण किया जाएगा जिस कारण इनके उपयोग में वृद्धि देखने को मिलेगी।
  • इसी के साथ साथ रसायन मिली हुई खाद का कम इस्तेमाल करना या इसकी रोकथाम करना भी गोधन न्याय योजना का ही एक उद्देश्य है।
  • स्थानीय स्तर पर हर घर में या खेत में जैविक खाद की उपलब्धता पक्का करना भी इसी का ही एक उद्देश्य है।
  • भूमि की उर्वरकता में सुधार लाना और वहां पर ज्यादा से ज्यादा फसल और उच्च गुणवत्ता की खेती करना भी इस योजना का एक उद्देश्य है।
  • स्थानीय स्तर पर लोगों को रोजगार देने और उन्हें आर्थिक रूप से सक्षम बनाना भी इसी योजना का एक उद्देश्य माना गया है।

इस तरह से छत्तीसगढ़ की सरकार के द्वारा गोधन न्याय योजना को शुरू करने के कई तरह के उद्देश्य निर्धारित किये गए हैं और उन्हें पूरा करने की दिशा में तेजी के साथ काम भी किया जा रहा है। यदि इस योजना का सही से क्रियान्वयन हो जाता है तो छत्तीसगढ़ प्रदेश बहुत ज्यादा आर्थिक प्रगति करने वाला है।

गोधन न्याय योजना क्या है – Related FAQs

प्रश्न: गोधन न्याय योजना कब लागू हुई?

उतर: गोधन न्याय योजना वर्ष 2020 में लागू हुई थी।

प्रश्न: छत्तीसगढ़ गोधनिया योजना क्या है?

उतर: छत्तीसगढ गोधनिया योजना के बारे में सब कुछ आपको इस लेख में जानने को मिलेगा।

प्रश्न: पशुधन मालिकों से गाय के गोबर की खरीद के लिए गोधन न्याय योजना शुरू करने वाला भारत का पहला राज्य कौन सा है?

उतर: भारत के छत्तीसगढ़ राज्य में गोधन योजना शुरू हुई है।

प्रश्न: गाय का गोबर कितने रुपए किलो बिकता है?

उतर: गाय का गोबर 2 रुपए प्रति किलो बिकता है।

तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने गोधन न्याय योजना के बारे में जानकारी प्राप्त कर ली है कि गोधन योजना क्या है इसको किसने और कब शुरू किया, इसको शुरू करने के पीछे क्या कुछ उद्देश्य हैं, इस योजना का फायदा किसको मिलेगा इत्यादि।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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