ग्राम प्रधान के कार्य की सूचि ऑनलाइन कैसे चेक करें? | Gram Pradhan ke karya list

|| ग्राम प्रधान के कार्य लिस्ट | Gram Pradhan ke karya list | Gram Pradhan ke karya | Online Gram Pradhan work list in Hindi | ग्राम प्रधान के कार्य कैसे देखें? | ग्राम प्रधान कैसे बने? | ग्राम प्रधान का वेतन कितना होता है? | ग्राम प्रधान के कार्य की सूचि ऑनलाइन कैसे चेक करें? ||

Gram Pradhan ke karya list :- भारत सरकार के द्वारा 1992 के पंचायती बिल के द्वारा देश के गाँवों में सरकार की पहुँच बनायी गयी थी। इससे पहले उन्हें आधिकारिक तौर पर कोई दर्जा प्राप्त नहीं था लेकिन इस बिल के बाद से वे भी देश की स्थानीय सरकार की भूमिका में आ गए थे। उससे पहले तक देश के लोग अपने क्षेत्र के लिए सांसद, विधायक, पार्षद इत्यादि का चुनाव किया करते (Gram Pradhan ke karya) थे।

फिर उसके बाद जब पंचायती व्यवस्था कानून के रूप में लागू हुई तो हर गाँव का एक प्रधान चुना जाने लगा। अब गाँव में पंचायत के चुनाव होते हैं और उनमें से पंच चुने जाते हैं। इन्हीं के ऊपर ही गाँव का प्रधान होता है जिसके पास कई तरह की शक्तियां होती है। किन्तु शक्तियां अपने साथ-साथ कर्तव्य भी लेकर आती है जिन्हें हम ग्राम प्रधान के कार्य कह सकते (Online Gram Pradhan work list in Hindi) हैं।

ऐसे में इस लेख के माध्यम से हम आपको ग्राम प्रधान के कार्य क्या कुछ होते हैं, इसके बारे में ही बताने जा रहे हैं। इस लेख को पढ़कर आपको यह भलीभांति पता चल जाएगा कि किसी गाँव के ग्राम प्रधान के कार्य लिस्ट अर्थात् अधिकार क्या क्या होते हैं। आइये जाने इस विषय के बारे में विस्तार (Gram panchayat ka Gram Pradhan kaun hai) से।

ग्राम प्रधान कौन होता है? (What is Gram Pradhan in Hindi)

ग्राम प्रधान के कार्य क्या कुछ होते हैं इसके बारे में जानने से पहले हमें यह जान लेना चाहिए कि आखिरकार यह ग्राम प्रधान होता कौन है ताकि हमें उसके कार्य अच्छे से समझ में आ सके। ग्राम प्रधान के ऊपर अपने अंतर्गत आने वाले गांव के विकास व उत्थान की संपूर्ण जिम्मेदारी होती है। एक तरह से वह उन गांवों का मुखिया होता है लेकिन मुखिया होने के नाते अपने गाँव के विकास व उसे आगे बढ़ाने का पूरा उत्तरदायित्व भी उसी का ही होता (Gram Pradhan kya hai) है।

ग्राम प्रधान के कार्य की सूचि ऑनलाइन कैसे चेक करें Gram Pradhan ke karya list

अब इसके बारे में बेहतर तरीके से समझाने के लिए हम आपके सामने एक उदाहरण रखने जा रहे हैं। इसे पढ़कर आपको भलीभांति समझ आ जाएगा कि एक ग्राम प्रधान के क्या कुछ काम हो सकते हैं। जिस तरह से हरेक परिवार का एक मुखिया होता है और वही अपने परिवार के सदस्यों की देखभाल करता है, उन्हें सभी चीज़ों का लाभ देता है, जरुरत पड़ने पर उनकी सहायता करता है तथा घर के बाकि सब महत्वपूर्ण कार्य करता (Gram Pradhan kaun hota hai) है।

ठीक उसी तरह से एक गाँव को आप एक घर ले लीजिये और उस घर का मुखिया ग्राम प्रधान को मान लीजिये। उसे भी एक घर के मुखिया की तरह अपने गाँव के विकास की हर जिम्मेदारी प्रमुखता के साथ निभानी होती है। अब इसमें ग्राम प्रधान के क्या कुछ कार्य होते हैं या उसे क्या क्या करना होता है, इसके बारे में विस्तृत जानकारी भी ले लेते हैं।

ग्राम प्रधान के कार्य लिस्ट (Gram Pradhan ke karya list)

हर गाँव में वहां के लोगों के द्वारा लोकतांत्रिक प्रक्रिया के द्वारा पंचों का चुनाव किया जाता है। फिर कुछ गांवों को आपस में मिलाकर वहां के एक प्रधान का चुनाव किया जाता है जिसे हम ग्राम प्रधान कहते हैं। यह ग्राम प्रधान किसी एक गाँव का भी हो सकता है तो एक से अधिक गावों का भी। यह पूर्ण रूप से राज्यों की राज्य सरकार और वहां के नियमों पर निर्भर करता (Work of Gram Pradhan in Hindi) है।

ऐसे में एक ग्राम प्रधान के पास में चाहे एक गाँव हो या कई गाँव, उस पर अपने अधीन आने वाले हर गाँव के विकास व उत्थान की जिम्मेदारी बराबर रूप में होती है। ऐसे में उसे निम्नलिखित कार्यों को करना होता है।

  • गाँव में सड़क का निर्माण करवाना ग्राम प्रधान का उत्तरदायित्व है। भारत देश के गाँव अभी भी शहरों या कस्बों से पूरी तरह से सड़क मार्ग से नहीं जुड़े हैं या फिर वहां की सड़कें कच्ची होती है। ऐसे में उनका निर्माण करवाना ग्राम प्रधान का काम होता है। 
  • गाँव में सिंचाई की पूरी व्यवस्था देखना और उसे सुचारू रूप से चलाने का काम भी ग्राम प्रधान का होता है। गाँव के लोगों का मुख्य बिज़नेस खेती ही होता है और उसके लिए सिंचाई व्यवस्था का सही होना जरुरी होता है।
  • गाँव के लोगों के द्वारा जो दूसरा व्यापार किया जाता है वह होता है पशुपालन। गाँव के लोग अपने घर पर दुधारू पशुओं को पालते हैं और उनके दूध से कई तरह के उत्पाद बनाकर उसे शहर में बेचते हैं। तो पशुपालन की उचित व्यवस्था करवाना भी ग्राम प्रधान का काम होता है।
  • गाँव के सभी लोगों को भारत सरकार व राज्य सरकार द्वारा चलायी जा रही नाना प्रकार की कल्याणकारी योजनाओं का पूरा लाभ मिले, यह सुनिश्चित करना भी ग्राम प्रधान का ही कार्य होता है।
  • वह गाँव के लोगों तक सरकारी योजनाओं की जानकारी पहुंचाता है और गाँव के लोग उसका भरपूर लाभ उठा सके, यह पक्का करता है।
  • गाँव के लोगों को अपना उपचार करवाने के लिए वहां से दूर शहर के अस्पताल में ना जाना पड़े, इसके लिए गाँव के ही सरकारी अस्पताल में उचित व्यवस्था उपलब्ध करवाना, वहां का निरिक्षण करना भी ग्राम प्रधान का कार्य होता है।
  • गाँव के सरकारी स्कूल में क्या कुछ व्यवस्था है, वहां शिक्षकों के कितने पद खाली है, वहां किस स्तर की शिक्षा दी जा रही है, इत्यादि को देखना भी ग्राम प्रधान का कार्य होता है।
  • गाँव की सफाई व स्वच्छता का ध्यान रखना भी ग्राम प्रधान का ही कार्य होता है। इसके लिए गाँव में जगह जगह कूड़ेदान लगाना, कर्मचारियों से प्रतिदिन सफाई करवाना इत्यादि उसका ही दायित्व होता है।
  • गाँव के बुजुर्गों व विधवाओं को सरकार के द्वारा जो पेंशन दी जा रही है, वह उन तक सही समय पर पहुँच जाए, यह देखना भी ग्राम प्रधान का कार्य होता है।
  • गाँव में सार्वजनिक स्थानों पर लाइट की व्यवस्था करना भी ग्राम प्रधान का ही कार्य होता है।
  • गाँव में हर घर में शौचालय हो और साथ ही सार्वजनिक शौचालय की व्यवस्था करना भी ग्राम प्रधान का ही कार्य होता है।
  • गाँव के बच्चे स्कूल में जाए और शिक्षा ग्रहण करें और कोई भी शिक्षा ग्रहण करने से वंचित ना रहने पाए, यह देखना भी ग्राम प्रधान के जिम्मे आता है।

इनके अलावा एक गाँव को आगे बढ़ाने और उसके विकास के लिए जो भी काम किया जा सकता है, वह सभी ग्राम प्रधान के हिस्से में ही आता है। उसे अपने इन सभी कार्यों का निर्वहन करना होता है।

ग्राम प्रधान के कार्य कैसे देखें? (Gram Pradhan work details online in Hindi)

अब यदि आप अपने गाँव में ग्राम प्रधान के द्वारा क्या कुछ कार्य किये गए हैं, या उसे कितने पैसे भारत सरकार व राज्य सरकार से मिले हैं और उसने उन पैसों का कहाँ और किस तरह से इस्तेमाल किया है, इसके बारे में जानकारी लेना चाहते हैं तो वह सब जानकारी आपको सरकार के द्वारा बनायी गयी पंचायती व्यवस्था की आधिकारिक वेबसाइट से मिल (Gram Pradhan work details in Hindi) जाएगी।

इसके लिए आपको बस इस https://egramswaraj.gov.in/ लिंक पर जाना होगा और वहां पर आपके सामने हरेक राज्य के हरेक गाँव और वहां जनता द्वारा चुने गए ग्राम प्रधान के कार्यों की सूची और उसके लिए किये गए खर्चे का संपूर्ण ब्यौरा होगा। यहाँ पर आप नीचे स्क्रॉल कर रिपोर्ट वाले सेक्शन में जा सकते हैं और वहां अपने राज्य के लिए रिपोर्ट को निकलवा सकते हैं।

इतना ही नहीं आपके सामने अपने राज्य के जिले और इसमें स्थित प्रत्येक गाँव के अनुसार महीने या दिन की रिपोर्ट निकालने के विकल्प होंगे। इसी के साथ यदि आप किसी योजना के तहत हुए काम को देखना चाहते हैं तो वह भी आप इसी वेबसाइट के माध्यम से देख सकते हैं। कुल मिलाकर इस वेबसाइट के माध्यम से आप अपने गांव में ग्राम प्रधान के द्वारा क्या कुछ करवाया जा रहा है, उसकी जानकारी प्राप्त कर सकते (Gram Pradhan ke kam ki jankari) हैं।

ग्राम प्रधान के अधिकार क्या हैं? (Rights of Gram Pradhan in Hindi)

अब आपने यह तो जान लिया है कि किसी भी गाँव के ग्राम प्रधान के क्या कुछ कार्य होते हैं लेकिन उसी के साथ ही इस विषय पर भी बात करना जरुरी है कि एक ग्राम प्रधान के अधिकारों में क्या कुछ आता है। किसी भी ग्राम प्रधान को मिली शक्तियां वहां के पंच से अधिक होती है और यही उसके अधिकार होते हैं। एक तरह से कहा जाए तो अपने गाँव में ग्राम प्रधान बहुत कुछ कर सकता है, जिसका विवरण नीचे दिया जा रहा (Gram Pradhan ke adhikar in Hindi) है।

  • यदि कोई व्यक्ति किसी सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए उपयुक्त नहीं है तो ग्राम प्रधान उसे उस योजना से वंचित करने का अधिकार रखता है।
  • गाँव के पंचों की समय समय पर मीटिंग लेना भी ग्राम प्रधान का ही अधिकार होता है। इस मीटिंग के माध्यम से वह उनका रिपोर्ट कार्ड देखता है और आगे का निर्णय लेता है।
  • ग्राम प्रधान अपने यहाँ किसी भी कार्य को शुरू करने की या बंद करने की अनुमति दे सकता है और कोई भी इसे रोक नहीं सकता है।
  • यदि ग्राम प्रधान को लगता है कि किसी जगह सही काम नहीं हो रहा है या उसमे भ्रष्टाचार हो रहा है तो वह उस काम को रोकने या उसकी शिकायत आगे करने का अधिकार रखता है।
  • गाँव में अराजक तत्वों पर कार्यवाही करने का निर्देश ग्राम प्रधान ही देता है जिसका पालन करना वहां की लोकल पुलिस के लिए जरुरी होता है।
  • भारत सरकार के द्वारा जो भी पैसा दिया गया है, उसका कितना उपयोग कब और कहाँ करना है, इसका निर्णय भी ग्राम प्रधान को ही लेना होता है। वह अपनी समझ के अनुसार उसे खर्च करने का अधिकार रखता है।
  • वह अपने अधीन काम कर रहे सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों से समय समय पर काम की प्रगति की रिपोर्ट लेता है और उनकी समीक्षा करता है।

इस तरह से ग्राम प्रधान को भारत सरकार व राज्य सरकार जितने काम सौंपती है, उतने ही अधिकार भी उसे दिए जाते हैं ताकि वह उन कार्यों को सफलतापूर्वक पूरा करवा सके। हालाँकि उसे अपने अधिकारों का सही उपयोग करना चाहिए ताकि जो कार्य है, वह बिना किसी रूकावट के हो सके।

ग्राम प्रधान का चुनाव कैसे होता है? (Gram Pradhan ka chunav kaise hota hai)

अब हम यह भी जान लेते हैं कि आखिरकार ग्राम प्रधान का चुनाव किस तरह से होता है। तो यहां हम आपको बता दें कि ग्राम प्रधान के चुनाव प्रत्येक पांच वर्ष में होते हैं। राज्य सरकार की अनुमति के बाद निर्वाचन आयोग इन चुनावों को करवाती है। निर्वाचन आयोग द्वारा इसके लिए अधिसूचना जारी की जाती है और फिर जो भी ग्राम प्रधान के लिए चुनाव लड़ना चाहता है उसे निर्वाचन आयोग को अपना आवदेन देना होता है।

फिर प्रत्येक आवेदन कर्ता को एक चुनाव चिन्ह दिया जाता है और निर्वाचन आयोग के निर्देशों के हिसाब से प्रत्याशी अपना प्रचार प्रसार करते हैं। फिर निर्धारित दिन मतदान करवाए जाते हैं और फिर मतदान की गणना की जाती है। जिस प्रत्याशी को ज्यादा वोट मिलते हैं उसे ग्राम प्रधान चुन लिया जाता है फिर उसे शपथ दिलवाई जाती है।

ग्राम प्रधान कैसे बने? (Gram Pradhan kaise bane)

अब यदि आपको ग्राम प्रधान के कार्यों और अधिकारों को देख कर ग्राम प्रधान कैसे बना जाता है इसके बारे में जानकारी हासिल करनी है तो वह भी हम आपको बता देते हैं इसके लिए आपको सामाजिक कार्यों में रुचि रखनी होगी। गांव के कामों में हिस्सा लेना होगा। अपने गांव के लोगों के साथ सामंजस्य स्थापित करना होगा। गांव में लोकप्रिय बनना होगा।

जब आपको लगे कि आपके गांव के लोग आपको अच्छे से जानने पहचाने आपको पसंद करने लगे हैं तो आपको ग्राम प्रधान के होने वाले चुनावों में हिस्सा लेना होगा। इसके लिए चुनाव हर पांच वर्ष में करवाए जाते हैं। आपको इन चुनावों में हिस्सा लेकर जितना होगा और इस तरह से आप यह चुनाव जीत कर ग्राम प्रधान बन सकते हो।

ग्राम प्रधान का वेतन कितना होता है? (Salary of Gram Pradhan in Hindi)

आपको यह भी जान लेना चाहिए कि यदि किसी व्यक्ति को ग्राम प्रधान के पद पर नियुक्त किया जाता है तो उसे भारत सरकार या राज्य सरकार के द्वारा कितना वेतन मिलता है। तो यहाँ हम एक बात पहले ही स्पष्ट कर दें कि हर राज्य में ग्राम प्रधान का वेतन अलग अलग होता है। वह इसलिए क्योंकि पंचायती व्यवस्था या स्थानीय निकाय को संभालने का काम राज्य सरकार का ही होता (Gram Pradhan salary in Hindi) है।

ऐसे में कौन सी राज्य सरकार अपने यहाँ के ग्राम प्रधानो को कितना वेतन देती है या इसमें किस तरह का संशोधन करती है, यह पूर्ण रूप से उसकी इच्छा पर ही निर्भर करता है। हालाँकि सामान्य तौर पर एक ग्राम प्रधान को महीने के 20 से 30 हज़ार रुपये का वेतन मिलता है। इसके साथ ही उसे राज्य सरकार से कई अन्य तरह की सुविधाएँ भी मिलती है जिनका वह उपभोग कर सकता है।

ग्राम प्रधान के कार्य लिस्ट – Related FAQs 

प्रश्न: ग्राम प्रधान का क्या काम है?

उत्तर: ग्राम प्रधान के सभी कार्य हमने आपको इस लेख के माध्यम से बताए हैं जिन्हें आपको पढ़ना चाहिए।

प्रश्न: ग्राम प्रधान की अवधि कितनी होती है?

उत्तर: ग्राम प्रधान की अवधि पांच वर्ष की होती है।

प्रश्न: ग्राम पंचायत का प्रधान कैसे चुना जाता है?

उत्तर: इसके बारे में संपूर्ण जानकारी को हमने ऊपर के लेख के माध्यम से देने का प्रयास किया है जिसे आपको पढ़ना चाहिए।

प्रश्न: ग्राम प्रधान के कार्य कैसे देखें?

उत्तर: अगर आपको अपने ग्राम प्रधान के कार्य देखने हैं तो आप https://egramswaraj.gov.in/ इस लिंक पर क्लिक कर देख सकते हो।

तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने ग्राम प्रधान के कार्यों के बारे में जानकारी हासिल कर ली है। आपने जाना कि ग्राम प्रधान कौन होता है ग्राम प्रधान कैसे चुना जाता है उसके कार्य और अधिकार क्या क्या हैं। साथ ही हमने आपको ग्राम प्रधान कैसे बने और ग्राम प्रधान का वेतन कितना होता है इसके बारे में भी जानकारी दे दी है। आशा है कि जो जानकारी लेने आप इस लेख पर आए थे वह आपको मिल गई होगी।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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