|| Gramin Dak Sevak kaise bane, ग्रामीण डाक सेवक सैलरी, ग्रामीण डाक सेवक उत्तर प्रदेश, ग्रामीण डाक सेवक भर्ती 2024, ग्रामीण डाक सेवक प्रमोशन, ग्रामीण डाक सेवक ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म ||
क्या आप ग्रामीण डाक सेवक बनने के इच्छुक है और यह कैसे बना जाए या फिर इसके लिए क्या क्या किया जाए यह जानना चाहते हैं? दरअसल ग्रामीण डाक सेवक को हम डाकिया भी कह सकते हैं। पहले के समय (GDS kaise bane) में इसका बहुत अधिक महत्व हुआ करता था क्योंकि उस समय मोबाइल इत्यादि की सुविधा नही हुआ करती (GDS kon sa post hai) थी। ऐसे में सभी अपनों से जानकारी प्राप्त कारने या देने के लिए डाक का ही इस्तेमाल किया करते थे।
तो यदि आप भी ग्रामीण डाक सेवन बनने के लिए पता कर रहे हैं और यह जानना चाहते हैं कि इसके लिए आपको क्या करना पड़ेगा और क्या नही, तो आज हम (GDS ki taiyari kaise kare) आपको इस लेख के माध्यम से वही बताने वाले हैं। इस लेख में आपको ग्रामीण डाक सेवक कैसे बने और उसके लिए आपको क्या अन्य जानकारी होनी चाहिए, इसके बारे में जानने को मिलेगा। तो आइए जाने ग्रामीण डाक सेवक कैसे बने।
ग्रामीण डाक सेवक कैसे बने? (Gramin Dak Sevak kaise bane)
अब यदि आप ग्रामीण डाक सेवा के रूप में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं तो आपको कुछ बातो का जानना अति आवश्यक है। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आप ग्रामीण डाक सेवक के रूप में आगे बढ़ने का सोच रहे हैं तो उससे पहले कुछ मूलभूत जानकारी जान लेंगे तो बेहतर रहेगा। यह आपको ग्रामीण डाक सेवक बनाने में ही मददगार होगी।
इसके लिए सबसे पहेल तो आपको यह जानना चाहिए कि आखिरकार एक ग्रामीण डाक सेवक (GDS ki taiyari kaise karen) होता क्या है और उसके कम क्या क्या होते है। इसी के साथ आप यह जानेंगे कि ग्रामीण डाक सेवक बनने के लिए आपके अंदर क्या क्या योग्यता का होना आवश्यक है और उसके लिए आपको कितनी पढ़ाई करनी पड़ेगी। तत्पश्चात आपको कुछ अन्य ,महत्वपूर्ण जानकारी भी दी जाएगी ताकि किसी भी चीज़ की कमी ना रहे। आइए जाने ग्रामीण डाक सेवक बनने के ऊपर सब जानकारी।
ग्रामीण डाक सेवक कौन होता है (GDS kon hota hai)
सबसे पहले तो बात इसी पर कर ली जाये कि आखिरकार एक ग्रामीण डाक सेवक होता कौन है या फिर यह किस पोस्ट वाले व्यक्ति को कहा जाता है। आपने अपने शहर में डाक विभाग तो देखा ही होगा जो केंद्र सरकार के अंतर्गत आता है या फिर आपने कभी किसी को पत्र या कुछ अन्य पोस्ट किया होगा तो वह जाता किस है? आपके घर पर भी कभी किसी का भेजा हुआ पत्र या कुछ अन्य चीज़ आई होगी तो उसे आपके घर पर कौन पहुंचता है?
तो जो भी यह पत्र को या डाक को पहुँचाने का काक करता है उसे ही ग्रामीण डाक सेवक कह दिया जाता है। आम बोलचाल की भाषा में उसे डाकिया भी कह देते है। इस पर तो फिल्मो में कई तरह के गाने भी बन चुके हैं। आज के समय में यह बहुत ही कम देखने को मिलते हैं लेकिन इनकी महत्ता समाप्त नही हुई है।
ग्रामीण डाक सेवक की योग्यता (Gramin Dak Sevak ki yogyata)
अब यदि आप ग्रामीण डाक सेवन बनने को लेकर इच्छुक है और इसकी तैयारी करना चाहते हैं तो उसके लिए आपके अंदर कुछ योग्यता का होना बहुत ही जरुरी है। यदि आपके अंदर वह योग्यता नही है तो फिर आप ग्रामीण डाक सेवक (GDS form apply kaise kare) नही बन पाएंगे। तो पहले इन्हें पढ़े और देखे कि क्या आप ग्रामीण डाक सेवक बनने के लिए योग्य है भी या नही।
- आप जिस भी क्षेत्र में ग्रामीण डाक सेवक बनने के लिए आवेदन करने जा रहे हैं आपको वहां की स्थानीय भाषा का ज्ञान होना ही चाहिए। यह आवश्यक नही कि आपको हिंदी या अंग्रेजी भाषा का ज्ञान हो लेकिन आपको अपने क्षेत्र की स्थानीय भाषा का ज्ञान आवश्यक रूप से होना चाहिए।
- आप कम से कम दसवीं कक्षा पास होने चाहिए। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आपको लगता है कि आप बिना कुछ पढ़े हुए ही डाकिया का काम कर सकते है तो आप सरासर गलत है। इसके लुए आपको किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से दसवीं कक्षा तक की पढ़ाई करनी ही होगी तभी आप आगे बढ़ पाएंगे।
- आपको संख्याओं का अच्छे से ज्ञान होना चाहिए क्योंकि इसमें संख्या बहुत महत्वपूर्ण होती है। यदि आपने गलत नंबर का डाक गलत जगह पहुंचा दिया तो आगे चलकर बहुत बड़ी समस्या हो सकती हैं। इसलिए आप संख्याओं के मामले में एक दम दक्ष होने चाहिए।
- इसके साथ ही आप जिस भी क्षेत्र में डाकिया की नौकरी करने जा रहे हैं आपको उस क्षेत्र के चप्पे चप्पे के बारे में जानकारी होनी चाहिए। कहने का अर्थ यह हुआ कि ग्रामीण डाक सेवक का काम ही यही होता हैं कि वह उस डाक को सही समय पर और सही जगह पर पहुंचा दे। तो ऐसे में यदि आपको उस क्षेत्र की ही सही से जानकारी नही है तो फिर आप कैसे ही यह काम कर पाएंगे।
- आपको पत्र की संवेदनशीलता को भी बनाए रखना होगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप किसी का निजी पत्र या महत्वपूर्ण पत्र किसी अन्य व्यक्ति के यहाँ पहुंचा देंगे तो यह आगे चलकर आपके ऊपर कानूनी कार्यवाही भी करवा सकते हैं। इसलिए इस बात का भी प्रमुखता के साथ ध्यान रखे।
ग्रामीण डाक सेवन बनने के लिए आयु सीमा
अब आपने ऊपर जान लिया कि ग्रामीण डाक सेवक बनने के लिए आपका केवल दसवीं पास होना आवश्यक है। तो दसवीं तो ;लोग 15 से 17 वर्ष की आयु में ही पास कर लेते हैं। तो आपका प्रश्न होगा कि क्या आप दसवीं कक्षा को पास करते ही ग्रामीण डाक सेवक बनने के लिए आवेदन कर सकते है या नही।
तो आपका यह संशय दूर करते हुए आज हम बता दे कि इसके लिए न्यूनतम आयु 18 वर्ष निर्धारित की गयी हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि भारतीय संविधान के अनुसार किसी भी 18 वर्ष से कम आयु के बच्चे से सरकारी काम या अन्य कोई काम नही करवाया जा सकता हैं।
इसलिए आप चाहे आप अपनी दसवीं 15 वर्ष की आयु में ही पास कर ले लेकिन जब तक आप 18 वर्ष के नही हो जाएंगे तब तक आप ग्रामीण डाक सेवक की भर्ती में नही बैठ पाएंगे। इसी के साथ इसकी अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष रखी गयी हैं। तो 18 से लेकर 40 वर्ष के लोग ही ग्रामीण डाक सेवक की भर्ती में बैठ सकते हैं।
ग्रामीण डाक सेवक की भर्ती प्रक्रिया (Gramin Dak Sevak ki bharti)
अब आप सोच रहे होंगे कि ग्रामीण डाक सेवक बनने के लिए क्या कोई परीक्षा आयोजित करवाई जाती हैं या फिर आपका कोई टेस्ट लिया जाएगा या ऐसा ही कुछ। तो आप इसके बारे में ज्यादा मत सोचिये क्योंकि ऐसा कुछ नही होने वाला है। दरअसल ग्रामीण डाक सेवक बनने के लिए ना ही कोई परीक्षा आयोजित करवाई जाती हैं और ना ही कोई टेस्ट लिया जाता है।
इसके लिए बस सीधी भर्ती निकाली जाती है जिसमे आपको आवेदन करना होगा। इसलिए ग्रामीण डाक सेवक की निकालने वाली भर्ती पर नज़र बनाए रखे और जैसे ही यह भर्ती निकले तो उसी समय इसके लिए आवेदन कर दे। इसके बाद चयनित प्रतिभागियों को बुलाया जाएगा और उनके दसवीं कक्षा के अंक देखे जाएंगे। कहने का अर्थ यह हुआ कि ग्रामीण डाक सेवक बनने के लिए पूर्ण रूप से आपकी दसवीं कक्षा में मिलने अंक ही निर्धारित होंगे।
जिसके अधिक अंक होंगे उन्हें ग्रामीण डाक सेवक की भर्ती प्रक्रिया में चयनित कर लिया जाएगा। इसी के साथ उस क्षेत्र की जानकारी होना और स्थानीय भाषा का आना आपके लिए प्लस पॉइंट हो सकता है। दसवीं कक्षा के आधार पर आपके आवेदन पर एक मेरिट लिस्ट निकाली जाएगी। इसके बाद चयनित लोगों को ग्रामीण डाक सेवक के लिए चुन लिया जाएगा।
ग्रामीण डाक सेवक के काम (GDS ke kam)
अब आपको यह भी जानना चाहिए कि आखिरकार एक ग्रामीण डाक सेवक के काम क्या क्या होते है क्योंकि यदि आलको इसके बारे में ही सही से जानकारी नही होगी तो फिर आप कैसे ही ग्रामीण डाक सेवा का काम कर पाएंगे। कहने का अर्थ यह हुआ कि जब आपका ग्रामीण डाक सेवक के रूप में चयन हो जाएगा तो आपको किस किस तरह का काम मिलेगा या काम करना होगा, वह जानने की बारी आ गयी हैं।
- ग्रामीण डाक सेवक के रूप में जो काम मुख्य होगा या जो काम आपको करना होगा उसके तहत आपको पत्रों को एक घर से दूसरे घर में पहुँचाना होगा। इसके लिए आपको डाक विभाग की ओर से सभी पत्र मिल जाएंगे। फिर आपको निर्धारित समय पर उन पत्रों को सही गहर तक पहुँचाना होगा।
- इसी के साथ बैंक के द्वारा भी कई तरह के पत्र अपने ग्राहकों को भेजे जाते हैं। उन पत्रों को भी लोगों के घर तक पहुंचाना भी ग्रामीण डाक सेवक का ही काम होता है।
- सरकार के द्वारा विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए उनकी घोषणा या पत्राचार कुआ जाता है। साथ ही यदि किसी छात्र ने किसी सरकारी नौकरी के लिए आवेदन किया है तो उसका प्रवेश पत्र भी डाक के द्वारा भेजा जाता है। तो इसे भी सही छात्र तक पहुँचाना ग्रामीण डाक सेवक का ही काम होता है।
- डाक विभाग के अन्य काम करना जैसे कि पत्र को निकालना, उसे वापस पहुँचाना, घर नही मिलने पर या व्यक्ति के घर नही होने पर पत्र वापस लेकर आना, रिकॉर्ड रखना इत्यादि सब काम। एक तरह से डाक विभाग के संचालन में ग्रामीण डाक सेवक की अहम भूमिका होती है।
- ग्रामीण डाक विभाग में जो अन्य जनहित के काम हो रहे हैं या जो सरकार के द्वारा करवाए जा रहे हैं, उसके बारे में भी लोगों को सूचित करने का काम ग्रामीण डाक सेवक का ही होता है। तो आप यह काम भी कर सकते हैं जिसमें आगे चलकर आपको बहुत ही फायदा होने वाला है।
ग्रामीण डाक सेवक की सैलरी (Gramin Dak Sevak ki salary)
अब यदि आप ग्रामीण डाक सेवक बन जाते हैं तो आपको यह भी जानना होगा कि आखिरकार इस क्षेत्र में आपकी सैलरी कितनी हो सकती हैं या फिर आपको इसके लिए कितना पैसा मिल जाएगा। तो ऐसे में आज हम आपको बता दे कि ग्रामीण डाक सेवक बनने पर आपको शुरूआती रूप से 10 हज़ार से लेकर 15 हज़ार की सैलरी मिलेगी। इसके बाद हर वर्ष आपकी सैलरी में बढ़ोत्तरी देखने को मिलेगी।
- हंता वायरस क्या है? कैसे संक्रमित करता है? हंता वायरस के लक्षण एवं बचाव के उपाय
- विशाल मेगा मार्ट फ्रेंचाइजी कैसे खोले? लागत, मुनाफा, नियम व शर्ते | (Vishal Mega Mart Franchise in Hindi)
- ड्रॉपशीपिंग का बिज़नेस कैसे शुरू करे? | लागत, मुनाफा, नियम व शर्ते | Dropshipping Business in India in Hindi
- सीएससी से लेबर कार्ड रिन्यू कैसे करें? CSC se labour card renew kaise kare
- एक भाई के अधिकार क्या-क्या हैं? What are the rights of a brother?
ग्रामीण डाक सेवक कैसे बने – Related FAQs
प्रश्न: जीडीएस के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए?
उत्तर: जीडीएस के लिए आपका कम से कम दसवीं कक्षा पास होना चाहिए।
प्रश्न: ग्रामीण डाक सेवक का वेतन कितना होता है?
उत्तर: ग्रामीण डाक सेवक का वेतन 10 से 15 हज़ार होता है।
प्रश्न: ग्रामीण डाक सेवा में क्या काम करना पड़ता है?
उत्तर: ग्रामीण डाक सेवा में आपको एक पत्र को दूसरी जगह पर पहुँचाने का काम करना पड़ता है।
प्रश्न: जीडीएस में कितने प्रतिशत चाहिए?
उत्तर: जीडीएस में आपके दसवीं कक्षा में कम से कम 40 प्रतिशत आने चाहिए।
तो आज आपने जाना कि ग्रामीण डाक सेवक क्या होता है, उसके लिए आपको क्या क्या करना पड़ता है, आपको कहां तक की पढ़ाई करनी पड़ती है, ग्रामीण डाक सेवक की चयन प्रक्रिया कैसी होती है, उसके क्या क्या काम होते है तथा उसके लिए आपको कितना वेतन मिलता है इत्यादि।